कामिका एकादशी पर इस विधि से करें श्री हरि की पूजा, दूर हो जाएंगे जन्मों के पाप!
कामिका एकादशी 2025: सनातन धर्म में एकादशी का अत्यधिक महत्व है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार हर महीने में दो एकादशी तिथि पड़ती हैं और इस तरह साल में कुल 24 एकादशियां आती हैं। प्रत्येक एकादशी का एक अलग महत्व और नाम है और आज इस ब्लॉग में हम आपको कामिका एकादशी 2025 के बारे में बताने जा रहे हैं।
हिंदू धर्म में एकादशी का पर्व बहुत महत्व रखता है। इस दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है। सावन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है। श्रावण के महीने में भगवान विष्णु की पूजा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन गरीबों और जरूरतमंद लोगों को दान करने एवं उनकी सहायता करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
चातुर्मास में आने वाली श्रावण कृष्ण एकादशी का अपना एक अलग महत्व है। मान्यता है कि इस एकादशी पर व्रत एवं पूजन करने से अश्वमेध यज्ञ जैसा पुण्य और परिणाम प्राप्त होता है। इस दिन भगवान विष्णु को तुलसी के पत्ते अर्पित करना बहुत शुभ होता है।
एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में कामिका एकादशी 2025 से जुड़ी समस्त जानकारी दी गई है जैसे कि इस साल कामिका एकादशी कब है और इस दिन का क्या महत्व है? साथ ही जानेंगे कि इस एकादशी पर भगवान विष्णु का पूजन करने की विधि क्या है। तो चलिए अब बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और विस्तार से जानते हैं कामिका एकादशी 2025 के बारे में।
कामिका एकादशी 2025 कब है
20 जुलाई, 2025 को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर एकादशी तिथि आरंभ हो जाएगी और इसका समापन 21 जुलाई को सुबह 09 बजकर 41 मिनट पर होगा। इस प्रकार कामिका एकादशी का व्रत 21 जुलाई, 2025 को सोमवार के दिन किया जाएगा।
पारण तिथि एवं समय
22 जुलाई, 2025 को सुबह 05 बजकर 36 मिनट से लेकर 08 बजकर 20 मिनट तक। इसकी समयावधि 2 घंटे 44 मिनट की है।
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कामिका एकादशी 2025 पर दान करने का महत्व
सनातन धर्म में दान को विशेष स्थान दिया गया है। दान केवल मानव विकास के लिए ही नहीं है बल्कि आध्यात्मिक विकास करने के लिए भी दान को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। दान करने का अर्थ है किसी को निस्वार्थ भाव से धन, अन्न, जल या सेवा प्रदान करना। ऐसा माना जाता है कि दान करने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं।
सनातन धर्म में दान केवल निजी विकास तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह समाज के कल्याण के लिए भी होता है। दान के ज़रिए मनुष्य के अंदर करुणा, प्रेम और दया की भावना जागृत होती है जिससे अपने आप ही मोक्ष के द्वार खुलने लगते हैं।
कामिका एकादशी 2025 पर किन चीज़ों का दान करें
इस दिन श्रद्धालु अन्न और भोजन का दान कर सकते हैं। श्रावण कृष्ण एकादशी पर गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को अन्न का दान करना बहुत शुभ माना गया है। आप अनाज में चावल, गेहूं और मक्के का दान कर सकते हैं।
भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पीले वस्त्रों का दान करना भी मंगलकारी माना जाता है।
वहीं सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए आप कामिका एकादशी 2025 पर छाते का दान भी कर सकते हैं।
विष्णु जी को केसर का दूध अर्पित करें एवं राहगीरों को मीठा जल पिलाएं।
कामिका एकादशी पर भक्त प्रात: काल जल्दी उठकर स्नान करने के बाद भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। विष्णु जी को पंचामृत अर्पित करते हैं और पुष्पों, तुलसी की पत्तियों, फल, दूध एवं तिल के बीजों से उनका पूजन किया जाता है। कामिका एकादशी पर ब्राहृमण को भोजन करवाना और धन, कपड़ों आदि का दान करने का विशेष महत्व है।
एकादशी की रात्रि को जागरण किया जाता है और पूरा दिन भजन-कीर्तन किया जाता है। एकादशी से अगले दिन द्वादशी तिथि पर व्रत का पारण किया जाता है।
कामिका एकादशी पर व्रत रखने एवं भगवान विष्णु का पूजन करने से सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है। इस एकादशी पर हिंदू तीर्थस्थल की यात्रा पर भी जाते हैं और गंगा, गोदावरी, यमुना एवं कृष्णा और कावेरी जैसी पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। कामिका एकादशी पर तर्पण करने से पितृ दोष से भी मुक्ति मिल जाती है।
कामिका एकादशी 2025 की कथा
प्राचीन समय में एक गांव में एक जमींदार रहा करता था। एक बार उस जमींदार की एक ब्राह्मण से लड़ाई हो गई और क्रोध में आकर जमींदार ने उस ब्राह्मण की हत्या कर दी। इसके बाद जमींदार को अपने कृत्य पर ग्लानि हुई और वह ब्राह्मण के दाह संस्कार में शामिल होकर अपने इस पाप के लिए क्षमा मांगना चाहता था लेकिन उसे इसकी अनुमति नहीं मिल पाई। ऐसे में उस जमींदार पर ब्राह्मण हत्या का पाप लगा।
पश्चाताप की अग्नि में जलते हुए ब्राह्मण ने एक संत से पूछा कि उसे इस पाप से किस तरह से मुक्ति मिल सकती है? इस पर संत ने उससे कहा कि उसे कामिका एकादशी का व्रत एवं पूजन करना चाहिए। जमींदार ने संत के बताए अनुसार ही व्रत और पूजन किया। जब रात के समय जमींदार भगवान की मूर्ति के निकट ही सो रहा था, उस समय उसके सपने में भगवान विष्णु आए और उन्होंने उसे ब्राह्मण की हत्या के पाप से मुक्त कर उसे क्षमा कर दिया।
जिनकी सिंह राशि है, वे विष्णु जी को मोतीचूर के लड्डू चढ़ा सकते हैं।
कन्या राशि के लोग दूध में केसर मिलाकर विष्णु जी का अभिषेक कर सकते हैं। आप गाय के दूध से बनी मिठाई भी चढ़ा सकते हैं।
तुला राशि के लोगों को माखन, दही और मिश्री का भोग लगाना चाहिए।
यदि आपकी वृश्चिक राशि है, तो आप गुड़ ये बनी खीर का भोग लगाएं। आप दूध में शहद डालकर विष्णु जी का अभिषेक कर सकते हैं।
धनु राशि के लोग केले और बेसन के लड्डू अर्पित कर सकते हैं।
मकर राशि के जातक कामिका एकादशी 2025 पर चूरमा चढ़ाएं।
कुंभ राशि वाले श्रीफल का भोग लगाएंगे तो अच्छा होगा।
मीन राशि के लोगों को भगवान विष्णु को केले और बेसन के लड्डू का भोग लगाना चाहिए।
कामिका एकादशी 2025 पर व्रत रखने के लाभ
यदि कोई व्यक्ति सच्चे मन से कामिका एकादशी का व्रत रखता है, तो उसे निम्न लाभ मिल सकते हैं:
इस व्रत को रखने से पिछले जन्म के पाप कर्मों से मुक्ति मिलती है और आध्यात्मिक विकास होता है।
अन्य एकादशियों की तरह ही कामिका एकादशी का भी व्रत रखने से मनुष्य और जीवन एवं मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिल जाती है और वह मोक्ष को प्राप्त करता है।
एकादशी पर विष्णु जी का पूजन एवं व्रत रखने से उनका आशीर्वाद और कृपा प्राप्त होती है।
इस व्रत के प्रभाव से जीवन में आ रही अड़चनें दूर होती हैं और सुख एवं समृद्धि का आगमन होता है।
माना जाता है कि एकादशी पर व्रत रखने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और आत्मिक शांति मिलती है।
कामिका एकादशी 2025 पर न करें इन चीज़ों का सेवन
हिंदू धर्म एवं ज्योतिष शास्त्र में एकादशी के दिन को अत्यंत पवित्र माना गया है इसलिए इस दिन कुछ खास चीज़ों एवं खाद्य पदार्थों का सेवन करना वर्जित है।
इस दिन चावल, जौ और मक्का नहीं खाना चाहिए क्योंकि ये अनाज में आते हैं।
एकादशी के व्रत में प्याज और लहसुन का प्रयोग भी वर्जित रखा गया है।
बैंगन को तामसिक माना जाता है इसलिए कुछ लोग एकादशी के दिन इसका सेवन करने से भी परहेज़ करते हैं।
इसी तरह मशरूम को भी तामसिक भोजन में रखा जाता है और उसे भी एकादशी के दिन खाने से मना किया जाता है।
कुछ लोग एकादशी पर हींग खाने से भी परहेज़ करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे उपवास के दिन मानसिक शुद्धता में खलल पड़ती है।
इस शुभ एवं पवित्र दिन पर मांस, मदिरा और योगर्ट एवं चीज़ खाने से भी बचना चाहिए।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. कामिका एकादशी पर किसकी पूजा होती है?
उत्तर. इस दिन भगवान विष्णु के साथ भोलेनाथ की भी पूजा होती है।
प्रश्न 2. कामिका एकादशी 2025 व्रत कब है?
उत्तर. यह व्रत 16 जुलाई, 2025 को है।
प्रश्न 3. कौन-सी एकादशी सबसे बड़ी है?
