लगने जा रहा है साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, जानें सभी 12 राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव!

लगने जा रहा है साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, जानें सभी 12 राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव!

सूर्य ग्रहण 2025: एस्ट्रोसेज एआई हमेशा से यह प्रयास करता है कि हर नए ब्लॉग के माध्यम से अपने पाठकों को ज्योतिष की दुनिया से जुड़ी सबसे महत्वपूर्ण और ताजा घटनाओं की जानकारी उपलब्ध कराए। 

इसी क्रम में हम आपको साल 2025 के दूसरे सूर्य ग्रहण 2025 के बारे में बता रहे हैं। यह ग्रहण 21 सितंबर 2025 को लगेगा। जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तब वह सूर्य की रोशनी को रोक देता है और पृथ्वी पर उसकी छाया पड़ती है। इसी खगोलीय घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। साल 2025 का यह दूसरा सूर्य ग्रहण होगा और यह आंशिक सूर्य ग्रहण रहेगा। 

इस दौरान सूर्य पूरी तरह से ढका नहीं जाएगा, बल्कि उसका केवल एक हिस्सा ही ढकेगा। इस वजह से सूर्य की रोशनी कुछ समय के लिए कम दिखाई देगी।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

सूर्य ग्रहण क्या है?

सनातन धर्म और ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण को धार्मिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। यह न केवल एक धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण घटना है, बल्कि खगोल विज्ञान की दृष्टि से भी बहुत खास मानी जाती है।

जब आकाश में सूर्य ग्रहण लगता है, तो इसका असर केवल मनुष्यों पर ही नहीं बल्कि पृथ्वी पर मौजूद हर जीव- जंतु और प्राणी पर पड़ता है। ग्रहण के दौरान सभी जीवों को हल्की-फुल्की बेचैनी या असहजता महसूस होती है, भले ही यह थोड़े समय के लिए ही क्यों न हो। 

ग्रहण के समय पृथ्वी की स्थितियां इतनी तेजी से बदल जाती हैं कि ऐसा लगता है जैसे प्रकृति का स्वरूप ही बिल्कुल अलग हो गया हो। अंधेरा छा जाता है, पक्षी अपने घोंसलों की ओर लौटने लगते हैं और वातावरण सामान्य समय से बिल्कुल भिन्न दिखाई देने लगता है।

दुनिया भर के लोग इस अद्भुत खगोलीय दृश्य, यानी सूर्य ग्रहण, को कैमरे में कैद करने की कोशिश करते हैं। यह वाकई एक बेहद मनमोहक और अद्वितीय दृश्य होता है। लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि सूर्य ग्रहण को कभी भी नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए।

ऐसा करना आंखों के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। ग्रहण के समय सूर्य की तीव्र किरणें हमारे रेटिना को नुकसान पहुंचा सकती हैं और कई बार दृष्टि को स्थायी रूप से प्रभावित कर सकती हैं। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

सूर्य ग्रहण के प्रकार

पूर्ण सूर्य ग्रहण

  • यह तब होता है जब चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य को ढक लेता है और पृथ्वी से सूर्य बिल्कुल दिखाई नहीं देता।
  • ऐसे समय में दिन कुछ क्षणों के लिए रात जैसा अंधेरा हो जाता है।
  • इस दौरान सूर्य का बाहरी वायुमंडल जिसे कोरोना कहते हैं, दिखाई देने लगता है।
  • पूर्ण सूर्य ग्रहण केवल पृथ्वी के एक बहुत ही संकीर्ण मार्ग से ही देखा जा सकता है।

आंशिक सूर्य ग्रहण 

  • जब चंद्रमा सूर्य का केवल कुछ हिस्सा ढकता है, तब इसे आंशिक सूर्य ग्रहण कहते हैं। 
  • इस समय सूर्य अर्धचंद्र जैसा दिखाई देता है या ऐसा लगता है जैसे किसी ने उसमें से काटकर एक हिस्सा निकाल दिया हो। 
  • यह ग्रहण सूर्य ग्रहण की तुलना में काफी बड़े क्षेत्र से देखा जा सकता है।

 कंकणाकृति सूर्य ग्रहण 

  • यह ग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा सूर्य के बिल्कुल सामने होता है, लेकिन अपने दूरी पर होने के कारण छोटा दिखाई देता है। 
  • इस स्थिति में चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक पाता और सूर्य चारों ओर से एक चमकदार अंगूठी या आग का छल्ला जैसा दिखाई देता है।

संकर सूर्य ग्रहण

  • यह एक बहुत ही दुर्लभ प्रकार का ग्रहण है।
  • इसमें कुछ स्थानों से यह ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देता है, जबकि अन्य स्थानों से यह कंकणाकृति सूर्य ग्रहण के रूप में नजर आता है। 
  • यानी एक ही ग्रहण अलग-अलग जगहों पर अलग प्रकार से देखा जा सकता है।

सूर्य ग्रहण 2025: दृश्यता और समय

दूसरा सूर्य ग्रहण 2025 – खण्डग्रास सूर्यग्रहण
आश्विन मास कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथिदिन तथा दिनांकसूर्य ग्रहण प्रारंभ समय(भारतीय स्टैंडर्ड टाइम के अनुसार)सूर्य ग्रहण समाप्त समयदृश्यता का क्षेत्र
आश्विन मास कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथिरविवार,21 सितंबर, 2025रात्रि22:59 बजे सेमध्यरात्रि उपरांत 27:23 बजे तक (22 सितंबर की प्रातः 03:23 बजे तक)न्यूजीलैंड, फिजी, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया का दक्षिण भाग (भारत में दृश्यमान नहीं)

नोट: भारत में इस सूर्य ग्रहण का कोई धार्मिक महत्व नहीं होगा, क्योंकि यह यहाँ दिखाई ही नहीं देगा। इसलिए सूतक काल भी लागू नहीं होगा। लोग अपने रोज़मर्रा के सभी काम बिना किसी परेशानी के कर पाएंगे।

यह सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को लगेगा। यह ग्रहण कन्या राशि और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में घटित होगा। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र सूर्य का अपना नक्षत्र माना जाता है, इसलिए इसकी स्थिति ज्योतिष के अनुसार और भी खास मानी जाएगी।

ग्रहण के समय शनि देव मीन राशि में रहेंगे। उनकी दृष्टि सीधे सूर्य, चंद्रमा और बुध पर पड़ेगी, और ये तीनों ग्रह उस समय कन्या राशि में मौजूद रहेंगे। इस वजह से ग्रहों के बीच खास प्रकार का प्रभाव बनेगा, जिसका असर अलग-अलग राशियों पर देखने को मिलेगा।

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित  से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

सूर्य ग्रहण 2025: 12 राशियों पर प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य पांचवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य ग्रहण के समय यह कन्या राशि में छठे भाव में रहेगा। इस स्थिति के कारण आर्थिक स्थिरता में गिरावट आ सकती है। अचानक से खर्चे बढ़ सकते हैं या आर्थिक माहौल में अप्रत्याशित बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इस अवधि में व्यक्ति की चिंता और तनाव का स्तर भी बढ़ सकता है। मन और भावनाओं पर दबाव अधिक महसूस होगा, साथ ही अनजान चीज़ों का डर भी सताएगा। 

