ज्योतिष की दुनिया का सबसे बड़ा परिवर्तन…आज से शुरू!
ज्योतिष की दुनिया में एक बड़ा परिवर्तन…आज से शुरू!
DeepSeek-R1 ने AI की दुनिया में हलचल मचा दी है। अब भारत से एक और AI का अबतक का सबसे बड़ा परिवर्तन आ रहा है, जो ज्योतिष के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने वाला है। पेश है Kundli AI – AstroSage की नई पेशकश, जो कुंडली को पढ़ने, उसे समझने और उससे गहरे विश्लेषण निकालने के तरीके को पूरी तरह से बदलने वाला है।
कुंडली पढ़ने की यह विद्या सदियों पुरानी है। ये इतनी प्राचीन है कि ये वेदों के समय से चली आ रही है। तकरीबन 5000 साल पुरानी यह परंपरा समय के साथ बदली और आज के दौर के अनुरूप ढली है। इसी कड़ी में आज से हम एक ऐसा बड़ा बदलाव लेकर आ रहे हैं जो कुंडली पढ़ने के इतिहास में अब तक के सबसे बड़े नवाचारों में से एक जाना जाएगा।
आ गया है कुंडली एआई/Kundli AI
यह AstroSage AI का नया अविष्कार है, जो यह साबित करता है कि हम AI की ताकत से मानवता के क्षेत्र में तमाम लाभ लेकर आ सकते हैं। हमारी इस अनोखी पहल से अब कुंडली पढ़ने का तरीका पूरी तरह से बदलने वाला है। जी हाँ, यह सुनने में जितना रोमांचक लग रहा है, उतना ही स्वाभाविक भी है, क्योंकि AstroSage AI हमेशा ज्योतिष के क्षेत्र में नवाचार और नए विचार को लेकर आने के लिए जाना जाता है।
हम सिर्फ कहने वालों में से नहीं हैं, हम ये सब कर के भी दिखाते आए हैं। जैसे कि,
2001 में, हमने भारत का पहला मोबाइल ज्योतिष ऐप ‘Mobile Kundli’ लॉन्च किया।
2004 में, हमने भारत का पहला क्लाउड ज्योतिष प्लेटफॉर्म पेश किया।
फिर हमने भारत का पहला AI ज्योतिष ऐप भी लॉन्च किया।
हमारे इस शानदार सफर में अबतक हमारा साथ देने वाले जानना तो अवश्य चाहते होंगे कि अब आगे क्या?
एक बार फिर नज़र डालते हैं/बात करते हैं कुंडली एआई की तो, ये नवाचार भारत में पहली बार हो रहा है। AstroSage AI ऐप में जुड़ने वाला यह नया फीचर ज्योतिषियों को कुंडली के सभी रहस्यों को चुटकियों में खोलने की शक्ति देगा। यह AI से संचालित है और इसमें 1 करोड़+ कुंडलियों का डेटा मॉडल शामिल है – यह मशीन लर्निंग का एक बेहतरीन उदाहरण है।
ज्योतिषी जानते हैं कि कुंडली पढ़ना एक जटिल और समय लेने वाली विद्या है, जिसे सीखने में सालों लग जाते हैं। लेकिन अब Kundli AI की मदद से यह काम कुछ ही सेकंड में हो सकता है। AstroSage AI ऐप के जरिए कोई भी ज्योतिषी कुंडली की सभी बारीकियों और गहरे रहस्यों को तुरंत और सटीक रूप से समझ सकता है।
कुंडली एआई: कुंडली समझने का सबसे आसान तरीका
ज्योतिष की दुनिया में कुछ नया करने की हमारी लगन और प्रयासों ने हमें इस मुकाम पर पहुंचाया है जहां हमें यह कहते हुए बेहद गर्व महसूस हो रहा है कि कुंडली एआई जल्द ही ज्योतिष के क्षेत्र में कदम रखने जा रहा है, जो आपका एक स्मार्ट और सहायक मार्गदर्शक बनेगा। इसकी सहायता से आप कुंडली से बात करके सरल भाषा में अपनी कुंडली के बारे में जान सकते हैं। अगर आप एक ज्योतिषी या छात्र के रूप में अपनी कुंडली के बारे में जानना चाहते हैं, तो कुंडली एआई ज्योतिष को लेकर आपके नज़रिये में बदलाव लेकर आने के लिए तैयार है। यह न सिर्फ़ आपके अनुभव को बेहतर बनाएगा, बल्कि आपको तेज़ी-से सटीक भविष्यवाणी भी प्रदान करेगा।
सिर्फ़ इतना ही नहीं, अब आप “कुंडली मिलान” से भी बात कर सकते हैं — जी हां, आप गुण मिलान को लेकर अपने मन में उठ रहे सवालों का जवाब पाने के लिए कुंडली मिलान फ़ीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं और साथी के साथ अपने रिश्ते को मज़बूत बना सकते हैं।
फीचर्स जो कुंडली एआई को बनाते हैं सबसे अलग
आइए जानते हैं कुंडली एआई की उन विशेषताओं के बारे में जिनकी वजह से यह ज्योतिषियों और ज्योतिष में रुचि रखने वालों, दोनों के लिए बेहद ख़ास हो जाती है।
तेज़ और सटीक भविष्यवाणी: अब आप उन समस्याओं को अलविदा कहें, जो आपको भविष्यफल प्राप्त करने में आती हैं क्योंकि एआई तकनीक की मदद से कुंडली एआई आपको तुरंत और सटीक भविष्यवाणी प्रदान करेगा।
बात-बात में सीखें: कुंडली एआई की सहायता से आप अपनी कुंडली से बात कर सकते हैं। कुंडली एआई का इंटरैक्टिव फीचर आपको ज्योतिष को गहराई से समझने में मदद करेगा जिससे आप जान सकेंगे कि यह आपके जीवन को किस तरह प्रभावित करता है।
इस्तेमाल में आसान: चाहे आप ज्योतिष के क्षेत्र में नए हों या प्रोफेशनल, कुंडली एआई को आपकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है। यह नए लोगों के लिए ज्योतिष को आसान बनाने का काम करता है जबकि विशेषज्ञों को ज्योतिष में एक नए पड़ाव पर लेकर जाता है।
कुंडली एआई से किसे होगा लाभ?
ज्योतिषियों के लिए
ज्योतिषियों के लिए कुंडली एआई एक गेम-चेंजर साबित होगा। यह कुंडली के मुश्किल पहलुओं को आसान बनाएगा जिससे ग्राहकों को परामर्श देने के लिए आपको पर्याप्त समय मिल जाएगा। कुंडली एआई की सहायता से आप यूज़र्स की कुंडली के बारे में गहराई से जान सकते हैं और इससे आप उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान करने में सक्षम होंगे।
ज्योतिष के छात्रों के लिए
ज्योतिष विद्या की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए कुंडली एआई बहुत उपयोगी साबित होगा और यह एक टीचर की तरह आपका मार्गदर्शन करेगा। कुंडली एआई ज्योतिष के मुश्किल पहलुओं को आसान बनाएगा ताकि आप इसे बिना किसी परेशानी के समझ सकें।
इतिहास ज्योतिष की दुनिया के अब तक के सबसे बड़े बदलाव का गवाह बनने जा रहा है क्योंकि यह सिर्फ एक एस्ट्रोलॉजी टूल नहीं है — यह कुंडली जानने-समझने के तरीके में परिवर्तन लेकर आएगा।
Kundli AI AstroSage AI के हमेशा एक कदम आगे रहने की सोच को बखूबी से दर्शाता है। जैसा कि Puneet Pandey, जो कि संस्थापक सदस्यों में से एक हैं, कहते हैं:
“जब भारत में ‘क्लाउड’, ‘SaaS’, ‘वर्नाक्युलर’ (स्थानीय भाषाएं) या ‘AI’ जैसे शब्द आम नहीं थे, तब भी हम इन तकनीकों पर काम कर रहे थे। हम केवल ज्योतिष क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि भारत की पूरी टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में भी अग्रणी रहे हैं। हमारी यात्रा हमेशा नए आयाम स्थापित करने की रही है, जहाँ हर कदम ने भारतीय टेक्नोलॉजी में नए अवसरों के द्वार खोले हैं।”
ये बात तो हम दावे से कह सकते हैं कि, Kundli AI ज्योतिषियों को नए तरीकों से कुंडली समझने और विश्लेषण करने में मदद करेगा।
मौनी अमावस्या 2025: जानें राशि अनुसार क्या उपाय करने से मिल सकता है मोक्ष
हिंदू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि का बहुत महत्व है। बता दें कि अमावस्या और पूर्णिमा हर महीने आती हैं और प्रत्येक पूर्णिमा एवं अमावस्या का अपना एक अलग महत्व होता है। माघ के महीने में आने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। माघ के महीने में पड़ने की वजह से इसे माघ अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मौन व्रत रखने का विधान है और यही वजह है कि इस अमावस्या को मौनी अमावस्या का नाम दिया गया है। इस ब्लॉग में आगे बताया गया है कि मौनी अमावस्या कब पड़ रही है और इसका क्या महत्व है।
28 जनवरी को शाम 07 बजकर 38 मिनट पर अमावस्या तिथि आरंभ होगी और इसका समापन 29 जनवरी को शाम 06 बजकर 08 मिनट पर होगा। इस प्रकार मौनी अमावस्या 29 जनवरी, 2025 को बुधवार के दिन पड़ रही है। इस बार अमावस्या पर एक शुभ योग भी बन रहा है जिसके बारे में आगे बताया गया है।
मौनी अमावस्या पर बन रहा है शुभ योग
मौनी या माघ अमावस्या पर सिद्धि योग बन रहा है। इस योग की शुरुआत 28 जनवरी, 2025 को रात्रि 11 बजकर 51 मिनट पर होगी और इसका समापन 29 जनवरी को रात्रि 09 बजकर 09 मिनट पर होगा।
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क्या है सिद्धि योग
सिद्धि योग को सिद्ध योग के नाम से भी जाना जाता है। इस योग को ज्योतिष में बहुत शुभ माना गया है। सिद्ध योग में किए गए कार्यों का शुभ परिणाम मिलता है। जिन लोगों की कुंडली में सिद्धि योग होता है, वे जातक व्यापार में बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं। ये अपने काम को लेकर समर्पित रहते हैं और दिखने में बहुत सुंदर होते हैं। इसके साथ ही ये खुशहाल और सुख-शांति से परिपूर्ण जीवन जीते हैं। ये दान-पुण्य अधिक करते हैं।
मौनी अमावस्या धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखती है। मौनी शब्द की उत्पत्ति मौन शब्द से हुई है और इसका अर्थ होता है चुप रहना। इस दिन मौन व्रत रखा जाता है। माघ अमावस्या के दिन गंगा नदी में स्नान करने से श्रद्धालुओं के सारे पाप धुल जाते हैं और उन्हें पुण्य की प्राप्ति होती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन गंगा का जल अमृत समान हो जाता है इसलिए इस दिन गंगा में डुबकी लगाने को बहुत शुभ माना जाता है।
शास्त्रों के अनुसार, माघ अमावस्या पर ऋषि मनु का जन्म हुआ था इसलिए इस तिथि को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। जो मनुष्य इस दिन मौन व्रत रखता है, उसे अपने जीवन में वाक् सिद्धि की प्राप्ति होती है।
हिंदू धर्म में माघ अमावस्या को स्नान, जप एवं तप करने के लिए श्रेष्ठ माना गया है। मान्यता है कि इस तिथि पर गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के जल में देवताओं का वास होता है। इस वजह से मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में स्नान करना शुभ माना जाता है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से मिलने वाला फल दोगुना हो जाता है।
जो भी मनुष्य इस दिन नदी या कुंड में स्नान करता है, उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे पुण्य प्राप्त होता है। हालांकि, मौनी अमावस्या को पितृ शांति और पितृ तर्पण के लिए भी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पितरों का तर्पण करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और इस दिन मौन व्रत रखने से व्यक्ति के ज्ञान में वृद्धि होती है। यह व्यक्ति के विचारों या उसके मन तथा आवेगपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
भगवद गीता में कहा गया है कि जब किसी मनुष्य का मन अशांत और बेचैन होता है, तब उसे मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत करना चाहिए। इस व्रत को करने से उसका अपनी वाणी पर नियंत्रण रहता है जिससे उसका मन अशांत नहीं रहता है।
मौनी अमावस्या के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठना शुभ माना जाता है। इसके बाद आप गंगा नदी में स्नान करें। अगर आप गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं, तो घर पर अपने नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान कर सकते हैं।
नहाने के बाद भगवान विष्णु का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लें। विष्णु जी की पूजा-अर्चना करने के बाद तुलसी के पौधे की 108 बार परिक्रमा करें।
पूजा के उपरांत अपने सामर्थ्य के अनुसार गरीबों को भोजन, धन अथवा वस्त्र आदि दान करें। आपको स्नान के बाद से ही मौन व्रत रखना शुरू करना होगा।
इच्छानुसार मौनी अमावस्या पर करें दान
अगर आप मोक्ष प्राप्ति की कामना रखते हैं, तो मौनी अमावस्या के दिन गौ का दान करें। ग्रह-नक्षत्रों के कुप्रभाव से बचने के लिए काले तिल का दान कर सकते हैं। रोग से मुक्ति पाने के लिए स्वर्ण का दान किया जा सकता है। यदि आपके परिवार में कलह रहती है, तो आप माघ अमावस्या के दिन पात्र समेत घी का दान करें। मौनी अमावस्या 2025 पर नमक का दान करने से हर प्रकार की बाधा दूर होती है। संतान की उन्नति के लिए चांदी का दान करना चाहिए।
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मौनी अमावस्या के दिन क्या करें
इस अमावस्या पर प्रात:काल स्नान के बाद तिल, तिल से बने लड्डू, इसके तेल, आंवले और कपड़े आदि का दान करें।
इस दिन गरीब लोगों, साधू और ब्राह्मण को भोजन करवाने से अधिक पुण्य मिलता है। इन्हें कंगल आदि भी दान कर सकते हैं।
आप मौनी अमावस्या पर काले तिल में गुड़ मिलाकर लड्डू बना लें अैर उसे लाल रंग के कपड़े में लपेटकर दान कर दें। इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इससे महिलाओं के भाग्य में वृद्धि होती है। इस दिन पीपल के पेड़ की परिक्रमा करने का बहुत महत्व रखते हैं।
मौनी अमावस्या 2025 पर राशि अनुसार करें उपाय
मौनी अमावस्या पर राशि अनुसार उपाय कर के आप अपने जीवन में सफलता ला सकते हैं:
मेष राशि: इस दिन गरीब लोगों को साबुत अनाज या फलों का दान करें।
वृषभ राशि: मौनी अमावस्या पर आप तुलसी के पौधे में जल चढाएं।
मिथुन राशि: शिवलिंग का अभिषेक करें और ऊं नमं शिवाय मंत्र का जाप करें।
कर्क राशि: घर की कच्चे दूध से सफाई करें।
सिंह राशि: आप माघ अमावस्या के दिन गरीब लोगों को खासतौर पर लाल रंग के वस्त्र दान करें।
कन्या राशि: गाय को हरा चारा खिलाएं और घर के अंदर किसी शुभ स्थान पर दीपक जलाएं।
तुला राशि: आप अमावस्या के दिन तांबे के बर्तन में जल भरकर घर के अंदर रखें।
वृश्चिक राशि: इस दिन आप चींटियों को शक्कर खिलाएं।
धनु राशि: इस राशि वाले किसी नदी या तालाब में दीपदान करें।
मकर राशि: आप गरीब व्यक्ति को शुद्ध देसी घी का दान करें।
कुंभ राशि: आप अमावस्या पर नीम के पेड़ को पानी दें।
मीन राशि: आप घर के मंदिर में ताजे फूल अर्पित करें। अनुसार करें उपाय
मौनी अमावस्या के लिए ज्योतिषीय उपाय
ऐसा माना जाता है कि पीपल के पेड़ में पितर वास करते हैं। आप मौनी अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करें और उसमें जल चढ़ाकर दीपक जलाएं।
घर के अंदर पितृ दोष निवारण यंत्र की स्थापना कर, तिल के तेल का दीपक जलाकर पितरों का तर्पण करें। इस उपाय को करने से आपके पितरों को शांति मिलेगी।
पितृ शांति के लिए अमावस्या के दिन काले तिलों का दान भी कर सकते हैं। इसके अलावा गरीब लोगों का अन्न का दान करें। गरीब लोगों को वस्त्रों का दान करें। गाय को चारा खिलाने से भी लाभ मिलता है।
मौनी अमावस्या के दिन शिव मंदिर जाकर भगवान शिव की आराधना करें। इससे भी पितरों को शांति मिलती है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. 2025 में मौनी अमावस्या कब पड़ रही है?
