2 या 3 अगस्त कब है श्रावण शिवरात्रि: जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और इस दिन के नियम!
सावन शिवरात्रि या जिसे श्रावण शिवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है यह श्रावण माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। ये दिन भगवान भोलेनाथ को समर्पित होता है। इस दिन भोले के भक्त दूर-दराज़ से ले गए गंगाजल से महादेव का अभिषेक करते हैं। कहा जाता है कि ऐसा करने से उनके जीवन के सभी दुख, कष्ट और परेशानियां दूर होती हैं और उन्हें महादेव का आशीर्वाद मिलता है।
एस्ट्रोसेज के हमारे इस खास ब्लॉग में आज हम जानेंगे कि वर्ष 2024 में श्रावण शिवरात्रि किस दिन मनाई जाएगी, इस दिन का शुभ मुहूर्त क्या रहने वाला है, साथ ही जानेंगे इस दिन से संबंधित कुछ विशेष नियम और सावधानियां क्या कुछ होती हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानी की 2 अगस्त को श्रावण शिवरात्रि मनाई जाएगी। बात करें पूजा शुभ मुहूर्त की तो ये इस दिन 12 बजकर 15 मिनट से 3 अगस्त को 1 बजे तक रहेगा।
सावन शिवरात्रि शुक्रवार, अगस्त 2, 2024 को
निशिता काल पूजा समय – 24:06 से 24:49 तक
अवधि – 00 घण्टे 42 मिनट्स
3 अगस्त को, शिवरात्रि पारण समय – 05:44 से 15:49
रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय – 19:11 से 21:49
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय – 21:49 से 24:27
रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय – 24:27 से 27:06
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय – 27:06 से 29:44
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ – अगस्त 02, 2024 को 15:26 बजे
चतुर्दशी तिथि समाप्त – अगस्त 03, 2024 को 15:50 बजे
नोट कर लें इस दिन की सही पूजा सामग्री: दूध, जल, रोली, चन्दन, बिल्व पत्र, दूर्वा, घी का दीपक, दूप, मौसमी फल, फूल, मोली यानी कलावा, इत्र और चढ़ावा
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श्रावण शिवरात्रि व्रत-पूजा नियम
मुमकिन हो तो शिवरात्रि से एक दिन पहले केवल एक ही समय भोजन करें।
शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद महादेव और माँ पार्वती की पूजा करें।
इस दिन मंदिर जाकर महादेव का अभिषेक/ रुद्राभिषेक अवश्य करें।
इसके अलावा इस दिन रात्रि की पूजा का भी विशेष महत्व होता है इसलिए रात को दोबारा स्नान आदि के बाद दोबारा महादेव और माँ पार्वती की पूजा अर्चना करें।
अगले दिन स्नान, पूजा आदि के बाद आप अपने व्रत का शुभ मुहूर्त में पारण करें।
श्रावण शिवरात्रि महत्व
अब बात करें इस दिन के महत्व की तो, कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखने, महादेव की पूजा करने और शिवलिंग को जल चढ़ाने मात्र से ही व्यक्ति की जीवन के सभी संकट दूर हो जाते हैं, उनके जीवन में सुख-समृद्धि, धन, संपदा आती है। हालांकि इस दिन किए जाने वाले व्रत के कुछ विशेष नियम भी होते हैं। उनका ख्याल रखने पर ही आपको इस दिन से संबंधित शुभ परिणामों की प्राप्ति होती है। क्या कुछ हैं ये नियम चलिए आगे जान लेते हैं।
सावन शिवरात्रि 2024- इन पांच राशियों का चमकेगा किस्मत का सितारा
इस वर्ष की सावन शिवरात्रि पांच राशियों के लिए विशेष रूप से शुभ होने वाली है। इन पांच राशियों को अपने हर काम में सफलता मिलेगी, करियर में तरक्की प्राप्त होगी और जीवन में सुख समृद्धि आएगी। कौन सी हैं ये पांच लकी राशियाँ चलिए जान लेते हैं।
मिथुन राशि: सावन शिवरात्रि 2024 पहली जिस राशि के लिए बेहद शुभ रहने वाली है वो है मिथुन राशि। मिथुन राशि के जातकों को इस सावन शिवरात्रि भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद मिलेगा। इस राशि के जो जातक व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं वह उन्नति प्राप्त करेंगे, जीवन से तनाव दूर होगा और मन प्रसन्न रहेगा। इस राशि के जो जातक प्रतियोगी क्षेत्र की तैयारी कर रहे हैं उन्हें सफलता मिलने की उच्च संभावना बन रही है। विद्यार्थी जातकों की सोचने समझने की क्षमता में वृद्धि होगी। कुल मिलाकर यह समय आपके लिए शानदार रहने वाला है।
सिंह राशि: मासिक शिवरात्रि 2024 सिंह राशि के जातकों के लिए भी बेहद शुभ रहेगी। भगवान शिव की कृपा से आपका दांपत्य जीवन खुशहाल रहेगा, पार्टनर के साथ रिश्ते मजबूत बनेंगे, साथ ही इस दिन आपको कोई बड़ी खुशखबरी प्राप्त हो सकती है जिसका आप लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। आप जो भी मेहनत करेंगे उससे आपको सफलता मिलेगी, पारिवारिक जीवन खुशहाल रहेगा, हालांकि आपको अपनी वाणी पर संयम रखने की सलाह दी जा रही है।
कन्या राशि: मासिक शिवरात्रि का यह पर्व कन्या राशि के जातकों के लिए भी अति शुभ रहेगा। आपको कोई नई नौकरी मिल सकती है, व्यापारी जातकों को कोई नई और बड़ी डील मिल सकती है जिससे आपको धन लाभ होगा। इस राशि के जातकों को कोई बड़ी खुशखबरी भी मिलने की उच्च संभावना बन रही है जिसका आप लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। करियर के क्षेत्र में आप उन्नति प्राप्त करेंगे।
तुला राशि: चौथी जिस राशि के लिए यह शिवरात्रि बेहद ही शुभ रहने वाली है वो है तुला राशि। इस दिन आपकी सभी समस्याओं का निवारण महादेव स्वयं करने वाले हैं। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी, धन लाभ होगा जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा, जीवन से धन की परेशानियां दूर होगी। इस राशि के जो जातक व्यापार करते हैं उनका नेटवर्क बढ़ेगा और लाभ मिलेगा। इसके अलावा आप इस दिन कोई बड़ी खुशखबरी की भी उम्मीद लगा सकते हैं।
मीन राशि: आखिरी जिस राशि के लिए वर्ष 2024 की मासिक शिवरात्रि बेहद ही शुभ रहने वाली है वो है मीन राशि। मीन राशि के व्यापारी जातकों को व्यापार में लाभ मिलेगा, निवेश से भी मुनाफा होगा, साथ ही आपका कोई दोस्त आपकी कोई बहुत बड़ी मदद करने वाला है, आपका प्रेम जीवन शानदार होगा, साथ ही अचानक धन लाभ के योग बनेंगे।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1: वर्ष 2024 में सावन शिवरात्रि किस दिन मनाई जाएगी?
उत्तर: हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानी की 2 अगस्त को श्रावण शिवरात्रि मनाई जाएगी।
प्रश्न 2: सावन शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त क्या है?
उत्तर: इस दिन का पूजा शुभ मुहूर्त 12 बजकर 15 मिनट से 3 अगस्त को 1 बजे तक रहेगा।
प्रश्न 3: सावन शिवरात्रि किन राशियों के लिए शुभ रहने वाली है?
उत्तर: मिथुन राशि, सिंह राशि, कन्या राशि, तुला राशि, मीन राशि के लिए श्रावण शिवरात्रि 2024 बेहद शुभ संकेत दे रही है।
प्रश्न 4: सावन शिवरात्रि के दिन क्या करें?
उत्तर: इस दिन अनाज भूल से भी ना खाएं, ब्रह्माचार्य का पालन करें, महादेव और माँ पार्वती की पूजा करें, किसी से छल-कपट ना करें।
जुलाई में मंगल करेंगे युवा अवस्था में प्रवेश, इन लोगों का चमक जाएगा भाग्य, पद-प्रतिष्ठा में होगी वृद्धि
ग्रहों के गोचर का देश और दुनिया समेत लोगों के जीवन पर भी गहरा असर पड़ता है। किसी के लिए यह गोचर शुभ साबित होता है, तो वहीं कुछ लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। मंगल 12 जुलाई को 19.03 पर वृषभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं। इस राशि में पहले से ही बृहस्पति विराजमान हैं।
इस प्रकार वृषभ राशि में गुरु और मंगल की युति बन रही है। आपको बता दें कि 30 जुलाई को मंगल अपनी युवा अवस्था में प्रवेश करने वाले हैं और वे इस अवस्था में 08 अगस्त तक रहने वाले हैं।
मंगल के युवा अवस्था में रहने से कुछ राशियों के लोगों को अपार धन-दौलत और सफलता मिलने के आसार हैं। तो चलिए जानते हैं कि बुध के युवा अवस्था में आने पर किन राशियों के लोगों की किस्मत चमकने वाली है।
मेष राशि के दूसरे भाव में रहकर मंगल अपनी युवा अवस्था में प्रवेश करेंगे। यह समय मेष राशि के लोगों के लिए बहुत अनुकूल साबित होगा। आपको समय-समय पर अचानक धन की प्राप्ति होने के संकेत हैं। आप उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सफल होंगे और आपके परिवार में भी खुशियां आएंगी।
इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आने की संभावना है। व्यापारियों को भी अपने क्षेत्र में मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। आपकी भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि देखने को मिलेगी। आप अपनी मीठी बातों से लोगों को प्रभावित करने में सफल होंगे। समाज में आपका मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
वृषभ राशि
वृषभ राशि के लग्न भाव में मंगल संचरण कर रहे हैं। यह समय आपके लिए बहुत शुभ और फलदायी साबित होगा। आपके व्यक्तित्व में सुधार आने के आसार हैं। आपको धन कमाने के शानदार अवसर मिलेंगे। गुरु लाभेश बनकर विराजमान हैं जिससे आपकी वित्तीय स्थिति काफी मज़बूत होगी।
आपको अपनी मेहनत का पूरा फल प्राप्त होगा। आप अपने लिए प्रॉपर्टी या वाहन आदि भी खरीद सकते हैं। आपकी सभी इच्छाओं की पूर्ति होगी और आप अपना जीवन ऐशो-आराम के साथ बिताएंगे। आपके वैवाहिक जीवन में भी खुशियां आएंगी। पति-पत्नी के बीच आपसी तालमेल अच्छा रहेगा। यदि आप प्रेम संबंध में हैं, तो इस समय अपने रिश्ते को शादी के बंधन में बदल सकते हैं। व्यापारियों को आगे बढ़ने के खूब सुनहरे मौके मिलेंगे।
कर्क राशि के लोगों को भी मंगल के युवा अवस्था में आने पर काफी अच्छे परिणाम मिलने वाले हैं। इस समय चंद्रमा, मंगल और गुरु की युति बनेगी। मंगल आपकी राशि से लाभ के भाव में विराजमान रहेंगे जिससे आपको धन-दौलत के साथ-साथ अपने भाग्य का भी साथ मिल पाएगा। आपको पैसा कमाने के अवसर मिल सकते हैं।
यह समय आर्थिक स्थिति को लेकर काफी शानदार रहने वाला है। आपको किसी भी तरह की कोई तंगी नहीं होगी। अपनी स्थिति को लेकर आप बहुत संतुष्ट और प्रसन्न महसूस करेंगे। इस दौरान आपको अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे।
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अगस्त 2024: इस महीने किन राशियों के जीवन में आएगी प्रेम की बहार- किन्हें मिलेगा प्रमोशन? जानें अभी!
