14 जनवरी को सूर्य का मकर राशि में गोचर; जानें सभी राशियों और देश-दुनिया पर इसका प्रभाव!

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सूर्य को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है और सौरमंडल में इसका प्रभुत्व है। जिस व्यक्ति पर सूर्य की कृपा हो जाए उसे जीवन में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। कुंडली में मेष राशि और सिंह राशि में सूर्य सर्वाधिक बलवान माने गए हैं और ऐसी स्थिति में जातक को सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि सूर्य की स्थिति का व्यक्ति के जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। सूर्य सिद्धांतों, प्रशासन और न्याय करने की क्षमता आदि का कारक हैं।

सूर्य का मकर राशि में गोचर देश और दुनिया में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। तो आइये एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि इस महत्वपूर्ण खगोलीय घटना से आपके जीवन और देश-दुनिया में क्या कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे।

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सूर्य का मकर राशि में गोचर: तिथि और समय 

सूर्य मकर राशि में गोचर करने जा रहे हैं, जो कि इनकी शत्रु राशि है। ऐसे में आपको करियर व आर्थिक मामलों में सकारात्मक व नकारात्मक दोनों तरह के परिणाम प्राप्त होंगे। इसके अलावा व्यापार में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। सूर्य की मजबूत स्थिति के बिना व्यक्ति के लिए सही निर्णय लेना बेहद मुश्किल हो सकता है। यदि जातक की कुंडली में सूर्य अच्छी स्थिति में हों तो उसे जीवन में अपार सफलता मिलती है और करियर में वह बुलंदियां हासिल करने में सक्षम होता है। इसके साथ ही जिन जातकों की कुंडली में सूर्य की मजबूत स्थिति होती है उनका किंग मेकर बनना तय होता है।

सूर्य का मकर राशि में गोचर 14 जनवरी 2023 को रात 08 बजकर 22 मिनट बजे होगा। आइए जानते हैं इस गोचर के प्रभावों बारे में।

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सूर्य का मकर राशि में गोचर: प्रभाव

मकर राशि के स्वामी शनि हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शनि और सूर्य एक-दूसरे के शत्रु ग्रह हैं। इस प्रकार मकर राशि में सूर्य और शनि की युति होने के कारण यह परिवर्तन चुनौतीपूर्ण हो सकता है। शनि पहले भाव के स्वामी हैं, जबकि सूर्य आठवें भाव के स्वामी हैं। ग्रहों की इस स्थिति से मिले-जुले परिणाम प्राप्त हो सकते हैं और जातक को जीवन के कई पहलुओं में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। 

मकर राशि में सूर्य स्थिति सामान्य है। शनि के साथ इसकी युति प्रतिकूल प्रभाव देगी। जिसके परिणामस्वरूप आर्थिक व करियर क्षेत्र में उतार-चढ़ाव आने की संभावना है। सकारात्मक तौर पर देखा जाए तो नौकरी और व्यवसाय के क्षेत्र में कई नए अवसर प्राप्त होने के योग बन रहे हैं। यदि इसका नकारात्मक पक्ष देखें तो खर्चों में वृद्धि हो सकती है और अच्छे परिणाम प्राप्त होने में देरी हो सकती है।  स्वास्थ्य पर भी इस गोचर का प्रभाव देखने को मिलेगा। आपको पैर में दर्द और आंखों से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

भारत और विश्व पर सूर्य के गोचर का प्रभाव

  • इस गोचर के दौरान नौकरी के क्षेत्र में और देश-दुनिया में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।
  • इसके अलावा आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे , जिससे वैश्विक स्तर पर भी धन प्रवाह में समस्या आ सकती है।
  • शेयरों में उछाल आएगी और इससे लोगों को लाभ मिलने की प्रबल संभावना है। 
  • सार्वजनिक उद्यम, एडमिनिस्ट्रेशन जैसे क्षेत्रों में औसत परिणाम मिल सकते हैं।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन जैसे देश बाधाएं उत्पन्न करते हैं, जिससे भारत प्रभावित हो सकता है।
  • गोचर के दौरान पड़ोसी देशों से रिश्ते कमजोर हो सकते हैं। व्यापार में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं, जिससे कामकाज भी ढीले हो सकते हैं।
  • नेवी और आर्मी जैसे क्षेत्र विकास के मामले में तेजी से आगे बढ़ेंगे।
  • इसके अलावा ब्रिटेन, रूस और जापान जैसे देशों पर इस गोचर के प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
  • सूर्य के गोचर के दौरान विभिन्न देशों में समझौते के मामले में कोई भी निर्णय लेने के लिए यह सही समय नहीं है।
  • भारत, अमेरिका और चीन जैसे देश स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं जैसे वायरल फीवर, जल जनित रोग, सूजन आदि से प्रभावित हो सकते हैं।
  • वहीं आर्थिक, सॉफ्टवेयर और एविएशन जैसे क्षेत्रों में अधिक सुधार देखने को मिलेगा।
  • कार, कृषि उद्योग जैसे क्षेत्रों में अच्छे व बुरे दोनों तरह के परिणाम मिलेंगे, जिसके लिए विश्व पहले से ही तैयार है।

