भगवान शनि का ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्व है। शनि देव को वैदिक ज्योतिष में नवग्रह में स्थान प्राप्त है। वे भगवान सूर्य और छाया के पुत्र हैं। भगवान शनि को तीनों लोकों का न्यायाधीश माना जाता है। मान्यता है कि भगवान शनि सभी जातकों को उसके कर्म के अनुसार फल देते हैं। हालांकि वैदिक ज्योतिष में शनि को एक पापी ग्रह की संज्ञा दी जाती है और आम लोगों के बीच यह धारणा भी है कि शनि हमेशा लोगों का नुकसान ही करते हैं लेकिन ये बात अर्ध-सत्य है। शनि यदि किसी जातक की कुंडली में शुभ स्थान पर बैठे हों तो वे शुभ फल भी प्रदान करते हैं।
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यही वजह है कि देश में कई जगहों पर शनि की पूजा भी होती है और उनके मंदिर भी हैं। अब साल 2021 के 10 जून को शनि जयंती का पर्व है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान शनि का जन्म हुआ था। ऐसे में हम आज आपको इस लेख में शनि जयंती के दिन भगवान शनि को प्रसन्न करने के उपाय बताने वाले हैं जिसे कर आप शनि देवता की विशेष कृपा के पात्र बन सकते हैं। यदि आपकी कुंडली में शनि देवता अशुभ स्थान पर बैठे हों या फिर शनि की साढ़े साती अथवा ढैया चल रही हो तो आपको ये उपाय जरूर अपनाने चाहिए। लेकिन इन सब से पहले शनि जयंती से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी हम आपके साथ साझा कर देते हैं।
शनि जयंती 2021 : तिथि और मुहूर्त
प्रत्येक वर्ष शनि जयंती का पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ महीने की अमावस्या को मनाया जाता है। इस साल यानी कि साल 2021 में यह पर्व 10 जून को गुरुवार के दिन है।
अमावस्या प्रारम्भ : 09 जून,2021 को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से
अमावस्या समापन : 10 जून,2021 को शाम 04 बजकर 22 मिनट पर
शनि जयंती पर शनि देवता को प्रसन्न करने के उपाय
पहला उपाय : शनि जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण कर भगवान शनि की पूजा अर्चना करने के बाद व्रत का संकल्प लें। इस दिन फलाहार पर रहें। अगर ज्यादा समस्या हो तो सेंधा नमक का उपयोग कर सकते हैं। शनि देवता की आप पर कृपा होगी।
दूसरा उपाय : सनातन धर्म में दान का विशेष महत्व है। ऐसे में शनि जयंती के दिन शनि देवता से जुड़ी चीजों का दान कर के भी आप शनि देवता की कृपा दृष्टि हासिल कर सकते हैं। शनि जयंती के दिन आप जरूरतमंद लोगों को तेल, काला तिल, काली उड़द, काला वस्त्र, लोहा, काला कंबल, चमड़े के जूते, आदि का दान कर सकते हैं।
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तीसरा उपाय : शनि जयंती के दिन भगवान शिव या भगवान हनुमान जी की भी अवश्य पूजा करें। इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी शनि देवता के प्रकोप से छुटकारा मिलता है।
चौथा उपाय : शनि जयंती के पावन अवसर पर रामायण के सुंदरकांड का पाठ करें। इससे कुंडली में शनि देवता से जुड़ी समस्याओं से आपको राहत मिलेगी।
पांचवा उपाय : किसी नदी में शनि जयंती के दिन एक अखंड नारियल को प्रवाहित करें। इससे आपके जीवन में सुख-शांति आएगी।
छठा उपाय : एक कटोरी तिल का तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखें। इसके बाद उस तेल को कटोरी समेत शनि मंदिर में दान कर दें।
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