अगस्त मासिक राशिफल 2024: अगस्त का महीना यानी अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल का आठवां महीना जल्द ही शुरू होने वाला है। आज हमारा यह खास ब्लॉग अगस्त महीने से संबंधित महत्वपूर्ण बातों की जानकारी आपको प्रदान करने के माध्यम से तैयार किया गया है। इसके अलावा बात करें हिंदू माह की तो अगस्त के महीने में दो हिंदू माह पड़ते हैं एक श्रावण का महीना और दूसरा भाद्रपद का महीना।
एस्ट्रोसेज के अगस्त स्पेशल इस ब्लॉग में आज हम जानेंगे श्रावण और भाद्रपद महीने के महत्व के बारे में, इस महीने किए जाने वाले ज्योतिषीय उपायों के बारे में, साथ ही जानेंगे अगस्त महीने में कौन से व्रत त्यौहार कब किए जाने वाले हैं। इसके अलावा जानेंगे कि इस महीने में कौन-कौन से ग्रहों का कब-कब परिवर्तन होने वाला है, शेयर बाजार की रिपोर्ट, इस महीने जन्मे सितारों की जानकारी के साथ सभी 12 राशियों का विस्तृत भविष्यफल भी आपको यहां पर प्रदान किया जाएगा। तो चलिए बिना देरी किए शुरू करते हैं अगस्त विशेष हमारा यह खास ब्लॉग और जानते हैं साल के आठवें महीने से जुड़ी कुछ बेहद ही दिलचस्प और रोचक बातों की जानकारी।
आगे बढ़ने से पहले बात करें अगस्त महीने के हिंदू पंचांग की तो 1 अगस्त 2024 को गुरुवार के दिन जब अगस्त का महीना शुरू होगा तो इस दिन कृष्ण पक्ष रहेगा, तिथि द्वादशी रहेगी, मृगशिरा नक्षत्र रहेगा तैतिल और गर कारण रहेंगे और श्रावण मास रहेगा। इसके बाद जब इस महीने का समापन 31 अगस्त को होगा तब इस दिन शनिवार का दिन रहेगा, कृष्ण पक्ष रहेगा, त्रयोदशी तिथि रहेगी, पुष्य नक्षत्र रहेगा और गर और वाणिज करण रहेंगे।
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अगस्त 2024 में रहेंगे माह
अगस्त के महीने में श्रावण और भाद्रपद के महीने रहेंगे। श्रावण माह को सावन का महीना भी कहते हैं और भाद्रपद माह को भादों का महीना भी कहा जाता है।
इस साल श्रावण का महीना 22 जुलाई से शुरू हो जाएगा तो वहीं भाद्रपद का महीना 23 अगस्त से प्रारम्भ होगा।
सबसे पहले बात करें महीने की तो सावन का महीना या जिसे श्रावण माह भी कहा जाता है इसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व माना गया है। यह महीना महादेव को समर्पित होता है। इस पूरे ही महीने भगवान शिव के भक्त उनका जलाभिषेक करते हैं, भगवान शिव पर धतूरे, बेलपत्र, चंदन, शहद अर्पित करते हैं। ऐसा करने से महादेव की प्रसन्नता हासिल होती है साथ ही भक्तों के जीवन से कष्ट और परेशानियां दूर होती हैं और उनकी समस्त मनोकामनाएं पूरी होती है।
जानकारी के लिए बता दें इस महीने के दौरान भगवान विष्णु अपनी योग निद्रा में होते हैं और पृथ्वी का संचालन महादेव के हाथों में होता है। यही वजह है कि सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होने के साथ-साथ उनका प्रिय माह भी माना जाता है। सावन के महीने में सबसे महत्वपूर्ण होता है 16 सोमवार का व्रत। कहते हैं इस दौरान 16 सोमवार का व्रत और इस दिन पूजा पाठ आदि करने से व्यक्ति को मनचाहे जीवनसाथी की प्राप्ति होती है। साथ ही उनके जीवन में सुख समृद्धि की कभी कमी नहीं होती है। भगवान शिव के साथ-साथ इस महीने मां गौरी की पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है। इसके अलावा सावन के सोमवार में व्रत करने से कुंडली में मौजूद चंद्रमा को मजबूत किया जा सकता है जिससे व्यक्ति का स्वास्थ्य उत्तम बना रहता है।
सावन के बाद भाद्रपद या भादो का महीना शुरू हो जाता है। बात करें इसके महत्व की तो भाद्रपद का महीना धर्म शास्त्रों के अनुसार मनोकामना पूर्ति के लिए बेहद ही खास माना जाता है। इस महीने में पवित्र नदियों में स्नान करने, गरीब लोगों को दान करने, व्रत रखना का विशेष महत्व है। साथ ही इस महीने भगवान कृष्ण की विधिवत रूप से पूजा की जानी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उनके जीवन से कष्ट भी दूर होता है। धार्मिक दृष्टि से भी भाद्रपद अर्थात भादो के महीने का विशेष महत्व माना जाता है। इस दौरान पूजा पाठ और व्रत रखना व्यक्ति के जीवन में शुभ परिणाम लेकर आता है।
इसके अलावा भाद्रपद के महीने में कई बड़े और महत्वपूर्ण त्यौहार भी पड़ते हैं जैसे इसी महीने में श्री कृष्ण जन्माष्टमी होती है, राधा जन्मोत्सव होता है, कजरी तीज, श्री गणेश चतुर्थी, अनंत चतुर्दशी, विश्वकर्मा पूजा जैसे बड़े और महत्वपूर्ण त्योहार भाद्रपद के महीने में मनाए जाते हैं। इसके अलावा कहा जाता है कि जो कोई भी व्यक्ति भाद्रपद के महीने में अपने घर पर लड्डू गोपाल की स्थापना करता है, उन्हें भोग आदि देता है और श्रीमद् भागवत कथा का पाठ करता है ऐसे व्यक्ति के जीवन में धन, यश और वैभव बना रहता है। इसके अलावा श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर संतान गोपाल मंत्र का जाप करने से संतान सुख की भी प्राप्ति होती है।
श्रावण और भाद्रपद माह के चमत्कारी उपाय
हिंदू धर्म में कहा जाता है कि अगर महीना के अनुसार व्यक्ति कुछ निश्चित उपाय करें तो उसके जीवन में चमत्कारी बदलाव आने लगते हैं। ऐसे में हम आपको नीचे श्रावण और भाद्रपद इन दोनों ही महीना की ज्योतिषीय उपायों की जानकारी दे रहे हैं जिन्हें आप अपने हिसाब से अपना कर अपने जीवन में चमत्कारी बदलाव होते देख सकते हैं।
सबसे पहले बात करें श्रावण मास के उपाय की तो अगर इस महीने पति पत्नी मिलकर भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करते हैं तो इससे उनके दांपत्य जीवन में आने वाले सभी चिंताओं का निवारण होने लगता है।
सोमवार के दिन भोलेनाथ का अनार के रस से अगर अभिषेक किया जाए तो इससे व्यक्ति की आर्थिक स्थिति अच्छी होने लगती है।
इसके अलावा मंगलवार के दिन मां गौरा को केसर से बनी खीर का भोग अवश्य लगाएँ। ऐसा करने से भी जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है।
सावन के महीने में रोजाना 11 या फिर 21 बिल्व पत्रों पर चंदन से ‘ॐ नमः शिवाय’ लिखकर इसे शिवलिंग पर अर्पित कर दें। ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होने लगेगी।
माता पार्वती को अगर सोमवार के दिन आप चांदी की पायल चढ़ाएँ तो इससे नौकरी या फिर व्यापार में आ रही बढ़ाएं दूर होती हैं और नौकरी में निश्चित तरक्की प्राप्त होती है।
अब बात करें भाद्रपद मास के अचूक उपाय की तो,
भाद्रपद के महीने में अगर आप पूरे महीने भगवान कृष्ण को पंचामृत से स्नान कराएं तो आपके जीवन से परेशानियां दूर होने लगेगी।
इस महीने भगवान कृष्ण के मंदिर जाएं उन्हें दूध, दही अर्पित करें ऐसा करने से व्यक्ति की किस्मत के दरवाजे खुलने लगते हैं।
अगर किसी को संतान सुख की कामना हो और उसके लिए कामना पूरी नहीं हो पा रही है तो श्री कृष्ण का जन्मदिन अवश्य बनाएं और जितना धूमधाम से हो सके उतने धूमधाम से मनाएँ। आपके जीवन में भी संतान की किलकारियां निश्चित रूप से गूंजेगी।
इसके अलावा आप भादो के महीने में दान पुण्य का काम ज्यादा से ज्यादा करें। गरीब लोगों को कपड़े, भोजन या अपनी यथाशक्ति अनुसार दान करें। ऐसा करने से आपके जीवन में सुख समृद्धि बनी रहेगी, सकारात्मक आएगी और विरोधी परास्त होंगे।
अगर आप व्यापार या फिर नौकरी में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो भाद्रपद के महीने में भगवान कृष्ण पर सफेद रंग का धागा अर्पित करें।
वर्षफल से जानें वैदिक ज्योतिष आधारित वर्ष की भविष्यवाणियाँ
अगस्त 2024- व्रत-त्योहारों की सम्पूर्ण सूची
दिन और वार
व्रत और त्योहार
1 अगस्त 2024 गुरुवार
प्रदोष व्रत
2 अगस्त 2024 शुक्रवार
मास शिवरात्रि
