गुरु की राशि में शुक्र की वक्री चाल, किन राशियों के जीवन में लाएगी भूचाल!

प्रेम एवं ऐश्वर्य के ग्रह शुक्र देव को वैदिक ज्योतिष में लाभकारी ग्रह माना जाता है। इनकी चाल, दशा, राशि या स्थिति में होने वाले किसी भी परिवर्तन का असर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से मानव जीवन पर पड़ता है। बता दें कि शुक्र देव तक़रीबन 28 दिनों तक एक राशि में रहते हैं और इस दौरान यह अपनी चाल और स्थिति में भी बदलाव करते हैं। अब यह जल्द ही गुरु ग्रह की राशि मीन में वक्री होने जा रहे हैं जिसका असर देश-दुनिया सहित सभी 12 राशियों पर दिखाई देगा। एस्ट्रोसेज एआई का यह लेख आपको “शुक्र मीन राशि में वक्री” से जुड़ीं समस्त जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि, समय आदि। साथ ही, आपको अवगत करवाएंगे कि कुंडली में शुक्र महाराज के नकारात्मक प्रभावों को शांत करने के लिए आप किन उपायों को कर सकते हैं, इसलिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ना जारी रखें। 

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बता दें कि ज्योतिष के साथ-साथ मनुष्य जीवन में भी शुक्र ग्रह महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं इसलिए प्रेम जीवन की बात करते समय कुंडली में इनकी स्थिति सबसे पहले देखी जाती है। विद्वान ज्योतिषियों का मत है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में होते हैं, तो ऐसे जातकों को अपने जीवन में हर तरह का सुख, वैवाहिक सुख, विलासिता और प्रसिद्धि की प्राप्ति होती है। आज के इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे कि शुक्र मीन राशि में वक्री होकर संसार को कैसे प्रभावित करेंगे। आइए सबसे पहले जानते हैं शुक्र वक्री के समय और तिथि के बारे में। s

शुक्र मीन राशि में वक्री: तिथि और समय

ऐश्वर्य, भौतिक सुख-सुविधाओं और विलासिता के प्रमुख ग्रह शुक्र देव गुरु ग्रह की राशि मीन में 02 मार्च 2025 की सुबह 05 बजकर 12 मिनट पर वक्री हो जाएंगे। शायद ही आप जानते होंगे कि मीन राशि शुक्र ग्रह की उच्च राशि है जिसमें इनकी स्थिति को शुभ माना जाता है। ऐसे में, शुक्र का मीन राशि में वक्री होना कुछ राशियों के लिए सकारात्मक और कुछ के लिए नकारात्मक परिणाम लेकर आ सकता है। मीन राशि में रहते हुए शुक्र ग्रह 13 अप्रैल 2025 को वक्री अवस्था से बाहर आते हुए पुनः मार्गी हो जाएंगे। हालांकि, इस दौरान शुक्र देव शुभ योग भी बनाएंगे, जिनके बारे में आगे विस्तार से बात करेंगे, लेकिन आपको बताते हैं कि आख़िर किसे कहते हैं ग्रह की वक्री अवस्था।

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किसे कहते हैं ग्रह की वक्री अवस्था?

एस्ट्रोसेज एआई अपने पिछले लेखों में बताता आया है कि सूर्य को नवग्रहों के राजा कहा जाता है क्योंकि सूर्य देव के अलावा बाकी सब ग्रह समय-समय पर अपनी चाल और स्थिति में बदलाव करते हैं जिसे अस्त, मार्गी, वक्री और उदय कहा जाता है। लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं ग्रहों की वक्री अवस्था के बारे में। 

ज्योतिष शास्त्र में वक्री चाल के संबंध में कहा गया है कि जब कोई ग्रह अपने परिक्रमा मार्ग पर पीछे की तरफ यानी कि उल्टा चलता हुआ प्रतीत होता है, तो इस घटना को ग्रह का वक्री होना कहते हैं। मान्यता है कि कुंडली में स्थित वक्री ग्रह के अशुभ होने पर जातक को पहले की तुलना में अधिक अशुभ परिणाम देखने को मिलते हैं। विज्ञान की बात करें, तो ग्रहों के वक्री अवस्था को विज्ञान नहीं मानता है।

शुक्र-बुध की युति करेगी एक बेहद शुभ राजयोग का निर्माण 

जैसे कि हम जानते हैं कि शुक्र महाराज 28 जनवरी 2025 से अपनी उच्च राशि मीन में विराजमान हैं। इसी राशि में रहते हुए शुक्र ग्रह वक्री होने जा रहे हैं और यह अपनी वक्री अवस्था में भी शुभ योग का निर्माण करेंगे। बुध देव 27 फरवरी 2025 की रात 11 बजकर 28 मिनट पर मीन राशि में गोचर कर जाएंगे। 

ऐसे में, शुक्र और बुध ग्रह की युति से लक्ष्मी नारायण राजयोग का निर्माण होगा जिसे बहुत ही शुभ माना जाता है। इस राजयोग से कुछ जातकों को कार्यों में सफलता और धन-समृद्धि की प्राप्ति होगी। साथ ही, आर्थिक समस्याएं भी समाप्त होंगी। 

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शुक्र का ज्योतिषीय महत्व 

  • प्रेम के कारक शुक्र ग्रह मनुष्य जीवन को संपत्ति, सुख-संपदा, वाहन, ऐश्वर्य, समृद्धि आदि प्रदान करते हैं। 
  • जिन जातकों की कुंडली में शुक्र देव मज़बूत अवस्था में होते हैं, उनको जीवन में प्रेम और सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है। 
  • आपका व्यक्तित्व आकर्षक होगा जो दूसरों को अपनी तरफ आकर्षित करेगा। इन जातकों को जीवन में कभी भी सुख-सुविधा की कमी नहीं होती है। यह आपको अमीर और धनवान बनाते हैं। 
  • अगर किसी की कुंडली में शुक्र देव कमजोर और दुर्बल होते हैं, तो ऐसे इंसान को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 
  • आपका प्रेम जीवन निराशा से भर सकता है और साथ ही, आपको यौन से जुड़ी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। 
  • शुक्र देव की कृपा से जीवन में प्रेम और सुख का आशीर्वाद मिलता है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपनी कुंडली में शुक्र ग्रह को मज़बूत बनाए रखना चाहिए।

आइए अब नज़र डालते हैं कुंडली में कमज़ोर शुक्र ग्रह के लक्षणों पर। 

कुंडली में कमज़ोर शुक्र के लक्षण

  • ज्योतिष के अनुसार, व्यक्ति की कुंडली में शुक्र दुर्बल होने पर घर में गरीबी दस्तक देती है।
  • शुक्र के कमज़ोर अवस्था में होने से जातकों के जीवन में आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती है। ऐसे में, आपको धन से जुड़ी परेशानियां रह सकती हैं।
  • कुंडली में शुक्र के अशुभ होने पर व्यक्ति को हर काम में असफलता प्राप्त होती है। साथ ही, आपको कामयाबी के मार्ग में परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है। 
  • ऐसे लोगों को वैवाहिक जीवन में समस्याओं और तकलीफों से गुजरना पड़ता है। 

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शुक्र मीन राशि में वक्री के दौरान अपनाएं ये उपाय 

  • कुंडली में शुक्र ग्रह को बलवान करने के लिए दूध, दही और खीर आदि का दान करें। 
  • शुक्र देव को मज़बूत बनाने के लिए भगवान कृष्ण को चांदी की बासुरी अर्पित करें। 
  • घर में शुक्र यंत्र की स्थापना करने से सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होती है। 
  • शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करें और उनके लिए व्रत करें। 
  • शुक्रवार के दिन सफेद रंग के वस्त्र ज्यादा से ज्यादा धारण करें। 
  • यदि शुक्र देव कमजोर होते हैं, तो ऐसे जातक को कभी भी फटे-पुराने कपड़े नहीं धारण करने चाहिए, अन्यथा आपको नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। 
  • ऐसे लोगों को केमिकल वाले परफ्यूम की जगह प्राकृतिक महक वाले इत्र का उपयोग दैनिक जीवन में करना चाहिए। 

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शुक्र मीन राशि में वक्री: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि के दूसरे और सातवें भाव के स्‍वामी शुक्र हैं और अब वह आपके बारहवें भाव में…(विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

वृषभ राशि के पहले और छठे भाव के स्‍वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह इस राशि के ग्‍यारहवें…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के पांचवे और बारहवें भाव के स्‍वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके चौथे और ग्‍यारहवें भाव के स्‍वामी हैं और अब शुक्र…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि के तीसरे और दसवें भाव के स्‍वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वक्री होने पर वह इस…(विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्‍या राशि के दूसरे और नौवें भाव का स्‍वामी शुक्र ग्रह है और अब वह इस राशि के सातवें…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

तुला राशि के पहले और बारहवें भाव के स्‍वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह आपके छठे भाव…(विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के सातवें और बारहवें भाव के स्‍वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह इस राशि…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि 

धनु राशि के छठे और ग्यारहवें भाव के स्‍वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह आपके चौथे भाव…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि के लिए शुक्र पांचवे और दसवें भाव के स्‍वामी हैं और अब वह आपके तीसरे भाव…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि के चौथे और नौवें भाव के स्‍वामी शुक्र ग्रह हैं और अब शुक्र आपके दूसरे भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि के तीसरे और आठवें भाव के स्‍वामी शुक्र देव हैं और अब वह आपके पहले भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

शुक्र मीन राशि में वक्री कब होंगे?

शुक्र देव 02 मार्च 2025 को मीन राशि में वक्री हो जाएंगे।

मीन राशि का स्वामी कौन है?

राशि चक्र की बारहवीं राशि मीन के स्वामी देव गुरु ग्रह हैं। 

शुक्र कितने समय तक एक राशि में रहते हैं?

प्रेम के कारक ग्रह शुक्र 25 से 28 दिन तक एक राशि में रहते हैं।

अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 02 मार्च से 08 मार्च, 2025

कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)? 

अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा। 

इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।

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अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (02 मार्च से 08 मार्च, 2025)

अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं। 

जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।

 बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मूलांक 1

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)

आमतौर पर इस मूलांक वाले जातक बहुत बुद्धिमान होते हैं और जीवन में सफलता प्राप्‍त करने में सक्षम होते हैं।

प्रेम जीवन: आप अपने पार्टनर के प्रति रोमांटिक भावनाओं को व्‍यक्‍त कर सकते हैं। ऐसा आपके अंदर मौजूद सेंस ऑफ ह्यूमर या हंसी-मज़ाक करने वाले स्‍वभाव की वजह से संभव हो पाएगा।

शिक्षा: छात्र जो भी पेशेवर शिक्षा या डिग्री ले रहे हैं, उसमें उन्‍हें उच्‍च अंक प्राप्‍त होंगे।

पेशेवर जीवन: इस सप्‍ताह काम के मामले में समय आपके पक्ष में रहने वाला है। व्‍यापारी अपने प्रतिद्वंदियों पर हावी रहेंगे और इस तरह वे अपने प्रतिस्‍पर्धियों को कड़ी टक्‍कर देने में सक्षम होंगे।

सेहत: स्‍वास्‍थ्‍य की बात करें, तो इस सप्‍ताह आपकी सेहत काफी अच्‍छी रहने वाली है। आपके अंदर जोश और ऊर्जा बढ़ने की वजह से ऐसा हो सकता है।

उपाय: आप रोज़ आदित्‍य हृदयम स्‍तोत्र का पाठ करें।

मूलांक 2

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातकों के लिए यह सप्‍ताह औसत रहने वाला है। इस समय आपकी रचनात्‍मक कार्यों में रुचि बढ़ सकती है और आप इसे और अधिक निखारने का प्रयास कर सकते हैं।

प्रेम जीवन: इस समय आपके और आपके पार्टनर के बीच दूरियां आने की आशंका है। अहंकार से संबंधित समस्‍याओं के कारण ऐसा हो सकता है।

शिक्षा: इस दौरान शिक्षा के क्षेत्र में अच्‍छा प्रदर्शन करने के लिए आपको पढ़ाई पर अधिक ध्‍यान देने की ज़रूरत है। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपको उच्‍च अंक प्राप्‍त करने में दिक्‍कत हो सकती है।

पेशेवर जीवन: इस सप्‍ताह नौकरीपेशा जातकों को औसत सफलता मिलने के योग हैं। वहीं व्‍यापारियों को बेहतर योजना बनाने और अपने बिज़नेस पर नियंत्रण रखने की ज़रूरत है।

सेहत: इस समय मूलांक 2 वाले जातकों को त्‍वचा से संबंधित समस्‍या और अन्‍य कोई एलर्जी होने की आशंका है। इसकी वजह से आपको अपने स्‍वास्‍थ्‍य को बनाए रखने में दिक्‍कत आ सकती है।

उपाय: आप रोज़ 108 बार ‘ॐ सोमाय नमं:” मंत्र का जाप करें।

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मूलांक 3

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक आमतौर पर खुले विचार वाले होते हैं। इनकी अध्‍यात्‍म या आध्‍यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी और ये आसानी से इसे अपना सकेंगे।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आप किसी नए रिश्‍ते की शुरुआत कर सकते हैं। हालांकि, आपको इस समय समझदारी और बुद्धिमानी से काम लेने की सलाह दी जाती है।

शिक्षा: जो छात्र उच्‍च शिक्षा के लिए मास्‍टर और पीएचडी डिग्री लेने की सोच रहे हैं, उनके लिए यह सप्‍ताह काफी अच्‍छा रहने वाला है।

पेशेवर जीवन: करियर के मामले में यह सप्‍ताह बहुत शानदार रहने वाला है। यदि आप व्‍यवसाय करते हैं, तो आपके लिए मल्‍टी लेवल नेटवर्किंग बिज़नेस करना फायदेमंद रहेगा एवं आप अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।

सेहत: इस सप्‍ताह आप योग और ध्‍यान जैसी आध्‍यात्मिक या शारीरिक क्रियाएं कर सकते हैं। यह आपके मन और शरीर दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।

उपाय: बृहस्‍पतिवार के दिन बृहस्‍पति ग्रह को पीले रंग के पुष्‍प अर्पित करें।

मूलांक 4

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह मूलांक 4 वाले जातक अधिक भावुक हो सकते हैं और इस वजह से कभी-कभी इन्‍हें महत्‍वूपर्ण निर्णय लेने में दिक्‍कत हो सकती है।

प्रेम जीवन: इस समय आप कंफ्यूज़ रहने वाले हैं। आपके और आपके जीवनसाथी के बीच विश्‍वास में कमी आने के संकेत हैं। इसके कारण आपका रिश्‍ता कमज़ोर हो सकता है।

शिक्षा: इस सप्‍ताह आप जो कुछ भी पढ़ रहे हैं, उसे याद रखने में दिक्‍कत हो सकती है। इससे आप पीछे रह सकते हैं और पढ़ाई में अपने कौशल का प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे।

पेशेवर जीवन: इस समय नौकरीपेशा जातकों के ऊपर काम का दबाव बढ़ने वाला है। इस वजह से आपको अपने करियर में उच्‍च सफलता मिलने की संभावना कम है। वहीं व्‍यापारियों को प्रतिस्‍पर्धा बढ़ने की वजह से अधिक मुनाफा कमाने में दिक्‍कत आ सकती है।

सेहत: आपको एलर्जी के कारण त्‍वचा से संबंधित समस्‍याएं हो सकती हैं। इस सप्‍ताह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमज़ोर होने की वजह से ऐसा हो सकता है। आप असहज महसूस करेंगे।

उपाय: आप रोज़ 22 बार ‘ॐ राहवे नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 5

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 5 वाले जातक बहुत बुद्धिमान होते हैं और ये बेहद कुशलता से अपनी बुद्धिमानी का प्रयोग करते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आप अपने पार्टनर के साथ हंसी-मज़ाक और खुशमिज़ाज़ तरीके से पेश आएंगे। इससे आपके घर का माहौल अच्‍छा बना रहेगा।

शिक्षा: आप अपनी बुद्धिमानी का परिचय देंगे और उच्‍च अंक्र प्राप्‍त करने में सक्षम होंगे। इसके साथ ही आपको इस सप्‍ताह सफलता मिलने के भी योग हैं। प्रतियोगी परीक्षा में भी आपको अच्‍छे परिणाम मिलने के आसार हैं।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक इस सप्‍ताह बेहतरीन प्रदर्शन देकर सफलता प्राप्‍त करने में सक्षम होंगे। आपकी लोकप्रियता में इज़ाफा देखने को मिलेगा। व्‍यापारियों के लिए उच्‍च मुनाफा कमाने के लिए अनुकूल समय है।

सेहत: इस सप्‍ताह आप ऊर्जा और उत्‍साह से भरपूर महसूस करेंगे और इसका सकारात्‍मक असर आपकी सेहत पर भी पड़ने वाला है। आपको कोई बड़ी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या परेशान नहीं करेगी।

उपाय: आप रोज़ 41 बार ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ का जाप करें।

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मूलांक 6

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह मूलांक 6 वाले जातक खुशमिजाज़ स्‍वभाव के रहने वाले हैं और आप इस समय आनंद एवं सुख की तलाश में रह सकते हैं। इस दौरान आप अधिक यात्राएं कर सकते हैं।

प्रेम जीवन: इस समय आप अपने पार्टनर के साथ रिश्‍ते को मज़बूत बनाए रखने में सफल होंगे। इससे आपको अपने जीवनसाथी के साथ अपने जीवन के स्‍तर को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

शिक्षा: आप प्रोफेशनल स्‍टडीज़ जैसे कि विजुअल कम्‍युनिकेशन इंजीनियरिंग और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग आदि में अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे। इस सप्‍ताह आप पढ़ाई को लेकर तर्कशील रहेंगे।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों के लिए यह सप्‍ताह अच्‍छा रहने वाला है। आप अपने कार्यों को आसानी से पूरा कर पाएंगे। वहीं व्‍यापारी उच्‍च मुनाफा कमाने और चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होंगे।

सेहत: मज़बूत इच्‍छाशक्‍ति और दृढ़ता की वजह से इस सप्‍ताह आपका स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा रहने वाला है।

उपाय: आप रोज़ 33 बार ‘ॐ शुक्राय नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 7 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातकों की गूढ़ विज्ञान और दर्शनशास्त्र में अधिक रुचि होती है। ये जातक इन क्षेत्रों में अपने कौशल को और अधिक विकसित कर सकते हैं। आपके लिए धार्मिक यात्राओं के योग बन रहे हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आपके और आपके पार्टनर के बीच दूरियां आ सकती हैं। आप दोनों के बीच अलगाव की स्थिति उत्‍पन्‍न हो सकती है। इससे आपकी समस्‍याओं का समाधान निकाल पाना और भी मुश्किल हो जाएगा। आपके रिश्‍ते में खुशियों के कम होने की आशंका है।

शिक्षा: यदि आप धर्म, कानून या प्रोफेशनल स्‍टडीज़ की पढ़ाई कर रहे हैं, तो अब ध्‍यान केंद्रित न कर पाने के कारण आप उच्‍च अंक प्राप्‍त करने में पीछे रह सकते हैं। मेडिटेशन करने से आपको लाभ होगा।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों के ऊपर काम का दबाव बढ़ सकता है। इसके कारण आपके प्रदर्शन में भी गिरावट आने की आशंका है। यदि आप व्‍यवसाय करते हैं, तो प्रतिद्वंदियों से कड़ी प्रतिस्‍पर्धा मिलने की वजह से आपके मुनाफे में कमी आ सकती है।

सेहत: इस सप्‍ताह आपकी सेहत ज्‍यादा अच्‍छी नहीं रहने वाली है क्‍योंकि आपको स्किन रैशेज़ की वजह से परेशानी हो सकती है। आपको इसका इलाज करवाने की सलाह दी जाती है।

उपाय: मंगलवार को केतु ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।

मूलांक 8 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 8 वाले जातक अपने काम को अधिक पेशेवर तरीके से कर सकते हैं। ये अपने काम को पूरे फोकस और ध्‍यान से करेंगे।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह कंफ्यूज़ रहने की वजह से आप अपने पार्टनर के प्रति अपने प्रेम को दिखाने में असमर्थ रह सकते हैं। इस कारण से आपको अपने रिश्‍ते में सुख-शांति बनाए रखने में दिक्‍कत आ सकती है।

शिक्षा: इस समय छात्रों की पढ़ाई में से रुचि हट सकती है और इसकी वजह से विद्यार्थियों को पढ़ाई में कम अंक एवं औसत परिणाम मिलने की संभावना है। इस सप्‍ताह आपको प्रतियोगी परीक्षा में हिस्‍सा न लेने की सलाह दी जाती है क्‍योंकि इसमें आपके सफल होने की संभावना बहुत कम है।

पेशेवर जीवन: कार्यक्षेत्र में आपकी प्रतिष्‍ठा में कमी आ सकती हैं एवं आपकी कड़ी मेहनत को अनदेखा किया जा सकता है। इस वजह से आप उच्‍च परिणाम प्राप्‍त करने में असफल रहेंगे। वहीं व्‍यपारियों को अपने प्रतिद्वंदियों से हार का सामना करना पड़ सकता है।

सेहत: इस सप्‍ताह मूलांक 8 वाले जातकों को पैरों और जांघों में दर्द की शिकायत हो सकती है। तनाव और इम्‍युनिटी के कमज़ोर होने के कारण ऐसा हो सकता है।

उपाय: आप शनिवार के दिन शनि देव के लिए यज्ञ-हवन करें।

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मूलांक 9 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक सीधे-सादे और सिद्धांतों पर चलने वाले होते हैं। ये स्‍नेह और प्‍यार की तलाश में रहेंगे एवं रिश्‍तों को मज़बूत करने की ओर काम करेंगे।

प्रेम जीवन: इस समय आप अपने मज़ाकिया स्‍वभाव से अपने पार्टनर का ख्‍याल रखेंगे। इसकी वजह से आप दोनों का रिश्‍ता मज़बूत होगा।

शिक्षा: इस सप्‍ताह आप पढ़ाई में होशियार रहेंगे और पेशेवर होकर पढ़ाई करेंगे। इससे आपको अधिक अंक प्राप्‍त करने में सफलता मिलेगी।

पेशेवर जीवन: कार्यक्षेत्र में आप प्रगति करेंगे और आपको उच्‍च परिणाम प्राप्‍त होंगे। इससे आपकी उत्‍कृष्‍टता का पता चलेगा। व्‍यापारियों को अच्‍छा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। इन्‍हें नया व्‍यापार शुरू करने का मौका भी मिल सकता है।

सेहत: इस समय आप शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ महसूस करेंगे। ऐसा आपकी इम्‍युनिटी के मज़बूत रहने की वजह से हो सकता है। आप इस सप्‍ताह ऊर्जा से भरपूर रहने वाले हैं।

उपाय: आप मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. मूलांक 7 का स्‍वामी ग्रह कौन है?