उत्तर. निर्जला एकादशी को सबसे कठिन और पवित्र माना जाता है।
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एस्ट्रोसेज एआई के साप्ताहिक राशिफल का यह लेख आपको जुलाई के इस सप्ताह अर्थात 21 जुलाई से 27 जुलाई, 2025 के बारे में समस्त जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, इसकी सहायता से आप अपने जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे करियर, प्रेम, विवाह, व्यापार और स्वास्थ्य आदि से जुड़े सवालों के जवाब प्राप्त होंगे। साथ ही, क्या इस सप्ताह मिलेगी मनपसंद नौकरी या अभी करना होगा इंतज़ार? व्यापार में समस्याओं से होगा सामना या धन लाभ मिलेगा अपार? प्रेम जीवन बना रहेगा मधुर या समस्याओं से पड़ेगा जूझना? विवाह के लिए कैसा रहेगा यह सप्ताह और क्या वैवाहिक जीवन में प्रेम की होगी बरसात? इन प्रश्नों को लेकर भी स्पष्टता प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा, जुलाई के इस सप्ताह में ग्रहों के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए किन उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन को आसान बना सकते हैं, इस बारे में भी विस्तार से बात करेंगे।
साप्ताहिक राशिफल का यह ब्लॉग वैदिक ज्योतिष पर आधारित है जो कि विद्वान ज्योतिषियों द्वारा ग्रह-नक्षत्रों की दशा, चाल और स्थिति को ध्यान में रखकर बनाया गया है। हमारे इस ब्लॉग में आपको इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों, ग्रहण-गोचर के साथ-साथ कुछ मशहूर हस्तियों के जन्मदिन की भी जानकारी प्राप्त होगी। तो आइए बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि जुलाई 2025 का यह तीसरा सप्ताह आपके लिए कैसा रहेगा और सभी 12 राशियों को इस दौरान अच्छे-बुरे कैसे परिणाम प्राप्त होंगे।
इस सप्ताह के ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना
हिंदू पंचांग के अनुसार, जुलाई 2025 का यह तीसरा सप्ताह रोहिणी नक्षत्र के अंतर्गत कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि अर्थात 21 जुलाई 2025 को शुरू होगा। वहीं, इसका समापन पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के तहत शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी कि 27 जुलाई 2025 को हो जाएगा। बता दें कि जुलाई का यह सप्ताह धार्मिक दृष्टि से विशेष रहेगा क्योंकि इस हफ़्ते कई बड़े पर्वों और व्रतों को किया जाएगा। कौन से हैं वह त्योहार और कब रखा जाएगा कौन सा व्रत इस सप्ताह? आइए जानते हैं।
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इस सप्ताह में आने वाले व्रत और त्योहारों की संपूर्ण जानकारी
सनातन धर्म में व्रतों एवं पर्वों को महत्वपूर्ण माना जाता है जो हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन गए हैं। पर्व और व्रत मनुष्य के जीवन में ख़ुशियाँ और अपनों के साथ यादगार लम्हें बिताने का मौका लेकर आते हैं, इसलिए व्यस्त ज़िन्दगी होने की वजह से आपसे कोई ख़ास दिन छूट न जाएं। इस बात को ध्यान में रखते हुए यहां हम आपको 21 से 27 जुलाई, 2025 के बीच पड़ने वाले व्रत-त्योहार प्रदान करने जा रहे हैं। तो चलिए नज़र डालते हैं इस सप्ताह के पर्वों की तिथियों पर।
कामिका एकादशी (21 जुलाई 2025, सोमवार): हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को बहुत शुभ माना जाता है जो जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होती है। साल भर में आने वाली 24 एकादशी तिथियों में से एक है कामिका एकादशी और हर साल यह श्रावण माह के कृष्ण पक्ष में आती है। कामिका एकादशी का व्रत करने से भक्तों को अपने पापों से मुक्ति मिलती है और साथ ही, मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।
प्रदोष व्रत (कृष्ण) (22 जुलाई 2025, मंगलवार): प्रदोष व्रत को हर माह भक्तों द्वारा भक्तिभाव से किया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। इस दिन भक्तजन भगवान शिव के लिए व्रत करते हैं और इनकी पूजा-पाठ करते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो जातक सच्चे मन से व्रत करते हैं, उनको शिव जी के आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। बता दें कि सूर्यास्त के बाद और रात से पूर्व के समय को प्रदोष काल कहा जाता है।
मासिक शिवरात्रि (23 जुलाई 2025, बुधवार): मासिक शिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित होता है जो हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर किया जाता है। इस प्रकार, एक साल में कुल 12 मासिक शिवरात्रि आती है। धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि जिन भक्तों के द्वारा मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाता है और शिव जी की विधि-विधान से आराधना करता है, उसके जीवन से सभी समस्याओं का निवारण हो जाता है। साथ ही, जातक को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद मिलता है और वह सुख-समृद्धि एवं शांति से पूर्ण जीवन जीता है।
श्रावण अमावस्या (24 जुलाई 2025, गुरुवार): श्रावण का महीना हिंदू धर्म का पांचवां महीना होता है और इस माह में आने वाली अमावस्या को श्रावण अमावस्या के नाम से जाना जाता है। यह तिथि हरियाली अमावस्या के नाम से भी लोकप्रिय है। बता दें कि हर महीने में अमावस्या तिथि आती है और इसे दान-पुण्य एवं पितृ तर्पण के लिए श्रेठ माना जाता है। हालांकि, हरियाली अमावस्या या श्रावण अमावस्या के माध्यम से प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त किया जाता है। इस दिन पेड़-पौधे लगाए जाते हैं और मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति के सभी दुखों का अंत हो जाता है। जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
हरियाली तीज (27 जुलाई 2025, रविवार): हरियाली तीज का त्योहार हर साल सावन के महीने में आता है जो सामान्य रूप से जुलाई या अगस्त के महीने में आता है। यह पर्व मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। सावन माह में जब प्रकृति में चारों तरफ हरियाली छाई रहती है और इस सुंदरता का आनंद लेने के लिए महिलाएं झूला झुलती हैं। साथ ही, गीत गाए जाते हैं। इस दिन माता पार्वती की सवारी देश भर में निकालती है और वहीं, हरियाली तीज पर सुहागिन महिलाएं व्रत करती हैं। नवविवाहित दंपतियों के लिए हरियाली तीज का पर्व बहुत ख़ास होता है।
हम आशा करते हैं कि यह व्रत-त्योहार आपके जीवन में खुशियाँ और आशा की नई किरण लेकर आयेंगे।
सावन माह में आने वाले सोमवार का विशेष महत्व होता है क्योंकि सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। साथ ही, सावन का महीना शिव जी का प्रिय माह है इसलिए सावन में पड़ने वाले हर सोमवार का महत्व बढ़ जाता है। कहते हैं कि सावन सोमवार के दिन शिव जी की पूजा और व्रत करने से जातक को महादेव की कृपा प्राप्त होती है। अगर सावन सोमवार का व्रत कुंवारी कन्याओं द्वारा किया जाता है, तो उन्हें भोलेनाथ प्रसन्न होकर मनचाहे जीवनसाथी का आशीर्वाद देते हैं। हालांकि, 21 से 27 जुलाई के इस सप्ताह में सावन सोमवार व्रत को 21 जुलाई 2025 को रखा जाएगा।
इस सप्ताह (21 से 27 जुलाई, 2025) में पड़ने वाले ग्रहण और गोचर
वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के गोचर और ग्रहण को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हैं क्योंकि यह प्रत्यक्ष रूप से मानव जीवन को प्रभावित करते हैं। ऐसे में, हर माह में होने वाले गोचर की जानकारी होना बेहद जरूरी होता है क्योंकि राशियों की भविष्यवाणी पूर्ण रूप से ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति, चाल या दशा के आधार पर की जाती है। बात करें जुलाई 2025 के तीसरे सप्ताह की, तो इस हफ़्ते एक गोचर होगा और एक ग्रह अपनी स्थिति में बदलाव करेगा। आइए जानते हैं इस सप्ताह के ग्रह गोचर के बारे में।
बुध कर्क राशि में अस्त (24 जुलाई 2025): बुद्धि और संचार के कारक ग्रह के रूप में बुध ग्रह 24 जुलाई 2025 की शाम 07 बजकर 42 मिनट पर मिथुन राशि में अस्त हो जाएंगे। बुध की अस्त अवस्था संसार समेत देश-दुनिया को प्रभावित कर सकती है।
शुक्र का मिथुन राशि में गोचर (26 जुलाई 2025): शुक्र देव को प्रेम और भोग-विलास के कारक ग्रह माना जाता है और अब यह 26 जुलाई 2025 की सुबह 08 बजकर 45 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं।
नोट: जुलाई 2025 के इस तीसरे सप्ताह में कोई ग्रहण नहीं लगेगा।
इस सप्ताह में पड़ने वाले बैंक अवकाश
साप्ताहिक राशिफल के इस लेख में आपको 21 से 27 जुलाई के बीच पड़ने वाले बैंक अवकाशों के बारे में भी जानकारी दी जा रही है ताकि आपका कोई भी काम बैंक में अटक न सके। साथ ही, बैंक बंद होने से पहले ही आप अपने सभी काम निपटा लें।
21 जुलाई 2025: भारत श्रीनिवासन, आशीष चौधरी, अनिरुद्ध दवे
22 जुलाई 2025: कॉलिन डी ग्रैंडहोम, ट्रेंट बोल्ट, देवेंद्र फडणवीस
23 जुलाई 2025: वुडी हैरेलसन, एलेसियो सेर्सी, वाल्टर गर्गानो
24 जुलाई 2025: विजय एंटोनी, चंद्र मोहन, कर्मवीर चौधरी
25 जुलाई 2025: हरसिमरत कौर बादल, लुईस ब्राउन, जॉन ई डैनियल
26 जुलाई 2025: पंकजा मुंडे, अगस्टिन ओरियन, सुसान जॉर्ज
27 जुलाई 2025: उद्धव ठाकरे, कृति सेनन, सीमा अंतिल
एस्ट्रोसेज इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं देता है। यदि आप अपने पसंदीदा सितारे की जन्म कुंडली देखना चाहते हैं तो आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं।
साप्ताहिक राशिफल 21 जुलाई से 27 जुलाई 2025
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें: चंद्र राशि कैलकुलेटर
मेष साप्ताहिक राशिफल
स्वास्थ्य की दृष्टि से, ये सप्ताह आपकी सेहत के लिए सामान्य से थोड़ा बेहतर…..(विस्तार से पढ़ें)
मेष प्रेम राशिफल
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इस सप्ताह आर्थिक जीवन में आ रही कई दिक़्क़ते, आपके स्वास्थ्य जीवन….(विस्तार से पढ़ें)
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. जुलाई 2025 में मासिक शिवरात्रि कब है?
इस साल मासिक शिवरात्रि 23 जुलाई, बुधवार को मनाई जाएगी।
2. कब है कामिका एकादशी 2025 में?
वर्ष 2025 में कामिका एकादशी 21 जुलाई, सोमवार को किया जाएगा।
3. बुध कर्क राशि में अस्त कब होंगे?
कर्क राशि में बुध 24 जुलाई 2025 को अस्त हो जाएंगे।
अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 20 जुलाई से 26 जुलाई, 2025
कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)?
अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा।
इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।
अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (20 जुलाई से 26 जुलाई, 2025)
अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं।
जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मूलांक 1
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)
इस मूलांक वाले जातक जीवन के प्रति परिवर्तनकारी नज़रिया रखते हैं।इस सप्ताह ये जातक कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए दिखाई देंगे।
प्रेम जीवन: इस समय आपके अपने पार्टनर के साथ संबंध मधुर रहेंगे। इससे आप दोनों अपने रिश्ते में आगे बढ़ेंगे।
शिक्षा: इस सप्ताह छात्रों की एकाग्रता और याद्दाश्त काफी अच्छी रहने वाली है जिससे उन्हें उच्च अंक प्राप्त करने में मदद मिलेगी। आप उच्च शिक्षा के लिए विदेश जा सकते हैं।
पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक कार्यक्षेत्र में अपनी योग्यता दिखाने और उच्च स्तर की सफलता पाने में सक्षम होंगे। आपकी नेतृत्व क्षमता मजबूत रहेगी।वहीं व्यापारी अपनी योग्यता का उपयोग करने और अधिक मुनाफा कमाने में सक्षम होंगे।
सेहत: इम्युनिटी मजबूत रहने और जोश से भरपूर रहने की वजह से इस समय आपका स्वास्थ्य उत्तम रहने वाला है। इस सप्ताह आपके अंदर उच्च स्तर की ऊर्जा देखने को मिलेगी।
उपाय: आप रविवार के दिन सूर्य ग्रह के लिए पूजा करें।
मूलांक 2
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 2 वाले जातक आमतौर पर सोच-विचार करके काम करते हैं।ये लगातार कुछ न कुछ सोचते रहते हैं। इसके अलावा इन जातकों की लंबी यात्रा करने में रुचि होती हैं एवं ये इस दिशा में प्रयासरत रहते हैं।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह आपके और आपके पार्टनर के बीच खुशियां बनी रहेंगी। आप दोनों के बीच अच्छी आपसी समझ होने के कारण ऐसा हो सकता है।
शिक्षा: इस समय छात्र पढ़ाई में अच्छी पकड़ बनाकर रखेंगे और अधिक प्रयास करते हुए नज़र आएंगे। इस सप्ताह विद्यार्थी उच्च अंक प्राप्त कर सकते हैं।
पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक अच्छा प्रदर्शन कर के अपने सहकर्मियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होंगे। वहीं व्यापारियों को अपने व्यावसायिक अनुभव के दम पर अधिक मुनाफा कमाने का मौका मिल सकता है।
सेहत: इस सप्ताह आप जोश और उत्साह से भरे रहने वाले हैं जिसका सकारात्मक असर आपकी सेहत पर भी देखने को मिलेगा। हालांकि, आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या होने की आशंका नहीं है।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)
इस मूलांक वाले जातक अधिक आध्यात्मिक प्रवृत्ति के होते हैं। इन्हें सिद्धांतों पर चलना पसंद होता है। इस सप्ताह इन जातकों के दृष्टिकोण में उदारता देखने को मिल सकती है।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह आप अपने पार्टनर के साथ अधिक ईमानदार रहने वाले हैं जिससे आप दोनों का रिश्ता मजबूत होगा।
शिक्षा: इस सप्ताह आपका प्रदर्शन अच्छा रहने वाला है एवं आप अपने प्रदर्शन को और बेहतर करने पर ध्यान देंगे। आपके लिए प्रतियोगी परीक्षा में भी हिस्सा लेना फायदेमंद साबित हो सकता है।
पेशेवर जीवन: कार्यक्षेत्र में आपको अधिक सफलता मिलने के योग हैं। पेशेवर तरीके से काम करने की वजह से ऐसा हो सकता है। यदि आप व्यापार करते हैं, तो इस समय आप अधिक मुनाफा कमाने के मामले में अपने प्रतिद्वंदियों से आगे निकल सकते हैं।
सेहत: स्वास्थ्य की बात करें, तो इस समय आप ऊर्जा से भरपूर रहने वाले हैं। आप अपनी सेहत को बनाए रखने के लिए दृढ़ निश्चयी हो सकते हैं। इसके अलावा आपकी इम्युनिटी भी मजबूत रहने वाली है।
उपाय: आप बृहस्पतिवार के दिन बृहस्पति ग्रह के लिए पूजा करें।
मूलांक 4
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)
इस मूलांक वाले जातक जोश और जुनून से भरे हो सकते हैं। ये इसी के आधार पर अपने निर्णय ले सकते हैं। ये जातक हर कदम बहुत सोच-समझकर उठाते हैं।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह आपको अपने पार्टनर के साथ आनंदमय पल बिताने का मौका नहीं मिल पाएगा। आप दोनों के बीच आपसी तालमेल कम होने की वजह से ऐसा हो सकता है।
शिक्षा: इस समय छात्रों का पढ़ाई पर से ध्यान भटक सकता है जिसकी वजह से वे उच्च अंक प्राप्त करने में पीछे रह सकते हैं। संभव है कि इस सप्ताह आपकी पढ़ाई में भी रुचि कम रहे।
पेशेवर जीवन: इस सप्ताह नौकरीपेशा जातक काम के अधिक दबाव के कारण पीछे रह सकते हैं। वहीं व्यापारियों को अपने प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने की आशंका है।
सेहत: इस समय आपको कंधे में तेज दर्द होने का डर है। ऐसा तनाव और कमज़ोर इम्युनिटी के कारण हो सकता है।
उपाय: आप रोज़ 22 बार ‘ॐ राहवे नम:’ मंत्र का जाप करें।
मूलांक 5
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 5 वाले जातक अधिक पेशेवर होते हैं। ये हर काम को तर्क के साथ करते हैं। ये जातक व्यावसायिक मानसिकता वाले होते हैं।
प्रेम जीवन: इस मूलांक वाले जातक अपने जीवनसाथी के साथ अधिक संवेदनशील हो सकते हैं। इसके कारण आप दोनों के बीच दूरियां आ सकती हैं।
शिक्षा: इस सप्ताह छात्रों को पढ़ाई पर अधिक ध्यान देने और फोकस करने की जरूरत है वरना वे उच्च अंक प्राप्त करने में पीछे रह सकते हैं। इसके अलावा अगर आप इस सप्ताह एडवांस स्टडीज़ या प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा लेने की सोच रहे हैं, तो संभव है कि इसमें आपको सफलता न मिल पाए।
पेशेवर जीवन: इस समय नौकरीपेशा जातक अपने काम में असहज महसूस कर सकते हैं। इस वजह से आप नौकरी बदलने के बारे में सोच सकते हैं लेकिन इससे भी आपको संतुष्टि नहीं मिल पाएगी। व्यापारियों को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है।
सेहत: इस समय इम्युनिटी कमज़ोर होने की वजह से आपको नसों से संबंधित समस्याएं होने की आशंका है इसलिए आपको अधिक सावधान रहना चाहिए। आप ध्यान कर सकते हैं।
उपाय: आप नियमित रूप से प्राचीन ग्रंथ नारायणीयम का पाठ करें।
मूलांक 6
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)
मूलाक 6 वाले जातकों की लंबी दूरी की यात्रा करने में अधिक रुचि हो सकती है। ये लापरवाह स्वभाव के होते हैं। इसके अलावा ये जातक संवेदनशील हो सकते हैं।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह आपको अपने पार्टनर के साथ अधिक समझदारी और सावधानी से पेश आने की जरूरत है। आप दोनों के बीच बहस हो सकती है जिससे आपको बचना चाहिए।
शिक्षा: इस सप्ताह छात्रों को पढ़ाई के मामले में कोई खास प्रगति नहीं मिल पाएगी। इस समय आप खुद को उलझा हुआ महसूस कर सकते हैं और अपनी योग्यता दिखाने में असमर्थ हो सकते हैं।
पेशेवर जीवन: इस समय नौकरीपेशा जातक एकाग्रता की कमी और अपने काम पर ठीक से ध्यान न दे पाने की वजह से जरूरी काम भूल सकते हैं। यदि आप व्यापार करते हैं, तो आपको अपने बिज़नेस पार्टनर के साथ कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
सेहत: इस सप्ताह आपको रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमज़ोर होने की वजह से गंभीार जुकाम होने की आशंका है। आपको अपनी इम्युनिटी बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।
उपाय: आप नियमित रूप से 24 बार ‘ॐ लक्ष्मीभ्यो नम:’ मंत्र का जाप करें।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)
इस सप्ताह आप शानदार उपलब्धियां हासिल करने की स्थिति में हो सकते हैं। योजना बनाकर चलने की वजह से आपको ये उपलब्धियां मिल सकती हैं।
प्रेम जीवन: इस समय आप अपने पार्टनर के साथ मूडी स्वभाव रख सकते हैं। इसकी वजह से आप नाखुश रह सकते हैं।
शिक्षा: इस सप्ताह छात्र पढ़ाई में अधिक रुचि नहीं दिखा पाएंगे और इसकी वजह से आपके अंदर एकाग्रता की कमी और मानसिक अशांति रह सकती है। इस समय आपको कोई भी बड़ा निर्णय लेने से बचना चाहिए।
पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों को कड़ी मेहनत करने के बावजूद सराहना न मिल पाने के संकेत हैं। लेकिन आप अपने काम के प्रति पूरी तरह से समर्पित रहेंगे। यदि आप व्यापार करते हैं, तो अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में आप किसी परेशानी में फंस सकते हैं।
सेहत: इस सप्ताह आपको त्वचा से संबंधित ट्यूमर होने की आशंका है। ऐसा इम्युनिटी के कमज़ोर होने और एलर्जी की वजह से हो सकता है।
उपाय: आप मंगलवार के दिन केतु ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
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मूलांक 8
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)
इस मूलांक वाले जातक अपने सिद्धांतों के प्रति अधिक दृढ़ निश्चयी हो सकते हैं। ये ईमानदार और समय के पाबंद होते हैं।
प्रेम जीवन: इस समय आप अपने जीवनसाथी के साथ रिश्ते में खुश रहेंगे। आप दोनों के बीच आपसी तालमेल भी अच्छा रहने वाला है।
शिक्षा: आप पढ़ाई पर ध्यान देने और पेशेवर तरीके से पढ़ाई करने के लिए दृढ़ निश्चयी हो सकते हैं। यदि आप प्रतियोगी परीक्षा देने की सोच रहे हैं, तो इस समय आपको इसमें सफलता मिल सकती है।
पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक ईमानदारी से काम करते हुए नज़र आएंगे। आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दृढ़ निश्चयी रह सकते हैं। वहीं व्यापारी अधिक पेशेवर तरीके से अपने प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ने में सक्षम होंगे।
सेहत: इस समय आपका स्वास्थ्य शानदार रहने वाला है। इस समय आपके अंदर मौजूद साहस की वजह से ऐसा हो सकता है।
उपाय: आप नियमित रूप से 11 बार ‘ॐ मंदाय नम:’ का जाप करें।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)
इस मूलांक वाले जातक अधिक साहसी स्वभाव वाले होते हैं। इस साहस की वजह से ये आसानी से बड़े लक्ष्य प्राप्त करने में सक्षम हो पाते हैं।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह आपके और आपके जीवनसाथी के बीच मधुर संबंध रहेंगे। आप दोनों कहीं बाहर घूमने भी जा सकते हैं।
शिक्षा: इस सप्ताह आप प्रोफेशनल स्टडीज़ में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा आपको प्रतियोगी परीक्षा में भी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। आप शिक्षा के क्षेत्र में एक खास जगह बना सकते हैं।
पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक इस समय अधिक पेशेवर तरीके से काम करेंगे। इससे आप कुछ असाधारण उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। यदि आप बिज़नेस करते हैं, तो आप नई व्यापारिक रणनीतियों को अपनाकर धन कमाने में सफल हो सकते हैं।
सेहत: शारीरिक रूप से फिट रहने की वजह से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आपको इस सप्ताह कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी।
उपाय: आप नियमित रूप से 27 बार ‘ॐ भूमि पुत्राय नम:’ मंत्र का जाप करें।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. क्या अंक ज्योतिष राशिफल से भविष्य को बदला जा सकता है?
उत्तर. इससे भविष्य नहीं बदला जा सकता है लेकिन बेहतर निर्णय लिए जा सकते हैं।
प्रश्न 2. क्या हम किसी भी दिन अंक ज्योतिष राशिफल देख सकते हैं?
उत्तर. हां, इसमें साप्ताहिक और मासिक राशिफल देख सकते हैं।
प्रश्न 3. मूलांक का पता कैसे चलता है?
उत्तर. अपने जन्म की तिथि को जोड़कर मूलांक निकाला जा सकता है।
टैरो साप्ताहिक राशिफल (20 से 26 जुलाई, 2025): इन सप्ताह इन राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ!
टैरो साप्ताहिक राशिफल 20 जुलाई से 26 जुलाई 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्योतिषियों का मानना है कि टैरो व्यक्ति की जिंदगी में भविष्यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।
टैरो इस बात पर ध्यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्य के लिए सही विकल्प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्मा से बात करने का मौका देता है।
आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मजाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है। या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं। इन कारणों से या अन्य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।
टैरो की उत्पति 15वीं शताब्दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।
टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति को प्राप्त किया जा सकता है। आप कुछ स्तर पर अध्यात्म से, थोड़ा अपनी अंतरात्मा से और थोड़ा अपने अंतर्ज्ञान और आत्म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।
तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि 20 जुलाई से 26 जुलाई, 2025 तक का यह सप्ताह राशि चक्र की सभी 12 राशियों के लिए किस तरह के परिणाम लेकर आएगा?
टैरो साप्ताहिक राशिफल 20 जुलाई से 26 जुलाई, 2025: राशि अनुसार राशिफल
मेष राशि
प्रेम जीवन: द हैरोफ़न्ट
आर्थिक जीवन: द मैजिशियन (रिवर्सड)
करियर: सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: द चेरियट
मेष राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिए द हैरोफ़न्ट कह रहा है कि यह लोग जीवन में एक ऐसे रास्ते पर चलना पसंद करेंगे जो पूरी तरह से स्थिर और स्थापित हो। साथ ही, यह कार्ड दर्शा रहा है कि आप कुछ सीमाओं में रहना चाहते हैं जो दूसरों के लिए पुरानी हो सकती हैं। ऐसे में, आप एक नई सोच अपनाने के बजाय पुरानी मान्यताओं और परंपराओं को स्वीकार करेंगे।
आर्थिक जीवन में द मैजिशियन (रिवर्सड) का आना दर्शाता है कि वर्तमान समय में आप अपनी ऊर्जा का उपयोग सही दिशा में नहीं कर रहे हैं। धन के मामले में आपसे कुछ छूट रहा है जो ज्यादा से ज्यादा धन कमाने की राह में समस्या पैदा कर रहा है।
करियर के क्षेत्र में सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स आपके लिए शुभ समाचार लेकर आ सकता है। यह आपके पेशेवर जीवन में शांतिपूर्ण अवधि की तरफ इशारा कर रहा है जहां सब कुछ व्यवस्थित और अनुकूल होगा। ऐसे में, इस दौरान आप जीवन में चल रही समस्याओं से बाहर निकलने या फिर अपने लक्ष्यों को पाने में सक्षम होंगे जिसके चलते आपके कार्यक्षेत्र का माहौल स्थिर बना रहेगा।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, इस सप्ताह किसी भी रोग या बीमारी से लड़ने के लिए आपके भीतर एक नई ऊर्जा का संचार होगा हालांकि, आपके स्वस्थ होने का रास्ता आसान नहीं होगा , लेकिन फिर भी आप दृढ़ रहते हुए इन समस्याओं को पार कर लेंगे। स्वास्थ्य के क्षेत्र में चेरियट का आना आंतो से जुड़ी समस्याओं की तरफ भी संकेत करता है।
