सूर्य का तुला राशि में गोचर: बन रहा है क्रूर योग, इन राशियों को होगी धन की हानि!

सूर्य का तुला राशि में गोचर: 18 अक्‍टूबर को सूर्य अपनी नीच राशि तुला में गोचर करेंगे और सूर्य के इस गोचर के दौरान त्रिग्रह योग का निमार्ण हो रहा है। 18 अक्‍टूबर को दोपहर  01 बजकर 18 मिनट पर सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेंगे। तुला राशि में पहले से ही केतु और मंगल के उपस्थित होने के कारण त्रिग्रह योग बन रहा है।

वहीं सूर्य के तुला राशि में प्रवेश करने पर राशिचक्र की 12 राशियों में से चार राशियां विशेष रूप से प्रभावित होंगी। इन चार राशियों के लोगों के लिए यह समय परेशानियों से भरा साबित हाे सकता है। वहीं इस समय इन्‍हें आर्थिक रूप से भी तंगी देखने को मिल सकती है। सूर्य का गोचर इन चार राशियों के जातकों के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए भी समस्‍याएं पैदा कर सकता है। इस ब्‍लॉग में आगे जानिए कि किन चार राशियों को सूर्य का तुला राशि में गोचर नकारात्‍मक रूप से प्रभावित करने वाला है।

Varta Astrologers

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

बन रहा है क्रूर योग

इस गोचर के दौरान सूर्य तुला राशि के लग्‍न भाव में उपस्थित रहेंगे और ज्‍योतिषीय दृष्टि से सूर्य के इस गोचर को बहुत महत्‍वपूर्ण माना जा रहा है। सूर्य के अपनी नीच की राशि तुला में आने पर, वहां पहले से मौजूद मंगल और केतु, सूर्य के साथ मिलकर त्रिग्रही योग बना रहे हैं। चूंकि, ये तीनों ही ग्रह क्रूर माने जाते हैं इसलिए ज्‍योतिषीय भाषा में इसे ‘क्रूर त्रिग्रही योग’ कहा जाता है। ज्‍योतिषीय दृष्टि से इन तीनों क्रूर ग्रहों का तुला राशि में एकसाथ होना उचित नहीं है और इससे चार राशियों को भारी नुकसान होने की आशंका है। इन राशियों के लोगों के लिए एक माह तक सूर्य का तुला राशि में रहना बहुत अशुभ साबित हो सकता है।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

सूर्य गोचर का मेष राशि पर प्रभाव

सूर्य का तुला राशि में गोचर करना मेष राशि के लोगों के पारिवारिक जीवन के लिए कुछ ज्‍यादा अच्‍छा नहीं रहने वाला है। आपके परिवार के सदस्‍यों के बीच अनबन होने की आशंका है। परिवार के सदस्‍यों के बीच आपसी प्रेम में भी कमी आने के संकेत हैं। वहीं यह गोचर आपके करियर में भी कई तूफान लेकर आ सकता है। आपके सहकर्मी आपके लिए परेशानियां खड़ी कर सकते हैं और आपकी अपने वरिष्‍ठ अधिकारियों से भी बहस होने की संभावना है। आप जो भी काम करेंगे, उसमें आपको देरी से परिणाम मिलेगा। यह चीज़ आपको परेशान कर सकती है। वहीं इस समय आपको अपनी मेहनत का फल भी प्राप्‍त नहीं हो पाएगा। सूर्य का तुला राशि में गोचर करना आपके स्‍वास्‍थ्‍य पर भी भारी पड़ सकता है।

सूर्य गोचर का वृषभ राशि पर प्रभाव

सूर्य का तुला राशि में गोचर करना वृषभ राशि के लोगों के लिए भी ज्‍यादा अच्‍छा नहीं रहने वाला है। इस गोचर में सूर्य वृषभ राशि से छठे भाव में रहेंगे और उनकी इस स्थिति के कारण वृषभ राशि के लोगों की सेहत में गिरावट आने की आशंका है। इस समय इनकी दुर्घटना होने की भी आशंका है इसलिए बेहतर होगा कि आप इस समय कोई भी वाहन चलाते समय थोड़ा सावधान रहें। आपको इस गोचर के दौरान चोट लगने का भी भय है। वहीं जो लोग कर्ज में दबे हुए हैं, उनके लिए यह समय बहुत कठिन साबित हो सकता है। आपको कोर्ट कचहरी तक के चक्‍कर लगाने पड़ सकते हैं।

सूर्य के तुला राशि में प्रवेश करने पर वृषभ राशि के लोगों को धन की हानि होने की संभावना है। इसके साथ ही इस गोचरकाल में व्‍यापारियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। अगर आपका कोई कानूनी केस चल रहा है, तो उसमें आपकी हार हो सकती है। जरूरी कामों के पूरा होने में भी अड़चनें आ सकती हैं। इस समय आपको कोई भी नया काम शुरू करने से बचना चाहिए।

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

सूर्य गोचर का कन्‍या राशि पर प्रभाव

कन्‍या राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में आना ज्‍यादा शुभ साबित नहीं होगा। सूर्य के स्‍थान परिवर्तन के कारण आपकी सेहत में गिरावट आने की आशंका है और आपकाे गले से संबंधित कोई परेशानी भी हो सकती है। इस समय आपको हर मामले में बहुत ज्‍यादा संभलकर चलना होगा। स्‍वस्‍थ रहने के लिए आप ठंडी चीज़ें खाने से बचें और ज्‍यादा धूल-मिट्टी वाली जगहों पर न जाएं। सेहत को लेकर आप किसी भी तरह से कोई लापरवाही न करें। आपको पारिवारिक स्‍तर पर भी थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है। आपके परिवार के सदस्‍यों के बीच बहस या मतभेद उत्‍पन्‍न हो सकते हैं।

सूर्य गोचर का वृश्चिक राशि पर प्रभाव

सूर्य के गोचर से जो चौथी राशि प्रभावित होगी, वह वृश्चिक राशि है। सूर्य वृश्चिक राशि से बारहवें घर में उपस्थित रहेंगे और इस भाव में सूर्य के साथ वृश्चिक राशि के स्‍वामी ग्रह मंगल भी मौजूद रहेंगे। इस गोचर के प्रभाव से वृश्चिक राशि के लोगों को चोट आदि लग सकती है। इन्‍हें इस समय बहुत ज्‍यादा बचकर रहने की जरूरत है वरना इनकी दुर्घटना हो सकती है। वाहन चलाते समय और घर से बाहर जाने के दौरान आप थोड़ा संभलकर रहें। इस गोचरकाल में वृश्चिक राशि के लोगों को ज्‍यादा गुस्‍सा आने की आशंका है। हो सकता है कि आपके काम बनते-बनते बिगड़ जाएं। वहीं पारिवारिक जीवन के लिए भी यह समय ज्‍यादा अच्‍छा नहीं रहने वाला है। परिवार में मतभेद उत्‍पन्‍न हो सकते हैं जिससे परिवार की शांति के भंग होने के संकेत हैं। वहीं अगर आपकी पहले से ही अपने जीवनसाथी के साथ अनबन चल रही है, तो आपको इस समय और ज्‍यादा संभलकर रहने की जरूरत है।

सूर्य के अपनी नीच राशि तुला में आने पर आप पर कोई झूठा आरोप लगा सकता है। पैसों को लेकर थोड़ा सतर्क रहें वरना फिजूलखर्चों की वजह से आप तंगी में आ सकते हैं।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.