उत्तर. इस मूलांक के स्‍वामी केतु ग्रह हैं।

प्रश्‍न 2. मूलांक 6 वाले जातकों को क्‍या पसंद है?

उत्तर. इन्‍हें भौतिक सुख-साधन अच्‍छे लगते हैं।

प्रश्‍न 3. क्‍या मूलांक 5 वाले जातक बुद्धिमान होते हैं?

उत्तर. इस अंक के स्‍वामी बुध ग्रह हैं और बुध को बुद्धि का कारक माना गया है इसलिए ये जातक बुद्धिमान होते हैं।

मार्च में पड़ रही है होली, जानें इस महीने विवाह और मुंडन के लिए कब है शुभ मुहूर्त!

मार्च 2025: मार्च के महीने में कदम रखते ही, हमारा मन उम्‍मीदों और आशाओं से भर जाता है। मार्च बदलाव का समय है, जब सर्दियों की ठंडक धीरे-धीरे वसंत की गर्माहट में बदलने लगती है। इस महीने के हर दिन की शुरुआत के साथ हमारा मन अपने भविष्‍य को लेकर कई तरह के सवालों और उम्‍मीदों से घिर जाता है। बात चाहे करियर की हो या प्रेम जीवन की, जिंदगी के हर पहलू को लेकर लोगों के मन में सवाल उठना स्‍वाभाविक है। नए माह की शुरुआत पर हम सभी के मन में इस तरह के सवाल उठते हैं और एस्‍ट्रोसेज एआई के इस खास ब्‍लॉग में हम आपको इन्‍हीं सवालों के स्‍पष्‍ट उत्तर देने जा रहे हैं।

मार्च केवल मौसम में बदलाव का समय नहीं है बल्कि यह माह सांस्‍कृतिक महत्‍व भी रखता है और इस दौरान कई महत्‍वपूर्ण त्‍योहार और उत्‍सव मनाए जाते हैं। इस ब्‍लॉग में मार्च के व्रत एवं त्‍योहारों के साथ-साथ बैंक अवकाश और मुंडन मुहूर्त आदि के बारे में भी बताया गया है। तो चलिए अब बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मार्च 2025 में आपके लिए क्‍या खास है।

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भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

मार्च 2025 का ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना 

हिंदू पंचांग के अनुसार मार्च 2025 की शुरुआत 01 मार्च, 2025 को पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में शुक्‍ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को होगी। वहीं मार्च 2025 का समापन 31 मार्च को भरणी नक्षत्र में शुक्‍ल पक्ष की तृतीया तिथि को होगा।

आगे जानिए मार्च माह के प्रमुख त्‍योहारों और व्रतों के बारे में।

मार्च 2025 के व्रत एवं त्योहारों की तिथियां 

हिंदू धर्म में हर एक महीने में कई व्रत एवं त्‍योहार आते हैं जिनका अपना ध‍ार्मिक महत्‍व होता है। ये त्‍योहार महीने के आकर्षण और म‍हत्‍व को बढ़ाने का काम करते हैं। आगे मार्च 2025 में आने वाले प्रमुख व्रत एवं त्‍योहारों की सूची दी गई है।

तिथिदिनपर्व व व्रत
10 मार्च 2025सोमवारआमलकी एकादशी
11 मार्च 2025मंगलवारप्रदोष व्रत (शुक्ल)
13 मार्च 2025गुरुवारहोलिका दहन
14 मार्च 2025शुक्रवारहोली
14 मार्च 2025शुक्रवारमीन संक्रांति
14 मार्च 2025शुक्रवारफाल्गुन पूर्णिमा व्रत
17 मार्च 2025सोमवारसंकष्टी चतुर्थी
25 मार्च 2025मंगलवारपापमोचिनी एकादशी
27 मार्च 2025गुरुवारप्रदोष व्रत (कृष्ण)
27 मार्च 2025गुरुवारमासिक शिवरात्रि
29 मार्च 2025शनिवारचैत्र अमावस्या
30 मार्च 2025रविवारचैत्र नवरात्रि
30 मार्च 2025रविवारउगाडी
30 मार्च 2025रविवारघटस्थापना
30 मार्च 2025रविवारगुड़ी पड़वा
31 मार्च 2025सोमवारचेटी चंड

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मार्च 2025 में पड़ने वाले महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार

मार्च के महीने में कई व्रत एवं त्‍योहार आते हैं लेकिन इनमें से कुछ प्रमुख हैं जिनके बारे में आगे विस्‍तार से बताया गया है:

  • आमलकी एकादशी: आमलकी एकादशी पर भगवान विष्‍णु की पूजा की जाती है। आमलकी शब्‍द आंवला फल को संदर्भित करता है। इसे हिंदू धर्म और आयुर्वेद में अपने स्‍वास्‍थ्‍य लाभों के लिए जाना जाता है। पद्म पुराण के अनुसार आंवले का वृक्ष भगवान विष्‍णु के हृदय में विशेष स्‍थान रखता है और इसे भगवान विष्‍णु एवं मां लक्ष्‍मी का निवास स्‍थान भी माना जाता है। इस वजह से आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर प्रार्थना एवं पूजा-अर्चना करने की परंपरा है। आमलकी एकादशी के शुभ दिन पर श्रद्धालु आंवले का उबटन बनाते हैं, आंवले के पानी से स्‍नान करते हैं, आंवला पूजन एवं इसके फल का सेवन करते हैं। इस दिन दान आदि करने से पुण्‍य की प्राप्ति होती है।
  • प्रदोष व्रत: इस व्रत को त्रयोदशी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने की शुक्‍ल और कृष्‍ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को यह व्रत किया जाता है। मान्‍यता है कि इस दिन व्रत रखने से दीर्घायु और स्‍वस्‍थ जीवन के साथ-साथ संपन्‍नता की प्राप्ति होती है एवं व्‍यक्‍ति का आध्‍यात्मिक विकास होता है।
  • होलिका दहन: होली से एक रात पहले होलिका दहन किया जाता है। इस दिन भगवान विष्‍णु के परम भक्‍त प्रहलाद को अग्नि में जलाने का प्रयास करने वाली राक्षसी होलिका का अंत हुआ था। पौराणिक कथाओं के अनुसार होलिका को अग्नि से सुरक्षित रहने का वरदान मिला था इस‍लिए अपने भाई के बेटे प्रहलाद का अंत करने के लिए वह उसे गोद में लेकर आग में बैठ गई। भगवान विष्‍णु की कृपा से प्रहलाद तो बच गया लेकिन होलिका जल गई। बस, तभी से होलिका दहन का चलन शुरू हो गया। इस दिन लोग अलाव जलाकर प्रार्थना करते हैं कि उनके जीवन से नकारात्‍मकता और बुराई का नाश हो। होलिका दहन विश्‍वास, सकारात्‍मकता और धर्म की विजय का प्रतीक है।
  • होली: हिंदू धर्म में होली के त्‍योहार को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्‍योहार बुराई पर अच्‍छाई की जीत का प्रतीक है। होली की कथा पौराणिक समय में भगवान विष्‍णु के परम भक्‍त प्रहलाद और राक्षसी होलिका की पराजय से जुड़ी हुई है। फाल्‍गुन मास की पूर्ण‍िमा को होली का त्‍योहार मनाया जाता है और यह पर्व वसंत की शुरुआत एवं सर्दियों के खत्‍म होने का प्रतीक है। हरियाणा में इस लोकप्रिय त्‍योहार को धुलंडी के नाम से भी जाना जाता है। होली के अवसर पर सभी लोग एक-दूसरे को रंग लगाते हैं, नृत्‍य करते हैं और तरह-तरह के पकवान खाते हैं। यह त्‍योहार प्रेम और एकता की भावना को दर्शाता है।
  • मीन संक्रांति: सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने को संक्राति के रूप में जाना जाता है। साल में कुल 12 संक्रांतियाां आती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार जब सूर्य देव मीन राशि में गोचर करते हैं, तब उस संक्रांति को मीन संक्रांति के नाम से जाना जाता है। यह संक्रांति सर्दियों के खत्‍म होने और वसंत की शुरुआत का प्रतीक है। मीन संक्रांति को बहुत श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन को दान-पुण्‍य करने, पवित्र नदियों में स्‍नान करने और भगवान सूर्य की उपासना करने के लिए बहुत शुभ माना जाता है।
  • फाल्‍गुन पूर्णिमा व्रत: फाल्‍गुन महीने की पूर्णिमा तिथि पर यह व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान विष्‍णु की पूजा करने का विधान है। यह व्रत पवित्रता एवं भक्‍ति का प्रतीक है। इस दिन श्रद्धालु संपन्‍नता और आध्‍यात्मिक विकास के लिए व्रत एवं पूजा करते हैं और मंत्रों का जाप करते हैं। इस व्रत का संबंध होली के त्‍योहार से भी है।
  • संकष्टी चतुर्थी: हिंदू धर्म के अनुसार हर माह संकष्‍टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। यह व्रत विघ्‍नहर्ता भगवान गणेश को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को रखने से भक्‍तों के जीवन के सारे कष्‍ट और अड़चनें दूर हो जाती हैं। भगवान गणेश का आशीर्वाद और कृपा पाने के लिए संकष्‍टी चतुर्थी पर गणेश जी का व्रत एवं पूजन किया जाता है।
  • पापमोचिनी एकादशी: चैत्र माह में कृष्‍ण पक्ष की एकादशी तिथि को पापमोचिनी एकादशी व्रत किया जाता है। हिंदू धर्म में इस एकादशी का बहुत महत्‍व है। इस दिन भगवान विष्‍णु की पूजा की जाती है। मान्‍यता है कि पापमोचिनी एकादशी पर भगवान विष्‍णु का व्रत एवं पूजन करने से पिछले जन्‍म के सारे पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन श्रद्धालु भगवान विष्‍णु का आशीर्वाद पाने के लिए व्रत रखते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और भगवान विष्‍णु के मंत्रों का जाप करते हैं।
  • मासिक शिवर‍ात्रि: प्रत्‍येक माह की कृष्‍ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा का विधान है। हिंदू धर्म में शिवरात्रि का बहुत महत्‍व है एवं यह व्रत आस्‍था और बुराई पर अच्‍छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्‍त करने और पाप कर्मों से छुटकारा पाने के लिए भक्‍त व्रत एवं पूजन के साथ-साथ शिव के मंत्रों का जाप भी करते हैं।
  • चैत्र अमावस्‍या: चैत्र माह की अमावस्‍या तिथि पर चैत्र अमावस्‍या पड़ती है। हिंदू धर्म में इस अमावस्‍या का विशेष महत्‍व है क्‍योंकि कई जगहों पर इस दिन से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है। इस दिन व्रत, प्रार्थना एवं पितरों की पूजा की जाती है। मान्‍यता है कि इस दिन पितरों का तर्पण एवं अनुष्‍ठान करने से उनका आशीर्वाद मिलता है, मार्ग में आ रही सारी अड़चनें दूर होती हैं और जीवन में सुख-शांति एवं संपन्‍नता आती है।
  • चैत्र नवरात्रि: भारत के प्रमुख त्‍योहारों में चैत्र नवरात्रि का नाम भी शामिल है। अपार श्रद्धा और उत्‍साह के साथ इस त्‍योहार को मनाया जाता है। चैत्र नवरात्रि का पहला दिन हिंदू नव वर्ष की शुरुआत को दर्शाता है। चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के इन नौ दिनों को मां दुर्गा की उपासना करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए बहुत शुभ और आध्‍यात्मिक रूप से शक्‍तिशाली माना जाता है। नवरात्रि में छोटी कन्‍याओं को मां दुर्गा का स्‍वरूप मानकर पूजा जाता है एवं उनका सम्‍मान किया जाता है। यह त्‍योहार आध्‍यात्मिक श्रद्धा और सांस्‍कृतिक समृद्धि दोनों का प्रतीक है।
  • उगादी: यह पर्व खासतौर पर आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और महराष्‍ट्र में मनाया जाता है। यह हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। चैत्र माह के पहले दिन को उगादी के रूप में मनाया जाता है। आमतौर पर यह पर्व मार्च या अप्रैल के महीने में पड़ता है। उगादी को एक नई शुरुआत के रूप में देखा जाता है एवं यह त्‍योहार वसंत के आगमन और सर्दियों के खत्‍म होने का प्रतीक है। इस दिन श्रद्धालु भगवान गणेश की पूजा कर सालभर के लिए संपन्‍ना एवं सुख की कामना करते हैं। इस पर्व पर ‘उगादी पचड़ी’ नाम का खास व्‍यंजन भी बनाया जाता है। यह व्‍यंजन 6 तरह के स्‍वादों का मिश्रण होता है जो कि जीवन की अलग-अलग भावनाओं जैसे दुख और सुख को दर्शाता है।
  • गुड़ी पड़वा: इस त्‍योहार को मुख्‍य रूप से महाराष्‍ट्र में मनाया जाता है। यह त्‍योहार हिंदू नववर्ष की शुरुआत को दर्शाता है। चैत्र माह के पहले दिन गुड़ी पड़वा पड़ती है। यह पर्व भगवान राम के लंकापति रावण को हराकर अयोध्‍या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। इस तरह गुड़ी पड़वा बुराई पर अच्‍छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन श्रद्धालु अपने घर के बाहर गुड़ी लगाते हैं जो कि धन, संपन्‍नता और नई शुरुआत को दर्शाती है।
  • चेटी चंड: यह हिंदू धर्म का एक महत्‍वपूर्ण त्‍योहार है। सिंधी चंद्र कैलेंडर के अनुसार इस दिन से सिंधी हिंदुओं के नव वर्ष की शुरुआत होती है। सिंधी हिंदू चेटी चंड को नए साल की शुरुआत के रूप में मनाते हैं। चैत्र महीने के पहले दिन को चेटी चंड के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व को सम्‍मानित संत भगवान झूलेलाल के जन्‍मदिवस की स्‍मृति के रूप में मनाया जाता है। मान्‍यता है कि उन्‍होंने सिंधी हिंदुओं को विदेशी आक्रमणों से बचाया था। इस दिन भगवान झूलेलाल के सम्‍मान में  जुलूस निकाले जाते हैं और अनुष्‍ठान किए जाते हैं। चेटी चंड सांस्‍कृतिक उत्‍सव और आध्‍यात्मिक भक्‍ति का दिन है।

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मार्च 2025 में आने वाले बैंक अवकाशों की सूची

तिथिदिनअवकाशराज्य 
05 मार्चबुधवारपंचायती राज दिवसउड़ीसा
07 मार्चशुक्रवारचापचर कुटमिज़ोरम
14 मार्च शुक्रवारहोलीराष्ट्रीय अवकाश इन राज्‍यों को छोड़कर – कर्नाटक, केरल, मणिपुर, लक्ष्‍द्वीप, पुडुचेरी, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल
14 मार्च शुक्रवारयाओसांगमणिपुर
14 मार्च शुक्रवारडोल्यात्रा पश्चिम बंगाल
15 मार्च शनिवारयाओसांग का दूसरा दिनमणिपुर
22 मार्चशनिवारबिहार दिवसबिहार 
23 मार्चरविवारसरदार भगत सिंह शहादत दिवस हरियाणा, पंजाब 
28 मार्चशुक्रवारशब-ए-क़द्रजम्मू और कश्मीर
28 मार्चशुक्रवारजमात-उल-विदाजम्मू-कश्मीर
30 मार्चरविवारउगादीआंध्र प्रदेश, गोवा, गुजराज, जम्‍मू-कश्‍मीर, कर्नाटक, राजस्‍थान, दमन और दीउ, दादर और नागर हवेली, तेलंगाना
30 मार्चरविवारतमिल नव वर्षतमिलनाडु
30 मार्चरविवारगुड़ी पड़वामहाराष्ट्र, मध्य प्रदेश
31 मार्चसोमवारईद-उल-फ़ितरराष्ट्रीय अवकाश

मार्च 2025 में विवाह के शुभ मुहूर्त की सूची

दिनांक एवं दिननक्षत्रतिथिमुहूर्त का समय
01 मार्च 2025, शनिवारउत्तराभाद्रपदद्वितीया, तृतीयासुबह 11 बजकर 22 मिनट से अगली सुबह 07 बजकर 51 मिनट तक
02 मार्च 2025, रविवारउत्तराभाद्रपद,  रेवतीतृतीया, चतुर्थीसुबह 06 बजकर 51 मिनट से रात 01 बजकर 13 मिनट तक
05 मार्च 2025, बुधवाररोहिणीसप्तमीरात 01 बजकर 08 मिनट से सुबह 06 बजकर 47 मिनट तक
06 मार्च 2025, गुरुवार रोहिणीसप्तमीसुबह 06 बजकर 47 मिनट से सुबह 10 बजकर 50 मिनट तक
06 मार्च 2025, गुरुवार रोहिणी, मृगशीर्षअष्टमीरात 10 बजे से सुबह 06 बजकर 46 मिनट तक
7 मार्च 2025, शुक्रवार मृगशीर्षअष्टमी, नवमीसुबह 06 बजकर 46 मिनट से रात 11 बजकर 31 मिनट तक
12 मार्च 2025, बुधवारमाघचतुर्दशीसुबह 08 बजकर 42 मिनट से अगली सुबह 04 बजकर 05 मिनट तक
14 मार्च 2025, सोमवारस्‍वातिप्रतिपदा, द्वितीयासुबह 06 बजकर 10 मिनट से रात के 12 बजकर 13 मिनट तक

मार्च 2025 में अन्नप्राशन मुहूर्त की सूची

तिथि दिनमुहूर्त
03 मार्च 2025सोमवार21:54-24:10
06 मार्च 2025गुरुवार07:38-12:34
24 मार्च 2025सोमवार06:51-09:28 13:38-18:15
27 मार्च 2025गुरुवार07:41-13:26, 15:46-22:39
31 मार्च 2025सोमवार07:25-09:00,10:56-15:31

मार्च 2025 में मुंडन मुहूर्त की सूची

दिन शुरुआती समय समापन
सोमवार, 03 मार्च18:04:3428:30:29
सोमवार, 17 मार्च6:29:1819:36:19
शुक्रवार, 21 मार्च6:24:4125:46:15
गुरुवार, 27 मार्च6:17:4223:06:16
सोमवार, 31 मार्च6:13:0513:45:48

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मार्च 2025 का ज्‍योतिषीय एवं आध्‍यात्मिक महत्‍व

हिंदू धर्म और वैदिक ज्‍योतिष में मार्च 2025 का ज्‍योतिषीय और आध्‍यात्मिक महत्‍व बहुत ज्‍यादा है। हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार मार्च के महीने में अत्‍यंत शुभ चैत्र माह की शुरुआत होती है। फाल्‍गुन मास में मार्च के महीने की शुरुआत हो रही है और 29 मार्च, 2025 को चैत्र अमावस्‍या से चैत्र का महीना लग जाएगा। इस प्रकार मार्च का महीना फाल्‍गुन और चैत्र दोनों महीनों में पड़ेगा। भारत के कई हिस्‍सों में 30 मार्च, 2025 को इस बदलाव या चैत्र माह की शुरुआत को उगादी और गुड़ी पड़वा के रूप में मनाया जाएगा।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, 14 मार्च 2025 को सूर्य का मीन राशि में प्रवेश करना एक महत्‍वपूर्ण खगोलीय घटना है। यह सौर चक्र के अंत और नए ज्‍योतिषीय वर्ष की तैयारियां शुरू करने के समय को दर्शाता है। इसे मीन संक्रांति के नाम से जाना जाता है। मीन एक जल तत्‍व की राशि है और इसके स्‍वामी बृहस्‍पति आध्‍यात्मिक विकास, आत्‍म-चिंतन और नवीनीकरण के प्रतीक हैं। यह माह भक्‍तों को आत्‍म-निरीक्षण एवं ध्‍यान करने के लिए प्रेरित करता है।

धार्मिक दृष्टि से देखें, तो मार्च के महीने में अनेक त्‍योहार और उपवास आते हैं। होलिका दहन और होली 13 एवं 14 मार्च को हैं। ये दोनों त्‍योहार बुराई पर अच्‍छाई की विजय का प्रतीक हैं एवं नई शुरुआत और उत्‍साह को दर्शाते हैं। 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो जाएगी जिसमें मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नए कार्यों की शुरुआत करने और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद पाने के लिए इन दिनों को बहुत शुभ माना गया है।

कुल मिलाकर आध्‍यात्मिक रूप से मार्च के महीने का बहुत महत्‍व है। इस माह में ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति में बदलाव और व्रत-त्‍योहारों का समागम देखने को मिलेगा जिनका संस्‍कृति और दिव्‍यता से गहरा संबंध है।

मार्च में पड़ने वाले ग्रहण और गोचर

मार्च के महीने में होने वाले अधिकतर गोचर मीन राशि में हो रहे हैं। आगे बताया गया है कि मार्च में किस तिथि पर किस ग्रह का गोचर होने जा रहा है।

  • शुक्र वक्री: 02 मार्च, 2025 को शुक्र ग्रह 05 बजकर 12 मिनट पर मीन राशि में वक्री होंगे। यह समय प्रेम, सौंदर्य और वित्त के मामलों में आत्‍म निरीक्षण करने के लिए है।
  • सूर्य गोचर: 14 मार्च, 2025 को शाम 06 बजकर 32 मिनट पर सूर्य देव मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इससे अध्‍यात्‍म और रचनात्‍मकता में रु‍चि बढ़ेगी और भावनात्‍मक रूप से मज़बूती आएगी।
  • बुध वक्री: 15 मार्च, 2025 को सुबह 11 बजकर 54 मिनट पर बुध मीन राशि में वक्री होंगे। इस दौरान बातचीत, यात्रा और निर्णय लेते समय सावधानी बरतने क ज़रूरत है।
  • बुध अस्‍त: 17 मार्च, 2025 को शाम 07 बजकर 31 मिनट पर बुध मीन राशि में अस्‍त होंगे। इस समय गलतफहमियों के बढ़ने की आशंका है।
  • शुक्र अस्‍त: 18 मार्च, 2025 को शुक्र सुबह 07 बजकर 34 मिनट पर मीन राशि में अस्‍त होंगे। इसका असर रिश्‍तों और खुद को व्‍यक्‍त करने की क्षमता पर पड़ सकता है।
  • शुक्र उदय: 28 मार्च, 2025 को शुक्र सुबह 06 बजकर 50 मिनट पर मीन राशि में उदित होंगे। इस दौरान आकर्षक, प्रेम और कलात्‍मक कार्यों को बढ़ावा मिलेगा और संतुलन आएगा।
  • शनि गोचर: 29 मार्च, 2025 को रात 10 बजकर 07 मिनट पर शनि देव मीन राशि में प्रवेश करेंगे। यह आध्‍यात्मिक और भावनात्‍मक मामलों में अनुशासन की अवधि को दर्शाता है।
  • बुध उदय: 31 मार्च, 2025 को बुध ग्रह शाम 05 बजकर 57 मिनट पर मीन राशि में उदित होंगे। इस दौरान संचार कौशल में सुधार और विचारों में स्‍पष्‍टता आएगी।
  • शनि उदय: 31 मार्च, 2025 को 12 बजकर 43 मिनट पर शनि देव मीन राशि में उदित होंगे। इस दौरान ध्‍यान केंद्रित करने की क्षमता में इज़ाफा होगा।

