सिंह राशि में बनेगा त्रिग्रही योग: मंगल, बुध और शुक्र आएंगे एक साथ; जानें कैसा होगा आप पर प्रभाव!

एस्ट्रोसेज अपने पाठकों के लिए हर ब्लॉग में महत्‍वपूर्ण ज्योतिषीय घटनाओं की जानकारी लेकर आता है। इस विशेष ब्लॉग में हम आपको त्रिग्रही योग के बारे में बताएंगे जो कि सिंह राशि में शुक्र, बुध और मंगल के एक साथ आने पर बन रहा है। इन तीनों ही ग्रहों का ज्योतिष में अपना एक अलग स्थान हैं और ऐसे में, इन तीनों ग्रहों का एक साथ एक राशि में आना सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा। आइये सबसे पहले जानते हैं त्रिग्रही योग के बारे में और इसके बाद, हम आपको बताएंगे कि इस योग का 12 राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ने वाला है।

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क्या होता है त्रिग्रही योग?

वैदिक ज्योतिष में तीन ग्रहों की युति को त्रिग्रही योग कहा जाता है और यह किसी राशि में तीन ग्रहों के एक साथ होने पर बनता है। इस युति को काफी दुर्लभ माना जाता है और इसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व पर भी पड़ता है। ‘त्रिग्रही’ संस्कृत का शब्द है जिसमें ‘त्रि’ का अर्थ है तीन और ग्रह का अर्थ तो आप जानते ही हैं। तीन ग्रहों की युति का प्रभाव ग्रहों के आधार पर अलग-अलग हो सकता है।

इस बार त्रिग्रही योग 25 जुलाई, 2023 को मंगल, शुक्र और बुध के सिंह राशि में एक साथ आने पर बनेगा। तो चलिए जानते हैं वैदिक ज्योतिष में बुध, मंगल और शुक्र के महत्व के बारे में।

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त्रिग्रही योग का समय

किसी एक राशि में त्रिग्रही योग दुर्लभ ही बनता है। जब इस योग का निर्माण होता है, तब मेष से लेकर मीन राशि तक के जातकों के जीवन में कई उतार-चढ़ाव आते हैं। तीन ग्रहों का किसी राशि में एक साथ आना काफ़ी दिलचस्प होता है और ऐसे में, इन तीनों ही ग्रहों का अपना-अपना प्रभाव उस राशि में देखने को मिलता है। यदि त्रिग्रही योग में शामिल तीनों ग्रह आपस में मैत्री संबंध रखते हैं, तो ये एक-दूसरे की ऊर्जा के अनुरूप कार्य करेंगे। वहीं, अगर ये तीनों ग्रह शत्रु हैं, तो एक-दूसरे की ऊर्जा का विरोध करते हैं। हालांकि, विभिन्न राशियों में होने वाली ग्रहों की युतियों के बारे जानना और समझना बेहद रोमांचक होता है। साथ ही, लोगों को यह जानने की भी उत्सुकता रहती है कि इस ज्योतिषीय घटना का उनकी राशि पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा। अब  25 जुलाई, 2023 की सुबह 4 बजकर 26 मिनट पर शुक्र, बुध और मंगल सिंह राशि में त्रिग्रही योग का निर्माण करेंगे।

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ज्योतिष में मंगल का महत्व

मंगल स्वभाव से पुरुष ग्रह है जिसे नवग्रहों में सैनिक की उपाधि दी गई है। इन्हें कार्य, साहस, ऊर्जा, जुनून, गति और निडरता का प्रतीक माना गया है। मंगल क्रोध और आक्रामकता के कारक हैं जो कि मेष और वृश्चिक राशि के स्‍वामी हैं और मेष को इस ग्रह की मूल त्रिकोण राशि के रूप में भी जाना जाता है। वहीं, नक्षत्रों में यह चित्रा, धनिष्ठा और मृगशिरा के अधिपति देव हैं। मंगल मकर राशि में उच्च के होते हैं और चंद्रमा की राशि कर्क में नीच के माने जाते हैं। मंगल चंद्रमा, सूर्य और बृहस्पति के साथ मैत्री संबंध रखते हैं जबकि शनि और बुध के साथ यह शत्रुता का भाव रखते हैं। वहीं, शुक्र के साथ मंगल तटस्थ रहते हैं।