इसका असर रिश्तों पर भी पड़ेगा, दोस्तों, परिवार और सहकर्मियों के साथ तनावपूर्ण स्थिति बन सकती है। यह सब इसलिए होता है क्योंकि व्यक्ति खुद को परिस्थितियों को संभालने में कमजोर और असहाय महसूस करता है। ऐसे समय में शेयर बाज़ार से जुड़े लोगों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

मेष साप्ताहिक राशिफल

वृषभ राशि

वृषभ राशि  के जातकों के लिए सूर्य चौथे भाव के स्वामी हैं और सूर्य ग्रहण के समय यह पांचवें भाव में रहेंगे। यह स्थिति इनके जीवन में समृद्धि, सफलता और आर्थिक लाभ लाएगा। अचानक से अच्छे अवसर मिल सकते हैं और किस्मत का साथ मिलेगा। इस दौरान करियर में भी उन्नति के योग बनेंगे। व्यक्ति अपनी पेशेवर क्षमता को पूरी तरह से पहचान पाएगा और आगे बढ़ने के मौके मिलेंगे। प्रमोशन, वेतन वृद्धि या अन्य लाभ मिलने की संभावना रहेगी। 

संपर्क और जान-पहचान का दायरा भी बढ़ेगा। हालांकि, इस समय कुछ लोग आपका फायदा उठाने की कोशिश भी कर सकते हैं इसलिए सावधानी जरूरी है। कुल मिलाकर यह स्थिति आर्थिक लाभ और करियर में प्रगति दिलाने वाली साबित हो सकती है।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए राहु का दसवें भाव में होना सामान्य रूप से शुभ माना जाता है, लेकिन इस स्थिति में यह नकारात्मक असर भी डाल सकता है। सूर्य तीसरे भाव के स्वामी हैं और राहु की मायवी प्रवृत्ति सूर्य के वास्तविक प्रभाव से टकरा सकती है। इसका असर यह हो सकता है कि लोग असंभव लक्ष्यों का पीछा करने लगें या फिर अपनी सामाजिक छवि बनाए रखने में संघर्ष करें। आगे बढ़ने की तीव्र इच्छा व्यक्ति को कभी-कभी गलत रास्ते अपनाने या परिस्थितियों को अपने हिसाब से मोड़ने की ओर प्रेरित कर सकती है। ताकि उसे पहचान मिल सके। 

इस दौरान चुनौती यह है कि रचनात्मकता और नए विचारों को आगे बढ़ाने के साथ-साथ एक व्यावहारिक दृष्टिकोण भी बनाए रखें। राहु मानसिकता को बढ़ा सकता है, जिससे अहंकार और जल्दबाज़ी की प्रवृत्ति आ सकती है, और यही बातें कार्यक्षेत्र में विवाद या टकराव का कारण बन सकती हैं।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे भाव के स्वामी हैं और इस समय यह तीसरे भाव में रहेगा। इस स्थिति के कारण व्यक्ति के भीतर अहंकार या घमंड जैसी प्रवृत्तियां आ सकती हैं, जो सच्चे ज्ञान और गहरी समझ पाने की कोशिश में रुकावट डाल सकती हैं। यह संयोजन नवें भाव पर भी असर डालता है, जिससे व्यक्ति की धार्मिक या बौद्धिक मान्यताओं के प्रति दृष्टि विकृत हो सकती है। ऐसे में सही समझ विकसित करना बहुत जरूरी है। 

इस नकारात्मक प्रभाव को संतुलित करने के लिए विनम्रता अपनाना, सच्चे मार्गदर्शकों से सलाह लेना वास्तविक, सार्थक गतिविधियों में शामिल होना फायदेमंद रहेगा। जो लोग पारिवारिक व्यापार कर रहे हैं, उन्हें इस समय चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और आर्थिक परेशानियां भी आ सकती हैं।

कर्क साप्ताहिक राशिफल

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य पहले भाव के स्वामी हैं और इस समय यह दूसरे भाव में रहेंगे तथा आठवें भाव पर दृष्टि डालेंगे। आठवां भाव परिवर्तन और जीवन में छिपे हुए पहलुओं से जुड़ा होता है इसलिए इस अवधि में गहरे और बदलावकारी अनुभव सामने आ सकते हैं। सूर्य स्पष्टता और जागरूकता देने का काम करता है। लेकिन सूर्य ग्रहण की वजह से इसका पूरा फल नहीं मिल पाएगा। इस समय व्यक्ति के भीतर आत्म-खोज की गहरी इच्छा और गूढ़ ज्ञान पाने की लगातार चाहत जाग सकती है।

इन अदृश्य शक्तियों के असर से रचनात्मकता भी बढ़ेगी, जिससे नए विचारों और रहस्यमय चीज़ों को समझने की जिज्ञासा प्रबल होगी। हालांकि, पारिवारिक जीवन में चुनौतियां आ सकती हैं, घर के भीतर शक्ति संघर्ष, राजदारी या छुपाव की प्रवृत्ति तनाव का कारण बन सकती है। परिवार में विवाद होने की संभावना है और कुछ लोगों को आंखों से जुड़ी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर

कन्या राशि

कन्‍या राशि  के जातकों के लिए सूर्य बारहवें भाव के स्वामी हैं और इस समय यह पहले भाव में रहेंगे। सूर्य की यह स्थिति आत्म-अभिव्यक्ति में कठिनाई ला सकती है, जिसका सीधा प्रभाव वैवाहिक जीवन पर पड़ सकता है। पति-पत्नी के बीच बार-बार तकरार हो सकती है, जिससे रिश्ते में तालमेल बिगड़ने की आशंका है। 

घर का तनावपूर्ण माहौल व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर डाल सकता है। गंभीर परिस्थितियों में यह स्थिति तलाक तक की नौबत ला सकती है। इन बाधाओं से उबरने और रिश्ते को सुखद व स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए दोनों को मिलकर बहुत मेहनत करनी होगी और आपसी समझदारी से समस्याओं का समाधान निकालना होगा।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और इस समय यह बारहवें भाव में रहेंगे। इस स्थिति के कारण व्यक्ति के जीवन में  शत्रुओं की संख्या बढ़ सकती है, जिससे मानसिक तनाव बना रहेगा। इस अवधि में व्यक्ति स्वार्थी, अहंकारी और चिड़चिड़ा हो सकता है। आत्मविश्वास की कमी और अंदर ही अंदर डर महसूस करना भी संभव है।

सरकारी मामलों में जैसे टैक्स आदि से परेशानी आ सकती है और उच्च अधिकारियों या बॉस के साथ रिश्ते भी तनावपूर्ण हो सकते हैं। इस दौरान नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने से मानसिक तनाव या मनोवैज्ञानिक बीमारियों का खतरा हो सकता है।

स्त्री जातकों के लिए यह समय संतान जन्म में समस्या ला सकता है। प्रसव में देरी, गर्भपात या संतान को बचाने में कठिनाई जैसी स्थितियाँ संभव हैं। पत्नी के स्वास्थ्य में दिक़्क़तें आ सकती हैं और उसके इलाज पर अधिक धन खर्च होने की संभावना है।