4 अगस्त 2024 रविवार
अमावस्या , मित्रता दिवस , हरियाली अमावस्या
5 अगस्त 2024 सोमवार
वर्ष ऋतू , चंद्र दर्शन , सोमवार व्रत
6 अगस्त 2024 मंगलवार
मुहर्रम समाप्त , हिरोशिमा दिवस
7 अगस्त 2024 बुधवार
हरियाली तीज
8 अगस्त 2024 गुरुवार
वरद चतुर्थी
9 अगस्त 2024 शुक्रवार
नाग पंचमी
10 अगस्त 2024 शनिवार
षष्टी
11 अगस्त 2024 रविवार
तुलसीदास जयंती
13 अगस्त 2024 मंगलवार
दुर्गाष्टमी व्रत
15 अगस्त 2024 गुरुवार
स्वतंत्रता दिवस
16 अगस्त 2024 शुक्रवार
सिंह संक्रांति , वरलक्ष्मी व्रत , श्रावण पुत्रदा एकादशी
17 अगस्त 2024 शनिवार
प्रदोष व्रत
19 अगस्त 2024 सोमवार
वर्ल्ड फोटोग्राफी दिवस , सत्य व्रत , पूर्णिमा व्रत , सत्य व्रत , नराली पूर्णिमा , रक्षा बंधन , पूर्णिमा
22 अगस्त 2024 गुरुवार
हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी , कजरी तीज , संकष्टी गणेश चतुर्थी
ग्रहों का गोचर ज्योतिष में विशेष महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि जब भी कोई ग्रह परिवर्तन करता है फिर वह चाहे राशि परिवर्तन हो या नक्षत्र परिवर्तन हो या उसकी गति में परिवर्तन हो इसका मानव जीवन पर और साथ ही देश दुनिया पर बदलाव अवश्य देखने को मिलता है। बात करें अगस्त के महीने में होने वाले गोचर की तो अगस्त में कुल 8 महत्वपूर्ण परिवर्तन होने वाले हैं।
5 अगस्त 2024 को बुध सिंह राशि में वक्री हो जाएगा। इसके बाद 12 अगस्त को सिंह राशि में ही बुध अस्त होने वाले हैं। 16 अगस्त को सूर्य सिंह राशि में गोचर कर जाएंगे। यहां यह देखने वाली बात है कि सिंह राशि में इस दौरान बुध और सूर्य एक साथ रहेंगे और इन दोनों ग्रहों की युति होगी। इसके बाद 22 अगस्त को बुध वक्री गति में ही कर्क राशि में गोचर कर जाएगा। 25 अगस्त को शुक्र का कन्या राशि में गोचर हो जाएगा। 26 अगस्त को मंगल का मिथुन राशि में गोचर हो जाएगा। 26 अगस्त को बुध का कर्क राशि में उदय हो जाएगा। इसके बाद 29 अगस्त को बुध कर्क राशि में ही अपनी मार्गी गति में वापस आ जाएंगे। ऐसे में मुख्य तौर पर देखा जाए तो अगस्त के महीने में बुध के ढेरों परिवर्तन होने वाले हैं जिनका निश्चित रूप से प्रभाव देखने को मिलेगा। अगर आप इससे संबंधित कुछ भी जानना चाहते हैं तो इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
अगर आप भी शेयर बाजार में दिलचस्पी रखते हैं तो यह विशेष सेगमेंट आपके लिए बनाया गया है। यहां पर जानेंगे कि अगस्त के महीने में शेयर बाजार का हाल कैसा रहने वाला है। अगस्त के महीने में शुक्र सिंह राशि में होंगे और शनि कुंभ राशि में होंगे। साथ ही राहु और मीन राशि में होंगे और मकर राशि में प्लूटो स्थित होंगे। इसके प्रभाव स्वरूप इस पूरे महीने शेयर बाजार में दोतरफा रुख देखने को मिलेगा। इस महीने सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, बैंकिंग और फाइनेंस कंपनी, रिलायंस कैपिटल, रिलायंस इंडस्ट्री, फाइनेंस, आईटीसी, तंबाकू उद्योग, वाहन उद्योग, कॉटन मिल्स, शिपिंग, फ्रूट वेजिटेबल इंडस्ट्री, इत्यादि में मंदी का दौर देखने को मिल सकता है। हालांकि महीने के 17 तारीख के बाद से लगभग सभी सेक्टर की मंदी धीरे-धीरे खत्म होने लगेगी और 21 तारीख के बाद शेयर बाजार में तेजी देखने को मिलेगी। अगर आप अगस्त महीने की शेयर मार्केट रिपोर्ट विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो आप इस लिंक पर क्लिक करें।
अगस्त में जन्मे मशहूर सितारे
अपने इस आखिरी सेगमेंट के माध्यम से जान लेते हैं कि अगर आपका भी जन्म अगस्त के महीने में हुआ है तो आप किन मशहूर सितारों के साथ अपना जन्मदिन साझा करते हैं।
1 अगस्त तापसी पन्नू, मृणाल ठाकुर
2 अगस्त रुसलान मुमताज, सिद्धार्थ रॉय कपूर
3 अगस्त सुनील ग्रोवर, मनीष पॉल
4 अगस्त मालविका मोहनन, विशाल भारद्वाज
5 अगस्त काजल, जेनेलिया डी’सूजा
6 अगस्त विशाल भारद्वाज, साइरस साहूकार
7 अगस्त साइरस ब्रोचा, सचिन जोशी
9 अगस्त हंसिका मोटवानी, विंदु दारा सिंह
11 अगस्त सुनील शेट्टी, जैसी रंधावा
12 अगस्त सायशा सहगल, सारा अली खान
13 अगस्त अपरा मेहता, काम्या पंजाबी
14 अगस्त जॉनी लीवर, सुनिधि चौहान
15 अगस्त अदनान सामी, अयान मुखर्जी
16 अगस्त सैफ अली खान, उपेंद्र पटेल
17 अगस्त शरत सक्सेना, शंकर
18 अगस्त रणवीर शौरी, दलेर मेहंदी
19 अगस्त नंदना सेन
20 अगस्त रणदीप हुडा, अमृता पुरी
21 अगस्त भूमिका चावला, सना खान
22 अगस्त दीप्ति नवल, देवोलीना भट्टाचार्य
23 अगस्त गौहर खान, वाणी कपूर
24 अगस्त विनीत कुमार सिंह
25 अगस्त एजाज खान
26 अगस्त मधुर भंडारकर, इंदर कुमार
27 अगस्त नेहा धूपिया, शिवानी दांडेकर
28 अगस्त करणवीर बोहरा, दीपक तिजोरी
29 अगस्त रिचा शर्मा, नागार्जुन अक्किनेनी
30 अगस्त चित्रांगदा सेन, अंकित कुमार
31 अगस्त राजकुमार राव
अगस्त 2024- सभी 12 राशियों का विस्तृत भविष्यफल
अब जानते हैं सभी बारह राशियों के जातकों के लिए यह महीना क्या कुछ लेकर आने वाला है
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें: चंद्र राशि कैलकुलेटर
मेष राशि
यह महीना मेष राशि के जातकों के लिए कुछ कार्य में विशेष प्रगति का योग बनेगा और कुछ मामलों…..विस्तार से पढ़ें
वृषभ राशि
यह महीना वृषभ राशि के जातकों के लिए अच्छा रहने की प्रबल संभावना दिखाई दे रही है। आपको …..(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन राशि
यह महीना आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहने वाला है। इस महीने आपको अपने स्वास्थ्य…..(विस्तार से पढ़ें)
कर्क राशि
यह महीना कर्क राशि के जातकों के लिए कई मायनों में अनुकूल परिणाम देने वाला महीना…..(विस्तार से पढ़ें)
सिंह राशि
यह महीना आपके लिए मध्य रूप से फलदायक रहने की संभावना है लेकिन इसी बीच कुछ बड़ी…..(विस्तार से पढ़ें)
कन्या राशि
कन्या राशि में जन्मे जातकों के लिए यह महीना मध्य रूप से फलदायक रहने की संभावना है। आर्थिक….(विस्तार से पढ़ें)
तुला राशि
तुला राशि में जन्मे जातकों के लिए यह महीना कुछ सावधानी रखने वाला महीना साबित हो सकता है। हालांकि …..(विस्तार से पढ़ें)
वृश्चिक राशि
यह महीना वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मध्य रूप से फलदायक रहने वाला है लेकिन …..(विस्तार से पढ़ें)
धनु राशि
यह महीना धनु राशि का जातकों के लिए मध्य रूप से फलदायक रहने की संभावना है। आपको इस…..(विस्तार से पढ़ें)
मकर राशि
यह महीना मकर राशि में जन्म लेने वाले जातकों के लिए कई मामला में बहुत अनुकूल रहने वाला है…..(विस्तार से पढ़ें)
कुंभ राशि
कुंभ राशि में जन्मे जातकों के लिए यह महीना पूर्वाध में बहुत ज्यादा अनुकूल रहेगा लेकिन…..(विस्तार से पढ़ें)
मीन राशि
यह महीना मीन राशि के जातकों के लिए कुछ मामलों में सावधानी रखने वाला महीना होने वाला …...(विस्तार से पढ़ें)
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1: अगस्त में कौन से हिन्दू माह आते हैं?
उत्तर: अगस्त में श्रावण (सावन) और भाद्रपद (भादों) के महीने आते हैं।
प्रश्न 2: अगस्त के महीने में कौन से महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार किए जाएंगे?
उत्तर: अगस्त में हरियाली अमावस्या,हरियाली तीज, नाग पंचमी, तुलसीदास जयंती, दुर्गाष्टमी व्रत, स्वतंत्रता दिवस, सिंह संक्रांति , वरलक्ष्मी व्रत , श्रावण पुत्रदा एकादशी, नराली पूर्णिमा , रक्षा बंधन, कजरी तीज, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जैसे बड़े और महत्वपूर्ण त्योहार और व्रत किए जाएंगे।
प्रश्न 3: अगस्त महीने में किन ग्रहों की युति होगी?