उत्तर. 2025 को मौनी अमावस्या है।
प्रश्न 2. मौनी अमावस्या पर तर्पण कर सकते हैं क्या?
उत्तर. हां, इस दिन पितरों का तर्पण करने का बहुत महत्व है।
प्रश्न 3. मौनी अमावस्या पर क्या किया जाता है?
उत्तर. इस दिन मौन व्रत रखा जाता है।
चीनी नव वर्ष 2025 से जानें, ईयर ऑफ द वुड स्नेक कैसा रहेगा आपके लिए?
नए साल से हर इंसान को बहुत आशाएं होती हैं फिर चाहे वह हिंदू, अंग्रेजी या फिर चीनी नववर्ष ही क्यों न हो। एक तरफ, जहां पूरे विश्व में नए साल का आरंभ 01 जनवरी से होता है, वहीं चीनी नव वर्ष लूनर कैलेंडर (चंद्र कैलेंडर) पर आधारित होता है इसलिए इनका नव वर्ष जनवरी या फरवरी में मनाया जाता है। एस्ट्रोसेज एआई का यह ब्लॉग चीनी नववर्ष 2025 को विशेष रूप से चीनी कैलेंडर के आधार पर बनाया गया है जिसके अंतर्गत आपको चीनी नव वर्ष के शुरू होने की सही तिथि के साथ-साथ यह वर्ष किसका होगा आदि के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही, हम आपको अवगत करवाएंगे कि चीनी समुदाय का यह नव वर्ष किन राशियों के लिए शुभ रहेगा और किन राशियों की मुसीबतें बढ़ाएगा? तो आइए शुरुआत करते हैं इस लेख की और सबसे पहले जानते हैं चीनी नव वर्ष के बारे में।
चीनी नववर्ष के शुरू होने की तिथि अंग्रेजी नव वर्ष से अलग होती है। इसी क्रम में, इस बार चीनी नव वर्ष की शुरुआत 29 जनवरी 2025 को होगी और इस साल का अंत 16 फरवरी, 2026 को हो जाएगा। यह वुड स्नेक का वर्ष होगा जो कि आपके लिए आशाजनक रहने की उम्मीद है। हम चीनी नव वर्ष 2025 के बारे में विस्तार से बात करेंगे, लेकिन उससे पहले जान लेते हैं चीनी नव वर्ष के महत्व को।
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चीनी नववर्ष का महत्व
बात करें चीनी नववर्ष के मूल की, तो कहते हैं कि चीनी नव वर्ष का आरंभ आज से लगभग 3800 साल पहले हुआ था। हम सभी इस बात को जानते हैं कि चंद्र कैलेंडर के अनुसार चीनी नववर्ष को मनाया जाता है। बता दें कि साल 1912 में चीनी सरकार द्वारा इस पर रोक लगा दी गई थी और ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार नया साल मनाने की परंपरा को शुरू कर दिया गया था।
लेकिन, इसके बाद साल 1949 में चीनी नववर्ष को चीन के अधिकतर हिस्सों में स्प्रिंग फेस्टिवल या वसंत महोत्सव के नाम से मनाया जाने लगा। पौरणिक मान्यताओं के अनुसार, चीनी नववर्ष की शुरुआत शांघ सभ्यता (1600-1046 ईसा पूर्व) में मानी गई है। उस दौर में नए साल की शुरुआत और अंत में लोग अपने इष्ट देवी-देवताओं और पूर्वजों की स्मृति में विशेष रीति-रिवाज़ों का किया करते थे। चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं ईयर ऑफ द वुड स्नेक के बारे में।
चीनी राशियां दर्शाती हैं इन बातों को
चीनी राशि चक्र में 12 राशियां होती हैं जो कि 12 जानवरों के नाम पर आधारित होती हैं। प्रत्येक नाम एक ख़ास अर्थ को दर्शाता है। चीन के लोगों का मत है कि जिस पशु वर्ष में जो व्यक्ति पैदा होता है, उसमें उसी जानवर के गुण पाए जाते हैं। अब जानते हैं चीनी राशिफल के अनुसार कौन सी राशि किस बात का प्रतिनिधित्व करती है।
मूषक: यह जातक तेज, समझदार और मिलनसार होते हैं।
बैल: यह लोगदृढ़ और शक्तिशाली होते हैं।
बाघ: प्रतिस्पर्धी, अप्रत्याशित और आत्मविश्वासी होते हैं।
रैबिट: विचारशील, जवाबदेह और सुंदर होते हैं।
ड्रैगन: चालाक, जुनूनी और आत्मविश्वासी होते हैं।
सांप: ज्ञानी, समझदार और रहस्यमय होते हैं।
अश्व: फुर्तीले औरतेज़ रफ्तार होते हैं।
बकरी: विनम्र, सहानुभूति से भरे और शांत होते हैं।
बंदर: जिज्ञासु और बुद्धिमान होते हैं।
रोस्टर: बहादुर, सजग और मेहनती होते हैं।
स्वान: सच्चे और समझदार होते हैं।
शूकर:दूसरों को प्रेम देने वाले, उनकी देखभाल करने वाले और मेहनती होते हैं।
चीनी राशि चक्र में स्नेक यानी सांप छठे स्थान पर आता है जो कि दीर्घायु और भाग्य का प्रतीक माना जाता है। साथ ही, यह धन-धान्य और समृद्धि को भी दर्शाता है। ऐसा माना जाता है कि जिन जातकों का जन्म स्नेक वर्ष के तहत होता है, वह बेहद बुद्धिमान, सहज और आकर्षक व्यक्तित्व वाले होते हैं। बता दें कि जिन लोगों का जन्म साल 2013, 2001, 1989, 1977, 1965, 1953, 1941, 1929 या 1917 के अंतर्गत हुआ है, उनकी चीनी राशि स्नेक है।
ऐसे जातक बहुत गहराई से विचार करके काम करने वाले होते हैं जो जीवन को शांति से जीना पसंद करते हैं। यह जातक मज़बूत मानसिकता वाले होते हैं और वुड स्नेक वर्ष में जन्म लेने के कारण हर फैसले को अच्छी तरह से सोच-समझकर और विश्लेषण करने के बाद ही लेते हैं। चीनी राशिचक्र में स्नेक (सांप) राशि अग्नि तत्व से संबंधित है। अब नज़र डालते हैं ईयर ऑफ द वुड स्नेक वर्ष की सम्पूर्ण सूची पर।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
चीनी नव वर्ष 2025 कब से शुरू है?
वर्ष 2025 में चीनी नव वर्ष 29 जनवरी 2025 से शुरू होगा।
चीनी नव वर्ष 2025 किसका साल होगा?
चीनी वर्ष 2025 ईयर ऑफ द वुड स्नेक होगा।
चीन का नया साल किस पर आधारित होता है?
चीनी वर्ष चंद्र कैलेंडर पर आधारित होता है।
उच्च राशि में शुक्र गोचर से, इन राशियों के जीवन में आएगी प्रेम की बहार!
एस्ट्रोसेज एआई अपने पाठकों के लिए “शुक्र का मीन राशि में गोचर” का यह ब्लॉग लेकर आया है जिसके अंतर्गत आपको शुक्र गोचर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। हम सभी जानते हैं कि शुक्र देव को नवग्रहों में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है जो कि प्रेम एवं भोग-विलास के कारक कहे गए हैं। ऐसे में, शुक्र महाराज का मीन राशि में गोचर सभी राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया को भी प्रभावित करेगा। कुछ राशियों के लिए शुक्र का यह राशि परिवर्तन सकारात्मक रहेगा जबकि कुछ राशियों के लिए मुश्किल साबित हो सकता है। इस अवधि में आप शुक्र देव को प्रसन्न करने के लिए कौन से उपाय कर सकते हैं? यह भी हम आपको बताएंगे। तो आइए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की और जानते हैं शुक्र गोचर के बारे में।
शुक्र गोचर की बात करें, तो शुक्र देव एक राशि में लगभग 23 दिन तक रहते हैं और उसके बाद दूसरी राशि में प्रवेश कर जाते हैं। अब शुक्र ग्रह 28 जनवरी 2025 की सुबह 06 बजकर 42 मिनट पर मीन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं जो कि इनकी उच्च राशि है। मीन राशि के स्वामी गुरु ग्रह हैं जिनके साथ शुक्र महाराज के संबंध तटस्थ है। यह गोचर सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन में कई तरह के बदलाव लेकर आने वाला है। साथ ही, शुक के अपनी उच्च राशि में होने पर कुछ जातकों को बेहद शुभ परिणाम भी मिलेंगे। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं शुक्र के ज्योतिषीय महत्व पर।
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शुक्र ग्रह: ज्योतिष की दृष्टि से
हम सब यह बात भली-भांति जानते हैं कि शुक्र ग्रह को विलासिता एवं ऐश्वर्य का ग्रह कहा जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं, शुक्र ग्रह का संबंध वैवाहिक जीवन से भी है जो रिश्ते में प्रेम, समझ और सामंजस्य की भावना को बढ़ाने का काम करते हैं। अगर किसी जातक की कुंडली में शुक्र मजबूत स्थिति में होते हैं, तो उनका दांपत्य जीवन सुखमय होता है। महिलाओं पर शुक्र देव का प्रभाव खासतौर पर देखा जाता है क्योंकि यह सौंदर्य, प्रेम और स्त्री जीवन के भौतिक पहलुओं का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। साथ ही, शुक्र ग्रह के शुभ प्रभाव से जातक कला, संगीत और अन्य रचनात्मक क्षेत्रों में महारत हासिल करता है। ऐसा इंसान अपने जीवन में सभी तरह के भौतिक सुखों का आनंद लेता है। मज़बूत शुक्र वाले लोग अक्सर फैशन, डिजाइन और रचनात्मक क्षेत्रों में सफलता हासिल करते हैं।
शुक्र ग्रह का धार्मिक महत्व
सनातन धर्म में शुक्र ग्रह का धार्मिक रूप से अत्यंत महत्व है। बता दें कि शुक्र देव को असुरों के गुरु माना गया है जो कि दैत्यगुरु और शुक्राचार्य के नाम से भी जाने जाते हैं। धार्मिक ग्रंथों में शुक्राचार्य का वर्णन इस तरह से किया गया है कि उन्होंने असुरों को ज्ञान, विज्ञान और जीवन के रहस्यों की शिक्षा प्रदान की थी। शुक्राचार्य ने ही कई मंत्रों और औषधियों का आविष्कार किया था, जिससे देवताओं के साथ युद्ध में असुरों को विजय की प्राप्ति हुई थी। कहते हैं कि शुक्राचार्य को ही संजीवनी विद्या का ज्ञान प्राप्त है जो मृत इंसान को भी पुनः जीवित कर सकती है। चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और आपको रूबरू करवाते हैं कुंडली के 12 भावों पर इनके प्रभाव से।
शुक्र ग्रह पहले/लग्न भाव में होने से जातक सुंदर, आकर्षक और सौम्य बनता है। ऐसे जातकों की विशेष रुचि रचनात्मकता और कला के प्रति होती है। इनका व्यक्तित्व बेहद आकर्षक होता है।
दूसरे भाव में शुक्र ग्रह
कुंडली के दूसरे भाव में बैठे शुक्र व्यक्ति को सुख-सुविधा, धन-संपत्ति और मधुर वाणी का आशीर्वाद देते हैं। इनका पारिवारिक जीवन सुखी होता है और यह संगीत, भोजन एवं लग्जरी में रुचि रखते हैं।
तीसरे भाव में शुक्र ग्रह
शुक्र के तीसरे भाव में मौजूद होने से जातक साहसी, रचनात्मक और यात्राओं का शौक़ीन होता है। वह अपने विचारों और कला को बेहद प्रभावशाली तरीके से दूसरे के सामने रखता है।
चौथे भाव में शुक्र ग्रह
शुक्र के चौथे भाव में उपस्थिति जातकों को घर-परिवार, संपत्ति और वाहन सुख प्रदान करती है। ऐसे लोगों का गृहस्थ जीवन सुखमय होता है।
पांचवें भाव में शुक्र ग्रह
पांचवें भाव में शुक्र देव शिक्षा, संतान और प्रेम को दर्शाते हैं। इनका पंचम भाव में बैठे होना प्रेम जीवन में सफलता, उच्च शिक्षा और रचनात्मकता में उत्कृष्टता का आशीर्वाद देता है।
छठे भाव में शुक्र ग्रह
शुक्र की छठे भाव में मौजूदगी स्वास्थ्य समस्याओं और मतभेदों की तरफ संकेत करती है। ऐसे जातकों को प्रेम और आर्थिक जीवन में सावधानी बरतनी चाहिए।
सातवें भाव में शुक्र ग्रह की स्थिति जातक के वैवाहिक जीवन के लिए अत्यंत शुभ होती है। यह सुखद और सामंजस्यपूर्ण विवाह का आशीर्वाद देते हैं जिसमें रिश्ते में प्रेम और आपसी समझ बनी रहती है।
आठवें भाव में शुक्र ग्रह
अगर किसी की कुंडली में शुक्र देव आठवें भाव में होते हैं, तो ऐसे जातक गूढ़ रहस्यों और अध्यात्म की तरफ आकर्षित होते है। साथ ही, यह स्थिति अचानक होने वाले आर्थिक लाभ या हानि का भी संकेत करती है।
नौवें भाव में शुक्र ग्रह
कुंडली के नौवें भाव में शुक्र महाराज के विराजमान होने से जातक दार्शनिक, भाग्यशाली और धार्मिक बनता है। साथ ही, ऐसा शख़्स विदेश यात्राओं और उच्च शिक्षा में सफलता हासिल करता है।
दसवें भाव में शुक्र ग्रह
दसवें भाव में शुक्र ग्रह के बैठे होने से जातक को करियर में सम्मान, समाज में उच्च स्थान और सफलता आदि की प्राप्ति होती है। साथ ही, ऐसा इंसान कला, मीडिया, या फैशन में करियर बनाता है।
ग्यारहवें भाव में शुक्र ग्रह
ग्यारहवें भाव में शुक्र महाराज जातक की इच्छाओं की पूर्ति करते हैं। मित्रों से सहयोग के साथ-साथ समाज में मान-सम्मान बढ़ाते हैं।
बारहवें भाव में शुक्र ग्रह
कुंडली के बारहवें भाव में शुक्र देव की मौजूदगी जातक को आध्यात्मिक बनाती है और विदेशी स्थानों पर से लाभ करवाती है। साथ ही, यह विलासिता का आनंद लेते हैं, लेकिन अनावश्यक खर्चों से बचना चाहिए।
मंत्र जाप: शुक्र ग्रह की कृपा प्राप्ति के लिए “ॐ शुं शुक्राय नमः” मंत्र का नियमित रूप से 108 बार जाप करें। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
सफ़ेद वस्त्र धारण करें: कुंडली में शुक्र को मजबूत करने के लिए सफेद रंग के कपड़े ज्यादा से ज्यादा धारण करने चाहिए। शुक्र को सफेद रंग अति प्रिय है।
शुक्र के लिए दान: शुक्र ग्रह को बलवान करने के लिए शुक्र देव से जुड़ी वस्तुएं जैसे सफेद मिठाई, चांदी, सफेद फूल, दही, वस्त्र और चावल आदि का दान करना शुभ होता है। इन चीज़ों का दान शुक्रवार के दिन करें।
सुगंधित इत्र का उपयोग: शुक्र ग्रह का संबंध सुगंध से भी होता है इसलिए नियमित रूप से अच्छे और सुगंधित इत्र का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं और व्यक्ति के जीवन में आकर्षण और सौंदर्य बढ़ाते हैं।
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शुक्र का मीन राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज धन भाव अर्थात दूसरे भाव के स्वामी होने के साथ…(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र महाराज आपके लग्न भाव के स्वामी हैं और आपके लग्न स्वामी…(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र देव आपके पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब…(विस्तार से पढ़ें)
कर्क राशि
कर्क राशि वालों की कुंडली में शुक्र देव को चौथे और ग्यारहवें भाव पर स्वामित्व प्राप्त हैं। अब इनका …(विस्तार से पढ़ें)
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
शुक्र की उच्च राशि कौन सी है?
