सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखें हरियाली तीज का व्रत, राशि अनुसार उपायों से टल जाएंगे संकट!

सनातन धर्म में तीज त्योहार का बहुत अधिक महत्व है। हरियाली तीज के त्योहार को हर साल बहुत अधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह व्रत सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है और इस व्रत को इसे हरियाली तीज या श्रावणी तीज के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है और यह भगवान शिव और देवी पार्वती के दिव्य मिलन का प्रतीक है इसलिए इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने का विधान है। 

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मान्यताओं के अनुसार, सुहागिन महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी आयु तथा सलामती के लिए यह व्रत रखती है। यह व्रत करवा चौथ के व्रत के जैसा कठिन होता है। ऐसा कहा जाता है कि इसका पालन करने से जीवन में सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। इस व्रत को कुंवारी कन्या भी मनचाहा वर प्राप्त करने के लिए रखती हैं। यह पर्व नाग पंचमी से दो तिथि पूर्व मनाया जाता है। तो आइए जानते हैं कि साल 2024 में हरियाली तीज कब मनाई जाएगी और इस दिन राशि अनुसार उपायों के बारे में, साथ ही और भी बहुत कुछ।

हरियाली तीज 2024: तिथि व समय

सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का व्रत रखा जाता है। इस साल हरियाली तीज का व्रत 7 अगस्त 2024 को रखा जाएगा। जानते हैं कब हो रही है इस तिथि की शुरुआत।

शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि प्रारंभ: 6 अगस्त 2024 की शाम 07 बजकर 54 मिनट से

शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि समाप्त: 7 अगस्त 2024 की रात 10 बजकर 08 मिनट तक

सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। अतः 07 अगस्त को हरियाली तीज का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा।

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हरियाली तीज की पूजा विधि

शिव पुराण के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था इसलिए इस व्रत की विवाहित महिलाओं के लिए बहुत अधिक महत्व है। इस दिन महिलाएं सुखी वैवाहिक जीवन के लिए और कुंवारी कन्याएं अच्छा वर के लिए भोलेनाथ और मां गौरी की विधि-विधान से पूजा अर्चना करती हैं और व्रत रखती है। आइए जानते हैं हरियाली तीज में पूजा विधि के बारे में…

  • हरियाली तीज के दिन सूर्योदय से पहले उठकर घर की साफ-सफाई कर लें और पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव कर लें।
  • इसके बाद घर के मंदिर में साफ चौकी लगाएं और उसपर पीले रंग का कपड़ा बिछा दें। इस चौकी में भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की मूर्तियां स्थापित करें और भगवान को नए वस्त्र पहनाएं।
  • फिर सुहाग से जुड़े सामान को एक थाली में इकट्ठा कर लें और माता पार्वती को अर्पित कर दें।
  • माता पार्वती के बाद भगवान शंकर को वस्त्र अर्पण करें।
  • इसके बाद देवताओं का ध्यान करें और आरती करें।
  • अंत में हरियाली तीज की कथा जरूर सुननी या पढ़नी चाहिए क्योंकि बिना कथा पढ़ें व सुनें पूजा अधूरी मानी जाती है।
  • हरियाली तीज व्रत की पूजा पूरी रात चलती है। इस दौरान रातभर महिलाएं भजन, कीर्तन और जागरण करती हैं।
  • इस दिन सोया नहीं जाता है।

हरियाली तीज के लिए महत्वपूर्ण पूजन सामग्री

हरियाली तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत अधिक खास होता है। इस दौरान पूजा करते समय सामग्री का बहुत अधिक ध्यान रखना चाहिए। ताकि कुछ भी आपसे छूट न जाए आइए जानते हैं हरियाली तीज की पूजन सामग्री के बारे में।

  • पीला वस्त्र 
  • कच्चा सूत
  • हरे रंग के नए वस्त्र
  • केला के पत्ते
  • बेलपत्र
  • भांग
  • धतूरा
  • शमी के पत्ते
  • जनेऊ
  • जटा नारियल
  • चावल
  • दूर्वा घास
  • घी
  • कपूर
  • अबीर-गुलाल
  • श्रीफल
  • चंदन
  • गाय का दूध
  • गंगाजल
  • दही
  • मिश्री
  • शहद और पंचामृत 
  • इसके अलावा, सुहाग का पूरा सामान (जैसे- सिंदूर, बिंदी, चूड़ियां, माहौर, खोल, कुमकुम, कंघी, बिछुआ, मेहंदी, दर्पण और इत्र आदि)।

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हरियाली तीज के व्रत का महत्व

सनातन धर्म के पड़ने वाले सभी व्रत व तीज में हरियाली तीज के व्रत का महत्व बहुत अधिक है। यह व्रत मुख्य रूप से सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं। ऐसी मान्यता है कि हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है और वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इसके अलावा, हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन से सुहागिन महिलाओं को अपने पति की दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 

हरियाली तीज पर सोलह श्रृंगार का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन सुहागिन महिलाओं के मायके से सोलह श्रृंगार का पूरा सामान आता है और महिलाओं को वहीं कपड़े पहनने चाहिए। साथ ही, मायके से आई हुई श्रृंगार की वस्तुओं का ही प्रयोग करना चाहिए। तीज के त्योहार को साल में तीन बार मनाया जाता है जो इस प्रकार है: हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज और तीनों की विशेषताएं अलग-अलग हैं।

हरियाली तीज के व्रत का धार्मिक महत्व

जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि हरियाली तीज के पर्व को भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के प्रतीक के रूप में माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शंकर को अपने पति के रूप में प्राप्त करने के लिए बहुत अधिक कठोर तपस्या की थी, तब भगवान शिव उन्हें पति के रूप में प्राप्त हुए थे। हरियाली तीज का त्योहार सावन माह में पड़ता है क्योंकि सावन का महीना भगवान शिव को अत्यधिक प्रिय है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती व्रत रखने वाली सुहागिन महिलाओं को अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं। यही वजह है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन से सुहागिन महिलाओं को सौभाग्यपूर्ण जीवन और पतियों को लंबी आयु की प्राप्ति होती है।

हरियाली तीज के दिन महिलाएं क्यों करती है हरे रंग का श्रृंगार

हरियाली का अर्थ जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है कि इसका संबंध प्रकृति, पेड़-पौधों से हैं इसलिए इस दिन हरे रंग का विशेष महत्व होता है। हरा रंग प्रकृति का रंग होता है और यह रंग मन को भी शांति प्रदान करता है। हिंदू धर्म के अनुसार, हरा रंग भक्ति, प्रचुरता, सकारात्मक ऊर्जा, खुशी, प्रगति, दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य का प्रतिनिधित्व करता है और यह बुध ग्रह का रंग भी है। सनातन धर्म में हरे रंग को अखंड सौभाग्य का प्रतीक माना गया है। यही कारण है कि हरियाली तीज में इस रंग का श्रृंगार करने का बहुत अधिक महत्व है।

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हरियाली तीज के मंत्र

  • ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः
  • ऊँ गौरये नमः
  • ऊँ पार्वत्यै नमः

पति की लंबी उम्र के लिए मंत्र

हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया। तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।

हरियाली तीज से जुड़ी परंपरा

  • सावन के माह में आने वाला त्योहार हरियाली तीज को नवविवाहितों बहुत अधिक विशेष माना गया है। इस त्योहार के दिन यदि महिलाएं मायके में होती हैं तो उन्हें ससुराल बुलाया जाता है।
  • हरियाली तीज से एक दिन पहले सिंजारा मनाने की परंपरा है। इसे सिंजारा या सिंधारा तीज भी कहा जाता है। बता दें कि सिंजारा में लड़की के मायके से ससुराल वालों को सिंजारा (सिंधारा) यानी नवविवाहित के लिए नए कपड़े, आभूषण, श्रृंगार का पूरा सामान, मेहंदी और मिठाई आदि भेजा जाता है।
  • इस दिन मेहंदी लगाना बहुत अधिक शुभ माना जाता है। इस दिन महिलाएं और कुंवारी कन्याएं अपने हाथों पर मेहंदी लगाती हैं, साथ ही, पैरों में लाल रंग आलता भी लगाया जाता है। यह सुहागिन महिलाओं की सुहाग का प्रतीक माना जाता है।
  • हरियाली तीज के दिन सुहागिन महिलाएं अपनी सास के पैर छूकर उन्हें सुहागी देती हैं। यदि सास नहीं हो तो सुहागन जेठानी या किसी अन्य सुहागन वृद्धा को दिया जा सकता है।
  • इस अवसर पर महिलाएं श्रृंगार और नए वस्त्र पहनकर पूरी श्रद्धा से मां पार्वती की पूजा करती हैं।
  • हरियाली तीज के दिन झूला झूलने की भी परंपरा है और साथ ही, लोग गीत भी गाया जाता है।

हरियाली तीज की व्रत कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, माता सती ने हिमालय राज के घर पर माता पार्वती के रूप में पुनर्जन्म लिया। माता पार्वती ने अपने बचपन से ही भगवान शिव को पति रूप में पाने की पूरी कामना कर ली थी। धीरे-धीरे समय बीतता गया और जब माता पार्वती शादी के योग्य हो गई तो उनके पिता हिमालय राज उनकी शादी के लिए योग्य वर की तलाश करने लगे। तभी एक दिन नारद मुनि पर्वत राज हिमालय के पास गए और अपनी बेटी पार्वती के प्रति उनकी चिंता को सुनी। नारद मुनि ने उनकी बात सुनकर उन्हें योग्य वर के रूप में भगवान विष्णु का नाम सुझाया। हिमालय राज को भी भगवान विष्णु दामाद के रूप में पसंद आए और उन्होंने बेटी की शादी के लिए अपनी रजामंदी दे दी।

पिता हिमालय के रजामंदी को जानकर माता पार्वती अत्यधिक चिंतित हो गईं क्योंकि उन्होंने बचपन से ही भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने की कामना की थी और उन्हें पाने के लिए उन्हें पार्वती का रूप लिया। अपने पिता की बात सुनकर माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए वो एकांत जंगल में जाकर कठोर तपस्या की। वहां पर उन्होंने रेत से एक शिवलिंग बनाया और अपनी तपस्या करने लगीं। 

कई समय तक एकांत जंगल में माता पार्वती ने कठोर तपस्या की। इसके बाद माता की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव उनके सामने प्रकट हुए और उन्हें इच्छा पूर्ति का आशीर्वाद दिया। जब पर्वतराज हिमालय को अपनी बेटी पार्वती के मन की बात पता चली तो वे भी भगवान शिव से माता पार्वती की शादी के लिए तैयार हो गए। इसके परिणाम स्वरूप माता पार्वती और भगवान शिव की धूमधाम से शादी संपन्न हुई। तभी से इस दिन को हरियाली तीज के रूप में हर साल मनाया जाता है। 

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हरियाली तीज पर राशि अनुसार करें ये आसान उपाय होगी हर मनोकामना पूरी

हरियाली तीज के दिन यदि आप अपनी राशियों से संबंधित कुछ ख़ास उपायों को अपनाएंगे, तो वह आपके लिए जरूर फलदायी साबित होंगी। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं हरियाली तीज के दिन किए जाने वाले राशि अनुसार उपायों के बारे में।

मेष राशि

मेष राशि की महिलाओं को हरियाली तीज के दिन मंदिर जाकर महादेव को सफेद और माता पार्वती को लाल फूल अर्पित करना चाहिए और इस दौरान ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करते रहना चाहिए। साथ ही, पंचामृत का भोग लगाकर लोगों में प्रसाद के रूप में बांटना चाहिए।

वृषभ राशि

वृषभ राशि की महिलाओं को इस विशेष दिन माता पार्वती को सोलह श्रृंगार की सामग्री अर्पित करनी चाहिए। इसके बाद गाय के दूध से बनी खीर का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन सुख-समृद्धि आएगी और किसी प्रकार की समस्या परेशान नहीं करेगी।

मिथुन राशि

इस राशि की महिलाओं को हरियाली तीज के पावन अवसर पर माता पार्वती को हल्दी और शिवजी को सफेद चंदन अर्पित करना चाहिए। साथ ही उन्हें केले के फल का भोग लगाना चाहिए और बाद में वह केला प्रसाद के रूप में बांटना चाहिए।

कर्क राशि

कर्क राशि की महिलाओं को माता पार्वती को हरसिंगार (हरसिंगार एक लोकप्रिय फूल) का इत्र और महादेव को बिल्वपत्र चढ़ाना चाहिए। भोग के रूप में उन्हें मावे से बनी खीर अर्पित करनी चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ता है।

सिंह राशि

सिंह राशि की महिलाओं को हरियाली तीज के दिन माता पार्वती को लाल फूल और दूध से बनी मिठाई अर्पित करनी चाहिए। साथ ही, शिव-पार्वती को मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से आप बुरी नज़र से बच सकते हैं।