लकी अल्फाबेट:A, L
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: किंग ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: ऐस ऑफ पेंटाकल्स
करियर: एटऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: फाइव ऑफ पेंटाकल्स
वृषभ राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए किंग ऑफ कप्स को अच्छा कार्ड माना जाएगा। इस सप्ताह आपका साथी आपकी भावनाओं को लेकर अत्यधिक सजग रहेगा। ऐसे में, आपको महसूस होगा कि कोई शख़्स आपको सुनता और समझता है जिसके चलते आप दोनों के रिश्ते में प्रेम और सम्मान बढ़ेगा। कुल मिलाकर, आने वाला सप्ताह आपके लिए शानदार रहेगा।
आर्थिक जीवन में ऐस ऑफ पेंटाकल्स दर्शा रहा है कि यह सप्ताह आपके लिए आर्थिक रूप से सुरक्षित रहेगा। इस दौरान धन आपके लिए चिंता का विषय नहीं होगा। साथ ही, आपको व्यापार के माध्यम से अच्छा ख़ासा लाभ प्राप्त होगा और आपके द्वारा किया गया निवेश भी आपको अच्छा रिटर्न देगा।
करियर की बात करें तो, एटऑफ पेंटाकल्स कह रहा है कि इस सप्ताह आपका सारा ध्यान अपने काम पर केंद्रित होगा। आप अपने प्रोजेक्ट या कार्यों में अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहेंगे। ऐसे मे, आप कार्यों में उत्कृष्टता हासिल करेंगे। आपकी एकाग्रता बहुत मज़बूत रहेगी और इस प्रकार, आप उन लक्ष्यों की तरफ कदम बढ़ाएंगे जो आपने अपने लिए निर्धारित किए हैं।
स्वास्थ्य के मामले में इन जातकों की रफ़्तार को कोई रोग या फिर कोई चोट धीमा कर सकती है। साथ ही, आपको वायरल इन्फेक्शन या अन्य इन्फेक्शन से सावधान रहना होगा क्योंकि वह आपको अपना शिकार बना सकते हैं। बता दें कि सावधानी बरतना इलाज़ से बेहतर होता है।
लकी अल्फाबेट: U, V
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: ऐस ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: टेन ऑफ पेंटाकल्स
करियर: थ्री ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ कप्स
मिथुन राशि वालों के प्रेम जीवन में ऐस ऑफ कप्स का आना दर्शाता है कि यह सप्ताह आपके लिए प्रेम से भरा रहेगा। मिथुन राशि के जातक एक नए रिश्ते में प्रवेश कर सकते हैं और ऐसे में, आप इस नए रिश्ते और प्रेम का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे। इसके परिणामस्वरूप, आप ख़ुश रहेंगे और पार्टनर पर प्रेम की बरसात करते हुए नज़र आएंगे। इस प्रकार, यह सप्ताह आपके लिए शानदार रहेगा।
आर्थिक जीवन में टेन ऑफ पेंटाकल्स भविष्यवाणी कर रहा है कि इन जातकों के पास आवश्यकता से ज्यादा धन होगा और ऐसे में, आप आर्थिक रूप से सुरक्षित रहेंगे। इस सप्ताह आप परिवार के साथ कोई ट्रिप प्लान कर सकते हैं और साथ ही, अपनी जरूरतों को सबसे ऊपर रख सकते हैं। यह जातक फैमिली बिज़नेस से भी जुड़ सकते हैं।
थ्री ऑफ कप्स बता रहा है कि मिथुन राशि वाले कार्यक्षेत्र में जिस प्रोजेक्ट में मेहनत कर रहे हैं, तो अब आपकी मेहनत रंग लाएगी। ऐसे में, आपको सफलता की प्राप्ति होगी। हालांकि, इस कार्य में आपको दूसरों के मार्गदर्शन की आवश्यकता पड़ सकती है या फिर यह ग्रुप प्रोजेक्ट हो सकता है। लेकिन, आपको सफलता मिलेगी।
स्वास्थ्य की बात करें तो, सिक्स ऑफ कप्स इस सप्ताह किसी बीमारी या चोट के पुनः उभरने की तरफ संकेत कर रहा है। हालांकि, आप परिवार और दोस्तों की सहायता से इस मुश्किल दौर से भी बाहर आ जाएंगे।
लकी अल्फाबेट: K, P
कर्क राशि
प्रेम जीवन: द एम्प्रेस
आर्थिक जीवन: टू ऑफ कप्स
करियर: नाइन ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: पेज ऑफ पेंटाकल्स
जब बात आती हैकर्क राशि वालों की तो, द एम्प्रेस एक नए रिश्ते या पहले से मौजूद रिश्ते की बात कर रहा है। यह कार्ड प्रेम से पूर्ण और स्थिर रिलेशनशिप का प्रतिनिधित्व करता है। इन जातकों का रिश्ता भावनात्मक रूप से मज़बूत होगा जहाँ आप दोनों एक-दूसरे का सम्मान करते होंगे।
आर्थिक जीवन की बात करें तो, टू ऑफ कप्स स्थिर, संतुलित और सुरक्षित अवधि को दर्शा रहा है। इस राशि के जातक धैर्यवान और आर्थिक रूप से सुरक्षित होंगे जिनके पास अपनी जरूरतों और खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में धन होगा। हालांकि, हम यह नहीं कह रहे हैं कि आपके पास पर्याप्त धन होगा, लेकिन आपके आर्थिक स्थिति स्थिर और सुरक्षित होगी।
बात करें करियर की तो, नाइन ऑफ पेंटाकल्स बता रहा है कि नौकरी के माध्यम से आप आर्थिक रूप से मज़बूत बन सकेंगे। साथ ही, बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सावधानीपूर्वक योजना बनाने से आप अपने करियर को सफलता के मार्ग पर भी लेकर जा सकेंगे। यह अवधि धन-समृद्धि और पुरस्कार लेकर आएगी। संभव है कि इस दौरान आपको करियर में कोई सुनहरा अवसर या धन में वृद्धि का कोई अवसर प्राप्त होगा। हालांकि, यह आपको करियर और निजी जीवन में संतुलन बनाकर चलने के लिए भी कह रहा है।
स्वास्थ्य के संबंध मेंपेज ऑफ पेंटाकल्स सामान्य रूप से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए कहता है। साथ ही, यह आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव को भी दर्शाता है। इस दौरान आप उत्साहित और ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं जिसकी वजह एक नियमित दिनचर्या का पालन करना हो सकता है।
सिंह राशि के जातकों को प्रेम जीवन में ऐस ऑफ वैंड्स मिला है जो उत्साह, एक नई शुरुआत और प्रेमपूर्ण एवं संतुष्ट रिश्ते की तरफ इशारा कर रहा है। इस सप्ताह यह कार्ड एक नए रिश्ते के आरंभ और रिश्ते में प्रतिबद्धता के विकसित होने को दर्शा रहा है। इस राशि के जो सिंगल जातक हैं, वह इस दौरान साहसी रहेंगे और दूसरों के सामने इस बात का दिखावा कर सकते हैं कि वह आपकी परवाह करते हैं।
बात करें आर्थिक जीवन की तो, आपको टेन ऑफ स्वॉर्ड्स मिला है जो बता रहा है कि आने वाला समय आपके लिए आर्थिक समस्याएं लेकर आ सकता है। ऐसे में, आप दिवालिया हो सकते हैं या आपको धन निवेश के द्वारा हानि उठानी पड़ सकती है या फिर आपके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप, आप असहाय महसूस कर सकते हैं और अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित रह सकते हैं। दूसरी तरफ, यह कार्ड समस्याओं का सामना करता हुए इन परिस्थितियों से बाहर आने और अपनी आर्थिक स्थिति को पुनः सुधारने के अवसर तलाशने की तरफ भी संकेत करता है।
करियर की बात करें तो, फोर ऑफ वैंड्स धन-समृद्धि से पूर्ण, स्थिर और कार्यक्षेत्र के सकारात्मक वातावरण की तरफ संकेत कर रहा है। इन जातकों को अपनी मेहनत के बल पर सफलता प्राप्त होगी। ऐसे में, आप करियर के क्षेत्र में प्रगति हासिल करेंगे और आपके भीतर सहयोग और सहायता जैसी भावनाएं भी पैदा होंगी।
नाइट ऑफ वैंड्स कहता है कि इस सप्ताह सिंह राशि के जातकों के साहस और जोश में वृद्धि होगी। इस दौरान स्वास्थ्य के प्रति आपका दृष्टिकोण सकारात्मक रहेगा और आप शारीरिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए जरूरी कदम उठाते हुए दिखाई देंगे।
बात करेंकन्या राशि वालों के प्रेम जीवन की तो, अगर आप सिंगल हैं, तो यह सप्ताह किसी ख़ास इंसान से मिलने के लिए शानदार रहेगा क्योंकि इस अवधि में आप आत्मविश्वास से भरे रहेंगे। साथ ही, यह कार्ड कहता है कि आप किसी ऐसे इंसान के साथ रिश्ते में आ सकते हैं जो स्वभाव से थोड़ा जुनूनी हो सकता है। स्ट्रेंथ कार्ड को शुभ माना जाएगा जो बता रहा है कि आप दूसरों प्रेमी जोड़ों के लिए मिसाल बनेंगे क्योंकि आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा और आपसी तालमेल बेहतरीन होगा।
आर्थिक जीवन में पेज ऑफ वैंड्स धन से जुड़े मामलों में नए अवसरों और संभावनाओं को दर्शा रहा है। यह आपको नए-नए तरीकों को अपनाने और जोख़िम उठाने के लिए प्रेरित कर रहा है। साथ ही, आपको आर्थिक जीवन में कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। यह अवधि आपको जीवन में प्रगति पाने और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए कह रही है।
जब बात आती है करियर की, तो थ्री ऑफ वैंड्स प्रगति, विस्तार और वृद्धि की संभावना को दर्शाता है। साथ ही, यह अवधि खुद को जानने और एडवेंचर की तरफ इशारा कर रही है जो आपके निडर और खुद को लेकर आश्वस्त होने पर जोर दे रही है ताकि आप अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकें। इस मार्ग पर आपको चुनौतियों का सामना करने पड़ेगा या फिर नई चीज़ों के बारे में जानना भी शामिल हो सकता है।
स्वास्थ्य के मामले में आपको द वर्ल्ड प्राप्त हुआ है जिसे एक शुभ कार्ड कहा जाएगा। यह आपके किसी रोग या फिर चोट से सफलतापूर्वक बाहर निकलने को दर्शा रहा है। यह सप्ताह आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा और इस दौरान आपकी सभी स्वास्थ्य समस्याएं दूर होंगी जिससे आपकी सेहत में सुधार देखने को मिलेगा।
तुला राशि के जातकों को प्रेम जीवन में द एम्प्रेस मिला है और यह एक ऐसे व्यक्ति की तरफ संकेत कर रहा है जो अत्यंत शक्तिशाली, सुरक्षात्मक और हक़ जताने वाला होगा। इन जातकों का जीवनसाथी जिम्मेदार और परिपक्व होगा। द एम्प्रेस आपके रिश्ते को लेकर कह रहा है कि आपके रिलेशनशिप को मज़बूत होने और प्रतिबद्धता की आवश्यकता है जिससे आप दोनों का रिश्ता स्थिर और मज़बूत बन सकेगा।
आर्थिक जीवन के लिए पेज ऑफ स्वॉर्ड्स भविष्यवाणी कर रहा है कि इन जातकों को स्पष्टता, अच्छी योजनाएं और नए आइडिया की आवश्यकता होगी। आप इस दौरान आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने के नए-नए तरीके ढूंढ़ने में प्रयासरत रहेंगे ताकि आप आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकें। ऐसे में, इस सप्ताह आपको अनुभवी व्यक्तियों से आर्थिक मामलों में मार्गदर्शन लेने के साथ-साथ धन कमाने के नए-नए साधन ढूंढ़ने की सलाह दी जाती है।
टू ऑफ कप्स करियर के क्षेत्र में सहयोग और सामंजस्य के महत्व का प्रतिनिधित्व करता है जिसका लाभ दोनों पक्षों को प्राप्त होगा। यह अवधि आपको लोगों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रोत्साहित करेगी, विशेष रूप से कमर्शियल पार्टनरशिप या फिर किसी ऐसे सहकर्मी के साथ मिलकर काम करना होगा जिसकी सहायता से आप अपने पेशेवर जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें। ऐसे में, आप प्रभावी नेटवर्क बनाने के साथ-साथ मज़बूत पार्टनरशिप स्थापित करने के प्रयास में रहेंगे।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में नाइट ऑफ कप्स शारीरिक स्वास्थ्य को नहीं दर्शाता है, बल्कि यह कार्ड भावनात्मक, आध्यात्मिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए कहता है।
लकी अल्फाबेट: R, T
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: डेथ
आर्थिक जीवन: टू ऑफ वैंड्स
करियर: थ्री ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: फाइव ऑफ कप्स
वृश्चिक राशि वालों को प्रेम जीवन में डेथ कार्ड मिला है। बता दें कि जीवन में आने वाले बड़े बदलाव और अच्छी-बुरी चीज़ों को डेथ कार्ड के द्वारा दर्शाया जाता है। यह एक पुराने रिश्ते के खत्म होने और नए रिश्ते की शुरुआत का संकेत हो सकता है या फिर आपको अपनी गलत दिनचर्या को छोडना होगा जो आपको नुकसान पहुंचा रही होगी। साथ ही, अपने पुराने रिश्तों को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ें।
जब बात आती है आर्थिक जीवन की तो, टू ऑफ वैंड्स धन से जुड़े फैसलों और स्थिरता को दर्शा रहा है। इस सप्ताह आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत रहेगी और ऐसे में, आप सोच-समझकर आर्थिक फैसले ले सकेंगे और सही जगह धन का निवेश भी कर सकेंगे।
करियर की बात करें तो, थ्री ऑफ पेंटाकल्स विशेषज्ञता, टीमवर्क और कार्यों में सफलता पाने के लिए आपसी सहयोग को दर्शाता है। इस सप्ताह आपकी टीम मिल-जुलकर काम करेगी और ऐसे में, आप प्रगति पाने के साथ-साथ अपनी क्षमताओं को भी मज़बूत बनाने में सक्षम होंगे जिसके चलते आपको सराहना मिलने और वेतन में वृद्धि होने की संभावना है।
स्वास्थ्य के मामले में फाइव ऑफ कप्स अपना ध्यान रखने और भावनात्मक रूप से स्वस्थ होने की जरूरत की तरफ इशारा कर रहा है जिसकी वजह आपको हाल-फिलहाल में हुई हानि या फिर डिप्रेशन हो सकता है। यह कार्ड आपको जीवन में होने वाले सभी तरह के नुकसान या भावनात्मक समस्याओं से बाहर आने के लिए प्रेरित कर रहा है ताकि आप स्वस्थ हो सकें।