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फाल्‍गुन मास का महत्‍व

फाल्‍गुन, हिंदू पंचांग का आखिरी और बारहवां महीना है। चूंकि, इस महीने में कई बड़े व्रत और त्‍योहार आते हैं इसलिए इस मास का अत्‍यधिक महत्‍व है। इस महीने में आने वाले प्रमुख त्‍योहारों में होली और महाशिवरात्रि का नाम भी शामिल है। जहां होली रंगों का त्‍योहार है और बुराई पर अच्‍छाई की जीत को दर्शाती है, वहीं महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए विशेष महत्‍व रखती है। इसके अलावा फाल्‍गुन के महीने में वसंत उत्‍सव भी आता है।

फाल्‍गुन माह का संबंध भगवान कृष्‍ण और चंद्र देव की उपासना से भी संबंधित है। हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार इसी महीने में चंद्र देव का जन्‍म हुआ था और इसलिए इस महीने को चंद्र देव की उपासना और उनसे संबंधित अनुष्‍ठान करने के लिए खास माना जाता है।

फाल्‍गुन में क्‍या करें

  • इस मास में नियमित रूप से भगवान कृष्‍ण की पूजा करें और उन्‍हें सुगंधित फूल अर्पित करें।
  • मौसम के अनुसार हल्‍के और आरामदायक कपड़े पहनें।
  • आयुर्वेदिक और धार्मिक प्रथाओं के अनुसार फाल्‍ल्‍गुन मास में स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने के लिए ठंडे पानी से स्‍नान करें।
  • कमज़ोरी या मौसमी संक्रमण से बचने के लिए गर्म पानी से न नहाएं।

चैत्र मास का महत्‍व

हिंदू कैलेंडर में चैत्र का महीना अत्‍यधिक महत्‍व रखता है। भारत के कई हिस्‍सों में चैत्र मास से चंद्र वर्ष की शुरुआत होती है। यह हिंदू चंद्र कैलेंडर का पहला महीना है और ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार चैत्र का महीना मार्च और अप्रैल के बीच में आता है। हिंदू धर्म में चैत्र के महीने को बहुत शुभ माना गया है। यह मास नई शुरुआत, आध्‍यात्मिक रूप से जीवंत होने और रंगों से भरे उत्‍सव का प्रतीक है।

इस महीने की शुरुआत चैत्र अमावस्‍या से होती है और उसके बाद चैत्र नवरात्रि का पर्व आता है जिसमें नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। ये नौ दिन आत्‍म-संयम, व्रत और आध्‍यात्मिक चिंतन करने के लिए उत्तम माने जाते हैं। चैत्र के महीने में उगादी, गुड़ी पड़वा और चेटी चंड जैसे बड़े त्‍योहार भी आते हैं। भारत के विभिन्‍न समुदायों में इन त्‍योहारों से नववर्ष की शुरुआत होती है।

पौराणिक रूप से चैत्र महीने का संबंध भगवान राम से है और चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन यानी नवमी तिथि पर राम नवमी का पर्व मनाया जाता है। इससे इस महीने की पवित्रता और ज्‍यादा बढ़ जाती है। चैत्र का महीना भक्‍ति और सकारात्‍मकता का प्रतीक है।

चैत्र मास में क्‍या करें

  • रोज़ सूर्य देव को अर्घ्‍य दें।
  • इस माह में मां दुर्गा के अलावा भगवान विष्‍णु की उपासना करने का विशेष महत्‍व है।
  • बृहस्‍पतिवार के दिन 108 बार भगवान विष्‍णु के मंत्रों का जाप करें और केले के पेड़ की पूजा करें।
  • पक्षियों और जानवरों के लिए भोजन, दाना और पानी रखें।

सुख-समृद्धि के लिए चैत्र माह में किसकी पूजा करनी चाहिए

  • चैत्र नवरात्रि मां दुर्गा और उनके नौ रूपों को समर्पित हैं। इस दौरान पूजन, मंत्र जाप और व्रत करने का विधान है। इससे मां दुर्गा प्रसन्‍न होती हैं और अपने भक्‍तों को संपन्‍नता और सफलता का आशीर्वाद देती हैं। नवरात्रि का हर दिन मां दुर्गा के एक विशेष रूप को समर्पित होता है। इस वजह से यह समयावधि आध्‍यात्मिक रूप से समृद्ध माना जाता है।
  • चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन पर भगवान राम की जन्‍मतिथि राम नवमी पड़ती है। इस दिन उनका पूजन करने से व्‍यक्‍ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है और भक्‍तों की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
  • स्थिरता और समृद्धि पाने के लिए चैत्र के माह में संसार के संरक्षक भगवान विष्‍णु की पूजा की जाती है। इस दौरान भगवान विष्‍णु का आशीर्वाद पाने के लिए विष्‍णु सहस्‍त्रनाम का पाठ एवं उनकी पूजा-अर्चना की जाती है।
  • उत्तम स्‍वास्‍थ्‍य, ऊर्जा और सफलता की कामना से सूर्य देव की उपासना की जाती है। चैत्र के दौरान सूर्योदय के समय सूर्य को अर्घ्‍य देने और गायत्री मंत्र का पाठ करना फलदायी रहता है।

मार्च मासिक भविष्यवाणी 2025: राशि अनुसार 12 राशियों का भविष्यफल

मेष राशि 

यह महीना सामान्य तौर पर आपके लिए बेहतर परिणाम दे सकता है। आपके लग्न या राशि के स्वामी मंगल की मजबूत स्थिति आपके……(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि 

यह माह आपके लिए  काफी हद तक अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। क्योंकि इस महीने लग्न या राशि के स्वामी शुक्र का गोचर आपके……(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि 

यह माह मिले जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। आपके लग्न या राशि के स्वामी ग्रह बुध पूरे महीने नीच राशि में रहेंगे, यह…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि 

यह महीना सामान्य तौर पर आपके लिए मिले जुले परिणाम दे सकता है। कभी-कभार संघर्ष का लेवल…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि 

यह महीना सामान्य तौर पर आपके लिए कुछ हद तक संघर्ष भरा या थोड़ा सा कमजोर रह सकता है। आपके…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि 

यह महीना सामान्य तौर पर आपके लिए मिला जुला या औसत से थोड़ा सा बेहतर भी रह सकता है। आपके…(विस्तार से पढ़ें)

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

तुला राशि 

यह महीना सामान्य तौर पर आपके लिए मिले-जुले या औसत लेवल के परिणाम दे सकता है। आपके…(विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि 

यह महीना सामान्य तौर पर आपके लिए कुछ एक्स्ट्रा मेहनत लेने वाला और मिले-जुले परिणाम देने वाला रह सकता है। हालांकि ये…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि 

आपके लग्न या राशि के स्वामी बृहस्पति पिछले महीनों की तरह छठे भाव में बने हुए हैं लेकिन इस महीने बृहस्पति चंद्रमा के नक्षत्र में रहेंगे। चंद्रमा आपके…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि 

यह महीना सामान्य तौर पर आपके लिए काफी हद तक अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। इस महीने …(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि 

यह महीना सामान्य तौर पर आपके लिए कुछ कठिनाई भरा रह सकता है आपके लग्न या राशि के स्वामी ग्रह शनि प्रथम भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि 

आपके लग्न या राशि के स्वामी बृहस्पति तीसरे भाव में रहते हुए इस महीने चंद्रमा के नक्षत्र में रहेंगे। तीसरे भाव में …(विस्तार से पढ़ें)

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न 1. वर्ष 2025 में चैत्र का महीना कब शुरू होगा?

उत्तर. इस साल 15 मार्च, 2025 से चैत्र माह शुरू होगा।

प्रश्‍न 2. साल 2025 में होली कब पड़ रही है?

उत्तर. 14 मार्च, 2025 को होली का त्‍योहार है।

प्रश्‍न 3. चैत्र नवरात्रि कब से शुरू हैं?

उत्तर. 30 मार्च, 2025 को रविवार से चैत्र नवरात्रि आरंभ हैं।

टैरो साप्ताहिक राशिफल (02 मार्च से 08 मार्च, 2025): जानें इस सप्ताह अपनी राशि का हाल!

टैरो साप्ताहिक राशिफल 02 मार्च से 08 मार्च, 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्‍योतिषयों का मानना है कि टैरो व्‍यक्‍ति की जिंदगी में भविष्‍यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्‍य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।

टैरो इस बात पर ध्‍यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्‍या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्‍य के लिए सही विकल्‍प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्‍मा से बात करने का मौका देता है।

आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मज़ाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्‍योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है। या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं। इन कारणों से या अन्‍य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्‍पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।

टैरो की उत्पति 15वीं शताब्‍दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्‍यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्‍व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।

टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्‍यात्मिक प्रगति को प्राप्‍त किया जा सकता है। आप कुछ स्‍तर पर अध्‍यात्‍म से, थोड़ा अपनी अंतरात्‍मा से और थोड़ा अपने अंर्तज्ञान और आत्‍म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।

तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि मार्च का यह सप्ताह यानी कि 02 मार्च से 08 मार्च, 2025 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?

दुनियाभर के विद्वान टैरो रीडर्स से करें कॉल/चैट पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

टैरो साप्ताहिक राशिफल 02 मार्च से 08 मार्च, 2025: राशि अनुसार राशिफल

मेष राशि

प्रेम जीवन: द मून

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ वैंड्स

करियर: द टॉवर

स्वास्थ्य: टेन ऑफ वैंड्स

मेष राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिए यह समय कंफ्यूज़न और अस्थिरता से भरा रह सकता है। इस समय आपके रिश्‍ते में दरार आनी शुरू हो सकती है और आपको ऐसा लगेगा जैसे अब आपके और आपके पार्टनर के बीच कुछ ठीक नहीं हो पाएगा। हालांकि, अगर आप अब भी कोशिश करें और चीज़ों को सुलझा लें, तो आप अपने रिश्‍ते को टूटने से बचा सकते हैं। आप अपने पार्टनर के साथ खुलकर बात करें। सिंगल जातकों को इस समय किसी रिश्‍ते की शुरुआत करने को लेकर हिचकिचाहट महसूस हो सकती है।

अपनी आर्थिक स्थिति को ठीक या मज़बूत करने के लिए आपने कड़ी मेहनत की है। अब आप अपनी मेहनत से कमाए गए पैसे को लंबी यात्रा या फिर घूमने-फिरने पर खर्च करने से कतराएं नहीं। अगर आप कुछ सीखने या ट्रिप पर जाने की सोच रहे हैं लेकिन पैसों की वजह से आपने इसे टाल दिया था, तो अब टैरो कार्ड संकेत दे रहा है कि अपने सपनों को साकार करने और अपनी महत्‍वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए यह सही समय है। आप अपनी आर्थिक स्थिति को संतुलित करें। अब आप हर सुख-सुविधा का आनंद ले पाएंगे।

करियर में आपको द टॉवर कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपको अपने कार्यक्षेत्र में कई तरह की समस्‍याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसमें ऑफिस पॉलिटिक्‍स भी शामिल है। यह कार्ड अचानक किसी बदलाव या उथल-पुथल के संकेत दे रहा है जैसे कि आपकी नौकरी जा सकती है, कंपनी में बड़े बदलाव हो सकते हैं या करियर खत्‍म हो सकता है। इस कार्ड के अनुसार आपको अपने करियर को लेकर अपने पुराने विचारों को छोड़ने की ज़रूरत है।

सेहत के मामले में आपको टेन ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आप इस समय मानसिक एवं शारीरिक रूप से थकान और बोझिल महसूस कर सकते हैं। इस कार्ड का कहना है कि आप खुद को ज़रूरत से ज्‍यादा दबाव में डाल रहे हैं। इससे आपको स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं होने का खतरा है। आपको आराम और खुद की देखभाल करने पर ध्‍यान देना चाहिए।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: युका

वृषभ राशि

प्रेम जीवन: फाइव ऑफ स्‍वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: व्‍हील ऑफ फॉर्च्‍यून

करियर: फाइव ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: नाइन ऑफ स्‍वॉर्ड्स

प्रेम जीवन में वृषभ राशि के जातकों को फाइव ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड मिला है। यह कार्ड रिश्‍ते में समस्‍याओं और विवाद के संकेत दे रहा है। ये विवाद बातचीत कम होने के कारण हो सकते हैं और इनकी वजह से बहस या मतभेद होने की आशंका है। गंभीर परिस्थितियों में यह कार्ड आक्रामकता, दुर्व्‍यव्‍हार और डराने-धमकाने का संकेत भी दे सकता है।

वित्त के क्षेत्र में आपको व्‍हील ऑफ फॉर्च्‍यून कार्ड मिला है जो कि वित्तीय स्थिति में बदलाव के संकेत दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपने पैसों को समझदारी से संभालना चाहिए और अप्रत्‍याशित खर्चों के लिए तैयार रहना चाहिए। इसके अलावा अगर आप आर्थिक रूप से मज़बूत हैं, तो आपको अधिक पैसों की बचत करनी चाहिए।

करियर में फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड प्रतिस्‍पर्धा वाले क्षेत्रों जैसे कि सेल्‍स, बैंकिंग और एथलीटों की ओर इशारा कर रहा है। यदि आप इन क्षेत्रों में काम नहीं करते हैं या आपके क्षेत्र में प्रतिस्‍पर्धा नहीं है, तो हो सकता है कि आप अपने करियर में कुछ समस्‍याओं का सामना कर रहे हों। आपको वेतन में वृद्धि या पदोन्‍नति के लिए किसी व्‍यक्‍ति से प्रतिस्‍पर्धा करनी पड़ सकती है। वर्तमान में आप जिन मतभेदों का सामना कर रहे हैं, उसमें आपको दूसरों के अहंकार से भी निपटना पड़ सकता है।

सेहत के मामले में नाइन ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड चिंता, नींद आने में दिक्‍कत, सिरदर्द या हार्मोंस में असंतुलन जैसी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं के संकेत दे रहा है।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: ऑरेंज ऑर्किड

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मिथुन राशि

प्रेम जीवन: सिक्‍स ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: क्‍वीन ऑफ पेंटाकल्‍स

करियर: टेन ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य: डेथ

मिथुन राशि के जातकों को सिक्‍स ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है। इस कार्ड का कहना है कि आप और आपका पार्टनर दोनों एक साथ खुश रहेंगे और आप दोनों को एक-दूसरे के साथ शानदार समय बिताने का मौका मिलेगा। आपको अपने रिश्‍ते पर गर्व महसूस होगा। आप दोनों अपनी उपलब्धियों को एक-दूसरे के साथ साझा करेंगे और एक-दूसरे का समर्थन करते हुए नज़र आएंगे। यदि आप सिंगल हैं, तो इस कार्ड का कहना है कि आपके सपनों का साथी अब आपकी जिंदगी में आने वाला है। वह व्‍यक्‍ति आत्मविश्‍वास से भरपूर होगा, उपलब्धि हासिल करेगा और आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।

क्‍वीन ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड आपको समृद्धि, संपन्‍नता और भौतिक स्थिरता देने का वादा कर रहा है। कुछ समय तक कड़ी मेहनत करने के बाद, आप पाएंगे कि अब आपके पास ऐशो-आराम वाली सारी चीज़ें मौजूद हैं। यह कार्ड एक जिम्‍मेदार व्‍यक्ति को दर्शाता है जो इस बात को समझता है कि व्‍यवह‍ारिक होकर, पैसों के मामले में समझदारी दिखाकर और अच्‍छी पसंद को जीवन के छोटे-छोटे सुखों का आनंद लेने से कैसे जोड़ा जा सकता है। यह कार्ड लाभ के लिए गुणवत्ता के साथ कभी समझौता नहीं करता है।

करियर के मामले में टेन ऑफ कप्‍स एक लकी कार्ड है। अब आप एक ऐसे चरण में हो सकते हैं, जहां आपको अपने प्रयासों का फल मिलने लगा है। इसका मतलब है कि आपका काम अच्‍छा चल रहा है।

आमतौर पर डेथ कार्ड सेहत के मामले में बड़े बदलाव को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपने पुराने और हानिकारक व्‍यवहार को छोड़कर नई और स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने वाली रणनीतियों को अपनाना चाहिए।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: फिलोडेंड्रॉन

कर्क राशि

प्रेम जीवन: जस्टिस

आर्थिक जीवन: टेन ऑफ स्‍वॉर्ड्स

करियर: सिक्‍स ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य: टू ऑफ पेंटाकल्‍स

कर्क राशि के जातकों को प्रेम जीवन में जस्टिस कार्ड मिला है जो कि रिश्‍ते में ईमानदार रहने, निष्‍पक्ष रहने और संतुलित व्‍यवहार करने को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपने पार्टनर के साथ उसी तरह से पेश आना चाहिए, जैसी आप उनसे अपने लिए उममीद करते हैं। इस कार्ड का यह मतलब भी है कि आपके पुराने व्‍यवहार का असर आपके मौजूदा रिश्‍ते पर पड़ेगा जो कि सकारात्‍मक या नकारात्‍मक कैसा भी हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने पार्टनर के साथ कैसा व्‍यवहार करते हैं।

वित्त के मामले में आपको टेन ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड रिवर्स में मिला है जो कि नई शुरुआत को स्‍वीकार करने को लेकर हिचकिचाहट को दर्शाता है। यह कार्ड इस बात के संकेत भी देता है कि भले ही आपके काम करने का पुराना तरीका कारगर नहीं है, लेकिन फिर भी आप उसे छोड़ने के लिए तैयार नहीं हो पा रहे हैं और आवश्‍यक वित्तीय बदलाव करने से बच रहे हैं। यह कार्ड इस ओर भी इशारा करता है कि आप आप स्‍पष्‍ट संकेत मिलने के बावजूद अपनी खराब वित्तीय स्थिति को बदलने के लिए तैयार नहीं हैं।

करियर को लेकर सिक्‍स ऑफ कप्‍स कार्ड एक अच्‍छा संकेत है। यह कार्ड रचनात्‍मकता, आपसी सहयोग और दयालुता को दर्शाता है। इस कार्ड का मतलब है कि आप रचनात्‍मक या ऐसे कार्यों में जुट सकते हैं जिनमें आपसी सहयोग की ज़रूरत होती है। यह कार्ड बच्‍चों या युवाओं के साथ काम करने का संकेत भी दे रहा है।

टू ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड आपके शारीरिक और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को दर्शाता है। साथ ही यह कार्ड इशारा कर रहा है कि क्‍या आप अपनी सहेत का ध्‍यान रख रहे हैं या फिर अपनी जिम्‍मेदारियों को निभा रहे हैं या नहीं।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: लिली

सिंह राशि

प्रेम जीवन: द हर्मिट

आर्थिक जीवन: द चैरियट

करियर: पेज ऑफ स्‍वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ स्‍वॉर्ड्स

सिंह राशि के जातकों को द हर्मिट कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपके सामने कुछ ऐसी समस्‍याएं आ सकती हैं जो आपकी जिंदगी में कोई बदलाव लाने का काम करें। संभव है कि धीरे-धीरे कमज़ोर पड़ रही नींव की वजह से आपका रिश्‍ता ज्‍यादा लंबे समय तक नहीं टिक पाएगा और आपके रिश्‍ते में दरार आ सकती है। आपको प्‍यार के मामले में नए अनुभव होने की संभावना है। हालांकि, ये अनुभव दर्द से भरे हो सकते हैं। यह समय मुश्किल हो सकता है लेकिन याद रखें कि यह वक्‍त भी गुज़र जाएगा। अगर आप अकेले हैं, तो शायद आपका रिश्ता नहीं बल्कि प्यार का आपके लिए क्‍या मतलब है, इसे लेकर आपका दृष्टिकोण और समझ बदल रही है।

द चैरियट कार्ड के अनुसार इस सप्‍ताह आपको समझ आ जाएगा कि आप किस तरह से अपने पैसे को बढ़ा और बचा सकते हैं और आप इस दिशा में काम करना शुरू करेंगे। धन के मामले में आपके मन में नकारात्‍मक विचार आ सकते हैं लेकिन आपको इस बात का ध्‍यान रखना है कि ये नकारात्‍मक विचार आपको परेशान न कर पाएं।

पेज ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड कहता है कि इस समय आप अपने काम को लेकर नए विचारों और उत्‍साह से भरे रहने वाले हैं। इस कार्ड के अनुसार आप किसी चीज़ का प्रशिक्षण या नया अनुभव ले रहे हैं। इसके मुताबिक आप कोई प्रशिक्षण ले सकते हैं, किसी विषय की पढ़ाई कर सकते हैं या करियर के लिए नया रास्‍ता चुन सकते हैं।

सेहत के मामले में आपको फाइव ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार अब आप लड़ते-लड़ते थका हुआ महसूस कर सकते हैं इसलिए आपको अपनी सेहत का ख्‍याल रखने की ज़रूरत है। मुमकिन है कि आपने जिन मुश्किलों का सामना किया है या कर रहे हैं, उनकी वजह से आपके अंदर अब ऊर्जा खत्‍म हो गई है।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: जेड

कन्या राशि

प्रेम जीवन: नाइट ऑफ स्‍वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: टू ऑफ कप्‍स

करियर: थ्री ऑफ स्‍वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: थ्री ऑफ वैंड्स

प्‍यार के मामले में नाइट ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड का कहना है कि आपका पार्टनर आपसे ज्‍यादा प्रभावशाली हो सकता है और आप दोनों के व्‍यक्‍तित्‍व के बीच जो अंतर है, उसकी वजह से आप दोनों के रिश्‍ते में असंतुलन पैदा हो सकता है। जीवनसाथी के बहुत ज्‍यादा डिमांड करने की वजह से आपके लिए उनके साथ रिश्‍ते में रह पाना मुश्किल हो सकता है। आप उनसे बात कर के समस्‍याओं का हल निकालने की कोशिश करें।