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कन्या राशि

कन्या राशि की महिलाओं को हरियाली तीज के पावन अवसर पर अपने पति के साथ मिलकर रुद्राभिषेक करना चाहिए और माता पार्वती को श्रृंगार की सामग्री अर्पित करनी चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में किसी प्रकार की समस्या नहीं आती और पति की आयु बढ़ती है।

तुला राशि

हरियाली तीज के दिन तुला राशि की सुहागन महिलाओं को भगवान शिव को पंचामृत व माता पार्वती को श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें करनी चाहिए। यदि संभव हो तो गरीब सुहागन महिलाओं को सुहाग का सामान जरूर दान करें। ऐसा करने से आपका जीवनसाथी सभी समस्याओं से मुक्ति पा लेगा और आप पर भोलेनाथ की विशेष कृपा भी होगी।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि की महिलाओं को हरियाली तीज के दिन भगवान शंकर और माता पार्वती को चमेली के फूल उनके चरणों में अर्पित करने चाहिए। साथ ही माता पार्वती को हरे रंग की चूड़ियां जरूर चढ़ाएं। ऐसा करने से आपका सुहाग बना रहेगा।

धनु राशि

धनु राशि की महिलाओं को गंगाजल में लाल चंदन मिलाकर भगवान शिव और माता पार्वती के चरणों को धोना चाहिए। इसके अलावा, किसी मंदिर में चावल का दान करना भी आपके लिए फलदायी साबित होगा।

मकर राशि

मकर राशि की महिलाओं को हरियाली तीज के दिन माता पार्वती को तुलसी के पत्ते चढ़ाना चाहिए। साथ ही शिव-पार्वती के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं और सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों को हरियाली तीज के दिन नारियल चढ़ाना चाहिए, ऐसा करने से उन्हें भगवान शिव व माता पार्वती के साथ-साथ भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है।

मीन राशि

मीन राशि की विवाहित महिलाओं को हरियाली तीज के दिन सफेद मिठाई और दूध का भोग लगाना चाहिए। साथ ही शिव चालीसा का विधि-विधान से पाठ करना चाहिए। इस उपाय को करने से पति-पत्नी के बीच तनाव कम होता है और रिश्ते में मधुरता देखने को मिलती है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. साल 2024 में हरियाली तीज कब मनाई जाएगी?

उत्तर 1. सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली या हरतालिका तीज मनाई जाती है। इस साल 07 अगस्त को मनाई जाएगी।

प्रश्न 2. हरियाली तीज क्यों मनाई जाती है?

उत्तर 2. हरियाली तीज का व्रत पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। ऐसी मान्‍यता है कि कठोर तपस्‍या के बाद इसी दिन मां पार्वती का विवाह भगवान शंकर से हुआ था।

प्रश्न 3. हरियाली तीज पर किसकी पूजा होती है?

उत्तर 3. हरियाली तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का विधान है।

प्रश्न 4. हरियाली तीज में क्या खाएं?

उत्तर 4. तीज के व्रत में आप नारियल पानी, नींबू पानी, मौसंबी का जूस, अनार का जूस और व्रत में पिए जाने वाले अन्य तरल पदार्थों का भी सेवन कर सकते हैं।

पूरे एक साल के बाद सिंह में प्रवेश करेंगे शुक्र, जाग जाएगा इनका सौभाग्‍य, पैसों की होगी बरसात

ज्‍योतिष में शुक्र को प्रेम, सौंदर्य, आकर्षण और भोग विलास का कारक माना गया है। एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने में शुक्र ज्‍यादा समय नहीं लेते हैं और वे एक महीने या 28 दिनों के अंतराल में ही राशि परिवर्तन कर लेते हैं। अब 31 जुलाई को दोपहर 02 बजकर 15 मिनट पर शुक्र पूरे एक साल के बाद सिंह राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं।

19 जुलाई को बुध भी इस राशि में आ चुके हैं। इस प्रकार 31 जुलाई को सिंह राशि में ही बुध और शुक्र की युति होगी। 16 अगस्‍त को शाम 07 बजकर 32 मिनट पर सूर्य भी सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन सिंह राशि में सूर्य और शुक्र की युति होने से शुक्रादित्‍य योग का निर्माण होगा। सिंह सूर्य की ही राशि है इसलिए अपनी ही राशि में आने पर सूर्य का प्रभाव और तेज हो जाएगा। सूर्य इस राशि में 16 सितंबर तक रहेंगे।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके  

सिंह राशि में पहले बुध-शुक्र और फिर सूर्य एवं शुक्र की यु‍ति से कुछ खास राशियों के लोगों को अपने भाग्‍य का खूब साथ मिलने वाला है। तो चलिए जानते हैं कि शुक्र के सिंह राशि में आते ही किन राशियों के लोगों का सौभाग्‍य जाग जाएगा।

इन राशियों की खुलेगी किस्‍मत

मेष राशि

मेष राशि के पांचवे भाव में शुक्र का यह गोचर होगा। इस समय आपके प्रेम संबंध में सुख-शांति बनी रहेगी। परिवार के सदस्‍यों के बीच भी प्‍यार बढ़ेगा। आपको अपने कार्यक्षेत्र में जबरदस्‍त लाभ देखने को मिल सकता है। व्‍यापारी भी मोटी कमाई करने वाले हैं। शेयर मार्केट में काम करते हैं, तो अब आपको तगड़ा मुनाफा होने की उम्‍मीद है।

आपको अपने जीवनसाथी के साथ अच्‍छा समय बिताने का मौका मिलेगा। रोमांस के लिए भी अच्‍छा समय है। इस दौरान आपकी सेहत शानदार रहने वाली है। आप काफी संतुष्‍ट और प्रसन्‍न महसूस करेंगे।

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वृषभ राशि

वृषभ राशि के स्‍वामी ग्रह ही शुक्र हैं और अब वह आपके चौथे भाव में प्रवेश करने वाले हैं। यह समय आपके करियर के लिए मील का पत्‍थर साबित होगा। व्‍यापारियों को कोई नई डील या प्रोजेक्‍ट मिल सकता है। इससे वे खूब मुनाफा कमाने वाले हैं। आप अपने ऐशो-आराम की चीज़ों पर पैसा खर्च कर सकते हैं।

आमदनी बढ़ने से आप पैसों की बचत भी कर पाएंगे। सेहत को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। परिवार के सदस्‍यों के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा। यह समय आपके लिए अनुकूल और फायदेमंद साबित होगा।

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मिथुन राशि

इस राशि के तीसरे भाव में शुक्र का प्रवेश होने जा रहा है। कार्यक्षेत्र में आपको तरक्‍की मिलने की संभावना है। व्‍यापारियों के लिए भी प्रगति के योग बन रहे हैं। पहले जो निवेश किया है, उससे आपको मोटा मुनाफा होने की उम्‍मीद है। आपकी आय के एक से अधिक स्रोत रहने वाले हैं।

शेयर मार्केट से लाभ हो सकता है। आपकी वित्तीय स्थिति भी अच्‍छी होगी। सेहत को लेकर थोड़ा संभलकर रहने की ज़रूरत है। आपको बाहर का खाना खाने से बचना चाहिए।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

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तुला राशि

तुला राशि के स्‍वामी ग्रह शुक्र ही हैं। इस समय आपको प्रमोशन मिल सकता है। नई नौकरी देख रहे हैं, तो आपको किसी बड़ी कंपनी से अच्‍छा ऑफर मिल सकता है। व्‍यापारियों की कमाई में बढ़ोत्तरी होगी जिससे उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार आएगा। आप इस दौरान अपने रिश्‍तों को अधिक महत्‍व देने वाले हैं।

सेहत खराब चल रही थी, तो अब उसमें भी सुधार आना शुरू हो जाएगा। सिंगल लोगों को अपने सपनों का साथी मिल सकता है। आपके पारिवारिक संबंधों में सुधार आएगा और परिवार में खुशियों का माहौल रहेगा।

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कुंभ राशि

यह गोचर कुंभ राशि के सातवें भाव में होने जा रहा है। इस समय आप अपनी सुख-सुविधाओं के बारे में सोच सकते हैं। ऐशो-आराम पर कुछ पैसा भी खर्च कर सकते हैं। वैवाहिक जीवन में भी सुख-शांति बनी रहेगी। अगर आप विदेश में नौकरी करने का सपना देख रहे हैं, तो अब आपकी यह मनोकामना पूर्ण हो सकती है।

आपको पैसा कमाने के कई अवसर प्राप्‍त होंगे। व्‍यापारियों को भी पहले से ज्‍यादा मुनाफा होने की उम्‍मीद है। आप अपनी भौतिक सुख-सुविधाओं को बढ़ाने के बारे में सोच सकते हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न. शुक्र किन राशियों के स्‍वामी हैं?

उत्तर. तुला और वृषभ राशि के स्‍वामी शुक्र हैं।

प्रश्‍न. शुक्र का रत्‍न कौन सा है?

उत्तर. शुक्र के लिए ओपल रत्‍न पहना जाता है।

प्रश्‍न. शुक्र को खुश कैसे करें?

उत्तर. शुक्रवार के दिन सफेद चीज़ों का दान करें।

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हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

बृहस्‍पति के वक्री होते ही बदल जाएगी इन लोगों की किस्‍मत, तिजोरी भर के मिलेगा पैसा और शोहरत

ज्‍योतिषशास्‍त्र में बृहस्‍पति को सबसे शुभ ग्रहों में से एक माना गया है। शनि के बाद बृहस्‍पति ही हैं जो सबसे धीमी गति से चलते हैं। वे एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में लगभग एक साल का समय लेते हैं। इस प्रकार राशिचक्र की 12 राशियों में गोचर करने में गुरु को 12 साल लग जाते हैं।

बृहस्‍पति के राशि परिवर्तन का मानव जीवन पर भी गहरा असर पड़ता है और यह प्रभाव लंबे समय तक रहता है। बृहस्पति 01 मई 2024 की दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर कर चुके हैं और इस समय इसी राशि में विराजमान हैं। गुरु वृषभ राशि में साल 2025 तक रहने वाले हैं। इस दौरान गुरु अस्‍त और उदित होने के साथ-साथ वक्री और मार्गी अवस्‍था में रहेंगे।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके  

आपको बता दें कि 09 अक्‍टूबर को गुरु मिथुन राशि में वक्री होंगे। इससे कुछ राशियों की किस्‍मत चमकने वाली है और आज इस ब्‍लॉग में हम आपको बता रहे हैं कि बुध के वक्री रहने पर किन राशियों के लोगों को सौभाग्‍य की प्राप्‍ति होगी।

इन राशियों की चमक सकती है किस्‍मत

मिथुन राशि

मिथुन राशि के बारहवें भाव में गरु वक्री होंगे इसलिए यह समय इस राशि के लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा। आपके रुके हुए काम अब बन सकते हैं। आपको इस समय खूब लाभ होने की संभावना है। समाज में आपका मान-सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा बढ़ेगी। आपकी आमदनी के नए स्रोत बनेंगे जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में मज़बूती आएगी। इससे आप पैसों की बचत भी कर पाएंगे।

नौकरीपेशा जातक अपने कार्यक्षेत्र में शानदार प्रदर्शन देंगे जिससे उनके उच्‍च अधिकारी और सहकर्मी उनके काम की प्रशंसा कर सकते हैं। आपकी निर्णय लेने की क्षमता भी बेहतर होगी और आप अपने भविष्‍य को संवारने के लिए कोई फैसला ले सकते हैं। नई नौकरी देख रहे लोगों का भी सपना पूरा हो सकता है।

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वृश्चिक राशि

इस राशि के सातवें भाव में गुरु वक्री होंगे। आपके लिए भी यह समय अनुकूल साबित होगा। यदि आप प्रतियोगी परीक्षा में हिस्‍सा लेना चाहते हैं, तो इस दौरान आपको मनचाहे परिणाम मिल सकते हैं। अगर किसी कानूनी मसले में फंसे हैं, तो अब आपको उससे छुटकारा मिल सकता है। आपको अपने करियर के क्षेत्र में भी फायदा होगा।

आपको कार्यक्षेत्र में कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन आप अपनी समझदारी से इन्‍हें भी आसानी से पार कर लेंगे। व्‍यापारियों को मोटा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। परिवार में भी सुख-शांति का माहौल रहेगा। आपको काम के सिलसिले में विदेश जाना पड़ सकता है। इस यात्रा से आपको लाभ ही होगा।

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तुला राशि

इस राशि के आठवें भाव में गुरु वक्री होंगे। आपको इस समय मनचाहे परिणाम मिलने की संभावना है। यदि आपके कार्यक्षेत्र में कोई समस्‍या चल रही है, तो अब उसका अंत होगा। व्‍यापारियों के लिए भी मुनाफा कमाने का समय है। व्‍यापार को आगे बढ़ाने की सोच रहे हैं, तो यह समय एकदम अनुकूल रहेगा।

आपने जो निवेश किया है, उससे भी आपको लाभ मिल सकता है। पति-पत्‍नी के बीच प्‍यार और स्‍नेह बढ़ेगा। प्रेम संबंध में हैं, तो आप अपने रिश्‍ते को शादी के बंधन में बदल सकते हैं। पैसों की बचत करने में सक्षम होंगे।

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ज्‍योतिष में बृहस्‍पति का महत्‍व

ज्योतिष में बृहस्पति को लाभकारी और ज्ञान का ग्रह माना गया है। यह स्वभाव से पुरुष प्रधान ग्रह  है। अगर कुंडली में बृहस्पति अपनी ही राशि धनु या फिर मीन में स्थित हो तो उस व्यक्ति को अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं।

वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को देवताओं का गुरु कहा गया है। आध्यात्मिक ग्रह होने की वजह से इस ग्रह में सभी दैवीय गुण मौजूद हैं। बृहस्पति के आशीर्वाद के बिना शुभ चीजों पर वर्चस्व और नियंत्रण पाना नामुमकिन होता है। 

मज़बूत बृहस्पति वाला व्यक्ति या जिसकी कुंडली में जन्‍म के समय गुरु अपनी ही राशि धनु और मीन में स्थित हो तो उस व्यक्ति को सभी अच्छे गुण, भाग्य आदि प्राप्त होते हैं। यदि बृहस्पति अपनी उच्च राशि कर्क में स्थित हो, तो ये जातक किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं। इन्‍हें समाज में अधिक प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ जुड़ने का मौका भी मिलता है।

बृहस्‍पति की कृपा से व्‍यक्‍ति का वैवाहिक जीवन सुखी रहता है। उसे उत्तम जीवनसाथी की प्राप्ति होती है। किसी जातक का वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा, इस पर बृहस्‍पति ग्रह का गहरा प्रभाव रहता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न. बृहस्‍पति किन राशियों के स्‍वामी हैं?