धनु राशिवालों के प्रेम जीवन मेंक्वीन ऑफ वैंड्स मिला है जो किसी नए रिश्ते में प्रेम पनपने की ओर संकेत कर रहा है। इस अवधि में आप साथी के सामाजिक जीवन, दोस्तों और परिवार का हिस्सा बनेंगे। ऐसे में, यह रिश्ता सामाजिक जीवन से प्रभावित रहेगा। क्वीन ऑफ वैंड्स सोशल लाइफ को अत्यधिक महत्व देता है इसलिए यह इस बात पर जोर देता है कि आप बिना किसी परेशानी के उनके करीबियों में घुलमिल जाएं। साथ ही, यह कार्ड अध्यात्म का भी प्रतिनिधित्व करता है और ऐसे में, आप दोनों धार्मिक प्रवृत्ति के हो सकते हैं।
आर्थिक जीवन में फोर ऑफ वैंड्स का आना सुरक्षा और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है। यह कार्ड बता रहा है कि अब आप अपनी मेहनत और सोच-विचार कर बनाई गई योजनाओं के फल का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे। ऐसे में, आप अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर प्रसन्न और आत्मविश्वास से भरे रहेंगे।
करियर को देखें तो, टेन ऑफ पेंटाकल्स स्थिर और प्रगतिशील करियर का प्रतिनिधित्व करता है। आपका व्यापार सफल और तरक्की के मार्ग पर आगे बढ़ेगा। ऐसे में, आपका करियर आपको दीर्घकालिक सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता प्रदान करेगा। इस अवधि में आप फैमिली बिज़नेस में भी शामिल हो सकते हैं।
नाइट ऑफ पेंटाकल्स स्वास्थ्य के संबंध में भिन्न-भिन्न पहलुओं को दर्शाता है। यह कार्ड स्पष्ट रूप से कहता है कि नियमित रूप से आपको अपनी सेहत का ध्यान रखने और स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा।
लकी अल्फाबेट: D, B
मकर राशि
प्रेम जीवन: क्वीन ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: पेज ऑफ पेंटाकल्स
करियर: द मैजिशियन
स्वास्थ्य: क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स
मकर राशि के जातकों को प्रेम जीवन मेंक्वीन ऑफ कप्स मिला है जो विश्वास, भावनात्मक रूप से संतुष्टि और अनुकूल अवधि का प्रतिनिधित्व करता है। इन जातकों का रिश्ता आपसी समझ और सम्मान पर आधारित होगा। जो जातक सिंगल हैं, उनके जीवन में ऐसा कोई व्यक्ति दस्तक दे सकता है जो प्रेमपूर्ण, दयालु और देखभाल करने वाला होगा।
आर्थिक जीवन में पेज ऑफ पेंटाकल्स आपको प्राप्त हुआ है जो धन के आगमन और व्यापार में लाभ मिलने की संभावना के साथ-साथ नौकरी के नए अवसरों को भी दर्शा रहा है। सामान्य शब्दों में कहें तो, आर्थिक स्थिति में सुधार लेकर आने के लिए आपको मज़बूत नींव स्थापित करनी होगी गे या फिर आप फाइनेंशियल एजुकेशन की शुरुआत कर सकते हैं।
करियर की बात करें तो, आपको द मैजिशियन मिला है जो करियर में सफलता और नौकरी या आर्थिक जीवन में लक्ष्यों को हासिल करने की तरफ इशारा कर रहा है। इस अवधि में आप अपनी क्षमताओं के बल पर स्वयं को मिलने वाले अवसरों का फायदा उठाने में सक्षम होंगे। ऐसे में, आप अपने प्रयासों के माध्यम से आर्थिक स्थिति को सुधार सकेंगे।
स्वास्थ्य के मामले में क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स भविष्यवाणी कर रहा है कि आपको मानसिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं या फिर आपके मन में दबी हुई भावनाएं हो सकती हैं। इस अवधि में आप मानसिक या शारीरिक समस्याओं से ग्रस्त नज़र आ सकते हैं। जो जातक गर्भधारण करना चाहते हैं, उनके लिए यह कार्ड शुभ संकेत माना जाएगा।
लकी अल्फाबेट: G, H
ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्तजन्म कुंडली प्राप्त करें।
कुंभ राशि
प्रेम जीवन: फोर ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: द हैरोफ़न्ट
करियर: ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स
बात करें कुंभ राशि वालों के प्रेम जीवन की, तो आपको फोर ऑफ पेंटाकल्स प्राप्त हुआ है जो स्थिर, सुरक्षित और आर्थिक रूप से मज़बूत रिश्ते को दर्शा रहा है। साथ ही, ऐसा व्यक्ति आप पर नियंत्रण चाहने वाला और हक़ जताने की प्रवृत्ति रखने वाला भी हो सकता है। इस अवधि में आप या आपका साथी या फिर आप दोनों ही अपने रिश्ते में साहस के साथ बने रहेंगे और ऐसे में, आपको कभी-कभी घुटन का अहसास हो सकता है।
आर्थिक जीवन में द हैरोफ़न्ट आपको पैसों की बचत करने के लिए पारंपरिक तरीके अपनाने के लिए कह रहा है। साथ ही, धन को लेकर किसी भी तरह का जोख़िम न उठाने की सलाह दे रहा है क्योंकि आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको धन से जुड़े मामलों को संभालते हुए बेहद सावधान रहना होगा, चाहे फिर आप धन से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हों या नहीं।
करियर के क्षेत्र में ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स नए अवसरों, बुद्धि में वृद्धि और पेशेवर जीवन में सफलता की तरफ संकेत कर रहा है, लेकिन यह आपको तब ही प्राप्त होगा जब आप दृढ़ और एकाग्रचित रहेंगे। इस दौरान आप नए करियर की शुरुआत कर सकते हैं या आपको प्रमोशन मिलने की संभावना है या फिर आपको कोई ऐसा प्रोजेक्ट मिल सकता है जिसमें दुनिया के सामने आपको अपनी बुद्धि और रचनात्मकता दोनों का परिचय देना होगा।
नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स कहता है कि इन जातकों को तनाव, नींद न आना और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको मेडिकल सहायता लेने की सलाह दी जाती है। इस दौरान आप चिंतित या भय से परेशान नज़र आ सकते हैं जिसकी वजह से आपको सिरदर्द और नींद न आने की समस्या बनी रह सकती है।
लकी अल्फाबेट: S, G
मीन राशि
प्रेम जीवन: द स्टार
आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ पेंटाकल्स
करियर: द सन
स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड)
मीन राशि वालों को प्रेम जीवन में द स्टार प्राप्त हुआ है जो रिश्ते में आशा और पुनर्जीवित होने का प्रतिनिधित्व करते हैं। चाहे आप सिंगल हों या रिश्ते में, यह आपको बेहतर भविष्य को लेकर आशावादी रहने के लिए कह रहा है। इस अवधि में आप किसी पुरानी चोट से उभर सकते हैं या फिर पुराने रिश्ते को दोबारा सींच सकते हैं। वहीं, इस राशि के सिंगल जातकों के लिए यह समय नए रिश्ते में आने और नए दोस्त बनाने की दृष्टि से अनुकूल रहेगा।
आर्थिक जीवन में सिक्स ऑफ पेंटाकल्स का आना धन-समृद्धि, सुरक्षा और धन का सही उपयोग करने को दर्शाता है। इस सप्ताह आप धन की बचत करने के साथ-साथ सोच-समझकर निवेश कर सकेंगे। इसके अलावा, आप धन का प्रबंधन करने में भी सक्षम होंगे। यह कार्ड कहता है कि आप आर्थिक रूप से स्थिर रहेंगे और अपने धन का इस्तेमाल दूसरों की सहायता करने में करेंगे।
करियर के क्षेत्र में द सन सफलता, जुनून और परिस्थितियों को स्वीकार करने आदि को दर्शाता है। यह समय आपके लिए नए अवसर, प्रमोशन या कोई उच्च पद लेकर आ सकता है। इस अवधि में आप अपनी मेहनत के द्वारा कुछ बड़ी उपलब्धियां भी हासिल कर सकेंगे और ऐसे में, आप सुरक्षित और संतुष्ट महसूस करेंगे।
स्वास्थ्य में आपको फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स मिला है और यह आपको बार-बार परेशान करने वाली किसी स्वास्थ्य समस्या की तरफ इशारा कर रहा है। ऐसे में, आपके लिए अपनी दिनचर्या में बदलाव करना जरूरी होगा और साथ ही, स्वस्थ होने के लिए आपको अपने खानपान को संतुलित करना होगा। आपको अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करना होगा।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. टैरो क्या नहीं कर सकता है?
टैरो कार्ड 100% सटीकता से किसी व्यक्ति का भविष्य नहीं बता सकता है। साथ ही, यह लॉटरी जीतने, नकारात्मक सवालों के जवाब देने या खोई हुई वस्तुओं की जानकारी देने में असमर्थ होता है।
2. टैरो में कौन सा कार्ड विवाह की भविष्यवाणी करता है?
फोर ऑफ वैंड्स
3. टैरो में कौन सा कार्ड स्वास्थ्य को दर्शाता है?
द मैजिशियन।
10 करोड़ सवालों के जवाब देकर एस्ट्रोसेज एआई ने रचा इतिहास, X पर भी किया ट्रेंड!
🎉AstroSage के AI Astrologers का कमाल मीडिया में छाया, X पर भी ट्रेंड किया #AstroSageAI10Cr
नोएडा, 16 जुलाई
देश की सबसे चर्चित और लोकप्रिय ज्योतिषीय कंपनी एस्ट्रोसेज एआई ने सोमवार को एक नयी उपलब्धि हासिल की, और मंगलवार को इसकी धमाकेदार गूंज मीडिया में सुनाई दी। दरअसल, सोमवार को AstroSage AI के AI ज्योतिषियों द्वारा 10 करोड़वें सवाल का जवाब दिया गया था। एस्ट्रोसेज एआई को रोजाना 12 लाख से ज्यादा लोग इस्तेमाल करते हैं और ज्योतिष के मामले में 80 फीसदी बाजार पर एस्ट्रोसेज एआई का कब्जा है। एस्ट्रोसेज एआई के एंड्रायड एप के करीब 6.75 करोड़ डाउनलोड हैं। लोकप्रियता के मामले में देश में नंबर-1 ज्योतिषीय प्लेटफार्म एस्ट्रोसेज एआई ने बीते साल सितंबर में अपने प्लेटफार्म पर एआई एस्ट्रोलॉजर लॉन्च किए थे और सिर्फ दस महीने में एआई एस्ट्रोलॉजर्स ने दस करोड़ से ज्यादा सवालों का जवाब देकर इतिहास रच दिया। ज्योतिष के अलावा बिजनेस, टेक्नोलॉजी और आईटी सेक्टर के लिए ये बड़ी खबर थी, लिहाजा मीडिया में इसकी जोरदार धमक सुनाई दी।
एस्ट्रोसेज ने बनाया नया रिकॉर्ड, एआई ज्योतिषियों ने दिए 10 करोड़ सवालों के जवाब!
इसके अलावा माइक्रोब्लॉगिंग साइट X पर भी इस उपलब्धि की धूम रही। #AstroSageAI10Cr बहुत देर तक नंबर-2 पर ट्रेंड करता रहा।
इस अवसर पर एस्ट्रोसेज एआई के सीईओ प्रतीक पांडे ने वरिष्ठ पत्रकार नैना यादव से फेसबुक लाइव पर खुशी साझा की।
एस्ट्रोसेज एआई की इस कामयाबी के बारे अधिक जानने के लिए देखें ये विशेष पॉडकास्ट:
एस्ट्रोसेज एआई ने ज्योतिष में एआई का इस्तेमाल 2018 में ही आरंभ कर दिया था, जब कंपनी ने Bhrigoo.ai एप लॉन्च की थी। ज्योतिष में एआई के इस्तेमाल के मामले में एस्ट्रोसेज एआई का कोई मुकाबला नहीं है। एस्ट्रोसेज एआई के सीआईओ पुनीत पांडे का कहना है,“हमारे एआई ज्योतिषियों ने पहले दस करोड़ सवालों का जवाब करीब दस महीने में दिया है। लेकिन, जिस बड़ी संख्या में अब लोग एआई एस्ट्रोलॉजर से चैट कर रहे हैं, हमें लगता है कि अगले दस करोड़ सवाल अगले तीन महीने में ही पूछ लिए जाएंगे।”
चंद्रमा की राशि में वक्री होंगे बुध, इन 4 राशियों के जीवन का होगा गोल्डन टाइम शुरू!
बुध कर्क राशि में वक्री: ज्योतिष की दुनिया में हर ग्रह का अपना अलग स्थान है और यह इंसान के जीवन के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों पर आधिपत्य रखते हैं। इसी क्रम में, ग्रहों के राजकुमार कहे जाने वाले बुध ग्रह को एक ऐसे ग्रह का दर्जा प्राप्त है जो हर व्यक्ति की ज़िन्दगी को गहराई से प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। कुंडली में बुध की मज़बूत स्थिति जातक को तेज़ बुद्धि, मज़बूत संचार कौशल और व्यापार में सफलता प्रदान करती है। वहीं, इनकी कमज़ोर अवस्था जातक को अपनी बात या भावनाएं दूसरे के सामने रखने में असमर्थ बनाती हैं। साथ ही, जातक को हकलाने की समस्या परेशान करने लगती है। इस प्रकार हम अंदाज़ा लगा सकते हैं कि बुध ग्रह हमारे जीवन में कितने मायने रखते हैं इसलिए इनकी चाल या स्थिति में होने वाला हर परिवर्तन विशेष माना जाता है। अब यह जल्द ही कर्क राशि में वक्री होने जा रहे हैं।
एस्ट्रोसेज एआई का आज का यह ब्लॉग आपको “बुध कर्क राशि में वक्री” से संबंधित सारी जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि और समय आदि। अगर आप भी यह जानने के लिए उत्साहित हैं कि कर्क राशि में वक्री होकर बुध किन राशियों के जीवन में सौभाग्य लेकर आएंगे और किन राशियों के लिए यह परेशानी बढ़ाने का काम करेंगे? किन राशियों पर होगी धन की बरसात और किन्हें करना होगा आर्थिक संकट का सामना? इस तरह के सभी सवालों के जवाब आपको हमारे इस लेख में प्राप्त होंगे। साथ ही, बुध कर्क राशि में वक्री के दौरान आप कौन से उपाय अपनाकर बुध के अशुभ प्रभावों से बच सकते हैं, यह भी हम आपको बताएंगे। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं बुध वक्री के बारे में सब कुछ।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
बुध कर्क राशि में वक्री: तिथि और समय
तर्क-वितर्क, संवाद और बुद्धि के कारक ग्रह बुध सौरमंडल के सबसे छोटे ग्रह हैं और यह अपनी तेज़ रफ़्तार के लिए जाने जाते हैं। बुध की तीव्र गति की वजह से इनका गोचर हर 23 से 27 दिन में होता है और साथ ही, यह जल्दी-जल्दी अस्त, वक्री और मार्गी होते हैं। ऐसे में, अब बुध महाराज अपने शत्रु चंद्रमा की राशि कर्क में 18 जुलाई 2025 की सुबह 09 बजकर 45 मिनट पर वक्री होने जा रहे हैं। बता दें कि ग्रह के वक्री होने को शुभ नहीं माना जाता है और यहाँ बुध देव अपनी शत्रु राशि में वक्री हो रहे हैं जो कि एक कमज़ोर स्थिति कही जा सकती है। ऐसे में, इनकी वक्री चाल का असर सभी राशियों समेत विश्व पर भी दिखाई दे सकता है। इस प्रकार, यह अवधि कुछ राशियों के लिए शुभ रहेगी और कुछ के लिए अशुभ। लेकिन, इससे पहले हम बात करेंगे वक्री चाल के बारे में।
क्या होता है ग्रह का वक्री होना?