तुला साप्ताहिक राशिफल

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य दसवें भाव के स्वामी हैं और इस समय यह ग्यारहवें भाव में रहेंगे। इस स्थिति में व्यक्ति दूसरों को धोका देने या छल-कपट करने की प्रवृत्ति की ओर आकर्षित हो सकता है। पिता से संबंध तनावपूर्ण रह सकते हैं। पिता को भविष्य में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और उनके स्वास्थ्य में भी समस्याएं आ सकती है। स्वयं व्यक्ति भी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से जूझ सकता है। पेट और लीवर की समस्या हो सकती है।

हृदय और पाचन से जुड़ी परेशानियां भी संभव हैं। जीवन की चुनौतियों के कारण व्यक्ति मानसिक तनाव महसूस कर सकता है। कुछ लोग इस समय सट्टेबाजी या गलत तरीकों से धन कमाने की ओर भी बढ़ सकते हैं। टैक्स से जुड़ी सरकारी समस्याएं सामने आ सकती है। स्वभाव के तौर पर व्यक्ति गुस्सैल और उग्र हो सकता है। दूसरों की राय को समझने और स्वीकार करने में कठिनाई हो सकती है।

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य नवें भाव के स्वामी हैं और इस समय यह दसवें भाव में रहेंगे। इस स्थिति के कारण व्यक्ति का घर परिवार में मन नहीं लगेगा। परिवार के सदस्यों के बीच बार-बार झगड़े हो सकते हैं। माता को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती है। माता-पिता से संबंध अच्छे न रहने की संभावना है। पिता का परिवार से जुड़ाव कमजोर हो सकता है या फिर माता-पिता से दूरी भी बन सकती है। 

स्वास्थ्य की दृष्टि से व्यक्ति कठोर, स्वार्थी और कभी-कभी छल-कपट करने वाला हो सकता है। गुस्सा अधिक आ सकता है और अहंकार भी बढ़ सकता है। आत्मविश्वास की कमी के कारण सार्वजनिक रूप से अपनी बात रखना मुश्किल हो सकता है। जीवन में कई तरह की चुनौतियां सामने आ सकती हैं। कार्यक्षेत्र में भी अधिकारी या बॉस के साथ संबंध तनावपूर्ण रह सकते हैं।

धनु साप्ताहिक राशिफल

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य आठवें भाव के स्वामी हैं और इस समय यह नौवें भाव में रहेंगे। इस स्थिति के कारण सूर्य ग्रहण 2025 में व्यक्ति की कार्यक्षमता पर असर डाल सकता है। इस दौरान चाहे कितनी भी कोशिश करें, काम पूरे होने में दिक्कत आ सकती है। व्यक्ति के भीतर आत्मविश्वास की कमी और स्वयं से डरने जैसी भावना हो सकती है। वरिष्ठ लोगों से तालमेल नहीं बन पाएगा और उनसे विवाद हो सकता है।

भाई-बहनों से भी संबंध अच्छे नहीं रहेंगे या उन्हें समझना मुश्किल होगा। भाई-बहनों के स्वास्थ्य में भी समस्या आ सकती है। पिता से रिश्ते तनावपूर्ण हो सकते हैं या दूरी बढ़ सकती है। माता-पिता दोनों का स्वास्थ्य भी कमजोर हो सकता है।  निर्णय लेने की क्षमता इस समय कमज़ोर पड़ सकती है। कुछ लोग छल-कपट और धोखाधड़ी करने में निपुण हो सकते हैं। अपने स्वार्थ के लिए वे दूसरों को अपनी बातों में फंसाने और मनाने में सफल रह सकते हैं। इस समय व्यक्ति का स्वभाव भी स्वार्थी हो सकता है।

मकर साप्ताहिक राशिफल

कुंभ राशि

कुंभ राशि  के जातकों के लिए सूर्य सातवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य ग्रहण 2025 के समय यह आठवें भाव में रहेंगे। सातवां भाव विवाह, सामाजिक पहचान और व्यापारिक साझेदारी से जुड़ा होता है। इस स्थिति में ग्रहण इच्छाओं और आसक्तियों को बढ़ा सकता है, जबकि सूर्य अधिकार और आत्म-अभिव्यक्ति का प्रतीक है। ऐसे में वैवाहिक जीवन, व्यापारिक संबंधों और आर्थिक मामलों में आंतरिक टकराव देखने को मिल सकता है। व्यक्ति अपने संसाधनों का सही ढंग से प्रबंधन करने में कठिनाई महसूस करेगा, जिसके कारण गलत आर्थिक फैसले लिए जा सकते हैं।

छल या धोखाधड़ी की संभावना भी बढ़ सकती है, जिससे संबंधों पर नकारात्मक असर पड़ेगा। अत्यधिक अहंकारपूर्ण व्यवहार की वजह से व्यक्ति अपने स्वभाव में जरूरी बदलाव नहीं कर पाएगा और परिवार के भीतर रिश्तों में तनाव हो सकता है।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य छठे भाव के स्वामी होते हैं और सूर्य ग्रहण 2025 के समय यह सातवें भाव में रहेंगे। इस स्थिति के कारण मीन राशि के लोग छल-कपटपूर्ण व्यवहार कर सकते हैं या फिर उन्हें ऐसे व्यक्तियों से सामना करना पड़ सकता है, जिनका स्वभाव भ्रष्ट या धोखेबाज़ हो। कार्यक्षेत्र में व्यक्ति अधीर हो सकता है और जीवन में अनेक कठिनाइयों और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

पिता के साथ तालमेल अच्छा नहीं रहेगा। कुछ लोगों का पिता से संपर्क टूट सकता है या पिता की सेहत और जीवनशक्ति कमजोर हो सकती है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय कमजोर प्रतिरोधक क्षमता दर्शाता है। बार-बार बीमार पड़ने, बुखार या पेट से जुड़ी दिक्कतें होने की संभावना रहेगी। आंखों की समस्या, मुंह या हड्डियों से जुड़ी तकलीफ़ भी हो सकती है।

मीन साप्ताहिक राशिफल

सूर्य ग्रहण 2025: उपाय

ज्योतिष में सूर्य ग्रहण 2025 को एक शक्तिशाली खगोलीय घटना माना जाता है। इसका असर अचानक होने वाले बदलावों, छिपे हुए सच और कर्मों के फल में दिखाई देता है। यह समय जीवन में परिवर्तन लाने वाला माना जाता है।

पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों को कम करने और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। यहाँ सूर्य ग्रहण से जुड़े कुछ प्रमुख उपाय दिए जा रहे हैं।

  • ग्रहण के दौरान उपवास रखना अत्यधिक शुद्धिकरणकारी माना जाता है।
  • गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र जैसे मंत्रों का जाप आध्यात्मिक सुरक्षा को मज़बूत करता है।
  • ग्रहण काल ​​आंतरिक चिंतन, ध्यान और उच्च ऊर्जाओं से जुड़ने के लिए आदर्श होता है।
  • ग्रहण के बाद जरूरतमंदों को भोजन, अनाज या कपड़े दान करने से कर्म असंतुलन को दूर करने में मदद मिलती है।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

सूर्य ग्रहण का सबसे ज़्यादा असर किस राशि पर पड़ेगा?