आर्थिक स्‍तर पर आपको टू ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है जो कि निष्‍पक्षता और संतुलन को दर्शाता है। इस कार्ड के अनुसार इस सप्‍ताह आप अपने पैसे को संभालने में सक्षम होंगे और आपके पास अपनी जिम्‍मेदारियों को पूरा करने के लिए पर्याप्‍त धन होगा।

इस समय आपके लिए काम तनाव, चिड़चिड़ापन और निराशा का कारण हो सकता है। इस कार्ड के अनुसार अचानक आपकी नौकरी छूट सकती है या आपका व्‍यापार डूब सकता है। इसके अलावा यह कार्ड कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों और क्‍लाइंट के साथ किसी बात पर असहमति की ओर भी इशारा कर रहा है। आप अपने सहकर्मियों के साथ खुलकर और अच्‍छे से बात करें और अपने व्‍यवहार में विनम्रता बनाए रखें। आपको उनसे और उन्‍हें आपसे बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है।

थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड के अनुसार आपको दूरदर्शिता अपनानी चाहिए, अपनी सुख-सुविधाओं को छोड़कर बाहर आना चाहिए और मुश्किलों का सामना करना चाहिए। इस कार्ड के अनुसार आपको आने वाले कल का सामना पूरे आत्‍मविश्‍वास, उद्देश्‍य और निष्‍ठा के साथ करना चाहिए।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: टच-मी-नॉट

तुला राशि

प्रेम जीवन: द हीरोफैंट

आर्थिक जीवन: द लवर्स

करियर: जजमेंट

स्वास्थ्य: जस्टिस

प्रेम जीवन में द हीरोफैंट अपराइट कार्ड यह बताता है कि धर्म रोमांटिक संबंधों और जीवनसाथी चुनने को कैसे प्रभावित करता है। लव लाइफ में यह कार्ड आध्‍यात्मिक पहलुओं को भी दर्शाता है और यह याद दिला सकता है कि हमें अपने जीवनसाथी के साथ सम्‍मान और नैतिकता के साथ पेश आना चाहिए। कभी-कभी यह कार्ड विवाह के संकेत भी दे सकता है।

द लवर्स कार्ड धन से जुड़े फैसलों की ओर संकेत कर रहा है। आपको दो बड़े या महत्‍वपूर्ण खर्चों में से किसी एक को चुनना पड़ सकता है क्‍योंकि दोनों को संभाल पाना आपके लिए मुश्किल होगा। आपके फैसले की वजह से आपकी आर्थिक स्थिति लंबे समय तक प्रभावित रहने वाली है। आप अपने कार्यक्षेत्र में किसी सहकर्मी के साथ मिलकर सहयोग या पार्टनरशिप में काम कर सकते हैं।

करियर में द जजमेंट कार्ड आमतौर पर बड़े बदलाव या नई शुरुआत को दर्शाता है। आपको प्रमोशन मिल सकता है या नई नौकरी का अवसर मिल सकता है या फिर आप अपने करियर बदल सकते हैं। यह कार्ड आपको अपने मन की आवाज़ सुनने और इस नए चरण का साहस के साथ सामना करने के लिए प्रोत्‍साहित कर रहा है।

आमतौर पर द जस्टिस कार्ड संयम और संतुलन की ज़रूरत को दर्शाता है। इस कार्ड के अनुसार आपको स्‍वस्‍थ जीवनशैली अपनानी चाहिए और किसी भी चीज़ की अति करने से बचना चाहिए। इसके अलावा आप अपने स्‍वास्‍थ्‍य के प्र‍ति जिम्‍मेदार बनें। यह कार्ड आपकी मौजूदा दिनचर्या में किसी भी तरह के असंतुलन को ठीक करने की सलाह भी दे रहा है।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: चीज़ प्‍लांट

वृश्चिक राशि

प्रेम जीवन: थ्री ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन: टू ऑफ वैंड्स

करियर: फोर ऑफ पेंटाकल्‍स

स्वास्थ्य:  थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्स्‍ड)

टैरो लव रीडिंग में थ्री ऑफ कप्‍स कार्ड त्‍योहारों, रिश्‍तों और पुर्नमिलन को दर्शाता है। आपको अपने किसी करीबी दोस्‍त से प्‍यार हो सकता है। अगर आप और आपका जीवनसाथी पहले से ही एक साथ हैं, तो सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्‍सा लेने से आपका रिश्‍ता और ज्‍यादा मज़बूत या गहरा हो सकता है।

टू ऑफ वैंड्स कार्ड आमतौर पर दीर्घकालिक वित्तीय योजना पर ध्यान देने, निवेश के नए अवसरों को खोजने और भविष्‍य में अपने लक्ष्‍यों के बारे में कल्‍पनाशील और महत्‍वाकांक्षी होकर सोचने को दर्शाता है। यह कार्ड आपको अपनी वित्तीय योजना बनाने और स्थिरता एवं प्रगति पाने के लिए सोच-विचार कर के निर्णय लेने के लिए प्रेरित करता है।

फोर ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड करियर में जोखिम लेने से बचने की प्रवृत्ति या स्थिरता और सावधानी से चलने को दर्शाता है। इनवर्टिड आने पर यह कार्ड अपनी रणनीति में बदलाव करने या पैसों के मामले में लापरवाही से निर्णय लेने के संकेत दे रहा है।

सेहत के मामले में आपको थ्री ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो कि इनवर्टिड आने पर निराशा से बाहर निकलने, आशावादी बनने और उपचार की दिशा में आगे बढ़ने को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको उपचार की प्रक्रिया में उम्‍मीद ढूंढनी चाहिए और अपने दुख को छोड़ देना चाहिए।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: स्‍नेक

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धनु राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन: नाइट ऑफ कप्‍स

करियर: फोर ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स

धनु राशि के जातकों को ऐस ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है जो कि प्‍यार, अंतरंगता, भावनाओं और करुणा का प्रतीक है। यह कार्ड प्रेम जीवन में एक नई शुरुआत को दर्शा रहा है। आप किसी नए रिश्‍ते की शुरुआत कर सकते हैं या अगर आप पहले से ही प्रेम संबंध में हैं, तो आपके और आपके पार्टनर के बीच नज़दीकियां बढ़ सकती हैं।

वित्तीय जीवन में नाइट ऑफ कप्‍स कार्ड एक शुभ संकेत है। आपको अच्‍छे अवसर मिलने की संभावना है। आपके लिए चीज़ें या परिस्थिति बेहतर हो सकती है। इस कार्ड का कहना है कि आप अपनी आर्थिक समस्‍याओं का हल रचनात्‍मक तरीके से निकाल सकते हैं।

करियर के क्षेत्र में आपको फोर ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आप अपनी मौजूदा स्थिति को लेकर असंतुष्‍ट, बोर या गतिहीन महसूस कर सकते हैं। खुद की दूसरों से तुलना करने और उनकी उपलब्धियों से ईर्ष्‍या करने की वजह से ऐसा हो सकता है। इस कार्ड का कहना है कि आप अपनी मौजूदा स्थिति से जुड़ी अच्‍छी बातों को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। अगर आप अपनी वर्तमान की स्थिति को लेकर संतुष्टि पाना चाहते हैं, तो आपको अपना नज़रिया बदलने की ज़रूरत है या फिर आप अपने लक्ष्‍य के अनुसार बेहतर एवं नए अवसरों की तलाश करना शुरू कर दें।

सेहत के मामले में आपको अपराइट फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जो कहता है कि इस समय आप अकेलापन या अवसाद महसूस कर सकते हैं। इसके साथ ही आपके मन में नकारात्‍मक भाव पैदा हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर, फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड रिवर्स होने पर स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में सकारात्‍मक विकास के संकेत दे रहा है।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: मनी प्‍लांट

मकर राशि         

प्रेम जीवन: ऐंट ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: द मैजिशियन

करियर: सेवन ऑफ स्‍वॉर्ड्स (रिवर्स्‍ड)

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ वैंड्स

मकर राशि को प्रेम जीवन में ऐट ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है। यह कार्ड रिश्‍ते और प्‍यार में जोश एवं रोमांच को दर्शाता है। अगर आप प्रेम संंबंध में हैं, तो इस समय आपको अपने रिश्‍ते में रोमांच, जुनून और प्‍यार का अनुभव हो सकता है। आपके और आपके पार्टनर के बीच नज़दीकियां बढ़ेंगी और आप दोनों के बीच अचानक आकर्षण बढ़ सकता है या आपको छुट्टियों के दौरान रोमांस करने का मौका मिल सकता है।

द मैजिशियन कार्ड के अनुसार आपको वित्त के मामले में रचनात्‍मक होकर सोचने की ज़रूरत है। इसके साथ ही आपको आय में वृद्धि के अवसर मिल सकते हैं। यह कार्ड इस बात के भी संकेत दे रहा है कि आप पेशेवर रूप से सफल होने या अधिक पैसा कमाने में सक्षम हैं।

आपको अपने कार्यक्षेत्र में समस्‍याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऑफिस में चल रही राजनीति की वजह से आपको अपनी कंपनी बदलनी पड़ सकती है। अगर आप व्‍यवसाय करते हैं, तो आपके प्रतिद्वंदी आपके उत्‍पाद के बारे में झूठी अफवाहें फैला सकते हैं या आपके नैतिक मूल्‍यों के बारे में गलत बोल सकते हैं। आप सिर ऊंचा रखकर समझदारी से काम करते रहें। 

फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड किसी बीमारी से उबरने या उसे दूर करने का प्रतीक हो सकता है। यह कार्ड इस बात के भी संकेत दे रहा है कि आपको अपने तनाव और एड्रेनालाईन के स्‍तर को कम करना चाहिए वरना आपको तनाव से संबंधित समस्‍याएं जैसे कि हाई बीपी हो सकता है। हिंसा या खेल के दौरान आपको चोट लगने की आशंका है।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: ड्रेसीना

कुंभ राशि 

प्रेम जीवन: द लवर्स

आर्थिक जीवन: द एम्‍पेरर

करियर: किंग ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य:  फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स

कुंभ राशि को प्रेम जीवन में द लवर्स कार्ड मिला है जो कि एक शुभ संकेत है लेकिन इस कार्ड के अनुसार आपके सामने अचानक कुछ ऐसी अप्रत्‍याशित स्थितियां उत्‍पन्‍न हो सकती हैं जिनकी वजह से आपके रिश्‍ते को परीक्षा देनी पड़ सकती है। आपको अपने रिश्‍ते को आगे बढ़ाना बोझ लग सकता है। हालांकि, अगर आप दोनों आपसी समझ और एक-दूसरे के साथ तालमेल बिठाकर चलते हैं, तो आप इन मुश्किलों को आसानी से पार कर सकते हैं।

द एम्‍पेरर कार्ड का कहना है कि आप इस सप्‍ताह अपने पैसों को संयम, अनुशासन और जिम्‍मेदारी के साथ संभालेंगे। आपको स्‍पष्‍ट रूप से पता होगा कि आपका पैसा कहां खर्च हो रहा है। आप बजट बनाकर उस पर चलेंगे और समय-समय पर अपनी वित्तीय स्थिति की समीक्षा करेंगे। जब तक आप इस संतुलन को बनाए रखते हैं, तब तक आपकी आर्थिक स्थिति अनुकूल रहेगी।

टैरो कार्ड रीडिंग में किंग ऑफ कप्‍स कार्ड का कहना है कि सफलता पाने के लिए भावनात्‍मक रूप से मज़बूत होने और कुशल व्‍यवहार करने की ज़रूरत है। इस कार्ड का यह भी कहना है कि कोई अनुभवी व्‍यक्‍ति आपको करियर से संबंधित सलाह दे सकता है।

फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड आमतौर पर आराम करने और बीमारी से उबरने को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपनी खुद की देखभाल पर ध्‍यान देना चाहिए और मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ होने के लिए अपनी व्‍यस्‍त जीवनशैली से ब्रेक लेना चाहिए।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: एलोकेसिया

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मीन राशि 

प्रेम जीवन: फाइव ऑफ स्‍वॉर्ड्स 

आर्थिक जीवन: द वर्ल्‍ड

करियर: द सन

स्वास्थ्य:  टेंपरेंस

इस सप्‍ताह मीन राशि के जातकों को प्रेम जीवन के मामले में फाइव ऑफ स्‍वॉर्ड्स काड मिला है जो कि मुश्किलों के बाद सुलह के संकेत दे रहा है। आप और आपका पार्टनर अपने मतभेदों को भुलाकर समझौता या सुलह कर सकते हैं। भले ही आप दोनों आगे बढ़ने का फैसला कर लें लेकिन पुराने घाव अभी भी दर्द दे सकते हैं। कभी-कभी यह कार्ड इस बात के भी संकेत देता है कि अगर सुलह संभव नहीं है, तो पार्टनर या रिश्‍ते को छोड़ देना ही बेहतर है।

द वर्ल्‍ड कार्ड अपराइट आने पर वित्तीय जीवन में किसी उपलब्धि और वित्तीय स्थिरता के संकेत देता है। आपको अपनी उपलब्धियों पर गर्व हो सकता है और आप आर्थिक रूप से सुरक्षित होने से संतुष्‍ट महसूस करेंगे। यह कार्ड धन-सपंत्ति से परे संतुष्टि पाने के महत्‍व पर भी ज़ोर देता है।

द सन कार्ड करियर में खुशियों, आशा और सफलता का प्रतीक है। इस समय आप अपने काम को लेकर प्रेरित, उत्‍साहित और संतुष्‍ट महसूस करते हैं। आपको अपने काम में भौतिक और आध्‍यात्मिक संतुष्टि दोनों मिल सकती हैं। आपकी प्रसन्‍नता और सकारात्‍मकता आपके आसपास के लोगों और सहकर्मियों के लिए खूबसूरत माहौल बनाने का काम करेगी। आप नई नौकरी देख रहे हैं या पदोन्‍नति का इंतज़ार कर रहे हैं, तो सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखने से आपको अपने कार्यक्षेत्र में अपने लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने में मदद मिल सकती है।

हेल्‍थ टैरो रीडिंग में द टेंपरेंस कार्ड जीवनशैली में संतुलन लाने और संयम की ज़रूरत को दर्शाता है। इस कार्ड के अनुसार आप अपने आहार, व्‍यायाम और खुद की देखभाल में संतुलन बनाकर उत्तम स्‍वास्‍थ्‍य पा सकते हैं। यह कार्ड कहता है कि आपको किसी भी तरह की अति से बचना चाहिए और अपने मन एवं शरीर को स्‍वस्‍थ रखने पर ध्‍यान देना चाहिए।

राशि अनुसार लकी प्‍लांट: वॉटर फर्न

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. क्‍या टैरो सभी उम्र के लोगों के लिए उपयुक्‍त होता है?

उत्तर. हां, लेकिन 18 साल से कम उम्र के लोगों को माता-पिता के सहयोग की आवश्‍यकता पड़ सकती है।

प्रश्‍न 2. क्‍या नैतिक रूप से टैरो सही है?

उत्तर. दिव्‍य ज्ञान के रूप में टैरो का उपयोग किया जाए, तो यह नैतिक है लेकिन इसे उपयोग करने वाले रीडर पर निर्भर करता है कि वह इसे अनैतिक कार्यों के लिए इस्‍तेमाल न करे।

प्रश्‍न 3. क्‍या टैरो भविष्‍य के बारे में सही बताता है?

उत्तर. हां, अगर रीडर अनुभवी हो तो इसकी भविष्‍यवाणी सही होती है।

मार्च टैरो मासिक राशिफल 2025: जानें आपके लिए क्‍या खास लेकर आ रहा है मार्च का महीना!

मार्च टैरो कार्ड मासिक भविष्यवाणी 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्‍योतिषयों का मानना है कि टैरो व्‍यक्‍ति की जिंदगी में भविष्‍यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्‍य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।

टैरो इस बात पर ध्‍यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्‍या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्‍य के लिए सही विकल्‍प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्‍मा से बात करने का मौका देता है।

आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मज़ाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्‍योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है। या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं। इन कारणों से या अन्‍य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्‍पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।

टैरो की उत्पति 15वीं शताब्‍दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्‍यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्‍व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।

टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्‍यात्मिक प्रगति को प्राप्‍त किया जा सकता है। आप कुछ स्‍तर पर अध्‍यात्‍म से, थोड़ा अपनी अंतरात्‍मा से और थोड़ा अपने अंर्तज्ञान और आत्‍म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।

तो आइए अब इस मासिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि मार्च, 2025 सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?

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टैरो मासिक राशिफल मार्च 2025: राशि अनुसार राशिफल

मेष राशि

प्रेम जीवन: किंग ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन: टेन ऑफ स्‍वॉर्ड्स (रिवर्स्‍ड)

करियर: द मैजिशियन

स्वास्थ्य: द हैंग्‍ड मैन

मेष राशि के जातकों को प्रेम जीवन में किंग ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है। यदि यह कार्ड पार्टनर, संभावित रिश्‍ते या आपको एक पार्टनर के रूप में दर्शाता है, तो यह कार्ड आपके लिए बहुत अच्‍छा रहेगा। इस कार्ड के अनुसार आपका पार्टनर ईमानदार, समर्पित, सुंदर और जुनून रखने वाला हो सकता है। उनका व्‍यवहार दोस्‍ताना हो सकता है, वो अच्‍छे जीवनसाथी बन सकते हैं और वे एक अच्‍छे पति और पिता बनेंगे।

टैरो कार्ड रीडिंग में टेन ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड इनवर्टिड आने पर वित्तीय स्थिति में बदलाव करने से डरने और मौजूदा स्थिति को बनाए रखने की इच्‍छा को दर्शा सकता है। इस कार्ड का यह भी कहना है कि आप मुश्किलों को पार कर चुके हैं और अब आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।

करियर में आपको द मैजिशियन कार्ड मिला है जिसके अनुसार आप अपने कार्यक्षेत्र में सफलता पाने या अधिक पैसा कमाने में सक्षम हैं। यह कार्ड आपको अपनी काबिलियत और विचारों का अच्‍छे से उपयोग करने की सलाह भी दे रहा है।

द हैंग्‍ड मैन के अनुसार अगर आप स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से जूझ रहे हैं, तो आपको अपने उपचार के विकल्‍पों के बारे में सोचना चाहिए। इसका यह मतलब नहीं है कि आप जो उपचार ले रहे हैं, उसे बंद कर दें बल्कि आपको अपनी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं पर फिर से विचार करना चाहिए और उन्‍हें अलग-अलग नज़रिए से देखना चाहिए।

शुभ दिन: मंगलवार

वृषभ राशि

प्रेम जीवन: सिक्‍स ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन: द हाई प्रिस्‍टेस

करियर: थ्री ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: द एम्‍प्रेस

प्रेम जीवन में वृषभ राशि को सिक्‍स ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है जो कि पुराने प्‍यार के वापस आने या पुराने प्रेमी के लौटने का संकेत दे रहा है। यह पुरानी यादों को ताज़ा कर सकता है और आपके मन में अपने पुराने प्रेमी को लेकर भावनाएं जागृत हो सकती हैं। वहीं आप अपने रिश्‍ते के टूटने की वजह को याद कर के दुखी भी हो सकते हैं। इसकी वजह से यह आपके लिए एक खट्टा-मीठा अनुभव होगा।

द हाई प्रिस्‍टेस कार्ड रहस्‍यों और अनजान चीज़ों से जुड़ा होता है इसलिए इस सप्‍ताह आप पैसों के बारे में किसी से भी बात करते समय सावधान रहें। यह कार्ड आपको अपनी वित्तीय स्थिति को छिपाने की सलाह दे रहा है। जब आपको अपने धन का उपयोग करने का अवसर मिले, तब आपके आपका मन बताएगा कि आप जो निर्णय ले रहे हैं, वो सही है या नहीं। आप समय निकालकर अपनी भावनाओं को समझने की कोशिश करें। अगर आपको कुछ नकारात्‍मक लगता है, तो इसका मतलब है कि कुछ गड़बड़ है। आपको इन भावनाओं पर ध्‍यान देना चाहिए।

थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड अपराइट आने पर जीवन के सभी पहलुओं में खोज और नए अनुभवों को दर्शाता है। यह करियर के लिए भी सही है। आपको अभी अपने काम में नए अवसरों की तलाश करने का मौका मिल सकता है। इसके अलावा, आपका काम उन जोखिमों को उठाने के लिए आपको प्रोत्‍साहित कर सकता है, जिन्‍हें लेकर आपको डर लगता है। इस मामले में यह कार्ड नई संभावना या साहसी अवसर को दर्शाता है।

द एम्‍प्रेस कार्ड व्‍यक्‍तिगत विकास और स्‍वास्‍थ्‍य दोनों का प्रतीक हो सकता है। यह कार्ड अपराइट आने पर गर्भावस्‍था या मातृत्‍व का संकेत देता है। इसके साथ ही यह कार्ड जोश और प्रजनन क्षमता को भी दर्शाता है।

शुभ दिन: शुक्रवार

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मिथुन राशि

प्रेम जीवन: किंग ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: ऐट ऑफ स्‍वॉर्ड्स

करियर: द लवर्स

स्वास्थ्य: द हर्मिट

किंग ऑफ वैंड्स कार्ड का कहना है कि आप किसी ऐसे व्‍यक्‍ति के साथ रिश्‍ते में हैं जो प्‍यार और रिश्‍तों के मामले में सही से मार्गदर्शन कर सकता है। यह व्‍यक्‍ति आकर्षक, मज़बूत और आत्‍मविश्‍वास से भरपूर है।

ऐट ऑफ स्‍वॉर्ड्स कहता है कि आप अपनी वित्तीय स्थिति पर नियंत्रण पा रहे हैं और अपनी आर्थिक समस्‍याओं को सुलझा रहे हैं। यह कार्ड इस बात के भी संकेत दे रहा है कि आपको आशावादी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए और अपनी काबिलियत पर भरोसा करना चाहिए।

मिथुन राशि के जातकों को करियर के मामले में द लवर्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपको अपने काम या रोज़गार को लेकर निर्णय लेने की आवश्‍यकता है। इस कार्ड का यह भी कहना है कि आप अपनी मौजूदा स्थिति को बेहतर करने या करियर बदलने के बारे में सोच सकते हैं।

