लोहड़ी स्पेशल: क्यों खाते हैं लोहड़ी पर तिल से बने पकवान?

“लोहड़ी” पंजाब का एक प्रसिद्ध त्योहार है, जो हर साल 13 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन किसान धान (चावल) के उत्पादन के बाद प्रकृति को धन्यवाद देते हैं, जिसे लोहड़ी का नाम दिया गया। लोहड़ी के दिन शाम के समय लोग ढोल-ताशों के साथ भांगड़ा-गिद्धा करते हैं, और आग के चारों ओर नाच गाकर इस दिन को खास बनाते हैं। इस त्यौहार पर लोग एक-दूसरे को रेवड़ियां और मूंगफली खास तौर पर बांटते हैं, और अपने दोस्‍तों और रिश्तेदारों को इस मौके पर शुभकामनाएं देते हैं।

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हर साल लोहड़ी का त्योहार मकर संक्रांति से ठीक एक दिन पहले शाम को धूमधाम से मनाते हैं। जानकारी के लिए बता दें मकर संक्रांति और लोहड़ी पर तिल से बने पकवानों को बनाते और खाते हैं। इस दिन तिल के लड्डू से लेकर तिल गुड़ वाली रेवड़ी और गजक बांटा जाता है। साथ ही परिवार और दोस्तों के साथ मिल बांटकर खाते हैं।

बीपी की समस्या को करता है दूर

बता दें तिल स्वाद के साथ सेहत के लिए भी लाभकारी होती है। अगर आप तिल को अपने हर दिन डाइट में शामिल करते हैं तो आप हाई ब्लडप्रेशर जैसी समस्या से दूर हो सकते है। हाई बीपी वालों ही नहीं अगर आप डायबिटीज के मरीज है तो भी तिल आपके लिए बेहद फ़ायदेमंद है। इसका कारण है तिल में फाइबर और मैग्नीशियम होती है जो कि इंसुलिन और ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में कारगर साबित होता है। साथ ही तिल खाने से ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित होता है।

गुणों से हैं भरपूर

कई तरह के गुणों से भरपूर ये तिल आपकी कई बीमारियों को दूर करता है। अगर आपके मसूड़ों में परेशानी है तो ये आपके मसूड़ों के लिए भी फ़ायदेमंद है। मसूड़ों के सभी तरह की समस्या को आप तिल से दूर कर सकते है। इसके अलावा आपने देखा होगा कि अक्सर लोगों को पाचन की समस्या होती हैं। तिल पाचन की परेशानी से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। बता दें तिल खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। साथ ही कब्ज की समस्या को भी तिल खत्म कर देता है।

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सेहत के साथ सुंदरता को चाबी है तिल

हमारे ऊपर के लेख में आपने तिल की सेहत से जुड़े फ़ायदों के बारे में पढ़ा है लेकिन क्या आप जानते हैं तिल सेहत के साथ आपकी सुंदरता को भी निखारता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि तिल एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सिडेटं होता है जो आपके चेहरे को अंदर से निखारता है। आमतौर पर होने वाली पिंपल्स, चेहरे पर झुर्रियों की समस्या को भी दूर करता है।

हालांकि तिल को बहुत ज्यादा खाने से भी नुकसान हो सकता है। अगर आपको लो बीपी की शिकायत रहती है तो आप तिल कम खाएं, नहीं तो परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बता दें ज्यादा तिल खाने से डायरियाँ की समस्या हो सकती है। कहते हैं तिल में तेल की मात्रा ज्यादा होती है जिसके सेवन से हमारे शरीर में प्रयाप्त मात्रा में तेल पहुंचता है जो हमारे शरीर गर्माहट देता है।

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आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

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