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शनि और सूर्य के योग से इन राशियों का चमकेगा भाग्य, पैसे के साथ मिलेगा मान-सम्मान
सौरमंडल के सभी ग्रह समय-समय पर राशि परिवर्तन करते हैं। कोई ग्रह हर महीने गोचर करता है, तो वहीं कोई ग्रह ढ़ाई साल में एक राशि से दूसरी राशि में जाता है। सूर्य ग्रह हर महीने यानी कि 30 दिनों के भीतर राशि परिवर्तन करते हैं। इसके विपरीत शनि ग्रह गोचर करने में बहुत अधिक समय लेते हैं।
16 जुलाई को सूर्य देव कर्क राशि में प्रवेश कर चुके हैं और इस समय शनि देव स्वराशि कुंभ में विराजमान हैं। 16 अगस्त को सूर्य सिंह राशि में गोचर कर जाएंगे। इस दौरान सूर्य और शनि दोनों ही अपनी राशि में एक-दूसरे से 180 डिग्री पर स्थित होंगे। इस तरह दोनों ग्रह एक-दूसरे से सातवें भाव में संचरण करते हुए एक-दूसरे पर दृष्टि रखेंगे।
शनि और सूर्य की इस स्थिति के कारण समसप्तक योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष में इस योग को बहुत शुभ माना जाता है। इस योग के बनने पर कुछ राशियों के लोगों की किस्मत पलटने वाली है। इन्हें अपार धन-दौलत मिलेगी और करियर के क्षेत्र में असीम सफलता मिलने के योग हैं।
कर्क राशि के लोगों के लिए सूर्य और शनि का समसप्तक योग फायदेमंद रहेगा। इस राशि के लोगों को असीम धन लाभ के होने के संकेत हैं। आपकी प्रॉपर्टी आदि में वृद्धि होगी। आपको अपने जीवन में ढेर सारी खुशियां मिलेंगी। इस समय मिल रहे शुभ परिणामों की वजह से आप काफी खुश रहेंगे।
आपको अपने परिवार का सहयोग मिलेगा और परिवार में खुशियों का माहौल रहेगा। यदि परिवार में लंबे समय से कोई समस्या चल रही है, तो अब उसका अंत होगा। कार्यक्षेत्र में आपके काम की तारीफ होगी। आपके वरिष्ठ अधिकारी आपसे खुश रहेंगे। आपका अच्छा प्रदर्शन देखते हुए आपको प्रमोशन मिल सकती है। व्यापारियों को भी मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा।
आपके संबंधों में सुधार होंगे। इस दौरान आपकी अध्यात्म की ओर रुचि बढ़ सकती है। धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। आपको अपने जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
सिंह राशि
आपकी राशि के लिए समसप्तक योग फायदेमंद रहेगा। यदि लंबे समय से आपकी सेहत खराब चल रही थी, तो अब उसमें सुधार आ सकता है। कार्यक्षेत्र में चली आ रही समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा। नया काम शुरू करने के लिए भी अनुकूल समय है। समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आप विकास की ओर अग्रसर होंगे।
पार्टनरशिप में काम करने वाले व्यापारियों के अपने पार्टनर के साथ संबंध सुधरेंगे। व्यापारियों को काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है। ये यात्राएं आपके लिए फायदेमंद साबित होंगी। आप नए लोगों के साथ नया व्यापार शुरू कर सकते हैं। जीवनसाथी के साथ मतभेद चल रहे थे, तो अब सारी समस्याएं दूर होंगी। आपको अपने पार्टनर का सहयोग मिलेगा जिससे आप खुश नज़र आएंगे।
धनु राशि के तीसरे भाव में शनि और नौवे भाव में सूर्य देव हैं। आपको अपने भाग्य का पूरा साथ मिलेगा जिससे आप अपने हर कार्य में सफल हो पाएंगे। उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सफल होंगे। छात्रों को अपनी मेहनत का फल मिल सकता है। समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आप किसी बड़े संस्थान में भी काम कर सकते हैं।
कोई पुराना दोस्त मिल सकता है जिससे मिलकर आपको बहुत खुशी मिलेगी। कार्यक्षेत्र में कोई परेशानी या समस्या थी, तो अब वह भी दूर हो जाएगी। नौकरीपेशा जातकों को अपने सहकर्मियों का साथ मिलेगा। अब आप पहले से बेहतर प्रदर्शन करने वाले हैं। आपकी धर्म और अध्यात्म में रुचि बढ़ सकती है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न. समसप्तक योग क्या है?
उत्तर. जब दो ग्रह एक-दूसरे से विपरीत स्थित होते हैं।
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अगस्त में शुक्र-सूर्य समेत बड़े ग्रहों का होगा गोचर, वृषभ समेत इन राशियों पर बरसेगा छप्परफाड़ पैसा!
अगस्त का महीना बेहद ख़ास रहने वाला है क्योंकि इस दौरान कई बड़े ग्रहों के गोचर, चाल या स्थिति में बदलाव देखने को मिलेगा। ज्योतिष की दुनिया में होने वाले प्रत्येक ग्रहों की स्थिति का प्रभाव राशि चक्र की राशियों समेत देश-दुनिया पर दिखाई देगा। इस अवधि में सिर्फ ग्रहों का राशि परिवर्तन नहीं होगा बल्कि कुछ ग्रह नक्षत्र गोचर भी करेंगे। एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको अगस्त में होने वाले बड़े ग्रहों के गोचर एवं चाल के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही जानेंगे, ग्रहों की यह विशेष स्थिति राशि चक्र की कुछ राशियों के लिए शानदार परिणाम लेकर आएगी। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कौन सी हैं वह राशियां।
जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि अगस्त में एक नहीं अनेक गोचर होने जा रहे हैं जिसमें सूर्य, बुध, शुक्र और मंगल आदि ग्रहों के गोचर शामिल हैं। इस दौरान गुरु ग्रह भी अपना नक्षत्र गोचर करते हुए मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। बता दें कि अगस्त की शुरुआत होते ही सबसे पहले बुध महाराज की स्थिति में बदलाव होगा जो कि 05 अगस्त 2024 को सिंह राशि में वक्री हो जाएंगे और कुछ दिनों उपरांत यानी कि 12 अगस्त 2024 को सिंह राशि में रहते हुए ही अस्त होंगे। इसके बाद, आत्मा के कारक ग्रह सूर्य 16 अगस्त को अपनी स्वयं की राशि सिंह में प्रवेश करेंगे और बुध के साथ युति करते हुए बुधादित्य राजयोग बनाएंगे।
हालांकि, बुध देव 22 अगस्त को कर्क राशि में वापस चले जाएंगे। वहीं, 25 अगस्त को शुक्र कन्या राशि में गोचर करेंगे और उसके बाद 26 अगस्त 2024 को मिथुन राशि में मंगल का गोचर होगा। अगस्त के अंत में बुद्धि एवं वाणी के कारक ग्रह पहले 26 अगस्त को कर्क राशि में उदय होंगे और इसके तीन बाद 29 अगस्त 2024 को कर्क राशि में मार्गी हो जाएंगे। इस महीने के दौरान ग्रहों की स्थिति में होने वाले इन बदलावों और गोचर की वजह से राशि चक्र की 5 राशियों का भाग्योदय होगा। तो आइए नज़र डालते हैं उन राशियों पर।
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ग्रहों के गोचर एवं चाल में बदलाव से चमक उठेगी इन राशियों की किस्मत
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए अगस्त का महीना बहुत शुभ रहने वाला है क्योंकि इस दौरान आपको कार्यों में अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी। आर्थिक जीवन की बात करें, तो इस अवधि में आपको काफ़ी भारी धन लाभ होने की संभावना है। साथ ही, अगस्त में आप लोगों के किसी नई प्रॉपर्टी या संपत्ति खरीदने के योग बनेंगे। जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह मनचाहा लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे जिसके चलते आप प्रसन्न दिखाई देंगे। ऐसे में, आप उत्साह से भरे रहेंगे और अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए नए-नए विचारों पर काम करेंगे। इन जातकों का पारिवारिक जीवन शानदार रहेगा और घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। यह लोग बच्चों की प्रगति तरक्की देखकर संतुष्ट नज़र आएंगे।
कर्क राशि के जातकों के लिए अगस्त का महीना शानदार रहेगा क्योंकि यह आपके लिए अपार सफलता लेकर आएगा। इन लोगों के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। इस दौरान आपके काम करने के तरीके में बदलाव देखने को मिलेगा। साथ ही, कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों के साथ आपका तालमेल बेहतर बना रहेगा। आर्थिक जीवन के लिए अगस्त उत्तम रहेगा और ऐसे में, इस माह आपकी आर्थिक स्थिति पहले की तुलना में मजबूत होगी। इस राशि के विवाहित जातकों का वैवाहिक जीवन प्रेम एवं खुशियों से भरा रहेगा। इन जातकों को परिवार में किसी नए सदस्य के आने का शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए अगस्त 2024 बहुत अच्छा रहने वाला है। इस दौरान आपको धन से जुड़े मामलों में शानदार परिणाम मिलेंगे और इस संबंध में आपको अचानक से अच्छा ख़ासा लाभ मिलने के योग बनेंगे। अगर आप कोई नया वाहन या प्रॉपर्टी खरीदने के बारे में सोच रहे हैं, तो अब आप इस दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। करियर के क्षेत्र में आपको कई नए सुनहरे अवसर प्राप्त होंगे और साथ ही, नौकरी में आपको तरक्की मिलने की संभावना है। इस अवधि में समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। जो जातक खुद का व्यापार करते हैं, उन्हें इस माह अपनी उम्मीद से कई गुना अधिक मुनाफा होगा। वहीं, इन लोगों का वैवाहिक जीवन खुशहाल बना रहेगा।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए अगस्त के महीने को बेहद शुभ कहा जाएगा और इस दौरान आपको जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होगी। यह समय आपकी धन-संपत्ति में अपार वृद्धि करवाने का काम करेगा। जहां करियर के क्षेत्र में आपको सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे, तो वहीं व्यापार करने वालों को अच्छी ख़ासी कमाई होने के योग बनेंगे। जो जातक नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे। जो लोग काफ़ी समय से अपना व्यापार शुरू करने का मन बना रहे हैं, वह अगस्त में इस आईडिया पर काम कर सकते हैं। आय के स्रोतों में वृद्धि होने से आपके बैंक-बैलेंस में बढ़ोतरी होगी।
कुंभ राशि वालों का नाम भी उन राशियों में शुमार है जिनके लिए अगस्त का महीना अच्छा रहेगा। यह माह आपके जीवन में कई तरह के सकारात्मक परिवर्तन लेकर आएगा। सावन में आप पर शिव जी की कृपा बनी रहेगी और साथ ही, ग्रहों की स्थिति शुभ होने से आपको आय में वृद्धि के अनेक अवसर प्राप्त होंगे। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा और आपकी आर्थिक स्थिति भी पहले की तुलना में बेहतर होगी। करियर के क्षेत्र में यह महीना आपको कोई बड़ी उपलब्धि दिला सकता है। पारिवरिक जीवन को देखें, तो आपका परिवारिक जीवन सुख-शांति से पूर्ण रहेगा।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. अगस्त में किन ग्रहों का गोचर होगा?
