अंकों से जानें, आने वाले नए वर्ष 2025 का हाल- रहेगा शुभ या बढ़ेंगी समस्याएं?
आज दुनिया में भविष्य जानने के लिए अनेक माध्यम उपलब्ध हैं, लेकिन जो सबसे विश्वसनीय और भरोसेमंद माने जाते हैं उनमें ज्योतिष, टैरो और अंक ज्योतिष का नाम शामिल है। अंक शास्त्र भी ज्योतिष की तरह ही एक प्राचीन विद्या है जिसमें अंकों की सहायता से किसी व्यक्ति के भूत, भविष्य और वर्तमान के बारे में जाना जा सकता है। एट्रोसेज अपने पाठकों को ध्यान में रखकर अंक ज्योतिष राशिफल आधारित यह ब्लॉग लेकर आया है जिसमें आपको वर्ष 2025 का संपूर्ण राशिफल प्रदान किया जा रहा है। यहाँ मूलांक 1 से लेकर मूलांक 9 तक के जातक आने वाले नए साल के बारे में विस्तारपूर्वक जान सकते हैं।
यदि आपके मन में भी वर्ष 2025 को लेकर अनेक सवाल उठ रहे हैं, तो आप अंक ज्योतिष आधारित वर्ष 2025 के इस राशिफल के जरिये अपने जीवन में आने वाले उतार-चढ़ावों के बारे में जान सकते हैं।
अंक ज्योतिष और क्या कहता है इसका इतिहास?
अगर हम बात करें अंक ज्योतिष की, तो इस विद्या को अंकों और ज्योतिष का संयोजन कहते हैं। अंक शास्त ज्योतिषीय तथ्यों को अंको के साथ मिलाकर किसी व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में गहन जानकारी प्रदान करता है और इसको ही अंक ज्योतिष कहा जाता है जिसमें 1 से लेकर 9 तक के अंकों को शामिल किया जाता है। हालांकि, अंक ज्योतिष की भविष्यवाणी ज्योतिष के तीन प्रमुख तत्वों पर आधारित होती हैं और इसके अंतर्गत ग्रह, नक्षत्र और 12 राशि आती है। इस प्रकार, ज्योतिष और अंक शास्त्र का मिलान नौ ग्रहों, राशियों और 27 नक्षत्र पर आधारित होता है।
वहीं, अंक ज्योतिष का इतिहास आज से तक़रीबन 10,000 वर्ष पुराना है और इसका इस्तेमाल मिस्र में किया गया था। मिस्र के प्रसिद्ध गणितज्ञ पाइथागोरस ने कहा था कि “अंक ही ब्रह्मांड पर राज करते हैं।” यानी कि संसार में अंकों का महत्व सबसे अधिक है। दूसरी तरफ, भारत में “स्वरोदम शास्त्र” नाम के प्राचीन ग्रंथ में अंक शास्त्र का वर्णन मिलता है।
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अंक ज्योतिष का महत्व
अंक शास्त्र को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है और इसकी सहायता से मनुष्य के भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। साथ ही, किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व के गुण-अवगुण, व्यवहार और विशेषताओं के बारे में भी आप जान सकते हैं। इसके अलावा, अंक ज्योतिष शादी से पूर्व होने वाले पति-पत्नी के मूलांक से गुणों का मिलान करने में भी सक्षम है। वर्तमान समय में अंक शास्त्र का इस्तेमाल वास्तुशास्त्र में भी किया जाने लगा, विशेष रूप से नए घर या भावना का निर्माण करते समय अंकों पर ध्यान दिया जाता है।
अंक ज्योतिष ने इस कदर कामयाबी हासिल की है कि अब नाम में भी इसका उपयोग होने लगा है जिसके चलते लोग अपने नाम की स्पेलिंग में भी बदलाव कर रहे हैं। इसके सबसे अच्छे उदाहरणों में बॉलीवुड की मशहूर हस्तियों करण जौहर से लेकर एकता कपूर तक के नाम शामिल है।
अंक ज्योतिष का उपयोग करने की वजह
अंक ज्योतिष में जो भी भविष्यवाणी की जाती है, वह अंकों और नवग्रहों (सूर्य, चंद्र, गुरु, राहु, केतु, बुध, शुक्र, शनि और मंगल) आदि को मिलाकर की जाती है। अंकों में 1 से 9 तक का संबंध 9 ग्रहों में किसी न किसी ग्रह से माना जाता है और इससे जानकारी प्राप्त होती है कि किस अंक पर किस ग्रह का सबसे ज्यादा असर है। इस प्रकार, व्यक्ति के जन्म के समय ग्रहों की स्थिति जातक का व्यक्तित्व निर्धारित करती है।
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जब किसी इंसान का जन्म होता है, तो उस समय एक प्राथमिक और एक द्वितीयक ग्रह उस पर शासन करता है जिससे पता चलता है कि जातक पर किस अंक का प्रभाव है और इस अंक को ही उसका स्वामी कहा जाता है। जातक की खूबियों, कमियों, सोच, इच्छा, द्वेष, स्वास्थ्य और करियर आदि पर अंक शास्त्र के अंकों और साथी ग्रह का प्रभाव होता है।
अंक ज्योतिष में मूलांक और भाग्यांक
अंक ज्योतिष में व्यक्ति की जन्म तिथि के जोड़ का योग मूलांक कहलाता है जबकि किसी इंसान के जन्म तिथि, माह और साल को जोड़कर निकलने वाली संख्या को भाग्यांक के नाम से जाना जाता है।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. अंक ज्योतिष कैसे देखा जाता है?
अंक ज्योतिष में अंकों के माध्यम से व्यक्ति के भविष्य की भविष्यवाणी की जाती है।
2. मूलांक कितने होते हैं?
अंक शास्त्र में 1 से लेकर 9 तक मूलांक होते हैं।
3. अंक 2 के स्वामी कौन हैं?
चंद्र देव को अंक 2 का स्वामित्व प्राप्त है।
टैरो साप्ताहिक राशिफल (22 दिसंबर से 28 दिसंबर, 2024): इस सप्ताह जानें किन राशि वालों को मिलेगी तरक्की!
टैरो साप्ताहिक राशिफल 22 दिसंबर से 28 दिसंबर 2024: टैरो कार्ड एक प्राचीन विद्या है जिसका उपयोग भविष्य जानने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से ही टैरो कार्ड रीडर और रहस्यवादियों द्वारा अंतर्ज्ञान प्राप्त करने और किसी विषय की गहराई तक पहुंचने के लिए होता रहा है। यदि कोई व्यक्ति बेहद आस्था और विश्वास के साथ मन में उठ रहे सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए आता है, तो टैरो कार्ड की दुनिया आपको हैरान कर सकती है। बहुत से लोग मानते हैं कि टैरो एक मनोरंजन का साधन है और इसे ज्यादातर मनोरंजन के रूप में देखते हैं।
दिसंबर 2024 का यह सप्ताह यानी कि टैरो साप्ताहिक राशिफल 22 दिसंबर से 28 दिसंबर 2024 अपने साथ क्या कुछ लेकर आएगा? यह जानने से पहले हम टैरो कार्ड के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि टैरो की उत्पति आज से 1400 वर्ष पहले हुई थी और इसका सबसे पहला वर्णन इटली में मिलता है। शुरुआत में टैरो को ताश के रूप में राजघरानों की पार्टियों में खेला जाता था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया। मध्यकाल में टैरो को जादू-टोना से जोड़कर देखा जाने लगा और इसके परिणामस्वरूप आम लोगों ने भविष्य बताने वाली इस विद्या से दूरी बनाना सही समझा।
लेकिन टैरो कार्ड का सफर यही थमा नहीं और इसने कुछ दशकों पहले पुनः प्रसिद्धि प्राप्त की जब दुनिया के सामने इसे एक भविष्य बताने वाली विद्या के रूप में पहचान मिली। भारत समेत दुनियाभर में टैरो की गिनती भविष्यवाणी करने वाली महत्वपूर्ण विद्याओं में होती है और अंत में टैरो कार्ड वह सम्मान पाने में सफल हुआ है जिसका वह हक़दार था। तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि दिसंबर का यह सप्ताह यानी कि 22 दिसंबर से 28 दिसंबर 2024 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?
टैरो साप्ताहिक राशिफल 22 दिसंबर से 28 दिसंबर 2024: राशि अनुसार राशिफल
मेष राशि
प्रेम जीवन: टेन ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: द हर्मिट
करियर: पेज ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: द मैजिशियन
मेष राशि के जातकों को प्रेम जीवन में टेन ऑफ कप्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपको अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलने वाला है। आप अपने रिश्ते को आगे बढ़ा सकते हैं या अपने प्रेमी को अपने परिवार से मिलवा सकते हैं। टेन ऑफ कप्स कार्ड के अनुसार आपके रिश्ते में स्थिरता, शांति और सुख बना रहेगा। यदि आप सिंगल हैं, तो इस सप्ताह किसी खास व्यक्ति से आपकी मुलाकात हो सकती है। इनके साथ आपका रिश्ता लंबा चल सकता है।
द हर्मिट कार्ड आपको धन के मामले में अपनी प्राथमिकताओं पर विचार करने की सलाह दे रहा है। इस समय आप पैसा कमाने में बहुत ज्यादा व्यस्त हो सकते हैं इसलिए आपको यह समझना होगा कि वो क्या चीज़ है जो आपको सच में खुशी देती है। इसके अलावा आपको अधिक पैसों की बचत करने एवं पैसे खर्च करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
इस समय आपके पास अपने करियर के लिए ढेर सारे आइडिया हो सकते हैं एवं आप उत्साह से भरपूर नज़र आएंगे। यह कार्ड नए अनुभव को भी दर्शाता है जिसका मतलब है कि आप इस सप्ताह कोई नया काम शुरू कर सकते हैं या नया करियर चुन सकते हैं या किसी चीज़ का प्रशिक्षण ले सकते हैं।
स्वास्थ्य के मामले में आपको द मैजिशियन कार्ड मिला है जिसके अनुसार अगर आपकी सेहत खराब चल रही है या आप किसी मुश्किल परिस्थिति से गुज़र रहे हैं, तो अब आपके इससे बाहर आने की संभावना है। यह कार्ड इनवर्ट होने पर अधिक काम करने और तनाव की वजह से कुछ समस्याएं होने के संकेत दे सकता है।
शुभ दिन: मंगलवार
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वृषभ राशि
प्रेम जीवन: नाइट ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: नाइन ऑफ कप्स
करियर: सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: द हैंग्ड मैन
प्रेम जीवन में वृषभ राशि के जातकों को नाइट ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है। इस कार्ड के अनुसार आपको अपने पार्टनर में कम रुचि हो सकती है। अगर आप अपनी लव लाइफ में स्थिरता, सुरक्षा और प्रतिबद्धता चाहते हैं, तो यह कार्ड आपके लिए खुशखबरी लेकर आया है। यह कार्ड संकेत देता है कि आप दोनों मिलकर अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक-दूसरे का सहयोग करेंगे।
नाइन ऑफ कप्स कार्ड एक सकारात्मक संकेत है जिसके अनुसार आप इस समय सुख, समृद्धि और आर्थिक स्थिरता का आनंद ले पाएंगे। इस कार्ड का कहना है कि आप करियर में सफलता पाकर या समझदारी से निवेश करके अपने वित्तीय लक्ष्यों और उद्देश्यों को पूरा कर सकते हैं।
करियर और वित्तीय स्थिति के मामले में सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड अच्छा संकेत है। यह कार्ड करियर में शांतिपूर्ण स्थिति की ओर संकेत कर रहा है जहां पर आपके लिए चीज़ों को संभालना आसान होगा। आप बाधाओं को पार कर सकते हैं या अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर सकते हैं। इससे आपको अपने कार्यक्षेत्र में अधिक सुरक्षित और संतुष्ट महसूस होगा।
द हैंग्ड मैन कार्ड आपको अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को सुलझाने को लेकर रचनात्मक तरीके से सोचने की सलाह दे रहा है। आपको ये समझना होगा कि जीवन में चलने वाले हालात और हमारी सोच या दृष्टिकोण स्वास्थ्य को किस तरह प्रभावित कर सकते हैं।
शुभ दिन: शुक्रवार
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: टू ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ कप्स
करियर: फाइव ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: द हीरोफैंट
मिथुन राशि के लोगों को प्रेम जीवन में टू ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है। इस कार्ड का कहना है कि आपको बेचैनी महसूस हो सकती है या आप अपने रिश्ते को लेकर असंतुष्ट महसूस कर सकते हैं। इस कार्ड का एक अर्थ यह भी हो सकता है कि जातक को अब यह निर्णय लेने की ज़रूरत है कि उसे अब अन्य प्रेम प्रस्तावों पर ध्यान देना चाहिए या अपने मौजूदा रिश्ते के साथ ही आगे बढ़ना चाहिए।
वित्तीय जीवन में थ्री ऑफ कप्स कार्ड कमाई के लिए अच्छे अवसर मिलने के संकेत दे रहा है। आप जिस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, भले ही उसमें कोई और आपकी सहायता कर रहा हो, आपको इस समय अपने प्रयासों का फल ज़रूर मिलेगा। आपको धन को लेकर चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। पेसों से संबंधित आपकी सभी समस्याएं हल हो जाएंगी।
फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड करियर के मामले में कार्यक्षेत्र में प्रतिद्वंदिता और संघर्ष के संकेत दे रहा है। संभावना है कि आप ऐसी जगह काम करते हैं जहां पर अहंकार और व्यक्तित्व के बीच मतभेद की वजह से प्रगति में बाधा आ सकती है। सफलता पाने के लिए आपसी सहयोग और अहंकार को पीछे छोड़ने की ज़रूरत है।
सेहत के मामले में हीरोफैंट कार्ड अपराइट हो, तो इसका मतलब है कि आपको पारंपरिक चिकित्सकीय सलाह और उपचार लेना चाहिए। नियमित व्यायाम और डॉक्टर की सलाह मानकर आप अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं। जिस तरह जीतने के लिए नियमों का पालन करना होता है, ये कुछ वैसा ही है।
शुभ दिन: बुधवार
कर्क राशि
प्रेम जीवन: द हाई प्रिस्टेस
आर्थिक जीवन: टू ऑफ पेंटाकल्स
करियर: सेवन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्स्ड)
स्वास्थ्य: थ्री ऑफ वैंड्स
कर्क राशि के जातकों के लिए द हाई प्रिस्टेस कार्ड दर्शाता है कि आपका रिश्ता काफी गहरा है और आप एवं आपके पार्टनर एक दूसरे के साथ आध्यात्मिक रूप से जुड़े हुए हैं। यह कार्ड प्रेमियों के बीच एक ऐसे मज़बूत रिश्ते का प्रतीक है जिसमें रिश्ते का आधार विश्वास है और दोनों पार्टनर एक-दूसरे से खुलकर अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं। एक मज़बूत रिश्ते का निर्माण तब होता है जब दोनों पार्टनर को लगता है कि सामने वाला उनके महत्व को जानता या समझता है।
किसी व्यक्ति के वित्तीय और पेशेवर जीवन के बारे में बताने के लिए टू ऑफ पेंटाकल्स कार्ड गहराई से विचार करता है। अपराइट आने पर यह कार्ड दर्शाता है कि जातक कार्यक्षेत्र में एक साथ कई काम, असाइनमेंट या दायित्वों को संभाल सकता है।
करियर में सेवन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्स्ड) कार्ड मिला है। यह कार्ड व्यक्तिगत अड़चनों को पार करने, प्रगति करने और अतीत की जिन चीज़ों पर आपको पछतावा है, उन्हें भुलाने की ओर संकेत कर रहा है। यह कार्ड आपको याद दिला रहा है कि आपको अपने अतीत के बजाय वर्तमान पर और आगे मिलने वाले अवसरों पर ध्यान देना चाहिए।
