कुंडली में शुक्र ग्रह को इन उपायों से करें बलवान, मिलेगा सुख-संपत्ति और समृद्धि का वरदान

व्यक्ति का जीवन और सौरमंडल के ग्रहों का ख़ास रिश्ता होता है। तभी तो ज्योतिष के अनुसार माना गया है कि, यदि व्यक्ति की कुंडली में कोई ग्रह किस स्थिति, किस दशा, किस ग्रह के साथ मौजूद होता है इसके अनुसार ही व्यक्ति को जीवन में शुभ-अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। शुभ स्थिति में मौजूद ग्रह रंक को राजा बना सकता है तो वहीं अशुभ स्थिति में कोई ग्रह मौजूद हो तो इससे व्यक्ति को नकारात्मक परिणाम भी झेलने पड़ सकते हैं।

इससे पहले आचार्य कमल शर्मा ने हमें यह बताया था कि कुंडली में मज़बूत बुध और बृहस्पति के क्या फायदे होते हैं और इन ग्रहों को मज़बूत कैसे किया जा सकता है। अब इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए आज जानते हैं कि कुंडली में शुक्र ग्रह मज़बूत हो तो व्यक्ति को क्या परिणाम मिलते हैं, यदि यह ग्रह अशुभ स्थिति या दुर्बल अवस्था में हो तो क्या कुछ नुक्सान उठाने पड़ते हैं, शुक्र ग्रह को मज़बूत करना क्यों ज़रूरी होता है, और इसे मज़बूत करने के लिए क्या कुछ  उपाय किये जा सकते हैं इसकी भी जानकारी आपको इस ब्लॉग में प्रदान की जा रही है।

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कुंडली में मज़बूत शुक्र से मिलने वाला फल 

ज्योतिष में शुक्र ग्रह को एक शुभ ग्रह माना गया है। जहाँ एक तरफ ग्रहों में बुध और शनि ग्रह शुक्र के मित्र ग्रह माने जाते हैं वहीं दूसरी तरफ सूर्य और चंद्रमा इसके शत्रु ग्रह माने जाते हैं। 

शुक्र दैत्यों के गुरु हैं इस ग्रह को भृगुनंदन भी कहते हैं क्योंकि यह भृगु ऋषि का पुत्र हैं। वीर्य पर शुक्र का विशेष आधिपत्य है और यह दक्षिण दिशा का स्वामी भी हैं। 

यदि यह ग्रह जन्म कुंडली में अशुभ स्थिति में या दुर्बल स्थिति में हो तो जीवन यापन में किन-किन वस्तुओं में नुकसान होगा और किन-किन चीजों में अधिक लाभ होगा आइए जानते हैं।

जानते हैं की जन्म कुंडली में मजबूत एवं शुभ स्थिति में स्थित शुक्र ग्रह से होने वाले लाभ

  • ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार जिन व्यक्तियों के जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह बलवान अवस्था में होता है ऐसे व्यक्तियों को संपत्ति, सवारी, भूषण, निधि ,(गुप्त धन या एकत्रित करके रखा हुआ ढेर सारा धन), वस्त्र (श्वेत वस्त्र स्वच्छ वस्त्र सौंदर्य पर वस्त्र) आदि प्राप्त होते हैं। 
  • ऐसे जातक नाचना, गाना, बजाना, मॉडलिंग, जैसे फिल्मी करियर और डायरेक्टर या फिर प्रोड्यूसर बनते हैं। 
  • इन्हें सुगंधी पुष्प सेंट, स्त्री, पुरुष प्रसंग, सैया सुख और उससे संबंधित व्यापार, सुंदर मकान, का सुख प्राप्त होता है। 
  • ऐसे व्यक्ति वैभवशाली होते हैं, इन्हें कविता लिखना या कविता पाठ करना या कवि होना, भोग विलास का सुख मिलना, मिनिस्टर आदि का उच्च पद प्राप्त होना बेहद आसान हो जाता है। 
  • सरस उक्ति यानी किसी भी बात को बोलते समय पंक्तिबद्ध होकर बोलना, शुभ कर्म उत्सव आदि में शामिल होना। 
  • पुरुष की जन्मकुंडली हो तो शुक्र पत्नी का कारक होता है। 

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शुक्र ग्रह के कमजोर व खराब होने से क्या क्या परेशानियां हो सकती है