उत्तर. गुरु धनु और मीन के स्‍वामी हैं।

प्रश्‍न. बृहस्‍पति का रत्‍न कौन सा है?

उत्तर. पुखराज बृहस्‍पति का भाग्‍य रत्‍न है।

प्रश्‍न. बृहस्‍प‍ति के लिए कौन सा दिन है?

उत्तर. बृहस्‍पतिवार का दिन गुरु को समर्पित है।

प्रश्‍न. बृहस्‍पति कितने दिनों में गोचर करते हैं?

उत्तर. गुरु लगभग एक साल में गोचर करते हैं।

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बुध सिंह राशि में अस्त: जानें शेयर बाजार समेत देश-दुनिया पर इसका प्रभाव

बुध सिंह राशि में अस्त: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको बुध सिंह राशि में अस्त के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि यह देश-दुनिया को कैसे प्रभावित करेगा, इस दौरान शेयर बाजार में क्या-क्या बदलाव देखने को मिलेंगे। बता दें कि बुद्धि, व्यापार, वाणी, त्वचा और धन के कारक ग्रह बुध 12 अगस्त 2024 की सुबह 09 बजकर 49 मिनट पर सूर्य के स्वामित्व वाली राशि सिंह में अस्त होंगे। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इस दौरान देश-दुनिया में इसका अनुकूल व प्रतिकूल प्रभाव।

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ज्योतिष में बुध ग्रह को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है जो संचार कौशल, वाणी और सोच-विचार करने की क्षमता को प्रभावित करते हैं। इन्हें मिथुन और कन्या राशि के स्वामी भी माना जाता है। सामान्य शब्दों में कहें, तो बुध दर्शाता है कि कोई मनुष्य अपनी बातचीत, लिखने और संचार के अन्य माध्यमों का इस्तेमाल करके विचारों को कैसे व्यक्त करता है। साथ ही, विभिन्न माध्यमों से मिलने वाली जानकारी के बारे में क्या सोचता है या उसका उपयोग कैसे करता है। इस ग्रह का संबंध बुद्धि, तर्क और मानसिक मज़बूती से है। जन्म कुंडली में बुध की स्थिति की सहायता से किसी व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता, सीखने, ताकत और जीवन में आने वाली समस्याओं को सुलझाने की क्षमताओं का पता किया जा सकता है।

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सिंह राशि में बुध का अस्त होना: विशेषताएँ

सिंह राशि में बुध के होने से जातक की वाणी में मधुरता देखने को मिलती है, जिसके चलते हर किसी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सक्षम होता है। बुध की यह स्थिति दर्शाती है कि आप अपनी पसंद से समझौता नहीं करते हैं और हमेशा अपने लिए सर्वश्रेष्ठ चुनते हैं। इसके प्रभाव से आप प्रकृति प्रेमी भी बनते हैं और आपको बागवानी, पेड़ लगाना और धूप में लेटना पसंद होता है। आम तौर पर, जिन लोगों की कुंडली में बुध सिंह राशि में होता है, उनका रंग गोरा होता है, माथा चौड़ा होता है और उन्हें ब्रांडेड और महंगे कपड़े पहनना पसंद होता है क्योंकि आपका बुध इस बात पर निर्भर करता है कि आप खुद को कैसे पेश करते हैं।

यह स्थान सरकारी और प्रशासनिक नौकरियों में सफलता भी दिलाता है। साथ ही, यह आपको कपड़ों (विशेष रूप से ऊनी कपड़ों), गहनों, गेहूं और प्रकृति से जुड़ी किसी भी चीज़ का व्यवसाय करने में शानदार बनाता है। इसके प्रभाव से आप रंगमंच और कला के क्षेत्र में भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा, आप सरकार के सलाहकार के रूप में अच्छा काम करने में सक्षम होते हैं और बैंकर, आईआरएस (भारतीय राजस्व सेवा) और वित्त मंत्रालय के कर्मचारी के रूप में काम करके पैसे का प्रबंधन अच्छे से करने में सक्षम हो सकते हैं। स्वास्थ्य की बात करें, तो त्वचा संबंधी समस्याएं, सिरदर्द और मानसिक विकास से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा देखा गया है कि बुध की प्रतिकूल स्थिति आपके बच्चों के लिए भी समस्याएं पैदा कर सकती है, जैसे- बच्चों के मानसिक या शारीरिक विकास में बाधा आ सकती है।

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बुध सिंह राशि में अस्त: विश्वव्यापी प्रभाव

राजनीतिक प्रभाव

  • भारत सरकार अपने द्वारा सार्वजनिक रूप से दिए गए शब्दों और बयानों के कारण विवादों और मीडिया की जांच के घेरे में आ सकती है।
  • सरकार की कई नीतियों में खामियां क्रियान्वयन के दौरान उजागर हो सकती हैं। इसके चलते सरकार आवश्यक सुधार करके अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बैठक कर सकती है।
  • सरकार को विदेशी देशों से खतरों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि यहां राहत की बात यह है कि वे जल्द ही इस स्थिति पर नियंत्रण पा लेंगे।
  • देश के नेता तेजी से कड़ी कार्रवाई करते हुए नज़र आ सकते हैं लेकिन कुछ चीज़ों को करने के पीछे सोच की कमी नज़र आ सकती है।
  • बुध सिंह राशि में अस्त के दौरान राजनीति के क्षेत्र में अशांति व गलतफहमी होने की आशंका है।

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रचनात्मकता और कला

  • मनोरंजन उद्योग में गिरावट आ सकती है और कुछ अप्रत्याशित असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • वास्तुकला, डिजाइनिंग या ग्राफिक डिजाइन जैसे क्षेत्रों में लगे लोगों को असफलताओं और अचानक नौकरी से निकाले जाने या नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
  • संचार और बौद्धिक अभिव्यक्तियों पर निर्भर क्षेत्र जैसे कि मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, फैशन संचार, इन क्षेत्रों में उतार-चढ़ाव आने की संभावना है।
  • फिल्म उद्योग, संगीत उद्योग को कुछ हद तक नुकसान होने की आशंका है। कपास, रेशम और कई अन्य कपड़ों, हथकरघा आदि की बिक्री में गिरावट देखी जा सकती है।

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बुध सिंह राशि में अस्त: शेयर बाजार की भविष्यवाणी

किसी भी राशि में बुध का अस्त होना शेयर बाजार में व्यापारियों के लिए अच्छी खबर नहीं मानी जाती है क्योंकि यह घटना शेयर बाजार को बहुत प्रभावित करती है। हालांकि कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जिन पर सिंह राशि में बुध का अस्त होना सकारात्मक प्रभाव डालेगा। आइए देखते हैं कि बुध सिंह राशि में अस्त के दौरान शेयर बाजार में किस तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2024 के अनुसार,

  • महीने के पहले भाग में दोतरफा रुझान के साथ कुछ मंदी हो सकती है। सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, बैंक और वित्त कंपनियां, रिलायंस कैपिटल, रिलायंस इंडस्ट्री, फाइनेंस, आईटीसी आदि में मंदी का रुख देखा जा सकता है।
  • हालांकि मंदी का दौर 21 तारीख को खत्म हो सकता है और 21 अगस्त को पूरा शेयर बाजार चढ़ना शुरू हो सकता है।
  • बैंकिंग, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, स्टील इंडस्ट्री, प्रिटिंग और पेपर इंडस्ट्री और लेदर इंडस्ट्री इन सभी में वृद्धि की उम्मीद जाती जा सकती है।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. शेयर बाजार के लिए बुध एक महत्वपूर्ण ग्रह क्यों है?

उत्तर. बुध व्यापार के ‘कारक’ हैं और व्यापारियों के लिए भी स्वतः ही महत्वपूर्ण हो जाता है।

प्रश्न 2. बुध का अस्त होना क्या है?

उत्तर. बुध का अस्त होना एक ऐसी घटना है जब बुध अपनी कक्षा में सूर्य ग्रह के बहुत करीब आ जाता है और सूर्य से आने वाली गर्मी के कारण अपना अधिकांश महत्व खो देता है, तो उसे बुध अस्त कहा जाता है।

प्रश्न 3. क्या सिंह राशि बुध के लिए एक अनुकूल राशि है?

उत्तर. हां, बुध आमतौर पर सिंह राशि में अच्छा प्रदर्शन करता है।

अगस्‍त के महीने में इन लोगों की शादीशुदा जिंदगी में आएगी प्‍यार की बहार, प्रेमी लुटाएगा खूब प्‍यार

जब किसी व्‍यक्‍ति का जन्‍म होता है, तो उसके जन्‍म के समय, तिथि और स्‍थान के आधार पर उसकी कुंडली बनाई जाती है। इस कुंडली से यह ज्ञात हो सकता है कि व्‍यक्‍ति को आने वाले समय में क्‍या-क्‍या मिलेगा जैसे कि उसका वैवाहिक जीवन कैसा होगा, उसकी आर्थिक स्थिति कैसी रहेगी और उसका स्‍वास्‍थ्‍य कैसा होगा।

भविष्‍य के बारे में जानने के लिए टैरो भी एक प्रभावी और कारगर तरीका है। सदियों से तमाम रहस्‍यविद् और टैरो रीडर इसका उपयोग करते आए हैं। प्राचीन काल से आध्‍यात्‍मिक विकास और आत्‍म समझ के लिए इसका प्रयोग चलता आ रहा है।

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टैरो कार्ड राशिफल से आप जान सकते हैं कि कौन सा महीना आपके स्‍वास्‍थ्‍य या प्रेम जीवन के लिए क्‍या परिणाम लेकर आएगा। आज इस ब्‍लॉग के ज़रिए हम आपको बता रहे हैं कि टैरो राशिफल के अनुसार अगस्‍त के महीने में किन राशियों के लोगों का प्रेम जीवन सुखमय रहेगा।

अगर आप भी अगस्‍त माह में अपने भविष्‍यफल के बारे में जानना चाहते हैं, तो इस ब्‍लॉग को पूरा ज़रूर पढ़ें। इसे पढ़ने के बाद आपके मन की कई उलझनें दूर हो सकती हैं।

इन राशियों के जीवन में खिलेंगे प्‍यार के फूल

वृषभ राशि

अगस्‍त के महीने के लिए वृषभ राशि के लोगों को प्‍यार के मामले में सेवन ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है। इस कार्ड का मतलब है कि आपको इस माह में कोई नया साथी मिल सकता है। आपकी किसी नए दोस्‍त से भी मुलाकात होने की संभावना है। आपका कोई शुभचिंतक भी बन सकता है। इस दौरान आपकी जिंदगी में इनमें से जो भी व्‍यक्‍ति आएगा, आप उसके साथ अपने रिश्‍ते को विकसित करने का प्रयास करेंगे। आप इस रिश्‍ते को आगे तक लेकर जाना चाहेंगे।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

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मिथुन राशि

मिथुन राशि के लोगों को प्रेम संबंध में नाइट ऑफ कप्‍स कार्ड प्राप्‍त हुआ है। इस महीने आपको किसी की ओर से प्‍यार का प्रस्‍ताव मिलने की उम्‍मीद है। आप अपने पार्टनर के साथ प्‍यार से भरी बातें करेंगे। आपको उनके साथ रोमांटिक डेट पर जाने का मौका भी मिल सकता है। आपको इस समय किसी भी रिश्‍ते को गंभीरता से लेने से बचना चाहिए। पहले आप इसे थोड़ा समय देंगे, तो बेहतर होगा।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