कन्या राशि

वर्ष 2025 का सूर्य ग्रहण किस नक्षत्र में लग रहा है?

उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र।

क्या यह सूर्य ग्रहण 2025 भारत में दिखाई देगा?

इस बार भारत में कोई सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं दे रहा है।

अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 21 से 27 सितंबर, 2025

अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल 21 से 27 सितंबर, 2025: कैसे मिलेंगे परिणाम?

कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)? 

अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा। 

इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।

दुनियाभर के विद्वान अंक ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (21 सितंबर से 27 सितंबर, 2025)

अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं। 

जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।

 बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मूलांक 1

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह आपको भाग्‍य का साथ मिलेगा जिससे आप अपने जीवन का आनंद ले पाएंगे और शांत एवं प्रसन्‍न महसूस रहेंगे। यदि आप आक्रामक व्‍यवहार दिखाते हैं, तो ये सकारात्‍मक चीज़ें नष्‍ट हो सकती हैं जिससे आपको बचने की सलाह दी जाती है। यदि आप ऐसा करते हैं, तो आप भावनात्‍मक रूप से बिखर सकते हैं जिसके कारण आपको शारीरिक समस्‍याएं होने की भी आशंका है।

प्रेम जीवन: इस समय प्‍यार और विवाह के मामले में सब कुछ आपके नियंत्रण में रहने वाला है। आपको बस अपने पार्टनर की भावनाओं और उनके नज़रिए को प्राथमिकता देने की जरूरत है। अपने रिश्‍ते में आपसी तालमेल बनाने के लिए यह अनुकूल समय है।

शिक्षा: इस मूलांक वाले जो छात्र कला, ह्यूमैनिटीज़, किसी भी भाषा, कविता या कहानी सुनाने जैसे विषयों की पढ़ाई कर रहे हैं, उनके लिए अपनी काबिलियत दिखाने और खुद को व्‍यक्‍त करने के लिए शानदार समय है।

पेशेवर जीवन: जो जातक खाद्य क्षेत्र, मदर केयर से जुड़े उत्‍पादों या स्‍थानीय राजनीति के क्षेत्र में काम करते हैं, उन्‍हें लाभ होगा। आपको नया निवेश करने को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए क्‍योंकि यह समय निवेश करने के लिए उचित नहीं है। आपको काम के सिलसिले में विदेश यात्रा पर जाने का मौका मिल सकता है।

सेहत: आपको इस सप्‍ताह अपने मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान देने की जरूरत है। अपनी भावनाओं से अनजान रहने की वजह से आपको गुस्‍सा आ सकता है जो कि आपके शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए ठीक नहीं है।

उपाय: आप भगवान कृष्‍ण को पांच लाल रंग के गुलाब अर्पित करें।

मूलांक 2

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 2 वाले जातक इस सप्‍ताह खुश रहेंगे और वे अपने आसपास के लोगों के साथ अपनी खुशी को बांट सकते हैं। यदि आप गर्भधारण करने के लिए प्रयास कर रही हैं, तो यह समय आपके लिए अनुकूल रहने वाला है क्‍योंकि इस समय आपको अपनी ही किसी चीज़ का पालन-पोषण करने या खुद कुछ बनाने की इच्‍छा हो सकती है।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आप अपने प्रेम संबंध का आनंद लेंगे। इस समय आपको अपना पार्टनर भावनात्‍मक रूप से अनुकूल लगेगा एवं आप दोनों का रिश्‍ता मजबूत होगा। अगर आप अपने प्रेमी से विवाह करने के बारे में सोच रहे हैं, तो इसके लिए यह समय एकदम अनुकूल है।

शिक्षा: मूलांक 2 वाले जातकों को पढ़ाई करने में आनंद आएगा। वे अपनी पढ़ाई पर ध्‍यान केंद्रित करेंगे और अपने साथी छात्रों की मदद भी कर सकते हैं।

पेशेवर जीवन: इस मूलांक वाले जो जातक गृह विज्ञान, मानव अधिकार एडवोकेसी, होम्‍योपैथी दवाओं, नर्सिंग, डायटीशियन या न्‍यूट्रिशियन के क्षेत्र में काम करते हैं, उनके लिए यह सप्‍ताह शानदार रहने वाला है। आप अपने विचारों को साझा कर एवं दूसरों की मदद कर के दुनिया पर अपनी छाप छोड़ने में सक्षम हो सकते हैं।

सेहत: इस सप्‍ताह मूलांक 2 वाले जातक फिट और स्‍वस्‍थ रहने वाले हैं। आप इस सप्‍ताह आनंद लें, व्‍यायाम करें, स्‍वस्‍थ आहार लें और ध्‍यान करें।

उपाय: यदि संभव हो तो, आप मोती की माला धारण करें। अगर ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो अपनी जेब में सफेद रंग का रुमाल जरूर रखें।

रियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

मूलांक 3

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह मूलांक 3 वाले जातक अधिक आध्‍यात्मिक रहने वाले हैं। इनकी ईश्‍वर का ध्‍यान करने और उनसे बात करने की इच्‍छा हो सकती है। इस समय आपको शांति और सुकून का एहसास होगा।

प्रेम जीवन: रोमांटिक संबंध में रुचि रखने वाले जातकों के लिए यह सप्‍ताह शानदार रहने वाला है। यदि आपका पार्टनर भावनात्‍मक स्‍तर पर आपकी मदद करता है और आपकी समस्‍याएं एवं कमियों को समझने की कोशिश करता है, तो इससे आप दोनों का रिश्‍ता गहरा होगा और आप एक-दूसरे के लिए अधिक अनुकूल बनेंगे।

शिक्षा: जो छात्र रिसर्च करने में रुचि रखते हैं, उनके लिए यह सप्‍ताह बहुत अच्‍छा रहने वाला है।। अगर आप उच्‍च शिक्षा के लिए विदेशी यूनिवर्सिटी में किसी कोर्स जैसे कि पीएचडी या मास्‍टर डिग्री के लिए आवेदन के लिए इंतज़ार कर रहे हैं, तो इसका परिणाम आपके पक्ष में आ सकता है।

पेशेवर जीवन: इस समय व्‍यापारी अच्‍छी तरह से काम कर पाएंगे। आपके रुके हुए प्रयास आगे बढ़ेंगे। साथ ही नौकरी की तलाश कर रहे जातकों का भी इंतज़ार खत्‍म होगा। इस सप्‍ताह उन्‍हें नए अवसर मिलने की संभावना है।

सेहत: इस सप्‍ताह मूलांक 3 वाले जातकों का स्‍वास्‍थ्‍य ज्‍यादा अच्‍छा नहीं रहने वाला है। आपको उचित मेडिकल परामर्श लेना चाहिए और किसी भी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या को अनदेखा नहीं करना चाहिए। अगर आप स्‍वस्‍थ और फिट रहना चाहते हैं, तो नियमित रूप से व्‍यायाम करें और स्‍वस्‍‍थ एवं संतुलित आहार लें। इस समय महिलाओं को हार्मोंनल असंतुलन की शिकायत हो सकती है।

