देश के कई हिस्सों में इन दिनों जल संकट की समस्या बेहद गंभीर बनी हुई है। चेन्नई, महाराष्ट्र और बुंदेलखंड में विशेष रूप से पानी की समस्या काफी ज्यादा बढ़ गयी है। दूसरी तरफ देश के कई अन्य हिस्सों में अभी मानसून ने दस्तक नहीं दी है। लिहाजा पानी की समस्या एक राष्ट्रीय समस्या बन चुकी है। इस बाबत सोमवार की सुबह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने जल संकट पर अपनी गंभीर चिंता जताई है।
प्रियंका गाँधी वाड्रा ने इस प्रकार से जताई जल संकट पर चिंता
इस समय देश के कुछ ऐसे महत्वपूर्ण हिस्से हैं जो खासतौर से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। इनमें चेन्नई, महाराष्ट्र और बुंदेलखंड का नाम प्रमुख है। बता दें कि प्रियंका गाँधी ने विशेष रूप से जल संकट पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए आज सुबह अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, “महाराष्ट्र, चेन्नई और बुंदेलखंड में पानी की समस्या एक राष्ट्रीय समस्या बन चुकी है जो की राष्ट्रीय चिंता का विषय है।”
उन्होनें आगे लिखा है कि इस जल की बढ़ती कमी हम सभी के लिए सबसे बड़ा चिंता का विषय है, जल है तो जीवन है। प्रियंका ने लिखा कि हम सभी को आगे बढ़कर इस संकट को दूर करने का प्रयास करना चाहिए, कहीं ऐसा ना हो कि बहुत देर हो जाए। इसके साथ ही उन्होनें ट्विटर पर दो ख़ास हैसटैग #बिनपानीसबसून और #SaveWater का भी प्रयोग किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जल संकट पर अपनी चिंता व्यक्त कर चुके हैं
बता दें कि प्रियंका गाँधी से पहले बीते रविवार को प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिये भी जल संकट पर गहरी चिंता व्यक्त कर चुके हैं। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से इस मुद्दे पर काफी बल दिया और समस्त देश वासियों से इस समस्या से लड़ने का आह्वान किया है।
इस दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा की उन्होनें जिस प्रकार से स्वछता अभियान को गंभीरता के साथ पूरा किया। उसी प्रकार से उन्हें जल बचाव के लिए अपना योगदान देना होगा। मोदी ने लोगों से मन की बात के जरिए लोगों से भी जल बचाव से जुड़े मुद्दे पर अपनी राय देने की अपील की है।
बता दें की सरकार की तरफ से जल्द ही जल शक्ति योजना को लागू किया जाएगा। इस योजना के तहत जल बचाव के लिए पुख्ता नियम और कानून को भी लागू किया जा सकता है। बहरहाल, जल समस्या का यदि जल्द निदान नहीं किया गया तो वास्तव में ये समस्या काफी बड़ी हो सकती है और इससे देश में अफरा-तफरी का माहौल भी उत्पन्न हो सकता है।