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कर्क राशि

कर्क राशि के लोगों को नाइन ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है। इस कार्ड का मतलब है कि आप अपने लिए कुछ समय निकालने के प्रयास में रहेंगे। इस दौरान आपका सारा ध्‍यान सिर्फ खुद पर रहने वाला है। इस महीने आप चाहते हैं कि आप अपनी पहचान बनाएं और अपने लक्ष्‍य की ओर आगे बढ़ें और इसके लिए आप फिलहाल किसी भी रिश्‍ते में पड़ना नहीं चाहेंगे। आप खुद को सारा समय देना चाहते हैं।

कर्क साप्ताहिक राशिफल

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मकर राशि

मकर राशि के लोगों को प्‍यार के मामले में सेवन ऑफ कप्‍स कार्ड दिया गया है। इस कार्ड का अर्थ है कि मकर राशि के सिंगल लोगों को कई सारे प्रपोज़ल मिलने वाले हैं। अगर आपके साथ ऐसा नहीं होता है, तो आपकी जिंदगी में किसी पुराने साथी के आने की भी उम्‍मीद है। आप अपने इस साथी के साथ अपने रिश्‍ते की शुरुआत दोबारा कर सकते हैं।

मकर साप्ताहिक राशिफल

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कुंभ राशि

इस महीने कुंभ राशि के लोगों को टैरो राशिफल में ऐट ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है। अगर आपको लगता है कि अब आपके रिश्‍ते में वो पहले वाली चमक नहीं रही है या आपका रिश्‍ता पुराना हो गया है, तो अब ये सब बदलने वाला है। आप अपने पार्टनर के साथ काफी खुश नज़र आएंगे। यदि आपका हाल ही में अपने पार्टनर के साथ झगड़ा हुआ है या आप किसी मतभेद के कारण एक-दूसरे से बात नहीं कर रहे हैं, तो अब आप दोनों के बीच की सारी समस्‍याएं दूर हो सकती हैं।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न. मासिक राशिफल क्‍या होता है?

उत्तर. इसमें पूरे महीने में आने वाली समस्‍याओं और अवसरों का विवरण होता है।

प्रश्‍न. टैरो कार्ड रीडिंग कैसे करते हैं?

उत्तर. टैरो कार्ड अपने अंर्तज्ञान पर निर्भर करता है।

प्रश्‍न. मीन राशि के लोगों को कौन सा कार्ड मिला है?

उत्तर. इन्‍हें लव लाइफ में थ्री ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है।

प्रश्‍न. अगस्‍त में मकर राशि का कौन सा कार्ड है?

उत्तर. इनका सेवन ऑफ कप्‍स कार्ड है।

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पापी ग्रह शनि-राहु संग सूर्य देव बनाएंगे घातक योग, इन राशियों को हर कदम पर सावधान!

एस्ट्रोसेज अपने पिछले लेखों में आपको बता चुका है कि अगस्त का महीना धार्मिक एवं ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद ख़ास रहने वाला है। इस दौरान न केवल जन्माष्टमी, रक्षाबंधन जैसे त्योहारों को मनाया जाएगा बल्कि बड़े ग्रहों के गोचर भी होंगे। इसके फलस्वरूप, ग्रहों की युति से कई तरह के शुभ-अशुभ योगों का निर्माण भी होगा। इसी क्रम में, सूर्य, शनि एवं राहु की स्थिति में बदलाव से एक बहुत खतरनाक योग बनने जा रहे हैं। इस ब्लॉग में आपको सूर्य, राहु और शनि से बन रहे अशुभ योग के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त होगी। इसके अलावा, किन राशियों को अगस्त में बहुत सोच-समझकर चलना होगा? यह भी हम आपको बताएंगे। तो आइए आगे बढ़ते हैं और बात करते हैं सबसे पहले इस अशुभ योग के बारे में।

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अगस्त में होने वाले बड़े ग्रहों के गोचर एवं चाल में परिवर्तन 

अगस्त 2024 में मंगल, बुध, शुक्र सहित कई प्रमुख एवं महत्वपूर्ण ग्रहों का गोचर होने जा रहा है। बता दें कि 05 अगस्त 2024 को बुद्धि एवं व्यापार के कारक ग्रह बुध सिंह राशि में वक्री हो जाएंगे जबकि 16 अगस्त को ग्रहों के राजा सूर्य अपनी राशि सिंह में प्रवेश करेंगे। एक बार फिर 22 अगस्त 2024 को बुध वक्री चाल चलते हुए कर्क राशि में गोचर करेंगे। इसके बाद, युद्ध के देवता मंगल ग्रह 26 अगस्त को मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। माह के अंत में 29 अगस्त के दिन बुध फिर से अपनी चाल में परिवर्तन करेंगे और कर्क राशि में पुनः मार्गी चाल चलने लगेंगे। इसके साथ ही, प्रेम के कारक ग्रह शुक्र 25 अगस्त 2024 को कन्या राशि में गोचर करेंगे। 

आज का गोचर

शनि, राहु और सूर्य ग्रह बना रहे हैं ये खतरनाक योग 

सिर्फ इतना ही नहीं, अगस्त के माह में पिता और पुत्र की जोड़ी यानी कि सूर्य और शनि मिलकर समसप्तक योग का निर्माण करेंगे। सामान्य शब्दों में कहें, तो शनि और सूर्य दोनों एक-दूसरे से 7वें भाव में संचार करते हुए एक-दूसरे पर दृष्टि डाल रहे होंगे। साथ ही, राहु के साथ सूर्य षडाष्टक योग बनाएंगे। इसके फलस्वरूप, ग्रहों की इस स्थिति में होने वाले बदलाव की वजह से अगस्त माह राशि चक्र की पहली राशि मेष सहित 4 राशियों की परेशानियों को बढ़ाने का काम करेंगे। ऐसे में, इन जातकों को जीवन के हर क्षेत्र में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, तो चलिए आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं इन राशियों पर। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

राहु, शनि और सूर्य करेंगे घातक योग निर्मित, इन 4 राशि वालों को रहना होगा सावधान

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए अगस्त का महीना थोड़ा कठिन रहने का अनुमान है क्योंकि इस दौरान सूर्य आपके पांचवें भाव में मौजूद होंगे जबकि मंगल महाराज आपके तीसरे भाव में विराजमान होंगे। इसके फलस्वरूप, इस राशि के लोगों को अगस्त में किसी भी तरह के जोखिम उठाने से बचना होगा। स्वास्थ्य की बात करें, तो इस अवधि में आपकी सेहत नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकती है। साथ ही, आपकी कोई सर्जरी होने की भी आशंका है। 

जिन जातकों की सरकारी नौकरी हैं, उन्हें अगस्त में कुछ समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। इस समय आपके काम तमाम परेशानियों के बाद सफल होते दिखाई देंगे। इन जातकों को धन से जुड़े फैसले लेते समय काफ़ी सोच-विचार करने की सलाह दी जाती है। लेकिन, अगर आप धन का निवेश करना चाहते हैं, तो फिलहाल के लिए इस विचार को टाल दें, अन्यथा आपको हानि झेलनी पड़ सकती है। मेष राशि के माता-पिता को अपनी संतान की तरह से मुश्किलें उठानी पड़ सकती है।

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कन्या राशि स्वास्थ्य को देखें, तो आपकी सेहत नाज़ुक बनी सकती है और ऐसे में, आपकी तबियत कमज़ोर बनी रह सकती है जिसके चलते आपका पैसा स्वास्थ्य समस्याओं पर खर्च हो सकता है। मकर राशि के नौकरीपेशा जातकों को कार्यक्षेत्र में बहुत सोच-समझकर और सावधानी के साथ आगे बढ़ना होगा क्योंकि इस दौरान आपके मार्ग में कई बाधाएं बनी रह सकती हैं और साथ ही, आपके शत्रु आपके लिए परेशानियां खड़ी करते हुए नज़र आ सकते हैं।

कन्या राशि के जातकों को अगस्त माह में बहुत सोच-समझकर चलना होगा क्योंकि इस अवधि में सूर्य देव आपकी राशि के बारहवें भाव में बैठे होंगे। इसके परिणामस्वरूप, अगस्त के महीने में आपके खर्चों में बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। इस दौरान आपका स्वास्थ्य नाज़ुक रह सकता है जिसके चलते आपको अपनी सेहत पर काफी पैसा खर्च करना पड़ सकता है। इसके अलावा, आपको नींद संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं। संभव है कि बहुत ज्यादा खर्चें बढ़ने से आपकी रातों की नींद उड़ जाए। अगस्त का महीना आपके लिए लंबी दूरी की यात्राएं  लेकर आ सकता हैं, परन्तु यह यात्राएं आपको मनचाहे फल देने में पीछे रह सकती हैं। अगर आप विदेश जाना चाहते हैं, तो यह सपना साकार हो सकता हैं।

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मकर राशि 

मकर राशि वालों के लिए अगस्त का महीना ज्यादा फलदायी नहीं रहने की आशंका है। इस माह में सूर्य महाराज आपकी राशि के आठवें भाव में बैठे होंगे और इन पर शनि देव की दृष्टि पड़ रही होगी। इसके फलस्वरूप, जो जातक सरकारी नौकरी करते हैं, उन्हें इस दौरान काफ़ी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आपके काम बनते-बनते एकदम से बिगड़ सकते हैं। 

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मीन राशि

राशि चक्र की अंतिम राशि मीन के लिए अगस्त का माह अनुकूल नहीं रह सकता है क्योंकि यह अवधि इस राशि के जातकों के जीवन में कई समस्याएं लेकर आएगी। इस  दौरान आपका आर्थिक जीवन हद से ज्यादा प्रभावित रह सकता है जिसकी वजह सूर्य देव की आपकी राशि के छठे भाव में उपस्थिति होगी। इसके फलस्वरूप, इन जातकों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं अपना शिकार बना सकती हैं। साथ ही, करियर के क्षेत्र में आपको एक के बाद एक परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है और कामकाज में भी आपके हाथ मायूसी लग सकती है। जो जातक किसी कोर्ट केस में फंसे हैं, तो उसके परिणाम आपके खिलाफ आने की संभावना है इसलिए आपको सतर्क रहना होगा। अगस्त में शत्रु आप पर हावी हो सकते हैं, लेकिन आपको अपना धैर्य बनाए रखना होगा। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1.  शनि-राहु की युति से कौन सा योग बनता है?

उत्तर 1. ज्योतिष में शनि और राहु की युति से अनेक योग बनते हैं और इनमें से से एक है पिशाच योग जो कि बहुत विनाशकारी माना गया है।

प्रश्न 2. सूर्य और शनि से कौन सा योग बनता है?

उत्तर 2. सूर्य और शनि समसप्तक योग का निर्माण करते हैं।

प्रश्न 3. शनि और राहु एक साथ हो तो क्या होता है?

उत्तर 3. ज्योतिष में शनि-राहु की युति से प्रेम में असफलता प्राप्त होती है और व्यक्तिगत एवं पारिवारिक जीवन में रिश्ते  मधुर नहीं रहते हैं। 

बेहद अशुभ योग से शुरू होगा ये सप्ताह- 4 राशियों पर मंडराएंगे खतरे के बादल!