जैसे-जैसे आप अपने कंफर्ट ज़ोन से बाहर आएंगे और नई चीज़ों को ग्रहण करेंगे, थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड आपको प्रगति करने के लिए प्रेरित करेगा। यह कार्ड सेहत के मामले में आपको आत्मविश्वास और उद्देश्य के साथ आगे बढ़ने में मदद कर सकता है।
टैरो कार्ड रीडिंग के अनुसार अपराइट फोर ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड कहता है कि ठीक होने, सोचने और अपने रिश्ते को दोबारा स्थापित करने के लिए आपको और आपके पार्टनर को कुछ समय अकेले में बिताने की ज़रूरत है। जिंदगी की जरूरतों को पूरा करने की वजह से आप दोनों बोझिल और विमुख महसूस कर सकते हैं।
आपको आर्थिक जीवन में द सन अपराइट कार्ड मिला है जिसके अनुसार इस समय आपकी वित्तीय स्थिति शानदार रहने वाली है क्योंकि यह कार्ड समृद्धि से जुड़ा हुआ है। आपके सभी व्यापारिक कार्य, आर्थिक निवेश और अन्य आय के स्रोत खूब फल-फूलेंगे। इस सप्ताह आपके वेतन में भी वृद्धि होने के आसार हैं।
करियर में आपको द चैरियट कार्ड मिला है जिसका कहना है कि आपकी महत्वाकांक्षा आपको अपने करियर में बहुत आगे लेकर जा सकती है। अगर आप जानते हैं कि आपको अपने करियर से क्या चाहिए, तो आप अपने लक्ष्य को को लेकर फोकस रह सकते हैं। आप कार्यक्षेत्र में काफी प्रेरित रहते हैं और इससे आपको सफल होने के लिए आत्म-नियंत्रण, उत्साह और संकल्प का गुण प्राप्त होगा।
सेहत के मामले में आपको द मैजिशियन कार्ड मिला हे जो कि बहुत शानदार कार्ड है। इस कार्ड के अनुसार आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए यह सप्ताह बहुत बढ़िया रहने वाला है। आपको इस समय कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी।
शुभ दिन: रविवार
कन्या राशि
प्रेम जीवन: ऐट ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: द वर्ल्ड
करियर: पेज ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: नाइन ऑफ पेंटाकल्स
आप भले ही अपने पार्टनर के साथ काफी समय बिता चुके हों, आपको ऐसा लगेगा जैसे वो आपको लगातार सरप्राइज़ कर रहे हैं। अगर आप उन्हें नज़दीक से देखें, तो आपको रोज़ उनका एक नया पहलू जानने का मिलेगा। आप उन्हें उनके दयालु स्वभाव की वजह से प्यार करते हैं लेकिन जब उनके सामने कोई खतरा होता है या कुछ उनके नैतिक मूल्यों के विरुद्ध होता है, तो फिर उनका गुस्सा फूट सकता है।
द वर्ल्ड कार्ड दर्शाता है कि इस सप्ताह आप अपने दीर्घकालिक वित्तीय उद्देश्यों को पाने में सक्षम होंगे, पेशेवर जीवन में कोई उपलब्धि हासिल कर सकते हैं और अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार ला सकते हैं। इस कार्ड का यह अर्थ भी हो सकता है कि दृढ़ता और प्रयासों की मदद से समृद्ध और आर्थिक रूप से सुरक्षित बना जा सकता है। इसके अलावा यह कार्ड लोगों को अपनी पेशेवर उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए भी प्रेरित कर सकता है।
टैरा कार्ड रीडिंग में पेज ऑफ वैंड्स कार्ड करियर के लिए नए विचारों और संभावनाओं को दर्शाता है। इस कार्ड का यह संकेत भी हो सकता है कि आपको आत्मविश्वास और आशावादी बनकर कोई नया काम, बिज़नेस या नौकरी शुरू करनी चाहिए।
सेहत के मामले में टैरो रीडिंग में आपको नाइन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है जो कि एक शुभ संकेत है और आपके लिए शानदार स्वास्थ्य के संकेत दे रहा है। यह कार्ड सफलता की ओर इशारा कर रहा हे जिसका मतलब है कि अगर आप अपनी सेहत, फिटनेस या जीवनशैली में सुधार करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, तो अब आपको इसमें सफलता मिलने के योग हैं।
शुभ दिन: बुधवार
तुला राशि
प्रेम जीवन: फाइव ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: टेन ऑफ कप्स
करियर: टेंपरेंस
स्वास्थ्य: थ्री ऑफ पेंटाकल्स
तुला राशि के जातकों को फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो बताता है कि आपको कोई पसंद आ गया है और आप उनके साथ अपने रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहते हैं। हालांकि, वह व्यक्ति आपके अंदर दिलचस्पी नहीं रखता है। अगर आप उनके साथ अपने रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको खुद प्रयास करने होंगे।
इस सप्ताह आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। आपने पूर्व में जो निवेश किया है या भविष्य में जो निवेश करने वाले हैं, उससे आपको अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है। यह कार्ड एक अच्छा संकेत दे रहा है और इस सप्ताह आपकी वित्तीय स्थिति सकारात्मक एवं बेहतर होगी।
टेंपरेंस कार्ड बताता है कि आप जो चाहते हैं, उसे प्राप्त करने के लिए आपके अंदर पर्याप्त धैर्य और दृढ़ता है इसलिए अपने लक्ष्य को निर्धारित करने के लिए यह सप्ताह अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र में लोग आपकी कड़ी मेहनत और निष्ठा पर ध्यान देंगे एवं आपके उच्च अधिकारी आपका सहयोग करते हुए नज़र आएंगे।
थ्री ऑफ पेंटाकल्स कार्ड एक बहुत ही सकारात्मक कार्ड है। यह दर्शाता है कि इस सप्ताह आपकी सेहत काफी अच्छी रहने वाली है। अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, तो अब आपको उसके लिए सही उपचार मिल पाएगा और आप इस समस्या से उबर पाएंगे।
शुभ दिन: शुक्रवार
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: ऐस ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: फाइव ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स
प्रेम और रिश्तों के मामले में ऐस ऑफ वैंड्स कार्ड एक शुभ संकेत है। सिंगल और अकेले रहने के बाद इस सप्ताह आप एक नए रिश्ते की शुरुआत कर सकते हैं। यह एक ऐसे रिश्ते की शुरुआत हो सकती है जो काफी लंबा चलेगा और मौज-मस्ती एवं जोश से परिपूर्ण होगा।
वृश्चिक राशि के लोगों को थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जिसका मतलब है कि इस सप्ताह आपको आर्थिक स्तर पर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस सप्ताह आपके सामने धन के मामले में बड़ी परेशानियां खड़ी हो सकती हैं। आप अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर चिंतित हो सकते हैं लेकिन अगर आप धन से संबंधित मामलों में समझदारी से निर्णय लेते हैं और फिजूलखर्च से बचते हैं, तो आपकी स्थिति के बेहतर होने की उम्मीद है।
फाइव ऑफ कप्स कार्ड बताता है कि आप इस समय अपने करियर से असंतुष्ट महसूस कर सकते हैं। आपका करियर जिस मुकाम पर है, उससे आप खुश नहीं हैं। कार्यक्षेत्र में चीज़ें आपके हिसाब से नहीं चल रही हैं। इस समय आपको आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और अच्छे से विचार करने के बाद अपने करियर को एक नई देशा देनी चाहिए।
सेहत के मामले में आपको फोर ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो बताता है कि आप पिछले कुछ दिनों में जिस मानसिक और शारीरिक तनाव से गुज़रे हैं, उससे उबरने के लिए आपको अपने शरीर को थोड़ा आराम देना चाहिए।
धनु राशि के जातक इस समय लोगों के बीच रहना पसंद करेंगे और इस बात की चिंता करना छोड़ देंगे कि आप कैसे दिखते हैं या लोग आपको किस नज़रिए से देखते हैं। दूसरे लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे और आपकी बहादुरी एवं आत्मविश्वास से आपके नक्शेकदम पर चलने के लिए प्रेरित होंगे। अगर आप रिश्ते में हैं, तो अपने पार्टनर के लिए पहले से ज्यादा ईमानदार होना आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है।
किंग ऑफ कप्स कार्ड आर्थिक सुरक्षा का संकेत दे रहा है। निर्णय लेने के आपके विवेकपूर्ण दृष्टिकोण की वजह से आप इस वित्तीय स्थिरता तक पहुंच पाए हैं। यह कार्ड आपको अपनी भावनात्मक ज़रूरतों को पूरा करने के साथ-साथ निवेश या खरीदारी करते समय सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है।
यह समय अपने करियर की कमान संभालने, कुछ महत्वपूर्ण और सही निर्णय लेने और पुरानी अड़चनों को दूर करने का है। द चैरियट कार्ड पेशेवर जीवन में महत्वाकांक्षा और दृढ़ता को दर्शाता है। आप अपनी सहज प्रवृत्ति और आत्म-नियंत्रण की मदद से अपने निर्धारित किए गए उद्देश्यों को प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
सेहत के मामले में आपको नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपको अपने स्वास्थ्य के लिए तुरंत कोई कदम उठाने और सक्रिय दृष्टिकोण रखने की ज़रूरत है। आप स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए अधिक प्रेरित और ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे।
शुभ दिन: बृहस्पतिवार
मकर राशि
प्रेम जीवन: टेंपरेंस
आर्थिक जीवन: टू ऑफ वैंड्स
करियर: द लवर्स
स्वास्थ्य: टू ऑफ स्वॉर्ड्स
द अपराइट टेंपरेंस कार्ड रोमांटिक लाइफ में आपसी समझ, संयम, धैर्य और समस्याओं को सुलझाने के लिए बीच का रास्ता अपनाने की सलाह दे रहा है। यह कार्ड आपको अपने कार्यों के प्रति सावधान और विचारशील रहने एवं किसी बात को बहुत ज्यादा खींचने से बचने का संकेत दे रहा है। प्यार के मामले में आप अपने व्यवहार के बारे में सोचें और उन पहलुओं पर विचार करें जहां पर आपका रवैया, धारणा या विचार हावी हो गए हों। क्या आप अपने पार्टनर के साथ बहुत आक्रामकता के साथ पेश आए हैं या बहुत कम बोलते हैं, आपको एक बार अपने व्यवहार पर नज़र डालनी चाहिए।
आर्थिक जीवन में आपको टू ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि वित्तीय क्षेत्र में स्थिरता को दर्शाता है। आप आर्थिक रूप से संतुलित होने में सक्षम होंगे। आपकी आय का नया स्रोत बन सकता है जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। यह कार्ड आपके लिए आय के कई स्रोतों के संकेत भी दे रहा है।
द लवर्स कार्ड कह रहा है कि आपको करियर या रोज़गार के संबंध में कुछ विकल्प चुनने पड़ सकते हैं। आप अपने करियर को बदलने या अपनी मौजूदा स्थिति को सुधारने पर विचार कर सकते हैं। आपको अपने कार्यक्षेत्र में किसी ऐसे व्यक्ति या संस्थान का साथ मिल सकता है जो आपके लिए फलदायी साबित होगा।
सेहत के मामले में टू ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड आपको इस बात पर ध्यान देने की सलाह दे रहा है कि आपको यह समझना चाहिए कि आपको खुद की और दूसरों की देखभाल पर कितना समय बिताना चाहिए। अगर आप बीमार लोगों की मदद करने के लिए खुद बहुत ज्यादा त्याग करेंगे, तो इससे आपके खुद के बीमार पड़ने की आशंका है।
शुभ दिन: शनिवार
कुंभ राशि
प्रेम जीवन: द मैजिशियन (रिवर्स्ड)
आर्थिक जीवन: ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: स्ट्रेंथ
स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ वैंड्स
द मैजिशियन रिवर्स कार्ड रिश्ते में कंफ्यूज़न या हिचकिचाहट के संकेत दे रहा है। इस कार्ड के अनुसार आपको अपनी प्राथमिकताओं पर विचार करने का समय चाहिए या फिर आपने खुद को रोका हुआ है।
ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड का कहना है कि आपकी कमाई के रास्ते हर तरफ से बंद हो सकते हैं। अगर इस समय आप अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर चिंतित हैं, तो आपको परिस्थिति को एक अलग नज़रिए से देखना चाहिए। यदि आप अपनी आमदनी को बढ़ाना चाहते हैं, तो आपके पास अपनी उम्मीद से ज्यादा स्रोत हो सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में आपको स्ट्रेंथ कार्ड मिला है जिसके अनुसार यह समय अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने और आगे बढ़ने के लिए है। आपको बस साहस से काम लेने और अपने ऊपर भरोसा करने की ज़रूरत है। आपके अंदर योग्यता एवं क्षमता है। असफलता या मज़ाक बनने का डर आपको अपने सपनों को पूरा करने से रोक न दे। डर को छोड़ो और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ो। अगर तुम चाहो तो वह पदोन्नति प्राप्त कर सकते हो।
सिक्स ऑफ वैंड्स कार्ड किसी बीमारी से ठीक होने या उपचार के अनुकूल परिणाम मिलने के संकेत दे रहा है। इस कार्ड का यह मतलब भी हो सकता है कि आप अपने स्वास्थ्य को दुरुस्त करने के लिए अपने प्रयासों से अपनी ताकत और जोश को वापस प्राप्त कर रहे हैं।
शुभ दिन: शनिवार
मीन राशि
प्रेम जीवन: टेन ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: पेज ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: नाइट ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: द हैंग्ड मैन
इस सप्ताह मीन राशि के जातकों को प्रेम जीवन में टेन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो कि एक बुरा संकेत है। संभावना है कि हाल ही में आपका ब्रेकअप हुआ है। आपको भले ही लग रहा होगा कि आपकी दुनिया खत्म हो गई है लेकिन ऐसा नहीं है। जल्द ही आप अपनी जिंदगी के इस मुश्किल दौर से बाहर निकल आएंगे।
भले ही आपके पास अपने पैसे को बढ़ाने या अधिक कमाने को लेकर कई शानदार विचार हों, लेकिन आपको बता दें कि ये विचार अभी अपने प्रारंभिक चरण में ही हो सकते हैं। हो सके तो उन लोगों से सीखने की कोशिश करें, जिन्हें आपसे ज्यादा अनुभव है। इस समय आपकी पैसा कमाने में रुचि हो सकती है लेकिन यह एक मुश्किल चीज़ है और आप जितना ज्यादा इसके बारे में जानेंगे, उतना ही ज्यादा पैसा कमा पाएंगे।
करियर में नाइट ऑफ वैंड्स कार्ड नौकरी में बदलाव या किसी नए बिज़नेस की शुरुआत के संकेत दे रहा है। नाइट ऑफ वैंड्स कार्ड इस तरह से बदलाव और नई संभावनाओं को दर्शाता है। इस कार्ड का एक अर्थ यह भी हो सकता है कि आपको अपने लक्ष्यों को स्वीकार कर ऐसी नौकरी की तलाश करनी चाहिए जिसे लेकर आप उत्साहित हों।
टैरो रीडिंग में सेहत के मामले में द हैंग्ड मैन कार्ड शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने, स्वस्थ गर्भावस्था और नियंत्रित ब्लड प्रेशर की ओर इशारा कर रहा है। कुल मिलाकर इस सप्ताह आपकी सेहत अच्छी रहने वाली है।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. क्या दुनियाभर में टैरो लोकप्रिय है?