उत्तर 1. अगस्त 2024 में सूर्य, बुध, मंगल और शुक्र ग्रह अपना राशि परिवर्तन करेंगे।
प्रश्न 2. क्या कर्क राशि के लिए अगस्त 2024 अच्छा रहेगा?
उत्तर 2. हाँ, कर्क राशि के जातकों के लिए अगस्त माह शानदार रहेगा।
प्रश्न 3. बुध का गोचर अगस्त में कब होगा?
उत्तर 3. बुध का गोचर 22 अगस्त 2024 को कर्क राशि में होगा।
सावन में शनि देव और शिव जी बना रहे दुर्लभ संयोग, इन राशियों पर होगी पैसों की बरसात!
हम सब यह भली-भांति जानते हैं कि सावन माह भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और इस माह में भोलेबाबा को प्रसन्न करके भक्तजन आसानी से वरदान प्राप्त कर लेते हैं। महादेव की कृपा एवं आशीर्वाद पाने के लिए सावन बहुत शुभ रहता है। इस बार का सावन बेहद ख़ास रहने वाला है क्योंकि भगवान शिव और शनि ग्रह दोनों मिलकर एक अद्भुत संयोग का निर्माण कर रहे हैं। एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में आपको शिव जी और शनि के इस शुभ संयोग से संबंधित समस्त जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही, शनि की कृपा से किन राशियों को मिलेगा हर सुख, धन-दौलत एवं समृद्धि? इसका जवाब भी आपको इस लेख के माध्यम से प्राप्त होगा। तो चलिए बिना देर किये शुरू करते हैं ये ब्लॉग और जानते हैं उन भाग्यशाली राशियों के बारे में।
शायद ही आप जानते होंगे कि न्याय के दाता शनि भगवान शंकर को अपना गुरु मानते हैं। मान्यता हैं कि शिव जी की कृपा से ही शनि ग्रह को न्याय के देवता का पद प्राप्त हुआ है। ऐसे में, धार्मिक दृष्टि से यह सावन बहुत ख़ास हो जाता है क्योंकि अब की बार सावन शनि और शिव जी एक बहुत ही शुभ संयोग निर्मित कर रहे हैं। बता दें कि जब सावन शुरू हुआ था यानी कि 22 जुलाई 2024 को सावन माह के पहले दिन चंद्रमा शनि महाराज के स्वामित्व वाली राशि मकर में उपस्थित थे।
इसी क्रम में, सावन के अंतिम दिन अर्थात 19 अगस्त 2024 को भी चंद्र देव शनि ग्रह की राशि कुंभ में बैठे होगे। धर्मग्रंथों में चंद्र देव के स्वामी भगवान शिव को माना गया है। इसके फलस्वरूप, साल 2024 के सावन में शिव जी और शनि शुभ संयोग बना रहे हैं। साथ ही, इस माह में शनि पर इनके पिता सूर्य देव की भी दृष्टि रहेगी और ऐसे में, शनि एक क्रूर ग्रह होने के बाद भी राशि चक्र की 5 राशियों समेत शिव जी अपनी कृपा बनाए रखेंगे।
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महादेव और शनिदेव के संयोग से, इन राशियों का भाग्य चमकेगा सोने की तरह
मेष राशि
मेष राशि वालों पर शनि और भगवान शंकर की कृपा इस सावन में बनी रहेगी। इस राशि के जातकों की शिव भक्ति एवं उनकी पूजा-पाठ से प्रसन्न होकर शनि महाराज आपकी खाली झोली सुख-समृद्धि एवं खुशियों से भर देंगे। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी जिससे आप प्रसन्न नज़र आएंगे। आपको विभिन्न माध्यमों से आय के नए स्रोत प्राप्त होंगे। जो जातक व्यापार करते हैं, वह अब अपने बिज़नेस का विस्तार करने में सक्षम होंगे। मेष राशि वालों को सावन माह में किसी भी तरह के वाद-विवाद से दूरी बनाए रखने की सलाह दी जाती है, अन्यथा आपके लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं और आप जरूरी काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे। शनि देव के आशीर्वाद से समाज में आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी।
उपाय: सावन माह में प्रतिदिन जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें।
राशि चक्र की आठवीं राशि वृश्चिक के लिए सावन का महीना शुभ रहेगा। इस माह आप पर शनि देव की कृपा बनी रहेगी जो आपकी सुख-समृद्धि को बढ़ाने का काम करेगी। जो लोग खुद का व्यापार करते हैं, वह इस दौरान अच्छी खासी कमाई करने में सक्षम होंगे। दूसरी तरफ, इस राशि के नौकरीपेशा जातकों को नौकरी के अनेक सुनहरे अवसर प्राप्त होंगे। शनि देव की कृपा से सावन का महीना आपकी किसी पुरानी इच्छा को पूरा करेगा। पारिवारिक जीवन की बात करें, तो यह समय आपके घर-परिवार में प्रेम एवं खुशहाली लेकर आएगा जिससे आपके जीवन में सुख-शांति एवं सुकून में वृद्धि होगी। अगर आप कोई नया बिज़नेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो अब आप इस दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
उपाय: सावन में प्रतिदिन जल में गुड़ और अक्षत मिलाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करें।
धनु राशि के जातकों के लिए सावन 2024 बेहद खास रहने वाला है। भगवान शिव और शनि देव की कृपा से आपके लिए सावन का माह आर्थिक रूप से समृद्धि लेकर आएगा। ऐसे में, इन जातकों की सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। इसके अलावा, आपके जीवन में भौतिक सुविधाओं में निरंतर वृद्धि होगी और साथ ही, आपका जीवन ऐशोआराम में बीतेगा। इस राशि के जो लोग धन का निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, उनके लिए यह समय अनुकूल रहेगा। शनि देव की कृपा से आपको हर कदम पर जीवनसाथी का साथ मिलेगा और इस दौरान आपके द्वारा लिया गया हर फैसल एकदम सही साबित होगा। कार्यक्षेत्र में बॉस से लेकर सहकर्मी तक आपकी प्रत्येक काम में सहायता करते हुए नज़र आएंगे।
उपाय: प्रत्येक सोमवार शिवलिंग पर दूध में गुलाब की पत्तियां मिलाकर अर्पित करें।
मकर राशि वालों के लिए सावन का महीना फलदायी सिद्ध होगा। बता दें कि मकर राशि के अधिपति देव शनि ग्रह हैं इसलिए आप पर शनि देव की कृपा बनी रहेगी। इस राशि के जातक अगर सावन माह के दौरान प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा विधि-विधान से करेंगे, तो आपको हर कार्य में सफलता की प्राप्ति होगी। सिर्फ इतना ही नहीं, महादेव और शनि ग्रह दोनों आपसे प्रसन्न रहेंगे। आपको धन कहीं फंस या रुक गया था, तो अब वह आपको वापिस मिल सकेगा जिससे आप काफ़ी खुश दिखाई देंगे। ऐसे में, आप इस पैसे को बढ़ाने के लिए कोई नया निवेश करने के बारे में विचार-विमर्श कर सकते हैं।
उपाय: सावन में मां पार्वती को सुहाग का सामान चढ़ाएं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए श्रावण माह बेहद शुभ रहेगा क्योंकि इस दौरान शनि ग्रह अपनी राशि कुंभ में विराजमान हैं जो कि इनकी मूलत्रिकोण राशि भी है। ऐसे में, यह कुंभ राशि में रहते हुए शश राजयोग का निर्माण कर रहे हैं। अगर शनि देव सावन माह में आपसे प्रसन्न रहते हैं, तो उनसे मिलने वाले शुभ परिणामों में बढ़ोतरी होती है। इन जातकों को अचानक से भारी धन लाभ होने के योग बनेंगे जिसके चलते आपके बैंक-बैलेंस में बढ़ोतरी होने के आसार है। धन का प्रवाह अच्छा बने रहने से आपके रुके या अटके हुए काम अब पूरे हो सकेंगे। लेकिन, फिर भी इन कार्यों में जल्दबाज़ी करने से बचें, अन्यथा आपको हानि हो सकती है। साथ ही, इस दौरान किसी को धन उधार देने से बचें।
उपाय: प्रतिदिन संध्याकाल में शिव मंदिर जाएं और वहां सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. सावन का महीना कब से कब तक है?
उत्तर 1. साल 2024 में सावन 22 जुलाई से लेकर 19 अगस्त तक रहेगा।
प्रश्न 2. सावन महीने में क्या नहीं करना चाहिए?
उत्तर 2. श्रावण माह में तामसिक भोजन जैसे मांस-मदिर, लहसुन और प्याज आदि का सेवन करने से परहेज़ करें।
प्रश्न 3. किन राशियों के लिए सावन शुभ रहेगा?
उत्तर 3. यह माह मेष, वृश्चिक, धनु, मकर सहित कुंभ राशि के लिए अच्छा रहेगा।
कामिका एकादशी पर कर लें सिर्फ ये एक उपाय, व्यापार में आएगा उछाल!
