जुलाई में भी शनि-गुरु की वक्री चाल, जानें राशि अनुसार इसका असर

वैदिक ज्योतिष में किसी भी ग्रह के वक्री होने की प्रक्रिया को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। वक्री होना एक प्रक्रिया है जिसमें कोई भी ग्रह उल्टी चाल चलता हुआ ‘प्रतीत’ होता है। जब कोई भी ग्रह वक्री चाल आरंभ करता है तो उसका प्रभाव भी जातकों की कुंडली में बढ़ जाता है। मसलन यदि कोई ग्रह किसी जातक की कुंडली में नकारात्मक या सकारात्मक फल देने की स्थिति में है तो उस ग्रह की वक्री अवस्था में जातक के जीवन पर उस ग्रह की वजह से पड़ने वाले नकारात्मक या सकारात्मक प्रभाव भी बढ़ जाते हैं। 

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अब चूंकि शनि और बृहस्पति जैसे महत्वपूर्ण ग्रह वक्री दशा में चल रहे हैं और जुलाई महीने की शुरुआत होने ही वाली है। ऐसे में यह देखना काफी ही रोचक रहेगा कि शनि और बृहस्पति की वक्री चाल से जुलाई के महीने में सभी 12 राशियों पर क्या असर पड़ने वाला है लेकिन उससे पहले एक नजर बृहस्पति और शनि पर डाल लेते हैं।

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वैदिक ज्योतिष में शनि और वक्री चाल

वैदिक ज्योतिष में शनि को पापी ग्रह की संज्ञा दी जाती है हालाँकि कोई भी ग्रह अपनी स्थिति के अनुसार ही फल देता है। शनि किसी भी जातक की कुंडली में दुख, रोग, खनिज, पीड़ा, लोहा, विज्ञान आदि का कारक माना गया है। सभी 12 राशियों में शनि मकर और कुम्भ राशि के स्वामी माने गए हैं। वहीं 27 नक्षत्रों के बीच शनि का पुष्य, अनुराधा और उत्तराभाद्रपद नक्षत्र पर आधिपत्य है। तुला राशि में शनि उच्च होते हैं जबकि मेष राशि में यह नीच हो जाते हैं।

कब वक्री हुए शनि : शनि देवता अपने गोचर की अवधि का लगभग 36 प्रतिशत हिस्सा वक्री रह कर ही गुजारते हैं। फिलहाल शनि मकर राशि में हैं और 23 मई, 2021 को वो इसी राशि में वक्री हो गए थे। शनि की यह वक्री चाल 11 अक्टूबर 2021 तक रहेगी।

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वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति और वक्री चाल

वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को सभी ग्रहों के बीच गुरु का स्थान प्राप्त है। यही वजह है कि बृहस्पति को गुरु भी कहा जाता है। सभी 12 राशियों में बृहस्पति धनु और मीन राशि के स्वामी हैं। वहीं 27 नक्षत्रों के बीच पुनर्वसु, विशाखा और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र पर बृहस्पति का आधिपत्य है। चंद्रमा के स्वामित्व वाली राशि कर्क में गुरु उच्च होते हैं और शनि के स्वामित्व वाली राशि मकर में वे नीच हो जाते हैं। किसी भी जातक की कुंडली में बृहस्पति शिक्षा, शिक्षक, संतान, धर्म-कर्म, ज्ञान, बड़े भाई इत्यादि का कारक माना गया है।

कब वक्री हुए गुरु : गुरु अपने 13 महीने के गोचर की अवधि के दौरान लगभग चार महीने वक्री अवस्था में ही रहते हैं। साल 2021 में 20 जून को बृहस्पति देवता कुम्भ राशि में वक्री हो गए थे। 18 अक्टूबर 2021 को वे दोबारा मार्गी हो जाएंगे।

आइये अब जानते हैं कि जुलाई महीने में इन दो ग्रहों के वक्री होने से सभी बारह राशियों पर क्या असर पड़ने वाला है।

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जुलाई 2021 में इन वक्री ग्रहों का बारह राशियों पर क्या रहेगा असर?

