वैदिक ज्योतिष में शुक्र को एक अति महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। यह किसी भी जातक की कुंडली में वैवाहिक

वैदिक ज्योतिष में शुक्र को एक अति महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। यह किसी भी जातक की कुंडली में वैवाहिक
ज्योतिष शास्त्र ने हमेशा से ये माना है कि मानव जीवन में हर हो चुकी घटना या फिर घट रही
शुक्र ग्रह सभी नौ ग्रहों में सबसे चमकीला ग्रह है। जितना चमकीला यह ग्रह है उतना ही इसका आम लोगों
शुक्र ग्रह को भोग, कला, रचनात्मकता और भौतिक सुखों का कारक ग्रह माना जाता है। शुक्र देवता की जिस पर
हम सभी को पता है कि ग्रहों का हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। हमारी ज़िन्दगी में जो कुछ
हिन्दू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को भौतिक सुख-सुविधाओं को देने वाले ग्रह के रूप में देखा जाता है।
फरवरी के इस माह की 21 और 22 तारीख को दो बड़े ग्रहों का गोचर होने वाला है। कला और
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को शुभ ग्रहों में से एक माना गया है। शुक्र की गोचर अवधि कुल 23
शुक्र, जिसे अंग्रेजी में वीनस कहते हैं जिसका अर्थ होता है, सुंदरता का ग्रह वो 17 नवंबर को कन्या राशि
शुक्र देव 1 सितंबर 2020-मंगलवार को राशि-चक्र की चौथी राशि कर्क में गोचर करेंगे। ऐसे में अगर आपके मन में