ज्योतिष में शुक्र का महत्‍व

शुक्र सौंदर्य, विलासिता, धन, कला, प्रेम, रोमांस और वैवाहिक सुख आदि के कारक हैं। पुरुष की कुंडली में शुक्र विशेष रूप से पत्नी, बड़ी बहन, यौवन और यौन सुख आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं। शुक्र इस बात के भी कारक ग्रह हैं कि व्यक्ति को अपने जीवन में कितनी लोकप्रियता मिलेगी। इसके अलावा, कुंडली में शुक्र की स्थिति से जाना जा सकता है कि व्यक्ति किस हद तक जुनूनी  हो सकता है। यह यौन संतुष्टि को भी दर्शाते हैं। शुक्र ग्रह मीन राशि में उच्च और कन्‍या राशि में नीच के होते हैं। यह वृषभ और तुला राशि के स्‍वामी भी हैं और इनका भरणी, पूर्वाफाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र पर आधिपत्य है।

ज्योतिष में बुध का महत्व

वैदिक ज्योतिष में बुध को सबसे महत्वपूर्ण ग्रहों में से एक माना जाता है। बुध बुद्धि, संचार, तर्क और बुद्धिमत्ता के कारक ग्रह हैं जो अपनी तेज गति से चलने के लिए जाने जाते हैं। साथ ही, इन्‍हें एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने में 23 से 30 दिनों का समय लगता है। बुध को तटस्थ ग्रह माना जाता है लेकिन यह कुंडली के पहले, दूसरे, चौथे, पांचवे, सातवें, नौवें, दसवें या ग्यारहवें भाव में होने पर शुभ प्रभाव देते हैं।

बुध के उच्च होने पर शिक्षा, बुद्धि और संचार आदि के क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम मिलने के साथ-साथ व्यापार में सफलता मिलती है। वहीं दूसरी ओर, बुध के नीच स्‍थान या दुर्बल होने पर यह भ्रम, कमज़ोर संचार कौशल और निर्णय लेने की क्षमता आदि से संबंधित समस्‍याएं पैदा करता है। यह कन्‍या राशि में उच्‍च और मीन राशि में नीच के होते हैं। इनकी शनि और शुक्र के साथ मित्रता है, लेकिन नौ ग्रहों में चंद्रमा और मंगल के साथ शत्रुता के भाव रखते हैं। यह अश्‍लेषा, ज्‍येष्‍ठा और रेवती नक्षत्र के स्‍वामी हैं।

त्रिग्रही योग: 12 राशियों पर प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए त्रिग्रही योग शुभ साबित होगा। मंगल, शुक्र और बुध आपके पांचवें भाव में रहेंगे जिससे सामाजिक स्‍तर पर आपको लोगों का सहयोग मिलेगा। कार्यक्षेत्र पर आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग मिलेगा और आपके प्रति उनका व्यवहार भी बहुत अच्छा रहने वाला है। कार्यक्षेत्र में कुछ अच्छे बदलाव होने की उम्मीद है और इस समय आपको भाग्‍य का भी पूरा साथ मिलेगा। इस योग के दौरान व्यापारियों को बड़ा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। आप कोई नई डील भी कर सकते हैं जिससे आपको निश्चित ही लाभ होगा। नौकरी ढूंढ रहे जातकों को भी उनकी पसंद की नौकरी मिलने की संभावना है। आपको राजनीति के क्षेत्र में कोई पद मिलने के भी योग है।

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वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों की कुंडली में मंगल, बुध और शुक्र आपके चौथे भाव में मौजूद होंगे और यह आपको सभी तरह की सुख-सुविधाएं प्रदान करेंगे। करियर और पेशेवर जीवन में आपको भाग्‍य का साथ मिलेगा। इस दौरान आप नई नौकरी की शुरुआत भी कर सकते हैं। जो लोग काम के सिलसिले में विदेश जाना चाहते हैं, उन्‍हें इस दौरान बेहतरीन अवसर मिलने की संभावना है। जो व्यापारी अपना व्यवसाय बढ़ाने की सोच रहे हैं, तो आप मार्केट की वर्तमान स्थिति का लाभ उठाएंगे। अध्‍यात्‍म की ओर आपकी रुचि बढ़ेगी और आप ज्यादातर ध्यान करते हुए नज़र आ सकते हैं जो कि आपके लिए लाभदायक होगा।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के तीसरे भाव में त्रिग्रही योग बन रहा है। आपको इस दौरान धन से जुड़ा कोई शुभ समाचार मिलने की उम्मीद है। वेतन में वृद्धि या अच्छे काम के लिए आपको बोनस मिलने की भी संभावना है। तीसरे भाव में हो रही युति के प्रभाव से आपके साहस में वृद्धि होगी और जीवन में आपको आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन भी मिलेगा। यदि इस युति को किसी ग्रह का समर्थन मिलता है, तो इंजीनियर के तौर पर कार्य करने वालों के लिए यह समय शुभ साबित होगा। आर्थिक पक्ष की बात करें, तो पहले किए गए किसी निवेश से अब आपको बड़ा धन लाभ मिल सकता है या फिर जरूरत पड़ने पर आपको अचानक से आर्थिक सहायता भी मिलने के आसार हैं।