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए यह समय करियर के नजरिए से बदलाव का समय सिद्ध होगा। नौकरी में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। वहीं आर्थिक जीवन के लिहाज से इस महीने आपको धन खर्च करते हुए सावधानी बरतने की आवश्यकता है, अन्यथा महीने के अंत में स्वयं को आर्थिक लिहाज से कमजोर पा सकते हैं। व्यावसायिक जीवन में सकारात्मक फल प्राप्त होंगे जिससे मन प्रसन्न रह सकता है। वे जातक जो उच्च शिक्षा हासिल करने की इच्छा रखते हैं, उन्हें इस अवधि में सफलता मिल सकती है।

उपाय : विशेष रूप से मंगलवार के दिन सुंदरकांड पाठ का पाठ करें। 

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए यह अवधि सकारात्मक बदलाव की अवधि सिद्ध हो सकती है। इस दौरान करियर में तरक्की या फिर मनचाहे स्थानांतरण के योग बन रहे हैं। रुके हुए कार्यों में तेजी आने की संभावना है जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। स्वास्थ्य बेहतर रह सकता है। व्यावसायिक जीवन में भी अच्छे नतीजे हासिल हो सकते हैं। इस महीने किसी प्रकार की यात्रा पर जा सकते हैं।

उपाय : तुलसी के पौधे का पोषण करें और शाम को तुलसी जी के सामने दीपक जलाएं।

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मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए यह महीना थोड़ा मुश्किल भरा रह सकता है। इस दौरान आपको थोड़ी सी भी सफलता हासिल करने के लिए अत्याधिक मेहनत करनी पड़ सकती है जिससे मन खिन्न हो सकता है। नौकरी व व्यवसाय में कोई न कोई नयी परेशानी आती रह सकती है जिसकी वजह से मानसिक तनाव बढ़ सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि इस महीने आप सोच-समझ कर धन खर्च करें अन्यथा कमजोर आर्थिक स्थिति की वजह से कर्ज़ लेने की नौबत आ सकती है। हालांकि परिवार और मित्रों का पूरा सहयोग मिलने की संभावना है जिससे आप अपनी कई परेशानियों को दूर कर पाएंगे। वहीं वे जातक जो उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते हैं, उनके लिए यह बेहतर समय है।

उपाय : बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें बूंदी के लड्डू अर्पित करें। 

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए यह समय मिश्रित परिणाम देने वाला साबित होगा। जुलाई महीने के शुरुआती हफ्ते में आप व्यर्थ के मानसिक तनाव से ग्रस्त रह सकते हैं। हालांकि महीने का अंत होते-होते स्थिति में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकता है। इस दौरान आपको स्वयं के स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने की जरूरत है। थोड़ी सी भी समस्या होने पर अनदेखा न करते हुए चिकित्सीय परामर्श जरूर लें। कार्यक्षेत्र और व्यवसाय में सामान्य से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। हालांकि इस दौरान कुछ जरूरी कार्यों में व्यर्थ की देरी होने से आप परेशान रह सकते हैं। परिवार में किसी भी सदस्य से बात करते हुए वाणी पर संयम रखें।

उपाय : सोमवार के दिन शिवलिंग पर दूध और चीनी अर्पित करें। 

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए यह समय बेहतर रहने की संभावना है। स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिल सकता है जिससे मन प्रसन्न रह सकता है और आप अपने अंदर ऊर्जा महसूस कर सकेंगे। धन संचय करने में संतोषजनक सफलता मिल सकती है जिससे आर्थिक स्थिति सामान्य से बेहतर रह सकती है। सिंह राशि के जातक कार्यक्षेत्र में इस महीने अच्छा प्रदर्शन करते नजर आ सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी सकारात्मक नतीजे मिलने की संभावना है। संतान पक्ष की तरफ से किसी प्रकार की खुशखबरी मिल सकती है जिससे मन प्रसन्न रह सकता है।

उपाय : दिन में 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें

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कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों को सलाह दी जाती है कि इस महीने कोई भी महत्वपूर्ण फैसला लेने से पहले काफी सोच-विचार लें अन्यथा नुकसान उठाना पड़ सकता है। स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने की जरूरत है। वाहन चलते वक़्त अतिरिक्त सावधानी बरतें। इस महीने कार्य में कई बाधाएँ आ सकती है लेकिन आप उसे अपनी मेहनत व लगन से दूर करने में भी सफल रहेंगे। कार्यक्षेत्र में पदोन्नति के योग बन रहे हैं। वहीं मुमकिन है कि आपको किसी प्रकार की यात्रा पर जाना पड़े। व्यावसायिक जीवन में मिश्रित परिणाम मिल सकते हैं।

उपाय : प्रतिदिन श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करें।

तुला राशि

तुला राशि के जातक इस महीने अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार का सेवन करें। वहीं आर्थिक जीवन के लिहाज से यह समय आपके अनुकूल रहने की संभावना है। परिवार, मित्रा व रिशतेदारों का भरपूर सहयोग प्राप्त हो सकता है जिससे मन प्रसन्न रहेगा। कार्यक्षेत्र में भी आपका प्रदर्शन इस महीने बढ़िया रहने की संभावना है। हालांकि स्वभाव में उग्रता देखने को मिल सकती है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि सहकर्मियों से बात करते हुए ठंडे दिमाग से काम लें। वहीं वैवाहिक जीवन में नोंक-झोंक की स्थिति बनी रह सकती है जिससे मानसिक तनाव बढ़ सकता है।

