वास्तु शास्त्र : इन पांच आसान उपायों से जीवन में आएगा धन, सौभाग्य और समृद्धि

हमारे आसपास दो तरह की ऊर्जा मौजूद रहती है। एक नकारात्मक ऊर्जा और दूसरी सकारात्मक ऊर्जा। नाम से ही जाहिर है कि नकारात्मक ऊर्जा हमारे जीवन पर बुरा प्रभाव डालती है और वहीं सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव शुभ होता है। 

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वास्तु शास्त्र मानता है कि ये नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा के द्वारा हमारे जीवन को प्रभावित करने की प्रक्रिया पूरी तरह से हमारे आसपास मौजूद वस्तुओं पर निर्भर करता है। वास्तु शास्त्र मानता है कि हर दिशा पर किसी न किसी देवता का आधिपत्य है, ऐसे में गलत दिशा में रखी गयी गलत वस्तु नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती है और साथ ही देवताओं को भी रुष्ट करती है। ऐसे में आज हम आपको इस लेख में पांच ऐसे वास्तु उपाय बताने वाले हैं जो आपके जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आएंगे।

पहला उपाय

सूर्य सभी ग्रहों के राजा माने जाते हैं। एक मनुष्य के आत्मा का कारक भी सूर्य को माना गया है। सूर्य यदि बली हो तो ऐसा जातक अच्छी नौकरी पाता है, उसकी आर्थिक स्थिति बेहतर होती है और साथ ही ऐसे जातक समाज में काफी मान और सम्मान अर्जित करता है। ऐसे में आपको वास्तु नियमों के अनुसार घर के पूर्व दिशा में सूर्य यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। यदि आपके घर का मुख पूर्व की ओर हो तो घर के मुख्य सवार के बाहर या ऊपर भगवान सूर्य की कोई प्रतिमा या तस्वीर अवश्य लगाएँ। इससे आपके जीवन में चल रही नौकरी की समस्या का अंत होने की संभावना बनेगी। साथ ही साथ समाज में मान-सम्मान भी बढ़ेगा।

दूसरा उपाय

सूर्य की ही तरह उनके पुत्र भी नौ ग्रहों में शामिल हैं। शनि तीनों लोकों के न्यायाधीश माने जाते हैं। उनकी कुदृष्टि जिस पर पड़ जाये उसका अनिष्ट होना निश्चित है। ऐसे में जिन जातकों के जीवन में इस समय शनि की साढ़े साती या फिर शनि की ढैया चल रही हो उन्हें घर की पश्चिम दिशा में शनि यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। साथ ही आप अपने घर के मुख्य द्वार पर हर रोज एक लोटा पानी जरूर डालें। इससे शनि देवता की आप पर कृपा बनेगी। साथ ही आपको आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार देखने को मिलेगा।

तीसरा उपाय

घर में एक मुख्य काँच अवश्य होना चाहिए। अगर आपके घर में नहीं है तो लगवाएँ। ध्यान रहे कि दो काँच आमने-सामने न हों। साथ ही घर के मुख्य दरवाजे पर काँच नहीं लगा होना चाहिए। घर का मुख्य काँच हमेशा पूर्व या फिर उत्तर के दीवार पर लगा हो। इस दिशा में काँच लगे रहने से शुभ फल प्राप्त होता है। वास्तु के नियमों के मुताबिक उत्तर दिशा में लगे मुख्य काँच से धन की वृद्धि होती है।

चौथा उपाय

किसी भी घर में रसोई का स्थान बहुत ही अहम होता है। ऐसे में यदि आपके घर की रसोई ईशान कोण में हो यानी कि उत्तर-पूर्व दिशा में हो तो इस रसोई में खाना पकाने वाले चूल्हे को हमेशा आग्नेय कोण में रखें। साथ ही साफ बर्तनों को रसोई के ईशान कोण में रखें। वास्तु शास्त्र के नियम कहते हैं कि ऐसा करने से रुका हुआ धन प्राप्त होने लगता है।

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पांचवा उपाय

घर के मुख्य दरवाजे पर घोड़े की नाल टांग दें। ध्यान रहे की घोड़े के नाल का मुख नीचे की ओर रहे। इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करेगी। साथ ही यह बुरी नजर से भी घर के सदस्यों को बचाने में सहायक सिद्ध होता है।

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हम उम्मीद करते हैं कि हमारे ये वास्तु टिप्स आपको जरूर पसंद आए होंगे। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ जरूर साझा करें। धन्यवाद!

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