जानें सूर्य का मीन राशि में गोचर का क्या होगा प्रभाव

वैदिक ज्योतिष में सूर्य को सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। यह एक ऐसा ग्रह है जिसके प्रभाव से पृथ्वी पर जीवन संभव हुआ है। यही वजह है कि कई धर्मों में सूर्य को देवता की संज्ञा दी जाती है। कुंडली में सूर्य की स्थिति बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है और इसके गोचर का भी व्यक्ति पर विशेष प्रभाव पड़ता है। 14 मार्च 2021 को सूर्य ग्रह मीन राशि में गोचर करने वाला है। आइए जानते हैं कि इस गोचर का क्या प्रभाव होगा। 

वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह

ज्योतिषीय दृष्टि से देखा जाए तो सूर्य एक अहम ग्रह है। हालांकि ज्योतिष में इसे क्रूर ग्रह की संज्ञा दी जाती है, बावजूद इसके भी यह व्यक्ति की कुंडली में बहुत अहम स्थान रखता है। सूर्य को मंगल की राशि मेष में उच्च का माना जाता है और शुक्र के स्वामित्व वाली तुला राशि में यह नीच अवस्था में होता है। यह तीन नक्षत्रों कृतिका, उत्तराषाढ़ा और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्रों का भी स्वामी ग्रह है। जिस जातक की कुंडली में सूर्य उच्च अवस्था में होता है उसको जीवन में बहुत कम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह आत्मविश्वास का कारक ग्रह है इसलिए कुंडली में यदि यह मजबूत है तो व्यक्ति का आत्मविश्वास बहुत ऊंचा होता है, वहीं इसकी नीच अवस्था व्यक्ति के अंदर आत्विश्वास की कमी लाती है। यह आत्मा, सरकारी कार्यो, नेतृत्व, चिकित्सा आदि का भी कारक ग्रह है, कुंडली के अलावा इसका गोचर भी महत्वपूर्ण महत्व रखता है। 

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कब है सूर्य का गोचर 

सूर्य देव का गोचर 14 मार्च रविवार को शाम 05 बजकर 55 मिनट पर मीन राशि में होगा। मीन सूर्य की मित्र राशि है। इसलिए कई मायनों में यह गोचर शुभ रहेगा।  

मीन राशि में सूर्य का गोचर प्रभाव

मीन राशि का स्वामी ग्रह बृहस्पति है जो सूर्य के साथ मित्रवत व्यवहार रखता है। सूर्य एक अग्नि तत्व राशि है वहीं मीन को जल तत्व की राशि माना जाता है। इसलिए इस गोचर से लोगों के जीवन में कुछ परिवर्तन देखने को अवश्य मिल सकते हैं। सूर्य के मीन राशि में प्रवेश होने से लोगों की धार्मिक प्रवृति में इजाफा हो सकता है और इस गोचर के दौरान कई लोग धार्मिक यात्राओं पर निकल सकते हैं। इसके साथ ही पारिवारिक जीवन में भी लोगों को अच्छे परिणाम मिलेंगे, खासकर पिता के साथ लोगों के संबंध इस दौरान सुधर सकते हैं। 

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मीन राशि के लोगों के साथ-साथ अन्य लोगों के नेतृत्व गुण में भी इस दौरान इजाफा हो सकता है। हालांकि कुछ लोगों का आत्म बल कमजोर होने की संभावना भी है। वैश्विक रूप से यह गोचर सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है। इस दौरान राजनीतिक उथल-पुथल में कुछ कमी आने की संभावना है। हड्डियों से संबंधित रोगों को लेकर लोगों को सावधान रहना होगा। सरकारी पदों पर कार्य करने वाले लोगों को इस दौरान शुभ फलों की प्राप्ति होगी। सूर्य को ऊर्जा का कारक ग्रह भी माना जाता है और यह अपनी शत्रु राशि कुंभ से निकलकर इस दौरान मीन राशि में प्रवेश करेंगे, इसलिए जिन लोगों को अपने अंदर ऊर्जा की कमी महसूस हो रही थी, सूर्य के मीन राशि में गोचर के बाद वो खुद को ऊर्जावान पा सकते हैं। लोगों की महत्वकांक्षाओं में भी इस दौरान वृद्धि देखने को मिलेगी। 

शेयर बाजार पर सूर्य के गोचर का असर 

सूर्य के मीन राशि में गोचर का प्रभाव शेयर मार्केट पर भी पड़ेगा। इस गोचर के तुरंत बाद चावल क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों की मांग तेजी से बढ़ सकती है। सोने और चांदी के दामों में इस गोचर के दौरान उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। चांदी 19, 25 तारीख को व्यापारियों को आकर्षित करेगी। कॉटन, टेक्सटाइल के शयरों में इस गोचर के कारण अस्थिरता देखने को मिल सकती है। 

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सूर्य को मजबूत करने के लिए करें यह उपाय 

कुंडली के अनुसार यदि सूर्य आपके लिए अनुकूल नहीं है तो आपको इससे जुड़े उपाय अवश्य करने चाहिए। इन उपायों को करने से आपका आत्मबल बढ़ेगा और जीवन में सकारात्मकता आएगी। सूर्य के उपाय नीचे बताए गए हैं। 

1. सूर्य को प्रतिदिन सूर्योदय के समय अर्घ्य दें। 

2. पिता और पितातुल्य लोगों का आदर करें। 

3. रविवार को गेहूं का दान करें। 

4. सूर्य ग्रह के बीज मंत्र ‘ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः’ का प्रतिदिन जाप करें। 

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