उपाय :माँ पार्वती की पूजा करें और देवी को श्रृंगार अर्पित करें। 

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातक इस महीने अपना ज़्यादातर समय परिवार के साथ गुजारते नजर आ सकते हैं। हालांकि आशंका है कि इस दौरान आपका अपने पिता या बड़े भाई-बहन से किसी बात को लेकर विवाद हो सकता है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि आप किसी भी विवाद के दौरान वाणी पर संयम रखें। करियर के लिहाज से यह समय आपके लिए बेहतर सिद्ध हो सकता है, सकारात्मक बदलाव से मन प्रसन्न रह सकता है। इस महीने आप धन संचय की कोशिश में सफल रह सकते हैं जिसकी वजह से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आने की संभावना है। स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं। इस दौरान आप किसी मंगल कार्य में व्यस्त नजर आ सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि कोई भी महत्वपूर्ण फैसला लेने से पूर्व घर के बड़ों से सुझाव अवश्य लें।

उपाय : मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें और भगवान को सिंदूर चढ़ाएं।

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धनु राशि

धनु राशि के जातकों को इस महीने अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है अन्यथा वे खुद को असहज परिस्थितियों में फंसा हुआ पा सकते हैं। यह महीना आपके करियर में किसी प्रकार का बड़ा बदलाव लेकर आ सकता है। स्थान परिवर्तन के भी योग बन रहे हैं। वहीं कार्यक्षेत्र में कुछ न कुछ समस्या आती रह सकती है जिसकी वजह से मन परेशान रहने की आशंका है। परिवार में किसी सदस्य के खराब स्वास्थ्य को लेकर चिंता बनी रह सकती है। किसी मित्र अथवा रिश्तेदार से किसी बात को लेकर रिश्ते खराब हो सकते हैं जो कि आपके लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है।

उपाय : अपने बड़ों और शिक्षकों का सम्मान करें और उनका आशीर्वाद लें।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए यह समय जीवन में सकारात्मक बदलाव लेकर आ सकता है। लंबे समय से चली आ रही कार्यक्षेत्र की किसी समस्या से निजात मिल सकता है। वहीं कार्यक्षेत्र में पदोन्नति के भी योग बन रहे हैं। वेतन वृद्धि होने की भी संभावना है जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। सहकर्मियों द्वारा कार्य में पूरा सहयोग मिलने की उम्मीद है जिसकी वजह से कार्यक्षेत्र में आप बेहतर प्रदर्शन करते नजर आ सकते हैं। समाज में अपने कार्य की वजह से आपको किसी प्रकार का सम्मान मिल सकता है जिसकी वजह से समाज में आपका कद और भी ऊंचा होगा। वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी के साथ नज़दीकियाँ बढ़ सकती हैं।

उपाय : प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए यह अवधि स्वास्थ्य के प्रति विशेष तौर पर सजग रहने की अवधि है। इस दौरान कसरत व योग आदि की मदद से आप स्वयं को स्वस्थ रख सकते हैं। आर्थिक स्थिति सामान्य बनी रहेगी। वहीं इस महीने आप धर्म-कर्म व अध्यात्म से जुड़े कार्य में रुचि ले सकते हैं। जीवन में आलस्य बढ़ने की आशंका है जिसका नकारात्मक असर आपके कार्यक्षेत्र पर भी पड़ेगा। भ्रम की स्थिति बनी रह सकती है। ऊर्जा की कमी महसूस कर सकते हैं।

उपाय : अपने मन को शांत करने और सहनशक्ति बढ़ाने के लिए योग और ध्यान का अभ्यास करें 

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए यह समय शुभ रहने की संभावना है। इस दौरान आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हो सकती है जिसकी वजह से आप मानसिक तौर पर सुकून महसूस कर सकेंगे। करियर के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव से मन प्रसन्न रहने की संभावना है। वहीं इस महीने यदि आप किसी कार्य को लेकर सही दिशा में प्रयास करेंगे तो आपको उस कार्य में पूरी सफलता मिलने की संभावना है। इस अवधि में आप अपनी वाणी की कुशलता से अपने कई कार्य को दूसरों की मदद से पूरा करवा पाने में सफल रह सकते हैं। पूर्व में बनाए गए संपर्कों की मदद से व्यापार में मदद मिल सकती है।

उपाय : प्रतिदिन 108 बार ‘ॐ गुं गुरुवे नमः’ का जाप करें।

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