उत्तर. सभी जगह तो नहीं लेकिन कई देशों में टैरो लोकप्रिय है।
प्रश्न 2. किसी एक पॉपुलर टैरो बुक के लेखक का नाम बताएं?
उत्तर. लीसा बोस्वेल।
प्रश्न 3. टैरो की उत्पत्ति कितने साल पहले हुई थी?
उत्तर. टैरो की उत्पत्ति 1400 वर्ष पहले हुई थी।
शुभ मुहूर्त 2025 से जानें, नए साल में विवाह से लेकर गृह प्रवेश तक की शुभ तिथियां!
हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त को अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और अगर हम इन्हें एक-दूसरे के पूरक कहें, तो गलत नहीं होगा क्योंकि सनातन धर्म में कोई भी कार्य बिना शुभ मुहूर्त के नहीं किया जाता है। शुभ कार्य को करने या किसी नए काम की शुरुआत करने जा रहे हैं या फिर कोई धार्मिक अनुष्ठान और संस्कार संपन्न करने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले शुभ मुहूर्त को देखा जाता है और मुहूर्त उपलब्ध होने पर ही व्यक्ति अपने कदम आगे बढ़ाता है। इसके पीछे मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में किये गए कार्यों में सफलता की प्राप्ति होती है इसलिए ज्योतिषी शुभ समय में ही काम करने की सलाह देते हैं।
आधुनिक समय में रहते हुए भी अगर आप शुभ मुहूर्त में विश्वास करते हैं, तो एस्ट्रोसेज आपके लिए यह ख़ास ब्लॉग लेकर आया है जहाँ आपको साल 2025 में विवाह, कर्णवेध संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार, उपनयन संस्कार, विद्यारंभ संस्कार, मुंडन संस्कार सहित गृह प्रवेश और नामकरण संस्कार आदि के लिए शुभ मुहूर्त प्रदान किये जा रहे हैं। यहाँ हम आपको साल भर के सारे मुहूर्त एक साथ एक जगह दे रहे हैं। चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। लेकिन आपको मुहूर्त बताने से पहले नज़र डालते हैं शुभ मुहूर्त के महत्व पर।
क्यों है शुभ मुहूर्त 2025 इतना महत्वपूर्ण?
हम आपको अपने पिछले लेखो में भी शुभ मुहूर्त के महत्व के बारे में बताते आये हैं। बता दें कि हिंदू धर्म में प्राचीन काल से ही किसी भी मांगलिक कार्य या नए कार्य का आरंभ करने से पहले शुभ मुहूर्त अवश्य देखा जाता है क्योंकि ऐसा करने से कार्य के सफल होने की संभावना बढ़ जाती है और साथ ही, जातक को शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
वैसे अगर हम बात करें शुभ मुहूर्त की, तो यह एक ऐसी अवधि होती है जब सभी ग्रहों एवं नक्षत्रों की स्थिति बहुत शुभ होती है। इस दौरान अगर हम कोई नया काम शुरू करेंगे या कोई शुभ एवं मांगलिक कार्य संपन्न करें, तो आपको निश्चित रूप से सफलता की प्राप्ति होती है। हालांकि, वर्तमान समय में कुछ लोग शुभ मुहूर्त को देखना जरूरी नहीं समझते हैं या शुभ मुहूर्त में काम नहीं करते हैं, तो उन्हें अधिकांश कार्य में समस्याओं और परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है।
अब आपके मन में सवाल उठ रहे होंगे कि आख़िर शुभ मुहूर्त का निर्धारण कैसे किया जाता है, तो हम आपको इसका जवाब देने जा रहे हैं। बता दें कि शुभ मुहूर्त की गणना कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों पर निर्भर करती है और जो कि इस प्रकार हैं: तिथि, वार, योग, नक्षत्र, ग्रहों की स्थिति, करण, गुरु अस्त, शुक्र अस्त, मलमास, शुभ-अशुभ योग, राहु काल, अधिक मास, भद्रा, शुभ लग्न आदि पर ध्यान दिया जाता है और उसके बाद शुभ मुहूर्त को निर्धारित किया जाता है।
जब हम बात करते हैं शुभ मुहूर्त को निर्धारित करने की, तो सबसे पहले तिथि को देखा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, एक माह में कुल 30 दिन आते हैं जिसके अंतर्गत 30 तिथियां होती हैं जो कि सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक की अवधि होती है।
तिथि के बाद मुहूर्त के लिए वार या दिन को देखा जाता है। दिन को वार भी कहते हैं और एक सप्ताह में कुल 7 दिन होते हैं जिसमें सोमवार से रविवार तक के दिन शामिल होते हैं। रविवार के दिन शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है जबकि मांगलिक कार्यों के लिए गुरुवार और मंगलवार सर्वश्रेष्ठ होते हैं।
तिथि, वार की तरह ही नक्षत्र भी शुभ मुहूर्त के निर्धारण में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं जो कि कुल 27 होते हैं। इनमें से कुछ नक्षत्र शुभ और कुछ अशुभ माने गए हैं इसलिए शुभ मुहूर्त के लिए नक्षत्र पर भी गौर किया जाता है।
मुहूर्त में योग का जिक्र भी किया जाता है और ज्योतिष में चंद्रमा की स्थिति के आधार पर कुल 27 योग बताए गए हैं जिनमें से 18 योग शुभ और 9 योग अशुभ कहे गए हैं।
योग के बाद अब बारी आती है करण की, किसी भी शुभ मुहूर्त को निकालने के लिए करण की गणना की जाती है। बता दें कि तिथि की आधी अवधि को करण कहते हैं जो कि पूर्वार्ध और उत्तरार्ध दो भागों में होती है। इस प्रकार, 4 स्थिर और 7 चर प्रकृति करण को मिलाकर कुल 11 करण होते हैं।
चलिए अब हम बिना देर किये आगे बढ़ते हैं और आपको अवगत करवाते हैं शुभ मुहूर्त 2025 की संपूर्ण सूची से।
शुभ मुहूर्त 2025: नए साल के सभी मुहूर्तों की संपूर्ण लिस्ट
विवाह मुहूर्त 2025
नए साल यानी कि वर्ष 2025 में जो जातक विवाह बंधन में बंधना चाहते हैं या फिर परिवार के किसी सदस्य का विवाह होना है, तो यहां हम आपको विवाह मुहूर्त 2025 के माध्यम से विवाह के लिए शुभ मुहूर्त प्रदान कर हैं, विस्तारपूर्वक इन शुभ तिथियों एवं मुहूर्त के बारे में जानने के लिए क्लिक करें- विवाह मुहूर्त 2025।
अन्नप्राशन मुहूर्त 2025
अगर आप साल 2025 में अपनी संतान का अन्नप्राशन संस्कार करना चाहते हैं, तो हम आपको यहां अन्नप्राशन के शुभ मुहूर्त प्रदान कर रहे हैं, जानने के लिए क्लिक करें: अन्नप्राशन मुहूर्त 2025।
कर्णवेध मुहूर्त 2025
साल 2025 में कर्णवेध संस्कार के शुभ मुहूर्त के बारे में जानने के लिए क्लिक करें- कर्णवेध मुहूर्त 2025।
मुंडन मुहूर्त 2025
नए वर्ष यानी कि साल 2025 में मुंडन मुहूर्त की शुभ तिथियों के बारे में विस्तृत रूप से जानने के लिए क्लिक करें- मुंडन मुहूर्त 2025।
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उपनयन मुहूर्त 2024
वर्ष 2025 में कब-कब है उपनयन संस्कार के शुभ मुहूर्त, विस्तारपूर्वक जानने के लिए यहां क्लिक करें: उपनयन मुहूर्त 2025।
गृह प्रवेश मुहूर्त 2025
वर्ष 2025 में गृह प्रवेश मुहूर्त के सबसे शुभ मुहूर्त के बारे में जानने के लिए क्लिक करें: गृह प्रवेश मुहूर्त 2025।
विद्यारंभ मुहूर्त 2025
नए वर्ष अर्थात साल 2025 में विद्यारंभ संस्कार के शुभ मुहूर्त एवं तिथियों की संपूर्ण सूची को देखने के लिए यहां क्लिक करें: विद्यारंभ मुहूर्त 2025।
नामकरण मुहूर्त 2025
वर्ष 2025 में नामकरण मुहूर्त कब और किस मुहूर्त में करना रहेगा शुभ? जानने के लिए यहां क्लिक करें: नामकरण मुहूर्त 2025।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. सबसे अच्छा शुभ मुहूर्त कौन सा है?
अमृत और ब्रह्म मुहूर्त को सबसे शुभ माना गया है।
2. दिसंबर 2025 में विवाह मुहूर्त कब है?
वर्ष 2025 में विवाह के 3 मुहूर्त उपलब्ध हैं।
3. शुभ मुहूर्त कैसे निकाला जाता है?
शुभ मुहूर्त के निर्धारण के लिए तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण आदि की गणना की जाती है।
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: देश-दुनिया और शेयर मार्केट में आएंगे बड़े बदलाव!