राशि चक्र की बारहवीं राशि मीन में शुक्र उच्च के होते हैं।
मीन राशि का स्वामी कौन हैं?
गुरु ग्रह को मीन राशि का स्वामी माना जाता है।
शुक्र एक राशि में कितने दिन रहते हैं?
शुक्र देव एक राशि में लगभग 23 दिन रहते हैं।
जनवरी के अंतिम सप्ताह में शुक्र करेंगे उच्च राशि में प्रवेश, प्रेम जीवन में आएगी रोमांस की बहार!
एस्ट्रोसेज साप्ताहिक राशिफल का यह ब्लॉग आपके लिए लेकर आया है जो आपको जनवरी 2025 के चौथे एवं अंतिम सप्ताह यानी कि 27 जनवरी से 02 फरवरी, 2025 से जुड़ी जानकारी विस्तारपूर्वक प्रदान करेगा। जनवरी के इस सप्ताह में प्रवेश करने के साथ ही हम वर्ष 2025 के दूसरे माह की तरफ बढ़ जाएंगे। ऐसे में, यह सप्ताह राशि चक्र की सभी 12 राशियों के जातकों को जीवन के भिन्न-भिन्न आयामों जैसे व्यापार, करियर, विवाह, प्रेम आदि क्षेत्रों में कैसे परिणाम देगा। इसके अलावा, इस अवधि में होने वाले ग्रहों के गोचर किस तरह करेंगे सभी राशियों को प्रभावित? ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव से कैसे बचें? बता दें कि साप्ताहिक राशिफल का हमारा यह ब्लॉग एस्ट्रोसेज के विशेष ज्योतिषियों द्वारा ग्रहों की चाल, दशा और स्थिति के आधार पर तैयार किया गया है जिसके अंतर्गत हम आपको ग्रहों के अशुभ प्रभावों से बचने के उपाय भी देने जा रहे हैं।
इसके अलावा, साप्ताहिक राशिफल के इस ब्लॉग के माध्यम से हम अपने पाठकों को जनवरी के अंतिम सप्ताह (27 जनवरी से लेकर 02 फरवरी 2025) के दौरान पड़ने वाले व्रत, त्योहार और होने वाले ग्रहण-गोचर के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। साथ ही, इस सप्ताह जन्मे कुछ मशहूर हस्तियों के जन्मदिन के बारे में भी जानेंगे। तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की और राशि अनुसार जानते हैं कि जनवरी 2025 का यह अंतिम सप्ताह आपके जीवन में किस तरह के परिवर्तन लेकर आ सकता है।
इस सप्ताह के ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू कैलेंडर की गणना
बात करें इस सप्ताह के पंचांग की तो, जनवरी 2025 के इस आख़िरी हफ्ते का आगमन मूल नक्षत्र के तहत कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी अर्थात 27 जनवरी 2025 को होगा जबकि इसका समापन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के अंतर्गत शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को होगा। हिंदू धर्म के प्रत्येक सप्ताह की तरह इस हफ्ते भी अनेक व्रत-त्योहार किये जाएंगे जो इसे बेहद खास बनाएंगे। तो आइए अब हम आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं 27 जनवरी 2025 से लेकर 02 फरवरी 2025 के बीच में पड़ने वाले व्रत-पर्वों के बारे में।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहार
आजकल की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में व्यस्त होने के कारण जीवन के चलते कई बार ऐसा होता है कि हम महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार भूल जाते हैं इसलिए यहां हम आपको जनवरी 2025 के इस हफ़्ते में पड़ने वाले व्रत-त्योहार की सही तिथि प्रदान कर रहे हैं ताकि आपसे कोई महत्वपूर्ण दिन चूक न जाएं। चलिए अब नज़र डालते हैं 27 जनवरी से 02 फरवरी 2025 की तिथियों पर।
प्रदोष व्रत (कृष्ण) (27 जनवरी 2024, सोमवार): हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत को अत्यंत विशेष माना गया है। इस दिन भक्तों द्वारा भगवान शिव एवं माता पार्वती के लिए व्रत बेहद भक्तिभाव एवं आस्था से किया जाता है। पंचांग के अनुसार, हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत करने का विधान है। ऐसा करने से भक्त को मनोकामनाएं पूरी होने का आशीर्वाद मिलता है।
मासिक शिवरात्रि (27 जनवरी 2025, सोमवार): मासिक शिवरात्रि का व्रत “देवों के देव महादेव” को समर्पित होता है जो कि हर माह शिव भक्तों द्वारा किया जाता है। मासिक शिवरात्रि हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को कहते हैं। इस व्रत से शिव जी की कृपा एवं आशीर्वाद प्राप्त होता है।
माघ अमावस्या (29 जनवरी 2025, बुधवार): हिंदू धर्म मेंअमावस्या को महत्वपूर्ण माना जाता है और यह तिथि पितृ शांति के लिए सर्वश्रेष्ठ होती है। इसी प्रकार, माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को माघ अमावस्या के नाम से जाना जाता है और इसे मौनी अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का महत्व है।
जैसे हर व्यक्ति के लिए व्रत-त्योहारों के बारे में जानना आवश्यक होता है, वैसे ही ग्रहण और गोचर की जानकारी होना भी बेहद जरूरी होता है क्योंकि प्रत्येक भविष्यवाणी करते समय सबसे पहले ग्रहों की चाल, स्थिति और दशा की गणना की जाती है। बात करें 27 जनवरी से 02 फरवरी, 2025 के बीच में होने वाले ग्रहण या गोचर को देखें तो, इस सप्ताह में केवल एक ही गोचर होने जा रहा है। आइए अब नज़र डालते हैं और जानते हैं कि इस ग्रह के गोचर सभी 12 राशियों को कैसे प्रभावित करेगा। यदि आप अपने जीवन पर पड़ने प्रभाव के बारे में जानना चाहते हैं, तो विद्वान ज्योतिषियों से परामर्श ले सकते हैं।
शुक्र का मीन राशि में गोचर (28 जनवरी 2025): शुक्र को प्रेम, भोग-विलास एवं ऐश्वर्य के कारक ग्रह 28 जनवरी 2025 की सुबह 06 बजकर 42 मिनट पर गुरु ग्रह की राशि मीन में प्रवेश कर जाएंगे। साथ ही, यह मीन राशि में उच्च के हो जाएंगे।
व्रत-त्योहार एवं ग्रहण-गोचर को जानने के बाद अब हम आपको बताने जा रहे हैं इस हफ़्ते के बैंक अवकाशों के बारे में ताकि आपका कोई काम अटक न सकें।
तिथि
दिन
अवकाश
राज्य
30 जनवरी
गुरुवार
सोमान लोसार
सिक्किम
3 फरवरी 2025
सोमवार
वसंत पंचमी
हरियाणा, उड़ीसा, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल
इस सप्ताह में जन्मे मशहूर सितारे
27 जनवरी 2025: शहनाज़ कौर गिल, इशांक जग्गी
28 जनवरी 2025: पंडित जसराज, मालविका अविनाश
29 जनवरी 2025: अनीता एकबर्ग, इसाबेल लुकास
30 जनवरी 2025: गिरीश कुमार, फैज़ल ख़ान
31 जनवरी 2025: मोहम्मद शाहज़ाद, एमी जैक्सन
01 फरवरी 2025: तेजस बरोका, ब्रह्मानंदम
02 फरवरी 2025: दिनेश लाल यादव, इमरुल कायेस
एस्ट्रोसेज इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं देता है। यदि आप अपने पसंदीदा सितारे की जन्म कुंडली देखना चाहते हैं तो आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं।
साप्ताहिक राशिफल 27 जनवरी से 02 फरवरी, 2025
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें: चंद्र राशि कैलकुलेटर
मेष साप्ताहिक राशिफल
आपका सेहत में इस सप्ताह होने वाले कई सकारात्मक बदलाव, कार्यक्षेत्र और सामाजिक…..(विस्तार से पढ़ें)
मेष प्रेम राशिफल
यह समय एक तरीके से आपको अपनी लव लाइफ में, भाग्य का साथ लेकर ….(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ साप्ताहिक राशिफल
दोस्तों और परिवार के सदस्यों को आपकी ज़िंदगी भले ही बेहतरीन नज़र ….(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ प्रेम राशिफल
सप्ताह के शुरूआती दिनों में, अर्थात् हफ्ते का पहला भाग में आपके….(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन साप्ताहिक राशिफल
मुमकिन है कि इस सप्ताह आपको, अपने किसी अंग मे दर्द या तनाव से ….(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन प्रेम राशिफल
यदि आप किसी से सच्चा प्रेम करते हैं तो, इस सप्ताह संभव है कि आपको….(विस्तार से पढ़ें)
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. माघ अमावस्या कब है?
वर्ष 2025 में माघ अमावस्या 29 जनवरी 2025, बुधवार के दिन है।
2. सूर्य का मकर राशि में गोचर कब होगा?
सूर्य देव 14 जनवरी 2025 को मकर राशि में गोचर कर जाएंगे।
3. मीन राशि के स्वामी कौन हैं?
राशि चक्र की अंतिम राशि मीन के स्वामी गुरु ग्रह हैं।
टैरो साप्ताहिक राशिफल (26 जनवरी से 01 फरवरी, 2025): जानें इस सप्ताह किन राशियों की खुलेगी किस्मत!
टैरो साप्ताहिक राशिफल 26 जनवरी से 01 फरवरी, 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्योतिषयों का मानना है कि टैरो व्यक्ति की जिंदगी में भविष्यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।
टैरो इस बात पर ध्यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्य के लिए सही विकल्प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्मा से बात करने का मौका देता है।
आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मज़ाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं। इन कारणों से या अन्य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।
टैरो की उत्पति 15वीं शताब्दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।
टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति को प्राप्त किया जा सकता है। आप कुछ स्तर पर अध्यात्म से, थोड़ा अपनी अंतरात्मा से और थोड़ा अपने अंर्तज्ञान और आत्म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।
तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि 26 जनवरी से 01 फरवरी, 2025 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?