वैदिक ज्योतिष की गणना पर आधारित हमारा यह खास साप्ताहिक राशिफल ब्लॉग अपने रीडर्स को आने वाले 7 दिनों की विशेष जानकारी देने के लिए तैयार किया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें इस ब्लॉग में हम आपके जीवन के विभिन्न मोर्चों से संबंधित महत्वपूर्ण भविष्यवाणी प्रदान करते हैं।

सिर्फ इतना ही नहीं इस सप्ताह कौन-कौन से व्रत त्यौहार पड़ने वाले हैं, कौन सा गोचर होने वाला है, कौन से बैंक अवकाश होंगे और कौन-कौन से विवाह मुहूर्त होने वाले हैं इन बातों की जानकारी भी आपको इस खास ब्लॉग के माध्यम से हम प्रदान करेंगे। तो चलिए बिना देरी किए शुरू करते हैं 5 से 11 जुलाई का यह खास साप्ताहिक राशिफल विशेष ब्लॉग और जानते हैं जुलाई का यह सप्ताह सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा।

5 से 11 अगस्त 2024- हिंदू पंचांग और व्रत त्यौहार

5 अगस्त 2024 सोमवार 

तिथि- प्रतिपदा 

पक्ष शुक्ल 

अभिजीत मुहूर्त 12:00:02 से 12:53:38 तक

दिशा शूल पूर्व

व्रत-त्यौहार: तृतीय सावन सोमवार व्रत, चंद्र दर्शन 

6 अगस्त 2024 मंगलवार 

तिथि: द्वितीया

पक्ष शुक्ल

अभिजीत मुहूर्त 11:59:58 से 12:53:29 तक

दिशा उत्तर

व्रत-त्यौहार: तृतीय मंगला गौरी व्रत 

7 अगस्त 2024 बुधवार 

तिथि तृतीया

पक्ष शुक्ल

अभिजीत मुहूर्त कोई नहीं

दिशा शूल उत्तर 

व्रत-त्यौहार: हरियाली तीज और अंदल जयंती 

8 अगस्त 2024 गुरुवार 

तिथि चतुर्थी

पक्ष शुक्ल

अभिजीत मुहूर्त 11:59:48 से 12:53:08 तक

दिशाशूल दक्षिण 

व्रत त्यौहार- विनायक चतुर्थी 

9 अगस्त 2024 शुक्रवार 

तिथि पंचमी

पक्ष शुक्ल

अभिजीत मुहूर्त 11:59:43 से 12:52:56 तक

दिशा शूल पश्चिम

व्रत त्यौहार- नाग पंचमी 

10 अगस्त 2024 शनिवार 

तिथि पंचमी

पक्ष शुक्ल

अभिजीत मुहूर्त 11:59:36 से 12:52:44 तक

दिशा शूल पूर्व

व्रत त्यौहार: कालकी जयंती, स्कन्द षष्ठी  

11 अगस्त 2024 रविवार 

तिथि सप्तमी

पक्ष शुक्ल

अभिजीत मुहूर्त 11:59:29 से 12:52:31 तक

दिशाशूल पश्चिम

व्रत-त्यौहार भानु सप्तमी, तुलसीदास जयंती

इसके अलावा जैसा कि हमने पहले भी बताया कि 5 अगस्त के दिन व्यतीपात योग बनने वाला है। इस योग की बात करें तो सभी 27 योगों में से इस योग को 17 वां योग कहा जाता है और यह एक अशुभ योग है। इस दौरान अगर कोई भी नया काम शुरू करते हैं तो यह व्यक्ति के जीवन में नकारात्मकता, दुख, बीमारी, और दुर्भाग्य लेकर आ सकता है। जानकारी के लिए बता दें व्यतिपात योग के स्वामी रूद्र हैं।

5 से 11 अगस्त 2024: ग्रहण- गोचर  

ग्रहण और गोचर का ज्योतिष में विशेष महत्व माना जाता है। किसी भी महत्वपूर्ण भविष्यवाणी से पहले ग्रहों की चाल और स्थिति का विशेष आकलन किया जाता है और उसके बाद ही भविष्यवाणी की जाती है। यही वजह है कि हम अपने इस खास राशिफल ब्लॉग में भी ग्रहण गोचर के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। 

बात करें अगस्त के इस सप्ताह में पड़ने वाले ग्रहण गोचर की तो इस सप्ताह में केवल एक गोचर होने वाला है या यू कहिए ग्रह का परिवर्तन होने वाला है जो की है 5 अगस्त को होने वाला बुध का सिंह राशि में वक्री होना। 

5 अगस्त को 9:44 पर बुध सिंह राशि में वक्री हो जाएंगे। बुध का वक्री होना एक महत्वपूर्ण घटना है जिसका सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव अवश्य पड़ेगा। अगर आप अपने लिए व्यक्तिगत भविष्यवाणी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप अभी विद्वान ज्योतिषियों को फोन या फिर चैट के माध्यम से जुड़कर इस बात का जवाब जान सकते हैं।

5 से 11 अगस्त 2024- बैंक अवकाश 

बैंक आकाश की बात करें तो इस सप्ताह में दो महत्वपूर्ण बैंक अवकाश होने वाले हैं जिसमें से पहले होगा 7 अगस्त 2024 बुधवार को इस दिन हरियाली तीज है और यह आमतौर पर हरियाणा में ये बैंक अवकाश के रूप में मनाया जाता है। इसके बाद 8 अगस्त 2024 गुरुवार को टेंडोंग ल्हो रम फात है और इसका अवकाश सिक्किम में देखने को मिलेगा।

5 से 11 अगस्त 2024- विवाह मुहूर्त 

विवाह मुहूर्त के बारे में जानना है इसलिए आवश्यक हो जाता है क्योंकि विवाह एक बेहद ही मांगलिक आयोजन माना जाता है और सनातन धर्म में हर मांगलिक और शुभ कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देने देखने की मान्यता सदियों से चली आ रही है। 

कहा जाता है कि अगर किसी शुभ मुहूर्त में ही कोई मांगलिक कार्य संपन्न किया जाए तो उसमें सफलता देखने को मिलती है अन्यथा लोगों को जीवन में परेशानी उठानी पड़ सकती है। ऐसे में बात करें अगस्त के सप्ताह होने वाले विवाह मुहूर्त की तो ज्योतिषियों के अनुसार अगस्त 2024 में विवाह के लिए कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है इसलिए इस महीने में विवाह न करने की सलाह दी जा रही है।

5 से 11 अगस्त 2024- जन्मदिन की जानकारी

राशिफल के इस खास सेगमेंट में हम बात करते हैं इस सप्ताह में जन्म लेने वाले मशहूर सितारों के बारे में जिनका जन्मदिन भी इस सप्ताह में पड़ता है। तो चलिए जान लेते हैं कि आप किन मशहूर सितारों के साथ अपना जन्मदिन साझा करते हैं। 

5 अगस्त काजल (एक्ट्रेस) 

6 अगस्त साहूकार (एक्टर) आदित्य नारायण (एक्टर) 

7 अगस्त साइरस ब्रोचा (एक्टर) सचिन जोशी (एक्टर)

9 अगस्त हंसिका मोटवानी (एक्ट्रेस) बिंदु दारा सिंह (एक्टर) 

11 अगस्त सुनील शेट्टी (एक्टर) जैसी रंधावा (एक्ट्रेस)

यदि आप अपने फेवरेट सितारे की कुंडली देखकर उनके भविष्य के बारे में कुछ भी जानना चाहते हैं तो आप यहाँ क्लिक कर सकते हैं।

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साप्ताहिक राशिफल 5- 11 अगस्त, 2024

अब जानते हैं सभी बारह राशियों के जातकों के लिए यह सप्ताह क्या कुछ लेकर आने वाला है:

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
चंद्र राशि कैलकुलेटर

मेष साप्ताहिक राशिफल

इस हफ्ते घरेलू या परिवार के इलाज से जुड़े ख़र्चों में अच्छा खासा इज़ाफा देखा जाएगा। इस कारण आपको भी ….. (विस्तार से पढ़ें) 

मेष प्रेम राशिफल 

ये सप्ताह आपकी लव लाइफ को बहुत ही ख़ुशियों से भर देगा। क्योंकि आप एक दूसरे के बिना….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

स्वास्थ्य के लिहाज से समय विशेष अच्छा रहेगा और आप अपने अच्छे स्वास्थ्य के बल पर, अपने परिवार के लोगों ….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ प्रेम राशिफल

इस सप्ताह योग बन रहे हैं कि आपकी लव लाइफ बिल्कुल अनुकूल रहेगी और आप प्यार की ….(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

इस समयावधि के दौरान, आप निरंतर अपनी जीवन शैली में सुधार करने का परिवर्तन करेंगे। इसके लिए आप ….(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आपको अपने प्रेम संबंधों को बेहतर बनाने के लिए, उन सभी ख्वाहिशों को दूर रखना….(विस्तार से पढ़ें)

कर्क साप्ताहिक राशिफल

बहुत ज़्यादा तनाव और चिंता करने की आपकी आदत, इस सप्ताह आपकी सेहत को नुक़सान पहुँचा सकती है। …. (विस्तार से पढ़ें)

कर्क प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आपके जीवन में मुहब्बत और रोमांस, आपको ख़ुश मिज़ाज रखेंगे। क्योंकि आप ….(विस्तार से पढ़ें)

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सिंह साप्ताहिक राशिफल

इस हफ्ते आपको ऐसी चीज़ों पर काम करने की ज़रूरत है, जो आपकी सेहत में सुधार ला सकती हैं। इसके लिए ….(विस्तार से पढ़ें)

सिंह प्रेम राशिफल

यदि आपको अपने लवमेट से यह शिकवा था कि वह अपने दिल की बातों को जुबां पर नहीं लाते ……(विस्तार से पढ़ें)

कन्या साप्ताहिक राशिफल

जो जातक जिम जाते हैं उन्हें, इस सप्ताह ज़रूरत से ज्यादा वजन उठाने से बचना चाहिये, नहीं तो आपकी ….(विस्तार से पढ़ें)

कन्या प्रेम राशिफल

यदि आप किसी से एकतरफ़ा प्रेम करते हैं, और इस सप्ताह उनसे अपने दिल की बात करने का ….(विस्तार से पढ़ें)

तुला साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपको अपनी दृष्टि में सकारात्मकता लेते हुए, जो धुंध आपके चारों तरफ़ छाई हुई है, उसे स्वंय ही …..(विस्तार से पढ़ें)

तुला प्रेम राशिफल

इस सप्ताह भाग्य आपके साथ होगा, जिससे आपकी शोहरत तो बढ़ेगी ही, साथ ही आप आसानी ….. (विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

आपकी राशि के लोगों के स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से, ये सप्ताह बेहद उत्तम रहेगा। क्योंकि इस दौरान आपको किसी…..(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक प्रेम राशिफल

इस सप्ताह भी आपका अपने दोस्तों पर ज़रूरत से ज्यादा समय और धन व्यर्थ करना, आपके …..(विस्तार से पढ़ें)

धनु साप्ताहिक राशिफल

आपका सेहत में इस सप्ताह होने वाले कई सकारात्मक बदलाव, कार्यक्षेत्र और सामाजिक जीवन में आपको दूसरे …..(विस्तार से पढ़ें)

धनु प्रेम राशिफल

इस पूरे ही सप्ताह यूँ तो, आपका प्रेम जीवन सामान्य ही तौर पर चलता रहेगा। परंतु बावजूद इसके …..(विस्तार से पढ़ें)

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मकर साप्ताहिक राशिफल

स्वास्थ्य के लिहाज़ से इस सप्ताह आपको छोटी-मोटी समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन कोई बड़ी बीमारी इस दौरान ….(विस्तार से पढ़ें)

मकर प्रेम राशिफल

 इस सप्ताह आप अपने संगी की भावनाओं को समझ पाने में सफल होंगे, साथ ही आपका संगी भी….(विस्तार से पढ़ें)

कुम्भ साप्ताहिक राशिफल

आप हमेशा अपनी सुख-सुविधाओं को पूरा करने के लिए, हर संभव प्रयास करते दिखाई देते हैं और इस सप्ताह …. (विस्तार से पढ़ें)

कुम्भ प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आपका रुमानी संबंध आपको मानसिक सुकून देने की बजाय, आपको थोड़ी परेशानी ….(विस्तार से पढ़ें)

मीन साप्ताहिक राशिफल 

वो जातक जिन्हे नेत्र संबंधित विकार था, उनके जीवन में ये सप्ताह विशेष शुभ परिणाम लेकर आ रहा है। क्योंकि…..(विस्तार से पढ़ें)

मीन प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आपकी खराब सेहत के चलते, आपके रोमांस और प्रेम को दरकिनार होना पड़ …. (विस्तार से पढ़ें)

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 

प्रश्न 1: 5 से 11 अगस्त के बीच कौन से महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाएंगे?

उत्तर: इस दौरान सावन के तीसरे सोमवार का व्रत किया जाएगा। 

प्रश्न 2: साप्ताहिक राशिफल की गणना कैसे की जाती है?

उत्तर: हमारे विद्वान और जानकार ज्योतिषी ग्रहों-नक्षत्रों की चाल और गणना के आधार पर साप्ताहिक राशिफल की गणना करते हैं। 

प्रश्न 3: 5-11 अगस्त के बीच किन ग्रहों का गोचर होगा?

उत्तर: इस सप्ताह में 5 अगस्त को 9:44 पर बुध सिंह राशि में वक्री हो जाएंगे।

व्यापार के दाता बुध चलेंगे वक्री चाल- खूब लाभ और तरक्की कमाएँगी ये राशियाँ!

ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि बुध का वक्री होना उतार-चढ़ाव और सामान्य अराजकता की अवधि को जन्म देता है। कई लोगों का ऐसा भी मानना है कि ये ज्योतिषीय घटना व्यक्ति के मूड से लेकर आपके सभी कार्य तक हर चीज को प्रभावित करती है। दोस्तों के साथ या प्रेमी जनों के साथ मनमुटाव से लेकर बातचीत में परेशानी तक बुध की वक्री गति के दौरान यह सब होना आम बात हो जाती है। अगस्त के महीने में 5 तारीख को बुध वक्री होने जा रहा है।

बुध का यह अहम परिवर्तन सिंह राशि में होगा। ऐसे में ज्योतिष के अनुसार माना जा रहा है कि ये ज्योतिषीय घटना यात्रा में देरी, संचार में गड़बड़ी और तकनीकी समस्याएं पैदा कर सकती है।

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वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह 

ज्योतिष में बुध ग्रह को संचार, विचार और प्रौद्योगिकी पर शासन करने वाला ग्रह माना गया है। यह जब भी वक्री होता है तो यह अपनी कक्षा में पीछे की ओर बढ़ता हुआ प्रतीत होता है जिससे जीवन में बहुत अधिक भ्रम और जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। ऐसे में वक्री बुध को हल्के में न लेने की सलाह दी जाती है और बुध का वक्री होना गंभीर परिणाम लेकर आ सकता है।

बुध वक्री की अवधि में इन बातों के लिए रहें तैयार

सिंह राशि में बुध वक्री होने के दौरान जीवन में कुछ निश्चित परेशानियां, समस्याएं आने की उच्च आशंका रहती है।  ऐसे में इन समस्याओं से निपटना, अपने जीवन में आशावाद बनाए रखना, अनुकूलता लेकर आ सकता है। जैसे कि,  

  • इस दौरान अगर आप कोई यात्रा करने वाले हैं तो आप यह मानकर चल सकते हैं कि आपकी यात्रा में देरी होने की संभावना है। 
  • महत्वपूर्ण फाइलों और दस्तावेज़ों का बैकअप ले लें या बोलने से पहले अपनी बात को हजार बार सोच लें। ये छोटे-छोटे सक्रिय कदम बाद में गलतफहमी और जटिलताओं को रोकने में कारगर साबित हो सकते हैं।

वक्री बुध का क्या होता है अर्थ? 

जब भी कहा जाता है कि बुध ग्रह वक्री हो रहे हैं तो इसका यह मतलब होता है कि बुध सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की तुलना में धीमी गति से चलता है। सूर्य के सबसे निकट का ग्रह आमतौर पर हमारी तुलना में तेज़ गति के साथ चलता है। बुध को सूर्य के चारों ओर अपना रास्ता बनाने में पृथ्वी के 365 दिनों की तुलना में केवल 88 दिन ही लगते हैं। ऐसे में जब यह धीमी गति से चलता है तो यह एक प्रकार का ऑप्टिकल इल्यूजन या ऑप्टिकल भ्रम पैदा करता है और ऐसा लगता है कि यह पीछे की ओर बढ़ रहा है जिसे बुध का वक्री होना कहा जाता है।

ज्योतिष में बुध ग्रह को संचार, समाचार, यात्रा, प्रौद्योगिकी, बातचीत और सूचना पर शासन करने वाला ग्रह माना गया है। जिसका अर्थ होता है कि जब भी यह वक्री गति में आता है तो आम तौर पर गलत संचार या गलतफहमी जैसी चीज़ें हमारे जीवन में बढ़ने लगती है।

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2024 में बुध कब होगा वक्री? 

बात करें वर्ष 2024 में अब बुध कब वक्री होगा तो बुद्धि के कारक ग्रह बुध 5 अगस्त 2024 को सुबह 9:44 बजे सिंह राशि में वक्री होने जा रहे हैं। इस अवधि के दौरान आपको अपने प्रेम संबंधों के प्रति विशेष रूप से सावधान रहने और किसी भी गलतफहमी को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने की सलाह दी जाती है।

बुध के वक्री होने से जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है? 

अक्सर कहा जाता है कि जब भी बुध वक्री होते हैं तो लोग घबराने लगते हैं। इसका कारण यही है कि बुध एक ऐसा ग्रह है जो हमारे संचार को प्रभावित करता है। आमतौर पर ऐसा सोचा जाता है कि जब भी कोई ग्रह प्रतिगामी या वक्री होता है तो ज्योतिषीय दुनिया में उसके नकारात्मक परिणाम बढ़ने लगते हैं। इसमें ईमेल गुम होने से लेकर यात्रा में रुकावट तक सब कुछ होने की संभावना बढ़ जाती है। 

कई ज्योतिषियों का यह भी मानना है कि इसके कुछ और भी परिणाम हो सकते हैं जैसे की दोस्ती में बदलाव या फिर अनबन आना। ऐसा कई शोध तक में साबित हो चुका है कि बुध के वक्री होने से व्यक्ति के रिश्तों पर इसका खास प्रभाव पड़ता है। एक खास सर्वेक्षण के अनुसार 71% लोगों का मानना है कि बुध वक्री के चरण के दौरान उनके रिश्ते पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

अक्सर देखा जाता है कि बुध वक्री के दौरान सबसे ज्यादा प्रभाव हमारी बातचीत करने की शैली में आता है। इस दौरान हमें इस संचार में संघर्ष, झगड़ा और बहस आदि में वृद्धि देखने को मिलती है। इसके अलावा शोध में पाया गया है कि चार में से एक व्यक्ति को उनके पार्टनर ने बुध वक्री के दौरान छोड़ भी दिया। 

ज्योतिषियों का मानना है कि बुध वक्री हमारे मूड पर वास्तविक रूप से प्रभाव डालता है। कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि इससे मस्तिष्क में भ्रम और तनाव पैदा होता है। ऐसे में इस अवधि के दौरान हमें गलत शब्द कहने और चीजों को गलत तरीके से लेने की हमारी प्रवृत्ति में इजाफा हो जाता है। एक साधारण सी गलतफहमी भी एक बड़े विवाद को जन्म दे सकती है और ऐसा महसूस होने लगता है कि हमारा प्रेम जीवन हमारे नियंत्रण से बाहर जा रहा है। बुध के वक्री होने को आपके रिश्ते पर नकारात्मक असर डालने से कैसे रोकें तो दरअसल इस दौरान आप खुद को तर्क वितर्क और रिश्ते में चिंता के लिए तैयार रखें, आप अपनी बातचीत की शैली पर ध्यान रखें और इसके प्रति सावधानी बरतें तो काफी हद तक आप अपने रिश्ते की समस्या वक्री बुध की अवधि के दौरान दूर कर सकते हैं।

नक्षत्र कैलकुलेटर

इसके अलावा भी आप छोटे-छोटे कदम उठा सकते हैं जैसे समझदारी दिखाएं, गलतफहमी आना तो निश्चित है ऐसे में बहस की गर्मा-गर्मी से परे आप अपने रिश्ते के प्रति समझदारी दिखाएं, कोई भी ऐसी प्रतिक्रिया न दें जिसका नकारात्मक असर आपके रिश्ते पर पड़े। इससे पहले की आप बहस बाजी को अलग ढंग से ले जाएँ और उसका कुछ नकारात्मक प्रभाव आपके रिश्ते पर पड़े अपने पार्टनर को समझने की कोशिश करें और उनसे पूछें कि उनका वास्तव में अर्थ क्या था। ज्यादा प्रतिक्रिया देने से बचें, ध्यान से बातें सुनें, अपने शब्दों का चयन सावधानीपूर्वक करें और टेक ब्रेक लें। कोशिश करें कि अगर आपकी लड़ाई फोन या टेक्स्ट पर हो रही है तो इससे बचें और आमने-सामने रहकर ही कोई बात पूरी करें। हालांकि अगर इसके अलावा भी आपके रिश्ते में निरंतर परेशानियां बढ़ती जा रही हैं और आपका साथी आपको समझ नहीं रहा है या परेशानियां आपकी नियंत्रण से बाहर जा रही हैं तो आप प्रेम विशेषज्ञ ज्योतिषियों से इस बारे में परामर्श लेकर अपने रिश्ते को नई शुरुआत दे सकते हैं और खोया प्यार वापस प्राप्त कर सकते हैं। 

बुध सिंह राशि में वक्री- राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे घर का स्वामी है और अपनी वक्री गति में…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पंचम भाव का स्वामी है और अपनी वक्री गति में…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चतुर्थ भाव का स्वामी है और आपके तीसरे घर में …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और 12वें घर का स्वामी है और वक्री गति में यह …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और 11वें घर का स्वामी है और वक्री गति में आपके…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दशम भाव का स्वामी है और अपनी वक्री गति में …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए बुध नवम और 12वें घर का स्वामी है और अब अपनी वक्री गति में …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध अष्टम और एकादश भाव का स्वामी है और वक्री गति में…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और 11वें घर का स्वामी है और अपनी वक्री गति में…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नवम भाव का स्वामी है और अपनी वक्री गति …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है और वक्री गति में …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सप्तम भाव का स्वामी है और अपनी…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्न 1: अगस्त में बुध वक्री कब होने जा रहा है? 

उत्तर: अगस्त में 5 तारीख को बुध सिंह राशि में वक्री होने जा रहे हैं। 

प्रश्न 2: बुध वक्री का सबसे गहरा असर किस चीज पर पड़ता है?

उत्तर: वक्री बुध का सबसे गहरा असर हमारे बातचीत और हमारे रिश्तों पर पड़ता है। 

प्रश्न 3: बुध कब उदय होगा 2024 में?

उत्तर: 29 अगस्त 2024 को बुध उदय होने जा रहे हैं। 

बेहद शुभ योग में रखा जाएगा श्रावण अमावस्या का व्रत, सिर्फ एक उपाय से बदल सकता है भाग्य!

सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है, इसे हरियाली अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। चूंकि यह श्रावण मास में पड़ती है इसलिए इसे श्रावणी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए पूजा करती हैं और व्रत रखती हैं। इस मास की अमावस्या को पितरों की तृप्ति पूजा पाठ, पिंडदान और वृक्षारोपण आदि शुभ कार्य करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। 

सनातन धर्म में वृक्षों को देवता स्वरूप माना गया है। इसके अलावा, श्रावण मास में माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि इस दिन शिव-पार्वती के पूजन करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है और प्रसन्न होकर वे अपने भक्तों की हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं। कुंवारी कन्याएं भी मनचाहा वर के लिए इस व्रत को रखती हैं और शिव-पार्वती की पूजा करती हैं। इसके अलावा सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

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ख़ास बात यह है कि इस बार श्रावण अमावस्या पर ख़ास योग का निर्माण हो रहा है, जिसके चलते इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ गया है। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं श्रावण अमावस्या से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।

श्रावण अमावस्या 2024: तिथि व समय

अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, सावन अमावस्या या हरियाली अमावस्या सामान्य रूप से जुलाई या अगस्त के महीने में आती है। सावन का महीना हिन्दुओं के लिए अनेक पर्वों एवं त्योहारों को लेकर आता है।

श्रावण अमावस्या मुहूर्त
श्रावण अमावस्या की तिथि: 04 अगस्त 2024, रविवार 

अमावस्या तिथि का आरंभ: 03 अगस्त 2024 की दोपहर 03 बजकर 53 मिनट से

अमावस्या तिथि की समाप्ति: 04 अगस्त 2024 की दोपहर 04 बजकर 45 मिनट तक 

शुभ योग

बता दें कि इस दिन बेहद शुभ योग सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। वार, नक्षत्र और तिथि के बीच आपसी तालमेल होने पर सिद्धि योग का निर्माण होता है। यह इस योग में किए गए कार्य का परिणाम शुभ होता है। इस दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करना शुभ साबित होगा।

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श्रावण अमावस्या का महत्व

शास्त्रों के अनुसार, श्रावण अमावस्या के दिन स्नान-दान और तर्पण इत्यादि के साथ भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन भोलेनाथ की उपासना करने से सभी प्रकार की नकारात्मक दूर हो जाती है । साथ ही, इस पावन दिन पर पितरों का तर्पण आदि शुभ कर्म करने से पितृ दोष का भय भी दूर हो जाता है। 

इसके अलावा, इस दिन पवित्र नदी में स्नान आदि करने के बाद दान करने का भी अपना विशेष महत्व है और इस दिन पेड़-पौधे लगाना भी शुभ माना जाता है। हरियाली अमावस्या यानी श्रावण अमावस्या के दिन मुख्य रूप से पीपल और तुलसी की पूजा-अर्चना की जानी चाहिए और जल चढ़ाना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि पीपल के वृक्ष में सभी देवी-देवताओं का वास होता है और वे अपना आशीर्वाद देते हैं। हरियाली अमावस्या के दिन दैव पौधे जैसे पीपल, नीम, केला, बरगद, तुलसी, आंवला आदि लगाने फलदायी माना जाता है।

श्रावण अमावस्या की पूजा विधि

  • इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करने जाए। यदि ऐसा संभव न हो तो घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। ऐसा करना काफी शुभ माना जाता है।
  • स्नान के बाद साफ वस्त्र पहनें और घर के मंदिर में घी का दीप प्रज्वलित करें और फिर सूर्य देव को जल दें। यदि आप व्रत रखना चाहते हैं तो व्रत का संकल्प लें।
  • इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा करें। साथ ही, माता पार्वती का पूरा श्रृंगार करें।
  • यह दिन अपने पितर से संबंधित कार्य करने के लिए अच्छा होता है इसलिए पितरों के निमित्त तर्पण और दान जरूर करें।
  • इस पावन दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें और पूजा भक्ति में समय व्यतीत करें।
  • आप इस पावन दिन रुद्राभिषेक करवाना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपनी विशेष कृपा प्रदान करते हैं।
  • इस दिन रात में जागरण करें और शिव पुराण का पाठ करें।

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हरियाली अमावस्या पर भूलकर भी न करें ये काम