शुक्र गोचर 2024: एस्ट्रोसेज की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं जल्द ही शुक्र के गोचर से संबंधित यह खास ब्लॉग।
इस ब्लॉग में हम आपको शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने के बारे में बता रहे हैं जो कि 28 दिसंबर, 2024 को रात्रि 11 बजकर 20 मिनट पर होने जा रहा है। इसके साथ ही यह भी बताएंगे कि शुक्र के इस गोचर का राशियों, देश-दुनिया, स्टॉक मार्केट और मनोरंजन के क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को प्रेम, सौंदर्य, सुख और आनंद का कारक माना गया है। ये ग्रह व्यक्ति के मूल्यों, रिश्तों और सौंदर्य से संबंधित प्राथमिकताओं को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाता है। हम स्नेह, आकर्षण और इच्छा का अनुभव किस तरह से करते हैं और इन्हें कैसे व्यक्त करते हैं एवं किन चीज़ों से हमें खुशी और संतुष्टि मिलती है, यह सब कुंडली में शुक्र की स्थिति पर ही निर्भर करता है।
शुक्र का रोमांस और जीवनसाथी से गहरा संबंध होता है। दूसरों के साथ हमारा कैसा रिश्ता है, हमें क्या आकर्षक लगता है और हम प्रेम संबंध को किस तरह से देखते हैं, यह सब शुक्र पर निर्भर करता है। कुंडली में शुक्र की स्थिति से पता चल सकता है कि किसी व्यक्ति को किस तरह का साथी आकर्षक लगता है और वह अपने प्यार और इच्छा को किस तरह से व्यक्त करता है। किसी व्यक्ति का धन, संपत्ति और सुख-सुविधाओं को लेकर क्या नज़रिया होगा, इसमें शुक्र की अहम भूमिका होती है। यह हमारी संपत्ति को आकर्षित करने और भोतिक सुखों का आनंद लेने की क्षमता को दर्शाता है। हम खुद को कितना महत्व देते हैं और भोग-विलास एवं सुख को लेकर हमारा क्या दृष्टिकोण है, इसके बारे में भी शुक्र ग्रह बताता है।
कुंभ राशि में शुक्र: विशेषताएं
शुक्र ग्रह को प्रेम, सौंदर्य और रिश्तों के लिए जाना जाता है जबकि कुंभ राशि आत्मनिर्भरता, नवीनता और स्थिर ऊर्जा के लिए जानी जाती है। कुंभ राशि में शुक्र, हमारे स्नेह को दिखाने, रोमांस की तलाश करने और सुंदरता की सराहना करने को प्रभावित करता है।
प्रेम जीवन में
जिन लोगों की कुंडली में शुक्र कुंभ राशि में होते हैं, वे जातक खुले विचारों वाले होते हैं और स्वच्छंद रिश्तों का आनंद लेते हैं। ये लोग ऐसे पार्टनर के प्रति आकर्षित हो सकते हैं जो दूसरों से अलग और हटके हों और बुद्धिमान हों।
ये रिश्तों में अपने पार्टनर के व्यक्तित्व और स्वतंत्रता को महत्व देते हैं। ये ओपन रिलेशनशिप या अपने पार्टनर से दूर रहकर अपने रिश्ते को निभाना पसंद करते हैं।
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बुद्धि और स्वयं के साथ आपके संबंध
जिन लोगों की कुंडली में शुक्र कुंभ राशि में बैठे होते हैं, वे जातक अपने रिश्तों में मानसिक उत्तेजनाओं को अधिक प्राथमिकता देते हैं। इन्हें ऐसा जीवनसाथी चाहिए होता है जो इनके साथ गहरी और बौद्धिक बातें कर सके।
ये उन लोगों के प्रति आकर्षित हो सकते हैं जिनके पास मूल योजनाएं, प्रगतिशील विचार और नई सोच होती है। शुक्र की इस स्थिति में व्यक्ति केवल आकर्षण के बजाय विचारों को साझा करने और बौद्धिक स्तर पर एक-दूसरे से मेल खाने को महत्व देता है।
कुंभ राशि में शुक्र के होने पर व्यक्ति अक्सर विचित्र, विलक्षण या असामान्य सौंदर्य की ओर आकर्षित हो सकता है। ये लोगों के व्यक्तित्व की सराहना करते हैं और ऐसी चीज़ों में सुंदरता ढूंढ सकते हैं जिन्हें दूसरे नज़रअंदाज़ कर देते हैं। इनकी पसंद बहुत अलग और सुंदर होती है और यही बात इन्हें दूसरों से अलग दिखाती है। कभी-कभी ये जातक अपने पार्टनर से भावनात्मक रूप से दूर या अलग-थलग हो सकते हैं।
रिश्ते में स्वतंत्रता और अपने पार्टनर के साथ बौद्धिक संबंध रखने की इच्छा की वजह इन्हें अपने पार्टनर के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ने में दिक्कत आ सकती है। इन्हें प्यार और रिश्तों के पारंपरिक तरीकों या समाज की अपेक्षाओं की वजह से घुटन महसूस हो सकती है।
शुक्र के कुंभ राशि में प्रवेश करने पर होटल और रिज़ॉर्ट के मालिकों को अपने बिज़नेस में उछाल देखने को मिल सकता है।
जो लोग बिज़नेस या होटल शुरू करने की सोच रहे हैं, उनके लिए यह समय बहुत अनुकूल रहने वाला है।
डायमंड के व्यापारी और जौहरी इस समय अपने व्यापारिक क्षेत्र में तेजी का अनुभव करेंगे।
दूध और अन्य डेयरी उत्पाद
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर डेयरी उद्योग और डेयरी व्यापारियों की बहुत मदद करेगा।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डेयरी उत्पादों की कीमतों को नियंत्रित किया जा सकता है। इससे डेयरी उत्पादों की मांग और आपूर्ति बढ़ेगी और इनके व्यापार में वृद्धि होगी।
डेयरी उत्पादों और इससे संबंधित नीतियों और सुधार करने के मामले में कुछ सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।
फैशन, कला और मूर्तिकार
शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने से कला और फैशन डिज़ाइनिंग के क्षेत्रों में काम करने वाले जातकों को लाभ होगा।
इससे डिज़ाइनिंग उद्योग को भी फायदा होने के आसार हैं।
शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने से फैशन इंडस्टी को भी लाभ होने की उम्मीद है।
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: स्टॉक मार्केट पर असर
28 दिसंबर को रात्रि 11 बजकर 20 मिनट पर शुक्र ग्रह कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे।शेयर बाज़ार भविष्यवाणी के अनुसार सुख-सुविधाओं के कारक ग्रह शुक्र स्टॉक मार्केट में अहम भूमिका निभाते हैं। आगे जानिए कि शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने का स्टॉक मार्केट पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
कुंभ राशि में शुक्र का गोचर वस्त्र उद्योग और इस क्षेत्र से जुड़े व्यापारियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
इस गोचर काल में फैशन एक्सेसरीज़, कपड़े और परफ्यूम के उद्योगों में उछाल देखने को मिल सकता है।
प्रकाशन, दूरसंचार और प्रसारण उद्योग के नामचीन ब्रांड और बिज़नेस से संबंधित सलाह देने वाले, लेखन, मीडिया विज्ञापन या पीआर से संबंधित सेवाएं देने वाले व्यवसायों को अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है।
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: रिलीज़ होने वाली फिल्में
फिल्म का नाम
स्टार कास्ट
रिलीज़ की तारीख
कल्पना चावला बायोपिक
प्रियंका चोपड़ा
29-12-2024
राउडी राठौड़ 2
अक्षय कुमार
8-1-2025
मालामाल वीकली 2
परेश रावल, राजपाल यादव
12-1-2025
कुंभ राशि में शुक्र के गोचर का प्रभाव फिल्मों के बिज़नेस पर भी पड़ेगा। मनोरंजन और फिल्म इंडस्ट्री पर शासन करने वाला शुक्र प्रमुख ग्रह है। शुक्र के इस गोचर का कल्पना चावला बायोपिक और मालामाल वीकली 2 पर सकारात्मक असर पड़ेगा लेकिन राउडी राठौड़ 2 के लिए यह गोचर ज्यादा अनुकूल दिखाई नहीं दे रहा है।
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: इन राशियों को होगा लाभ
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के नौवें भाव में शुक्र गोचर करने जा रहे हैं। यह भाव धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थयात्रा और भाग्य को दर्शाता है। शुक्र मिथुन राशि के पांचवे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। इस समय मिथुन राशि के जातक छुट्टी ले सकते हैं या शिक्षा से संबंधित लंबी दूरी की यात्रा और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा कर सकते हैं। जो जातक अपने प्रेम संबंध को विवाह के रिश्ते में बदलना चाहते हैं, उनके लिए यह समय अनुकूल रहने वाला है। आपको अपने पिता, गुरु या सलाहकार का सहयोग मिलेगा।
शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने के दौरान तीर्थयात्रा के लिए भी यह समयावधि बहुत अनुकूल रहने वाली है। इस समय आप धार्मिक मार्ग पर चल सकते हैं और दान एवं अन्य कार्यों से अपने अच्छे कर्मों को बढ़ाने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा आपका नौवा भाव, तीसरे भाव को प्रभावित कर रहा है इसलिए आपको इस भाव से संबंधित सभी विशेषताओं का लाभ मिलने वाला है। आपको अपने छोटे भाई-बहन का सहयोग मिलेगा और आपकी वाणी में आत्मविश्वास झलकेगा।
सिंह राशि के तीसरे और दसवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह आपके विवाह, जीवनसाथी और पार्टनरशिप के भाव यानी सातवें घर में गोचर करने जा रहे हैं। सिंह राशि के लोगों के लिए शुक्र उनके दसवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। सप्तम भाव प्रेम, विवाह और जीवनसाथी एवं पार्टनरशिप का कारक है। यह समय फाइनेंसर या बिज़नेस पार्टनर ढूंढने के लिए लिए अच्छा है।
सिंह राशि के जो जातक सिंगल हैं और शादी करने की सोच रहे हैं, उनके लिए शुक्र का कुंभ राशि में गोचर फायदेमंद साबित होगा। इन्हें अपने ही किसी करीबी व्यक्ति से प्यार हो सकता है। विवाहित जातकों को भी कुछ रोमांटिक समय बिताने का मौका मिलेगा। शुक्र की आपके लग्न भाव पर दृष्टि होने की वजह से आप अधिक आकर्षक और स्नेहमय बनेंगे। आप एक ऐसे व्यक्ति बनेंगे, जो अपने रंग-रूप को लेकर सजग रहता हो।
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तुला राशि
तुला राशि के नौवें और लग्न भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह आपके पांचवे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। पंचम भाव शिक्षा, प्रेम और संतान का कारक होता है इसलिए शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने के दौरान तुला राशि वाले लोगों का सारा ध्यान पांचवे भाव से संबंधित मामलों जैसे कि शिक्षा, रोमांटिक संबंध या बच्चों पर रहने वाला है।
डिज़ाइनिंग, कला या रचनात्मक विषय या कविता सीख रहे लोग नए विचारों से परिपूर्ण रहेंगे और इस वजह से इस गोचर के दौरान उन्हें सफलता प्राप्त होगी। कपल एकसाथ रोमांटिक समय बिता सकते हैं और इस समय उनका रिश्ता मज़बूत होगा। हालांकि, आप अपने रिश्ते को छिपाने की कोशिश भी कर सकते हैं। शुक्र प्रजनन क्षमता का कारक हैं और शुक्र के आपके पंचम भाव में गोचर करने की वजह से संतान प्राप्ति के लिए प्रयास कर रहे जातकों को सफलता मिलने की प्रबल संभावना है।
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र एक योगकारक ग्रह हैं। शुक्र आपके पांचवे और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब कुंभ राशि में गोचर करने के दौरान वह आपके परिवार, संचित धन और संचार के भाव यानी दूसरे घर में रहेंगे। इस दौरान आप देहाती भाषा का प्रयोग कर सकते हैं और आप बहुत आराम से एवं प्यार से बात करेंगे। आपको किसी बड़े मंच पर खेलने का मौका मिल सकता है।
कुंडली का दूसरा भाव बचत का भी होता है और शुक्र ग्रह धन का कारक हैं। चूंकि, शुक्र इस राशि के दसवें भाव के स्वामी हैं इसलिए इस दौरान मकर राशि के जातकों की आय और धन में वृद्धि देखने को मिलेगी। जो छात्र आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं, वे शुक्र की कृपा से अब अपने पैसों को अच्छे से प्रबंधित कर पाएंगे और अपने मार्ग में आ रही अड़चनों को पार कर पाएंगे। शुक्र की आपके नौवें भाव से आपके दूसरे भाव पर दृष्टि पड़ रही है।
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: इन राशियों को होगा नुकसान
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के दूसरे भाव और सातवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। कुंडली का दूसरा घर वाणी, परिवार और धन को दर्शाता है। वहीं सातवां भाव जीवनसाथी और विवाह का कारक है। कुंभ राशि में गोचर करने के दौरान शुक्र आपके ग्यारहवें भाव में रहेंगे जो कि सोशल नेटवर्क, बड़े भाई-बहन और लाभ आदि का कारक है। शुक्र ग्रह सुख-सुविधाओं और धन का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने की समयावधि पैसा कमाने के लिए बहुत अनुकूल रहने वाली है। चूंकि, इस गोचर के दौरान शुक्र धन से संबंधित दोनों भावों से संबंध बना रहे हैं, इसलिए इस समय मेष राशि के जातकों को पैसों के मामले में बड़ा लाभ होने की उम्मीद है।
कुंभ राशि में गोचर करने के दौरान शुक्र आपके ग्यारहवें भाव में रहेंगे जो कि दोस्तों और सोशल लाइफ का कारक है। इस समय समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी और आप अपने दोस्तों के साथ बिताए समय का आनंद लेंगे। शुक्र ग्यारहवें भाव से पांचवे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं जो कि शिक्षा और रोमांटिक पार्टनर का भाव है।
मीन राशि के तीसरे और आठवें भाव के स्वामी शुक्र इस गोचर के दौरान आपके बारहवें भाव में रहेंगे। कुंडली का बारहवां भाव विदेशी लागत और भूमि को दर्शाता है। शुभ ग्रह होने के बावजूद शुक्र का बृहस्पति के साथ शत्रु संबंध है। इसलिए शुक्र ग्रह के आपके बारहवें भाव में प्रवेश करने पर मीन राशि के जातकों को अपनी सेहत को लेकर सावधान रहने की सलाह दी जाती है। आपको इस समय अप्रत्याशित स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होने की आशंका है। इनकी वजह से आपकी समृद्धि और स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है और आपको इलाज पर पैसा खर्च करना पड़ सकता है।
चूंकि, बारहवां भाव नुकसान को दर्शाता है इसलिए इस गोचर के दौरान आप अपनी जीवनशैली को बेहतर करने के लिए पैसे खर्च कर सकते हैं। हालांकि, आपको इस समय सुख-सुविधाओं और मौज-मस्ती पर बहुत ज्यादा पैसा खर्च करने से बचना चाहिए। शुक्र के कुंभ राशि में गोचर के दौरान आप अपने खर्चों की योजना बनाकर चलें और फिजूलखर्चों से बचने की कोशिश करें। इसके साथ ही आपातकाल स्थितियों से निपटने के लिए आपके पास पर्याप्त धन होना चाहिए।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. शुक्र किस राशि में उच्च के होते हैं?
उत्तर. शुक्र मीन राशि में उच्च के होते हैं।
प्रश्न 2. शुक्र को किस भाव में दिग्बल माना जाता है?
उत्तर. चौथा भाव।
प्रश्न 3. शुक्र किस राशि में नीच का होता है?
उत्तर. कन्या राशि में शुक्र नीच का होता है।
टैरो कार्ड्स की रहस्यमयी दुनिया से जानें, कैसा रहेगा वर्ष 2025 आपके लिए!