द हर्मिट कार्ड का कहना है कि आपको अपने मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य और खुद की देखभाल करने को प्राथमिकता देनी चाहिए। साथ ही आपको अधिक काम करने से बचना चाहिए। यह कार्ड आपको सलाह दे रहा है कि आप रोज़ थोड़ा समय आराम करने और स्‍वस्‍थ होने के लिए निकालें।

शुभ दिन: बुधवार

कर्क राशि

प्रेम जीवन: नाइट ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन: ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स

करियर: सिक्‍स ऑफ स्‍वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: किंग ऑफ स्‍वॉर्ड्स (रिवर्स्‍ड)

कर्क राशि के जातकों को प्रेम जीवन में नाइट ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है जो कि एक नए रिश्‍ते, प्रेम प्रस्‍ताव या रचनात्‍मक विचारों का संकेत दे रहा है। जीवन के प्रति आपके रोमांटिक और सकारात्‍मक दृष्टिकोण की वजह से कोई आपके प्‍यार में पड़ सकता है।

आप अपने भविष्‍य के लिए क्या वित्तीय योजनाएं बना रहे हैं? ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड नए वित्तीय अवसरों की ओर संकेत कर रहा है। ये कार्ड आपको ऐसे अवसरों का लाभ उठाने के लिए कह रहा है जो लंबे समय तक आपकी आर्थिक स्थिति को मज़बूत बनाने का काम करेंगे और ऐसे में आप भविष्‍य के लिए ज्‍यादा से ज्‍यादा पैसे बचाने का प्रयास करें या धन से संबंधित मामलों पर नज़र रखें।

करियर में सिक्‍स ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड शुभ समाचार लेकर आया है। यह कार्ड आपके करियर में एक ऐसे शांतिपूर्ण समय को दर्शाता है जब आपकी स्थिति स्थिर होगी और आप चीज़ों को आसानी से संभाल पाएंगे। संभव है कि आपने बाधाओं को पार किया है या अपने लक्ष्‍यों को प्राप्‍त किया है और इसकी वजह से आज आप अपने कार्यक्षेत्र में अधिक सुरक्षित एवं संतुष्‍ट महसूस कर पा रहे हैं।

सेहत के मामले में आपको किंग ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आप इस समय कमज़ोर महसूस कर सकते हैं। अगर आप कोई चिकित्‍सकीय उपचार ले रहे हैं, तो आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि जिन चिकित्‍सा पेशेवरों या डॉक्‍टरों से आप मिल रहे हैं, वे सभी खुद फैसले ले रहे हैं या बेहतर इलाज को लेकर आपकी बात नहीं सुन रहे हैं।

शुभ दिन: सोमवार

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सिंह राशि

प्रेम जीवन: नाइन ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स

करियर: द टॉवर

स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स

लव टैरो रीडिंग में नाइन ऑफ कप्‍स एक शुभ संकेत है। अगर आप प्रेम संबंध में हैं, तो इस कार्ड के अनुसार आपका रिश्‍ता अच्‍छा चल रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आप और आपका पार्टनर खुश एवं संतुष्‍ट महसूस कर सकते हैं। अगर आप अपने रिश्‍ते में किसी बड़ी प्रतिबद्धता की उम्‍मीद कर रहे हैं, तो नाइन ऑफ कप्‍स कार्ड आपके लिए शानदार रहेगा क्‍योंकि यह कार्ड आपके लिए सगाई, शादी या फिर प्रेग्‍नेंसी के संकेत दे रहा है।

फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड आपको आर्थिक जीवन में समस्‍याओं के संकेत दे रहा है। इस समय आपको पैसों की तंगी हो सकती है इसलिए आपको अपनी आमदनी को बढ़ाने और पैसों की बचत करने की ज़रूरत है। सबसे खराब स्थिति में यह कार्ड हानि की ओर इशारा कर रहा है। इसका मतलब है कि आप कर्ज में दब सकते हैं, आपका सारा पैसा डूब सकता है। इसलिए आप खुद को वित्तीय समस्‍याओं का सामना करने के लिए तैयार रखें।

द टॉवर कार्ड करियर में अचानक बदलाव या परेशानी को दर्शा सकता है। जैसे कि आपकी नौकरी जा सकती है, कंपनी का पुर्नगठन हो सकता है, आपको किसी नए पद के साथ ज्‍यादा जिम्‍मेदारियां मिल सकती हैं, नया बॉस मिल सकता है या फिर आपके किसी सहकर्मी की मृत्‍यु हो सकती है।

सेहत के मामले में फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड के अपराइट आने का मतलब है कि आपको आराम करने और बीमारी से उबरने की आवश्‍यकता है। इस कार्ड का यह भी कहना है कि आपको खुद की देखभाल करने को प्राथमिकता देनी चाहिए और अपनी व्‍यस्‍त जीवनशैली से ब्रेक लेना चाहिए।

शुभ दिन: रविवार

कन्या राशि

प्रेम जीवन: द टेम्‍पेरेंस

आर्थिक जीवन: सेवन ऑफ पेंटाकल्‍स

करियर: स्‍ट्रेंथ

स्वास्थ्य: ऐस ऑफ स्‍वॉर्ड्स

कन्‍या राशि, द अपराइट टेंपरेंस कार्ड रोमांटिक लाइफ में आपसी समझ, संयम, धैर्य और समस्‍याओं को सुलझाने के लिए बीच का रास्‍ता अपनाने की सलाह दे रहा है। यह कार्ड आपको अपने कार्यों के प्रति सावधान और विचारशील रहने एवं किसी बात को बहुत ज्‍यादा खींचने से बचने का संकेत दे रहा है। प्‍यार के मामले में आप अपने व्‍यवहार के बारे में सोचें और उन पहलुओं पर विचार करें जहां पर आपका रवैया, धारणा या विचार हावी हो गए हों। क्‍या आप अपने पार्टनर के साथ बहुत आक्रामकता के साथ पेश आए हैं या बहुत कम बोलते हैं, आपको एक बार अपने व्‍यवहार पर नज़र डालनी चाहिए।

सेवन ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड अपराइट आने पर इस बात के संकेत देता है कि आपके प्रयासों और समर्पण का आपकी वित्तीय स्थिति पर सकारात्‍मक प्रभाव पड़ रहा है। इसका यह मतलब भी हो सकता है कि आप अपने उद्देश्‍य के करीब जा रहे हैं जो कि निवेश से लाभ, व्‍यवसाय के सफल होने या प्रमोशन मिलने जैसा कुछ भी हो सकता है।

करियर में कन्‍या राशि को द स्‍ट्रेंथ कार्ड मिला है जिसके अनुसार अगर आप अपने गुस्‍से, लालसा और जुनूने को नियंत्रित कर लें, तो आप अपने करियर में प्रगति कर सकते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि आपको इन चीज़ों को खुद पर हावी होने देना है बल्कि आपको इन्‍हें अच्‍छे काम के लिए उपयोग करना है। यहीं पर आपको अपनी ताकत का पता चलेगा। यह कार्ड दर्शाता है कि आपके अंदर पहले से ही क्षमता और कौशल मौजूद हैं।

सेहत में अपराइट ऐस ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड प्रेरणा और मानसिक स्‍पष्‍टता को दर्शाता है। यह कार्ड आपको अपनी दिनचर्या में कुछ स्‍वस्‍थ बदलाव करने और अपनी सेहत पर ध्‍यान देने के लिए कह रहा है। आप अपने व्‍यवहार का मूल्‍यांकन कर सकते हैं और अपनी मानसिक स्‍पष्‍टता का उपयोग कर सही चीज़ों को चुन सकते हैं।

शुभ दिन: बुधवार

तुला राशि

प्रेम जीवन: द स्‍टार

आर्थिक जीवन: टेन ऑफ कप्‍स

करियर: ऐट ऑफ पेंटाकल्‍स

स्वास्थ्य: टेन ऑफ पेंटाकल्‍स

तुला राशि के लिए द स्‍टार कार्ड रोमांस और प्‍यार के मामले में आशा का संकेत दे रहा है। इस समय आपका आशावादी होना और उम्‍मीदें रखना आपके लिए चुंबक की तरह काम कर सकता है। इससे आप आकर्षक लग सकते हैं। अगर आप ब्रेकअप से उबर रहे हैं, तो आपके लिए यह कार्ड संकेत देता है कि आप ठीक हो रहे हैं और आगे बढ़ने के लिए धीरे-धीरे अपना आत्‍मविश्‍वास वापस पा रहे हैं।

टैरो कार्ड रीडिंग में टेन ऑफ कप्‍स कार्ड भावनात्‍मक रूप से संतुष्‍ट होने, प्रसन्‍नता और रिश्‍ते, परिवार एवं स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर संतुष्‍ट महसूस करने का प्रतिनिधित्‍व करता है। इस कार्ड के अनुसार आपके लक्ष्‍यों एवं आकांक्षाओं की पूर्ति होगी। इसके साथ ही यह कार्ड सुरक्षा और स्‍नेह की भावना का भी प्रतीक हो सकता है।

ऐट ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड आर्थिक रूप से स्थिर होने, पेशेवर जीवन में विकास करने और करियर में मान-सम्‍मान बढ़ने की ओर इशारा कर रहा है। इस कार्ड का यह भी कहना है कि आपको अपने प्रयासों का फल किसी बड़े कॉन्‍ट्रैक्‍ट, प्रमोशन या सहकर्मियों से प्रशंसा के रूप में मिल सकता है।

टेन ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड दीर्घकालिक स्थिरता का प्रतीक है। इस कार्ड का कहना है कि आप लंबे समय तक स्‍वस्‍थ जीवन जी सकते हैं। यह कार्ड स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से निपटने के लिए सहायक साबित हो सकता है।

शुभ दिन: शुक्रवार

वृश्चिक राशि

प्रेम जीवन: ऐट ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: टू ऑफ कप्‍स

करियर: ऐट ऑफ कप्‍स (रिवर्स्‍ड)

स्वास्थ्य:  नाइट ऑफ वैंड्स

इस राशि के जातकों को प्रेम जीवन में ऐट ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है। यह कार्ड उन लोगों के लिए एक अच्‍छा संकेत है जो प्रेम संबंध में हैं। इस कार्ड के अनुसार आपको प्रेम प्रस्‍ताव मिल सकता है, आप और आपका पार्टनर एकसाथ आ सकते हैं या फिर शादी के बंधन में बंध सकते हैं। इसके अलावा यह कार्ड गर्भावस्‍था के संकेत भी दे रहा है। यह कार्ड आपको अपनी भावनाओं को स्‍वीकार करने और दिल खोलकर प्‍यार करने एवं अधिक भावुक होने के लिए प्रोत्‍साहित कर रहा है।

वृश्चि‍क राशि को वित्तीय जीवन में टू ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है जो कि मज़बूत आर्थिक स्थिति को दर्शा सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि ये कार्ड आपके लिए धन-संपत्ति के संकेत दे रहा लेकिन इस कार्ड का कहना है कि कुछ समय के लिए आप आर्थिक रूप से सुरक्षित रहेंगे। चूंकि, इस कार्ड को मुख्‍य रूप से स्थिरता से जोड़ा जाता है इसलिए इसे असीम समृद्धि के रूप में देखना गलत होगा। यह कार्ड हमेशा संतुलन का प्रतीक होता है इसलिए आपके पास अपने खर्चों का वहन करने के लिए पर्याप्‍त धन होगा।

करियर रीडिंग में ऐट ऑफ कप्‍स कार्ड के आने का मतलब है कि आप ऐसी नौकरी या बिज़नेस को छोड़ने में अरुचि दिखा सकते हैं जिससे अब आप संतुष्‍ट नहीं हैं। बदलाव से बचने की इस प्रवृत्ति के कारण आपके हाथ से कई अवसर छूट सकते हैं और आपके करियर में रुकावट आ सकती है।

सेहत के मामले में आपको नाइट ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि जोश, ऊर्जा और उत्‍साह का प्रतीक है। टैरो रीडंग में सेहत को लेकर इस कार्ड को एक शुभ संकेत माना जाता है। यह कार्ड आपको याद दिलाता है कि जल्‍दबाज़ी में काम करने की वजह से दुर्घटना हो सकती है इसलिए सावधानी बरतें।

शुभ दिन: मंगलवार

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धनु राशि

प्रेम जीवन: फोर ऑफ पेंटाकल्‍स

आर्थिक जीवन: पेज ऑफ कप्‍स

करियर: टू ऑफ पेंटाकल्‍स

स्वास्थ्य: द वर्ल्‍ड

धनु राशि के जातकों को अपराइट फोर ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जो कि अपने पार्टनर पर नियंत्रण रखने, ईर्ष्‍या और अपने जीवनसाथी को लेकर पोज़ेसिव होने को दर्शाता है। यह दबावपूर्ण और अपरिवर्तनीय माहौल आपके रिश्‍ते के विकास और संतुष्टि में बाधा बन सकता है।

पेज ऑफ कप्‍स कार्ड वित्त के मामले में शुभ समाचार लेकर आया है। जल्‍दबाज़ी में कोई भी आर्थिक निर्णय लेने से पहले अच्‍छी तरह से सोच-विचार कर लें और सावधानी बरतें। अगर आप योजना बनाकर चलते हैं और समझदारी से निर्णय लेते हैं, तो आपको वित्तीय क्षेत्र में अच्‍छे परिणाम मिल सकते हैं।

करियर टैरो रीडिंग में टू ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड का मतलब है कि इस समय आप अपने कार्यक्षेत्र में एकसाथ कई प्रोजेक्‍ट पर काम कर रहे हैं। आपको इस समय ऐसे काम भी दिए जा सकते हैं जो आपके नहीं हैं या आप अपने करियर में प्रगति करने के लिए इन कामों को कर सकते हैं। इसलिए इस सप्‍ताह आप थोड़े अधिक व्‍यस्‍त रहने वाले हैं।

द वर्ल्‍ड कार्ड का कहना है कि अगर आपको कोई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या है, तो अब वह जल्‍दी ठीक हो सकती है। इससे आपको राहत और बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य की उम्‍मीद मिलेगी। आप क्‍या चाहते हैं या आपकी क्‍या इच्‍छाएं हैं, इसे समझने के लिए आपको अपने सपनों पर ध्‍यान देना चाहिए।

शुभ दिन: बृहस्‍पतिवार

मकर राशि         

प्रेम जीवन: द सन

आर्थिक जीवन: सेवन ऑफ पेंटाकल्‍स

करियर: क्‍वीन ऑफ पेंटाकल्‍स

स्वास्थ्य: द चैरियट

प्रेम जीवन में द सन कार्ड मिला है जो कि प्‍यार और रिश्‍तों में खुशी, प्रेमपूर्ण और जोश से भरपूर संबंध को दर्शाता है। यदि आप प्रेम संबंध में हैं, तो इस कार्ड के अनुसार आपके रिश्‍ते में सब कुछ अच्‍छा चल रहा है और आप दोनों एक-दूसरे के साथ स्‍पष्‍ट एवं ईमानदार रहेंगे।

सेवन ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड के अपराइट आने का मतलब है कि आपके प्रयासों और प्रतिबद्धता का आपके वित्तीय जीवन पर सकारात्‍मक प्रभाव पड़ रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आप धीरे-धीरे अपने वित्तीय लक्ष्‍यों की ओर आगे बढ़ रहे हैं, फिर चाहे वह एक सफल व्‍यवसाय हो, बड़ा निवेश या प्रमोशन हो।

पेशेवर जीवन में क्‍वीन ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड एक शुभ संकेत है क्‍योंकि यह कार्ड सफलता और कुशलता को दर्शाता है। यह एक सफल और आत्‍मविश्‍वासी महिला का प्रतीक है जो व्यवसाय के क्षेत्र में बहुत आगे है। यह महिला आपकी बिज़नेस पार्टनर हो सकती है जो अपनी काबिलियत से बिज़नेस में महत्‍वपूर्ण योगदान देने का काम करेगी।

द चैरियट कार्ड स्‍वास्‍थ्‍य को बनाए रखने या उसे बेहतर करने की प्रबल इच्‍छा को दर्शा सकता है। इस कार्ड का यह भी कहना है कि आपको अपनी सेहत की जिम्‍मेदारी लेनी चाहिए, ज़रूरत पड़ने पर इलाज करवाना चाहिए और छोटी-छोटी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।

शुभ दिन: शनिवार

कुंभ राशि 

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन: नाइट ऑफ पेंटाकल्‍स

करियर: द एम्‍पेरर

स्वास्थ्य: पेज ऑफ पेंटाकल्‍स

ऐस ऑफ कप्‍स कार्ड एक ऐसे रिश्‍ते की शुरुआत को दर्शा रहा है जो भावनात्‍मक रूप से मज़बूत हो या जोश से भरपूर हो। इस कार्ड में प्‍यार को प्राथमिकता दी जाती है। ऐस ऑफ कप्‍स और टू ऑफ कप्‍स कार्ड एक नए और प्रेमपूर्ण रिश्‍ते की शुरुआत को दर्शाते हैं। इस कार्ड का कहना है कि आप और आपका पार्टनर एकसाथ रहेंगे और अपनी भावनाओं को एक-दूसरे के साथ साझा करेंगे।

नाइट ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड एक शुभ संकेत है जो कि लाभ, भविष्‍य के लिए धन को बचाने और दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्‍यों को मेहनत से प्राप्‍त करने का प्रतीक है। इस कार्ड का कहना है कि आपको लग्‍ज़री और उत्‍कृष्‍टता पसंद है लेकिन फिर भी आप पैसों की बचत करने पर ध्‍यान देते हैं। आपको भावनाओं में बहकर वित्तीय निर्णय न लेने की सलाह दी जाती है।

करियर के मामले में कुंभ राशि को द एम्‍पेरर कार्ड मिला है जिसका मतलब है कि लोग आपके प्रयासों पर ध्‍यान देंगे और आपको सफलता एवं प्रतिष्‍ठा प्राप्‍त होगी। धैर्य, ध्‍यान और एकाग्रता से आपको अपने लक्ष्‍य तक पहुंचने में मदद मिलेगी। अगर आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो आपको विवेक और एकाग्रचित्त होकर काम करना चाहिए। आपको इस सप्‍ताह ऐसे शानदार अवसर मिल सकते हैं जो आपके करियर को स्थिरता और मज़बूती देने का काम करेंगे।

हेल्‍थ टैरो रीडिंग में पेज ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड का कहना है कि आपकी उम्र चाहे कुछ भी हो, आप इस समय युवा और स्‍वस्‍थ महसूस करेंगे। यह कार्ड नए व्‍यायाम या हेल्‍थ रूटीन शुरू करने का संकेत दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि अगर आप मेहनत करेंगे, तो आपको अपने उद्देश्‍यों को प्राप्‍त करने में सफलता मिल सकती है।

शुभ दिन: शनिवार

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मीन राशि 

प्रेम जीवन: सिक्‍स ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: किंग ऑफ पेंटाकल्‍स

करियर: टेन ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य:  ऐस ऑफ वैंड्स

इस सप्‍ताह मीन राशि के जातकों को सिक्‍स ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि प्रेम जीवन में सफल और शांतिपूर्ण रिश्‍ते को दर्शाता है। आप और आपका पार्टनर एक-दूसरे से सहमत हैं, एक-दूसरे की महत्‍वाकांक्षाओं को बढ़ावा देते हैं और एक-दूसरे की सफलता को स्‍वीकार कर रहे हैं। यदि आप सिंगल हैं, तो इस कार्ड का कहना है कि आपको एक ऐसा जीवनसाथी मिल सकता है जो आपके आत्‍मविश्‍वास और उपलब्धियों का सम्‍मान करता हो।

आर्थिक जीवन में में मीन राशि को किंग ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जो कि वित्तीय क्षेत्र में वृद्धि, पेशेवर जीवन में सफलता और धन के मामले में संसाधनों को कुशलता से संभालने को दर्शाता है। यह कार्ड एक सफल व्‍यवसायी, समझदार निवेशक और सम्‍मानित उद्योगपति का संकेत भी दे सकता है।

टेन ऑफ वैंड्स कार्ड का कहना है कि बिज़नेस में आपके ऊपर काम का बोझ बहुत ज्‍यादा बढ़ गया है इसलिए आपको कुछ गैर-ज़रूरी जिम्‍मेदारियों या कार्यों को छोड़ने पर विचार करना चाहिए। इससे आपको अपनी सेहत को प्राथमिकता देने और जीवन में सहजता और आनंद के लिए अधिक समय निकालने में मदद मिलेगी।

सेहत के मामले में ऐस ऑफ वैंड्स कार्ड एक शुभ संकेत है जो कि उत्तम स्‍वास्‍थ्‍य या स्‍वास्‍थ्‍य से संबंधित शुभ समाचार के संकेत देता है। इस कार्ड का यह भी कहना है कि डाइट और व्‍यायाम को लेकर आपका जोश और उत्‍साह वापस आ गया है। यह कार्ड जन्‍म या गर्भावस्‍था का भी प्रतीक है इसलिए अगर आप गर्भधारण करने का प्रयास कर रहे हैं, तो आपके लिए यह कार्ड एक सकारात्‍मक संकेत हो सकता है।

शुभ दिन: बृहस्‍पतिवार

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. कौन-सा सूट अग्नि तत्‍व को दर्शाता है?

उत्तर. द वैंड्स।

प्रश्‍न 2. कौन-सा सूट जल तत्‍व को दर्शाता है?

उत्तर. द कप्‍स।

प्रश्‍न 3. कौन-सा सूट धन और संपन्‍नता तत्‍व को दर्शाता है?

उत्तर. पेंटाकल्‍स।

मासिक अंक फल मार्च 2025: शुभ-अशुभ, कैसे मिलेंगे आपको इस महीने परिणाम? जानें

मासिक अंकफल मार्च 2025: अंक ज्योतिष के अनुसार, मार्च का महीना साल का तीसरा महीना होने के कारण अंक 3 का प्रभाव लिए होता है। इस महीने पर गुरु ग्रह का अधिक प्रभाव रहने वाला है। आपको बता दें कि इस साल का अंक 9 है और ऐसे में, मार्च 2025 पर गुरु के अलावा मंगल का भी प्रभाव रहने वाला है। हालांकि, मूलांक के अनुसार अलग-अलग लोगों पर गुरु और मंगल का अलग-अलग असर पड़ेगा। लेकिन, मार्च 2025 सामान्य तौर पर आर्थिक, शिक्षा, तकनीक, जनभावना आदि से संबंधित मामलों के लिए विशेष रह सकता है। आइए जानते हैं कि आपके मूलांक के लिए मार्च का महीना कैसा रहेगा?