हम सभी इस बात को भली-भांति जानते हैं कि ग्रह अस्त, उदय, वक्री और मार्गी होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं किसे कहते हैं वक्री ग्रह? तो बता दें कि ज्योतिष के अनुसार, किसी ग्रह का वक्री होना उस घटना को कहा जाता है जब कोई ग्रह अपने परिक्रमा पथ पर आगे बढ़ने के बजाय पीछे की तरफ यानी कि उल्टा चलता हुआ प्रतीत होता है। इसको ही ग्रह का वक्री होना कहते हैं। हालांकि, वास्तव में कोई ग्रह वक्री नहीं होता है, परंतु वह दूर से देखने पर उल्टा चलता हुआ नज़र आता है। वैदिक ज्योतिष की मानें तो, ग्रह की वक्री चाल जातकों के जीवन को काफ़ी प्रभावित करती है।
चलिए अब नज़र डालते हैं मनुष्य जीवन पर बुध ग्रह के प्रभाव के बारे में।
मनुष्य जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर बुध ग्रह का प्रभाव
बुध ग्रह की शुभ और अशुभ स्थिति व्यक्ति के जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करती है, कैसे? आइए जानते हैं।
करियर पर बुध का प्रभाव:
करियर में बुध ग्रह को महत्वपूर्ण माना जाता है और किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में इनकी स्थिति व्यापार में सफल होने की आपकी क्षमता, फैसले लेने और सोच-विचार करने के तरीके को दर्शाती है। बुध देव की शुभ स्थिति जातक को नेटवर्किंग, डाटा और लेखन के क्षेत्र में कामयाबी दिला सकती है। वहीं, इस ग्रह की दुर्बल अवस्था के चलते आप सबके सामने अपनी बात रखने या अपने काम को समय पर पूरा करने में नाकाम रह सकते हैं।
आर्थिक जीवन पर बुध का प्रभाव:
अगर हम बात करें आर्थिक जीवन की तो, बुध ग्रह की स्थिति ख़ास हो जाती है क्योंकि बुध महाराज धन से जुड़े मामलों में संचार और कागज़ी कामों आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं। लेकिन, जब कभी बुध वक्री अवस्था में होते हैं, तो जातक को धन के संबंध में किसी भी तरह के फैसले लेने और बेकार की खरीदारी करने से बचना चाहिए। इस दौरान पैसों को लेकर सावधानी बरतें, अन्यथा आप छलकपट का शिकार हो सकते हैं।
प्रेम जीवन पर बुध ग्रह का प्रभाव
बुध ग्रह जब मार्गी अवस्था में होते हैं, तब जातक का संचार कौशल काफ़ी अच्छा रहता है। इन लोगों का प्रेम जीवन पार्टनर के साथ हंसी-ख़ुशी से गुलज़ार रहता है। साथ ही, आप एक-दूसरे से खुलकर बात करते हुए दिखाई देते हैं, परंतु बुध देव के वक्री होने की अवधि में आपके रिश्ते में जीवनसाथी के साथ बहस होने के साथ-साथ ग़लतफहमी जन्म ले सकती है। इसके अलावा, इस दौरान आप दोनों बेकार के वाद-विवाद में भी पड़ सकते हैं।
वैवाहिक जीवन पर बुध का प्रभाव:
बुध की वक्री अवस्था उन लोगों के लिए समस्याओं का कारण बनती है जो विवाह के योग्य होते हैं और विवाह करना चाहते हैं। बता दें कि यदि आप विवाह के बंधन में बंध जाते हैं, तो बुध देव की कृपा से साथी और आपके बीच आपसी तालमेल और संचार कौशल मज़बूत होता है। साथ ही, आप दोनों एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और आप अपनी जिम्मेदारी को अच्छे से निभाते हैं।
स्वास्थ्य पर बुध का प्रभाव
स्वास्थ्य को प्रभावित करने के लिए सिर्फ़ बुध ग्रह की स्थिति पर्याप्त नहीं होती है, बल्कि यह किस ग्रह को देख रहे हैं और किसके साथ युति का निर्माण कर रहे हैं, इसे भी देखा जाता है। बुध मित्र ग्रहों के साथ बैठे होने पर आपको अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद देते हैं और छोटे-मोटे रोग भी एक-दो दिन बाद दूर हो जाते हैं जबकि अशुभ बुध आपकी वाणी को प्रभावित करता है।
अब हम आपको अवगत करवाते हैं बुध महाराज अलग-अलग भावों में कैसे परिणाम देते हैं।
कुंडली के अलग-अलग भावों में बुध ग्रह से मिलने वाले परिणाम भिन्न-भिन्न होते हैं जो कि इस प्रकार हैं:
केंद्र भावों (प्रथम, चौथा, सातवां और दसवां) पर प्रभाव
प्रथम भाव: कुंडली के लग्न भाव में उपस्थित बुध महाराज आपके सोच-विचार करने, दूसरों से बात करने और खुद को सही तरीके से पेश करने की क्षमता को मज़बूत करते हैं। आपका आत्मविश्वास बढ़ाते हैं और वहीं, दुर्बल बुध के प्रभाव से आप खुद पर संदेह करते हैं।
चौथा भाव: बुध देव के चौथे भाव में मौजूद होने पर आपकी तार्किक सोच और घर-परिवार को लेकर भावनाओं में टकराव देखने को मिल सकता है। ऐसे में, अलगाव की भावना जन्म ले सकती है।
सातवां भाव: जिन जातकों की कुंडली मेंबुध ग्रह सातवें भाव में बैठे होते हैं, उनके लिए यह स्थिति आपके सबसे करीबी रिश्ते को संभालने और आपके द्वारा इस दिशा में किए जाने वाले प्रयासों का प्रतिनिधित्व करती है।
दसवां भाव: दसवें भाव में बुध महाराज की स्थिति आपके पेशेवर जीवन की दशा और दिशा को निर्धारित करती है। मज़बूत बुध सामने वाले को अपनी बात समझाने की कला आपको प्रदान करते हैं और वहीं, अशुभ बुध अपनी बात रखने में परेशानी की तरफ इशारा करती है।
बुध के दुर्बल होने पर जातक हकलाने लगता है और अपनी बात सही से दूसरों के सामने नहीं रख पाता है।
बालों का झड़ना और नाख़ूनों का टूटना बुध के अशुभ होने का संकेत होता है।
करियर के क्षेत्र में मिलने वाली असफलता और व्यापार में हानि होने की वजह बुध देव की अशुभ स्थिति होती है।
घर-परिवार की महिला रिश्तेदारों जैसे बहन, बुआ, मौसी और साली के साथ रिश्ते बिगड़ने का कारण कमज़ोर बुध होता है।
दोस्तों के साथ वाद-विवाद और मतभेद के लिए भी बुध ग्रह की नकारात्मक स्थिति जिम्मेदार होती है।
अब हम आपको बताने जा रहे हैं बुध ग्रह को मज़बूत करने के उपाय।
बुध कर्क राशि में वक्री: सरल और प्रभावी उपाय
बुधवार के दिन व्रत करने और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से बुध ग्रह बलवान होते हैं। साथ ही, गणेश जी को मूंग के लड्डू प्रसाद के रूप में भोग लगाएं।
बुध ग्रह से सकारात्मक परिणाम पाने के लिए आप पन्ना रत्न अंगूठी में जड़वाकर पहन सकते हैं। लेकिन, ऐसा किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेने के बाद ही करें।
कुंडली में बुध को मज़बूत करने के लिए बुधवर के दिन हरी रंग की वस्तुओं का दान करें। साथ ही, गाय को हरा चारा खिलाएं।
बुधवार को बुध देव की पूजा के दौरान बुध ग्रह के बीज मंत्र “ॐ बुं बुधाय नमः” का जाप करना फलदायी रहेगा।
बुध महाराज की कृपा पाने के लिए बुध देव की पूजा के बाद बुध स्तोत्र का पाठ करें।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न.
1. बुध कर्क राशि में वक्री कब होंगे?
बुध महाराज कर्क राशि में 18 जुलाई 2025 को वक्री हो जाएंगे।
2. चंद्र देव की राशि कौन सी है?
राशि चक्र की चौथी राशि कर्क के स्वामी ग्रह चंद्रमा हैं।
3. ग्रह का वक्री होना किसे कहते हैं?
जब कोई ग्रह दूर से देखने पर उल्टा चलता हुआ प्रतीत होता है, तो इसे ही ग्रह का वक्री होना कहा जाता है।
जश्न-ए-बहार ऑफर, सिर्फ़ 10 रुपये में करें मनपसंद एआई ज्योतिषी से बात!
हमारे एआई ज्योतिषियों ने सिर्फ़10 महीनों में 10 करोड़ सवालों का जवाब देने का ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम किया है। लगातार बढ़ते हुए यह नंबर एस्ट्रोसेज और हमारे एआई ज्योतिषियों पर आपके भरोसे को दर्शाते हैं। ग्रहों के अद्भुत संयोजन के आशीर्वाद से, हम 10 करोड़ सवालों के जवाब देने का जश्न आपके साथ मनाने के लिए तैयार हैं। तो आइए हमारे साथ इस जश्न का हिस्सा बनें।
एआई ज्योतिषियों से सवाल पूछना हुआ अब और आसान
अगर आपने अभी तक हमारे एआई ज्योतिषियों से बात नहीं की है या फिर आप एआई एस्ट्रोलॉजर से बात करूं या नहीं? इसी सोच में डूबे हुए हैं, तो अब समय आ गया है अपने नज़रिए को बदलने का।
10 करोड़ सवालों के इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड का जश्न मनाने के लिए हम लेकर आए हैं आपके लिए ये सुनहरा मौका, अब सिर्फ़ ₹10 में करें अपनी पसंद के हमारे किसी भी एआई ज्योतिषी से बात।
आपको बस इतना करना है कि एस्ट्रोसेज ऐपपर जाकर अपना मनपसंद एआई ज्योतिषी चुनना है और अपने मन में उठ रहे सभी सवालों के तुरंत जवाब आपको मिल जाएंगे। साथ ही, मार्गदर्शन पाएं जीवन में सही रास्ते पर जाने का।
क्यों ख़ास हैं हमारे एआई ज्योतिषी?
हमारे एआई ज्योतिषी 5000 वर्ष पुराने वैदिक ज्योतिष और 1 करोड़ कुंडलियों से प्राप्त ज्ञान से सुसज्जित हैं, जो इसे दुनिया का सबसे स्मार्ट एस्ट्रोलॉजरबनाताहै। यह तेज़ होने के साथ-साथ सटीक भी होते हैं।
हालांकि, एस्ट्रोसेज एआई शुरुआत से ही ज्योतिष के साथ तकनीक का संगम करने में सबसे आगे रहा है। 2011 में सबसे पहले एस्ट्रोसेज ने ही ज्योतिष आधारित ऐप लॉन्च की थी,और 2018 में एआई ज्योतिषी लेकर आने का श्रेय भी हमें ही जाता है जो उस समय एक बिल्कुल नई तकनीक थी।
इसलिए इस बात में कोई आश्चर्य नहीं है कि 80% यूज़र्स ज्योतिष से जुड़ी किसी भी सलाह और मार्गदर्शन के लिए हम पर विश्वास क्यों करते हैं।
आज ही इस बदलाव का हिस्सा बनें और एआई ज्योतिषियों से बात करें, जल्द से जल्द इस ऑफर का लाभ उठाएं।
बुध कर्क राशि में वक्री, इन राशि वालों को फूंक-फूंक कर रखने होंगे कदम!