नए साल में हम सभी ढेरों आशाएं एवं उम्मीदें लेकर प्रवेश करते हैं और हमारी कामना है कि बीता हुआ साल यानी कि 2024 आपके लिए अच्छा रहा होगा। इस वर्ष में आपने कई खूबसूरत यादें बनाई होंगी और इसी के साथ अब हम आगे बढ़ते हुए साल 2025 में प्रवेश कर जाएंगे। इस क्रम में, टैरो राशिफल 2025 के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि साल 2025 आपको किस तरह के परिणाम देगा और कितना शुभ रहेगा। साथ ही, यह आपके लिए कौनसी सौगात लेकर आएगा। एस्ट्रोसेज अपने पाठकों के लिए अनुभवी एवं विद्वान ज्योतिषियों द्वारा तैयार किया गया टैरो कार्ड पर आधारित यह राशिफल लेकर आया है जिसके जरिए सभी 12 राशि के जातक वर्ष 2025 के लिए अपना भविष्य जान सकेंगे।
टैरो राशिफल 2025 का यह विशेष लेख वर्ष 2025 को लेकर आपके सभी सवालों के जवाब देगा और साथ ही, आप जान सकेंगे कि साल 2025 में आपको कब और किस समय रहना होगा सावधान और कौन सा समय आपकी राशि के लिए अच्छा रहेगा। इसके अलावा, टैरो की दुनिया का इतिहास और इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों से भी आपको रूबरू करवाएंगे। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं टैरो कार्ड के महत्व के बारे में।
टैरो कार्ड और इसका महत्व
बात करें टैरो राशिफल और इसके महत्व की, तो टैरो कार्ड्स संख्याओं और ब्रह्मांडीय (यूनिवर्सल) ऊर्जा का एक संयोजन है। यह यूनिवर्सल और पर्सनल ऊर्जाओं पर निर्भर करता है। टैरो कार्ड के डेक में अनेक तरह के कार्ड होते हैं और हर कार्ड का अपना एक अलग अर्थ होता है। टैरो कार्ड का हर कार्ड मनुष्य जीवन के विभिन्न आयामों के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
सामान्य शब्दों में कहें तो, टैरो कार्ड द्वारा की गई भविष्यवाणी एक व्यक्ति को अपने विचारों को जानने और समझने के साथ-साथ उसके जीवन में होने वाली घटनाओं के प्रति आगाह करने में सहायक साबित होता है। शायद यह बात आपको थोड़ा हैरान कर सकती है यदि आप अपने अतीत के बारे में भी कुछ जानने की इच्छा रखते हैं, तो आप टैरो की सहायता ले सकते हैं। इसके अलावा, अगर आप अपने आज को देखते हुए भविष्य में जन्म लेने वाली किसी समस्या का समाधान ढूंढ रहे हैं, तो इसमें भी टैरो कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है।
टैरो कार्ड से कैसे की जाती है भविष्यवाणी?
ज्योतिष की तरह ही टैरो कार्ड एक प्राचीन और विशिष्ट विद्या है। इसका उपयोग करके न सिर्फ मनुष्य के भविष्य में घटित होने वाली घटनाओं के बारे में जाना जा सकता है, बल्कि अतीत में हुई घटनाओं के बारे में भी जानकारी मिल सकती है। अगर हम स्पष्ट रूप से कहें तो, यह आपको भूत, भविष्य और वर्तमान के बारे में बताने में सक्षम होता है और साथ ही, जीवन में चल रही समस्याओं को दूर करने में भी टैरो आपका मार्गदर्शन कर सकता है।
टैरो रीडिंग में अनेक तरह के चित्रों और रूपरेखा वाले कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है। प्रत्येक कार्ड अपने आप में ख़ास होता है और सबका अपना एक अलग अर्थ होता है। टैरो कार्ड के हर कार्ड में दोनों तरफ कुछ चित्र बने होते हैं और इन चित्रों के आधार पर ही व्यक्ति के जीवन के आज, कल और भविष्य की भविष्यवाणी की जाती है। बता दें कि भविष्य बताने वाली विद्या के रूप में इसका इस्तेमाल आज से लगभग 2000 वर्षों पहले शुरू हुआ था।
क्या कहता है टैरो का इतिहास
बात करें टैरो कार्ड के इतिहास की, तो इसका संबंध इटली और यूरोप के कुछ हिस्सों से माना गया है। टैरो कार्ड का सही उपयोग वास्तव में 16वीं सदी में यूरोप के लोगों द्वारा किया गया था। हालांकि, भारत में टैरो कार्ड ने प्रसिद्धि 19वीं शताब्दी में प्राप्त की और अपना एक अलग मुकाम बनाया।
बता दें कि टैरो कार्ड में दो तरह के कार्ड होते हैं जो कि मेजर और माइनर आर्काना के नाम से जाने जाते हैं। मेजर आर्काना कार्ड कुल 22 होते हैं जबकि माइनर आर्काना 56 कार्ड होते हैं। वहीं, 40 कार्ड विशुद्ध आर्काना और 16 रॉयल आर्काना कार्ड होते हैं। इन कार्ड्स को भी चार भागों में बांटा जाता है और यह कप्स, पेंटाकल्स, स्वॉर्ड्स और वैंड्सके नाम से जाने जाते हैं।
जानें मेजर-माइनर आर्काना कार्ड के बारे में
टैरो कार्ड 78 कार्ड्स का समूह होता है और इन सभी कार्ड्स में 56 माइनर आर्काना होते हैं जो कि बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं जबकि मेजर आर्काना 22 कार्ड होते हैं। मेजर आर्काना का अर्थ देखें तो, आर्काना की उत्पत्ति आरकेन शब्द से हुई है और इसका अर्थ बड़े रहस्य से है। एक तरफ, जहां माइनर आर्काना मनुष्य जीवन की छोटी-मोटी घटनाओं के बारे में आपको बताता है तो वहीं, मेजर आर्काना से व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक और पूर्वजन्म की बड़ी घटनाओं के बारे में आपको जानकारी प्राप्त होती है।
यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए यहां क्लिक करें चंद्र राशि कैलकुलेटर।
टैरो भविष्यवाणी से जानें, वर्ष 2025 के लिए राशि अनुसार राशिफल
मेष राशि के लिए टैरो भविष्यफल 2025
टैरो कार्ड भविष्यवाणी 2025 की शुरुआत मेष राशि के साथ करेंगे क्योंकि यह राशि चक्र की पहली राशि है। वैदिक ज्योतिष में राशि चक्र को एक शरीर ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
वृषभ राशि के लिए टैरो भविष्यफल 2025
टैरो कार्ड भविष्यवाणी 2025 राशि चक्र की दूसरी राशि वृषभ के लिए भविष्यवाणी करेगा जिसके राशि स्वामी शुक्र ग्रह हैं। यह लोग जमीन….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मिथुन राशि के लिए टैरो भविष्यफल 2025
मिथुन राशि वालों के वर्ष 2025 लिए टैरो कार्ड भविष्यवाणी 2025 क्या कुछ कह रहा है? आइए जानते हैं। इस राशि के जातक बहुत मिलनसार….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
तुला राशि शुक्र ग्रह के स्वामित्व वाली वायु तत्व की राशि है और इस राशि के तहत जन्म लेने वाले जातक मिलनसार स्वभाव एवं सौहार्द से….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मकर राशि वालों को साल 2025 के लिए सेवन ऑफ वैंड्स कार्ड प्राप्त हुआ है। टैरो कार्ड भविष्यवाणी 2025 कह रहा है कि इन जातकों के….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
कुंभ राशि के लिए टैरो भविष्यफल 2025
टैरो कार्ड भविष्यवाणी 2025 कहता है कि कुंभ राशि के जातकों को साल 2025 के लिए टेन ऑफ पेंटाकल्स मिला है। यह जातक बेहद बुद्धिमान….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मीन राशि के लिए टैरो भविष्यफल 2025
टैरो कार्ड भविष्यवाणी 2025 कह रहा है कि मीन राशि के जातकों के लिए साल 2025 शानदार रहेगा। इस अवधि में आपको जीवन के सभी क्षेत्रों में शुभ समाचार….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. क्या टैरो भविष्य बता सकता है?
हाँ, टैरो कार्ड किसी व्यक्ति के न सिर्फ भविष्य बल्कि अतीत और वर्तमान के बारे में भी बता सकता है।
2. टैरो में कितने कार्ड होते हैं?
टैरो कार्ड में कुल 76 कार्ड्स होते हैं।
3. टैरो की शुरुआत कहाँ से हुई?
ऐसा कहा जाता है कि टैरो की शुरुआत इटली और यूरोप के कुछ हिस्सों में हुई थी।
एक्सक्लूसिव 2025 कवरेज: कैसा रहेगा साल 2025 आपके लिए? जानें!
त्योहारों का मौसम अब हमसे विदा ले चुका है और इसी के साथ हम साल के अंतिम पड़ाव यानी कि वर्ष 2024 के आख़िरी महीने में प्रवेश कर गए हैं। जैसे-जैसे दिन बीतते जाएंगे, हम नए साल के करीब आते जाएंगे और जल्द ही वर्ष 2025 शुरू हो जाएगा। ऐसे में, सबके मन में नववर्ष को लेकर उत्साह और जोश देखने को मिलता है क्योंकि सभी को आने वाले नए साल से काफ़ी आशाएं होती हैं। लेकिन, कुछ लोग साल 2025 को लेकर कंफ्यूजन में भी रहते हैं कि यह साल उनके लिए कैसा रहेगा?
ऐसे में, आपके मन में भी साल 2025 को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे होंगे कि यह साल हमारे लिए कैसा रहेगा? क्या सेहत रहेगी मज़बूत या रोग करेंगे परेशान? क्या आर्थिक समस्याओं का होगा अंत? प्रेम जीवन में मिलेगा साथी का साथ या फिर रहेगी तकरार? क्या वर्ष 2024 में प्रेम जीवन में साथी का साथ मिलेगा? कैसा रहेगा पारिवारिक जीवन आदि सवालों के जवाब आपको हमारे लेख में मिलेंगे।
एस्ट्रोसेज विशेष रूप से अपने पाठकों के लिए लेकर आया है एस्ट्रो कवरेज 2025, यहां आपको वर्ष 2025 को लेकर मन में उठ रहे हर सवाल, संदेह और समस्या का हल मिलेगा। तो आइए अब हम बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और शुरू करते हैं एस्ट्रो कवरेज 2025 की।
एक्सक्लूसिव 2025 कवरेज क्यों है बेहद खास?
राशिफल 2025
चीनी राशिफल 2025
अंक ज्योतिष राशिफल 2025
लाल किताब 2025
शिक्षा राशिफल
आर्थिक राशिफल
प्रेम राशिफल
करियर राशिफल
स्वास्थ्य राशिफल
विवाह योग 2025
प्रेम योग 2025
लग्न राशिफल 2025
नक्षत्र राशिफल 2025
टैरो राशिफल 2025
ग्रहण 2025
गोचर 2025
अमावस्या 2025
पूर्णिमा 2025
राशिफल 2025
नया साल यानी कि वर्ष 2025 आपके लिए कैसा रहेगा? इस सवाल का जवाब अगर आप राशि आधारित राशिफल की सहायता से जानना चाहते हैं, तो आप साल 2025 में मिलने वाले परिणामों के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़ें राशिफल 2025।
अंक ज्योतिष राशिफल 2025
अगर आपका विश्वास अंक ज्योतिष में है और आप अंक एवं मूलांक पर आधारित भविष्यफल के माध्यम से साल 2025 का हाल जानना चाहते हैं, तो आप अंक ज्योतिष राशिफल 2025 की सहायता से नए वर्ष से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
चीनी राशिफल 2025
जो लोग चीनी राशिफल की सहायता से अपना भविष्य जानना चाहते हैं या फिर चीनी राशि पर आधारित राशिफल को मानते हैं, उनके लिए वर्ष 2025 क्या सौगात लेकर आएगा? यह जानने के लिए पढ़ें चीनी राशि पर आधारित चीनी राशिफल 2025।
लाल किताब 2025
एस्ट्रोसेज का यह विशेष लेख लाल किताब 2025 आपको जीवन में आने वाले परिवर्तनों के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। यह पूर्ण रूप से लाल किताब पर आधारित है जिसके माध्यम से आप जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे कि प्रेम, विवाह, करियर आदि के लिए नया साल कैसा रहने वाला है, आप जान सकेंगे। तो अभी पढ़ें लाल किताब 2025 और जानें अपना आने वाला कल।
प्रेम, शिक्षा और आर्थिक राशिफल
मनुष्य का जीवन प्रेम, शिक्षा और धन के बिना अधूरा रहता है। यह हमारे जीवन की तीन बुनियादी जरूरतें हैं। ऐसे में, नया साल अर्थात वर्ष 2025 प्रेम, शिक्षा और आर्थिक जीवन में किस तरह के परिणाम आपको देगा? इस साल क्या शिक्षा में रंग लाएगी आपकी मेहनत? क्या प्रेम जीवन इस साल खुशियों से भरा रहेगा? कैसा रहेगा आपका आर्थिक जीवन? इन सभी सवालों के जवाब पाने के लिए पढ़ें एस्ट्रोसेज के अनुभवी ज्योतिषियों द्वारा तैयार यह खास राशिफल।
करियर प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। ऐसे में, आने वाले नए साल को लेकर आपके मन में कई तरह के सवाल उठने लगे होंगे जैसे कि नया साल आपके करियर के लिए क्या कुछ लेकर आएगा? नौकरी में मिलेगी तरक्की या फिर बदलनी पड़ेगी नौकरी? क्या वर्ष 2025 में मिलेगी मनचाही नौकरी? या फिर नए साल में स्वास्थ्य को लेकर आपके मन में प्रश्न आ रहे होंगे कि इस साल कैसा रहेगा आपकी सेहत का हाल या स्वास्थ्य समस्याओं से रहेंगे परेशान? तो बता दें कि एस्ट्रोसेज द्वारा तैयार किया गया करियर राशिफल 2025 और स्वास्थ्य राशिफल 2025 पढ़कर आप अपनी सभी दुविधाओं को दूर कर सकते हैं।
विवाह मुहूर्त, प्रेम योग
प्रेम और विवाह, प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के अहम पड़ाव होते है और ऐसे में, जब हम नए साल में प्रवेश करते हैं, तो हमारी आशाएं और उम्मीदें नए वर्ष को लेकर बढ़ जाती हैं। अब जल्द ही आप साल 2025 में प्रवेश करेंगे और आपके मन में प्रेम और विवाह को लेकर सवाल उठ रहे होंगे कि वर्ष 2025 आपके प्रेम जीवन के लिए कैसा रहेगा और इस साल किस राशि के जातक शादी के बंधन में बंधेंगे? इनका जवाब आपको हमारे विशेष लेख प्रेम योग 2025 और विवाह योग 2025 में मिल जाएगा।
नक्षत्र राशिफल 2025
ज्योतिष में ग्रहों एवं नक्षत्रों को विशेष स्थान प्राप्त है और सिर्फ ग्रह ही नहीं, बल्कि नक्षत्र भी व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करते हैं। अगर आप नक्षत्रों की चाल, दशा एवं स्थिति पर आधारित राशिफल के द्वारा जानना चाहते हैं कि वर्ष 2025 में नक्षत्रों का आपके जीवन पर कितना गहरा प्रभाव रहने वाला है, तो आप नक्षत्र राशिफल 2025 से इस बारे में विस्तार से जान सकते हैं।
लग्न राशिफल 2025
जो लोग लग्न आधारित राशि के माध्यम से जानना चाहते हैं कि वर्ष 2025 आपके लिए कितना खास रहेगा या फिर आपके जीवन में किस तरह के उतार-चढ़ाव लेकर आएगा? तो आप इस बारे में विस्तारपूर्वक जानने के लिए पढ़ें लग्न आधारित राशिफल।
टैरो राशिफल 2025
यदि आप उन लोगों में से हैं जो टैरो कार्ड्स पर विश्वास करते हैं और टैरो रीडिंग से भविष्य जानना पसंद करते हैं, तो हम आपके लिए कुछ खास लेकर आये है। एस्ट्रोसेज के टैरो राशिफल 2025 की सहायता से आप जान सकते हैं कि साल 2025 आपके जीवन को खुशियों से भर देगा या फिर आपकी परेशानियां बढ़ाएगा। तो बिना देर किये अभी पढ़े टैरो राशिफल 2025 और जानें नए साल के बारे में सब कुछ।
ग्रहण एवं गोचर
वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के गोचर एवं ग्रहण को विशेष माना जाता है क्योंकि यह मनुष्य के जीवन को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं। ऐसे में, वर्ष 2025 में कब और किस समय कौन सा ग्रह गोचर करेगा या कब-कब नए साल में ग्रहण लगेगा? इसकी विस्तृत जानकारी आप हमारे ग्रहण 2025 और गोचर 2025 (शनि, गुरु, राहु और केतु) के इस ख़ास लेख को पढ़कर प्राप्त कर सकते हैं।
पूर्णिमा 2025 – अमावस्या 2025
हिंदू धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा तिथि को महत्वपूर्ण दर्जा प्राप्त है क्योंकि इस दिन अनेक व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। इस प्रकार, आने वाले नए साल यानी कि वर्ष 2025 में कब-कब है अमावस्या और पूर्णिमा? इनकी सही तिथियों के बारे में जानने के लिए आप एस्ट्रोसेज द्वारा तैयार किया गया अमावस्या 2025 और पूर्णिमा 2025 को पढ़ सकते हैं।
एस्ट्रो कवरेज 2025 में और भी है कुछ ख़ास
हालांकि, अगर आप सोच रहे हैं कि एक्सक्लूसिव एस्ट्रो कवरेज 2025 में आपको वर्ष 2025 से संबंधित सिर्फ इतनी जानकारी दी जा रही है, तो बता दें कि आपका ऐसा सोचना गलत होगा क्योंकि यहां हम आपको केवल राशिफल, नक्षत्र, लग्न समेत टैरो राशिफल ही नहीं प्रदान कर रहे हैं, बल्कि नए वर्ष के अवसर पर एस्ट्रोसेज अपने पाठकों के लिए साल 2025 से जुड़ी बहुत सारी वीडियो लेकर आने वाला है। यह सभी वीडियो हमारे पाठकों के मन में उठ रहे सवालों, आशाओं और अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। तो अब बिना ज्यादा देर किये हमारे यूट्यूब चैनल एस्ट्रोसेज टीवी को सब्सक्राइब करें और ज्योतिष आधारित रोमांचक वीडियो को देखकर अपने प्रश्नों के जवाब पाएं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. राशिफल 2025 क्या ज्योतिष पर आधारित है?