टैरो साप्ताहिक राशिफल 26 जनवरी से 01 फरवरी, 2025: राशि अनुसार राशिफल
मेष राशि
प्रेम जीवन: द फूल
आर्थिक जीवन: द हर्मिट
करियर: थ्री ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: स्ट्रेंथ
मेष राशि के जातकों को प्रेम जीवन में द फूल कार्ड मिला है जिसके अनुसार एक नया सफर आपका इंतज़ार कर रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आपको मनचाहा रोमांस पाने के लिए नई चीज़ें आज़मानी चाहिए। अगर आप जोखिम उठाने, साहसी बनने और अपने दृष्टिकोण को विस्तृत करने के लिए तैयार हैं, तो आपको असंभव जगह पर भी अपना प्यार मिल सकता है। आपको कोई सरप्राइज़ मिलने वाला है।
इस सप्ताह आपको एहसास हो सकता है कि भौतिक संपत्ति और पैसा आपको उत्साहित करने या ऊर्जा देने के लिए अब पर्याप्त नहीं हैं। आप नई और अधिक संतुष्टि देने वाली नौकरी की तलाश करनी शुरू कर सकते हैं। अब आपको धन और निवेश को लेकर अधिक जिम्मेदार रवैया अपनाने की ज़रूरत है।
इस कार्ड के अनुसार परेशानियां और अड़चनें आपको प्रोत्साहित करेंगी और ऊर्जा देंगी। ऐसे में आपका प्रदर्शन टीम के सदस्य के रूप में शानदार हो सकता है। आप इस समय का लाभ उठाएंगे। इस सप्ताह उठाए जोखिम से आपको लाभ मिलने की प्रबल संभावना है।
स्ट्रेंथ कार्ड का मतलब है कि आपकी सेहत अच्छी रहेगी। यह कार्ड शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने, उत्तम स्वास्थ्य और मानसिक एवं शारीरिक संतुलन को दर्शाता है। यह कार्ड आत्म-नियंत्रण और बेहतर स्वास्थ्य पर ज़ोर देने के साथ-साथ अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने के लिए प्रेरित कर रहा है।
शुभ रंग: रूबी रेड
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: सिक्स ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: टू ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: टेन ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स
प्रेम जीवन में वृषभ राशि के जातकों को सिक्स ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार इस समय आपका रिश्ता काफी अच्छा चल रहा है। आपके पार्टनर को लगता है कि आप उनके प्रयासों की सराहना कर रहे हैं। उन्हें अपने रिश्ते के बारे में अच्छा महसूस हो रहा है और वे इस रिश्ते में जितना लगा रहे हैं, उतना ही उन्हें वापस भी मिल रहा है। वे जानते हैं कि आप उन पर अपना सब कुछ न्यौछावर कर देंगे इसलिए वह भी आप पर अपना सब कुछ न्यौछावर करना चाहते हैं। यह एक सकारात्मक संकेत है कि आपका रिश्ता विकसित हो रहा है।
पैसों के मामले में टू ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड दर्शाता है कि आप वास्तविकता का सामना करने से बच रहे हैं या इसका सामना करने में असमर्थ हैं। इसके साथ ही यह कार्ड मुश्किल या प्रतिकूल विकल्पों का भी प्रतीक है। यदि आप इस समय आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो आपके लिए उन्हें अनदेखा करना भारी पड़ सकता है।
वृषभ राशि के जातकों को अपने करियर की चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि इस समय आपको नवीनता और प्रगति करने के लिए असीम अवसर प्राप्त होंगे। कार्यस्थल का माहौल सहायक और प्रोत्साहजनक रहने वाला है और आप एवं आपके सहकर्मी एक साथ खुश महसूस करेंगे। काम और जीवन के बीच संतुलन देने के साथ-साथ यह कार्ड आपको अपने परिवार के साथ पर्याप्त समय बिताने का मौका भी दे सकता है।
ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड के रिवर्स आने पर बीमारी से ठीक होने, मानसिक रूप से मज़बूत रहने और चिंता से राहत पाने के संकेत मिल रहे हैं। यह कार्ड आपको इस बात की याद दिला सकता है आप आरोग्य होने और स्वस्थ जीवन जीने में सक्षम हैं।
शुभ रंग: दूधिया सफेद
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: द एंप्रेस
आर्थिक जीवन: ऐट ऑफ वैंड्स
करियर: पेज ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: द सन
प्रेम जीवन में मिथुन राशि के जातकों को द एंप्रेस कार्ड मिला है जो कि विवाह, पार्टनरशिप और प्यार से संबंधित है। यह कार्ड आपके लिए नए रिश्ते की शुरुआत या आपके मौजूदा रिश्ते के विकास या रिश्ते की सफलता का संकेत दे रहा है। यह कार्ड गर्भावस्था का संकेत भी दे सकता है।
ऐट ऑफ वैंड्स कार्ड की गति आपके धन से संबंधित है। इस समय जितनी जल्दी आपके पास पैसा आएगा, उतनी ही जल्दी यह आपके हाथ से चला भी जाएगा। भले ही इस समय यह कार्ड आपको आकर्षक लग रहा हो लेकिन आपको अधिक पैसा खर्च करने से बचना चाहिए और अभी से ही पैसों की बचत करनी शुरू कर देनी चाहिए।
जो जातक अपने करियर में बदलाव करने के बारे में सोच रहे हैं, उनके लिए पेज ऑफ कप्स कार्ड शुभ समाचार और रोज़गार के कई अवसर लेकर आया है। इस कार्ड का एक मतलब यह भी हो सकता है कि आपको नौकरी की तलाश में सफलता मिलेगी या आप अपने करियर को आगे बढ़ाने में सफल होंगे।
द सन कार्ड जीवनशक्ति, शांति और उत्तम स्वास्थ्य का प्रतीक है। इस कार्ड का कहना है कि आप अब जल्दी ठीक हो जाएंगे और पहले से ज्यादा बेहतर महसूस करेंगे। इसके अलावा इस दौरान आपका आध्यात्मिक और व्यक्तिगत विकास होगा।
शुभ रंग: हल्का हरा
कर्क राशि
प्रेम जीवन: नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ कप्स
करियर: द एंपेरर
स्वास्थ्य: ऐट ऑफ कप्स
कर्क राशि के जातकों को प्यार के मामले में नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है। आपका पार्टनर साहसी, सरल और बुद्धिमान हो सकता है या फिर आपके अंदर ये गुण हो सकते हैं। यह कार्ड आत्मविश्वास से भरपूर और साहसी प्रेमी बनने या फिर आपके इस तरह के रिश्ते में आने के संकेत दे रहा है।
सिक्स ऑफ कप्स कार्ड दान या उपहार के लेन-देन का संकेत दे रहा है। इस कार्ड के अनुसार आपको पैतृक संपत्ति भी मिल सकती है। सिक्स ऑफ कप्स कार्ड तब भी दिखाई देता है, जब आप वसीयत के बारे में या इसे बनाने पर विचार कर रहे हों। अपने माता-पिता के घर जाकर रहने से आप अपने लिए अधिक पैसों की बचत कर पाएंगे। वहीं दूसरी ओर, आप अपने घर में परिवार के सदस्यों को वापस बुला सकते हैं और अपने संसाधनों को साझा कर सकते हैं।
आपको अपने करियर में अपनी कड़ी मेहनत, फोकस और व्यवस्थित दृष्टिकोण की वजह से सफलता प्राप्त होने की उम्मीद है। अगर वर्तमान समय में आपका कार्यक्षेत्र या आपके काम करने की प्रक्रिया थोड़ी अव्यवस्थित या परेशान करने वाली है, तो अब आप कमान अपने हाथ में ले सकते हैं और काम करने के लिए एक नया ढांचा बना सकते हैं। इससे आपको और आपके सहकर्मियों को अच्छे से काम करने में मदद मिलेगी। इस कार्ड के अनुसार आपको अपने कार्यक्षेत्र में वरिष्ठ सहकर्मी या मैनेजर से अपने करियर में मार्गदर्शन या सहायता मिलने के योग हैं।
सेहत के मामले में आपको ऐट ऑफ कप्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आप इस समय भावनात्मक रूप से तनाव में हो सकते हैं। आपको थेरेपी या मेडिटेशन से राहत मिलने की उम्मीद है। अगर आपको लगता है कि बात करने से आपको मदद मिलेगी या राहत महसूस होगी, तो आप अपने करीबी दोस्तों या परिवार के किसी सदस्य से बात कर सकते हैं।
प्यार के मामले में द हाई प्रिस्टेस कार्ड रिश्ते में ईमानदारी, पारदर्शिता और गहराई को दर्शाता है। यह कार्ड एक ऐसे मज़बूत रिश्ते की ओर संकेत कर रहा है जिसका आधार विश्वास है और जिसमें दोनों पार्टनर अपनी भावनाओं को ईमानदारी से व्यक्त कर सकते हैं।
कभी-कभी टू ऑफ पेंटाकल्स कार्ड यह संकेत भी देता है कि आपको कुछ महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णय लेने पड़ सकते हैं। हो सकता है कि इस समय आपकी वित्तीय स्थिति अस्थिर हो और आपको सब कुछ अप्रत्याशित लग रहा हो। इस सप्ताह आपको ऐसा लगेगा जैसे सब कुछ बहुत जल्दी बदल रहा है और इस वजह से आपको फैसला लेने में डर लग सकता है। अगर आप बदलाव को स्वीकार कर लेते हैं, तो आप बिना किसी परेशानी के इससे बाहर निकल पाएंगे।
व्हील ऑफ फॉर्च्यून कार्ड के अनुसार आपको कई अवसर मिलने वाले हैं। आप कोई बिज़नेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं या किसी अलग काम की तलाश कर रहे हैं, तो इस समय सितारे आपके प्रयासों का समर्थन कर सकते हैं।
सेहत के मामले में टू ऑफ वैंड्स कार्ड आपको अपने भविष्य के बारे में सोचने के लिए प्रेरित कर रहा है। यह आपको स्वास्थ्य को लेकर एक नया दृष्टिकोण अपनाने के साथ-साथ दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा करने वाले विकल्पों को चुनने के लिए कह रहा है।
शुभ रंग: नारंगी
कन्या राशि
प्रेम जीवन: ऐस ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: फोर ऑफ कप्स (रिवर्स्ड)
करियर: नाइन ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: द सन
कन्या राशि के जातकों के लिए ऐस ऑफ वैंड्स कार्ड सगाई या शादी के बंधन में बंधने या परिवार शुरू करने के संकेत दे रहा है। यह कार्ड सिंगल जातकों को जोखिम उठाकर ऐसे व्यक्ति के अंदर दिलचस्पी दिखाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है, जिसमें उन्हें रुचि है।
फोर ऑफ कप्स रिवर्स कार्ड पैसे और करियर के मामले में नए सिरे से ध्यान देने और जोश को दर्शाता है। यह कार्ड संकेत दे रहा है कि अब आप अपनी असंतुष्टियों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहे हैं और अपनी वित्तीय स्थिति एवं पेशेवर जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
इस सप्ताह के लिए नाइन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड का कहना है कि आप करियर के क्षेत्र में समृद्धि और सफलता के साथ-साथ वित्तीय लाभ पा चुके हैं। यह कार्ड दर्शाता है कि आपने नौकरी में बड़ी तरक्की की है और अब आपको सही परिणाम मिल रहे हैं। इस समय आपको अपनी कड़ी मेहनत का फल मिलेगा। आप थोड़ा आराम करने और अपनी सफलता का जश्न मनाने के लिए समय निकालें।
सेहत के मामले में द सन कार्ड अच्छे संकेत दे रहा है। यह कार्ड जीवनशक्ति, शांति और उत्तम स्वास्थ्य का प्रतीक है। इस कार्ड का कहना है कि अब आप जल्दी ठीक हो जाएंगे और पहले से ज्यादा बेहतर महसूस करेंगे। इसके अलावा इस दौरान आपका आध्यात्मिक और व्यक्तिगत विकास भी होगा।
शुभ रंग: एमरैल्ड
तुला राशि
प्रेम जीवन: क्वीन ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: ऐट ऑफ पेंटाकल्स
करियर: ऐस ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: द लवर्स
तुला राशि के जातकों को शानदार कार्ड मिले हैं। क्वीन ऑफ कप्स कार्ड रिश्ते में भावनात्मक स्थिरता और संतुष्टि के संकेत दे रहा है। आपको रिश्ते में मिलने वाले अच्छे परिणाम इस बात पर भी निर्भर कर सकते हैं कि आप अपने लिए कितने ईमानदार हैं।
ऐट ऑफ पेंटाकल्स कार्ड का कहना है कि आपको अपनी कड़ी मेहनत और काम के प्रति समर्पण की वजह से वित्तीय लाभ हो सकता है। अगर आप पैसों के मामले में समझदारी से चले हैं, तो अब आप धीरे-धीरे आर्थिक स्तर पर आत्मनिर्भर हो सकते हैं। आपको याद होगा कि जब आप अपनी सफलता की कल्पना करते थे, तब परिस्थिति कितनी मुश्किल हुआ करती थी। अब आप इन विचारों को खुद को प्रेरित करने दें और इस सफलता का आनंद लें।
ऐस ऑफ पेंटाकल्स कार्ड पेशेवर जीवन में प्रगति और उपलब्धि पाने के लिए नए अवसरों के संकेत दे रहा है। आपको नई नौकरी का प्रस्ताव या प्रमोशन मिल सकता है या फिर आपको अपनी खुद की कंपनी शुरू करने का मौका मिल सकता है।
द लवर्स कार्ड का कहना है कि अपनी स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए आपको ज़रूरी सहायता मिल सकती है। यह कार्ड इस बात का भी संकेत हो सकता है कि आपको अपनी सेहत को लेकर फैसले लेने की ज़रूरत है जैसे कि अपने शरीर की सुनें और अपने दिल का ख्याल रखें।
शुभ रंग: सिल्वर
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: पेज ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: किंग ऑफ वैंड्स
करियर: फाइव ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: नाइट ऑफ कप्स
पेज ऑफ कप्स कार्ड का कहना है कि आपको अपने पसंदीदा व्यक्ति से प्यार का प्रस्ताव मिलने की उम्मीद है। अगर आप इस समय किसी प्रेम संबंध में नहीं हैं, तो ज़रूर आपकी जिंदगी में कोई नया व्यक्ति आने वाला है। आप अपने मौजूदा रिश्ते को एक नए नज़रिए और विस्मय से देखेंगे एवं अपने पार्टनर के उन पहलुओं के प्रति सम्मान दिखाएंगे, जिन पर पहले आपकी नज़र नहीं गई थी।