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मूलांक 1

यदि आप किसी महीने की 1, 10, 19 या फिर 28 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 1 होगा। मूलांक 1 के लिए मार्च का महीना क्रमशः 4,9,3 और 8 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। ऐसे में, मार्च 2025 का महीना आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। ये परिणाम औसत या औसत से थोड़े बेहतर भी हो सकते हैं। वैसे तो, सूर्य और राहु के संबंध सामान्य तौर पर अच्छे नहीं माने जाते हैं, लेकिन अंक ज्योतिष की दुनिया में 1 और 4 के संबंध को औसत माना गया है। इस महीने सिर्फ अंक 8 ही आपके विरुद्ध परिणाम दे रहा है, बाकी अंक आपको औसत परिणाम देते हुए प्रतीत हो रहे हैं। यही कारण है कि यदि आप संयमित दिनचर्या अपनाते हुए अनुशासन में रहते हुए आगे बढ़ेंगे, तो परिणाम संतोषप्रद रह सकते हैं। 

यह महीना आपसे तुलनात्मक रूप से कुछ अधिक मेहनत करवा सकता है। साथ ही, तथ्यों के आधार पर काम करने की स्थिति में परिणाम संतोषप्रद रह सकते हैं। इस महीने व्यर्थ की चीजों के पीछे भागने से बचने की जरूरत होगी। वैसे तो, हमेशा ही व्यर्थ की चीजों से बचने की जरूरत रहती है, लेकिन कई बार व्यर्थ से लगने वाली चीजें भी अच्छे परिणाम दे देती हैं परंतु इस महीने बहुत अच्छी लगने वाली चीजें भी व्यर्थ के परिणाम दे सकती हैं। ऐसे में, तथ्यात्मक रहना और योजना बनाकर काम करना ही समझदारी होगी। स्वास्थ्य, शिक्षा और पारिवारिक संबंधों में अपेक्षाकृत अधिक गंभीरतापूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता होगी। 

उपाय: मंदिर में पीली मिठाई चढ़ाना शुभ रहेगा।

मूलांक 2

यदि आप किसी महीने की 2, 11, 20 या फिर 29 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 2 होगा। मूलांक 2 के लिए मार्च का महीना क्रमशः 5,9,3 और 8 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। ऐसे में, इस महीने आप काफी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। यह महीना कुछ सार्थक परिवर्तन लेकर आने में भी मददगार बन सकता है, विशेषकर व्यापार-व्यवसाय में किया गया छोटा सा परिवर्तन भी आपके लिए हितकारी रह सकता है। यात्राओं से भी इस महीने सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं अर्थात आप यात्राओं पर जा सकते हैं या फिर आप घूमने फिरने के साथ-साथ मौज मस्ती भी कर सकते हैं। 

यह महीना स्वयं को थोड़ा आगे लेकर जाने का होगा। अब आपको चयन करना है कि आप सिर्फ यात्राओं में ही दूर-दूर तक जाएंगे या अपने काम पर ध्यान देकर कार्यक्षेत्र में मुकाम हासिल करेंगे। इस महीने का सही ढंग से इस्तेमाल करने की स्थिति में आप काफी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। अंक 9 की उपस्थिति को देखते हुए स्वयं को क्रोध और आवेश से बचाने की आवश्यकता होगी। यदि आप इन छोटी-छोटी सावधानियां अपनाएंगे, तो इस महीने काफी अच्छा लाभ प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: नियमित रूप से गणेश जी की पूजा-अर्चना करें।

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मूलांक 3

यदि आप किसी महीने की 3,12, 21 या फिर 30 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 3 होगा। मूलांक 3 के लिए मार्च का महीना क्रमशः 6,9, 3 और 8 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। इस महीने अंक 6 को छोड़ दिया जाए, तो बाकी सभी अंक आपको काफी हद तक अनुकूल परिणाम देना चाह रहे हैं। लेकिन, अंक 6 आपके विरुद्ध परिणाम दे सकता है। विशेष बात यह है कि इस महीने सबसे अधिक प्रभाव अंक 6 का ही रहेगा। ऐसे में, यदि आप अंक 6 से संबंधित चीजों को संतुलित कर लेंगे, तो परिणाम अच्छे रह सकते हैं, अन्यथा इस महीने जीवन में कुछ समस्याएं देखने को मिल सकती हैं जैसे कि कामों में और शुभ मांगलिक कार्यों में कुछ अड़चने आ सकती हैं। 

खर्च तुलनात्मक रूप से अधिक रह सकते हैं, लेकिन यदि आपने संयम से काम लिया, समझदारी दिखाई, महिलाओं के साथ अच्छे संबंध रखें और जीवन में उत्साह लाने के लिए प्रयत्न भी करें, तो इस महीने आप आनंद भी ले सकेंगे क्योंकि अंक 6 घर-गृहस्थी को मजबूत बनाने वाला कहा गया है। अंक 6 प्रेम संबंधों में अनुकूल परिणाम भी देने वाला माना जाता है। साथ ही,  दांपत्य जीवन में भी अनुकूलता देता है यानी कि मामला परिवार का हो या फिर विवाह का, इस महीने आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। लेकिन, इन परिणामों के मिलने में कुछ रुकावटें भी बनी रह सकती हैं। रुकावट आने की स्थिति में संयम के साथ अच्छे समय का इंतजार करें क्योंकि थोड़ी देर से ही सही काम बनेंगे और उसमें सफलता मिलेगी। आर्थिक, पारिवारिक या पर्सनल जीवन में भी कठिनाइयों के बाद अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।

उपाय: कन्याओं का पूजन करके उनका आशीर्वाद लेना शुभ रहेगा।

मूलांक 4

यदि आप किसी भी महीने की 4,13, 22 या फिर 31 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 4 होगा। मूलांक 4 के लिए मार्च का महीना क्रमशः 7, 9, 3 और 8 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। ऐसे में. मार्च 2025 का महीना आपको एवरेज से काफी हद तक बेहतर परिणाम दे सकता है। वैसे तो, अंक 7 सत्य की खोज के लिए जाना जाता है, लेकिन जनसामान्य के लिए इस अंक को सही और गलत की पहचान करवाने वाला कहा जा सकता है। ऐसे में, मार्च का महीना आपको सही या गलत व्यक्ति की पहचान करवाने में मददगार बन सकता है। धर्म और अध्यात्म के दृष्टिकोण से भी इस अंक को अच्छा कहा जाएगा। इस महीने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए तुलनात्मक रूप से अधिक सजग रहने की जरूरत रहेगी। थोड़ी सी एक्स्ट्रा मेहनत और जागरूकता आपको कार्यक्षेत्र में कामयाबी दिला सकती है। 

पारिवारिक मामलों में यह महीना काफी अच्छे परिणाम दे सकता है, लेकिन फिर भी आपको सिर्फ दूसरों के लिए अच्छा करते रहने की कोशिश करनी होगी और बदले में कोई उम्मीद नहीं रखनी है, इसी में आनंद छिपा रहेगा। हो सकता है कि आप जिनसे उम्मीद रखें वह इस समय उम्मीद पर खरा न उतर पाएं, लेकिन दूसरों का हित करके आपको आनंद जरूर मिलेगा। आर्थिक मामले में बड़ी धन राशि के लेन देन से बचना समझदारी का काम होगा। छोटी-मोटी धन राशि के लेनदेन में कोई बड़ा रिस्क नजर नहीं आ रहा है। सामान्य तौर पर इस महीने सावधानी पूर्वक किया गया निवेश आपको अच्छे परिणाम दे सकता है। आप शांति की तलाश में आस्थावान बने रहेंगे।

उपाय: मंदिर में चने की दाल का दान करें। 

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मूलांक 5

यदि आप किसी भी महीने की 5, 14 या फिर 23 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 5 होगा। मूलांक 5 के लिए मार्च का महीना क्रमशः 8,9,3 और 8 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। ऐसे में, मार्च 2025 का महीना आपको एवरेज या एवरेज से कुछ बेहतर परिणाम दे सकता है। वैसे तो, अंक 8 का प्रभाव आर्थिक जीवन में अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है, इतना ही नहीं यह आपके जीवन में स्थायित्व और शक्ति देने का काम भी करता है। इस महीने आपके जीवन में स्थिरता आएगी, लेकिन इसका नकारात्मक प्रभाव यह भी हो सकता है कि कामों में कुछ धीमापन देखने को मिल सकता है। वहीं, आपका रिएक्शन कुछ देर से आ सकता है लेकिन जब भी आएगा जोरदार आएगा। 

व्यापार के दृष्टिकोण से अंक 8 को अच्छा माना जाता है। कहते हैं कि अंक 8 पुराने कामों को नए रूप में सामने लाने में मददगार बनता है। यदि आप किसी नए काम की शुरुआत करना चाह रहे हैं या पुराने काम में ही कुछ नयापन लाना चाह रहे हैं, तो यह महीना आपके लिए मददगार हो सकता है। लेकिन, अंक 5 के साथ 8 के संबंध बहुत अच्छे नहीं माने जाते हैं इसलिए मानसिक रूप से इस बात के लिए आपको तैयार रहना होगा कि आपके कामों में कुछ धीमापन और समस्याएं भी आएंगी। हालांकि, लगातार प्रयत्न करते रहने की स्थिति में आपको सफलता मिलेगी जो कि लंबे समय तक बनी रहेगी इसलिए इस महीने को हम मिला-जुला या एवरेज से थोड़ा बेहतर कह सकते हैं।

उपाय: गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद। करें। 

मूलांक 6

यदि आप किसी भी महीने की 6, 15 या फिर 24 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 6 होगा। मूलांक 6 के लिए मार्च का महीना क्रमशः 9, 3 और 8 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। ऐसे में, इस महीने आपको मिले-जुले परिणाम मिल सकते हैं। अंक 6 और 9 के बीच के संबंध बहुत अच्छे नहीं माने गए हैं, लेकिन यदि ईमानदारी से प्रयास और सही तरीके से काम करेंगे, तो अंक 9 से मिलने वाली ऊर्जा आपको काफी आगे ले जाने में मददगार बन सकती है। बता दें कि इस ऊर्जा का सदुपयोग कर पाना थोड़ा कठिन रह सकता है क्योंकि आप शुक्र के अंक वाले हैं और मंगल से संपर्क होते ही आपके भीतर काम और क्रोध में वृद्धि होगी। ऐसे में, इस महीने कुछ विवाद देखने को मिल सकते हैं अथवा आप भोग, विलास या वासनात्मक विचारों से युक्त रह सकते हैं। 

यदि इन विचारों के साथ आप संतुलन बिठा सकेंगे और समय का सदुपयोग करेंगे। साथ ही, बचे हुए समय में आमोद-प्रमोद के पल बिताएंगे,  तो परिणाम अच्छे भी रह सकते हैं क्योंकि इस महीने आपको बहुत सारे अधूरे कामों को पूरा करना है। ऐसे में, अंक 9 की ऊर्जा आपके लिए मददगार हो सकती है। सुझाव यही है कि भाइयों और मित्रों के साथ अच्छे संबंध रखते हुए और उनका सहयोग लेते हुए अपने अधूरे कामों को पूरा करें जो समय बचे उसमें आप अपने मनोरंजन की व्यवस्था कर सकते हैं। ऐसा करने से काम भी बनेंगे और आप आनंदित भी रहेंगे।

उपाय: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। 

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

मूलांक 7

यदि आप किसी भी महीने की 7, 16 या फिर 25 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 7 होगा। मूलांक 7 के लिए मार्च का महीना क्रमशः 1,9, 3 और 8 अंकों का प्रभाव लिए हुए है इसलिए इस महीने सामान्य तौर पर आप काफी हद तक अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। सिर्फ, अंक 9 ही इस महीने आपको कुछ कठिनाइयां या परेशानियां दे सकता है। ऐसे में, स्वयं की ऊर्जा को सही दिशा में लगाना समझदारी का काम होगा। बेकार के क्रोध से बचना होगा, किसी से वाद-विवाद न करें और वाहन इत्यादि सावधानी से चलाएं। इन सावधानियों को अपनाने की स्थिति में ज्यादातर मामलों में आप अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। यदि कुछ नया करने की सोच रहे हैं, तो यह महीना आपको इस मामले में मदद दे सकता है। मान-सम्मान के दृष्टिकोण से भी इस महीने को अच्छा कहा जाएगा। 

शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में भी आपको अच्छे परिणाम मिलने की संभावनाएं हैं। पिता के साथ संबंधों को सुधारने में भी यह महीना मदद करेगा। यदि पिता को कोई स्वास्थ्य समस्या रही है, तो अब उनके स्वास्थ्य में अच्छी अनुकूलता देखने को मिलेगी। पारिवारिक दृष्टिकोण से, यह महीना अच्छे परिणाम दे सकता है। आर्थिक मामलों के लिए भी इस महीने को अच्छा कहा जाएगा। हो सकता है कि निजी संबंधों में महीना कोई विशेष अनुकूलता न दे पाए, लेकिन मान-सम्मान और मर्यादा का ख्याल रखते हुए निर्वाह करने की स्थिति में आप अपनी लव लाइफ को भी इंजॉय कर सकेंगे। साथ ही, यदि आप विवाहित हैं, तो दांपत्य जीवन को भी सुखी रखने में कामयाब हो सकेंगे। सामान्य तौर पर इस महीने धैर्य रखने और क्रोध से बचने की स्थिति में आपको अच्छे परिणाम मिल सकेंगे।

उपाय: स्नान से निवृत होकर सूर्य भगवान को कुमकुम मिला हुआ जल अर्पित करें। 

मूलांक 8

यदि आप किसी भी महीने की 8, 17 या फिर 26 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 8 होगा। मूलांक 8 के लिए मार्च का महीना क्रमशः 2,9, 3 और 8 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यह महीना सामान्य तौर पर आपको एवरेज या एवरेज से कुछ हद तक बेहतर परिणाम भी दे सकता है। बस जरूरत रहेगी तो आपके धैर्य के साथ काम करने की। यहां पर धैर्य का मतलब है कि न तो आपको बहुत जल्दबाजी दिखानी है और न ही बहुत विलंब करना है। स्वयं को आलसी होने से भी बचाना है और अधीर होने से भी बचाना है। ऐसा करने की स्थिति में आप अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। इस महीने आप कुछ हद तक भावुक रह सकते हैं। इसका सकारात्मक प्रभाव यह होगा कि आप रिश्तों को पूरा समय देंगे जिससे बिगड़े हुए रिश्तों में भी सुधार होने शुरू हो जाएंगे। साझेदारी के कामों में इस महीने अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।

यदि किसी कारण से आप अपनी माता या मातृ पक्ष को लेकर चिंतित रहे हैं, तो इस महीने उस चिंता का निवारण करने का रास्ता आपको मिल सकता है। हो सकता है कि इस महीने कभी-कभी किसी बात को लेकर मन बहुत निराश हो, ऐसे में मन को समझाना जरूरी होगा क्योंकि यह निराशा थोड़े समय के लिए होगी। वैसे तो, ज्यादातर मामलों में आपको उत्साहवर्धक समाचार मिलने की संभावनाएं बन रही हैं। पारिवारिक संबंधों हो या फिर निजी जीवन; आपको लगभग सभी मामलों में अच्छे परिणाम मिलने चाहिए। आपकी लव लाइफ अच्छी रहेगी। साथ ही, दांपत्य जीवन में भी तुलनात्मक रूप से बेहतरी का अनुभव आप कर सकेंगे। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में भी वरिष्ठों के मार्गदर्शन और सहयोग से काम लेने की स्थिति में अच्छे परिणाम मिल सकेंगे।

उपाय: शिवलिंग पर दूध से अभिषेक करें। 

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मूलांक 9

यदि आप किसी भी महीने की 9,18 या फिर 27 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 9 होगा। मूलांक 9 के लिए मार्च का महीना क्रमशः 3, 9 और 8 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। सामान्य तौर पर यह माह आपको काफी अच्छे परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। इस महीने के ज्यादातर अंक आपके सपोर्ट में हैं या फिर आपको औसत परिणाम दे रहे हैं और कोई भी अंक आपका विरोध नहीं कर रहा है। इस कारण से आप जीवन में अच्छी उन्नति कर सकेंगे। वैसे भी, यह महीना आपको सामाजिक कार्यों से जोड़ने का काम कर सकता है। आप समाज के लिए कुछ करना चाहेंगे। साथ ही,  यदि आप कुछ ऐसा करना चाह रहे हैं जिसमें समाज के लोगों का सहयोग जरूरी होगा। बता दें कि समाज के लोग भी आपका सहयोग कर सकेंगे।

क्रिएटिव कामों को करने में भी यह महीना आपके लिए मददगार बन सकता है। आपकी प्रबंधन की क्षमता अच्छी रहेगी। लिहाजा, आप हर काम को बहुत अच्छे ढंग से कर सकेंगे। इष्ट मित्रों से संबंधित मामलों में भी आपको अच्छे परिणाम मिल सकेंगे। आप मित्रों के लिए और मित्र आपके लिए समय निकाल पाएंगे। इन सभी कारणों से आप आर्थिक और सामाजिक मामले में स्वयं को मजबूत महसूस करेंगे। इसके अलावा, पारिवारिक मामलों में भी आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। कुल मिलाकर, मार्च 2025 का महीना आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं में काफी हद तक सकारात्मक परिणाम दे सकता है।

उपाय: मंदिर में पीले फल चढ़ाना शुभ रहेगा।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

शुक्र का अंक कौन सा है?

अंक ज्योतिष में 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं। 

2 तारीख को जन्म लेने वालों का मूलांक कौन सा होगा?

जिन लोगों का जन्म 02 तारीख को होता है, उनका मूलांक 02 होगा। 

मूलांक कैसे पता करें?

मूलांक जानने के लिए आपको अपनी जन्म तिथि को जोड़ना होगा जो अंक प्राप्त होगा, वह ही आपका मूलांक होगा।  

फाल्गुन अमावस्या 2025: जानें राशि अनुसार क्‍या उपाय करने से खुल सकती है आपकी किस्‍मत!

फाल्गुन अमावस्या 2025: हिंदू धर्म में अमावस्‍या तिथि को बहुत महत्‍वपूर्ण माना जाता है। इस दिन पवित्र नदियों में स्‍नान करने और दान का विशेष महत्‍व होता है। जब कोई त्‍योहार या पर्व अमावस्‍या तिथि पर पड़ता है, तो इससे उसका महत्‍व और भी ज्‍यादा बढ़ जाता है। हर माह अमावस्‍या तिथि आती है और इस तरह एक साल में लगभग कुल 12 अमावस्‍या आती हैं। इनमें से एक फाल्‍गुन अमावस्‍या भी है जो कि फाल्‍गुन के महीने में आती है।

एस्ट्रोसेज एआई का यह ब्लॉग आपको फाल्गुन अमावस्या 2025 की विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि, समय एवं महत्व आदि। इसके अलावा, हम आपको फाल्गुन अमावस्या पर किए जाने वाले सरल एवं अचूक उपायों से भी अवगत कराएंगे। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और शुरुआत करते हैं इस लेख की लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं चंद्रमा की गति के बारे में क्‍योंकि उसके आधार पर ही अमावस्‍या की ति‍थि निर्धारित की जाती है।

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एक चंद्र मास में दो पक्ष होते हैं, एक शुक्ल पक्ष और दूसरा कृष्ण पक्ष। शुक्ल पक्ष के दौरान हर दिन चंद्रमा का आकार धीरे-धीरे बढ़ता है और शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन पूर्णिमा पर चन्द्रमा अपने पूरे स्वरूप में होता है। वहीं, कृष्ण पक्ष के दौरान चंद्रमा का आकार कम होने लगता है और अमावस्या पर बिल्कुल लुप्त हो जाता है। कृष्ण पक्ष के अंतिम दिन को अमावस्या के रूप में मनाया जाता है।

कब है फाल्‍गुन अमावस्‍या 2025

27 फरवरी, 2025 को गुरुवार के दिन फाल्‍गुन अमावस्‍या है। 27 फरवरी को सुबह 08 बजकर 57 मिनट से अमावस्‍या तिथि आरंभ होगी और इसका समापन 28 फरवरी को सुबह 06 बजकर 16 मिनट पर होगा।

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फाल्‍गुन मास 2025 का महत्‍व

फाल्‍गुन मास के कृष्‍ण पक्ष में जो अमावस्‍या आती है, उसे फाल्‍गुन अमावस्‍या के नाम से जाना जाता है। सुख-संपत्ति और सौभाग्‍य की प्राप्ति के लिए इस अमावस्‍या को विशेष रूप से फलदायी माना जाता है। इस दिन श्रद्धालु व्रत भी रख सकते हैं। इसके साथ ही अमावस्‍या पर पितरों की आत्‍मा की शांति के लिए तर्पण एवं श्राद्ध करने का भी विधान है। माना जाता है कि अगर अमावस्‍या सोमवार, मंगलवार, गुरुवार या शनिवार के दिन हो, तो यह सूर्य ग्रहण से भी ज्‍यादा फल देने वाली होती है।

मान्‍यता है कि फाल्‍गुन अमावस्‍या 2025 के दिन पवित्र नदियों में देवी-देवताओं का वास होता है और इस दिन गंगा, यमुना और सरस्‍वती जैसी पवित्र नदियों में स्‍नान करने का बहुत महत्‍व है।

फाल्‍गुन अमावस्‍या पर बन रहा है शुभ योग

फाल्‍गुन अमावस्‍या वाले दिन शुभ योग भी बन रहा है। 26 फरवरी, 2025 को रात्रि 02 बजकर 57 मिनट पर शिव योग की शुरुआत हो रही है और इस योग का समापन 27 फरवरी, 2025 को रात्रि 11 बजकर 40 मिनट पर होगा। इस योग के प्रभाव से व्‍यक्‍ति के अंदर साहस बढ़ता है और छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्‍त होती है। उसकी बुद्धि में वृद्धि होती है और उसे अपने करियर में कामयाबी मिलती है। ये जातक अपनी कड़ी मेहनत से संपन्‍नता हासिल करते हैं और इनके प्रभावी लोगों के साथ संबंध होते हैं।

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

फाल्गुन अमावस्या 2025 व्रत की पूजा विधि

फाल्गुन अमावस्या पर आप निम्‍न विधि से व्रत कर सकते हैं:

  • फाल्गुन अमावस्या के दिन सुबह जल्‍दी उठें और किसी पवित्र नदी या कुंड में स्नान करें। अगर आप इस अमावस्‍या पर नदी में स्‍नान नहीं कर सकते हैं, तो आप नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं।  
  • इसके बाद सूर्य देव को प्रणाम करके अर्घ्य दें और फिर भगवान गणेश का ध्यान करें। इसके साथ ही, भगवान विष्णु जी और भोलेनाथ की भी पूजा-अर्चना करें और फाल्‍गुन अमावस्‍या का व्रत करने का संकल्प लें।
  • इसके पश्‍चात् पूरे घर में गोमूत्र का छिड़काव करें और परिवार के साथ किसी नदी के तट पर जाकर अपने पूर्वजों के लिए तर्पण करें।
  • तर्पण करने के बाद ब्राह्मणों को भोजन अवश्य करवाएं।
  • फाल्‍गुन अमावस्‍या 2025 पर शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। आप अपने पूर्वजों को याद करते हुए पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करें। 
  • इस दिन ब्राह्मणों को गाय दान करना भी शुभ माना जाता है। यदि आप ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो गाय को चारा ज़रूर खिलाएं।

आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

फाल्‍गुन अमावस्‍या पर पितृ दोष से मुक्‍ति पाने के उपाय

  • अगर आपको पितृ दोष है, तो आप फाल्‍गुन अमावस्‍या के दिन पीपल के पेड़ की जड़ में जल चढ़ाएं। इसके साथ दूध और पांच तरह की मिठाई भी चढ़ानी हैं। अब आप भगवान विष्‍णु का ध्‍यान करें और पीपल के पेड़ पर जनेऊ अर्पित कर घी का दीपक जलाएं। इसके पश्‍चात् आप पांच या सात बार पीपल के पेड़ की परिक्रमा करें।
  • फाल्‍गुन अमावस्‍या पर दक्षिण दिशा की ओर उपला या कंडा जलाएं और धीरे-धीरे इसकी धूनी में केसर से बनी खीर अर्पित करें। ऐसा करते समय अपने पितरों से क्षमा याचना करें। इस उपाय को करने से पितृ दोष से मुक्‍ति मिल जाती है।
  • यदि किसी व्‍यक्‍ति की कुंडली में कालसर्प दोष है, तो उसे फाल्‍गुन अमावस्‍या 2025 के दिन भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए। पूजन के बाद तांबे या चांदी का नाग-नागिन का जोड़ा बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
  • वहीं अगर किसी व्‍यक्‍ति की कुंडली में शनि दोष है, तो वह जातक अपनी लंबाई के अनुसार कच्‍चा सूत नाप ले और इस सूत को पीपल के पेड़ के चारों ओर लपेट दे। इस उपाय को करने से आपको शनि दोष से मुक्‍ति मिल सकती है।

फाल्गुन अमावस्या के दिन क्‍या करें

  • फाल्‍गुन अमावस्‍या के दिन शमी का वृक्ष लगाना बहुत लाभकारी रहता है। आप इस वृक्ष की रोज़ पूजा करें। जिस घर में शमी का वृक्ष होता है, वहां पर मौजूद सभी वास्‍तु दोष खत्‍म हो जाते हैं और शनि देव की कृपा मिलती है।
  • फाल्‍गुन अमावस्‍या पर हनुमान जी की पूजा करने का भी बहुत महत्‍व है। इस दिन आप सुंदरकांड का पाठ भी कर सकते हैं। इसके अलावा हनुमान जी के मंदिर में जाकर प्रसाद चढ़ाएं।
  • अमावस्‍या तिथि पर सूर्य के अस्‍त होने के बाद पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर शनि देव का ध्‍यान करें और इसके बाद सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

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फाल्‍गुन अमावस्‍या 2025 पर राशि अनुसार करें ये उपाय

आप फाल्‍गुन अमावस्‍या के दिन अपनी राशि के अनुसार निम्‍न उपाय कर सकते हैं:

  • मेष राशि: आप भगवान शिव को जल चढ़ाएं और प्रार्थना करें। इसके अलावा आप ‘ॐ नम: शिवाय’ का जाप करें।
  • वृषभ राशि: आप अमावस्‍या के दिन गरीब लोगों या मंदिर आदि में अन्‍न, कपड़ों या धन आदि का दान करें। इससे आपके भाग्‍य में वृद्धि होगी। आप ‘ॐ शुक्राय नम:’ का जाप भी कर सकते हैं।
  • मिथुन राशि: अपने पितरों का तर्पण करें और ‘ॐ बुधाय नम:’ का जाप करें।
  • कर्क राशि: फाल्‍गुन अमावस्‍या पर कर्क राशि वाले जातक सफेद रंग की चीज़ों का दान करें। आप सफेद रंग के कपड़ों आदि का दान भी कर सकते हैं। आप नहाने के पानी में गुलाब जल डालकर स्‍नान करें।
  • सिंह राशि: आप पीले रंग के कपड़ों या हल्‍दी का दान करें। आप ‘ॐ शुक्राय नम:’ का जाप भी कर सकते हैं।
  • कन्‍या राशि: पशुओं को अनाज या कच्‍चे खाद्य पदार्थ दान करें। गाय या कुत्तों को भोजन कराएं।
  • तुला राशि: आप मंदिर या धार्मिक संस्‍थान में सफेद या चांदी की चीज़ों का दान करें। इसके अलावा आप मां लक्ष्‍मी को गुलाबी या सफेद रंग के फूल अर्पित करें।
  • वृश्चिक राशि: फाल्‍गुन अमावस्‍या पर वृश्चिक राशि वाले काले तिल या तिल के तेल का दान करें। इससे आपको शनि देव की कृपा मिलेगी।
  • धनु राशि: आप गरीब लोगों को या धार्मिक स्‍थल पर पीले रंग की चीज़ें जैसे कि केला आदि दान करें।
  • मकर राशि: आप अमावस्‍या के दिन गहरे रंग की चीज़ें जैसे कि काले तिल या सरसों के बीज दान में दें।
  • कुंभ राशि: आप गाय और पक्षियों आदि को खाना खिलाएं या तांबे से बनी चीज़ों को गरीबों को दान करें।
  • मीन राशि: आप गरीब लोगों या मंदिर में सफेद रंग की चीज़ें जैसे कि दूध या चावल दान में दें।

फाल्गुन अमावस्या की पौराणिक कथा

फाल्गुन अमावस्या कथा इस प्रकार है: एक बार ऋषि दुर्वासा इंद्र देव और सभी देवताओं पर क्रोधित हो गए थे और क्रोध में आकर उन्होंने इंद्र देव के साथ-साथ सभी देवताओं को श्राप दे दिया था। ऋषि दुर्वासा के श्राप से सभी देवताओं की शक्‍तियां काफी कमज़ोर हो गई थीं और देवताओं की कमज़ोरी का लाभ सबसे ज्यादा असुरों ने उठाया। असुरों ने देवताओं की स्थिति को देखकर उन पर आक्रमण कर दिया और उन्हें पराजित करने मे भी सफल रहे। असुरों से हारने के बाद सभी देवतागण मदद के लिए भगवान विष्णु के पास गए।

भगवान विष्णु को महर्षि दुर्वासा द्वारा देवताओं को दिए गए श्राप से लेकर असुरों द्वारा देवताओं को युद्ध में परास्त करने के बारे में बताया, उस समय भगवान विष्णु ने सभी देवताओं की बात सुनकर उन्हें सलाह देते हुए कहा कि आप दैत्यों के साथ मिलकर समुद्र मंथन करें। सभी देवताओं ने समुद्र मंथन करने के लिए असुरों से बात की और उनको इसके लिए राज़ी किया,आखिरकार असुर मान गए देवताओं के साथ संधि कर ली।

इसके बाद, सभी देवता अमृत पाने के लालच में समुद्र मंथन करने लगे। जब समुद्र से अमृत निकला तब इंद्र का पुत्र जयंत अमृत का कलश अपने हाथों में लेकर आकाश में उड़ गया। इसके बाद सभी दैत्य जयंत का पीछा करने लग गए और दैत्य उससे अमृत का कलश ले लेते हैं। अब बारह दिनों तक अमृत का कलश पाने के लिए देवता और असुर घमासान युद्ध करते रहते हैं। इस भीषण युद्ध के दौरान कलश से अमृत की कुछ बूंदें धरती पर प्रयाग, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में गिर गई और उस समय चंद्रमा, सूर्य, गुरु, शनि ने अमृत कलश की असुरों से रक्षा की थी। जब यह कलह बढ़ने लगा, तब भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप रखकर असुरों का ध्यान भटकाते हुए देवताओं को छल से अमृतपान करवा दिया, तब से ही अमावस्या की तिथि पर इन जगहों पर स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है।

फाल्‍गुन अमावस्‍या 2025 पर स्‍वास्‍थ्‍य और प्रेम जीवन के लिए उपाय

  • आप उत्तम स्‍वास्‍थ्‍य की प्राप्ति के लिए फाल्‍गुन अमावस्‍या पर पंचकर्म कर सकते हैं। शारीरिक और आध्‍यात्मिक रूप से शुद्ध होने के लिए यह उत्तम समय होता है।
  • इसके अलावा आप नीम, तुलसी सा चंदन के पाउडर से भी स्‍नान कर सकते हैं। यह आपके स्‍वास्‍थ्‍य में वृद्धि करने का काम करेगा।
  • आप फाल्‍ल्‍गुन मास पर गाय को दूध पिलाएं। इससे सुख-शांति और संपन्‍नता का आगमन होगा।
  • विवाहित जातक अपनी शादीशुदा जिंदगी को बेहतर करने के लिए फाल्‍गुन अमावस्‍या 2025 के दिन लाल रंग के फूल या लाल रंग का कपड़ा देवी मां को चढ़ाएं।
  • अपने प्रेम जीवन में सुख-शांति लाने के लिए मां लक्ष्‍मी की पूजा करें। आप उन्‍हें मिठाई या फल भी चढ़ा सकते हैं।
  • अपने घर से नकारात्‍मक ऊर्जा को खत्‍म करने के लिए अमावस्‍या के दिन चंदन आदि की अगरबत्ती जलाएं और धूप दें।
  • फाल्‍गुन अमावस्‍या पर गरीबों को भोजन करवाएं और अपने सामर्थ्‍य के अनुसार दान करें।

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. फाल्‍गुन अमावस्‍या 2025 में कब है?

उत्तर. 27 फरवरी को फाल्‍गुन अमावस्‍या है।

प्रश्‍न 2. अमावस्‍या पर पितरों की पूजा की जाती है क्‍या?

उत्तर. इस दिन पितरों के लिए तर्पण किया जा सकता है।

प्रश्‍न 3. क्‍या अमावस्‍या शुभ होती है?

उत्तर. नहीं, अमावस्‍या को शुभ नहीं माना जाता है।

नीच राशि में बुध का गोचर, इन राशियों को करेगा परेशान और इन पर रहेगा मेहरबान!

बुध का मीन राशि में गोचर: वैदिक ज्योतिष में हर माह होने वाले ग्रहों के गोचर एवं स्थिति में बदलाव का प्रभाव मनुष्य जीवन के प्रत्येक क्षेत्र पर पड़ता है जैसे कि करियर, प्रेम जीवन, व्यापार आदि। बता दें कि नवग्रहों में बुध ग्रह को एक विशेष स्थान प्राप्त है जो कि संचार, वाणी, बुद्धि एवं तर्क के कारक कहे गए हैं। इसी कम्र में, जब बुध देव किसी राशि में उपस्थित होते हैं, तो इसका प्रभाव हमारे जीवन के अधिकांश क्षेत्रों पर पड़ता है। साथ ही, गोचर के समय बुध ग्रह की स्थिति और उसकी दिशा व्यक्ति के व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में बड़े परिवर्तन लेकर आ सकती है। एस्ट्रोसेज एआई का यह लेख आपको बुध का मीन राशि में गोचर से जुड़ी समस्त जानकारी प्रदान करेगा। 

आपको बता दें कि बुध को तेज़ गति से चलने वाला ग्रह कहा जाता है और इन्हें एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करने में लगभग 30 दिनों का समय लगता है। इस तरह बुध देव का राशि परिवर्तन विभिन्न राशियों को अलग-अलग तरह से प्रभावित करता है, उदाहरण के तौर पर, जब बुध ग्रह मेष राशि में गोचर करते हैं, तब लोगों में नई सोच और नए विचार आते हैं। वृषभ राशि में बुध का गोचर जातकों के व्यापार में स्थिरता और समृद्धि देता है।

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इसके विपरीत, बुध ग्रह के वक्री अवस्था में होने पर इनके प्रभाव में तीव्रता देखने को मिलती है। बुध की वक्री अवस्था जातकों के संचार में समस्या, गलतफ़हमी, और तकनीकी समस्याएं जैसी परेशानियों को जन्म दे सकती हैं। हालांकि, बुध का गोचर उन लोगों के लिए विशेष रूप से मायने रखता है जिनका संबंध शिक्षा, लेखन और व्यापार आदि के क्षेत्र से हैं। वहीं, बुध ग्रह का गोचर शुभ होने से छात्रों का मन पढ़ाई में लगने लगता है, व्यापार में प्रगति के नए अवसर मिलते हैं और लेखकों की रचनात्मकता में वृद्धि होती है।

अब फरवरी 2025 में बुध जल्द ही अपनी नीच राशि में गोचर करने जा रहे हैं। हमारे इस विशेष ब्लॉग में आपको मीन राशि में बुध गोचर की यह ज्योतिषीय घटना राशि चक्र की 12 राशियों को कैसे प्रभावित करेगी और इसके नकारात्मक प्रभावों से बचने के कुछ बेहद सरल उपायों की जानकारी प्राप्त होगी। लेकिन, सबसे पहले जान लेते हैं बुध का मीन राशि में गोचर का समय एवं तिथि। 

बुध गोचर कब और क्या रहेगा समय?

वैदिक ज्योतिष में बुध को युवा ग्रह के रूप में जाना जाता है जो अब 27 फरवरी 2025 की रात 11 बजकर 28 मिनट पर मीन राशि में गोचर करने जा रहे हैं। आपको बता दें कि मीन राशि के स्वामी गुरु ग्रह हैं और यह बुध ग्रह की नीच राशि है। सामान्य शब्दों में कहें तो, मीन राशि में बुध देव नीच अवस्था में होते हैं इसलिए इनसे मिलने वाले परिणाम भी कमज़ोर रह सकते हैं। बुध का मीन राशि में गोचर होने से सभी राशियों के जातकों के जीवन के साथ-साथ देश-दुनिया में भी बदलाव आ सकते हैं। इस बारे में हम आगे विस्तार से बात करेंगे, लेकिन उससे पहले जान लेते हैं बुध का धार्मिक महत्व। 

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बुध ग्रह का धार्मिक महत्व 

  • बुध ग्रह के धार्मिक महत्व की बात करें, तो बुध देव को भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है जो कि संतुलन और धैर्य के देवता हैं। 
  • किसी व्यक्ति के जीवन में बुध ग्रह संतुलन, विवेक और समझदारी का आशीर्वाद देते हैं। 
  • साथ ही, इनके शुभ प्रभाव से व्यक्ति का झुकाव धार्मिकता की तरफ बढ़ता है और इससे इंसान सही मार्ग पर चलने के लिए प्रोत्साहित होता है। 
  • धार्मिक दृष्टि से, बुध ग्रह धर्म ग्रंथों जैसे कि वेदों, शास्त्रों और अन्य ग्रंथों के अध्ययन में विशेष भूमिका अदा करते हैं। 
  • इस ग्रह का धार्मिक उपदेश, शिक्षा और प्रचार में भी महत्व माना जाता है। 
  • कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति धर्म गुरुओं और प्रचारकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है क्योंकि बुध के आशीर्वाद से ही वह अपने विचारों और उपदेशों को स्पष्ट एवं प्रभावी रूप से रख पाते हैं। 
  • बुध महाराज की कृपा प्राप्ति  के लिए बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र धारण करें। विष्णु जी की आराधना करें और बुध के मंत्रों का जाप करें। 

चलिए अब नज़र डालते हैं बुध की मीन राशि में स्थिति पर। 

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मीन राशि में बुध ग्रह की विशेषताएं 

  • ज्योतिष शास्त्र में मीन राशि में बुध की स्थिति को शुभ नहीं माना जाता है। हालांकि, बुध की यह स्थिति जातक को दयालु और सहज बनाने का काम करती है। 
  • इस राशि में बैठे बुध महाराज आपको अपने मन की आवाज़ सुनने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। साथ ही, चीज़ों को गहराई से जानने-समझने में समर्थ बनाते हैं। 
  • गुरु ग्रह की राशि मीन जल तत्व की राशि है और इस राशि में बुध नीच अवस्था में होते हैं, फिर भी यह आपको औसत परिणाम दे सकते हैं क्योंकि बुध और बृहस्पति दोनों को शुभ ग्रह का दर्जा प्राप्त है। 
  • बुध मीन राशि में होने से जातकों की बात करने की क्षमता प्रभावित होती है।
  • मीन राशि के जातक सपनों की दुनिया में जीने वाले होते हैं इसलिए इस दौरान यह लोग अपनी बात रखने या भावनाओं का इज़हार करने के लिए बातचीत के बजाय कविता या कला आदि का उपयोग कर सकते हैं। 
  • अगर मीन राशि में बुध देव दूसरे शुभ ग्रहों के साथ विराजमान होते हैं, तो बुध की यह स्थिति अशुभ नहीं कही जाएगी। लेकिन, बुध ग्रह मीन राशि में पापी ग्रहों के साथ मौजूद हैं, तो आपको नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। 

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बुध गोचर के दौरान जरूर आज़माएं ये उपाय 

बुध ग्रह से शुभ परिणामों को पाने और कुपित बुध को शांत करने के लिए आप नीचे दिए गए उपायों को अपना सकते हैं।

हरे रंग का उपयोग: बुध ग्रह को रंग हरा बहुत प्रिय है इसलिए बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र धारण करें और हरे रंग की वस्तुओं का दान करें। ऐसा करने से बुध से शुभ फल प्राप्त होते हैं।

हरी सब्जियों और आंवला का सेवन: बुध ग्रह को मजबूत बनाने के लिए आंवला और हरी सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। ऐसा करने से कुंडली में बुध बलवान होते हैं। 

श्री गणेश का पूजन: भगवान गणेश से भी बुध ग्रह का संबंध माना जाता है इसलिए कुंडली में बुध दोष की शांति के लिए भगवान गणेश की उपासना करना और उन्हें दूर्वा अर्पित करना लाभदायक रहता है, विशेष रूप से बुधवार के दिन। 

बुध मंत्र का जाप: बुध देव के मंत्रों का नियमित रूप से जाप करने से बुध ग्रह को शांत किया जा सकता है। बुधवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद हरे वस्त्र धारण करके “ॐ बुं बुधाय नमः” का कम से कम 108 बार जाप करें।

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बुध का मीन राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए बुध देव को बहुत ज्यादा अनुकूल ग्रह नहीं कहा जा सकता है। बुध महाराज… (विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए बुध देव को शुभ ग्रह माना जाता है। हालांकि, इन जातकों की कुंडली में बुध… (विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में बुध ग्रह आपके पहले/लग्न भाव और चौथे भाव के स्वामी हैं। अब यह … (विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए बुध देव आपकी कुंडली में तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब… (विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध एक महत्वपूर्ण ग्रह माने जाते हैं जो कि आपके कोषाध्यक्ष कहे गए… (विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके लग्न/पहले भाव और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके… (विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

तुला राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज को महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है जो कि आपके  नौवें भाव… (विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध देव को अनुकूल ग्रह नहीं कहा जा सकता है क्योंकि आपकी कुंडली… (विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके सातवें भाव और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके चौथे… (विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए बुध देव शुभ ग्रह माने जाते हैं क्योंकि आपकी कुंडली में इन्हें छठे भाव… (विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए बुध महाराज महत्वपूर्ण माने गए हैं जिन्हें आपकी कुंडली में पांचवें भाव और… (विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि के जातकों की कुंडली में बुध का गोचर आपके पहले/लग्न भाव में हो रहा है। बता दें कि आपके… (विस्तार से पढ़ें)

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

बुध कौन हैं?

ज्योतिष में बुध ग्रहों को युवराज के नाम से जाना जाता है जो बुद्धि, वाणी और संचार कौशल को नियंत्रित करते हैं। 

बुध की राशि कौन सी है?

राशि चक्र में बुध देव को मिथुन और कन्या राशि पर स्वामित्व प्राप्त हैं।  

मीन राशि का स्वामी कौन है?

गुरु ग्रह को मीन राशि का स्वामी माना गया है।

कुंभ राशि में बुध होंगे उदित, इन 5 राशियों के जीवन को भर देंगे धन-धान्य से; लग सकती है लॉटरी!

बुध का कुंभ राशि में उदय: एस्ट्रोसेज एआई यह ख़ास लेख अपने पाठकों के लिए लेकर आया है जिसके अंतर्गत  आपको “बुध का कुंभ राशि में उदय” से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी जैसे कि बुध उदित होने का समय, तिथि और सभी जातकों पर इसका प्रभाव आदि। साथ ही, इस ब्लॉग में हम यह भी जानेंगे कि कुंडली में बुध ग्रह के अशुभ या कमज़ोर अवस्था में होने पर किन उपायों को करके आप इसके अशुभ प्रभावों को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, आपको अवगत करवाएंगे कि बुध ग्रह की अवस्था में होने वाला यह बदलाव सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन में किस प्रकार के बदलाव लेकर आएगा।

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अगर आपके मन में यह जानने की उत्सुकता है कि बुध के कुंभ राशि में उदित होने के दौरान क्या आपको नौकरी में तरक्की मिलने के योग बनेंगे? किन राशियों पर होगी धन की वर्षा और किनकी बढ़ेगी समस्या? किन राशियों के प्रेम जीवन रहेगा मिठास से भरा? इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे आपको इस ब्लॉग में। बता दें कि बुध उदित का यह लेख हमारे विद्वान और अनुभवी ज्योतिषियों द्वारा बुध ग्रह की स्थिति, चाल और दशा का विश्लेषण करके तैयार किया गया है। तो आइए अब बिना देर किये आगे बढ़ते हैं और जानते हैं बुध की उदित अवस्था के बारे में सब कुछ। 

बुध का कुंभ राशि में उदय: तिथि एवं समय 

हम सभी इस बात को भली-भांति जानते हैं कि हर महीने कई ग्रहों के गोचर एवं स्थिति में बदलाव होता है। इस दृष्टि से फरवरी 2025 का महीना बेहद ख़ास रहने वाला है क्योंकि इस माह कुंभ राशि में कई बड़े ग्रहों के गोचर एवं परिवर्तन होने वाले हैं और इनमें से एक है बुध देव का उदित होना। बता दें कि बुध देव 26 फरवरी 2025 की रात 08 बजकर 41 मिनट पर कुंभ राशि में रहते हुए अपनी अस्त अवस्था से बाहर आ जाएंगे और उदित हो जाएंगे। ऐसे में, यह राशि चक्र की सभी राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया को भी प्रभावित करेंगे। आइए अब हम जानते हैं बुध का ज्योतिष में महत्व। 

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ज्योतिषीय दृष्टि से बुध ग्रह 

  • वैदिक ज्योतिष में बुध देव को नवग्रहों के युवराज कहा जाता है जो कि एक शुभ ग्रह है। 
  • लेकिन, कुंडली में अशुभ ग्रहों के साथ बुध के बैठे होने पर यह जातक को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं। 
  • राशि चक्र में बुध ग्रह को कन्या और मिथुन राशि पर आधिपत्य प्राप्त हैं। 
  • बता दें कि बुध की उच्च राशि कन्या है जबकि यह मीन राशि में नीच के होते हैं। 
  • अगर हम बात करें इनके मित्र और शत्रु ग्रहों की तो, सूर्य और शुक्र बुध के मित्र ग्रह हैं, वहीं चंद्रमा और मंगल को इनके शत्रु माना जाता है। 

कुंडली में बुध का शुभ-अशुभ प्रभाव  

  • कुंडली में बुध ग्रह के शुभ एवं मजबूत होने पर लोगों का संचार कौशल शानदार होता है। 
  • ऐसा जातक व्यापार, वकालत और वाणिज्य के क्षेत्र में अपार सफलता हासिल करता है। साथ ही, इनकी पकड़ गणित पर मज़बूत होती है। 
  • वहीं, कुंडली में बुध ग्रह के अशुभ या कमज़ोर होने पर शारीरिक और मानसिक रूप से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 
  • इन लोगों को दुर्बल बुध के प्रभाव से व्यापार में हानि उठानी पड़ती है जिसकी वजह से आपको आर्थिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं। 
  • कमज़ोर बुध के कारण व्यक्ति को अपनी बात दूसरों के सामने स्पष्ट रूप से रखने में समस्या होती है। 

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बुध उदित कैसे करेंगे आपको प्रभावित?