हाँ, वर्ष 2025 के लिए तैयार किया गया राशिफल पूर्ण रूप से ज्योतिष पर आधारित है।
2. क्या टैरो से हम भविष्य जान सकते हैं?
हाँ, टैरो कार्ड्स भविष्य के बारे में जानने का एक महत्वपूर्ण ज़रिया है।
3. चीनी राशिफल 2025 में कितनी राशि है?
चीनी राशिफल में भी 12 राशियां होती हैं।
पौष माह में पड़ेंगे कई महत्वपूर्ण त्योहार, राशि अनुसार करें ये उपाय होगी हर मनोकामना पूरी!
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, दसवें महीने को पौष का महीना कहते हैं। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद इस माह की शुरुआत होती है। पौष माह को पूस का महीना भी कहा जाता है। इस माह में पितरों और भगवान सूर्यदेव की पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पौष माह में भगवान सूर्य देव की पूजा करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस माह में सफला एकादशी, संकष्टी चतुर्थी, मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, पौष अमावस्या जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। चलिए जानते हैं पौष माह में पड़ने वाले सभी व्रत-त्योहारों के तिथि के बारे में।
आज इस ब्लॉग में हम पौष मास से जुड़ी तमाम रोमांचक चीज़ों के बारे में विस्तार से बताएंगे जैसे कि इस माह के दौरान कौन-कौन से व्रत-त्योहार आएंगे? इस माह में कौन से उपाय किए जाने चाहिए? इस माह का धार्मिक महत्व क्या है? और इस मास में जातकों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए? ऐसी ही कई जानकारियों से लबालब है एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग, इसलिए अंत तक ज़रूर पढ़ें।
पौष माह का आरंभ 16 दिसंबर 2024 सोमवार को होगा जिसकी समाप्ति 13 जनवरी 2025 सोमवार को हो जाएगी। इस माह में सूर्यदेव की पूजा करने का विधान है और उनकी आराधना करने से सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।
पौष मास का महत्व
पौष मास हिंदू पंचांग का दसवां महीना है और यह धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। पौष मास का संबंध सूर्य देव से है और इसे सूर्य उपासना और व्रत-त्योहारों के लिए उत्तम समय माना जाता है। पौष मास में सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं जिसे मकर संक्रांति के रूप में मनाया जाता है। इस समय सूर्य देव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और स्नान, दान, तथा उपवास का विशेष महत्व होता है।
पौष मास में दान का अत्यधिक महत्व है। विशेषकर तिल, गुड़, और अन्य वस्त्रों का दान पुण्य माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस माह में किए गए दान और पुण्य कर्मों से व्यक्ति को जीवन में सुख-समृद्धि मिलती है। पौष मास के अंत में मकर संक्रांति का पर्व आता है, जो सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का प्रतीक है। इस दिन विशेष रूप से गंगा स्नान, दान-पुण्य और खिचड़ी, तिल के लड्डू आदि का सेवन शुभ माना जाता है। पौष मास को कुछ स्थानों पर विवाह और अन्य धार्मिक कार्यों के लिए भी शुभ माना जाता है।
पौष मास यानी कि 16 दिसंबर 2024 से 13 जनवरी 2025 के दौरान हिन्दू धर्म के कई प्रमुख व्रत-त्योहार आने वाले हैं, जो कि इस प्रकार हैं:
तिथि
वार
पर्व
18 दिसंबर, 2024
बुधवार
संकष्टी चतुर्थी
26 दिसंबर, 2024
गुरुवार
सफला एकादशी
28 दिसंबर, 2024
शनिवार
प्रदोष व्रत (कृष्ण)
29 दिसंबर, 2024
रविवार
मासिक शिवरात्रि
30 दिसंबर, 2024
सोमवार
पौष अमावस्या
10 जनवरी, 2025
शुक्रवार
पौष पुत्रदा एकादशी
11 जनवरी, 2025
शनिवार
प्रदोष व्रत (शुक्ल)
13 जनवरी, 2025
सोमवार
पौष पूर्णिमा व्रत
पौष मास में जन्म लेने वाले लोगों के गुण
पौष मास में जन्म लेने वाले लोगों के गुण और व्यक्तित्व पर सूर्य देव का विशेष प्रभाव होता है क्योंकि यह महीना सूर्य की उपासना का समय माना जाता है। इन लोगों के स्वभाव और जीवनशैली में कुछ खास गुण देखे जाते हैं। आइए चर्चा करते हैं इस महीने में जन्म लेने वाले लोगों के अंदर कौन से गुण पाए जाते हैं।
पौष मास में पैदा हुए लोगों में सूर्य का प्रभाव होता है और सूर्य का प्रभाव इन लोगों को स्वाभाविक रूप से नेतृत्व क्षमता प्रदान करता है। वे आत्मविश्वासी और दृढ़ संकल्पी होते हैं और किसी भी समूह में नेतृत्व करने में सक्षम होते हैं। पौष मास में जन्मे लोग आत्मविश्वासी और साहसी होते हैं। वे अपने विचारों और फैसलों में दृढ़ रहते हैं और किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम होते हैं। ये लोग अनुशासन और समय का पाबंद रहते हैं। वे अपने जीवन में नियमों और सिद्धांतों का पालन करते हैं और दूसरों से भी यही उम्मीद रखते हैं।
पौष मास सूर्य की पूजा का महीना है इसलिए इस समय में जन्मे लोग अक्सर धर्म और आध्यात्मिकता की ओर आकर्षित होते हैं। वे धार्मिक और पारंपरिक मान्यताओं को महत्व देते हैं और अपने जीवन में आध्यात्मिक संतुलन बनाए रखने की कोशिश करते हैं। इन लोगों में स्वाभिमान और स्वतंत्रता की भावना प्रबल होती है। वे अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं करते और अपनी शर्तों पर जीवन जीने की कोशिश करते हैं।
इसके अलावा, ये लोग परिश्रमी होते हैं और अपने कार्य के प्रति समर्पित रहते हैं। वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने से नहीं कतराते। इनमें सकारात्मक सोच और ऊर्जा की प्रचुरता होती है। वे मुश्किल हालातों में भी धैर्य रखते हैं और अपने सकारात्मक दृष्टिकोण से समस्याओं का समाधान खोजने की कोशिश करते हैं। इनका पारिवारिक जीवन के प्रति विशेष झुकाव होता है। वे अपने परिवार और संबंधों को महत्व देते हैं और हमेशा अपने परिवार के लिए समर्पित रहते हैं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
पौष मास में सूर्य देव की पूजा कैसे करें
पौष मास में सूर्य देव की पूजा विशेष महत्व रखती है। सूर्य देव को ऊर्जा, स्वास्थ्य और समृद्धि के देवता माना जाता है और इस समय उनकी आराधना से व्यक्ति को जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सफलता प्राप्त होती है। आइए जानते हैं पौष मास में सूर्य देव की पूजा कैसे करें:
पौष मास में सूर्य देव की पूजा के लिए सबसे पहले सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें। यह पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक है।
स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजा स्थल को शुद्ध करें।
सूर्योदय के समय तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें लाल फूल, चावल और रोली मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें।
अर्घ्य देते समय सूर्य मंत्र ऊँ सूर्याय नमः का जाप करें। इससे सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है और मानसिक शांति मिलती है।
“ऊँ आदित्याय नमः” या “ऊँ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे सूर्य देव की कृपा से स्वास्थ्य, समृद्धि और ऊर्जा प्राप्त होती है।
यदि संभव हो, तो सूर्य उपासना के लिए “आदित्य हृदय स्तोत्र” का पाठ करें, यह भी अत्यंत फलदायक माना जाता है।
पूजा स्थल पर सूर्य देव की प्रतिमा या चित्र रखें और उसे जल, चंदन, फूल, धूप, दीप, और नैवेद्य अर्पित करें।
सूर्य देव को गुड़, तिल और लाल रंग के फलों का भोग चढ़ाएं क्योंकि ये सूर्य देव को प्रिय माने जाते हैं।
“ऊँ भास्कराय विद्महे, महातेजाय धीमहि, तन्नः सूर्यः प्रचोदयात्” का जाप करें। इस मंत्र का जाप सूर्य की कृपा और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने में सहायक होता है।
पौष मास में सूर्य देव की कृपा पाने के लिए तिल, गुड़, लाल वस्त्र, और अन्न का दान करें। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति प्राप्त होती है।
इस समय विशेषकर तिल और गुड़ से बने लड्डू का दान करना और उसका सेवन करना शुभ माना जाता है।
पौष माह में सूर्य देव की पूजा और साधना का विशेष महत्व है और इस दौरान कुछ विशेष मंत्रों का जाप करना अत्यधिक फलदायी माना जाता है। इन मंत्रों के जाप से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है और साधक को स्वास्थ्य, ऊर्जा, समृद्धि और मानसिक शांति मिलती है। पौष मास में किए जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण मंत्र इस प्रकार हैं:
लाभ: इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और उसका आत्मबल बढ़ता है।
आदित्य मंत्र:
मंत्र: ऊँ आदित्याय नमः।
लाभ: इस सरल मंत्र का जाप करने से सूर्य देव की कृपा मिलती है और मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
सूर्य बीज मंत्र:
मंत्र: ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः।
लाभ: बीज मंत्र का जाप करने से सूर्य देव की शक्ति प्राप्त होती है और जीवन की कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है।
सूर्य नमस्कार मंत्र:
मंत्र: ऊँ घृणि सूर्याय नमः।
लाभ: यह मंत्र सूर्य नमस्कार के दौरान जपा जाता है और इसे प्रतिदिन करने से व्यक्ति के शरीर में ऊर्जा और उत्साह बना रहता है।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
पौष मास में राशि अनुसार करें ये ख़ास उपाय
पौष महीने में राशि अनुसार कुछ विशेष उपाय करने से व्यक्ति को सूर्य देव की कृपा मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। आइए जानते हैं, पौष मास में कौन-सी राशि वाले लोग कौन-से उपाय कर सकते हैं:
मेष राशि
प्रतिदिन सुबह तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें लाल फूल और चावल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। इससे मानसिक शांति प्राप्त होगी और करियर में सफलता मिलेगी।
वृषभ राशि
सूर्य देव का ध्यान करते हुए “ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें। साथ ही गुड़ और तिल का दान करें। इस उपाय से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और पारिवारिक जीवन में शांति मिलती है।
मिथुन राशि
पौष मास में तांबे का कड़ा धारण करें और सूर्य नमस्कार करें। साथ ही, गरीबों को तांबे के बर्तन दान करें। इससे स्वास्थ्य में सुधार होगा और मानसिक तनाव दूर होगा।
कर्क राशि
रविवार को सूर्य देव को गुड़ का भोग अर्पित करें और तांबे के लोटे में जल भरकर अर्घ्य दें। साथ ही “आदित्य हृदय स्तोत्र” का पाठ करें। इससे आपके घर में सुख-शांति बनी रहेगी और संबंधों में मधुरता आएगी।
सिंह राशि
रोजाना सुबह स्नान के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें और “ऊँ आदित्याय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। यह उपाय करियर में सफलता और प्रमोशन प्राप्त करने में मदद करेगा।
कन्या राशि
सूर्योदय के समय तांबे के लोटे में जल और तिल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। साथ ही, रविवार के दिन तिल और गुड़ का दान करें। इससे आपके आर्थिक जीवन में सुधार होगा और शारीरिक समस्याओं से राहत मिलेगी।
तुला राशि
सूर्य देव के सामने सुबह “सूर्य गायत्री मंत्र” का जाप करें और गरीबों को लाल वस्त्र दान करें। यह उपाय आपके रिश्तों में मधुरता लाएगा और जीवन में समृद्धि लाएगा।
वृश्चिक राशि
पौष माह में रोजाना सूर्य नमस्कार करें और “ऊँ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें। साथ ही, जरूरतमंदों को तिल के लड्डू दान करें। इससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होगा और आपको सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी।
धनु राशि
सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद “आदित्य हृदय स्तोत्र” का पाठ करें और अपने घर के मुख्य द्वार पर तांबे का सूर्य प्रतीक लगाएं। यह उपाय आपके करियर और व्यवसाय में वृद्धि करेगा और आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
मकर राशि
पौष मास के दौरान विशेष रूप से मकर संक्रांति के दिन गुड़ और तिल का दान करें और “सूर्य बीज मंत्र” का जाप करें। इससे आपके आर्थिक जीवन में स्थिरता आएगी और भाग्य में वृद्धि होगी।
कुंभ राशि
रविवार को सूर्य देव की पूजा करें और उन्हें तांबे के लोटे में जल, चावल और लाल फूल अर्पित करें। साथ ही, तांबे के बर्तन का दान करें। इस उपाय को करने से आपके जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और आपको सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।
मीन राशि
प्रतिदिन प्रातः सूर्य देव को अर्घ्य दें और “ऊँ भास्कराय नमः” मंत्र का जाप करें। साथ ही, गरीबों को अन्न और वस्त्र दान करें। इससे आपकी मानसिक शांति बढ़ेगी और आप जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करेंगे।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1- पौष माह की शुरुआत कब से हो रही है?