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कर्क राशि

कर्क राशि वालों के दूसरे भाव में त्रिग्रही योग बन रहा है और इसके प्रभाव से आपको आंतरिक शांति महसूस होगी। साथ ही, आपकी रचनात्मकता में भी वृद्धि होगी। कार्यक्षेत्र पर काम को आसानी से करने लिए आप बेहतर रणनीतियां बनाने में सक्षम होंगे। आपके आइडियाज भी इस दौरान काफ़ी रचनात्मक होंगे जिसके चलते आपको सराहना भी मिलेगी। वरिष्ठ और सहकर्मियों की नज़रों में आपके प्रति मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी। जिन लोगों का संबंध रचनात्मकता से है उनके लिए समय फलदायी रहेगा।    

सिंह राशि

सिंह राशि के लोगों के आसपास का माहौल काफी आनंदमय रहने वाला है। आपको सुख और शांति का एहसास होगा। आंतरिक रूप से शांत होने के कारण आप जो भी काम अपने हाथ में लेंगे, उसे आराम से पूरा कर पाएंगे और आगे चलकर आपको इनका लाभ भी मिलेगा। सिंह राशि के लिए इन तीन ग्रहों की युति उनके प्रथम भाव में होगी और इस वजह से आपको धन को लेकर थोड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है। लेकिन कोई चिंता की बात नहीं है। मंगल आपके लग्न भाव में हैं और ऐसे में यदि सूर्य, मंगल का साथ देते हैं, तो यह स्थिति इंजीनियरों और खासतौर पर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों या एग्‍जक्‍यूशन विभाग में काम करने वाले लोगों के लिए बहुत उत्तम रहेगी।

कन्या राशि

यह युति आपके बारहवें भाव में हो रही है जो कि हानि का भाव है। इस वजह से आपको इस दौरान कोई भी नया कार्य शुरू करने से बचना चाहिए। इस समय आपके सभी प्रयास व्यर्थ हो सकते हैं और आपको धन की हानि होने की भी आशंका है। संभव है कि आपको अपने प्रयासों का मनचाहा परिणाम न मिल पाए। यह त्रिग्रही योग आपको नैतिक, आर्थिक और भावनात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। व्यापार करने वाले जातकों को सलाह दी जाती है कि कोई भी नई बिजनेस डील पर साइन न करें या किसी नए व्यापार की शुरुआत करने से बचें। निजी क्षेत्र में कार्य करने वाले जातकों को अपनी राय रखने या कोई भी आर्थिक निर्णय लेने से पहले अच्छी तरह से सोच-विचार करने की सलाह दी जाती है।

तुला राशि

त्रिग्रही योग का लाभ तुला राशि के जातकों को पेशेवर जीवन और करियर के क्षेत्र में प्राप्त होगा। आपको बेहतरीन अवसर प्राप्त होने के साथ-साथ अच्छे प्रोजेक्ट भी मिलेंगे। इन तीन ग्रहों की युति आपके ग्‍यारहवें भाव में बन रही है जो कि लाभ का भाव है और ऐसे में, लग्न भाव के स्‍वामी, दूसरे और नौवें भाव के स्‍वामी के साथ ग्यारहवें भाव में बैठकर ‘धन योग’ बना रहे हैं। आपको इस समय अपार समृद्धि प्राप्त होगी और समाज में आपकी प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। विदेश यात्रा पर जाने के योग भी बन रहे हैं और यदि संभव हुआ तो आप विदेश जाकर भी बस सकते हैं। वीजा का इंतजार कर रहे थे, तो इस समय आपके आवेदन को मंजूरी मिलने की संभावना है। यह समय आपकी इच्छाओं को पूरा करने में मददगार साबित होगा।