चूंकि, आप सही समय पर पैसा खर्च करने के लिए तैयार हैं और ज़रूरत पड़ने पर बचत भी कर सकते हैं इसलिए इस सप्ताह पैसों के मामले में आप सुरक्षित स्थिति में रहेंगे। इस संतुलन की वजह से आप अपने मुनाफे को सुरक्षित और उसका मूल्यांकन कर पाएंगे। आप इन विचारों पर काम करते रहें। दूसरों पर पैसे खर्च करना आपकी कृतज्ञता को दिखा सकता है जबकि पैसों की बचत करना समझदारी होगी। आप इस संतुलन को बनाए रखने के लिए पर्याप्त रूप से समझदार हैं।
करियर के मामले में फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड कार्यक्षेत्र में मतभेद और प्रतिद्वंदिता के संकेत दे रहा है। आपके ऑफिस का माहौल काफी प्रतिस्पर्धात्मक हो सकता है, जहां पर अहंकार और व्यक्तित्व के बीच मतभेद प्रगति में बाधा डालने का काम कर सकते हैं। सफलता पाने के लिए अहंकार को भूलना और एकसाथ काम करने की ज़रूरत है।
सेहत के मामले में वृश्चिक राशि के जातकों को नाइट ऑफ कप्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार इस सप्ताह आपके स्वास्थ्य में सुधार आने की उम्मीद है। अगर आप किसी टेस्ट के परिणाम आने का इंतज़ार कर रहे हैं, तो यह अनुकूल ही आएगा या आपकी उम्मीद से बेहतर होगा। आप जल्द ही बेहतर महसूस करेंगे।
धनु राशि के जातकों को प्रेम जीवन में नाइन ऑफ कप्स कार्ड मिला है जिसका मतलब है कि कपल भावनात्मक रूप से संतुष्ट होंगे और अपने रिश्ते का भरपूर आनंद ले पाएंगे। आप शादी के बंधन में बंध सकते हैं या सगाई कर सकते हैं या फिर अपना परिवार शुरू करने के बारे में भी सोच सकते हैं।
अगर आपने हाल ही में किसी आर्थिक संकट का सामना किया है, तो अब आप खुद पर थोड़े कठोर हो रहे हैं। खुद को प्रेरित करने और सही निर्णय लेने के लिए आपको अपनी गलतियों से सीखना चाहिए और अपने प्रति थोड़ी दयालुता दिखानी चाहिए। आप अपनी आर्थिक स्थिति जानते हुए भी वही वित्तीय विकल्प चुन रहे हैं या उन्हीं तरीकों से अपने धन को संभाल रहे हैं, जो आपको परेशानी दे सकते हैं।
फोर ऑफ पेंटाकल्स कार्ड कहता है कि अब जाकर आपको अपने करियर में थोड़ी स्थिरता मिल सकती है। अगर यह आपकी पहली नौकरी है या करियर में इस स्थिरता को पाने के लिए आपने पहले संघर्ष किया है, तो अभी भी आप अपने करियर को लेकर थोड़े बेचैन हो सकते हैं।
सेहत के मामले में द हर्मिट कार्ड आध्यात्मिक विकास और जीवन में आने वाले परिवर्तनों का स्वागत करने के लिए कह रहा है।
शुभ रंग: हल्का पीला
मकर राशि
प्रेम जीवन: डेथ
आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ कप्स
करियर: ऐस ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: सेवन ऑफ पेंटाकल्स
मकर राशि के जातकों के लिए डेथ कार्ड अशुभ संकेत दे रहा है। इस कार्ड के अनुसार आपके प्रेम जीवन में समस्याएं आने की आशंका है। यह कार्ड आपको भावनाओं में बहने के प्रति सचेत कर रहा है और जीवन में आने वाले बदलावों को स्वीकार करने की ओर संकेत कर रहा है। ये बदलाव वैसे ही हो सकते हैं, जैसे बदलाव सगाई के बाद एक इंसान के जीवन में आते हैं।
ऐसे कई तरीके हैं जो सिक्स ऑफ कप्स कार्ड को आपकी आर्थिक स्थिति से जोड़ते हैं। कभी-कभी यह कार्ड उपहार मिलने, दान करने या सिर्फ सुख-सुविधाओं को बांटने को दर्शाता है। इस कार्ड का संबंध घर और बचपन से भी है जो बताता है कि परिवार के सदस्य इस बंटवारे का स्रोत हो सकते हैं।
ऐस ऑफ पेंटाकल्स कार्ड करियर में एक नई शुरुआत, अवसरों और समृद्धि के साथ-साथ सफलता का प्रतीक है। अपराइट स्थिति में यह कार्ड सफलता के साथ पैसों की बचत, रिश्तों में स्थिरता और पेशेवर या आर्थिक जीवन में नए अवसरों का प्रतिनिधित्व करता है।
सेहत के मामले में सेवन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड का कहना है कि आप अनुकूल दिनचर्या और व्यवहार अपना रहे हैं और इससे आपके दीर्घकालिक स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलेगा। आप ध्यान, स्वस्थ आहार लेने या लगातार व्यायाम करने पर ज़ोर दे सकते हैं।
कुंभ राशि के जातकों को प्रेम जीवन में द मैजिशियन कार्ड मिला है जो कि अपने लक्ष्य व्यक्त करने को दर्शाता है। इससे आप अपनी रचनात्मकता, इच्छा और दृढ़ संकल्प की मदद से प्यार के मामले में सफलता हासिल कर सकते हैं।
धन के मामले में सिक्स ऑफ वैंड्स कार्ड समृद्धि और सफलता के संकेत दे रहा है। अगर आपको प्रमोशन मिला है या आपकी सैलरी में बढ़ोतरी हुई है या फिर आपको नई नौकरी का अवसर मिला है, तो इसका मतलब है कि आपके प्रयास सफल हो रहे हैं। आपके वरिष्ठ अधिकारी और सहकर्मी आपकी उपलब्धियों को पहचान पाएंगे और इससे आपको आर्थिक सुरक्षा मिलेगी एवं आपका करियर के क्षेत्र में विकास होगा।
जस्टिस कार्ड आपको अपने निजी जीवन और करियर के बीच संतुलन बनाए रखने की सलाह दे रहा है। कड़ी मेहनत करना ज़रूरी है, लेकिन उन लोगों के साथ भी समय बिताएं जिनकी आप परवाह करते हैं। अगर आप अपने काम के प्रति ईमानदार और निष्पक्ष रहे हैं, तो आपको सफलता ज़रूर मिलेगी।
सेहत के मामले में आपको फाइव ऑफ कप्स (रिवर्स्ड) कार्ड मिला है जिसके अनुसार स्वास्थ्य को लेकर यह सप्ताह बहुत अच्छा रहने वाला है। अगर आप किसी बीमारी या चोट से पीड़ित हैं, तो अब आप इन सभी समस्याओं से जल्द ही उबर पाएंगे।
शुभ रंग: मिडनाइट ब्लू
मीन राशि
प्रेम जीवन: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्स्ड)
आर्थिक जीवन: सेवन ऑफ वैंड्स
करियर: टेन ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: फाइव ऑफ पेंटाकल्स (रिवर्स्ड)
नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्स्ड) कार्ड का कहना है कि आप सच का सामना करने और ईमानदार रहने के लिए तैयार हैं। अगर आप निजी जीवन में मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं, तो अपने पार्टनर से खुलकर बात कर के आपको राहत महसूस हो सकती है। अपनी परेशानियों को अकेले झेलना मुश्किल होता है और अगर आपका पार्टनर आशा देने वाला है, तो उनसे आपको वो सांत्वना मिल सकती है, जिसकी आपको ज़रूरत है।
सेवन ऑफ वैंड्स कार्ड मीन राशि को आर्थिक और वित्तीय सफलता के संकेत दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि अगर आपने कोई निवेश किया है, तो अब आप काफी अमीर होने वाले हैं। आपने लंबे समय पहले जो निवेश किया था, अब आपको उसका लाभ मिल सकता है या आप कोई ऐसा निवेश करने वाले हैं जिससे आपको मुनाफा होने की उम्मीद है।
टेन ऑफ कप्स कार्ड करियर के बजाय परिवार से संबंधित है लेकिन फिर भी यह कार्ड आपके करियर को बढ़ावा दे सकता है। आपको अपनी मौजूदा नौकरी में कंफर्ट के साथ-साथ जुड़ाव महसूस हो सकता है। आपको आगे अपनी क्रिएटिविटी दिखाने और विकास करने के बहुत अवसर मिलेंगे।
फाइव ऑफ पेंटाकल्स (रिवर्स्ड) कार्ड के अनुसार आपको उपचार की एक नई तकनीक मिल गई है या आप किसी स्वास्थ्य समस्या का प्रभावी रूप से उपचार करने में समर्थ हैं। इस कार्ड का कहना है कि आप इस समय अधिक उत्साहित हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए सहायता की तलाश कर रहे हैं।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. क्या टैरो ज्योतिष से ज्यादा सटीक होता है?
उत्तर. अगर डिटेल सही हो, तो ज्योतिष हमेशा अधिक सटीक होता है।
प्रश्न 2. टैरो डेक में कितने कार्ड्स होते हैं?
उत्तर. इसमें 78 कार्ड्स होते हैं।
प्रश्न 3. क्या टैरो में काला जादू होता है?
उत्तर. नहीं, टैरो में किसी भी तरह का कोई काला जादू नहीं होता है।
गणतंत्र दिवस 2025 विशेष: भारत की आन-बान-शान का प्रतीक बनेगा 76वां गणतंत्र दिवस
26 जनवरी 2025 – भारत का 76वां गणतंत्र दिवस – जैसे ही गणतंत्र दिवस की बात सामने आती है, संविधान की बात भी सामने आती है क्योंकि इस विश्व में प्रत्येक लोकतांत्रिक देश के लिए उसका संविधान सर्वोपरि है और संविधान से अधिक कुछ नहीं है। संविधान का निर्माण होने और इसके लागू होने के दिन से ही कोई भी राष्ट्र गणतांत्रिक देश बन जाता है। हमारा प्यारा भारत देश भी एक गणतंत्र राष्ट्र है जिसका अपना एक लिखित संविधान है और प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए उसका संविधान ही सर्वोत्तम है और उसका पालन करना उसका दायित्व भी है क्योंकि यह देश के नागरिकों के कर्तव्यों को बताता है और उनके अधिकारों के बारे में भी जानकारी देता है।
भारत का संविधान ही भारत के लोगों के लिए सर्वोच्च कानून है। संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को अपनाया गया था और 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया था इसलिए हम प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को अपना गणतंत्र दिवस मनाते हैं। भारत के संविधान की एक और खास बात यह है कि यह दुनिया के किसी भी गणतंत्र देश की तुलना में सबसे अधिक लंबा लिखित संविधान है, जो लगभग 2 साल 11 महीने और 18 दिन में तैयार हुआ। इस संविधान की जो मूल प्रति है, वह सेंट्रल लाइब्रेरी, ग्वालियर में सुरक्षित रखी हुई है। यह सभी बातें बताती हैं कि भारत का संविधान कितना विशेष है और इसी के लिए हम प्रतिवर्ष धूमधाम से अपना गणतंत्र दिवस मनाते हैं।
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26 जनवरी 2025 को भारतवासी अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने वाले हैं। इस वर्ष भी प्रत्येक वर्ष की भांति भारत देश का गणतंत्र दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इसमें लगभग 15 राज्यों और विभिन्न मंत्रालयों की आकर्षक झांकियां प्रस्तुत की जाएंगी। यही वह समय है कि जब भारतीय सेना की विभिन्न टुकड़ियों द्वारा अनेक साहसिक और रोमांचक कारनामों को अंजाम दिया जाएगा जिसे देखकर प्रत्येक भारतवासी स्वयं पर गर्व महसूस करेगा। इस दिन देश की विभिन्न सेनाओं के जवान अलग-अलग वेशभूषा और रंग रूप में परेड करेंगे तो माहौल देखते ही बनेगा।
गणतंत्र दिवस 2025 एक ऐसा खास दिन होगा कि जब प्रत्येक भारतवासी को अपने देश पर गर्व महसूस होगा। देश के जवान, किसान, नौजवान, विदेश में बसे भारतीय, सभी अपने देश के इस महान दिन के महान समारोह के साक्षी बनने की चाहत रखेंगे।
जहां एक तरफ रूस और यूक्रेन का युद्ध चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ, इजराइल भी अपना जोर लगा रहा है कि वह युद्ध जीत जाए, ऐसी स्थिति में चारों ओर की स्थितियां हैरान और परेशान करने वाली हैं। वहीं बांग्लादेश की स्थितियां भी कम नाजुक नहीं हैं। भारत के पड़ोसी देशों पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश की परिस्थितियों को देखते हुए हमें ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है। ऐसे में, भारत के 76वें गणतंत्र दिवस 2025 के दौरान हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि वैदिक ज्योतिष वर्ष 2025 में भारत के भविष्य की क्या तस्वीर दिखा रहा है।
गणतंत्र दिवस 2025: इस साल के गणतंत्र दिवस की कुछ खास बातें
इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह की कुछ विशेष बातें, जो इसे बेहद खास बनाने वाली हैं, उन्हें जान लेते हैं:
76 वें गणतंत्र दिवस की थीम स्वर्णिम भारत – विकास और विरासत रहने वाली है।
इस बार की गणतंत्र दिवस की परेड लगभग 90 मिनट में पूरी हो जाएगी।
26 जनवरी 2025 की कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड में लगभग 14 मार्चिंग दस्ते और 25 झांकियां शामिल होने वाली हैं। इस बार दो दस्ते कम रखे गए हैं, पिछले साल परेड में 16 मार्चिंग दस्ते शामिल थे।
इन 14 मार्चिंग दस्तों में गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले फोर्स का एक दस्ता, कोस्ट गार्ड का और एक दस्ता बीएसएफ का होगा जबकि अधिक दस्ते सर्विसेज के होंगे यानी कि थल सेना, वायुसेना और नौसेना के होंगे।
बीएसएफ के दस्ते में सजे-धजे ऊंट भी दिखाई देंगे।
ऐसी संभावना है कि इस बार परेड समारोह में इंडोनेशिया का मार्चिंग दस्ता भी शामिल होगा। इसके लिए इंडोनेशिया का दस्ता करीब दो हफ्ते पहले भारत पहुंच जाएगा। पिछली बार की परेड में फ्रांस का मार्चिंग दस्ता आया था।
26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस पर मोटरसाइकिल पर भारतीय सेना के जवान करतब दिखाएंगे जबकि पिछले साल बीएसएफ के जवानों ने मोटरसाइकिल पर करतब दिखाए थे।
ऐसी संभावना है कि झारखंड राज्य की झांकी लगातार तीसरी बार इस समारोह में शामिल होगी जिसमें दिवंगत श्री रतन टाटा जी को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
परेड में अन्य झांकियों के अतिरिक्त डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स (डीएमए), डीआरडीओ, असम राइफल्स और कोस्ट गार्ड की झांकियां भी शामिल हो सकती हैं।