मार्गशीर्ष माह का आरंभ 16 दिसंबर 2024 सोमवार को होगा जिसकी समाप्ति 13 जनवरी 2025 सोमवार को हो जाएगी।
2- पौष माह में किस देवता की पूजा की जाती है?
मार्गशीर्ष माह में सूर्य की पूजा करने का विधान है।
3- पौष कौन से महीने को कहते हैं?
यह हिंदी कैलेंडर का दसवां महीना होता है।
खरमास के साथ शुरू होगा ये सप्ताह, अगले एक महीने तक मांगलिक कार्यों पर लग जाएगी रोक!
एस्ट्रोसेज का यह खास ब्लॉग आपको दिसंबर के तीसरे सप्ताह से जुड़ी समस्त जानकारी प्रदान करेगा। ऐसे में, हम सभी के मन में यह जानने के लिए उत्सुकता रहती है कि आने वाला समय हमारे जीवन के लिए क्या कुछ लेकर आएगा। साप्ताहिक राशिफल के इस लेख की मदद से आप जान सकेंगे कि यह सप्ताह सभी 12 राशियों के जातकों को किस तरह के परिणाम देगा? क्या व्यापार में होगा मुनाफा या उठाना पड़ेगा नुकसान? सेहत रहेगी दुरुस्त या रोग करेंगे परेशान? क्या प्रेम जीवन में होगी किसी ख़ास से मुलाकात? शादीशुदा जातकों के लिए कैसा रहेगा यह सप्ताह? इन सभी सवालों के जवाब आपको साप्ताहिक राशिफल के इस ब्लॉग में मिलेंगे। व्यापार से लेकर शिक्षा और प्रेम जीवन से शादीशुदा जीवन तक, यहां आपको मिलेगा अपने हर प्रश्न का जवाब।
इसके अलावा, साप्ताहिक राशिफल का यह ब्लॉग इस हफ्ते में पड़ने वाले ग्रहण, गोचर, व्रत-त्यौहार की जानकारी भी आपको प्रदान करेगा। साथ ही जानेंगे, 16 से 22 दिसंबर के बीच कौन-कौन सी प्रसिद्ध हस्तियों ने जन्म लिया है। बता दें कि साप्ताहिक राशिफल का यह ब्लॉग हमारे अनुभवी एवं विद्वान ज्योतिषियों द्वारा ग्रहों एवं नक्षत्रों की स्थिति का गहन विश्लेषण करके तैयार किया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं, इस हफ़्ते के शुभ मुहूर्त जैसे कि नामकरण, अन्नप्राशन और कर्णवेध संस्कार आदि की शुभ तिथियों से भी आपको रूबरू करवाएंगे। तो चलिए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की और सबसे पहले जानते हैं इस सप्ताह के पंचांग के बारे में।
इस सप्ताह के ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना
हिंदू पंचांग के अनुसार, दिसंबर का यह तीसरा सप्ताह 16 दिसंबर को पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के तहत शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को शुरू होगा और इसका अंत उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के अंतर्गत कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानी कि 22 दिसंबर 2024, रविवार के दिन होगा। हालांकि, दिसंबर साल का बाहरवां और अंतिम महीना होने की वजह से अपने आप में ख़ास होता है क्योंकि इसका हर दिन हमें नए साल की तरफ ले जाता है। ऐसे में, इस माह का यह सप्ताह धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से भी विशेष रहेगा। इस दौरान कई व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे और अनेक ग्रह अपना राशि परिवर्तन करेंगे। आइए अब हम आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं इस हफ़्ते आने वाले व्रत-त्योहारों पर।
इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहार
व्रत एवं त्योहार हमारे जीवन को खुशियों और उत्साह से भरते हैं इसलिए हम सभी को इनका इंतज़ार रहता है। इसके अलावा, हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले प्रत्येक पर्व या व्रत का अपना महत्व होता है और हर व्रत-त्योहार के पीछे एक कथा होती है। लेकिन, वर्तमान समय में लोग अपनी भागदौड़ भरी ज़िन्दगी की वजह से इन व्रत एवं त्योहारों की तिथियों को याद नहीं रख पाते हैं इसलिए यहां हम आपको व्रत-त्योहारों की तिथियां प्रदान करने जा रहे हैं।
संकष्टी चतुर्थी (18 दिसंबर 2024, बुधवार): संकष्टी चतुर्थी का व्रत माता गौरी और भगवान शिव के पुत्र भगवान गणेश को समर्पित होता है। मान्यता है कि जो जातक इस व्रत को करता है, गणेश जी उसके सभी दुखों और कष्टों को हर लेते हैं।
हम आशा करते हैं कि यह व्रत-त्योहार आपके जीवन में खुशियाँ और आशा की नई किरण लेकर आयेंगे।
खरमास 2024 कब से होगा शुरू?
खरमास को हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि इस माह के शुरू होने के साथ ही मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाता है। खरमास का महीना एक महीने तक रहता है और ऐसे में, एक माह तक शुभ एवं मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। बता दें कि जब सूर्य देव धनु राशि और मीन राशि में प्रवेश करते हैं, तब खरमास लग जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल दो बार खरमास लगता है धनु संक्रांति और मीन संक्रांति पर।
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, पहला खरमास मार्च या अप्रैल के महीने में लगता है जबकि दूसरा खरमास नवंबर या दिसंबर माह में आता है। वर्ष 2024 के दिसंबर माह में खरमास का आरंभ 15 दिसंबर 2024 की रात 09 बजकर 56 मिनट पर होगा। इसी के साथ मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाएगी। हालांकि, सूर्य महाराज के 14 जनवरी 2025 को मकर राशि में प्रवेश करने पर दोबारा मांगलिक कार्यों का आरंभ हो जाएगा।
इस सप्ताह (16 दिसंबर से 22 दिसंबर, 2024) पड़ने वाले ग्रहण और गोचर
वैदिक ज्योतिष में नवग्रहों को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और ऐसे में, इनकी स्थिति में होने वाले बदलावों का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर भी पड़ता है। साथ ही, ग्रहण को भी एक अशुभ घटना माना जाता है इसलिए कोई भी भविष्यवाणी करने से पहले ग्रहों की चाल, स्थिति और दशा का विश्लेषण किया जाता है। बता दें कि इस सप्ताह किसी ग्रह का गोचर नहीं होने जा रहा है, लेकिन केवल एक ग्रह अपनी स्थिति में बदलाव करने जा रहा है। आइए जानते हैं इन ग्रहों के गोचर के बारे में।
बुध वृश्चिक राशि में मार्गी (16 दिसंबर 2024): ज्योतिष में ग्रहों के युवराज के नाम से विख्यात बुध महाराज 16 दिसंबर 2024 की दोपहर 01 बजकर 52 मिनट पर वृश्चिक राशि में मार्गी हो जाएंगे।
इस सप्ताह में पड़ने वाले बैंक अवकाश
साप्ताहिक राशिफल के इस लेख में हम आपको दिसंबर के तीसरे सप्ताह में पड़ने वाले बैंक अवकाशों के बारे में अवगत करवाने जा रहे हैं जिससे समय रहते हुए आप अपने काम समय पर पूरा कर सकें।
जो माता-पिता अपनी संतान का उपनयन संस्कार इस सप्ताह करवाने की सोच रहे हैं, उनके लिए हम आपको नीचे तिथियां प्रदान कर रहे हैं जो कि इस प्रकार हैं:
तारीख़ एवं दिन
मुहूर्त
16 दिसंबर 2024, सोमवार
07:39-12:53
इस सप्ताह के विद्यारंभ संस्कार के मुहूर्त
तिथि
दिन
पर्व
राज्य
19 दिसंबर 2024
गुरुवार
रात 11 बजकर 59 मिनट से 20 दिसंबर की मध्यरात्रि 01 बजकर 20 मिनट तक।
अश्लेषा
इस सप्ताह के नामकरण मुहूर्त
अगर आप अपने नवजात शिशु के लिए नामकरण संस्कार का मुहूर्त देख रहे हैं, तो नीचे हम आपको नामकरण संस्कार के लिए शुभ समय एवं तिथियां प्रदान कर रहे हैं जो इस प्रकार हैं:
एस्ट्रोसेज इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं देता है। यदि आप अपने पसंदीदा सितारे की जन्म कुंडली देखना चाहते हैं तो आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं।
साप्ताहिक राशिफल 16 दिसंबर से 22 दिसंबर, 2024
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें: चंद्र राशि कैलकुलेटर
मेष साप्ताहिक राशिफल
आपको इस बात का एहसास होगा कि आपका स्वास्थ्य यदि अच्छा है तो, आप जीवन के हर पक्ष का आनंद…(विस्तार से पढ़ें)
मेष प्रेम राशिफल
इस सप्ताह आपकी तरक्की होगी, जिसको लेकर आपका प्रेमी आपकी जमकर तारीफ़ करने और दिल से सराहना…(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ साप्ताहिक राशिफल
इस सप्ताह रेहड़ी-पटरी पर मिलने वाला खुला हुआ सामान न खाएँ, नहीं तो आपकी सेहत अचानक से डांवाडोल…(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ प्रेम राशिफल
ये समय प्रेम जीवन में एक दूसरे के प्रति, अपने विश्वास को मजबूत बनाने वाला समय होगा। क्योंकि…(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन साप्ताहिक राशिफल
इस राशि की महिलाओं के लिये इस सप्ताह एरोबिक्स करना, उनके स्वास्थ्य में अनुकूल बदलाव लाने में मदद…(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन प्रेम राशिफल
इस सप्ताह प्रेम में पड़े इस राशि के जातक अपने प्रेमी-प्रेमिका को, अपने प्यार को प्रदर्शित करने के लिए…(विस्तार से पढ़ें)
कर्क साप्ताहिक राशिफल
दोस्त या सहकर्मी का स्वार्थी बर्ताव, इस सप्ताह आपका मानसिक सुकून ख़त्म कर सकता है। ऐसे में…(विस्तार से पढ़ें)
कर्क प्रेम राशिफल
इस सप्ताह संभव है कि प्रेम में पड़े जातकों को अपने रिश्ते को लेकर, कोई ऐसा बड़ा फैसला लेना पड़े, जिसके बारे…(विस्तार से पढ़ें)
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सिंह साप्ताहिक राशिफल
इस हफ्ते आपकी मानसिक स्थिति काफी बेहतर होगी, क्योंकि आप इस दौरान हर प्रकार के…(विस्तार से पढ़ें)
सिंह प्रेम राशिफल
इस सप्ताह किसी विपरीत लिंगी व्यक्ति के प्रति, आपके प्रियतम की बढ़ती नज़दीकियों से आपको…(विस्तार से पढ़ें)
कन्या साप्ताहिक राशिफल
इस सप्ताह रेहड़ी-पटरी पर मिलने वाला खुला हुआ सामान न खाएँ, नहीं तो आपकी सेहत अचानक…(विस्तार से पढ़ें)
कन्या प्रेम राशिफल
प्रेम राशिफल के अनुसार यह सप्ताह, आपके प्रेम जीवन को मजबूत बनाने…(विस्तार से पढ़ें)
तुला साप्ताहिक राशिफल
इस राशि के वो बुजुर्ग जातक, जो पिछले समय से जोड़ों में दर्द की समस्या या कमर में दर्द से…(विस्तार से पढ़ें)
तुला प्रेम राशिफल
इस सप्ताह आपका प्रेमी आपके तज़ुर्बे से किसी बेहतर सलाह की चाह करेगा, परंतु आप उन्हें संतुष्ट…(विस्तार से पढ़ें)
वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल
स्वास्थ्य के लिहाज से समय विशेष अच्छा रहेगा और आप अपने अच्छे स्वास्थ्य के बल पर…(विस्तार से पढ़ें)
वृश्चिक प्रेम राशिफल
इश्क की खुमारी इस दौरान सातवें आसमान पर होगी। अपने मनोभावों को अभिव्यक्त…(विस्तार से पढ़ें)
धनु साप्ताहिक राशिफल
ये सप्ताह वैसे तो स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा है, लेकिन आपका किसी भी बात पर…(विस्तार से पढ़ें)
धनु प्रेम राशिफल
प्रेम में पड़े इस राशि के लोग इस समय बहुत भावुक हो सकते हैं और अपने मन के…(विस्तार से पढ़ें)
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
दिसंबर में कौन से त्योहार पड़ेंगे?
