शनि त्रयोदशी 2024: इस दिन आसान उपायों से दूर होंगे शनि की साढ़ेसाती के अशुभ प्रभाव

योतिषशास्‍त्र में शनि देव को कर्म का कारक माना गया है। शनि देव जातक को उसके कर्मों के आधार पर फल देते हैं और इन्‍हें न्‍याय का देवता भी कहा जाता है जो मेहनत करने वाले लोगों को उनके परिश्रम का फल जरूर देते हैं।

शनि व्‍यक्‍ति को अनुशासन में रहना भी सिखाते हैं। जिस व्‍यक्‍ति पर शनि देव की कृपा होती है, वह व्‍यक्‍ति जिम्‍मेदार बनता है और वह अपने भाग्‍य पर भरोसा करने के बजाय मेहनत करने पर विश्‍वास करता है। शनि देव की कृपा पाने और उन्‍हें प्रसन्‍न करने के लिए शनि त्रयोदशी 2024 की तिथि को भी बहुत शुभ माना जाता है और इस ब्‍लॉग में हम आपको इस विशेष तिथि के बारे में विस्‍तार से बताने जा रहे हैं।

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कब है शनि त्रयोदशी 2024

06 अप्रैल, 2024 को शनिवार के दिन शनि त्रयोदशी पड़ रही है। प्रदोष पूजा का मुहूर्त 06 अप्रैल को शाम 06 बजकर 42 मिनट से लेकर रात्रि 08 बजकर 58 मिनट तक है। पूजन का समय दो घंटे 16 मिनट का रहेगा। 06 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 21 मिनट से त्रयोदशी तिथि आरंभ होगी और इसका समापन 07 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 56 मिनट पर होगा।

ज्‍योतिष की दृष्टि से यह दिन बहुत ही ज्‍यादा शुभ रहने वाला है क्‍योंकि इस दिन दो मंगलकारी योग बन रहे हैं। 06 अप्रैल को 06 बजकर 14 मिनट से लेकर 07 अप्रैल की सुबह 02 बजकर 19 मिनट तक शुक्‍ल योग रहेगा। इसके साथ ही 06 अप्रैल की सुबह 06 बजकर 14 मिनट तक शुभ योग रहेगा और इस योग की शुरुआत 05 अप्रैल को सुबह 09 बजकर 54 मिनट पर होगी।

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वैदिक ज्‍योतिष में शुभ एवं शुक्‍ल योग का महत्‍व

06 अप्रैल को शनि त्रयोदशी के दिन शुभ योग बन रहा है जिसे ज्‍योतिष में अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण माना जाता है। 27 योगों में से शुभ योग 23वें स्‍थान पर आता है। य‍ह पवित्र और मंगलकारी योग है जो आर्थिक लाभ प्रदान करता है। इस योग में शुरू किए गए कार्य जरूर सफल होते हैं।

शुक्‍ल योग में जन्‍म लेने वाले जातक ईमानदार और बुद्धिमान होते हैं। इनकी वेदों का ज्ञान प्राप्‍त करने में रुचि होती है और ये लोग रचनात्‍मक गुण रखते हैं। ये जातक बहुत साहसी होते हैं और इनकी उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त करने में रुचि होती है।

आगे जानिए शनि त्रयोदशी का क्‍या महत्‍व है और इस दिन आप किस तरह से शनि देव का आशीर्वाद प्राप्‍त कर सकते हैं।

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शनि त्रयोदशी 2024 का महत्‍व

शनि पूजन के लिए इस दिन को अत्‍यंत शुभ माना जाता है और श्रद्धालुओं को शांति एवं संपन्‍नता का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन शनि देव की पूजा करने से व्‍यक्‍ति को जानलेवा दुर्घटनाओं से सुरक्षा प्राप्‍त होती है। यदि किसी व्‍यक्‍ति को अपनी कुंडली में शनि की अशुभ स्थिति के कारण बुरे प्रभाव मिल रहे हैं और जो लोग शनि की साढ़ेसाती, अष्‍टम शनि या शनि की अंर्तदशा से गुज़र रहे हैं, उन्‍हें शनि देव को प्रसन्‍न करने के लिए इस त्रयोदशी पर पूजन अवश्‍य करना चाहिए।