26 जनवरी 2025 की गणतंत्र दिवस की परेड पिछली बार से भी अधिक भव्य हो सकती है। इस बार 6 पाइप बैंड परेड में शामिल होने वाले हैं जिनमें लगभग 5000 कलाकार एक साथ अपनी कला का हुनर बिखेरेंगे जबकि पिछली बार कर्तव्य पथ पर 3000 कलाकारों ने अपनी संस्कृति की झलक दिखाई थी।
ऐसी संभावना है कि भारत के 76वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो भारत आ सकते हैं।
वैदिक ज्योतिष के दृष्टिकोण से 2025 के भारत की तस्वीर
वैदिक ज्योतिष के अंतर्गत वर्ष 2025 में भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। इस शुभ अवसर पर भारत के लिए जो कुछ भविष्यवाणियां की गई हैं, वे भारतवर्ष के बारे में अनेक प्रकार की स्थितियों से आपको अवगत कराने में सक्षम हो सकती हैं। भारत में राजनीति किस दिशा में अपना रंग दिखाएगी, विभिन्न दलों के बीच कैसी परिस्थितियां रहेंगी, भारत की अर्थव्यवस्था वर्ष 2025 में किस तरफ रुख करेगी, धार्मिक और सांस्कृतिक परिदृश्य के रूप में भी क्या कुछ संकेत मिलेंगे, इन सभी के बारे में वैदिक ज्योतिष के दृष्टिकोण से देखने का प्रयास किया गया है। आइए अब जानते हैं कि ग्रहों की चाल देश की राजनीतिक, धार्मिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों को किस प्रकार से प्रभावित करने वाली है। आप इस भविष्यवाणी को अच्छे तरीके से समझ पाएं, इसके लिए हमने स्वतंत्र भारत की कुंडली नीचे दी है:
वैदिक ज्योतिष के दृष्टिकोण से 2025 में भारत का सफर
(स्वतंत्र भारत की कुंडली)
स्वतंत्र भारत की कुंडली वृषभ लग्न और कर्क राशि की है। लग्न में राहु, दूसरे भाव में मंगल, तीसरे भाव में शुक्र, बुध, सूर्य, चंद्रमा और शनि, छठे भाव में बृहस्पति और सप्तम भाव में केतु विराजमान हैं। वर्तमान गोचर देखें तो, शनि महाराज लग्न से दशम भाव और चंद्रमा से अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं जो मार्च में एकादश भाव में मीन राशि में चले जाएंगे जिससे स्वतंत्र भारत की कुंडली से कंटक शनि का समय निकल जाएगा और कई समस्याओं में कमी आएगी। राहु का गोचर अभी मीन राशि में चल रहा है जो मई में दशम भाव में आ जाएंगे। केतु का गोचर पंचम भाव में है जो चतुर्थ भाव में हो जाएगा, इससे सरकार को आंतरिक मामलों में ज्यादा दखलअंदाजी करने की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि आंतरिक संघर्ष की स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त कुछ प्राकृतिक आपदाएं और संक्रमण फैलने का खतरा उत्पन्न हो सकता है। बृहस्पति महाराज अभी स्वतंत्र भारत की कुंडली के प्रथम भाव में गोचर कर रहे हैं, जहां पर राहु विराजमान हैं। मई में यह दूसरे भाव में मिथुन राशि में चले जाएंगे, जहां मंगल स्थित होंगे जिससे आर्थिक चुनौतियों में कमी आएगी और कुछ कड़े आर्थिक फैसले सरकार द्वारा लिए जाएंगे जिससे आर्थिक स्थिति में अच्छा सुधार देखने को मिलेगा। बैंकिंग सेक्टर को लेकर भी कुछ बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं। वर्ष 2025 का भारतीय बजट कुछ कसा हुआ हो सकता है, लेकिन कई लोकलुभावन योजनाएं भी शुरू की जाएंगी और रक्षा क्षेत्र पर अधिक खर्च होने के योग बनेंगे। इसके अतिरिक्त, दूरसंचार, प्रौद्योगिकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर भी ध्यान दिया जाएगा।
(गणतंत्र भारत वर्ष कुंडली)
गणतंत्र भारत की कुंडली के अनुसार, यदि हम 76वें गणतंत्र दिवस यानी कि 26 जनवरी 2025 की कुंडली देखे तो यह वर्ष कुंडली मिथुन लग्न की है जिसमें मंगल अपनी शत्रु राशि में बैठे हैं और मुंथा भी प्रथम भाव में ही है जबकि वर्ष कुंडली के लग्नेश और मुंथाधिपति बुध अष्टम भाव में विराजमान हैं। चतुर्थ स्थान के केतु और सप्तम स्थान के चंद्रमा विराजमान हैं। अष्टम भाव में बुध के साथ सूर्य हैं तथा नवम भाव में शुक्र और शनि हैं जबकि दशम भाव में राहु हैं और द्वादश भाव में बृहस्पति बैठे हैं। ग्रहों की यह स्थिति काफी महत्वपूर्ण है। हम देखेंगे कि मार्च के महीने में चतुर्ग्रही योग बनेगा और मार्च-अप्रैल में पंचग्रही योग बनेगा और उसके बाद अप्रैल-मई में चतुर्ग्रही योग भी बनेगा। इन सभी ग्रहों के प्रभाव से देश और राष्ट्र की विभिन्न अवस्थाओं पर अलग-अलग प्रभाव दृष्टिगोचर हो सकते हैं।
2025 में भारत का राजनीतिक वातावरण
वर्ष कुंडली का लग्न भाव सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है क्योंकि यह केंद्र सरकार का नेतृत्व करने वाला भाव माना जाता है जिसमें शत्रु राशि के मंगल मुंथा से युति करके बैठे हैं। वर्ष कुंडली का लग्नेश जो मुंथाधिपति भी है, वह बुध महाराज अष्टम भाव में हैं और अष्टम भाव को अचानक से होने वाली अप्रत्याशित घटनाओं, युद्ध की विभीषिका, प्राकृतिक प्रकोप आदि के रूप में भी देखा जा सकता है। इन सभी परिस्थितियों के आधार पर कहा जा सकता है कि भारतीय गणतंत्र का 76वां वर्ष काफी उतार-चढ़ाव लेकर आने वाला है। ग्रहों के प्रभाव से वर्ष के शुरुआती दिनों में देश के सामाजिक वातावरण में हलचल रहेगी और राजनीतिक वातावरण अत्यंत अशांत और विक्षुब्ध रहेगा। अनेक स्थानों पर तनावपूर्ण और अनिश्चित घटनाएं घटित हो सकती हैं। विभिन्न सत्तारूढ़ और विपक्षी दल एक-दूसरे पर कुछ सही और कुछ मिथ्या आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहेंगे जिससे माहौल विषाक्त बना रहेगा। इस दौरान दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने की भी संभावना है जिनमें सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को बहुत कठिन समय देखना पड़ सकता है। ऐसी संभावना है कि भारतीय जनता पार्टी को इन चुनावों में विजय मिलेगी और वह सरकार बना सकती है जबकि कांग्रेस पार्टी भी एक मजबूत पार्टी बनकर उभर सकती है।
गणतंत्र दिवस के 76 वर्ष की कुंडली में नवम भाव में शनि महाराज अपनी ही राशि में अपने मित्र शुक्र के साथ विराजमान हैं जिससे न्यायालय, योजनाएं, विकास, दूरसंचार, आदि के क्षेत्र में सरकार आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाने के प्रयास करेगी और अनेक योजनाओं को बेहतर तरीके से क्रियान्वित करने का प्रयास लगातार किया जाता रहेगा। इस दौरान तीव्र गति की रेलगाड़ियॉं भी चलाई जाएंगी और अनेक रोजगार सृजन के अवसर भी तैयार किए जाने की संभावना बनेगी। सरकार अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए साधारण जनता के बीच सुशासन को बल देगी और इन सभी कार्यों में पूरी ताकत लगा देगी।
मार्च से मई के बीच का समय चतुर्ग्रही और पंचग्रही योग बनने के कारण भारत सहित विश्व के राजनीतिक घटनाक्रम के लिए बड़ा ही संघर्षपूर्ण समय लेकर आ सकता है। इस दौरान धार्मिक संघर्ष बढ़ने की संभावना रहेगी। ईरान-इजरायल और ईरान से अमेरिका का टकराव संभव हो सकता है। पश्चिम एशिया के देशों में भी समस्याएं बढ़ेंगी जिनका प्रभाव चीन, रूस और यूरोप तक भी दिखाई दे सकता है। यह समय भारत की केंद्र सरकार के लिए बहुत कठिन होगा और उसके लिए अग्नि परीक्षा के समान ही साबित होगा। उन्हें देश के अंदर और देश के बाहर, दोनों ही मोर्चों पर मजबूती से विपक्षियों का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा।
वर्ष 2025 केंद्र सरकार के लिए कठिन साबित होगा क्योंकि बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों को बार-बार जोर मिलेगा और सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास होता रहेगा। अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर विपक्ष द्वारा बार-बार सरकार और प्रधानमंत्री की प्रतिष्ठा को खराब करने का प्रयास विपक्ष द्वारा किया जाएगा और वह इसके लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहेंगे। यह समय केंद्र सरकार के लिए कठिन होगा, लेकिन मोदी सरकार अपने विश्वास के साथ आगे बढ़ेगी और कुछ नए कामों को पूरा करने की दिशा में प्रयास जारी रखेगी जिसमें सबसे आगे समान नागरिक संहिता का काम हो सकता है।
इस वर्ष विरोधी ताकतें युवाओं, मजदूर वर्ग, किसानों को तथा मुस्लिम समुदाय को भड़काकर हिंसा फैलाने का प्रयास कर सकती हैं। इस वर्ष लगभग सभी राजनीतिक दल अपनी संकीर्ण विचारधारा की पूर्ति करने के लिए और अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए युवाओं को भड़काने का पुरजोर प्रयास करेंगे। कुछ मामलों में सरकार को भी समझौतावादी प्रक्रिया अपनानी पड़ सकती है, लेकिन केंद्र सरकार अपनी पुरानी नीतियों को लेकर काफी आश्वस्त रहेगी।
वर्ष की शुरुआत से मई तक का समय कठिन हो सकता है। कट्टरवाद और सांप्रदायिक उपद्रव बढ़ सकते हैं। भारत के पड़ोसी देश भी भारत को परेशान करने के लगातार प्रयास करते रहेंगे जिन पर सरकार और सेनाओं के लिए ध्यान देना अत्यंत आवश्यक रहेगा।
2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति
वर्ष 2025 में भारत की अर्थव्यवस्था शुरुआत में हल्के उतार-चढ़ाव के बाद धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ेगी। शेयर बाजार भी मार्च-अप्रैल के दौरान एक नई ऊंचाई को छूने में सफल हो सकता है जो ऐतिहासिक ऊंचाई हो सकती है। भारत के व्यापारिक क्षेत्र में बढ़ोतरी होगी और विदेशी मुद्रा भंडार में भी विशेष वृद्धि हो सकती है। अनेक प्रकार की विकास योजनाओं के द्वारा भारत की उल्लेखनीय उन्नति की शुरुआत हो सकती है। कुछ नई-नई योजनाएं व्यापक रूप में तैयार होंगी और उनसे संबंधित फैसले भी लिए जाएंगे, लेकिन कुछ क्षेत्रीय दलों और विपक्ष का विरोध प्रखर रूप से इनके सामने आएगा। प्राकृतिक आपदाओं के कारण भी समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं। लोगों के मन में भी महंगाई, बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि आदि को लेकर कुछ भय दिखाई दे सकता है।
2025 में भारत में धर्म और धार्मिक परिदृश्य
धार्मिक दृष्टिकोण से साल 2025 काफी सक्रिय वर्ष रहेगा। अनेक नए मंदिरों की खोज होगी और धर्म आधारित राजनीति हावी होने लगेगी। कई लोग धार्मिक कट्टरता का लाभ उठाने की कोशिश करेंगे और अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने का प्रयास भी करेंगे जिससे बीच-बीच में आंतरिक संघर्ष की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। सरकार को इस दिशा में बहुत गहराई से सोचना होगा। धार्मिक सुधार को लेकर कुछ नए कानून तैयार करने की बात आगे बढ़ सकती है। इस दौरान वक्फ बिल के बारे में भी बात आगे बढ़ सकती है जिस पर काफी हल्ला मचेगा, लेकिन यह मामला चलता रहेगा और इस पर पूर्ण निर्णय आने की संभावना अभी नहीं है। सभी लोगों को शांति से इस मामले का हल निकालने की कोशिश करनी चाहिए। धार्मिक रूप से कई बड़े आयोजन इस वर्ष होने वाले हैं जिसमें सभी धर्म के लोग मिलजुल एक साथ आने की कोशिश करेंगे, लेकिन कुछ स्थानों पर धार्मिक कट्टरता विशेष रूप से दिखाई देगी। कुछ नए षड्यंत्रों का पर्दाफाश भी होगा, जो धार्मिक रूप से हो रहे हैं।
वास्तव में गणतंत्र दिवस हमें प्रेरित करता है कि हम याद करें उन वीर बहादुर लोगों को, जिन्होंने हमें आजादी दिलाने के लिए अपने प्राणों तक की परवाह नहीं की और हंसते-हंसते अंग्रेजों की सूली पर चढ़ गए। इसके साथ ही हमें याद रखना चाहिए उन रणबांकुरे सेना के जवानों को जो पल-प्रतिपल हमारे देश की सरहद की निगरानी और रक्षा हर तरीके से कर रहे हैं और इसके लिए अपनी जान तक गंवाने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। उन सभी के कारण हम अपने घरों में सुरक्षित हैं और तभी हम ऐसे लोकतंत्र के महान पर्व अपने 76वें गणतंत्र दिवस को 2025 में आसानी से मना पा रहे हैं। उन सभी महान आत्माओं को नमन करते हुए चलिए हम सभी यह प्रण लेते हैं कि अपने देश को एक बेहतर देश बनाने और स्वयं को एक अच्छा और जिम्मेदार नागरिक बनाने का पूर्ण प्रयास करेंगे, तभी सही मायने में गणतंत्र दिवस का अर्थ पूर्ण हो पाएगा।
जय हिन्द! जय भारत!!
एस्ट्रोसेज एआई की ओर से आप सभी को गणतंत्र दिवस 2025 की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आया होगा। ऐसे ही और भी लेख के लिए बने रहिए एस्ट्रोसेज के साथ। धन्यवाद !
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. 2025 में 75 वां या 76 गणतंत्र दिवस है?
वर्ष 2025 का गणतंत्र दिवस 76वां होगा।
2. भारत को गणतंत्र क्यों कहा जाता है?
भारत को गणतंत्र इसलिए कहते हैं क्योंकि यहां प्रतिनिधि देश की जनता द्वारा चुने जाते हैं।
3. भारत का संविधान कब लागू हुआ था?
हमारे देश का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था।
अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 26 जनवरी से 01 फरवरी, 2025
कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)?
अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा।
इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।
अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (26 जनवरी से 02 फरवरी, 2025)
अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं।
जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मूलांक 1
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 1 के जातक दृढ़ निश्चयी होते हैं और इनमें आत्मविश्वास कूट-कूट कर भरा होता है। ऐसे में, यह जीवन में प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ेंगे और इसका सकारात्मक असर आप पर दिखाई देगा।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें तो, इस सप्ताह यह जातक अपने साथी के साथ मधुर संबंध बनाए रखने में नाकाम रह सकते हैं जिसकी वजह आप दोनों के बीच आपसी समझ और तालमेल की कमी हो सकती है। इसके फलस्वरूप, आपसी सामंजस्य कम हो सकता है।
शिक्षा: शिक्षाको देखें तो, मूलांक 1 के छात्र पढ़ाई में अच्छी सफलता हासिल करने में पीछे रह सकते हैं। साथ ही, संभव है कि इस अवधि में आप उच्च अंक प्राप्त करने में ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे।
पेशेवर जीवन: मूलांक 1 वाले जातक अपने काम में उत्कृष्टता हासिल करने से चूक सकते हैं जो कि नौकरी में अत्यधिक दबाव की वजह से हो सकते हैं। जिन जातकों का खुद का व्यापार है, तो उन्हें मिलने वाला लाभ कम रह सकता है। साथ ही, आपको हानि होने की भी आशंका है।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिहाज़ से, इन लोगों को सनबर्न जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिसका असर आपकी सेहत पर नज़र आ सकता है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ रुद्राय नमः” का 19 बार जाप करें।
मूलांक 2
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 2 के तहत जन्म लेने वाले जातकों का मन महत्वपूर्ण फैसले लेते समय भ्रमित रह सकता है और यह आपके लिए समस्या का कारण बन सकता है। ऐसे में, इस सप्ताह आपको योजना बनाकर चलने की जरूरत होगी और अपना दृष्टिकोण सकारात्मक रखना होगा।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन को देखें तो, इस सप्ताह आपकी पार्टनर के साथ बहस हो सकती है जिससे आपको बचने की आवश्यकता होगी।
शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में मूलांक 2 के छात्रों को तार्किक होकर पढ़ाई करनी होगी और ऐसे में, आप साथी छात्रों के बीच अपनी जगह बनाने में सक्षम होंगे।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन की बात करें तो, इस सप्ताह इन लोगों को नौकरी में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और यह नौकरी में आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है। अगर आपका खुद का बिज़नेस है, तो आपको प्रतिद्वंदियों के कारण हानि झेलनी पड़ सकती है।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, इन लोगों को अपनी फिटनेस पर ध्यान देना होगा क्योंकि आपको सर्दी-खांसी से जुड़ी समस्याएं घेर सकती हैं।
उपाय: शनिवार के दिन राहु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 3 वाले इस सप्ताह कुछ साहसिक फैसले ले सकते हैं जिनसे आपके हित को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, इनका झुकाव अध्यात्म के प्रति रहेगा।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन के लिहाज़ से, इस अवधि में आप साथी के सामने अपनी भावनाओं का इज़हार करने में सक्षम होंगे और अपने मन की बात भी एक-दूसरे के साथ साझा करेंगे। ऐसे में, आप दोनों के बीच आपसी समझ मज़बूत होगी।
शिक्षा: मूलांक 3 के छात्रों की शिक्षा के लिए यह सप्ताह अनुकूल रहेगा और आप पेशेवर रूप से पढ़ाई करने के साथ-साथ अच्छे से पढ़ाई में प्रदर्शन करने में सफल रहेंगे।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन में नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे और ऐसे में, आप प्रसन्न दिखाई देंगे। जो जातक अपना व्यापार करते हैं, वह एक नए बिज़नेस की शुरुआत कर सकते हैं जिससे आपको लाभ की प्राप्ति होगी।
स्वास्थ्य: बात करें स्वास्थ्य की तो, मूलांक 3 वाले इस सप्ताह शारीरिक रूप से फिट रहेंगे। साथ ही, आप उत्साह और ऊर्जा से भरे रहेंगे। ऐसे में, आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ गुरवे नमः” का 21 बार जाप करें।
मूलांक 4
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 4 के अंतर्गत जन्मे जातक बेहद जुनूनी होते हैं और वह अपने इसी गुण के साथ आगे बढ़ना पसंद करते हैं। हालांकि, इन लोगों की रुचि लंबी दूरी की यात्रा में होती है।
प्रेम जीवन: बात करें प्रेम जीवन की, तो मूलांक 4 के जातक पार्टनर के साथ अपने रिश्ते को भावनात्मक रूप से मज़बूत बनाना चाहेंगे। इस दौरान आप साथी के साथ घर-परिवार में चल रही समस्याओं पर बात करते हुए नज़र आ सकते हैं और इनका समाधान ढूंढ सकते हैं।
शिक्षा: मूलांक 4 के जो छात्र उच्च शिक्षा की पढ़ाई कर रहे हैं, उनके लिए यह सप्ताह थोड़ा मुश्किल रह सकता है। इसके परिणामस्वरूप, आपको कम अंक मिलने की आशंका है जिसकी वजह पढ़ाई से ध्यान भटकना हो सकता है।
पेशेवर जीवन: जब बात आती है पेशेवर जीवन की तो, मूलांक 4 के नौकरीपेशा जातकों को इस सप्ताह पदोन्नति मिलने के योग बन सकते हैं जो कि आपकी कड़ी मेहनत का परिणाम होगा। वहीं, जिन लोगों का खुद का व्यापार है, वह सफल बिज़नेसमैन बनने की राह पर आगे बढ़ेंगे और सफलता प्राप्त करेंगे।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य को देखें तो, इस हफ़्ते मूलांक 4 वालों को कोई स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी। हालांकि, आपको पाचन और पेट से जुड़ी परेशानी रह सकती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ दुर्गाय नमः” का 22 बार जाप करें।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
मूलांक 5
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 5 के जातक तार्किक होते हैं और अपने जीवन के रोज़मर्रा के कामों में भी इसी के साथ आगे बढ़ते हैं। हालांकि, यह अपने जीवन में सुधार लेकर आने के लिए प्रयासरत रहते हैं।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन में मूलांक 5 के जातक अपनी प्रेमपूर्ण भावनाओं को साथी के सामने रखेंगे। ऐसे में, आप रिश्ते में मिठास बनाए रखने में सक्षम होंगे क्योंकि आप लगातार इस दिशा में प्रयास कर होंगे और ऐसे में, आप ख़ुश नज़र आएंगे।
शिक्षा: इस मूलांक के छात्र इस सप्ताह मन लगाकर पढ़ाई करेंगे क्योंकि आपकी रुचि शिक्षा में बढ़ेगी। फाइनेंशियल एकाउंटिंग, कॉस्टिंग और चार्टर्ड अकाउंटेंसी जैसे क्षेत्रों में आपका प्रदर्शन शानदार रहेगा।
पेशेवर जीवन: जो जातक नौकरी करते हैं, वह इस दौरान उत्साह और मन लगाकर अपना काम करेंगे। इस सप्ताह आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। दूसरी तरफ, अगर आपका खुद का व्यापार है, तो आप अपनी क्षमताओं के बल पर पर्याप्त मात्रा में लाभ कमा सकेंगे।
स्वास्थ्य: मूलांक 5 वालों की सेहत इस हफ़्ते अच्छी बनी रहेगी। आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा और आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या नहीं परेशान करेगी।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का 41 बार जाप करें।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 6 के जातकों का झुकाव रचनात्मक क्षेत्रों में होगा और आप इसी क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे। यह अपने जीवन में ख़ुश दिखाई देंगे और इनकी रुचि सिद्धांतों पर चलने में होगी।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह आप और पार्टनर एक-दूसरे के साथ अपनी भावनाएं शेयर करते हुए नज़र आ सकते हैं। आपके सकारात्मक दृष्टिकोण की वजह से आपका रिश्ता मज़बूत होगा।
शिक्षा: मूलांक 6 के जो छात्रविजुअल कम्युनिकेशन, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और मल्टीमीडिया की पढ़ाई कर रहे हैं, उनका प्रदर्शन इस सप्ताह शानदार रहेगा। साथ ही, आप अपने लिए एक ख़ास जगह बनाने में सक्षम होंगे।
पेशेवर जीवन: अगर आप नौकरी करते हैं, तो आप कार्यक्षेत्र में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे और अपने टारगेट भी आसानी से प्राप्त करने में सक्षम होंगे। आप खुद के लिए एक रोल मॉडल बनेंगे। वहीं, जिन जातकों का अपना व्यापार है, उनके लिए लाभ कमाना आसान होगा।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की बात करें तो, मूलांक 6 के जातकों की सेहत अच्छी रहेगी जो कि आपकी मज़बूत रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम होगी। लेकिन, सिर दर्द जैसी छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं बनी रह सकती हैं।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ शुक्राय नमः: का 33 बार जाप करें।
मूलांक 7
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)
जिन जातकों का मूलांक 7 होता है, वह धार्मिक प्रवृति के होते है और इसी क्षेत्र में वह रिसर्च करने का काम भी कर सकते हैं। हालांकि, सामान्य रूप से इन्हें काफ़ी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें तो, इन जातकों की अपने पार्टनर के साथ बहस होने की आशंका है। ऐसे में, आप दुखी नज़र आ सकते हैं और इस दौरान आपके रिश्ते में समस्याएं बनी रह सकती हैं।
शिक्षा: मूलांक 7 के छात्रों का ध्यान इस सप्ताह पढ़ाई से भटक सकता है और इसका असर शिक्षा में गिरावट के रूप में दिखाई देगा। इसके परिणामस्वरूप, आप साथी छात्रों को पछाड़कर टॉप पर पहुंचने में नाकाम रह सकते हैं।
पेशेवर जीवन: इस मूलांक के नौकरीपेशा जातकों की कार्यक्षेत्र में छवि नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकती है क्योंकि वरिष्ठ आप पर क्रोधित हो सकते हैं। अगर आप व्यापार करते हैं, तो आपको लापरवाही की वजह से हानि उठानी पड़ सकती है।
स्वास्थ्य: बात करें स्वास्थ्य की तो, इन लोगों को सनबर्न, जलन और पैरों में दर्द जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं इसलिए आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। इन सब परेशानियों की वजह कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता हो सकती है।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 8 के जातक समय के बेहद पाबंद होते हैं और स्वभाव से ईमानदार होते हैं। यह लोग बहुत सावधानी के साथ योजना बनाकर अपने जीवन में आगे बढ़ना पसंद करते हैं और अपने लक्ष्यों के प्रति हमेशा समर्पित रहते हैं।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन को देखें तो, इस मूलांक के जातकों को पार्टनर के साथ रिश्ते में धैर्य बनाकर चलना होगा। आपका ऐसा व्यवहार साथी को पसंद आएगा। इस अवधि में आप परिपक्व बनेंगे और साथी के साथ इसी पर आगे बढ़ेंगे।
शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में मूलांक 8 वालों को पढ़ाई में बेहद सावधान रहना होगा क्योंकि आपकी एकाग्रता क्षमता कमज़ोर रह सकती है। अगर आप अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको योजना बनाकर चलने की आवश्यकता होगी।
पेशेवर जीवन: जो जातक नौकरी करते हैं, उनके लिए यह सप्ताह थोड़ा कठिन रह सकता है इसलिए आपको सारा ध्यान अच्छे परिणाम पाने पर केंद्रित करना होगा। अगर आप व्यापार करते हैं, तो आपके लाभ में कमी आ सकती है।
स्वास्थ्य: इस सप्ताह खानपान का ध्यान न रखने की वजह से आपकी सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। ऐसे में, आप खुद के लिए समस्याएं बढ़ाने का काम कर सकते हैं।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 9 के तहत पैदा होने वाले जातक अपने कार्यों के प्रति प्रतिबद्ध होते हैं और जीवन में सिद्धांतों पर पालन करते हैं। यह लोग निडर स्वभाव के होते हैं जिसकी झलक इनके कामों में भी देखने को मिलते हैं। इस वजह से यह जो भी काम करते हैं, उसे पूरे समर्पण के साथ करते हैं।
प्रेम जीवन: जब बात आती है प्रेम जीवन की तो, इस सप्ताह मूलांक 9 के जातक साथी के प्रति ईमानदार रहेंगे। ऐसे में, आप रिश्ते में सामंजस्य बनाए रखने के लिए हर हद को पार करने से भी पीछे नहीं रहेंगे।
शिक्षा: मूलांक 9 के जो छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, वह उन विषयों में महारत हासिल करेंगे जिन पर आपका ध्यान केंद्रित रहेगा। साथ ही, आप मन लगाकर पढ़ाई करते हुए दिखाई देंगे।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन की बात करें तो, इस मूलांक के जो जातक नौकरी करते हैं, वह अपने काम को शानदार तरीके से करने में सक्षम होंगे। वहीं, मूलांक 9 के जो लोग खुद का व्यापार करते हैं, वह अपनी मज़बूत नेतृत्व क्षमता के बल पर अच्छा लाभ कमाने में सफल हो सकते हैं।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, इन जातकों की सेहत इस सप्ताह अनुकूल रहेगी जो कि आपकी मज़बूत रोग प्रतिरोधक क्षमता का नतीजा होगी। साथ ही, आप उत्साह और ऊर्जावान रहेंगे जिसकी बदौलत आप फिट रहने में सक्षम होंगे।
उपाय: मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. अंक 4 पर किसका शासन है?
अंक ज्योतिष के अनुसार, अंक 4 का राजा राहु ग्रह है।
2. वृश्चिक राशि का शुभ अंक क्या है?
वृश्चिक राशि के लिए शुभ अंक 11 और 9 है।
3. भाग्यांक कैसे निकालते हैं?
भाग्यांक निकालने के लिए आपको अपनी जन्म तिथि, माह और वर्ष को जोड़ना होता है। इन तीनों को जोड़ने पर जो अंक आता है, वह आपका भाग्यांक होता है।
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षटतिला एकादशी: तिल के इन उपायों से प्रसन्न होंगे लक्ष्मीपति, मोक्ष का दे सकते हैं वरदान!