  • श्रावण मास की हरियाली अमावस्या का संबंध प्रकृति से जुड़ा है इसलिए इस दिन भूलकर भी कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे प्रकृति को कोई नुकसान पहुंचे। विशेष रूप से इस दिन पेड़-पौधों काटने से बचना चाहिए।
  • हरियाली अमावस्या के दिन पितरों से जुड़े सभी कार्य करके उनका आशीर्वाद लिया जाता है, ऐसे में भूलकर भी पितरों की बुराई न करें या फिर उनको कोसने की गलती न करें। हो सके तो उनके सम्मान में अच्छे शब्द बोलें।
  • हरियाली अमावस्या के दिन अशुभ फलों से बचने के लिए मांस-मदिरा आदि तामसिक चीजों का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
  • इस दिन बाल और नाखून न काटें। साथ ही, इस दिन सुहागन महिलाओं को बाल नहीं धोना चाहिए। मान्यता है इससे घर में दरिद्रता आती है और क्लेश बढ़ता है।

हरियाली अमावस्या पर जरूर करें ये काम

  • अमावस्या के दिन स्नान-दान, जप-तप आदि का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है। ऐसे में, इस विशेष दिन गंगा तट या किसी अन्य तीर्थ पर स्नान और इच्छानुसार दान अवश्य करें।
  • श्रावण अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त तर्पण करें या उनके लिए पिंडदान आदि करें। ऐसा करने से उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  • इस अमावस्या वाले दिन पीपल की पूजा करने और उसकी जड़ में जल चढ़ाने से साधक को सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। 
  • इसके अलावा, इस दिन पेड़ लगाना भी शुभ माना जाता है।
  • श्रावण मास की अमावस्या के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करें। साथ ही दूध में काले तिल डालकर शिवलिंग का अभिषेक करें।

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हरियाली अमावस्या की कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में एक प्रतापी राजा था। उनके साथ उनका बेटा और एक बहू थे। एक दिन बहू ने चोरी से छिपाकर मिठाई खा लिया और नाम चूहे का लगा दिया। जिसकी वजह से चूहे को बहुत गुस्सा आ गया और उसने मन ही मन निश्चय किया कि जल्द ही असली चोर को राजा के सामने लेकर आऊंगा। एक दिन राजा के यहां कुछ मेहमान आ गए। सभी मेहमान राजा के कमरे में सोये हुए थे। गुस्से में तिलमिलाए चूहे ने रानी की साड़ी ले जाकर उस कमरे में रख दिया। जब सुबह मेहमान की आंखें खुली और उन्होंने रानी का कपड़ा देखा तो हैरान रह गए। जब राजा को इस बात का पता चला तो उन्होंने अपनी बहू को महल से बाहर निकाल दिया।

महल से निकलते ही रानी पूजा पाठ में लग गई और रोज शाम में दीपक जलाती व ज्वार उगाने का काम करती थी। प्रसाद के रूप में रानी गुड धानी लोगों में वितरित करती थी। एक दिन राजा उसी रास्ते के सामने से निकल रहे थे तभी उनकी नजर उन दीपक पर पड़ी। राजमहल लौटकर राजा ने सैनिकों को जंगल भेजा और कहा कि देखकर आओ वहां क्या चमत्कारी चीज थी। सैनिक जंगल में उस पीपल के पेड़ के नीचे गए। उन्होंने वहां देखा कि दीये आपस में बात कर रही थी। सभी अपनी-अपनी कहानी बता रही थीं। तभी एक शांत से दीये से सभी ने दीपकों ने सवाल किया कि तुम शांत क्यों हों अपनी कहानी बताओ। दीये ने अपनी कहानी बताते हुए कहा कि वह रानी का दीया है। उसने आगे बताया कि रानी की मिठाई चोरी की वजह से चूहे ने रानी की साड़ी मेहमानों के कमरे में रखा दिया था और बेकसूर रानी को महल से निकाल दिया गया और जो पाप उसने किया भी नहीं उसकी सजा वह भुगत रही है। सैनिकों ने यह सुनते ही सारी बात तुरंत राजा को बताई। जिसके बाद राजा को अपनी गलती का पछतावा हुआ और उसने रानी को वापस महल बुलवा लिया और इसके बाद रानी खुशी-खुशी परिवार के साथ मिलकर राजमहल में रहने लगी।

हरियाली अमावस्या पर जरूर करें ये ख़ास उपाय

हरियाली अमावस्या पर यदि आप भी जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इस दिन नीचे दिए गए कुछ विशेष उपाय को अवश्य करें। आइए जानते हैं इन उपाय के बारे में…

पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए

हरियाली अमावस्या यानी श्रावण अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की विधि-विधान से पूजा करें, जल चढ़ाएं और घी का दीपक जलाएं। इसके बाद घर पर मालपुआ बनाए और पांच तरह की मिठाई के साथ पेड़ के नीचे रखें।फिर धूप-दीप से पूजा करके 7 बार परिक्रमा करें। ऐसा करने से पितृ दोष से छुटकारा पाया जा सकता है।

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कालसर्प दोष दूर करने के लिए

हरियाली अमावस्या के दिन कालसर्प दोष को दूर करने के लिए सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और फिर सूर्य देव को जल चढ़ाएं। इसके बाद ध्यान करने के बाद भगवान शिव की पूजा करें और शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करें। ऐसा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है और शिवजी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

पितरों के आशीर्वाद के लिए

हरियाली अमावस्या पर पितरों की शांति के लिए किसी भी पवित्र नदियों में या घर पर ही पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें और विधि-विधान से तर्पण करें। इसके बाद पितृ सूक्त पाठ, गरुड़ पुराण, पितृ गायत्री पाठ, पितृ देव चालीसा आदि का पाठ करें। हो सके तो इस दिन गरीब व जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन कराएं और क्षमता अनुसार दान दक्षिणा दें। पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होगा और धन-धान्य में वृद्धि होगी।

करियर में तरक्की के लिए

यदि आप अपने लिए रोजगार की तलाश कर रहे हैं और कई प्रयास करने के लिए बाद भी आपको करियर में तरक्की प्राप्त नहीं हो रही है तो हरियाली अमावस्या के दिन एक नींबू को घर के मंदिर में रख दें और फिर रात में अपने ऊपर से सात बार वार लें और फिर 4 बराबर भाग में काटकर चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में फेंक दें। ऐसा करने से आपको करियर में तेज़ी से तरक्की मिलेगी और आप तेज़ी से आगे बढ़ेंगे।

धन-धान्य के लिए

आर्थिक जीवन में सुधार लाने और स्थिरता प्राप्त करने के लिए हरियाली अमावस्या के दिन घर के ईशान कोण में लाल रंग के धागे से बनी बत्ती से घी का दीपक जलाएं। ध्यान रखें कि बत्ती रूई की न हो और दीपक में थोड़ी सी केसर भी जरूर मिलाएं। इसके बाद कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपना विशेष आशीर्वाद प्रदान करती है।

भाग्य वृद्धि के लिए

हरियाली अमावस्या की रात में पूजा घर की थाली में ऊं बनाकर उस पर महालक्ष्मी यंत्र रखें और फिर विधिपूर्वक यंत्र की पूजा-अर्चना करें। ऐसा करने से घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और घर में लक्ष्मी का वास होता है। साथ ही, भाग्य का भी पूरा साथ आपको मिलेगा, जिससे आपके सारे काम बनने लगेंगे।

हरियाली अमावस्या पर राशि अनुसार लगाएं पौधे, चमकेगी उठेगी किस्मत

मेष राशि

मेष राशि के जातकों को श्रावण अमावस्या यानी हरियाली अमावस्या के दिन आंवले का पौधा लगाना चाहिए।

वृषभ राशि

इन राशि के जातकों को श्रावण अमावस्या यानी हरियाली अमावस्या के दिन जामुन का पौधा लगाना चाहिए।

मिथुन राशि

इस राशि के जातकों को चंपा का पौधा लगाना चाहिए।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों को पीपल का पौधा लगाना चाहिए। इससे सुख-समृद्धि का वास होगा।

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों को इस दिन बरगद या अशोक का पौधा लगाना चाहिए।

कन्या राशि

इस राशि के जातकों को शिवजी का ​प्रिय बेल का पौधा या जूही का पौधा लगाना चाहिए। इससे हर मनोकामना पूरी होगी।

तुला राशि

 तुला राशि वालों के लिए अर्जुन या नागकेसर का पौधा लगाना शुभ रहेगा।

वृश्चिक राशि

इस राशि के जातकों को नीम का पौधा लगाना चाहिए।

धनु राशि

धनु राशि के जातकों को कनेर का पौधा लगाना चाहिए। यह आपके लिए शुभ साबित होगा।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों को शमी का पौधा लगाना चाहिए।

कुंभ राशि

इस राशि के जातकों के लिए कदंब या आम का पौधा लगाना अच्छा साबित होगी। इससे सकारात्मक ऊर्जा का वास होगा।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों को बेर का पौधा लगाना चाहिए।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. साल 2024 में श्रावण अमावस्या कब है?

उत्तर 1. इस साल श्रावण अमावस्या 04 अगस्त 2024 को मनाई जाएगी।

प्रश्न 2. क्या श्रावण अमावस्या शुभ दिन है?

उत्तर 2. हरियाली अमावस्या हिंदू धर्म में एक शुभ दिन है, जिसका धार्मिक महत्व बहुत अधिक है।

प्रश्न 3. सावन की अमावस्या को क्या करना चाहिए?

उत्तर 3. इस दिन दान, ध्यान और स्नान का विशेष महत्व है।

प्रश्न 4. अमावस्या की रात को क्या नहीं करना चाहिए?

उत्तर 4. अमावस्या तिथि पर मांसाहार भोजन, शराब,मसूर की दाल, सरसों का साग, मूली और चना आदि जैसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।

अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 04 अगस्त से 10 अगस्त, 2024

कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)? 

अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा। 

इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।

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अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (04 अगस्त से 10 अगस्त, 2024)

अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं। 

जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।

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मूलांक 1

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 1 के जातक बेहद दृढ़ निश्चयी और तेज़ बुद्धि वाले होते हैं। यह अपने जीवन में काफ़ी व्यवस्थित होते हैं और तेज़ रफ़्तार से आगे बढ़ना पसंद करते हैं।

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें, तो इस मूलांक वाले अपने पार्टनर के साथ मधुर रिश्ते बनाए रखने में परेशानी का अनुभव कर सकते हैं। आप दोनों के बीच आपसी समझ का अभाव नज़र आए सकता है  जिसकी वजह से आपके रिश्ते में दूरियां आ सकती हैं। 

शिक्षा: मूलांक 1 वालों का रवैया शिक्षा के प्रति लापरवाह रह सकता है और ऐसे में, आप पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में असफल रह सकते हैं जिसकी वजह से शिक्षा में सुधार करने और जो आप पढ़ रहे हैं, उसे याद रखने के मार्ग में समस्याएं पैदा हो सकती हैं। 

पेशेवर जीवन: अगर आप नौकरी करते हैं, तो इस सप्ताह कार्यक्षेत्र में आपको हालात निराशाजनक लग सकती है और ऐसे में, आप पर काम का दबाव बढ़ सकता है। जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें नुकसान झेलना पड़ सकता है।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य को देखें, तो इस सप्ताह आपको अपनी सेहत पर नज़र बनाए रखनी होगी क्योंकि आपको त्वचा से जुड़ी समस्याएं घेर सकती हैं जिसकी वजह कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता होने की आशंका है। 

उपाय- रविवार के दिन भगवान सूर्य के लिए यज्ञ/हवन करें।

मूलांक 2

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 2 के जातक इस सप्ताह कोई महत्वपूर्ण फैसला लेते समय भ्रमित नज़र आ सकते हैं और इसकी वजह अस्थिरता हो सकती है। ऐसे में, आपको शीर्ष पर पहुंचने के लिए एक योजना बनाकर चलना होगा। 

प्रेम जीवन: इस सप्ताह मूलांक 2 के जातक अपने पार्टनर के सामने अपनी नाखुशी ज़ाहिर कर सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, यह आपके रिश्ते को`बेहतर बनाने की राह में रुकावट का काम करेगा। ऐसी परिस्थितियों की वजह से आपका रिश्ता मज़बूत नहीं हो पाएगा।

शिक्षा: इस सप्ताह आपको पढ़ाई में अच्छे अंक हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी। साथ ही, आपको पढ़ाई मन लगाकर करनी होगी।\

पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन की बात करें, तो इन जातकों को इस सप्ताह काम में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिसके चलते आप काम को समय पर पूरा करने में नाकाम रह सकते हैं। अगर आपका खुद का व्यापार है, तो प्रतिद्वंदी आपको प्रभावित कर सकते हैं। वह आपको बिज़नेस में पीछे छोड़ने का प्रयास कर सकते हैं और साथ ही, वह चाहेंगे कि आप ज्यादा से ज्यादा लाभ न कमा पाएं।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की बात करें, तो मूलांक 2 वालों को कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता की वजह से सर्दी-जुकाम की शिकायत रह सकती है। साथ ही, इस समय आपका स्वास्थ्य थोड़ा नाज़ुक बना रह सकता है इसलिए आपको अपनी सेहत को बेहतर बनाए रखने का प्रयास करना होगा। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ सोमाय नमः” का 21 बार जाप करें।