उपाय: आप सोमवार और बृहस्‍पतिवार के दिन भगवान शिव की उपासना करें और शिवलिंग पर गन्‍ने का जूस चढ़ाएं।

मूलांक 4

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 4 वाले जातक इस सप्‍ताह भावनात्‍मक स्‍तर पर आए उतार-चढ़ाव से परेशान रह सकते हैं। एक पल में आप अत्‍यधिक भावुक और जरूरत से ज्‍यादा प्रतिक्रिया देंगे तो वहीं दूसरी ओर आप बहुत ज्‍यादा व्‍यावहारिक हो सकते हैं। इससे लोग आपसे नाराज़ हो सकते हैं। आप अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखने और अपने कार्यों पर नजर रखें।

प्रेम जीवन: जो जातक प्रेम संबंध में हैं, उनके लिए यह सप्‍ताह अच्‍छा रहने वाला है। आपका अपने प्रेमी के साथ एक दोस्‍त की तरह रिश्‍ता रहेगा। आपको बस अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना है और इस बात पर ध्‍यान देना है कि आप किस तरह से प्रतिक्रिया देते हैं।

शिक्षा: मूलांक 4 वाले जातकों के लिए यह सप्‍ताह अत्‍यंत लाभकारी सिद्ध होगा क्‍योंकि वे पढ़ाई में अपने रचनात्‍मक विचारों और दूसरों के साथ पढ़ाई करने के तरीकों को साझा करने में सक्षम होंगे। ऐसे में आपको इस समय का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए।

पेशेवर जीवन: जो जातक नौकरी बदलना चाहते हैं, उन्‍हें अपने घर से दूर के किसी स्‍थान से कोई अच्‍छा ऑफर मिल सकता है। आपको इन अवसरों को अपने विकास के लिए चुनने की सलाह दी जाती है। आपको कुछ अव्‍यवस्थित स्‍कीमों में निवेश करने से मुनाफा होने की उम्‍मीद है। इससे आपको खुशी मिलेगी।

सेहत: अत्‍यधिक शराब पीने की वजह से आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। आपको पार्टी करने और लोगों से अधिक मिलने-जुलने से बचने की सलाह दी जाती है। इस समय महिलाओं को हार्मोनल असंतुलन की शिकायत हो सकती है।

उपाय: आप रोज़ पैरों की घी से मालिश करें।

मूलांक 5

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह आपका मूड बहुत अच्‍छा रहने वाला है और आप जीवन का भरपूर आनंद लेंगे। आप अपना ध्‍यान रखेंगे और आप कैसे दिखते हैं, उस पर ध्‍यान देंगे लेकिन आपको खुद पर बहुत ज्‍यादा ध्‍यान देने से बचना है।

प्रेम जीवन: इस समय आप अपने पार्टनर के साथ बहुत अच्‍छा समय बिताएंगे और आपके रिश्‍ते में प्‍यार एवं रोमांस रहेगा। आपकी जिंदगी में सब कुछ अच्‍छा चलता रहेगा और विवाहित जातक खुश रहेंगे।

शिक्षा: ट्रेड और कला के विषयों में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए अच्‍छा समय है। आपके शिक्षक आपसे खुश रहेंगे। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्‍हें इस समय विशेष रूप से सावधानी बरतने की जरूरत है क्‍योंकि इस दौरान आपसे बिना सोचे-समझे गलतियां हो सकती हैं।

पेशेवर जीवन: यह सप्‍ताह व्‍यापारियों के लिए मददगार साबित होगा। वे अपने उत्‍पादों को बेचने और उनके लिए नई मार्केट को तलाश करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा जो जातक प्रिंट मीडिया में काम करते हैं, उन्‍हें अपने लेखन कार्य को लेकर सावधान रहना चाहिए क्‍योंकि इसका गलत मतलब निकाला जा सकता है।

सेहत: इस समय आपकी सेहत अच्‍छी रहने वाली है और आपको कोई बड़ी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या होने के संकेत नहीं हैं। हालांकि, भावनात्‍मक उतार-चढ़ाव के कारण आपकी बहुत ज्‍यादा एनर्जी खर्च हो सकती है। इसलिए आपको अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखने की सलाह दी जाती है।

उपाय: अपने घर में पीले रंग के फूल खिलाएं और उनकी देखभाल करें।

मूलांक 6

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह आपके अंदर अत्‍यधिक भावनात्‍मक ऊर्जा रहने वाली है इसलिए जिन लोगों की आप परवाह करते हैं, उनके साथ गहराई से जुड़ने की कोशिश करें। उनके नज़दीक रहने से आप सुरक्षित महसूस करेंगे और आपको इसकी अधिक आवश्‍यकता महसूस होगी। आप अपने घर को और ज्‍यादा सुंदर बनाने के लिए पैसे खर्च कर सकते हैं।

प्रेम जीवन: जो जातक रोमांटिक संबंध में हैं, उनके लिए यह सप्‍ताह अच्‍छा रहने वाला है। आपको अपने पार्टनर के साथ नई यादें बनाने और अच्‍छा समय बिताने का मौका मिलेगा। आपका जीवनसाथी आपके प्रति सहानुभूति रखेगा और आपको अपने कार्यों को करने के लिए प्रोत्‍साहित करेगा।

शिक्षा: यह सप्‍ताह इंटीरियर डिज़ाइनिंग, थिएटर एक्टिंग, फैशन या डिज़ाइनिंग के अन्‍य किसी क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए अच्‍छा साबित होगा। इसके अलावा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को पूरी लगन के साथ पढ़ाई करने की कोशिश करनी चाहिए वरना उन्‍हें परीक्षा को लेकर दबाव हो सकता है।

पेशेवर जीवन: लग्‍ज़री चीज़ों, सौंदर्य प्रसाधनों या सेवा या फिर महिलाओं या मांओं के लिए बनने वाले उत्‍पादों के व्‍यवसाय अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे। यदि आप एनजीओ के लिए काम करते हैं या दान-पुण्‍य के कार्यों का समर्थन करते हैं, तो आपके लिए भी यह सप्‍ताह अनुकूल रहने वाला है।

सेहत: आपको साफ-सफाई का ध्‍यान रखने की सलाह दी जाती है। आप अपने स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर सचेत रहें। आपको मीठा और तैलीय चीजें खाने से परहेज़ करना चाहिए। इसके अलावा आप अपने व्‍यक्‍तित्‍व के विकास पर ध्‍यान दें।

उपाय: रोज़ शाम के समय अपने घर में कपूर जलाएं। इससे आपके घर की नकारात्‍मकता दूर होगी।