ज्योतिष में सभी एकादशी का विशेष महत्व है। हर माह में दो एकादशी की तिथि आती है। इसी क्रम में सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है। सावन माह में पड़ने वाली एकादशी तिथि की कई विशेषताएं हैं। इस दिन भगवान विष्णु के साथ ही माता तुलसी जी की भी विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस व्रत को करने से भगवान विष्णु हर मनोकामना पूरी करते हैं। मान्यता है कि कामिका एकादशी का व्रत रखने वाले जातक को जीवन में किए गए समस्त पाप कर्मों से मुक्ति पाता है और मोक्ष की प्राप्ति करता है। साथ ही, भगवान विष्णु की भी विशेष कृपा प्राप्त होती है।
कामिक एकादशी को पवित्रा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के उपेन्द्र स्वरूप की पूजा की जाती है। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कामिका एकादशी की तिथि, महत्व, पूजा विधि और इस दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में।
कामिका एकादशी 2024: तिथि व समय सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी की तिथि इस साल 31 जुलाई 2024 को पड़ रही है। इस दिन भगवान विष्णु के उपेन्द्र स्वरूप की पूजा करने से हर मनोकामना की पूर्ति होती है।
एकादशी तिथि प्रारंभ: 30 जुलाई 2024 की दोपहर 04 बजकर 46 मिनट से
एकादशी तिथि समाप्त: 31 जुलाई 2024 की सुबह 3 बजकर 57 मिनट तक
कामिका एकादशी पारण मुहूर्त : 01 अगस्त की सुबह 05 बजकर 42 मिनट से 08 बजकर 24 मिनट तक
अवधि : 2 घंटे 41 मिनट
कामिका एकादशी महत्व
कामिका एकादशी का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन व्रत रखने और पूजन करने से न सिर्फ भगवान विष्णु बल्कि पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। इस व्रत को करने से सभी बिगड़े काम भी बनने लगते हैं। ऐसे व्यक्ति जिन्हें किसी बात का डर सता रहा हो, उन्हें कामिका एकादशी का व्रत जरूर करना चाहिए। इससे उनके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस एकादशी को पापों से मुक्ति दिलाने वाली एकादशी भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, कामिका एकादशी की पूजा से सभी देवता, गंधर्व और सूर्य की पूजा का फल मिल जाता है।
कामिका एकादशी पर भगवान शिव की पूजा का बहुत अधिक महत्व है। दरअसल सावन का महीना भोलेनाथ को अति प्रिय है इसलिए इस महीने आने वाली कामिका एकादशी का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु के आराध्य भगवान भोलेनाथ शिव हैं और भगवान शिव के आराध्य श्री विष्णु हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु के उपेन्द्र स्वरूप के साथ भगवान शिव की पूजा करने सभी रुके काम बनने लगते हैं। इस व्रत को करने से उपासकों के साथ-साथ उनके पितरों के कष्ट भी दूर होते हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
कामिका एकादशी की पूजा विधि
कामिका एकादशी के दिन सुबह उठकर सभी कार्यों से निवृत्त होकर स्नान करने के बाद पीले वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें। फिर सूर्य देव को जल अर्पित करें।
इस दिन यदि आप व्रत रखते हैं तो ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करें। सिर्फ फलाहार करें। क्रोध, लोभ, घृणा, द्वेष आदि गलत आदतों से दूर रहें।
इस दिन शुभ मुहूर्त देखकर में भगवान विष्णु के स्वरूप की पूजा करें। एक चौकी पर भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित करें। फिर पंचामृत से उनका अभिषेक करें। उनको पीले वस्त्र, जनेऊ, चंदन, फूल, माला आदि से उनका सजावट करें।
इसके बाद पीले फूल, अक्षत, हल्दी, रोली, तुलसी दल, फल, मिठाई, धूप, दीप, गंध आदि से भगवान की विधि-विधान से पूजा करें। इस दौरान ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करते रहें। फिर विष्णु चालीसा या विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
इस दिन कामिका एकादशी व्रत कथा जरूर सुने। फिर घी का दीपक जलाकर भगवान विष्णु की आरती उतारें।
दिनभर श्री हरि सोने या आराम करने की गलती न करें। इस दिन भजन, कीर्तन आदि में अपना समय व्यतीत करें। शाम को संध्या आरती करें। फिर पूरी रात जागरण करें।
इसके बाद अगली सुबह यानी द्वादशी के दिन स्नान के बाद पूजा-पाठ करें। क्षमता अनुसार दान करें। फिर मुहूर्त में व्रत पारण करें।
कामिका एकादशी के बारे में भगवान ब्रह्मा ने अपने पुत्र ऋषि नारद को विस्तार से बताया था। इस एकादशी के दिन व्रत रखने वाले साधक को भगवान विष्णु की पूजा के बाद कथा जरूर सुननी और पढ़नी चाहिए। माना जाता है तभी यह व्रत पूरा माना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, एक गांव में एक क्षत्रिय रहता था। एक दिन किसी कारण वश उसकी एक ब्राह्मण से लड़ाई झगड़ा हो गया और यह लड़ाई झगड़ा इतनी बढ़ गई कि ब्राह्मण की मौत हो गई। जिसके बाद क्षत्रिय को अपनी गलती का एहसास हुआ और अपनी गलती को सुधारने के लिए उसने पंडितों ने उसकी क्रिया करने का कहा लेकिन, उन्होंने क्षत्रिय को उस क्रिया में शामिल होने के लिए भी मना कर दिया। उन्होंने उसे बताया कि तुम पर ब्रह्महत्या का दोष लग गया है। पहले प्रायश्चित करो और इस पाप से मुक्त हो जाओ तब हम तुम्हारे घर भोजन करेंगे।
इस पर क्षत्रिय ने पूछा कि इस पाप से मुक्त होने के क्या उपाय है। तब उन ब्राह्मणों ने उपाय बताते हुए बताया कि श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को भक्ति भाव से भगवान श्री हरि विष्णु का व्रत रखें और भगवान का पूजन कर ब्राह्मणों को भोजन कराकर दक्षिणा के साथ आशीर्वाद प्राप्त करें। ब्राह्मणों ने बताया कि इससे ब्रह्महत्या के पाप से मुक्ति मिल जाएगी। पंडितों के बताए हुए तरीके पर क्षत्रिय ने व्रत रखा और सारे नियमों का विधि-विधान से पालन किया। व्रत वाली रात में भगवान हरि विष्णु ने क्षत्रिय को दर्शन देकर कहा कि तुम्हें ब्रह्महत्या के पाप से मुक्ति मिल गई है। यह सुनकर क्षत्रिय को प्रसन्नता हुई और वह अपने पापों से मुक्ति पा लिया। इस तरह कामिका एकादशी का महत्व और अधिक बढ़ गया।
कामिका एकादशी पर करें इन चीजों का दान
यदि आप भगवान विष्णु को प्रसन्न करना चाहते हैं और उनकी विशेष कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो कामिका एकादशी तिथि पर गरीब व जरूरतमंदों को अन्न का दान जरूर करें। आप अनाज में चावल, गेहूं, मक्का आदि चीजें दान दे सकते हैं।
भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए एकादशी तिथि पर पीले वस्त्रों का दान करें।
इसके अलावा इस दिन छाता का दान करना भी शुभ माना जाता है। अतः कामिका एकादशी पर छाते का दान जरूर करें। ऐसा करने से आपको सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।
यदि आप भगवान विष्णु को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो पूजा के समय भगवान विष्णु को केसर युक्त दूध अर्पित करें। अपनी क्षमता के अनुसार राहगीरों को मीठा जल भी पिला सकते हैं।
कामिका एकादशी तिथि पर गरीबों एवं जरूरतमंदों को भोजन करना बहुत अधिक शुभ माना जाता है। आप भक्ति भाव से एकादशी तिथि पर धन का भी दान कर सकते हैं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
कामिका एकादशी के दिन इन उपायों को करने से व्यापार में होगी उन्नति
आर्थिक जीवन में समृद्धि के लिए
यदि आप आर्थिक जीवन में समस्याओं से मुक्ति प्राप्त करना चाहते हैं और सुख समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं तो कामिका एकादशी के दिन स्नान आदि से निवृत्त होकर, साफ कपड़े पहनकर, तुलसी के पौधे के सामने घी का दीपक जलाएं और ‘ऊँ नमो भगवते नारायणाय’ बोलते हुए 7 व 21 बार तुलसी के पौधे की परिक्रमा करें।
व्यापार में उन्नति के लिए
यदि आप अपने व्यापार में उतार-चढ़ाव का सामना कर रहे हैं और इन समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इस एकादशी के दिन श्री हरि विष्णु की विधि-विधान से पूजा करें और इस दौरान पीले रंग का एक कपड़ा लें। उसमें 2 हल्दी की गांठ, एक चांदी का सिक्का और एक पीले रंग की कौड़ी रखकर, उस कपड़े में गांठ लगाकर पोटली बना दें। यदि आप चांदी का सिक्का रखने में असमर्थ हैं तो एक रुपये का सिक्का उस पोटली में रख दें। अब उस पोटली को भगवान का आशीर्वाद लेकर अपनी तिजोरी या धन रखने वाले स्थान पर रख लें।
यदि आपके और आपके जीवन साथी के बीज विवाद या किसी प्रकार का झगड़ा चल रहा है और इस वजह से दांपत्य जीवन में प्रेम व मधुरता गायब हो गई है तो इस एकादशी के दिन एक कच्चा, जटा वाला नारियल लेकर, उसे एक पीले कपड़े में लपेट लें। अब नारियल पर उस कपड़े को मौली की सहायता से बांध दें और श्री विष्णु मंदिर में अर्पित कर दें। ऐसा करने से दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी।
लव मैरिज में समस्या से छुटकारा पाने के लिए
यदि आप अपने मनपसंद साथी के साथ प्रेम विवाह करना चाहते हैं और इसमें लंबे समय से दिक्कतें आ रही हैं तो इस एकादशी के दिन स्नान आदि के बाद श्री विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ति या फोटो के आगे बैठकर भगवान के इस मंत्र का एक माला यानी 108 बार जप करें। यह मंत्र है- ‘ऊँ लक्ष्मी नारायणाय नमः’। इस दौरान भगवान के सामने हाथ जोड़कर अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
पारिवारिक जीवन समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए
यदि आपके पारिवारिक जीवन में कुछ समस्याएं चल रही है और आपके परिवार के सदस्यों के बीच आपसी मतभेद हैं तो इस दिन श्री विष्णु की पूजा के समय दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु के चरणों में अर्पित करें। जल में गंगाजल डालना न भूलें क्योंकि गंगाजल बहुत ही शुभ माना जाता है। पूजा के बाद शंख में भरे उस जल को परिवार के सब सदस्यों में प्रसाद के रूप में पीने को दें।
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प्रेम जीवन को सुखमय बनाने के लिए
प्रेम जीवन को सुखमय बनाये रखने के लिए एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करने के बाद केले के वृक्ष में जल अर्पित करें और साथ ही शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इस दिन केले का वृक्ष लगाना भी बहुत शुभ साबित होता है।
नौकरी में प्रमोशन के लिए
यदि आपको लंबे समय से अच्छी नौकरी की तलाश में हैं और आपको अपनी मनपसंद की नौकरी मिलने में समस्या आ रही है तो इस दिन एक कच्चे मिट्टी के घड़े में गेहूं भरकर, उस पर ढक्कन लगाकर, घड़े को किसी ब्राह्मण को दान कर दें और अपनी उन्नति के लिए उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें।
कर्ज से मुक्ति पाने के लिए
यदि आप लंबे समय से कर्ज व लोग के बोझ से परेशान हैं तो एकादशी के दिन स्नान आदि के बाद पीपल के वृक्ष पर 11 बार कच्चा सूत लपेटते हुए परिक्रमा करें। परिक्रमा पूरी होने के बाद पीपल की जड़ में जल अर्पित करें और हाथ जोड़कर कर्ज से छुटकारा पाने के लिए प्रार्थना करें।
घर से बाहर निकलने से पहले
यदि आप एकादशी के दिन किसी शुभ कार्य के लिए घर से बाहर निकल रहे हैं तो इस दौरान हल्दी का तिलक लगाकर ही निकले। ऐसा करने से आपके सारे काम बनने लगेंगे। इसके अलावा, यदि आप बिजनेस को लेकर कोई डील करने जा रहे हैं तो एकादशी के दिन एक सफेद सूत का लंबा-सा धागा लेकर, उसे हल्दी लगाकर पीला कर दें और भगवान विष्णु के चरणों में अर्पित कर दें।
करियर के बेहतरी के लिए
यदि आप करियर के क्षेत्र में आगे बढ़ाना चाहते हैं और नया मुकाम हासिल करना चाहते हैं तो इस एकादशी के दिन एक पीपल का पत्ता लेकर, उस पर हल्दी से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और भगवान के चरणों में ‘ऊँ नमो भगवते नारायणाय’ कहते हुए अर्पित कर दें। साथ ही, किसी पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं। अगर मिठाई का भोग नहीं लगा सकते तो केले का फल चढ़ा दें।
कन्या के विवाह के लिए
यदि आप अपनी बेटी के विवाह के लिए परेशान है और कई जगह बात करने के बाद भी बात आगे नहीं बढ़ रही है तो इस दिन बेसन व केसर डालकर लड्डू तैयार करें और 21 लड्डू भगवान विष्णु को समर्पित करें। लड्डू चढ़ाते समय श्री विष्णु के मंत्र का जाप करना न भूलें। मंत्र है -‘ऊँ नमो भगवते नारायणाय’। इसी प्रकार मंत्र बोलते हुए सारे लड्डू भगवान को चढ़ाएं और घी के दीपक से आरती करें।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. इस साल कामिका एकादशी कब है?