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वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल, बुध और शुक्र की युति आपके दसवें भाव में हो रही है। कुंडली का दसवां भाव करियर का होता है और ऐसे में, इन जातकों के लिए यह समय फलदायी रहेगा। कार्यक्षेत्र पर सहकर्मियों और वरिष्ठ अधिकारियों के बीच आपके मान-सम्म्मान में बढ़ोतरी होगी, विशेष रूप से यदि आप सरकारी राजनयिक या प्रशासनिक अधिकारी है। इस समय आपको विदेश से भी अच्‍छे प्रोजेक्ट और अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही, विदेश जाने का मौका भी आपको मिल सकता है।

धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए त्रिग्रही योग आपके नौवें भाव में बनेगा। इस दौरान आप आत्‍मविश्‍वास से भरे रहेंगे और तेज बुद्धि के दम पर कार्यक्षेत्र में अपनी चमक बिखरेंगे। आपको प्रगति के अवसर भौतिक या फिर नई जिम्मेदारी या भूमिका के रूप में प्राप्त होंगे। इस दौरान आपको भाग्‍य का पूरा साथ मिलेगा और धीरे-धीरे चीजें आपके पक्ष में होने लगेंगी। खुद पर भरोसा करते हुए अपने जीवन के लक्ष्यों को पाने की दिशा में कदम बढ़ाएं। ऐसे में, आपको प्रगति और सफलता मिलने की संभावना है। आपके मार्ग में आने वाले ये अवसर नेतृत्व के गुणों को बढ़ाएंगे और आपको प्रतियोगिता में आगे रखेंगे।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के आठवें भाव में त्रिग्रही योग बनेगा और आठवें भाव में बनने के कारण यह योग आपके लिए ज्यादा शुभ साबित नहीं होने की आशंका है। आपको आर्थिक क्षेत्र में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। करियर में भी उतार-चढ़ाव या अचानक से कोई बदलाव आने की आशंका है। नौकरी या करियर की वजह से आपको अपने घर से दूर जाना पड़ सकता है। अपने घर में वातावरण को खुशहाल और बेहतर करने का प्रयास करें। हो सकता है कि आपको घर-परिवार में सुख-शांति का अभाव महसूस हो।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के सातवें भाव में यह त्रिग्रही योग बन रहा है जो कि आपके लिए अत्यंत लाभदायक  साबित होगा। इस समय शुरू किया गया कोई भी प्रोजेक्ट, काम या व्यापार आपको अच्छा लाभ देगा। साथ ही, धन और संपन्नता की प्राप्ति होगी। व्यापारियों को इस समय बड़ा मुनाफा मिलने की संभावना है या आप नौकरी छोड़कर अपना खुद का व्यापार भी शुरू कर सकते हैं। आपको अचानक से धन मिलने की संभावना है जिसके चलते आर्थिक लाभ होने के योग हैं। जीवन में आर्थिक संतुलन कायम करने में आपको अपने जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग मिलेगा। मंगल के आपके सातवें भाव में होने से वैवाहिक जीवन में तनाव बढ़ सकता है और आप दोनों के बीच बहस होने की भी आशंका है।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के छठे भाव में त्रिग्रही योग का निर्माण होगा। कार्यक्षेत्र पर आपको बेहतरीन काम के लिए सराहना मिलेगी और ऐसे में, आपकी प्रतिष्ठा में सुधार होने की प्रबल संभावना है। कार्यक्षेत्र में आपको अपने काम की वजह से लोकप्रियता प्राप्त होगी और सबका ध्यान आपकी तरफ होगा। कंपनी आपके योगदान के लिए आपकी तारीफ करेगी और साथ ही, आपको बेहतरीन कर्मचारी के रूप में पहचान मिलेगी। आप बड़ी आसानी से अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे और लगातार सफलता पाने वाले प्रतिद्वंदियों को रोकने में सक्षम होंगे।

कुंडली में बनने वाले प्रत्येक योग की तरह ही त्रिग्रही योग भी कुछ राशियों के लिए शुभ और कुछ राशियों के लिए अशुभ रहने की आशंका  है। हालांकि, ऊपर गए राशिफल के आधार पर सावधानी बरतकर और अपनी सूझबूझ की मदद से कार्य करने पर आप हर समस्या से बच सकते हैं। जिन राशियों को त्रिग्रही योग से लाभ हो रहा है, उन्‍हें भी सावधानियां बरतने की जरूरत होगी।

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