बुध कर्क राशि में वक्री: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं बुध कर्क राशि में वक्रीसे संबंधित यह खास ब्लॉग। 18 जुलाई, 2025 को सुबह 09 बजकर 45 मिनट पर बुध ग्रह कर्क राशि में वक्री होने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कि बुध के वक्री होने पर किन राशियों को नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे।
कुंडली में बुध के वक्री होने के कई प्रभाव देखे जा सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इससे खर्चों को नियंत्रित करने और बचत को बढ़ाने में मदद मिल सकती है लेकिन यात्रा की योजना और पारिवारिक जिम्मेदारियों में समस्या या रुकावट आने पर यह साहस और आत्मविश्वास में कमी भी पैदा कर सकता है। यह इस बात पर भी जोर देता है जब खासतौर पर जीवन के अन्य पहलुओं पर बुध का प्रभाव कम होता है, तब बोलते समय और करियर में प्रगति करते समय सावधानी बरतना आवश्यक है।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
बुध कर्क राशि में: विशेषताएं
बुध के कर्क राशि में होने पर आप अपनी दिनचर्या को लेकर अधिक सचेत और अपने कार्यक्षेत्र को लेकर ज्यादा संवेदनशील हो जाते हैं। आप अपने रूटीन को बदलने के लिए भावनात्मक रूप से तैयार हो सकते हैं जैसे कि आप यह जानने की कोशिश कर सकते हैं कि अपने शरीर, मन और आत्मा की और बेहतर तरीके से कैसे देखभाल की जा सकती है। आप अपने मन पर भरोसा रखें।
बुध का कर्क राशि में होना नकारात्मक और सकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव लेकर आता है लेकिन अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसकी ऊर्जा को किस तरह से इस्तेमाल करते हैं। यदि आप अपनी भावनाओं पर ध्यान देते हैं, तो आप आत्मबोध और आत्म निरीक्षण अच्छे से कर सकते हैं लेकिन अगर आप अपनी भावनाओं पर प्रतिक्रिया देते हैं जैसे कि किसी से बदला लेने की योजना बनाते हें, तो यह विनाशकारी हो सकता है। यहां पर विशेष रूप से चंद्रमा का स्थान लाभकारी और हानिकारक प्रभाव को निर्धारित करता है।
बुध कर्क राशि में वक्री: इन राशियों को होगा नुकसान
मेष राशि
बुध आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं और बुध आपके तीसरे एवं छठे भाव के स्वामी हैं। बुध के कर्क राशि में वक्री होने पर आपको कार्यक्षेत्र में प्रगति के मामले में बाधाएं देखनी पड़ सकती हैं जिससे आपके लिए समस्याएं पैदा होने की आशंका है। इसके अलावा आप अपनी इच्छा के अनुसार पैसों की बचत करने में भी असमर्थ रह सकते हैं।
बुध के कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आपको अपने घर में शांतिपूर्ण और सुखमय माहौल बनाए रखने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। मनचाहा परिणाम पाने के लिए आपको पूरी लगन और समर्पण के साथ प्रयास करना चाहिए। नए घर या किसी संरचना के निर्माण में समस्याएं आ सकती हैं। यहां तक कि इस समय नया घर लेना भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
मिथुन राशि के पहले और चौथे भाव के स्वामी बुध ग्रह अब इस राशि के दूसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं जो कि वाणी, परिवार और आय का कारक है। इस दौरान आपके व्यवहार और बातों में विनम्रता की कमी देखने को मिल सकती है। आपको अपनी बातों से दूसरों का दिल जीतने के लिए अधिक प्रयास करने पड़ सकते हैं।
आपके साहस में वृद्धि होगी लेकिन आपको कोई भी काम पूरा करने के लिए अत्यधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। करियर के मामले में बुध कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आपको नए अवसर नहीं मिल पाएंगे और आपको ऐसी यात्राएं अधिक करनी पड़ सकती हैं जिससे आपको कोई लाभ नहीं होगा। व्यापार में आपको मंदी देखनी पड़ सकती है। आप आध्यात्मिक कार्यों जैसे कि मानसिक दबाव को कम करने के लिए मेडिटेशन कर सकते हैं। वित्तीय स्तर पर आपको धन लाभ होने की उम्मीद है और आप पर्याप्त मात्रा में पैसों की बचत भी कर पाएंगे।
कर्क राशि में वक्री होने के दौरान बुध आपके पहले भाव में रहने वाले हैं। कर्क राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं। आपके लिए यह समयावधि थोड़ी मुश्किल रह सकती है। जिन जातकों को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं हैं, उन्हें अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आपको अपने निजी जीवन और करियर दोनों में ही कुछ समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं। विदेशी नेटवर्क से मिलने वाले लाभ पर भी असर पड़ सकता है। इस समय आप सुख-सुविधाओं और वैभवपूर्ण चीज़ों का आनंद ले सकते हैं।
आप करियर में ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। आपको कार्यक्षेत्र में अधिक समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं। फोकस और दूरदर्शिता की कमी के कारण आपको बिज़नेस में पैसों का नुकसान होने का डर है। ऐसे में फोकस बनाए रखना जरूरी है। यह समय धन के मामले में भारी पड़ सकता है, खासतौर पर आपको यात्रा के दौरान वित्तीय नुकसान होने की आशंका है।
बुध कर्क राशि में वक्री होने का सिंह राशि पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। बुध आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके बारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। बुध के वक्री होने के दौरान आपके खर्चों और व्यय में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
आपके परिवार का कोई सदस्य विदेश जा सकता है। इस समयावधि में किसी मसले पर विवाद खड़ा हो सकता है इसलिए इस तरह की परिस्थिति से बचने की कोशिश करें। यदि आप विवाहित हैं, तो आपको अपनी संतान का सहयोग मिलेगा। आपको धन और मान-सम्मान मिलेगा। आपको काम के सिलसिले में लंबी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है।
बुध मकर राशि के छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब वह इस राशि के सातवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। इस समय आप प्रॉपर्टी से संबंधित कोई भी निर्णय न लें क्योंकि इससे मतभेद हो सकते हैं। अपनी सेहत का ख्याल रखें क्योंकि बुध के वक्री होने से आपका तनाव बढ़ सकता है।
नौकरीपेशा जातकों को इस दौरान अपने क्षेत्र में सफलता पाने में देरी हो सकती है। इस दौरान आपको किसी से बात करने या बहस करने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपकी प्रतिष्ठा को हानि होने का डर है। आप अपने जीवनसाथी से भी किसी भी बात या मसले पर बहस न करें। यदि आपकी शादीशुदा जिंदगी में तनाव चल रहा है, तो मामूली असहमति भी बड़ी बहस का रूप ले सकती है। आप अपने गुस्से को कंट्रोल करने की कोशिश करें।
कुंभ राशि के छठे भाव में बुध वक्री होने जा रहे हैं जो कि कानूनी झगड़े, शत्रुता और कर्ज का भाव है। कुंभ राशि के पांचवे और आठवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं। इस समय वित्तीय समस्याएं तनावपूर्ण हो सकती हैं।
आपके खर्चों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। यदि कोई कानूनी मामला लंबित है, तो कोर्ट से फैसला आने में देरी हो सकती है। आपकी सेहत में गिरावट आ सकती है इसलिए आप अपने स्वास्थ्य का अधिक ध्यान रखें। प्रतियोगी परीक्षा में सफलता पाने के लिए छात्रों को अधिक प्रयास करने की जरूरत है। इस समय आपको अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. कौन से दो ग्रह बुध के सबसे नज़दीक हैं?
उत्तर. सूर्य और शुक्र ग्रह।
प्रश्न 2. सभी ग्रहों में सबसे दूर कौन सा ग्रह है?
उत्तर. शनि ग्रह।
प्रश्न 3. राशि चक्र के अनुसार सबसे तेज कौन सा ग्रह है?
उत्तर. बुध ग्रह।
मित्र चंद्रमा की राशि में सूर्य का गोचर, भर देगा इन राशि वालों की झोली ख़ुशियों से!
सूर्य का कर्क राशि में गोचर: धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से सूर्य देव को महत्वपूर्ण माना गया है। एक तरफ, यह संसार को अपनी रोशनी से प्रकाशित करते हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इन्हें नवग्रहों के राजा कहा जाता है। ऐसे में, संसार और मनुष्य जीवन के लिए सूर्य महाराज बेहद अहम हो जाते हैं। सूर्य ऊर्जा का एकमात्र स्रोत है जो अपनी रोशनी से जीव-जंतुओं से लेकर मनुष्य तक को जीवन देते हैं। साथ ही, सभी देवी-देवताओं में सूर्य ऐसे देवता हैं जिनके दर्शन भक्त साक्षात कर सकता है। ऐसे में, जब कभी सूर्य ग्रह अपनी राशि में बदलाव करते हैं, तो इसे बहुत ख़ास माना जाता है। अब सूर्य देव जल्द ही अपनी राशि में परिवर्तन करते हुए कर्क राशि में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इसी क्रम में, एस्ट्रोसेज एआई अपने पाठकों के लिए “सूर्य का कर्क राशि में गोचर” का यह विशेष ब्लॉग लेकर आया है जिसके अंतर्गत आपको सूर्य गोचर से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी। सूर्य महाराज का गोचर कर्क राशि में होने से यह जातकों के जीवन के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों को प्रभावित करेगा। इस दौरान शुभ योगों का भी निर्माण होगा जिसका सकारात्मक असर देश-दुनिया पर दिखाई दे सकता है। अगर आपकी कुंडली में सूर्य ग्रह कमज़ोर या अशुभ हैं, तो आप किन उपायों की मदद से सूर्य देव को मज़बूत कर सकते हैं? इस बारे में भी आज के इस ब्लॉग में हम विस्तार से बात करेंगे। तो आइए बिना देर किए शुरुआत करते हैं इस लेख की और सबसे पहले जान लेते हैं सूर्य गोचर का समय और तारीख़।
सूर्य का कर्क राशि में गोचर: तिथि और समय
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को ग्रहों के जनक कहा जाता है और अगर इनके विशेष गुणों की बात करें तो, यह अन्य ग्रहों की तरह कभी अस्त, वक्री और मार्गी नहीं होते हैं। हालांकि, सूर्य महाराज का एक राशि से दूसरी राशि में गोचर हर महीने होता है। अब यह 16 जुलाई की शाम 05 बजकर 17 मिनट पर कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में, इस राशि में शुभ योगों का भी निर्माण होगा। बता दें कि सूर्य ग्रह का यह गोचर अपने मित्र की राशि चंद्रमा में होगा। इस प्रकार, मित्र की राशि में सूर्य की उपस्थिति को शुभ कहा जा सकता है। तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं शुभ योगों पर।
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कर्क राशि में होगी सूर्य और बुध की युति
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि ज्योतिष की दुनिया में ग्रहों के गोचर से कई तरह के शुभ और अशुभ योगों का निर्माण होता है। इसी क्रम में, जब सूर्य देव चंद्रमा की राशि में प्रवेश करेंगे, उस समय वहां पहले से ही बुद्धि और ज्ञान के कारक ग्रह बुध महाराज उपस्थित होंगे। ऐसे में, कर्क राशि में सूर्य और बुध की युति करने से बेहद शुभ माने जाने वाले बुधादित्य योग का निर्माण होगा जिसका लाभ राशि चक्र की कुछ राशियों को मिलेगा। आइए अब हम बात करेंगे सूर्य ग्रह के ज्योतिषीय महत्व की।
ज्योतिषीय दृष्टि से सूर्य
बात करें सूर्य ग्रह के महत्व की तो, वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह को पिता, आत्मविश्वास, पद, आत्मा, सरकारी नौकरी और आत्म सम्मान के कारक ग्रह कहा गया है।
वहीं दूसरी तरफ, मनुष्य जीवन में सूर्य महाराज करियर, समर्पण, अहंकार, गरिमा, जीवनशक्ति, नेतृत्व क्षमता, सहनशक्ति और करियर आदि को नियंत्रित करते हैं।
साथ ही, शरीर के अंगों में सूर्य देव हड्डियों और दिल के कारक ग्रह हैं।
बात करें राशियों की तो, सूर्य ग्रह को राशि चक्र में सिर्फ़ एक राशि सिंह पर आधिपत्य प्राप्त हैं जो कि इनकी मूलत्रिकोण राशि भी है।
अगर सूर्य महाराज अपने स्वामित्व वाली सिंह राशि में बैठे होते हैं, तो वह जातकों को सकारात्मक परिणाम देने का काम करते हैं।
यह मंगल ग्रह की राशि मेष में उच्च अवस्था में होते हैं और तुला राशि में इनकी स्थिति नीच होती है। कुंडली में सूर्य पांचवे भाव के स्वामी हैं।