विद्वान ज्योतिषियों से प्रश्न पूछें और पाएं हर समस्या का समाधान  

मूलांक 7 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 7 वाले जातकों के मन में इस सप्‍ताह कई तरह की भावनाएं आने वाली हैं। किसी चीज़ को जाने देना मुश्किल हो सकता है लेकिन यह आपके लिए कुछ ज्‍यादा पाने का अवसर भी हो सकता है। इस सप्‍ताह आप अपनी पढ़ाई में एक नए अध्‍याय की शुरुआत कर सकते हैं।

प्रेम जीवन: जो जातक प्रेम संबंध या रोमांटिक रिश्‍ते में हैं, उनके लिए यह सप्‍ताह बोरियत से भरा हो सकता है क्‍योंकि इस समय आप अपने पार्टनर के प्‍यार से भरे विचारों और योजनाओं को नज़रअंदाज़ कर सकते हैं। वैवाहिक संबंध में भावनात्‍मक समझ की कमी के कारण आपके और आपके पार्टनर के बीच मतभेद हो सकते हैं। हालांकि, आप मतभेदों को सुलझाने और बात करने का प्रयास कर सकते हैं।

शिक्षा: इस समय छात्रों पर पढ़ाई का तनाव हावी रहने वाला है। उनका ध्‍यान बहुत ज्‍यादा भटक सकता है और उन्‍हें फोकस करने में दिक्‍कत आ सकती है।

पेशेवर जीवन: अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए व्‍यापारियों को कुछ यात्राओं पर जाने की जरूरत हो सकती है। आपके लिए नई मार्केटिंग योजना और रणनीति बनाना अच्‍छा हो सकता है। हालांकि, यह सप्‍ताह सिर्फ रिसर्च करने के लिए अच्‍छा है इसलिए इस समय आपको अपने विचारों पर काम करना शुरू नहीं करना चाहिए।

सेहत: स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में आपको संतुलित आहार लेने और सेहत को हानि पहुंचाने वाली चीज़ों से परहेज़ करना चाहिए क्‍योंकि इनकी वजह से आपके शरीर में सूजन और अपच हो सकती है।

उपाय: आप रोज़ कम से कम 10 मिनट ध्‍यान करें।

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें।

मूलांक 8

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)

आपको ज्‍यादा सोचेने से बचना चाहिए। चूंकि, इस समय मूलांक 8 वाले जातकों को अपने भविष्‍य को लेकर चिंता और डर सता सकता है इसलिए उन्‍हें अपनी पुरानी उपलब्धियों और कड़ी मेहनत से खुद को प्रेरित रखने का प्रयास करना चाहिए। यदि आप ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो इसका आपके मानसिक एवं भावनात्‍मक स्‍वास्‍थ्‍य पर नकारात्‍मक असर पड़ सकता है या वह और ज्‍यादा खराब हो सकते हैं।

प्रेम संबंध: जो जातक रोमांटिक संबंध में हैं, उन्‍हें अपने पार्टनर के साथ अच्‍छा समय बिताने का मौका मिलेगा। इस पूरे सप्‍ताह आप हंसी-मज़ाक करेंगे और अपनी पुरानी खूबसूरत यादों को संजोकर रखेंगे।

शिक्षा: अत्‍यधिक भावनाओं और खलल पड़ने के कारण छात्रों का ध्‍यान भट सकता है और आप अपने उद्देश्‍य से हट सकते हैं। इस समय विद्यार्थियों को फोकस बनाए रखने के लिए अधिक मेहनत करने की जरूरत है।

पेशेवर जीवन: आपको अंतर्राष्‍ट्रीय सहयोग मिलने की संभावना है। इसके अलावा यह समय पार्टनरशिप और ट्रेड के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगा। अगर आपने रियल एस्‍टेट, एग्रीकल्‍चर प्रॉपर्टी या प्राचीन वस्‍तुओं में निवेश किया है, तो आपको उच्‍च मुनाफा होने की संभावना है।

सेहत: स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में मूलांक 8 वाले जातकों के लिए यह सप्‍ताह ज्‍यादा अनुकूल नहीं रहने वाला है। आपके लिए उचित उपचार लेना आवश्‍यक है और आप अपनी किसी भी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या को अनदेखा न करें। अगर आप फिट रहना चाहते हैं, तो रोज़ व्‍यायाम करें और स्‍वस्‍थ एवं संतुलित आहार लें। इस दौरान महिलाओं को हार्मोनल असंतुलन हो सकता है।

उपाय: आप रोज़ अपने गुरु का आशीर्वाद लें।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

मूलांक 9

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 9 वाले जातकों को खासतौर पर अपने स्‍वभाव को लेकर सचेत रहना चाहिए क्‍योंकि इस सप्‍ताह वे छोटी-छोटी बातों पर भावनात्‍मक रूप से परेशान और दर्द महसूस कर सकते हैं। इससे इनके अंदर गुस्‍सा बढ़ सकता है जिससे इनके निजी और पेशेवर जीवन दोनों में समस्‍याएं उत्‍पन्‍न हो सकती हैं।

प्रेम जीवन: आपके मिज़ाज और जिद्दी रवैये के कारण आपके और आपके पार्टनर के बीच छोटी-छोटी बातों पर बहस हो सकती है जो कि एक बड़े विवाद का रूप ले सकती है। इस समय जरूरी है कि आप संयम बनाए रखें और अपने पार्टनर की बात पर ध्‍यान दें एवं गलतफहमियों को दूर करें।

शिक्षा: प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता मिलने के योग हैं। वे पूरे सम्‍मान के साथ परीक्षा में सफल होंगे। इसके अलावा कानून, सर्जरी और न्‍यायपालिका से संबंधित विषयों की पढ़ाई कर रहे छात्र भी विशेष रूप से अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे।

पेशेवर जीवन: अगर आप घर से ही काम करते हैं, तो इस समय आप अपने प्रियजनों के साथ अधिक समय बिताने वाले हैं। आप अपने परिवार या करीबी दोस्‍त के साथ घर से ही कोई नया बिज़नेस शुरू कर सकते हैं। यदि आप रियल एस्‍टेट के क्षेत्र में काम करते हैं, तो आपको इस सप्‍ताह बड़ा मुनाफा होने के योग हैं।

सेहत: इस सप्‍ताह आपका स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा रहने वाला है और आपको कोई बड़ी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या परेशान नहीं करेगी लेकिन भावनात्‍मक उतार-चढ़ाव के कारण आपकी बहुत ज्‍यादा एनर्जी खर्च हो सकती है इसलिए आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है।

उपाय: आप बृहस्‍पतिवार के दिन बच्‍चों में मिठाई बांटें।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. सबसे शक्‍तिशाली मूलांक कौन सा है?

उत्तर. मूलांक 8 को सबसे शक्‍तिशाली माना जाता है।

प्रश्‍न 2. मूलांक 2 पर किस ग्रह का आधिपत्‍य है?

उत्तर. इस अंक के स्‍वामी ग्रह चंद्रमा हैं।

प्रश्‍न 3. किस अंक से धन आकर्षित होता है?

उत्तर. मूलांक 8 वित्तीय समृद्धि लेकर आता है।

टैरो साप्ताहिक राशिफल 21 से 27 सितंबर 2025: इस सप्ताह इन 4 राशियों की चमकेगी किस्मत!

