पौष मास 2023: इन ज्‍योतिषीय उपायों से चमक सकती है आपकी किस्‍मत

मार्गशीर्ष के महीने के अंत के साथ ही पौष का महीना आरंभ हो जाएगा। हिंदू धर्म में पौष के महीने को अत्‍यंत शुभ और महत्‍वपूर्ण माना गया है। यह मास भगवान विष्‍णु और सूर्य देव को समर्पित है और इस दौरान पितरों की उपासना करने से भी लाभ प्राप्‍त होता है। यदि आप अपने पितरों को प्रसन्‍न करना चाहते हैं या उनका तर्पण करना चाहते हैं, तो इसके लिए पौष का महीना बहुत ज्‍यादा शुभ रहेगा।

आपकी राशि के लिए कैसा रहेगा आने वाला साल? विद्वान ज्योतिषियों से जानें इसका जवाब

मार्गशीर्ष के महीने के अंत के साथ ही पौष का महीना आरंभ हो जाएगा। हिंदू धर्म में पौष के महीने को अत्‍यंत शुभ और महत्‍वपूर्ण माना गया है। यह मास भगवान विष्‍णु और सूर्य देव को समर्पित है और इस दौरान पितरों की उपासना करने से भी लाभ प्राप्‍त होता है। यदि आप अपने पितरों को प्रसन्‍न करना चाहते हैं या उनका तर्पण करना चाहते हैं, तो इसके लिए पौष का महीना बहुत ज्‍यादा शुभ रहेगा।

आपकी राशि के लिए कैसा रहेगा आने वाला साल? विद्वान ज्योतिषियों से जानें इसका जवाब

कब शुरू हो रहा है पौष मास

हिंदू पंचांग के अनुसार 27 दिसंबर, 2023 को पौष का महीना आरंभ हो रहा है और यह 25 जनवरी 2024 तक रहेगा। पौष मास को लेकर ऐसा माना जाता है कि इस दौरान सूर्य देव अपनी 11 हज़ार रश्मियों के साथ पृथ्‍वी पर वास करने वाले लोगों को ऊर्जा प्रदान करते हैं। इस माह में सूर्य की उपासना करने से व्‍यक्‍ति को अनेक तरह के लाभ और फल प्राप्‍त होते हैं।

पौष मास में मकर संक्रांति, सफला एकादशी और सकट चौथ जैसे कई महत्‍वपूर्ण पर्व आते हैं। आगे जानिए पौष मास में किस दिन कौन-सा व्रत या त्‍योहार पड़ रहा है।

वर्ष 2024 में कैसा रहेगा आपका स्वास्थ्य? स्वास्थ्य राशिफल 2024 से जानें जवाब

पौष मास व्रत-त्‍योहार कैलेंडर

तिथिव्रत-त्‍योहार
27 दिसंबर, 2023पौष मास प्रारंभ
30 दिसंबर, 2023अखुरथ संकष्‍टी चतुर्थी
04 जनवरी, 2024कालाष्‍टमी
07 जनवरी, 2024सफला एकादशी व्रत
09 जनवरी, 2024मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत
11 जनवरी, 2024पौष अमावस्‍या
14 जनवरी, 2024लोहड़ी, विनायक चतुर्थी
15 जनवरी, 2024मकर संक्रांति, उत्‍तरायण, पोंगल
17 जनवरी, 2024गुरु गोबिंद सिंह जयंती
18 जनवरी, 2024मासिक दुर्गाष्‍टमी
21 जनवरी, 2024रोहिणी व्रत, पुत्रदा एकादशी
22 जनवरी, 2024कूर्म द्वादशी
23 जनवरी, 2024प्रदोष व्रत
25 जनवरी, 2024पौष पूर्णिमा व्रत

पौष मास के लिए ज्‍योतिषीय उपाय

आप पौष मास में कुछ ज्‍योतिषीय उपायों की सहायता से अपनी मनोकामना की पूर्ति का आशीर्वाद पा सकते हैं। आगे जानें पौष मास में किए जाने वाले कुछ उपायों के बारे में।

सूर्य को अर्घ्‍य दें: आप पौष मास के पहले दिन सूर्य को अर्घ्‍य दें और इस जल में रोली, लाल रंग के फूल, अक्षत और गुड़ डालें। पाैष मास के दौरान प्रत्‍येक रविवार को सूर्य देव की उपासना और अर्घ्‍य दें। आप इस दिन व्रत भी रख सकते हैं। इस उपाय को करने से आपको अपने जीवन में सफलता प्राप्‍त होगी। सूर्य देव की कृपा से समाज में आपका मान-सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा बढ़ेगी।  

दान करें: आप पौष के महीने में सूर्य से संबंधित धातुओं का दान कर सकते हैं। इसके अलावा इस समय तांबे की वस्‍तुओं का दान करना भी शुभ माना जाता है।

शनि दोष से मुक्‍ति: यदि आपकी कुंडली में शनि दोष चल रहा है, तो इसके दुष्‍प्रभाव को कम करने और शनि देव की कृपा पाने के लिए आप गरीब और जरूरतमंद लोगों को काला कंबल और अनाज दान करें।

विष्‍णु जी की पूजा: जैसा कि हमने पहले भी बताया कि पौष का महीना भगवान विष्‍णु की उपासना के लिए खास महत्‍व रखता है इसलिए आप इस मास में भगवान विष्‍णु की पूजा में लीन रहें। लक्ष्‍मीनारायण मंदिर जाकर दर्शन करें और गरीबों को दान भी दें।

सुख-शांति पाने के लिए: अगर आपके घर में हर समय क्‍लेश रहता है और आपके घर-परिवार की सुख-शांति भंग हो गई है, तो आप पौष के महीने में आने वाले 5 शुक्रवार को पीपड़ के पेड़ की जड़ में खिचड़ी चढ़ाएं। इससे आपकी पारिवारिक समस्‍याएं अवश्‍य ही दूर हो जाएंगी।

भाग्‍य का साथ चाहिए: यदि आपको अपने भाग्‍य का साथ नहीं मिल पा रहा है या आपके काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं, तो आप पौष मास में कुत्‍ते को रोटी खिलाएं और गाय को घास या हरी सब्‍जी खिलाएं। इससे आपको अपने कार्यों में सफलता और जीवन में तरक्‍की मिलेगी।

सभी बारह राशियों का सबसे विस्तृत 2024 फलादेश: राशिफल 2024

पौष मास 2023 के नियम

  • इस मास में लाल और पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। इससे आपको अपने भाग्‍य का साथ मिलता है।
  • कपूर की धूप या इसकी सुगंध लेने से व्‍यक्‍ति के स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार आता है।
  • इस पवित्र मास में तला हुआ भोजन और मेवों का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • चूंकि, इस समय ठंड बहुत ज्‍यादा रहती है इसलिए ठंडे पानी से स्‍नान करने से बचना चाहिए।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.