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लोगों पर किस तरह से पड़ेगा सूर्य के गोचर का प्रभाव

  • जो लोग नौकरी के क्षेत्र में नए अवसरों की तलाश में हैं उन्हें इस गोचर के दौरान अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
  • इस गोचर के दौरान जो जातक व्यापार से जुड़े हैं, उन्हें औसत लाभ प्राप्त होने की संभावना है। आशंका है कि बाधाओं की वजह से आप अपने लक्ष्यों को भी प्राप्त करने में सक्षम नहीं हो पाएंगे।
  • जो लोग खानपान के व्यवसाय जैसे होटल, रेस्तरां से जुड़े हैं, उन्हें यह गोचर अनुकूल परिणाम देगा।
  • इस गोचर के दौरान जातकों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जैसे पैरों और जोड़ों में दर्द, आंखों में जलन आदि परेशान कर सकती हैं।
  • रहस्य विज्ञान में विशेष रुचि रखने वाले लोगों के लिए यह गोचर फलदायी रहने वाला है।

सूर्य गोचर 2023 का आर्थिक प्रभाव

सूर्य के मकर राशि में गोचर से आर्थिक क्षेत्र में औसत परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। यह गोचर अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत देता नजर नहीं आ रहा है। धन प्रवाह में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। इस गोचर के दौरान अगर आप निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो सोच-समझकर ही करें क्योंकि कई समस्याएं आ सकती हैं। साथ ही धन का प्रवाह भी बाधित होने की आशंका है। इस गोचर के दौरान मैन्युफैक्चरिंग और ऑटोमोबाइल क्षेत्रों को अधिक लाभ मिलेगा। कुल मिलाकर सूर्य के गोचर से सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के परिणाम प्राप्त होंगे।

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सूर्य गोचर का स्वास्थ्य पर प्रभाव

सूर्य का गोचर वृश्चिक, कर्क, सिंह, मेष, तुला, वृश्चिक आदि राशियों के जातकों पर प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में इन राशि के जातकों को अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। कर्क, सिंह और तुला राशि के जातकों को स्वास्थ्य से संबंधित कुछ समस्याएं जैसे उच्च रक्तचाप, पीठ दर्द और तनाव का सामना करना पड़ सकता है। 

कर्क राशि के जातकों को पैर में दर्द हो सकता है, जबकि वृश्चिक राशि जिसका स्वामी मंगल है, उन्हें उच्च रक्तचाप की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, जिसके कारण नींद न आने की परेशानी हो सकती है। ऐसे में सूर्य के गोचर के दौरान आपको खुद पर अधिक ध्यान देने की सलाह दी जाती है।

सूर्य का मकर राशि में गोचर: सामान्य भविष्यवाणी

मकर राशि में सूर्य का गोचर जातकों को व्यवसाय व व्यापार के क्षेत्र में अच्छे मौके देगा। इसके साथ ही जातकों को करियर के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं और जो जातक प्रमोशन पाने की इच्छा रखते है उन्हें इस गोचर के दौरान अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। कुछ जातकों को विदेश यात्रा के मौके मिल सकते हैं। कारोबार और व्यापार में नए निवेश के बारे में आप विचार बना सकते हैं। इसके अलावा जातकों के जीवन में धन का प्रवाह निरंतर बना रहेगा, लेकिन बचत की गुंजाइश नजर नहीं आ रही है।

स्वास्थ्य की बात करें तो कमर दर्द, तंत्रिका तंत्र और पाचन संबंधी समस्याएं बनी रह सकती हैं। व्यापार में साझेदारी से आपको बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।

उपाय

  • प्राचीन ग्रंथ आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
  • प्रतिदिन 21 बार “ॐ भास्कराय नमः” मंत्र का जाप करें।
  • रविवार के दिन सूर्य ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।

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