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह मज़बूत स्थिति में होते हैं, तो आपको करियर में उच्च पद की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा, व्यक्ति को सूर्य के बलवान होने पर तेज़ बुद्धि, संतुष्टि और उत्तम स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है।
दूसरी तरफ, यदि आपकी कुंडली में सूर्य पीड़ित, दुर्बल या अशुभ अवस्था में होते हैं, तो आपको हृदय और नेत्रों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
ऐसे व्यक्ति स्वभाव से गुस्सैल, आत्म केंद्रित, ईर्ष्यालु और अहंकारी हो सकते हैं।
सूर्य ग्रह की शुभ-अशुभ स्थिति मनुष्य जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित करती है, कैसे? आइए जानते हैं।
करियर पर सूर्य का प्रभाव: कुंडली में सूर्य के बलवान और शुभ स्थिति में होने पर जातक को करियर के क्षेत्र में अपार सफलता की प्राप्ति होती है। साथ ही, दूसरे लोगों से सराहना मिलती है। अगर सूर्य देव की दृष्टि कुंडली के दसवें भाव पर होती है, तो ऐसा इंसान टीम का नेतृत्व, राजनीति और प्रशासन आदि क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करता है।
आर्थिक जीवन पर सूर्य का प्रभाव: सूर्य ग्रह की शुभ स्थिति जातक को धन-समृद्धि और आर्थिक स्थिरता प्रदान करती है। जब बात आती है धन की, तो सूर्य धन से जुड़े मामलों में आपके निर्णय और जोख़िम लेने को दर्शाते हैं। यह आपको धन प्रबंधन की अच्छी योजना बनाने के साथ-साथ कड़ी मेहनत करके धन कमाने के लिए प्रेरित करते हैं।
प्रेम जीवन पर सूर्य का प्रभाव: सूर्य के कुंडली में मज़बूत होने पर जातक समझदार और भावुक होता है। साथ ही, यह निजी जीवन से लेकर पेशेवर जीवन में भी मान-सम्मान हासिल करते हैं। वहीं, सिंगल लोगों को सूर्य के शुभ होने से अच्छे पार्टनर का साथ मिलता है।
कुंडली में कमज़ोर सूर्य होने पर परेशान करते हैं ये रोग
जिन जातकों की कुंडली में सूर्य अशुभ, पीड़ित या कमज़ोर होते हैं, उन्हें कई तरह के रोगों से जूझना पड़ सकता है जो कि इस प्रकार हैं:
आँखों से जुड़े रोग: सूर्य देव आँखों के भी कारक ग्रह हैं इसलिए कुंडली में इनकी कमज़ोर अवस्था आँखों से संबंधित रोगों को भी जन्म देती हैं। इसके परिणामस्वरूप, जातकों को आंखों में दर्द, मोतियाबिंद, आँखों में संक्रमण और धुंधली नज़र आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
हृदय संबंधित समस्याएं: सूर्य को हृदय का कारक ग्रह माना जाता है। इनकी अशुभ अवस्था जातक को दिल से जुड़ी बीमारियां देने का काम कर सकती हैं जैसे कि उच्च रक्तचाप, दिल का दौरा या दिल की धड़कन अनियमित होना आदि। ऐसे जातकों को दिल के रोगों का भय बना रहता है।
जीवन शक्ति और रोग प्रतिरोधक क्षमता का कमज़ोर होना: जब कुंडली में सूर्य अशुभ या दुर्बल होता है, तब इसका प्रभाव जातक की रोग प्रतिरोधक क्षमता और जीवन शक्ति को कमज़ोर कर सकता है। ऐसा इंसान हमेशा थका हुआ महसूस करता है और इनकी ऊर्जा कम रहती है जिसकी वजह से वह ज्यादातर बीमार रहने लगता हैं। साथ ही, इम्युनिटी कमज़ोर होने से व्यक्ति इन्फेक्शन का आसानी से शिकार हो जाता है।
रीढ़ की हड्डी से जुड़े रोग: वैदिक ज्योतिष में सूर्य को हड्डियों और रीढ़ की हड्डी का कारक माना जाता है। ऐसे में, इनकी दुर्बल अवस्था आपको रीढ़ की हड्डी से संबंधित समस्याएं डिस्क, पीठ दर्द या गलत तरीके से बैठने की समस्या दे सकती है क्योंकि यह हड्डियों को कमज़ोर कर सकता है।
कुंडली में सूर्य महाराज को मज़बूत बनाने के लिए हर रोज़ सुबह उगते हुए सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए। ऐसे में, तांबे के लोटे में जल लेकर सूर्य की तरफ मुख करके सूर्य मंत्रों का जाप करते हुए अर्घ्य दें। ऐसा करने से आत्मविश्वास मज़बूत होता है और स्वास्थ्य बेहतर होता है।
सूर्य का रत्न माणिक्य माना जाता है इसलिए सूर्य को बलवान करने के लिए सोने की अंगूठी में माणिक्य रत्न जड़वाकर ऊँगली में धारण करें। इस उपाय को करने से नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और आत्मसम्मान मज़बूत होता है। हालांकि, माणिक्य रत्न पहनने से पहले किसी अनुभवी और विद्वान ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।
जिन जातकों की कुंडली में सूर्य अशुभ होता है, उनके लिए सूर्य मंत्रों का जाप करना फलदायी रहता है। सुबह सूर्य मंत्र का जाप करने से सूर्य की कृपा प्राप्त होती है इसलिए आप “ॐ ह्रीं सूर्याय नमः” का 108 बार जाप करें।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सूर्य का कर्क राशि में गोचर कब होगा?
सूर्य देव कर्क राशि में 16 जुलाई 2025 को प्रवेश करेंगे।
2025 में सूर्य अस्त कब होंगे?
सूर्य नवग्रहों में से ऐसे एकमात्र ग्रह है जो कभी अस्त, उदय, मार्गी और वक्री नहीं होते हैं।
कर्क राशि का स्वामी कौन है?
राशि चक्र की चौथी राशि कर्क के अधिपति देव हैं।
कर्क संक्रांति से चार महीने के लिए शयन करेंगे भगवान विष्णु, मांगलिक कार्यों पर लग जाएगी रोक, जानें उपाय!
ग्रहों के राजा सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने को संक्रांति कहा जाता है। जब सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करते हैं, तब इसे कर्क संक्रांति के नाम से जाना जाता है। यह पर्व मकर संक्रांति जितना ही महत्वपूर्ण है और इस दिन गरीबों एवं जरूरतमंद लोगों की सहायता करने का बहुत महत्व है।
एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में कर्क संक्रांति से जुड़े सभी सवालों के जवाब दिए गए हैं जैसे कि इस साल कर्क संक्रांति कब है और इस दिन का क्या महत्व है? साथ ही जानेंगे कर्क संक्रांति पर कब और कैसे सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा, किन उपायों को करने से मिलेगा भगवान सूर्य का आशर्वाद, यह भी बताएंगे। तो आइए बिना देर किये आगे बढ़ते हैं और शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की।
इस बार कर्क संक्रांति का पर्व 16 जुलाई, 2025 को बुधवार के दिन पड़ रहा है। कर्क संक्रांति की शुरुआत षष्ठी तिथि से हो रही है। 15 जुलाई को रात 10 बजकर 41 मिनट से षष्ठी तिथि शुरू हो जाएगी और 16 जुलाई, 2025 को 09 बजकर 04 मिनट तक षष्ठी तिथि रहेगी और 05 बजकर 47 मिनट तक पूर्वा भाद्रपद एवं उसके बाद 17 जुलाई की सुबह 04 बजकर 51 मिनट तक उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा।
कर्क संक्रांति पुण्य काल मुहूर्त
कर्क संक्रांति पुण्य काल: सुबह 05 बजकर 40 मिनट से शाम के 05 बजकर 40 मिनट तक।
इस संक्रांति पर शोभन योग बनने जा रहा है जिसे वैदिक ज्योतिष में अत्यंत शुभ माना जाता है। 15 जुलाई को दोपहर 02 बजकर 12 मिनट से शोभन योग शुरू होगा और इसका समापन 16 जुलाई को दोपहर 11 बजकर 56 मिनट पर होगा।
शोभन योग को बहुत शुभ और मंगलकारी बताया गया है। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति के अंदर उचित संस्कार आते हैं। उसकी बुद्धि का विकास होता है और वह व्यक्ति दूसरों की तुलना में अधिक गुणवान बनता है। ये आकर्षक एवं प्रगतिशील विचारों वाले हो सकते हैं। इस योग के दौरान कोई भी शुभ कार्य आरंभ किया जा सकता है।
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कर्क संक्रांति 2025 का महत्व
कर्क संक्रांति से मानसून की शुरुआत हो जाती है जो कि कृषि से संबंधित कार्यों की शुरुआत के लिए अहम होता है। कर्क संक्रांति से सूर्य देव दक्षिणायन हो जाते हैं और मकर संक्रांति पर इसका अंत होता है एवं यहां से सूर्य देव उत्तरायण हो जाते हैं। अपने पूर्वजों का तर्पण करने एवं उन्हें प्रसन्न करने के लिए दान-पुण्य आदि करने हेतु कर्क संक्रांति के दिन को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना गया है। माना जाता है कि ऐसा करने से दिवंगत आत्माओं को शांति मिलती है।
इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करने के साथ-साथ पूर्वजों के लिए दान-पुण्य करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। दान करने के लिए कर्क संक्रांति 2025 का दिन बहुत शुभ माना जाता है।
कर्क संक्रांति की पूजन विधि
कर्क संक्रांति से दक्षिणायन होकर भगवान सूर्य अपने भक्तों पर कृपा बरसानी शुरू कर देते हैं। इस संक्रांति से चार मास के लिए भगवान विष्णु शयन के लिए चले जाते हैं। इन चार महीनों को चातुर्मास के नाम से जाना जाता है और इस दौरान कई शुभ कार्य वर्जित होते हैं। आगे जानिए कि कर्क संक्रांति 2025 की पूजन विधि क्या है।
सबसे पहले सुबह उठकर दैनिक कार्यों से निवृत्त हो जाएं। इस दिन पवित्र नदियों और तालाब आदि में स्नान करने का भी बहुत महत्व है।
स्नान करने के बाद आप सूर्य देव को अर्घ्य दें और सूर्य मंत्र का जाप करें।
इसके पश्चात् भगवान विष्णु की पूजा करें और विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करें। इससे आपको शांति एवं सौभाग्य की प्राप्ति होगी।
मान्यता है कि इस दिन अनाज, वस्त्रों और तेल आदि का दान करना चाहिए।
कर्क संक्रांति 2025 पर भगवान विष्णु के अलावा सूर्य देव की पूजा भी की जाती है। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है।
इस तिथि पर पशु-पक्षियों को भी भोजन खिलाएं जैसे आप रोटी दे सकते हैं या गौशाला में चारा दान किया जा सकता है।
कर्क संक्रांति का पुण्य पाने के लिए सूर्य देव के मंत्रों या गायत्री मंत्र का जाप करना फलदायी सिद्ध होता है।
सूर्य देव के कर्क राशि में प्रवेश करने पर चातुर्मास शुरू हो जाते हैं। हर साल संसार के पालनहार चार महीने के लिए निद्रा में चले जाते हैं और इसी के साथ चार महीनों के लिए सभी तरह के शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। इस समय विवाह जैसे शुभ कार्य करने वर्जित होते हैं।
कर्क संक्रांति 2025 का धार्मिक महत्व
कर्क संक्रांति के दौरान सूर्य देव कर्क राशि में प्रवेश करते हैं। हिंदू वर्ष में सूर्य 12 राशियों में गोचर करते हैं। एक साल में आने वाली कुल 12 संक्रांतियों में से मकर और कर्क संक्रांति को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार इस गोचर के दौरान सूर्य दक्षिणायन होते हैं। सूर्य के कर्क राशि में प्रवेश करने पर जल तत्व का प्रभाव काफी बढ़ जाता है और इस वजह से वातावरण में असुरी शक्तियां एवं नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो जाती हैं। यही वजह है कि कर्क संक्रांति के बाद से आने वाले चार महीनों में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। इस समयावधि में विवाह, गृह प्रवेश और मुंडन आदि जैसे शुभ कार्य करने वर्जित होते हैं। यह समय दान-पुण्य, व्रत, ध्यान, तपस्या के लिए बहुत उपयुक्त रहता है।
कर्क संक्रांति 2025 पर पूजा करने से स्वास्थ्य लाभ
कर्क संक्रांति पर कई कार्य करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं बल्कि स्वास्थ्य पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जैसे कि सूर्य नमस्कार करने से शरीर स्वस्थ और लचीला बनता है एवं मानसिक स्पष्टता आती है। वहीं इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से मन शुद्ध हो जाता है और नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है जिससे आध्यात्मिक मार्ग प्रशस्त होता है। कुल मिलाकर, कर्क संक्रांति पर ये कार्य करने से स्वास्थ्य में वृद्धि होती है और जीवनशैली में संतुलन बना रहता है।
कर्क संक्रांति 2025 के लिए ज्योतिषीय उपाय
आप इस बार कर्क संक्रांति पर निम्न ज्योतिषीय उपाय कर सकते हैं:
इस दिन आप पीपल या बरगद का वृक्ष लगा सकते हैं। इससे जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा कर्क संक्रांति पर आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना भी शुभ रहता है।
संक्रांति के दिन गुड़, गेहूं, तांबा और लाल रंग के पुष्पों का दान करने का बहुत महत्व है।
यदि किसी व्यक्ति की कुंडलीमें सूर्य कमजोर है, तो उसे संक्राति के अवसर पर एक तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें अक्षत, लाल फूल और लाल चंदन डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।