हिंदू धर्म में एकादशी को बहुत शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की उपासना करने का विधान है। साल में कुल 24 एकादशियां होती हैं जिनमें से षटतिला एकादशी को बहुत शुभ माना जाता है। एस्ट्रोसेज एआई के इस ब्लॉग में हम आपको बताने जा रहे हैं कि षटतिला एकादशी 2025 कब है। इसके साथ ही हम आपको षटतिला एकादशी के पूजन मुहूर्त, महत्व, सही पूजा विधि, पौराणिक कथा के साथ-साथ इस दिन किए जाने वाले सरल एवं अचूक उपायों के बारे में भी बताएंगे।
25 जनवरी को शनिवार के दिन षटतिला एकादशी पड़ रही है। 24 जनवरी को शाम 07 बजकर 27 मिनट पर एकादशी तिथि आरंभ होगी और अगले दिन यानी 25 जनवरी को रात्रि 08 बजकर 34 मिनट पर इसका समापन होगा। उदया तिथि के अनुसार, षटतिला एकादशी का व्रत 25 जनवरी, 2025 को ही किया जाएगा।
षटतिला एकादशी का महत्व
इस एकादशी का संबंध तिल के बीजों से देखने को मिलता है। इस एकादशी पर छह तरह से तिलों का उपयोग किया जाता है और यही वजह है कि इस एकादशी को षटतिला एकादशी के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि हिंदू कैलेंडर में माघ का महीना भगवान विष्णु को अति प्रिय होता है। माघ के महीने में कृष्ण पक्ष की ही ग्यारहवीं तिथि को षटतिला एकादशी का व्रत किया जाता है। इस दिन सच्चे मन और आस्था के साथ व्रत एवं पूजन करने से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और उसे उत्तम स्वास्थ्य एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। कहते हैं कि इस दिन भक्त सच्चे मन से जो कुछ भी मांगता है, वो उसे ज़रूर मिल जाता है।
इस व्रत की महिमा इस बात से जानी जा सकती है कि षटतिला एकादशी पर व्रत करने से कन्यादान जितना ही पुण्य और फल प्राप्त होता है। षटतिला एकादशी पर व्रत करने से व्यक्ति के सभी दुखों का अंत होता है और उसे मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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षटतिला एकादशी 2025 व्रत की पूजा विधि
अगर आप भी इस बार षटतिला एकादशी पर व्रत रखने की सोच रहे हैं, तो आगे बताई गई पूजन विधि से इस दिन व्रत एवं पूजन कर सकते हैं।
एकादशी व्रत के नियमों की शुरुआत दशमी तिथि से ही हो जाती है। नियम के अनुसार दशमी तिथि वाले दिन सूर्यास्त के बाद भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। इसके अलावा रात को सोने से पहले विष्णु जी का ध्यान ज़रूर करें।
षटतिला एकादशी के दिन प्रातः काल उठकर नित्य कर्मों से निवृत होने के बाद एक लोटे में जल भरें और फिर उसमें तिल डालकर स्नान करें। इसके पश्चात, भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प करें।
अब आप अपने घर के पूजन स्थल में विष्णु जी की तस्वीर या प्रतिमा को चौकी पर स्थापित करें। अब मूर्तियों पर गंगाजल में तिल मिलाकर छिड़काव करें और साथ ही, पंचामृत से इनका स्नान करें। पंचामृत में तिल के बीज ज़रूर मिलाएं।
इसके बाद आप भगवान विष्णु जी की मूर्ति के सामने देसी घी का दीपक जलाएं तथा फूल अर्पित करें। इसके पश्चात्, धूप और दीप से विष्णु जी की आरती करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। पूजन करने के बाद भगवान को प्रसाद के रूप में तिल का भोग ज़रूर लगाएं।
एक बार नारद मुनि बैकुंठ धाम गए और वहां जाकर उन्होंने विष्णु जी से षटतिला एकादशी व्रत के महत्व के बारे में पूछा। तब भगवान विष्णु ने बताया कि, प्राचीन काल में पृथ्वी पर एक ब्राह्मण की पत्नी रहती थी जिसके पति की मृत्यु हो चुकी थी। वह उनकी परम भक्त थी। एक बार उसने भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए हर महीने में एक बार व्रत किया। इस व्रत को रखने से उसका शरीर शुद्ध हो गया है। हालांकि, वह कभी भी वह ब्राह्मण और देवताओं के लिए अन्न दान नहीं करती थी। एक दिन फिर भगवान विष्णु स्वयं उसके पास भिक्षा मांगने के लिए गए।
विष्णु जी के भिक्षा मांगने पर उस स्त्री ने एक मिट्टी का पिंड उठाकर उनके हाथों पर रख दिया। उस पिंड को लेकर भगवान बैकुंठ वापिस आ गए और इसके कुछ समय बाद ही उस महिला की मृत्यु हो गई और उसे बैकुंठ में स्थान प्राप्त हुआ। यहां पर उसे एक कुटिया और आम का पेड़ मिला। कुटिया के अंदर कुछ नहीं था जिसे देखकर वह स्त्री विष्णु जी के पास गई और बोली, हमेशा धर्म का पालन करने पर भी मेरी कुटिया खाली क्यों है? इस पर भगवान ने कहा कि उसने कभी अन्न दान नहीं किया और भिक्षा में उन्हें मिट्टी का पिंड दिया। इसकी वजह से ही आज उसे यह फल प्राप्त हुआ है। इसके बाद भगवान विष्णु ने कहा कि जब देव कन्याएं आपसे मिलने के लिए आपकी कुटिया में आएं, तो आप तब तक द्वार न खोलना जब तक वह आपको षटतिला एकादशी व्रत की विधि न बता दें।
इसके बाद स्त्री ने देव कन्या द्वारा बताई गई विधि से ही षटतिला एकादशी का व्रत किया और इस व्रत की महिमा से उसकी कुटिया अन्न और धन-धान्य से भर गई। इस कथा का उदाहरण देते हुए भगवान विष्णु जी ने नारद जी से कहा कि जो मनुष्य सच्चे मन से षटतिला एकादशी का व्रत रखता है और इस दिन तिल का दान करता है, उसे मोक्ष और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
षटतिला एकादशी पर किए जाने वाले शुभ काम
आगे बताया गया है कि विष्णु जी के इस पावन दिन पर क्या शुभ कार्य किए जा सकते हैं:
आप एकादशी के दिन किसी मंदिर जाएं और भगवान शिव के सामने दीपक जलाएं। इसके बाद श्रीराम नाम का 108 बार जाप करें। आप शिवलिंग पर जल चढ़ाएं, काले तिल अर्पित करें और भोलेनाथ की पुष्पों से पूजा करें। इस उपाय को करने से भोलेनाथ आपकी मनोकामना को ज़रूर पूरा करेंगे।
एकादशी वाले दिन सूर्यास्त होने के बाद आप मंदिर जाकर हनुमान जी की मूर्ति के आगे दीपक जलाएं और 108 बार सीता राम के नाम का जाप करें। सुबह के समय तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं और शाम के समय तुलसी के आगे दीपक जलाएं।
इस एकादशी के दिन 6 प्रकार से तिलों का प्रयोग किया जाता है। इसमें सबसे पहले नहाने के पानी में तिल डालकर स्नान करने का विधान है। दूसरा तिल के तेल से इस दिन मालिश करनी चाहिए। तीसरा तिल का हवन और चौथा है तिल के पानी का सेवन करना। इसमें पांचवा है तिलों का दान करना और छठा है तिल से बनी चीज़ों का सेवन करना।
इस दिन इन 6 प्रकारों से तिल का उपयोग करना शुभ माना जाता है। यदि कोई व्यक्ति षटतिला एकादशी में इन 6 तरीकों से तिल का उपयोग करता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं इस शुभ दिन पर तिल का दान करने से गरीबी और जीवन में आ रही समस्याएं भी दूर होती हैं।
इस दिन आप नहाने के पानी में गंगाजल और तिल मिलाकर स्नान करें। अगर संभव हो तो आप इस दिन अपने शरीर पर तिल का उबटन भी लगा सकते हैं। इस उपाय को करने से व्यक्ति को निरोगी काया मिलती है और उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। हालांकि, अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो आप इस उपाय को न करें।
षटतिला एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद आप तिल का दान ज़रूर करें। मान्यता है कि इस दिन जितने तिलों का दान किया जाता है, उतने ही ज्यादा दिन स्वर्ग में रहने को मिलते हैं। इस दिन तिल का दान करने से गरीबी दूर होती है एवं दुख और दुर्भाग्य खत्म होता है।
इसके अलावा आप इस दिन अपने भोजन में तिल का प्रयोग ज़रूर करें। इन्हें खाने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
एकादशी पर आप तिल के साथ पैसों का दान भी कर सकते हैं। आप तिल के लड्डुओं में कुछ सिक्के डालकर दान कर दें। इसे गुप्त दान माना जाता है और इस उपाय को करने से आपके भाग्य में वृद्धि होगी।
जिन लोगों की कुंडली में शनि दोष है या जिन्हें पितृ दोष की वजह से अपने जीवन में समस्याओं का सामान करना पड़ रहा है या जिन्हें राहु या केतु का दुष्प्रभाव मिल रहा है, उन्हें षटतिला एकादशी पर काले तिलों का दान करने से लाभ होगा। इस उपाय को करने से आपके सभी दुख दूर हो सकते हैं।
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षटतिला एकादशी पर करें राशि अनुसार उपाय
षटतिला एकादशी 2025 पर भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए आप अपनी राशि के अनुसार उपाय कर सकते हैं।
मेष राशि: आपको षटतिला एकादशी के दिन लाल रंग के वस्त्र पहनने चाहिए। इसके अलावा आप गरीब लोगों को तिल का दान करें और भगवान विष्णु को लाल रंग के पुष्प चढ़ाएं।
वृषभ राशि: आप मंदिर में तिल के बीज अर्पित करें और गरीबों को कपड़े दान करें।
मिथुन राशि: आप छात्रों को किताबें या पढ़ाई की सामग्री दान करें। इस दिन तिल का दान करने और व्रत रखने से आपकी कुंडली में बुध ग्रह को मज़बूती मिलेगी।
कर्क राशि: आपको षटतिला एकादशी 2025 के दिन दूध या जल का दान करना चाहिए। आप गरीबों को तिल का दान भी कर सकते हैं।
सिंह राशि: यदि आपकी सिंह राशि है, तो आप एकादशी पर खासतौर पर सूर्योदय के समय तिल के बीजों का दान करें।
कन्या राशि: इस राशि वाले किताबें, पेन और पढ़ाई की अन्य चीज़ों का दान कर सकते हैं। आपको ध्यान करने से भी लाभ होगा।
तुला राशि: आपको षटतिला एकादशी 2025 पर कपड़ों और कॉस्मेटिक की चीज़ों का दान करना चाहिए।
वृश्चिक राशि: जिन लोगों की वृश्चिक राशि है, वे एकादशी के दिन भगवान विष्णु को लाल रंग के फूल या वस्त्र अर्पित करें।इस दिन तिल का दान करने से भी लाभ होता है।
धनु राशि: आप किताबे दान में दें। इसके अलाववा आप गरीबों और ब्राह्मणों को तिल का दान भी कर सकते हैं।
मकर राशि: इस राशि के लोगों को एकादशी पर अपने सामर्थ्य के अनुसार वृद्ध और ज़रूरतमंद लोगों को दान करना चाहिए।
कुंभ राशि: आप समाजसेवा करें और एकादशी पर गरीब लोगों में तिल बांटें।
मीन राशि: जिनकी मीन राशि है, वे पढ़ाई से संबंधित चीज़ों का दान करें।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. 2025 में षटतिला एकादशी कब है?
उत्तर. 25 जनवरी को षटतिला एकादशी है।
प्रश्न 2. षटतिला एकादशी पर व्रत रखने से क्या होता है?
उत्तर. इस व्रत को करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
प्रश्न 3. एकादशी का व्रत कौन रख सकता है?
उत्तर. एकादशी का व्रत कोई भी कर सकता है।
अब कुंडली बोलेगी…बहुत जल्द…
अपनी सांसें थाम लें क्योंकि एस्ट्रोसेज एआई ज्योतिष की दुनिया में एक बड़ा परिवर्तन लेकर आने वाला है।
आपको कैसा महसूस होगा अगर आपकी कुंडली आपसे बात करे? कल्पना करें कि आपकी कुंडली आपसे बात कर रही है और आपको बता रही है आपकी ग्रह दशा, भाव और इनके आपके जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में, जैसे कि–
आपकी कुंडली में अष्टकवर्ग क्या मायने रखता है?
आपका लग्न क्या है और इसका क्या महत्व है?
बारहवें भाव में उपस्थित सूर्य और चंद्रमा आपको कैसे प्रभावित करते हैं?
कुंडली का छठा, सातवाँ, आठवाँ या नौवाँ भाव क्या दर्शाता है?
यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो सरल शब्दों में कुंडली की हर बारीकी के बारे में आपको बताएगा। क्या आपको भी यह सपना लगता है? तो बता दें कि कुंडली एआई आपके इस सपने को हकीकत में बदलने जा रहा है।
कुंडली एआई: कुंडली समझने का सबसे आसान तरीका
ज्योतिष की दुनिया में कुछ नया करने की हमारी लगन और प्रयासों ने हमें इस मुकाम पर पहुंचाया है जहां हमें यह कहते हुए बेहद गर्व महसूस हो रहा है कि कुंडली एआई जल्द ही ज्योतिष के क्षेत्र में कदम रखने जा रहा है, जो आपका एक स्मार्ट और सहायक मार्गदर्शक बनेगा। इसकी सहायता से आप कुंडली से बात करके सरल भाषा में अपनी कुंडली के बारे में जान सकते हैं। अगर आप एक ज्योतिषी या छात्र के रूप में अपनी कुंडली के बारे में जानना चाहते हैं, तो कुंडली एआई ज्योतिष को लेकर आपके नज़रिये में बदलाव लेकर आने के लिए तैयार है। यह न सिर्फ़ आपके अनुभव को बेहतर बनाएगा, बल्कि आपको तेज़ी-से सटीक भविष्यवाणी भी प्रदान करेगा।
सिर्फ़ इतना ही नहीं, अब आप “कुंडली मिलान” से भी बात कर सकते हैं — जी हां, आप गुण मिलान को लेकर अपने मन में उठ रहे सवालों का जवाब पाने के लिए कुंडली मिलान फ़ीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं और साथी के साथ अपने रिश्ते को मज़बूत बना सकते हैं।
फीचर्स जो कुंडली एआई को बनाते हैं सबसे अलग
आइए जानते हैं कुंडली एआई की उन विशेषताओं के बारे में जिनकी वजह से यह ज्योतिषियों और ज्योतिष में रुचि रखने वालों, दोनों के लिए बेहद ख़ास हो जाती है।
तेज़ और सटीक भविष्यवाणी: अब आप उन समस्याओं को अलविदा कहें, जो आपको भविष्यफल प्राप्त करने में आती हैं क्योंकि एआई तकनीक की मदद से कुंडली एआई आपको तुरंत और सटीक भविष्यवाणी प्रदान करेगा।
बात-बात में सीखें: कुंडली एआई की सहायता से आप अपनी कुंडली से बात कर सकते हैं। कुंडली एआई का इंटरैक्टिव फीचर आपको ज्योतिष को गहराई से समझने में मदद करेगा जिससे आप जान सकेंगे कि यह आपके जीवन को किस तरह प्रभावित करता है।
इस्तेमाल में आसान: चाहे आप ज्योतिष के क्षेत्र में नए हों या प्रोफेशनल, कुंडली एआई को आपकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है। यह नए लोगों के लिए ज्योतिष को आसान बनाने का काम करता है जबकि विशेषज्ञों को ज्योतिष में एक नए पड़ाव पर लेकर जाता है।
कुंडली एआई से किसे होगा लाभ?
ज्योतिषियों के लिए
ज्योतिषियों के लिए कुंडली एआई एक गेम-चेंजर साबित होगा। यह कुंडली के मुश्किल पहलुओं को आसान बनाएगा जिससे ग्राहकों को परामर्श देने के लिए आपको पर्याप्त समय मिल जाएगा।कुंडली एआई की सहायता से आप यूज़र्स की कुंडली के बारे में गहराई से जान सकते हैं और इससे आप उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान करने में सक्षम होंगे।
ज्योतिष के छात्रों के लिए
ज्योतिष विद्या की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए कुंडली एआई बहुत उपयोगी साबित होगा और यह एक टीचर की तरह आपका मार्गदर्शन करेगा। कुंडली एआई ज्योतिष के मुश्किल पहलुओं को आसान बनाएगा ताकि आप इसे बिना किसी परेशानी के समझ सकें।
सेट करें रिमाइंडर 🔔
थोड़ा इंतजार करें! 27 जनवरी 2025 को हम आपकी पसंदीदा ऐप एस्ट्रोसेज एआई पर कुंडली एआई को विभिन्न स्तर पर लेकर आने के लिए तैयार हैं इसलिए अपनी उत्सुकता को बनाए रखें और अपनी बारी का इंतज़ार करें।
इतिहास ज्योतिष की दुनिया के अब तक के सबसे बड़े बदलाव का गवाह बनने जा रहा है क्योंकि यह सिर्फ एक एस्ट्रोलॉजी टूल नहीं है — यह कुंडली जानने-समझने के तरीके में परिवर्तन लेकर आएगा।