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मूलांक 3

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 3 के जातक साहस से भरे रहेंगे और ऐसे में, जीवन के महत्वपूर्ण निर्णयों को लेने में सक्षम होंगे और यह आपके लिए फायदेमंद साबित होंगे। आत्म-प्रेरणा वह गुण होगा जो आपको मान-सम्मान प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन को देखें, तो मूलांक 3 के जातक अपनी प्रेम भावनाओं को पार्टनर के सामने व्यक्त करेंगे। साथ ही, आप दोनों एक-दूसरे के साथ अपने विचारों को शेयर करेंगे जिससे आपके बीच आपसी समझ मज़बूत होगी।

शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में यह सप्ताह आपके लिए उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। लेकिन, मन लगाकर पढ़ाई करने से आप पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे।

पेशेवर जीवन: मूलांक 3 के जातकों को इस सप्ताह नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे और ऐसे में, आप ख़ुश दिखाई देंगे। जो लोग खुद का व्यापार करते हैं, वह एक नए बिज़नेस की शुरुआत कर सकते हैं जिससे आपको अच्छे लाभ की प्राप्ति होगी।

स्वास्थ्य:  इस सप्ताह आप शारीरिक रूप से फिट रहेंगे और ऐसे में, आप ऊर्जा और उत्साह से भरे रहेंगे इसलिए आप अपना अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने में सक्षम होंगे।

उपाय: प्रतिदिन “ॐ बृहस्पतये नमः” का 21 बार जाप करें। 

मूलांक 4

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 4 वाले स्वभाव से बहुत जुनूनी होते हैं जिसकी वजह से अक्सर यह अपना पैसा गंवा देते हैं। यह लोग इस सप्ताह जीवन को सुख-सुविधाओं से पूर्ण बनाने के प्रति आकर्षित रहेंगे जो कि आपके लिए बाधा का काम कर सकता है। साथ ही, आपको जीवन में गिरावट देखने को मिल सकती है और इस वजह से आप आगे नहीं बढ़ सकेंगे। 

प्रेम जीवन: मूलांक 4 वाले अपने रिश्ते को जारी रखने या उसमें बने रहने में असफल रह सकते हैं क्योंकि आपमें धैर्य की कमी रहने की आशंका है। इसके परिणामस्वरूप, यह जातक अपनी भावनाओं का इज़हार करने में समर्थ नहीं होंगे।

शिक्षा: शिक्षा के लिहाज़ से, मूलांक 4 के छात्रों का मन पढ़ाई से भटक सकता है और ऐसे में, आप अच्छी प्रगति हासिल करने में पीछे रह सकते है। इसकी वजह एकाग्रता की कमी हो सकती है इसलिए आपको पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना होगा। 

पेशेवर जीवन: इस मूलांक के जो जातक नौकरी करते हैं, उन्हें कार्यक्षेत्र में दबाव का सामना करना  पड़ सकता है। अगर आप व्यापार करते हैं, तो आपको बिज़नेस में कड़ी टक्कर और गलत नीतियों पर चलने की वजह से ज्यादा लाभ न मिलने की प्रबल संभावना है।

स्वास्थ्य: मूलांक 4 के जातकों को इस सप्ताह पाचन से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं और ऐसे में, आपको समय पर भोजन करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, इन लोगों को पैरों और कंधों में दर्द की शिकायत भी रह सकती है। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ दुर्गाय नमः” का 22 बार जाप करें।

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मूलांक 5

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 5 के जातक बेहद बुद्धिमान होते हैं और वह जो भी काम करते हैं, उसमें तर्क ढूंढ ही लेते हैं। इन लोगों में अपनी स्किल्स को बढ़ाने की इच्छा मौजूद होती है जिसके चलते यह तेज़ी से प्रगति प्राप्त करते हैं। 

प्रेम जीवन: रिलेशनशिप की बात करें, तो इस सप्ताह आप पार्टनर के साथ मज़बूत रिश्ते बनाए रखने में सक्षम होंगे और इसकी वजह साथी के प्रति आपका सच्चा प्यार होगा।

शिक्षा: अगर आप रिसर्च या डॉक्टरेट आदि विषयों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, तो अब आप इन क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करेंगे। साथ ही, आपका प्रदर्शन भी अच्छा रहेगा।

पेशेवर जीवन: मूलांक 5 के जो जातक नौकरी कर रहे हैं, वह इस सप्ताह कार्यक्षेत्र में अपनी क्षमताओं और योग्यताओं का प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। अगर आपका खुद का व्यापार है, तो आपको मल्टी लेवल नेटवर्किंग बिज़नेस के नए अवसर प्राप्त होंगे।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह सप्ताह आपके लिए उत्तम रहेगा क्योंकि आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी। इसकी वजह आपका आत्मविश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण होगा। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ नमो नारायण” का 41 बार जाप करें।

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मूलांक 6

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 6 के जातक बेहद रचनात्मक एवं कलात्मक होते हैं इसलिए यह आसानी से टॉप पर पहुँचने में सक्षम होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आप अपनी विशिष्टता दिखाने में भी सफल रहेंगे।

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें, तो इस मूलांक के जातक पार्टनर के साथ अपने विचार शेयर  करते हुए दिखाई देंगे और ऐसे में, आप दोनों के बीच आपसी तालमेल मज़बूत होगा। आप साथी के साथ किसी यात्रा पर जा सकते हैं और ऐसे लम्हें आपको ख़ुश करने का काम करेंगे।

शिक्षा: इस सप्ताह आप उच्च शिक्षा हासिल करने में सक्षम होंगे और प्रतियोगी परीक्षाओं में भी आपका प्रदर्शन बेहतरीन रहने के आसार है। इस दौरान आप अपनी योग्यताओं और क्षमताओं को इस तरह दूसरों के सामने लेकर आएंगे जिससे आप पढ़ाई में शीर्ष पर पहुंच पाएंगे। 

पेशेवर जीवन: मूलांक 6 के जातकों के लिए यह सप्ताह नौकरी के नए अवसर लेकर आ सकता है और ऐसे में, आप ख़ुश एवं हैरान दोनों नज़र आ सकते हैं। जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह बिज़नेस में अपनी स्थिति को स्थिर करते हुए अच्छा ख़ासा लाभ कमा सकें।

स्वास्थ्य: इस सप्ताह आपके भीतर का आत्मविश्वास आपको ऊर्जावान बनाए रखेगा। साथ ही, आपका दृढ़ और सकारात्मक रवैया आपको फिट रखने में मददगार बनेगा। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ भार्गवाय नमः” का 33 बार जाप करें।

मूलांक 7 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 7 के जातकों का झुकाव आध्यात्मिकता के प्रति होगा और आपका मन धार्मिक विचारों से भरा रहेगा। ऐसे में, संसार से आपका मोह भंग हो सकता है और ईश्वर की प्रार्थना में लीन रह सकते हैं।

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें, तो आपके लिए रिश्ते में पार्टनर के साथ आपसी तालमेल और समायोजन बनाकर चलना जरूरी होगा, अन्यथा आप बेकार की बहस या विवाद में पड़ सकते हैं जिससे आप दोनों के रिश्ते से ख़ुशियां नदारद हो सकती हैं।

शिक्षा: यह सप्ताह मूलांक 7 के छात्रों के लिए अनुकूल कहा जा सकता है क्योंकि आपकी याददाश्त कमज़ोर रह सकती है। इसके फलस्वरूप, इन छात्रों का प्रदर्शन पढ़ाई में अच्छा रहेगा।

पेशेवर जीवन: मूलांक 7 के नौकरीपेशा जातकों को इस सप्ताह अपने वरिष्ठों के साथ बातचीत करते समय सावधान रहना होगा क्योंकि इस बात की प्रबल संभावना है कि आपका उनके साथ वाद-विवाद हो सकता है। अगर आपका व्यापार है, तो आपको मुनाफे वाली डील करते समय   सचेत रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि कुछ परिस्थितियां आपके हाथ से बाहर जा सकती हैं।

स्वास्थ्य: इस मूलांक के जातकों को वाहन चलाते समय बहुत सतर्क रहना होगा क्योंकि आपको चोट-खरोंच लग सकती है इसलिए आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। साथ ही, इन लोगों को त्वचा से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ केतवे नमः” का 41 बार जाप करें।

मूलांक 8 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 8 के जातक करियर को लेकर बहुत जागरूक होते हैं इसलिए यह अपने करियर में बहुत सोच-समझकर आगे बढ़ते हैं। यह लोग अपने काम के संबंध में सदैव प्रयासरत रहते हैं और काम में उत्कृष्टता हासिल करने में सक्षम होते हैं। साथ ही, इन जातकों को अपने जीवन में काफ़ी यात्राएं करनी पड़ती हैं।

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन में मूलांक 8 वाले इस सप्ताह अपने पार्टनर को मनाने की कोशिश करते हुए दिखाई देंगे और इसके लिए आपको कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है। हालांकि, अपने इस प्रयास में आप थोड़े बहुत ही कामयाब हो सकेंगे।

शिक्षा: मूलांक 8 वाले छात्र इस सप्ताह पढ़ाई करते हुए दिखाई देंगे और ऐसे में, आप पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। हालांकि, अपने विषय को पढ़ने और समझने के बाद भी आपको परेशानी का अनुभव हो सकता है और ऐसे में, आप अपने मनचाहे लक्ष्यों को पूरा करने में पीछे रह सकते हैं।

पेशेवर जीवन: जो जातक नौकरी करते हैं, वह इस सप्ताह नौकरी में बदलाव करने पर मज़बूर हो सकते हैं जिसकी वजह संतुष्टि की कमी हो सकती है। वहीं, इस मूलांक के जिन लोगों का अपना व्यापार है, उन्हें इस समय हानि उठानी पड़ सकती है।

स्वास्थ्य: मूलांक 8 वालों को पैरों में दर्द और त्वचा से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती है और ऐसे में, आप तनाव में नज़र आ सकते हैं। इस अवधि में ध्यान आदि करना आपके लिए फलदायी साबित होगा। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ मंदाय नमः” का 44 बार जाप करें।

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मूलांक 9 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 9 के तहत पैदा होने वाले जातक स्वभाव से साहसिक होते हैं और काफ़ी जिम्मेदार होते हैं। यह निडर होते हैं और बड़े से बड़े कार्यों को आसानी से पूरा कर लेते हैं। ऐसे जातक अधिकतर सरकारी और रक्षा क्षेत्र में कार्यरत होते हैं।

प्रेम जीवन: मूलांक 9 वालों को इस सप्ताह साथी और प्रियजनों के साथ रिश्ते में प्रेम की कमी महसूस हो सकती है। हालांकि, इस दौरान पार्टनर के साथ आपका रिश्ता मज़बूत और बेहतर होने की संभावना है।

शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में मूलांक 9 के जातक अपनी योग्यताओं और क्षमताओं को साबित करने में सक्षम होंगे और ऐसे में, पढ़ाई में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा जिसकी वजह आपका समर्पण और मज़बूत एकाग्रता होगी।

पेशेवर जीवन: इस मूलांक के जो जातक सरकारी नौकरी की तलाश में हैं, तो उन्हें अब नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही, आपको काम में उत्कृष्टता हासिल करने के साथ-साथ सफलता प्राप्त करने के भी अनेक मौके मिलेंगे। जिन लोगों का अपना व्यापार है, वह ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाने में सफल रहेंगे।

स्वास्थ्य: इन जातकों का अपनी फिटनेस के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण और उत्साह आपको स्वस्थ बनाए रखेगा। आपकी मज़बूत रोग प्रतिरोधक क्षमता आपको स्वस्थ रखने में सहायता करेगी।  

उपाय: प्रतिदिन “ॐ भौमाय नमः” का  27 बार जाप करें।

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हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. अंक ज्योतिष कैसे देखा जाता है?

उत्तर.1 अंक ज्योतिष के अनुसार, अपना मूलांक निकालने के लिए व्यक्ति की जन्म तिथि, माह और वर्ष को इकाई अंक तक जोड़ें और जो संख्या प्राप्त होगी, वह आपका भाग्यांक होगा।

प्रश्‍न.2 राहु का लकी नंबर क्या है? 

उत्तर.2 मूलांक 4 को राहु ग्रह का अंक माना जाता है और ऐसे में, मूलांक 4 के जातकों के लिए राहु महत्वपूर्ण ग्रह बन जाता है।

प्रश्‍न.3  अंक 7 के स्वामी ग्रह कौन हैं?

उत्तर.3 केतु ग्रह को अंक 7 का स्वामी माना गया है और इस मूलांक के जातक दार्शनिक और चिंतक स्वभाव के होते हैं।