टैरो साप्ताहिक राशिफल 21 से 27 सितंबर 2025: इस सप्ताह इन 4 राशियों की चमकेगी किस्मत!

टैरो साप्ताहिक राशिफल 21 से 27 सितंबर 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्योतिषियों का मानना है कि टैरो व्यक्ति की जिंदगी में भविष्यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।

टैरो इस बात पर ध्यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्‍या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्‍य के लिए सही विकल्प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्‍मा से बात करने का मौका देता है।

आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मजाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है। या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं।

इन कारणों से या अन्‍य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।

टैरो की उत्पति 15वीं शताब्‍दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्‍यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्‍व कम था।

हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।

टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति को प्राप्त किया जा सकता है। आप कुछ स्‍तर पर अध्‍यात्‍म से, थोड़ा अपनी अंतरात्मा से और थोड़ा अपने अंतर्ज्ञान और आत्म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।

तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि 21 से 27 सितंबर, 2025 तक का यह सप्ताह राशि चक्र की सभी 12 राशियों के लिए किस तरह के परिणाम लेकर आएगा?

दुनियाभर के विद्वान टैरो रीडर्स से करें कॉल/चैट पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

टैरो साप्ताहिक राशिफल 21 से 27 सितंबर, 2025: राशि अनुसार राशिफल

मेष राशि

प्रेम जीवन: क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: द एम्प्रेस

करियर: नाइट ऑफ पेंटाकल्स 

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स

मेष राशि वालों को प्रेम जीवन में क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स मिला है जो बता रहा है कि अगर आप  रिश्ते में हैं, तो आपके साथी के व्यक्तित्व में वह सब गुण मौजूद होंगे जो आप अपने पिछले रिश्ते में ढूंढ रहे थे या फिर आपके भीतर भी उनमें से कुछ गुण होंगे जिसका इस्तेमाल आप साथी के सामने अपने प्रेम का इज़हार करने के लिए करेंगे। बता दें कि इस राशि के जातक अपने पार्टनर और वह किसके साथ रिश्ते में हैं, इसको लेकर बहुत सजग होते हैं, इसलिए वह अक्सर अकेले रहना पसंद करते हैं।

आर्थिक जीवन में द एम्प्रेस धन-समृद्धि, भौतिक सुविधाएं, प्रगति और स्थिरता का प्रतिनिधित्व करता है। यह कार्ड बता रहा है कि सितंबर 2025 का यह सप्ताह आपके लिए अच्छा रहेगा क्योंकि आपके पास पर्याप्त मात्रा में धन-संपदा होगी। साथ ही, आपको निवेश के माध्यम से अच्छे लाभ की प्राप्ति होगी। इसके अलावा, आपको आर्थिक रूप से लाभ प्राप्त होगा, लेकिन आपको आय और व्यय में संतुलन बनाकर चलना होगा।       

करियर के क्षेत्र में नाइट ऑफ पेंटाकल्स भविष्यवाणी कर रहा है कि इन जातकों को करियर में लक्ष्य हासिल करने के लिए धैर्यवान रहना होगा और मेहनत करने के साथ-साथ सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा। अगर आप एक स्थिर और सुरक्षित भविष्य का निर्माण करना चाहते हैं, तो आपको योजना बनाकर चलना होगा और समर्पित होकर अपने दीर्घकालीन लक्ष्यों को पाने की दिशा में काम करना होगा। यह कार्ड कहता है कि आपको जीवन में स्थिर सफलता पाने के लिए लगातार प्रयास करने होंगे। 

स्वास्थ्य के मामले में आपको फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स प्राप्त हुआ है जो स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं, थकान या गलत आदतों की तरफ इशारा कर रहा है। संभव है कि यह जातक अपने जीवन में समस्याओं का सामना करते-करते थक गए हैं और इनका संबंध तनाव, रोगों या रिश्तों में उतार-चढ़ाव से हो सकता है। ऐसे में, आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा और स्वास्थ्य को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी होगी। साथ ही, आपको नशीली चीज़ों से बचने की सलाह दी जाती है। 

शुभ दिन: मंगलवार 

वृषभ राशि

प्रेम जीवन: डेथ

आर्थिक जीवन: नाइट ऑफ कप्स 

करियर: क्वीन ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: ऐस ऑफ पेंटाकल्स

वृषभ राशि वालों को प्रेम जीवन में द डेथ प्राप्त हुआ है जो आपके जीवन के लिए जरूरी और आवश्यक परिवर्तन या फिर एक पड़ाव के अंत व एक नई शुरुआत को दर्शा रहा है। इस अवधि में आप अपनी कई पुरानी आदतें, गलत तौर-तरीके या फिर ऐसा रिश्ता जो आपके लिए ठीक नहीं होगा आदि को छोड़ सकते हैं, ताकि आप एक सही रिश्ते में प्रवेश कर सकें। हालांकि, शुरुआत में आपको कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन जब आप इस परिवर्तन को स्वीकार कर लेंगे, तब आप एक बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकेंगे। 

आर्थिक जीवन में नाइट ऑफ कप्स का आना आपको कोई शुभ समाचार या कोई ऐसा ऑफर मिलने की तरफ इशारा कर रहा है जो आपकी आर्थिक स्थिति को मज़बूत बनाने का काम करेगा। साथ ही, इनके माध्यम से आपको अप्रत्याशित लाभ कमाने और समस्याओं का समाधान तलाशने के मौके मिलेंगे। बता दें कि इस सप्ताह धन का प्रवाह सुगम रहेगा, लेकिन फिर भी आपको व्यर्थ की खरीदारी से बचना होगा। 

करियर की बात करें तो, क्वीन ऑफ वैंड्स ऐसे समय को दर्शा रहा है जो जोश-जुनून, रचनात्मकता से भरा होगा। साथ ही, इस दौरान आपकी नेतृत्व क्षमता भी मज़बूत होगी। यह कार्ड कहता है कि आपने अपने लिए जिस करियर का चुनाव किया है, उसमें सफलता प्राप्त करने, नेतृत्व करने या फिर नए व्यापार की शुरुआत करने की अपार क्षमता आपके अंदर मौजूद होगी। यह कार्ड आपको अपने सपनों को पूरा करने, अपनी क्षमताओं को पहचानने और अपने आसपास के लोगों को मोटिवेट करने के लिए प्रेरित करेगा। 

स्वास्थ्य के संबंध में ऐस ऑफ पेंटाकल्स एक नई शुरुआत की तरफ संकेत कर रहा है। ऐसे में, इस सप्ताह आपको अच्छी सेहत रहेगी और रोग प्रतिरोधक क्षमता मज़बूत होगी। लेकिन, इसके लिए आपको खुद की देखभाल करने और नियमित रूप से व्यायाम करने की आवश्यकता होगी। 