शनि त्रयोदशी पर क्‍या करना चाहिए

  • शनि देव के कुप्रभाव से बचने के लिए इस त्रयोदशी तिथि पर शनि देव का पूजन जरूर करें।
  • श्रद्धालु इस दिन व्रत भी रख सकते हैं।
  • शनि त्रयोदशी पर शनि दोष पूजा या शनि शांति पूजा करवाना भी लाभकारी रहता है।
  • आप इस तिथि पर गरीब लोगों को काले रंग के कपड़े बांटें।
  • कौओं को दाना दें और जरूरतमंद एवं गरीब लोगों को खाना खिलाएं।

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शनि त्रयोदशी 2024 के पूजन से क्‍या लाभ मिलता है

इस विशेष तिथि पर शनि देव की पूजा करने से पाप से मुक्‍ति मिलती है और शनि देव से मिल रहे अशुभ प्रभाव भी दूर होते हैं। पिछले जन्‍म के बुरे कर्मों से मुक्‍ति पाने के लिए भी इस दिन शनि देव की पूजा कर सकते हैं। इस दिन पूजन करने वाले जातकों को उत्‍तम स्‍वास्‍थ्‍य और संपन्‍नता की प्राप्ति होती है। शनि देव अपने भक्‍तों को बीमारियों से भी बचाते हैं और उनके शत्रुओं का नाश करते हैं।

शनि त्रयोदशी 2024 के लिए ज्‍योतिषीय उपाय

इस दिन आप कुछ ज्योतिषीय उपायों की सहायता से शनि देव को प्रसन्‍न एवं उनके अशुभ प्रभावों को कम कर सकते हैं।

  • शनि त्रयोदशी के दिन आप शनि देव की मूर्ति का तेल से अभिषेक जरूर करें।
  • शनि को प्रसन्‍न करने के लिए इस तिथि पर थोड़े काले चने लें, 100 ग्राम अदरक के तेल का पैकेट लें, एक किलो कोयला लें, एक काले रंग का रिबन, 8 लोहे की कीलें और कुछ नैवेंद्यम लेकर उसे मंदिर के पुजारी जी को दान में दें। आप इसे बहते हुए जल में भी प्रवाहित कर सकते हैं।
  • इस दिन तेल, चमड़ा, छतरी और नैवेद्यम खरीदने से बचें।
  • गरीब लोगों को नमक के साथ चावल बांटें।
  • शनि त्रयोदशी पर शनि देव के मंत्र का जाप जरूर करें – ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्‍चराय नम:।।

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शनि देव की प्रिय राशियां

राशिचक्र की 12 राशियों में से कुछ राशियां ऐसी हैं जो शनि देव को अतिप्रिय हैं और इस ब्‍लॉग के ज़रिए आप उन भाग्‍यशाली राशियों के बारे में जान सकते हैं। तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि शनि देव को कौन-सी राशियां प्रिय हैं और किन राशियों पर शनि देव की विशेष कृपा रहती है।

तुला राशि

शनि देव को तुला राशि वाले जातक बहुत प्रिय हैं। इस राशि में शनि के शुभ स्थिति में होने पर तुला राशि के लोगों को हमेशा अच्‍छे परिणाम ही प्राप्‍त होते हैं। ये जातक मेहनती, दयालु और ईमानदार होते हैं। शनि देव की कृपा से ये अपने प्रयासों में सफल होते हैं और इनका जीवन सुख-शांति एवं संपन्‍नता से भरा रहता है।

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मकर राशि

मकर राशि के स्‍वामी ग्रह शनि देव ही हैं। इस राशि के लोगों को निरंतर शनि देव का आशीर्वाद और कृपा मिलती रहती है। ये महत्‍वाकांक्षी होते हैं और अपने लक्ष्‍यों को पाने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं। इन्‍हें अपने हर कार्य में भाग्‍य का साथ मिलता है और इनके मार्ग में कोई रुकावट या बाधा नहीं आती है। शनि देव मकर राशि के लोगों को दृढ़ निश्‍चयी और मेहनती बनाते हैं।

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कुंभ राशि

कुंभ राशि के स्‍वामी ग्रह भी शनि देव ही हैं। इस राशि के लोग गुणवान, ईमानदार और धैर्यवान होते हैं। इन्‍हें अपने जीवन में आर्थिक कष्‍ट कम ही देखने को मिलते हैं। शनि की कृपा से कुंभ राशि के लोगों को अपने कार्यों में सफलता मिलती है। इन्‍हें समाज में मान-सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा प्राप्‍त होती है।

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