शुक्र ग्रह के खराब होने से रक्त की कमी के कारण होने वाली बीमारियां जैसे पीलिया आदि,कफ और वायु के दोष से नेत्र संबंधित रोग, मूत्र रोग, वीर्य की कमी, गुप्त इंद्रियों में सूजन, पति पत्नी के समागम में कमियां, शरीर का सूखना, योगिनी यक्षिणी, एवं मातृ गण से दुःख, शुक्र के खराब या कमजोर होने के कारण मित्रों से मित्रता भी टूट जाती है।

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कुंडली में शुक्र को बलवान बनाने के लिए वैदिक उपाय

  • यदि शुक्र ग्रह के कमजोर होने से आपको धन प्राप्ति में समस्या है तो शुक्रवार को आप माता लक्ष्मी की पूजा धूप, दीप, नैवेद्य, के साथ करें।
  • चांदी की कटोरी में सफेद चंदन, सफेद पत्थर का टुकड़ा रखकर शयन कक्ष (सोने वाले कमरे में रखें)।
  • चंदन की अगरबत्ती या धूप बत्ती जलाएं (अगरबत्ती में उत्तम प्रकार का इत्र लगाकर भी जलाया जा सकता है)।
  • शुक्र ग्रह का शुभ फल प्राप्त करने के लिए घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाएं।
  • सफेद फूलों वाले पौधे घर में या घर के आस-पास लगाएं।
  • क्रीम रंग के कपड़े में चांदी के (चौरस) चौकोर टुकड़े पर शुक्र यंत्र बनवाकर अपने पास रखा करें।
  • शुक्रवार को श्री दुर्गा जी का पूजन करें और 5 कन्याओं की पूजा करें। कन्याओं को खीर आदि श्वेत मिष्ठान खिलाएं व श्वेत वस्तुएं दान करें। 
  • सफेद रंग के पत्थर पर चंदन लगाकर बहते हुए पानी में बहा दें।
  • चांदी के टुकड़े पर शुक्र यंत्र बनवाकर रेशमी वस्त्र में लपेटकर शुक्रवार को नीम के वृक्ष के नीचे दबा दें।
  • शुक्र ग्रह को बलवान करने के लिए हीरा अपने दाहिने हाथ के कनिष्ठिका (हाथ की सबसे छोटी अंगुली) में धारण करें। अगर हीरा धारण ना कर पाएं तो आप अमेरिकन डायमंड या जरकन धारण कर सकते हैं। व्यक्तिगत परामर्श के लिए विद्वान ज्योतिषियों से जुड़ने का शानदार विकल्प है एस्ट्रोसेज वार्ता। 
  • सर्पोंक का जड़ भी शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए धारण किया जा सकता है। व्यक्तिगत परामर्श के लिए विद्वान ज्योतिषियों से जुड़ने का शानदार विकल्प है एस्ट्रोसेज वार्ता। 

लाल किताब के उपाय

  • विधवाओं से धन ना लें व उनकी सहायता करें।
  • गरीबों को सूखी सब्जी व अच्छी रोटी खिलाएं तथा यथा शक्ति धन दें।
  • दूध, दही, घी, कपूर, सफेद फूल, सफेद मोती, को धर्म स्थान में दान दें।
  • सफ़ेद गाय को हरी घास खिलाएं और उसकी सेवा करें।
  • अपने भोजन का एक हिस्सा निकालकर गाय को खिलाएं।
  • एकाक्षरी बीज मंत्र ‘ॐ शुं शुक्राय नम:’
  • तांत्रिक मंत्र ‘ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:’
  • वैदिक मंत्र ‘ॐ अन्नात्परिस्त्रुतो रसं ब्रह्मणा व्यपिबत्क्षत्रं पय: सोमं प्रजापति:। ऋतेन सत्यमिन्द्रियं विपान शुक्रमन्धस इन्द्रस्येन्द्रियमिदं पयो अमृतं मधु।।’ इन मंत्रों का प्रातः 108 बार जाप करने से आपके शुक्र ग्रह बलवान होकर शुभ फल देने वाले होंगे। 
  • शुक्र के मूल मंत्र का जप सूर्योदयकाल में 16,000 जप 40 दिन में करें। 

व्यक्तिगत परामर्श के लिए आचार्य कमल शर्मा से फोन/चैट के माध्यम से जुड़ें

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