इस दिन मनाई जाएगी रंग पंचमी, जान लें इस दिन का महत्व और मुहूर्त

29 मार्च को होली का त्यौहार मनाया जाएगा और इसके बाद 2 अप्रैल 2021 यानी शुक्रवार के दिन रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जाएगा। रंग पंचमी का त्यौहार देवताओं की होली कही जाती है। भारत के कुछ हिस्सों जैसे मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में रंग पंचमी का यह विशेष त्यौहार बेहद ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। मान्यता है कि, इस दिन देवी देवता रंगों और अबीर के साथ होली खेलते हैं। यही वजह है कि इस दिन को रंग पंचमी कहा जाता है।

रंग पंचमी शुभ मुहूर्त

2- अप्रैल 2021 शुक्रवार

पंचमी तिथि प्रारंभ: 1 अप्रैल- 11:00 बजे

पंचमी तिथि समाप्त: 2 अप्रैल- 8:15 मिनट

कैसे मनाते हैं रंग पंचमी 

रंग पंचमी का त्यौहार होली से संबंधित और काफी हद तक होली की ही तरह मनाया जाता है। ऐसे में इस दिन लोग रंग और गुलाल उड़ा कर अपनी खुशियां मनाते हैं। इसके अलावा बहुत सी जगहों पर इस दिन राधा रानी और कृष्ण को अबीर और गुलाल अर्पित किया जाता है। इसके अलावा इस दिन शोभा यात्राएं भी निकाली जाती है और होली की तरह देव होली के दिन भी लोग एक दूसरे पर रंग और अबीर डालते हैं।

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रंग पंचमी के त्योहार से जुड़ी मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि, इस दिन हवा में रंग और अबीर उड़ाने से वातावरण सकारात्मक होता है जिसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन, व्यक्तित्व और सोचने समझने की क्षमता पर पड़ता है। साथ ही इससे लोगों के बुरे कर्म और पाप आदि नष्ट होते हैं।

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रंग पंचमी के दिन किस देवी देवताओं को कौन सा रंग लगाएं

  • रंग पंचमी के दिन भगवान कृष्ण और भगवान विष्णु को पीला रंग अर्पित कर सकते हैं। भगवान कृष्ण को और भगवान विष्णु को पीला रंग बेहद प्रिय होता है। ऐसे में उन्हें पीले रंग के वस्त्र पहनाएं और उनके चरणों में पीले रंग या पीले रंग का अबीर अर्पित करें। 
  • मां लक्ष्मी, बजरंगबली और भैरव महाराज को लाल रंग अर्पित करें। 
  • मां बगलामुखी को पीला रंग या पीले रंग का अबीर अर्पित करें। 
  • सूर्यदेव को लाल रंग चढ़ाएं या आप उन्हें लाल गुलाल भी लगा सकते हैं। 
  • शनि देव काला रंग बेहद प्रिय होता है। ऐसे में इस दिन आप चाहे तो उन्हें काला रंग लगाकर इस दिन की शुभकामनाएं दे सकते हैं।

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