दिसंबर के तीसरे सप्ताह में सफला एकादशी, मार्गशीर्ष पूर्णिमा और धनु संक्रांति जैसे पर्व मनाए जाएंगे।
दिसंबर में किन ग्रहों के गोचर होंगे?
दिसंबर के महीने में सूर्य और शुक्र ग्रह गोचर करेंगे।
संकष्टी चतुर्थी दिसंबर में कब है?
संकष्टी चतुर्थी दिसंबर में 18 दिसंबर 2024 को मनाई जाएगी।
बुध की मार्गी चाल, इन राशियों के जीवन से करेगी आर्थिक समस्याओं का अंत!
बुध वृश्चिक राशि में मार्गी: एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग हमारे पाठकों के लिए तैयार किया गया है जिसके माध्यम से आपको बुध वृश्चिक राशि में मार्गी के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त होगी। बता दें कि वैदिक ज्योतिष में बुध देव को बुद्धि, वाणी, तर्क और संचार कौशल का कारक माना गया है जो कि सूर्य देव के सबसे निकट स्थित हैं। बुध ग्रह का संबंध धन और भाग्य से भी है। हालांकि, बुध को एक आकर्षक व्यक्तित्व वाला ग्रह माना जाता है और यह अपनी मधुर वाणी से सबको मोहित करने की क्षमता रखते हैं। अब बुध देव 16 दिसंबर 2024 को वृश्चिक राशि में मार्गी होने जा रहे हैं। हमारा यह स्पेशल ब्लॉग आपको बताएगा कि बुध कब और किस समय मार्गी होंगे। साथ ही जानेंगे, इसका प्रभाव आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेगा और कुंडली में कमज़ोर बुध की कैसे पहचान करें? तो आइये आगे बढ़ते हैं और शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की।
बात करें बुध देव के महत्व की तो, वैदिक ज्योतिष में बुध को बुद्धिमान, युवा और असामान्य क्षमता से पूर्ण ग्रह का दर्जा प्राप्त है। इनका स्वभाव बेहद शांत है और यह तेज़ गति से आगे बढ़ते हैं। करियर के क्षेत्र में बुध महाराज किसी व्यक्ति के सीखने और प्रतिक्रिया देने की क्षमता के साथ-साथ वाणी, व्यापार, गैजेट्स, बैंकिंग, ह्यूमर, किताबें और मीडिया से जुड़े सभी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। राशि चक्र की 12 राशियों में से बुध देव मिथुन और कन्या राशि के अधिपति देव हैं। ग्रहों के राजकुमार होने के नाते बुध ग्रह द्वारा किये जाने वाले कामों में राजसी झलक नज़र आती है।
कब और क्या रहेगा समय बुध मार्गी का?
ज्योतिष में ग्रहों के राजकुमार कहे जाने वाले बुध महाराज तेज़ गति से चलने वाले ग्रह माने जाते हैं इसलिए समय-समय पर इनकी चाल, स्थिति और दशा में परिवर्तन होता रहता है। बता दें कि अब बुध ग्रह साल के अंतिम महीने यानी कि दिसंबर में दूसरी बार अपनी स्थिति में परिवर्तन करते हुए 16 दिसंबर 2024 की दोपहर 01 बजकर 52 मिनट पर वृश्चिक राशि में मार्गी होने जा रहे हैं जो 26 नवंबर 2024 को वृश्चिक राशि में वक्री हो गए थे। ऐसे में, इनकी इस चाल का प्रभाव सभी राशियों समेत देश-दुनिया पर भी दिखाई देगा।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
क्या होता है ग्रह केमार्गी होने का अर्थ?
हमने कभी न कभी ग्रहों की मार्गी चाल के बारे में अवश्य सुना होगा, लेकिन शायद ही आप इसका अर्थ जानते होंगे इसलिए आज हम सबसे पहले बात करेंगे कि क्या होता है ग्रह का मार्गी होना। बता दें कि ज्योतिष में किसी ग्रह की मार्गी चाल का अर्थ उसके वक्री अवस्था (उल्टी चाल) से बाहर आते हुए पुनः सीधी चाल चलने से होता है।
ग्रहों की इस स्थिति को शुभ माना जाता है क्योंकि इनके पुनः मार्गी होने से वक्री अवस्था के दौरान मिलने वाले नकारात्मक परिणामों का अंत हो जाता हैं।मार्गी होने के बाद ग्रह पहले से ज्यादा अपने नियंत्रण में होते हैं और कुंडली में स्थिति के अनुसार जातक को परिणाम देते हैं। लेकिन, कभी-कभी ग्रहों की वक्री चाल मार्गी की तुलना में अधिक सकारात्मक परिणाम दे सकती हैं।
कैसे करते हैं बुध आपके जीवन को प्रभावित?
बुध को पृथ्वी तत्व का ग्रह माना गया है। ज्योतिष में इन्हें विष्णु जी तथा लाल किताब में देवी दुर्गा का स्वरूप माना जाता है। बुध देव की दिशा उत्तर और दृष्टि तिरछी है। कुंडली में यह जिस भाव में मौजूद होते हैं और अगर वहां से सातवें भाव को देखते हैं, तो इससे जातक की बुद्धि, विद्या और मामा आदि के बारे में जाना जा सकता है।
ऐसे जातक जिनकी कुंडली में बुध ग्रह मज़बूत स्थिति में होते हैं, वह लेखन, अर्थशास्त्र, रसायन, चिकित्सा और शिल्पकला आदि में अपना करियर बनाते हैं। बुध के शुभ परिणाम विशेष रूप से व्यक्ति को 32 से 36 वर्ष की आयु में प्राप्त होते हैं। अगर इस दौरान कुंडली में दशा और अन्य ग्रहों की स्थिति भी अनुकूल होती है, तो जातक अपार सफलता हासिल करता है।
ऐसे लोग अनेक तरह के व्यापार भी करते हुए दिखाई देते हैं और इसके अंतर्गत पैसों का लेने-देन, ब्याज पर धन उधार देना, टाइपिस्ट, ज्योतिष या कर्मकांड पुरोहित, प्राध्यापक, अध्यापक, अनुवादक, संपादक, वकालत, प्रिंटिंग प्रेस प्रकाशक, शिल्पकार, पत्रकार, पुस्तक विक्रेता, सेल्समैन, भवन निर्माता आदि शामिल होते हैं।
आइए हम आगे बढ़ते हैं और आपको अवगत करवाते हैं कमज़ोर बुध के लक्षणों से।
कुंडली में कमज़ोर बुध को कैसे पहचानें?
कुंडली में बुध कमज़ोर होने पर व्यक्ति खुद को दूसरों से कम समझने लगता हैं और अपनी क्षमताओं पर विश्वास नहीं करता है।
कमज़ोर बुध होने पर जातक के बोलने की क्षमता प्रभावित हो जाती है और ऐसे में, वह साफ नहीं बोल पाता है। साथ ही, वह हकलाने लगता है।
कुंडली में बुध कमज़ोर होने पर मेहनत करने के बाद भी आपकी नौकरी और व्यापार में तरक्की नहीं मिलती है और अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
छात्रों का मन पढ़ाई-लिखाई में मन नहीं लगता है और वह पढ़ाई में कमजोर हो जाते हैं।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. मार्गी किसे कहते हैं?
जब कोई ग्रह वक्री (उल्टी चाल) गति से पुनः आगे की तरफ बढ़ने लगता है, उसे ग्रह का मार्गी होना कहते हैं।
2. बुध ग्रह की कौन सी राशि है?
राशि चक्र में बुध देव मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं।
3. वृश्चिक राशि के शत्रु कौन हैं?
मीन राशि को वृश्चिक राशि के शत्रु माना जाता है।
मित्र राशि में सूर्य गोचर से, इन राशियों के होंगे अच्छे दिन शुरू; खूब बरसेगी धन-दौलत!
वैदिक ज्योतिष में सूर्य देव को ग्रहों का राजा माना जाता है और यह उग्र स्वभाव के पुरुष ग्रह हैं इसलिए इनकी भूमिका को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसे में, सूर्य महाराज की स्थिति में होने वाला प्रत्येक बदलाव विशेष मायने रखता है और अब यह जल्द ही अपना राशि परिवर्तन करते हुए धनु राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। एस्ट्रोसेज का यह ख़ास ब्लॉग आपको सूर्य का धनु राशि में गोचर से जुड़ी समस्त जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि, समय और प्रभाव आदि। यह हम सभी जानते हैं कि जब-जब सूर्य ग्रह अपना राशि परिवर्तन करते हैं, तो यह संसार सहित व्यक्ति के जीवन के प्रत्येक पहलू जैसे कि करियर, व्यापार, शिक्षा एवं प्रेम जीवन आदि को प्रभावित करते है। अगर आप जानना चाहते हैं कि सूर्य का यह गोचर आपकी राशि के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा, तो इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ना जारी रखें।
ऐसे में, सूर्य के इस गोचर को लेकर आपके मन में अनेक सवाल उठे रहे होंगे और इस लेख के माध्यम से हम यहां आपकी हर कन्फ्यूज़न को दूर करेंगे। साथ ही, राशि चक्र की सभी 12 राशियों को मिलने वाले सकारात्मक और नकारात्मक परिणामों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। लेकिन, आइए सबसे पहले नज़र डालते हैं सूर्य का धनु राशि में गोचर के समय और तिथि पर।
सूर्य का धनु राशि में गोचर: तिथि एवं समय
सूर्य महाराज को नवग्रहों के राजा और धरती पर जीवन का प्रमुख स्रोत माना जाता है क्योंकि यह समस्त प्राणियों को जीवन देते हैं। बता दें कि सूर्य देव को एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में एक माह का समय लगता है और इस अवधि को बेहद शुभ माना जाता है। अब 15 दिसंबर 2024 की रात 09 बजकर 56 मिनट पर सूर्य का धनु राशि में गोचर होने जा रहा है जिसका अनुकूल-प्रतिकूल प्रभाव राशियों समेत विश्व पर दिखाई देगा। आइए अब जानते हैं सूर्य गोचर के बारे में कुछ विशेष बातें।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
सूर्य और गुरु: शत्रु या मित्र?
जैसे कि आप सभी जानते हैं कि सूर्य का गोचर धनु राशि में होने जा रहा है और इस राशि के स्वामी ग्रह देवताओं के गुरु कहे जाने वाले बृहस्पति देव हैं। इनकी गिनती शुभ एवं लाभकारी ग्रहों में होती है जबकि सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है। ऐसे में, गुरु की राशि में सूर्य का गोचर शुभ या अशुभ कैसा रहेगा? सूर्य और बृहस्पति एक-दूसरे के मित्र हैं या शत्रु? चलिए आपको बताते हैं इन दोनों ग्रहों का ज्योतिषीय महत्व।
वैदिक ज्योतिष में सूर्य को अधिकार और गुरु ग्रह को ज्ञान का कारक माना जाता है। इस प्रकार, यह दोनों ग्रह जातकों के जीवन में कुछ बड़े बदलाव लेकर आ सकते हैं।हालांकि, आपको बता दें कि सूर्य और बृहस्पति में अच्छी मित्रता है और यह दोनों ही ग्रह जातक को बौद्धिक, शक्तिशाली, और निडर बनाने का काम करते हैं।
एक तरफ, ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रह को नौ ग्रहों का राजा कहा जाता है जो कभी अस्त, उदय, वक्री और मार्गी नहीं होते हैं, तो वहीं हिंदू धर्म में इन्हें देवता स्वरूप में पूजा जाता है। सूर्य एकमात्र ऐसे देवता है जो अपने भक्तों को रोज़ाना दर्शन देते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, सूर्य ग्रह आत्मा, पिता, सरकार, शक्ति और अधिकार के कारक हैं। इसके अलावा, मनुष्य जीवन में सूर्य महाराज का संबंध शक्ति, जीवन की ऊर्जा, जीवन में चल रही कठिन परिस्थितियों और प्रतिरोधक क्षमता से भी है।
कुंडली में सूर्य की स्थिति क्यों है महत्वपूर्ण?
जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि किसी व्यक्ति को सूर्य जीवन में अच्छे या बुरे कैसे परिणाम देंगे? यह बात पूरी तरह से सूर्य की स्थिति पर निर्भर करती है। जिनकी कुंडली में सूर्य मज़बूत होते हैं, उनको अपने जीवन में शुभ परिणामों की प्राप्ति होती है। इनके शुभ प्रभाव से बिगड़े हुए काम बनने लगते हैं और ऐसे जातकों का दृष्टिकोण भी सकारात्मक होता है। ऐसे जातक बेहद स्मार्ट और दयालु होते हैं।
दूसरी तरफ, जिन लोगों की कुंडली में सूर्य कमज़ोर होते हैं, उन्हें जीवन में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दुर्बल सूर्य वाले जातकों के स्वभाव में अहंकार और ईर्ष्या देखने को मिलती है। साथ ही, यह अति महत्वाकांक्षी होते हैं। इन्हें अपनी तारीफ सुनना बहुत पसंद होता है और इनके रिश्ते पिता और गुरु के साथ ज्यादातर ख़राब रहते हैं। अगर आपकी कुंडली में भी सूर्य कमज़ोर हैं, तो ज्योतिष में सूर्य को मज़बूत करने के लिए अनेक उपायों का वर्णन किया गया है। यहाँ अब हम आपको बताने जा रहे हैं सूर्य को शुभ बनाने के उपाय।