  1. शनि देव की राशि कुंभ में बुध ग्रह के उदित होने से जातक अपनी सोच से परे हटकर सोचेंगे, नए तरीके से समस्याओं का समाधान ढूंढेंगे और नए आइडिया या तकनीक अपनाते हुए दिखाई देंगे।
  2. बुध देव की यह स्थिति जातकों को सवाल करने, ज्ञान अर्जित करने और नए-नए दृष्टिकोण के बारे में जानने के लिए प्रोत्साहित करेगी। यह समय नई-नई चीज़ें सीखने और बुद्धि को तेज़ बनाने के लिए अनुकूल रहेगा।
  3. कुंभ राशि के जातक भावनात्मक रूप से अलग-थलग रहना पसंद करते हैं इसलिए इनकी वाणी भावनाओं से प्रभावित होने के कारण तर्कसंगत और विश्लेषणात्मक हो सकती है। यह आपको भावनात्मक आधार के बजाय तार्किक होकर बड़े फैसले लेने में मददगार बनेगी। 
  4. कुंभ राशि का संबंध समाज, तकनीक और गतिविधियों से भी है और ऐसे में, आप सामाजिक प्रगति और भविष्य की तकनीक को लेकर होने वाली चर्चाओं पर बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। 

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बुध ग्रह की प्रिय चीज़ें 

  • बुध ग्रह को हरा रंग अत्यंत प्रिय है इसलिए इन्हें प्रसन्न करने के लिए हरा रंग ज्यादा से ज्यादा पहनना चाहिए। 
  • बात करें अंक की, तो अंक ज्योतिष में बुध महाराज को अंक 5 पर स्वामित्व प्राप्त हैं। 
  • सप्ताह के सात दिनों में बुधवार का दिन बुध देव को समर्पित होता है। वहीं, दिशाओं में यह उत्तर-पश्चिमी दिशा के स्वामी है। 
  • 27 नक्षत्रों में बुध अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र के स्वामी हैं। 
  • बुध महाराज का रत्न पन्ना है इसलिए इनकी कृपा पाने के लिए पन्ना रत्न धारण करना फलदायी साबित होगा। 
  • धातुओं में बुध ग्रह की धातु कांस्य या पीतल को माना जाता है।  
  • बुध ग्रह के भगवान विष्णु को माना गया है और इनकी पूजा करना शुभ रहता है। 
  • ज्योतिष में बुध ग्रह की मूल त्रिकोण कन्या राशि है और इनकी महादशा 17 वर्ष तक चलती है। 
  • बुध से शुभ फल प्राप्त करने के लिए बुध ग्रह के बीज मंत्र “ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” का जाप करें। 

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बुध का कुंभ राशि में उदय: सरल एवं अचूक उपाय 

  • बुधवार के दिन गणेश मंदिर जाएं और उन्हें मूंग के लड्डू का भोग लगाएँ। 
  • संभव हो, तो बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए व्रत करें। 
  • बुधवार को हरे रंग की वस्तुएं दान करें। 
  • गाय को हरा चारा खिलाएं। 
  • बुधवार के दिन पूजा करते समय बुध ग्रह के मंत्रों का उच्चारण पूर्वक जाप करना चाहिए। 
  • हरे फल, हरी सब्जियां, हरे वस्त्र आदि गरीब ब्राह्मण को दान करें। 
  • बुध ग्रह को बलवान करने के लिए बुधवार के दिन बुध स्त्रोत का पाठ करें। 
  • बुध ग्रह से शुभ परिणाम पाने के लिए पन्ना रत्न धारण करें। लेकिन, ऐसा किसी विद्वान ज्योतिषी से परामर्श करने के बाद ही करें। 
  • दुर्गा चालीसा का पाठ करने से बुध ग्रह मजबूत होते हैं। 
  • बुधवार को पांच कौड़िया बहते हुए जल में प्रवाहित करें और कुंडली में बुध को मजबूत करने के लिए प्रार्थना करें। 

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बुध का कुंभ राशि में उदय: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब…(विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए बुध आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में बुध देव आपके पहले और चौथे भाव के अधिपति देव हैं जो अब… (विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली में तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके कोषाध्यक्ष होने के साथ-साथ कुंडली में आपके धन… (विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्या राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज आपके पहले/लग्न और दसवें भाव के स्वामी हैं जो…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए बुध देव आपके नौवें भाव और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके… (विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब… (विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि 

धनु राशि वालों की कुंडली में बुध ग्रह आपके सातवें और दसवें भाव के अधिपति देव हैं। वर्तमान… (विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके छठे भाव और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके… (विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि वालों की कुंडली में बुध देव आपके चौथे और सातवें भाव के अधिपति देव हैं। वर्तमान… (विस्तार से पढ़ें)

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. बुध कुंभ राशि में कब उदित होंगे?

बुध ग्रह 26 फरवरी 2025 को कुंभ राशि में उदित होने जा रहे हैं। 

2. कुंभ राशि किसकी है?

कुंभ राशि पर न्याय के देवता शनि देव को स्वामित्व प्राप्त हैं। 

3. ग्रहों के युवराज किसे कहा जाता है?

ज्योतिष में बुध ग्रह को नवग्रहों के युवराज का दर्जा प्राप्त है।


सालों बाद महाशिवरात्रि पर बनेगा ये दुर्लभ संयोग, शिव पूजा से मिलेगा सुख-सौभाग्य का आशीर्वाद!

महाशिवरात्रि 2025 भोलेशंकर के भक्तों के लिए भक्ति का महापर्व होता है जिसका इंतज़ार उन्हें साल भर रहता है। इस दिन शिवजी के भक्त पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ व्रत करते हैं और शिव-गौरी की विधि-विधान से आराधना करते हैं। ऐसी मान्यता है कि महादेव महाशिवरात्रि के दिन धरती पर मौजूद सभी शिवलिंग में वास करते हैं इसलिए महाशिवरात्रि पर शिव पूजा से कई गुना अधिक फल की प्राप्ति होती है। 

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एस्ट्रोसेज एआई का यह विशेष ब्लॉग आपको महाशिवरात्रि 2025 के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि एवं समय आदि। साथ ही, कौन सा समय होगा शिव पूजा के लिए श्रेष्ठ और कैसे करें इनकी पूजा? किन कामों को महाशिवरात्रि पर करने से बचें? इन सबके बारे में हम इस लेख में विस्तार से बात करेंगे। इसके अलावा, महाशिवरात्रि पर किये जाने वाले उपायों से भी आपको अवगत करवाएंगे। तो चलिए शुरुआत करते है महाशिवरात्रि स्पेशल इस ब्लॉग की। 

महाशिवरात्रि 2025: तिथि एवं समय 

सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक महाशिवरात्रि है। वैसे तो, हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि आती है, लेकिन फाल्गुन मास की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। महाशिवरात्रि का महत्व साल भर में आने वाली सभी मासिक शिवरात्रि तिथियों से कहीं अधिक है। यह भगवान शंकर और आदिशक्ति माता पार्वती के विवाह की शुभ रात्रि होती है। वर्ष 2025 में महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी और इस बार की महाशिवरात्रि बेहद ख़ास होने वाली है। आइए नज़र डालते हैं महाशिवरात्रि पर पूजा के शुभ मुहूर्त पर।  

महाशिवरात्रि तिथि: 26 फरवरी 2025, बुधवार

चतुर्दशी तिथि का आरंभ: 26 फरवरी 2025 की सुबह 11 बजकर 11 मिनट पर 

चतुर्दशी तिथि की समाप्ति: 27 फरवरी 2025 की सुबह 08 बजकर 57 मिनट तक

निशीथ काल पूजा मुहूर्त: रात 12 बजकर 08 मिनट से रात 12 बजकर 58 मिनट तक

अवधि: 0 घंटे 50 मिनट

महाशिवरात्रि पारण मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 49 मिनट से 08 बजकर 57 मिनट तक, 27 फरवरी को

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महाशिवरात्रि 2025 पर बन रहा है ये दुर्लभ संयोग 

साल 2025 की महाशिवरात्रि बहुत शुभ होने वाली है क्योंकि इस दिन सालों के बाद एक दुर्लभ योग बनने जा रहा है। हम सभी जानते हैं कि 144 साल बाद प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है और अब महाशिवरात्रि के दिन यानी कि 26 फरवरी 2025 को महाकुंभ का आखिरी शाही स्नान किया जाएगा। बता दें कि प्रयागराज में महाकुंभ और महाशिवरात्रि पर शाही स्नान का संयोग वर्षों बाद बन रहा है इसलिए इस दिन का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। 

महाशिवरात्रि 2025 का धार्मिक महत्व 

महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित एक पवित्र हिंदू त्योहार है। इस दिन शिव जी के भक्त भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं। महाशिवरात्रि पर देशभर के शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। अगर हम बात करें महाशिवरात्रि के धार्मिक महत्व की, तो इस पर्व के साथ कई मान्यताएं जुड़ी हैं जिसमें से एक हैं कि महाशिवरात्रि पर पहली बार शिवलिंग रूप में शिव जी प्रकट हुए थे। दूसरी मान्यता के अनुसार, महादेव और देवी पार्वती का विवाह महाशिवरात्रि की रात संपन्न हुआ था।

आध्यात्मिक रूप से, महाशिवरात्रि पर शिव पूजन से भक्तों के जीवन में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त महाशिवरात्रि के दिन सच्चे मन से शिव पूजन एवं व्रत करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस व्रत के प्रभाव से विवाहितों को सुख- सौभाग्य की प्राप्ति होती है। वहीं, जो जातक अविवाहित होते हैं, उनकी जल्द ही शादी के योग बनते हैं। घर-परिवार में भी सुख-समृद्धि आती है और सदैव बरकत बनी रहती है। चलिए अब जानते हैं महाशिवरात्रि 2025 का ज्योतिषीय महत्व। 

ज्योतिषीय दृष्टि से महाशिवरात्रि 

बता दें कि भगवान शिव ही चतुर्दशी तिथि के स्वामी हैं इसलिए हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि व्रत किया जाता है। ज्योतिष में भी यह तिथि अत्यंत शुभ मानी गई है। इस समय सूर्य उत्तरायण होते हैं और ऋतुओं में भी परिवर्तन हो रहा होता है। 

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ज्योतिष की मानें तो, महाशिवरात्रि के अवसर पर अर्थात चतुर्दशी तिथि पर चंद्रमा कमज़ोर स्थिति में होता हैं। हम सब जानते हैं कि भगवान शिव ने चंद्रमा को अपने मस्तक पर धारण किया हुआ है इसलिए शिवजी की आराधना से जातक का चंद्रमा मज़बूत होता है जो कि मन के कारक कहे गए हैं। सामान्य शब्दों में कहें, तो शिव पूजन से व्यक्ति की इच्छा-शक्ति मज़बूत होती है।

महाशिवरात्रि 2025 पर इस विधि से करें शिव पूजा

  • महाशिवरात्रि पर भक्त प्रातः काल उठकर स्नान करें और भगवान शिव के सामने व्रत का संकल्प लें।
  • सर्वप्रथम पूजा के लिए एक चौकी की स्थापना करें और उसके ऊपर पीला या लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। इस पर थोड़े चावल रखें और फिर भगवान शिव की प्रतिमा या मूर्ति रखें।
  • अब एक मिट्टी या तांबे का कलश लेकर स्वास्तिक बनाएं और इस कलश में थोड़ा गंगाजल एवं जल मिलाने के बाद इसमें सुपारी, सिक्का एवं हल्दी की गांठ डालें। 
  • इसके बाद, शिव जी के सामने दीपक जलाएं और एक छोटे शिवलिंग को स्थापित करें। 
  • अब शिवलिंग का जल और उसके बाद दूध तथा पंचामृत से अभिषेक करें।
  • इसके पश्चात शिवलिंग को स्वच्छ करके उस पर बेलपत्र, धतूरा और फल-फूल आदि चढ़ाएं। 
  • अब शिव कथा पढ़ें और कपूर से भगवान शिव की आरती करें। साथ ही, प्रसाद का भोग लगाएं। 
  • अंत में भगवान शिव से अपनी मनोकामना के लिए प्रार्थना करें। 

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

इन चीज़ों के बिना महाशिवरात्रि पर अधूरी है भगवान शिव की पूजा

हिंदू धर्म के सभी देव-देवताओं में महादेव को सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले भगवान कहा जाता है जो कि भक्त के सच्चे हृदय से शिवलिंग पर जल चढ़ाने मात्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं और उसके सभी मनोरथ पूर्ण करते हैं। लेकिन, यहाँ हम आपको उन चीज़ों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें महाशिवरात्रि की पूजा में जरूर शामिल करना चाहिए। 

बेलपत्र: भोलेबाबा को बेलपत्र अति प्रिय है। कहते हैं कि बेलपत्र में शिव जी, माता पार्वती और माता लक्ष्मी का वास होता है इसलिए शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होकर भक्त के जीवन को खुशियों से भर देते हैं।

धतूरा: महाशिवरात्रि पर शिव पूजन करते समय भोलेनाथ को धतूरा अवश्य अर्पित करें क्योंकि शिव जी को धतूरा बहुत पसंद है। ऐसा करने से महादेव आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे।

केसर: भगवान शिव को महाशिवरात्रि के दिन लाल केसर जरूर चढ़ाएं। महाशिवरात्रि पर भोलेबाबा को लाल केसर अर्पित करने से आपके इच्छाएं पूरी होती हैं। 

शमी का फूल: महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की पूजा करते समय शिव जी को शमी का पत्ता और फूल चढ़ाने चाहिए। ऐसी मान्यता है कि शिवलिंग पर शमी का फूल चढ़ाने से भोलेनाथ आपको मनचाहा वरदान देते हैं।

शहद: महाशिवरात्रि पर महादेव की पूजा में शहद को भी शामिल करें और उन्हें अर्पित करें। शहद की मिठास से प्रसन्न होकर महादेव आपके जीवन को खुशियों से भर देंगे और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देंगे। 

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महाशिवरात्रि पर शिव जी को जरूर लगाएं इन 5 चीज़ों का भोग 

  1. ठंडाई: भगवान शिव को ठंडाई और भांग बहुत प्रिय है इसलिए महाशिवरात्रि पर शिव को ठंडाई में भांग मिलकर भोग लगाएं। ऐसा करने से महादेव जल्द प्रसन्न होते हैं।
  2. मखाने की खीर: महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ को मखाने की खीर का प्रसाद के रूप में भोग लगाएं। इससे आपको शिव जी की कृपा प्राप्त होगी। 
  3. हलवा: महाशिवरात्रि पर शिव जी का आशीर्वाद पाने के लिए उन्हें सूजी या कुट्टू के आटे का हलवा बनाकर अर्पित करें। 
  4. मालपुआ: मालपुआ भी शिव शंकर को अत्यंत प्रिय है इसलिए महाशिवरात्रि पर मालपुआ में थोड़ी भांग मिलाकर शिव जी को प्रसाद के रूप में चढ़ाएं। 
  5. लस्सी: महाशिवरात्रि पर शिव जी को लस्सी का भोग लगाने से आपको महादेव का आशीर्वाद मिलता है। हालांकि, मीठी लस्सी में थोड़ी भांग मिलाकर भगवान शंकर को भोग लगाएं। 

महाशिवरात्रि 2025 पर क्या करें?

  1. शिवलिंग पर हमेशा एक-एक करने जल या दूध चढ़ाना चाहिए और कभी भी एक साथ दोनों चीज़ों को न चढ़ाएं।
  2. शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय शिव जी और माता पार्वती का ध्यान करें। 
  3. शिवलिंग का अभिषेक करने के लिए सदैव लोटे का इस्तेमाल करें। 
  4. शिव जी का अभिषेक करते समय शिव मंत्रों का जाप करते रहना चाहिए।
  5. अभिषेक के बाद शिवलिंग पर धतूरा, भांग, बेलपत्र, गंगाजल, दूध शहद एवं दही चढ़ानी चाहिए।

 महाशिवरात्रि पर क्या न करें?

  • महाशिवरात्रि 2025 पर घर में शांति बनाए रखें और किसी भी तरह के विवाद से बचें। 
  • शिवलिंग पर जल अर्पित समय कनेर,कमल और केतकी के फूलों को अर्पित करने से बचें। 
  • सिंदूर या श्रृंगार की सामग्री भी शिवलिंग पर चढ़ाने से बचें। 
  • महाशिवरात्रि के अवसर पर तामसिक भोजन के सेवन से परहेज़ करें और न ही मदिरापान करें। 
  • ध्यान रखें कि शिवलिंग पर भूल से भी शंख से जल न चढ़ाएं।
  • महाशिवरात्रि का व्रत करने वाले जातक इस दिन सोने से बचें। 
  • शिवलिंग पर काले तिल या फिर टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाएं। 

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महाशिवरात्रि से जुड़ी पौराणिक कथा

धर्मग्रंथों में वर्णित कथा के अनुसार, एक बार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर निषादराज अपने कुत्ते के साथ शिकार के लिए निकला था। लेकिन, वह निराश था क्योंकि उस दिन उसे कोई शिकार नहीं मिला था। थकान और भूख-प्यास से चूर होकर वह एक तालाब किनारे बैठ गया जहां बेल के वृक्ष के नीचे शिवलिंग रखा था। निषादराज ने अपने शरीर को थोड़ा आराम देने के लिए कुछ बेलपत्र तोड़े जो टूट कर शिवलिंग पर भी गिर गए। इसके पश्चात, उसने अपने हाथों को साफ करने के लिए तालाब का जल छिड़का जिसकी कुछ बूंदे शिवलिंग पर भी जाकर गिर गई । 

इस दौरान उसके धनुष का एक तीर नीचे जा गिरा जिसे उठाने के लिए जब वह झुका, तो शिवलिंग के सामने नतमस्तक भी हो गया। इस तरह निषादराज ने जाने-अनजाने में शिवरात्रि पर शिव-पूजन को पूरा कर लिया। जब मृत्यु के पश्चात निषादराज को यमराज के दूत लेने के लिए आए, तो शिवगणों ने उसकी मृत्यु से रक्षा की और उन्हें भगा दिया। महाशिवरात्रि पर शिव पूजा का निषादराज को शुभ फल मिला और तब से ही शिवरात्रि पर शिव पूजन किया जाने लगा। 

महाशिवरात्रि पर राशि अनुसार करें ये उपाय, मिलेगी शिव जी की कृपा 

मेष राशि: मेष राशि के जातक भगवान शिव को कच्चा दूध, चंदन और शहद अर्पित करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।

वृषभ राशि: महाशिवरात्रि पर शिव जी को चमेली के फूल और बेल के पत्ते चढ़ाएं। साथ ही, आप ‘ॐ नागेश्वराय नमः’ मंत्र का जाप करें।

मिथुन राशि: इस राशि के जातक शिव पूजा में महादेव को धतूरा और गन्ने का रस अर्पित करें।

कर्क राशि: कर्क राशि वाले महाशिवरात्रि पर ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें और रुद्राभिषेक करें।

सिंह राशि: महाशिवरात्रि के दिन आप शिवलिंग पर कनेर के फूल चढ़ाएं। साथ ही, शिव चालीसा का पाठ करें।

कन्या राशि: कन्या राशि के जातक महाशिवरात्रि पर शिवशंकर की कृपा पाने के लिए बेलपत्र चढ़ाने के साथ-साथ पंचाक्षरी मंत्र का जाप करें।

तुला राशि: आप महाशिवरात्रि के दिन भोलेबाबा को दही, घी और शहद के साथ केसर अर्पित करें।

वृश्चिक राशि: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर आप रुद्राष्टकम का जाप करें।

धनु राशि: धनु राशि के जातक इस दिन शिव पंचाक्षर स्तोत्र और शिवाष्टक का पाठ करें।

मकर राशि: शिव जी का आशीर्वाद पाने के लिए आप शिवलिंग पर तिल का तेल और बेल के फल चढ़ाएं।

कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातक महाशिवरात्रि पर शिवलिंग का रुद्राभिषेक करें। संभव हो, तो आप ग्यारह ब्राह्मणों को भोजन करवाएं।

मीन राशि: मीन राशि वाले महाशिवरात्रि के दिन शिव जी को केतकी के फूल अर्पित करें। साथ ही, मंदिर में सफेद वस्त्र का दान करें। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

1. 2025 में महाशिवरात्रि कब है?

इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। 

2. महाशिवरात्रि कब मनाई जाती है?

पंचांग के अनुसार, महाशिवरात्रि हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है।

3. महाशिवरात्रि पर क्या करें?

महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विधान है।