उत्तर 1. इस साल कामिका एकादशी 31 जुलाई 2024 को पड़ रही है।
प्रश्न 2. कामिका एकादशी का क्या महत्व है?
उत्तर 2. इस दिन व्रत रखने और पूजन करने से न सिर्फ भगवान विष्णु बल्कि पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है
प्रश्न 3. कामिका एकादशी का दूसरा नाम क्या है?
उत्तर 3. कामिक एकादशी को पवित्रा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।
प्रश्न 4. कामिका एकादशी का पारण कब है?
उत्तर 4. 01 अगस्त की सुबह 05 बजकर 42 मिनट से 08 बजकर 24 मिनट तक व्रत पारण कर सकते हैं।
शुक्र के सिंह राशि में गोचर से बनेगा लक्ष्मी नारायण योग- ये राशियाँ कमाएँगी अपार धनलाभ!
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को सुख, विलासिता, खूबसूरती, प्रेम और वैवाहिक जीवन का ग्रह कहा जाता है। अब यही ग्रह 31 जुलाई को सिंह राशि में गोचर करने वाला है जहां पहले से ही कुछ अन्य ग्रह मौजूद हैं। कौन-कौन से हैं ये ग्रह और सिंह राशि में युति होने पर यह किस तरह के परिणाम आपके जीवन पर डालने वाले हैं यह जानने के लिए अंत तक पढ़ें हमारा यह खास ब्लॉग।
सिर्फ इतना ही नहीं इस ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे शुक्र के सिंह राशि में गोचर के परिणाम का विस्तृत गोचर फल, साथ ही जानेंगे शुक्र को मजबूत करने की कुछ बेहद ही सटीक उपाय और शुक्र ग्रह से जुड़ी कुछ अहम बातों की भी जानकारी। आगे बढ़ने से पहले जान लेते हैं शुक्र का सिंह राशि में गोचर कब होने जा रहा है।
शुक्र का सिंह राशि में गोचर 31 जुलाई को 14:15 पर हो जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें जिस समय सिंह राशि में शुक्र का ये गोचर होगा उस दौरान यहां पहले से ही बुध ग्रह मौजूद रहने वाले हैं। ऐसे में सिंह राशि में शुक्र और बुध ग्रह की महत्वपूर्ण युति बनेगी। निश्चित तौर पर इस युति से कुछ राशियों को सकारात्मक परिणाम मिलेंगे तो कुछ राशियों को नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
क्या होती है ग्रहों की युति? ग्रहों की युति के बारे में बात करें तो जब भी किसी एक राशि या एक भाव में एक से अधिक ग्रह एक समय पर मौजूद होता है तो इसे ग्रहों की युति के नाम से जाना जाता है। ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि इस युति के परिणाम स्वरुप जातकों के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह के परिणाम देखने को मिल सकते हैं। सिंह राशि में होने वाली शुक्र और बुध की यह युति आपके जीवन पर किस तरह के प्रभाव डालने वाली है अगर आपको भी इस बारे में जानकारी हासिल करनी है तो आप अभी विद्वान ज्योतिषियों से जुड़कर इस बारे में परामर्श हासिल कर सकते हैं।
सिंह राशि में शुक्र-बुध की युति से बनेगा लक्ष्मी नारायण राजयोग
ज्योतिष के अनुसार जब भी बुध और शुक्र की युति होती है तो इससे लक्ष्मी नारायण राजयोग का निर्माण होता है। जहां एक तरफ बुध को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है वहीं दूसरी तरफ शुक्र ग्रह को दैत्यों का गुरु कहा गया है। ऐसे में जब ये दोनों ग्रह साथ में आते हैं तो लक्ष्मी नारायण राजयोग बनता है।
इसके अलावा कहा जाता है कि जब इस युति पर बृहस्पति की दृष्टि पड़ती है तो इसकी प्रबलता और ज्यादा बढ़ जाती है और यह जातकों के लिए बहुत ज्यादा फलदाई हो जाता है। हालांकि यहां पर इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि इनमें से कोई भी ग्रह अस्त अवस्था में नहीं हो, नीच अवस्था में ना हो, तभी यह योग बनता है।
लक्ष्मी नारायण योग के शुभ परिणाम तब प्राप्त होते हैं जब दोनों ही ग्रह अच्छे अंश पर मौजूद हो।
बहुत से लोग मानते हैं कि लक्ष्मी नारायण योग व्यक्ति को धनवान बनाता है लेकिन क्या वाकई में ऐसा होता है? आइये जान लेते हैं।
लक्ष्मी नारायण योग बुध और शुक्र की युति से बनता है। जहां एक तरफ बुध ग्रह बुद्धि और वाणिज्य का कारक है वहीं शुक्र ग्रह आकर्षण, धन, सौभाग्य और विलासिता का ग्रह कहा जाता है।
ऐसे में जब बुध और शुक्र की युति होती है तो व्यक्ति खूब लाभ कमाता है।
इस योग के प्रभाव से व्यक्ति को अचानक धन लाभ होने की संभावना बढ़ जाती है।
लक्ष्मी नारायण योग के प्रभाव से व्यक्ति की बुद्धि और प्रतिभा निखरती है और उसे काम में सफलता मिलती है।
जब किसी व्यक्ति की कुंडली में लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है तो ऐसे व्यक्ति को सफलता प्राप्त करने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है।
अगर आपके विवाह में बिना वजह का विलंब हो वहा है या वैवाहिक जीवन में कलह बनी हुई है, प्रेम संबंधों में असफलताएं मिल रही हैं, धन की कमी है, जीवन में ऋण का बोझ बढ़ गया है, आपके जीवन में अप्रत्याशित खर्चे बढ़े जा रहे हैं, जीवन में वित्तीय अस्थिरता बनी हुई है या फिर मोटापा, मधुमेह, त्वचा रोग जैसी परेशानियां भी आपके जीवन में है, आत्मविश्वास की कमी है, त्वचा की समस्या है, बाल झड़ रहे हैं तो मुमकिन है कि आपकी कुंडली में मौजूद शुक्र ग्रह पीड़ित या फिर कमजोर अवस्था में है।
अपनी कुंडली में शुक्र की सटीक स्थिति जानने के लिए आप विद्वान ज्योतिषियों में परामर्श भी ले सकते हैं। अगर आपकी कुंडली में शुक्र कमजोर या पीड़ित अवस्था में मौजूद तो इससे बचने के लिए और शुक्र के शुभ परिणाम प्राप्त करने के लिए हम आपको कुछ सरल उपायों की जानकारी यहाँ प्रदान कर रहे हैं:
हर शनिवार को मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें।
सफेद रंग के वस्त्र पहनें।
खीर का भोग लगाएँ।
शुक्र यंत्र की स्थापना करें और नियमित रूप से उसकी पूजा करें।
शुक्र मंत्र का नियमित रूप से जाप करें।
हीरा, पुखराज या मोती धारण करें। कोई भी रत्न धारण करने से पहले एक बार विद्वान ज्योतिषियों से परामर्श अवश्य ले लें।
शुक्रवार के दिन गरीबों और ज़रूरतमन्द लोगों को दान करें।
अपनी रचनात्मकता को व्यक्त करने का प्रयास करें।
नकारात्मक विचारों को त्याग दें।
सकारात्मकता के साथ अपने जीवन जीएँ और अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने का काम करें।
संतुलित आहार लें।
नियमित रूप से व्यायाम करें और उचित मात्रा में नींद लें।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1: शुक्र का सिंह राशि में गोचर कब होगा?
उत्तर: शुक्र ग्रह 31 जुलाई को 14:15 पर सिंह राशि में गोचर कर जाएंगे।
प्रश्न 2: शुक्र के इस गोचर से किन ग्रहों की युति होगी?
उत्तर: शुक्र के सिंह राशि में गोचर से बुध और शुक्र की युति होगी।
प्रश्न 3: बुध-शुक्र युति से कौन से योग का निर्माण होता है?
उत्तर: बुध शुक्र की युति से एक बेहद ही शुभ योग लक्ष्मी नारायण योग बनता है।
प्रश्न 4: अगर कुंडली में शुक्र दोष मौजूद है तो क्या करें?
उत्तर: जीवन में ज्यादा से ज्यादा सफेद रंग की वस्तु धारण करें, मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें और शुक्र से संबंधित चीजों का दान करें।
अगस्त में राहु और शनि ने सूर्य के साथ बनाया खतरनाक योग, इन लोगों को आएंगी मुश्किलें
ग्रहों के गोचर के लिहाज़ से अगस्त का महीना बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस महीने में बुध और मंगल समेत कई ग्रहों का गोचर होने वाला है। अगस्त शुरू होते ही 05 तारीख को बुध सिंह राशि में वक्री अवस्था में आ जाएंगे। फिर 16 अगस्त को सिंह राशि में ही सूर्य का प्रवेश होगा। इसके पश्चात् 26 अगसत को मिथुन राशि में मंगल गोचर करेंगे।
28 अगस्त को कर्क राशि में बुध मार्गी हो जाएंगे। इसके बाद 24 अगस्त को शुक्र ग्रह कन्या राशि में गोचर करेंगे। इस माह में सूर्य और शनि समसप्तक योग भी बना रहे हैं। ये दोनों ग्रह एक-दूसरे से सातवें भाव में गोचर करते हुए एक-दूसरे पर दृष्टि रखेंगे जिससे समसप्तक योग का निर्माण होगा। वहीं राहु सूर्य के साथ मिलकर षडाष्टक योग बनाएंगे।
ग्रहों के गोचर के लिहाज़ से अगस्त का महीना कुछ राशियों के लिए काफी मुश्किल रहने वाला है। ग्रहों के राशि परिवर्तन करने के कारण इन राशि के लोगों को अपने जीवन के कई पहलुओं में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं। इन्हें अपने कार्यक्षेत्र में चुनौतियां देखनी पड़ सकती हैं या सेहत के मामले में भी किस्मत खराब हो सकती है।
इस ब्लॉग में हम आपको विस्तार से बता रहे हैं कि अगस्त माह में किन राशियों के लोगों को संभलकर रहने की ज़रूरत है।
मेष राशि के लोगों को अगस्त के महीने में थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस माह में सूर्य आपके पंचम भाव में गोचर करने वाले हैं और मंगल तीसरे भाव में रहेंगे। इस वजह से आपको इस महीने किसी भी तरह का जोखिमभरा कोई काम नहीं करना है। इस महीने आपकी सेहत में भी थोड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है।
आपकी कोई सर्जरी होने की भी आशंका है। यदि आपका कोई सरकारी काम है, तो उसमें भी अड़चनें आने के आसार हैं। कई परेशानियों को पार करने के बाद ही बात बन पाएगी। कोई भी आर्थिक निर्णय लेते समय अच्छी तरह से सोच-विचार जरूर कर लें। आपको इस समय किसी भी तरह के निवेश से भी बचना चाहिए वरना आपको हानि उठानी पड़ सकती है। मां-बाप को अपनी संतान की वजह से बहुत मुश्किलें देखनी पड़ सकती हैं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
कन्या राशि
कन्या राशि के बारहवें भाव में सूर्य का गोचर होगा। आपके खर्चे आपकी आमदनी से ज्यादा हो सकते हैं। आपकी सेहत भी खराब होने की आशंका है और आपको अपने इलाज पर मोटा पैसा खर्च करना पड़ सकता है। आपकी नींद में भी खलल पड़ सकती है।
बढ़ते हुए खर्चों की वजह से आपकी रातों की नींद खराब हो सकती है। आपको लंबी यात्रा पर जाना पड़ सकता है लेकिन दुख की बात यह है कि आपके लिए यह यात्राएं लाभकारी सिद्ध नहीं होंगी। आपको किसी कारण से विदेश जाना भी पड़ सकता है।
मकर राशि के लोगों को अगस्त के महीने में बहुत संभलकर रहना होगा। इस राशि के आठवें भाव में सूर्य रहेंगे और सूर्य पर शनि की दृष्टि रहने वाली है जिससे आपके कार्यों में अड़चनें आने की आशंका है। आपके काम आखिरी मिनट पर खराब हो सकते हैं। आपकी सेहत भी कुछ अच्छी नहीं रहने वाली है।
आपको अपने इलाज पर पैसा खर्च करना पड़ सकता है। नौकरीपेशा जातकों को अपने काम को लेकर बहुत सतर्क रहने की आवश्यकता है। आपके रास्ते में कई परेशानियां और मुसीबतें आ सकती हैं। आपके शत्रु भी आपको परेशान करने का प्रयास करेंगे।
मीन राशि के लोगों के लिए अगस्त का महीना मुश्किलों से भरा रहने वाला है। इस समय आपको पैसों की तंगी होने की आशंका है। सूर्य आपके छठे भाव में रहेंगे जिससे आपकी सेहत में गिरावट आने के संकेत हैं। आपको कार्यक्षेत्र में भी अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। इससे आपका मन काफी परेशान रहेगा।
कोई कानूनी मसला चल रहा है, तो उसमें आपको नकारात्मक परिणाम मिलने के आसार हैं। आपके प्रतिद्वंदी भी आप पर हावी हो सकते हैं। नौकरीपेशा जातकों को निराशा हो सकती है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न. अगस्त में कौन सी राशि बनती है?
उत्तर. इस महीने में जन्मे लोगों की सिंह या कन्या राशि होती है।
प्रश्न. क्या अगस्त में जन्मे बुद्धिमान होते हैं?
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अगस्त के शुरू में ही सूर्य करेंगे बुध के नक्षत्र में गोचर, ये राशियां होंगी मालामाल
सभी ग्रह राशि परिवर्तन करने के साथ-साथ नक्षत्र परिवर्तन भी करते हैं। जिस प्रकार ग्रहों के राशि में गोचर करने का प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है ठीक वैसा ही प्रभाव नक्षत्र परिवर्तन के दौरान भी देखने को मिलता है। इस समय सूर्य देव शनि के पुष्य नक्षत्र में संचरण कर रहे हैं और वे इस राशि में 02 अगस्त तक रहेंगे।
इसके बाद सूर्य 02 अगस्त को अश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। यह बुध का नक्षत्र और इस नक्षत्र में आने से कुछ राशियों के लोगों के जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। इन लोगों को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलने के आसार हैं। तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि सूर्य के बुध के नक्षत्र में आने पर किन राशियों के लोगों का भाग्य चमकने वाला है।
राशिचक्र की दूसरी राशि वृषभ वालों के लिए सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। अध्यात्म की ओर आपकी रुचि बढ़ सकती है। अब तक आपके जो काम रुके हुए हैं या जिन्हें पूरा होने में कोई अड़चन आ रही थी, तो अब इस तरह की सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
आपकी आर्थिक स्थिति में वृद्धि देखने को मिलेगी। कार्यक्षेत्र में लोग आपके काम की तारीफ कर सकते हैं। इससे आपका भी मन लगाकर काम करने की इच्छा होगी। आप इस वजह से थोड़ा रिलैक्स भी महसूस कर सकते हैं। आपके लिए पदोन्नति और वेतन में वृद्धि के योग भी बन रहे हैं।
वृषभ राशि के व्यापारियों को भी मोटा मुनाफा होने के आसार हैं। आपको अधिक पैसा कमाने के अवसर प्राप्त होंगे। आप अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर दे पाने में समर्थ होंगे। निवेश या शोयर मार्केट से मोटा पैसा कमाएंगे। आपको किराए से भी आय की प्राप्ति हो सकती है। आप पैसों की बचत कर पाएंगे और इस समय आपकी सेहत भी दुरुस्त रहेगी।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
मिथुन राशि
आपकी राशि के लिए सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन करना शानदार साबित होगा। आपको अपने करियर में उन्नति और प्रगति प्राप्त होगी। आपको अपने भाग्य का भी साथ मिलेगा। नौकरीपेशा जातक अपने दृढ़ संकल्प और योजना के दम पर सफलता प्राप्त कर सकते हैं। आपके उच्च अधिकारी भी आपके काम से खुश नज़र आएंगे।
आपको अपने काम के सिलसिले में यात्रा पर जाना पड़ सकता है और अच्छी बात यह है कि ये यात्राएं आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगी। आप अपनी बुद्धिमानी से हर क्षेत्र में सफल हो पाएंगे। आपकी आय के स्रोत बढ़ेंगे और आप पैसों की बचत कर पाने में भी सक्षम होंगे। इस दौरान आपको सेहत को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है।
नक्षत्र परिवर्तन के दौरान सूर्य तुला राशि के दसवें भाव में रहेंगे। यह भाव करियर और व्यापार का होता है। इस समय आपको अपने कार्यक्षेत्र में सफल होने के लिए अपने भाग्य का साथ मिलेगा। अगर आप विदेश में काम करने का सपना देख रहे हैं, तो आपकी यह इच्छा पूरी हो सकती है। आप अपने लक्ष्य को पाने में सफल होंगे। आपके लिए विदेश से धन लाभ के योग बन रहे हैं। आपको विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है।
पार्टनरशिप में बिज़नेस करने वाले लोगों के लिए भी अनुकूल समय है। आपकी सेहत भी अच्छी रहने वाली है। सकारात्मक परिणाम मिलने की वजह से आपका मन प्रसन्न रहेगा।
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ज्योतिष में अश्लेषा नक्षत्र
अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध ग्रह हैं और इस ग्रह को ज्योतिष में बुद्धि, संचार और तर्क क्षमता का कारक माना गया है। इस नक्षत्र में पैदा होने वाले जातक बुद्धिमान, संचार कौशल में श्रेष्ठ और विपरीत परिस्थितियों में खुद को आसानी से ढालने वाले होते हैं। बुध के प्रभाव के कारण ये जिज्ञासु स्वभाव के होते हैं।
जिन लोगों का जन्म अश्लेषा नक्षत्र में होता है, उनका दिमाग बहुत तेज होता है। ये जीवन के रहस्य को समझते हैं और ज्ञान अर्जित करने की इच्छा रखते हैं। ये बहुत भाग्यशाली और स्वस्थ होते हैं। ये अपनी बातों से दूसरों को मंत्रमुग्ध कर सकते हैं। इनसे आप घंटों तक किसी विषय पर चर्चा कर सकते हैं। इनके चेहरे का आकार चौकोर और नैन-नक्श सुंदर एवं आंखें छोटी होती हैं। इनके चेहरे पर तिल या कोई निशान हो सकता है।
इनमें गजब की नेतृत्व करने की क्षमता होती है जो उन्हें सफलता की ऊंचाई तक पहुंचने के लिए प्रेरित करती रहती है। इन्हें स्वतंत्र रहना पसंद है और उसमें किसी भी दखलअंदाजी इन्हें अच्छी नहीं लगती है। ये अपने दोस्तों के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इसके अलावा ये थोड़े गुस्सैल स्वभाव के भी होते हैं लेकिन मिलनसार भी होते हैं।
ये किसी पर भी आसानी से भरोसा नहीं करते हैं। इनके दिमाग में हमेशा कुछ न कुछ चलता ही रहता है। ये अपनी बातों से दूसरों को सम्मोहित करने में माहिर होते हैं। एक बार ये बोलना शुरू करते हैं, तो अपनी बात पूरी खत्म करने के बाद ही चुप होते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न. अश्लेषा नक्षत्र में पैदा होने वाले बच्चे कैसे होते हैं?
उत्तर. ये सुल व्यापारी और चतुर अधिवक्ता बनते हैं।
प्रश्न. अश्लेषा नक्षत्र का स्वामी कौन है?
उत्तर. इस नक्षत्र के स्वामी बुध ग्रह हैं।
प्रश्न. अश्लेषा नक्षत्र का कौन सा पाद अच्छा है?
उत्तर. इस नक्षत्र के चौथे पद में जन्मे लोग भाग्यशाली होते हैं।