शुभ दिन: शुक्रवार

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मिथुन राशि

प्रेम जीवन: टेन ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: द चैरियट

करियर: द हर्मिट

स्वास्थ्य: किंग ऑफ स्वॉर्ड्स

मिथुन राशि वालों के प्रेम जीवन की बात करें, तो आपको टेन ऑफ वैंड्स प्राप्त हुआ है और यह भविष्यवाणी कर रहा है कि इस अवधि में आप जिम्मेदारियों के बोझ तले दबा हुआ महसूस कर सकते हैं, जिसके चलते आपके रिश्ते में समस्याएं आ सकती हैं। साथ ही, पार्टनर के साथ समय बिताना आपको मुश्किल लग सकता है। ऐसे में, आपको और आपके साथी को इन जिम्मेदारियों को आपस में बांटना होगा ताकि एक इंसान पर से बोझ कम हो सकेंगे, अन्यथा यह बोझ भावनात्मक और मानसिक रूप से पार्टनर को परेशान कर सकता है और आपका रिश्ता प्रभावित हो सकता है। 

जब बात आती है आर्थिक जीवन की, तो द चेरियट कह रहा है कि इन जातकों को अधिकार, सफलता और स्थिरता पाने के लिए दृढ़ और अनुशासन में रहते हुए पूरे समर्पण के साथ जीवन में उत्पन्न आर्थिक समस्याओं को पार करना होगा। 

करियर की बात करें तो, द हर्मिट का आना दर्शाता है कि इन जातकों को खुद को जानने-समझने और करियर में आप सही रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं या नहीं, इसे जानने के लिए आपको ब्रेक लेने की आवश्यकता होगी, ताकि आप जान सकेंगे कि वर्तमान करियर आपकी पसंद के अनुसार है या नही। यह कार्ड आपको बुद्धिमानी से प्रयास करने, अपने कार्यों को एकाग्रता के साथ करने या फिर अपनी पसंद के अनुसार करियर में बदलाव करने के लिए कह रहा है। लेकिन, आपको कोई भी कदम उठाने से पहले अच्छे से सोच-विचार करने और पूरी तैयारी से आगे बढ़ने की सलाह दी जाती है। 

किंग ऑफ स्वॉर्ड्स कहता है कि स्वास्थ्य को लेकर आपको अपना दृष्टिकोण स्पष्ट और तार्किक रखना होगा जो आपकी अच्छी सेहत के लिए जरूरी होगा। साथ ही, आपको थोड़ा सावधान रहना होगा क्योंकि इस दौरान आपको डायबिटीज या किडनी से जुड़ी समस्याएं घेर सकती हैं या फिर आपकी सर्जरी होने की भी आशंका है जिसकी वजह कोई बीमारी या फिर कोई चोट हो सकती है। ऐसे में, अगर आप अपनी सेहत को अच्छा बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको एक संतुलित जीवनशैली अपनानी होगी और पर्याप्त नींद लेने के साथ-साथ खानपान में भी सुधार करना होगा। 

शुभ दिन: बुधवार

कर्क राशि 

प्रेम जीवन: पेज ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: क्वीन ऑफ पेंटाकल्स

करियर: स्ट्रेंथ

स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स

प्रेम जीवन में कर्क राशि के जातकों को पेज ऑफ स्वॉर्ड्स मिला है और यह दर्शाता है कि अगर आप किसी बात का इंतज़ार कर रहे हैं जैसे किसी समाचार का या आपका रिश्ता कितना आगे बढ़ा, तो बता दें कि इसमें आपको अभी थोड़ा इंतज़ार करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको धैर्य बनाए रखना होगा। यदि आप सिंगल हैं और आप किसी ख़ास से मिलने की इच्छा रखते हैं, तो यह कार्ड बता रहा है कि आपको उनसे घुलने-मिलने के लिए काफ़ी प्रयास करने होंगे। साथ ही, यदि आप विशेष इंसान के साथ रिश्ते में आना चाहते हैं, तो आपको धैर्य बनाए रखना होगा क्योंकि आपको अपनी उम्मीद से ज्यादा इंतज़ार करना होगा। 

आर्थिक जीवन में  क्वीन ऑफ पेंटाकल्स बेहतरीन प्रबंधन, स्थिरता और सुरक्षा का प्रतिनिधित्व करता है। इस अवधि में आप अपने प्रयासों, कड़ी मेहनत और सकारात्मक दृष्टिकोण के माध्यम से धन-समृद्धि प्राप्त करने में सक्षम होंगे। बता दें कि यह सप्ताह आर्थिक रूप से अनुकूल रहेगा और आप आर्थिक रूप से स्थिर होंगे। 

करियर के क्षेत्र में द स्ट्रेंथ प्राप्त हुआ है और यह बता रहा है कि इन जातकों के पास करियर में उत्पन्न समस्याओं पर जीत हासिल करने और अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त साहस, दृढ़ता और आत्मविश्वास होगा। यह कार्ड आपको अपने सपनों को पूरा करने, जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले लेने, एक नई कंपनी की शुरुआत या फिर उसका प्रचार-प्रसार करते हुए दिखाई दे सकते हैं। 

स्वास्थ्य के मामले में फोर ऑफ स्वॉर्ड्स संकेत कर रहा है कि इन जातकों को स्वस्थ होने के लिए अपनी सेहत का ध्यान रखने के साथ-साथ पर्याप्त आराम करना होगा। यह कार्ड आपको अपने व्यस्त जीवन से थोड़ा समय निकालकर शरीर को आराम देते हुए खुद को तरोताज़ा करने के लिए कह रहा है। सरल शब्दों में कहें तो, आपको खुद को स्वस्थ रखने के लिए योग और ध्यान करने की सलाह दी जाती है।  ऐसा करने से आप तनाव और चिंता से भी बच सकेंगे। 

शुभ दिन: सोमवार

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

सिंह राशि

प्रेम जीवन: नाइट ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ वैंड्स

करियर: क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: द वर्ल्ड 

सिंह राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिए नाइट ऑफ पेंटाकल्स को शुभ माना जाएगा और यह मज़बूत, समर्पित और स्थायी पार्टनरशिप की तरफ संकेत करता है। यह जातक वास्तविक, भरोसेमंद, सुरक्षात्मक और धैर्यवान होंगे। ऐसे में, आप दूसरों के लिए मिसाल बनेंगे। इन लोगों को दूसरे की भावनाओं से खेलना या धोखा देना पसंद नहीं होता है इसलिए यह अपने साथी के लिए समर्पित और प्रतिबद्ध होंगे।  वह अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए काफ़ी प्रयास करते हुए नज़र आएंगे। 

आर्थिक जीवन की बात करें तो, आपको थ्री ऑफ वैंड्स प्राप्त हुआ है और यह भविष्यवाणी कर रहा है कि आपकी मेहनत रंग लाएगी और आपको प्रगति के साथ-साथ आर्थिक सुरक्षा की भी प्राप्ति होगी। यह समय अपने लक्ष्यों को पूरा करने, नई शुरुआत करने, अपने क्षेत्र या कंपनी का विस्तार करने के लिए अनुकूल होगा। 

करियर के क्षेत्र में क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स का आना दर्शाता है कि इन जातकों में सफल व्यापारी बनने के गुण मौजूद होंगे जिससे नई नौकरी की शुरुआत करने में आपको सहायता मिलेगी। ऐसे में, आप अपने पद पर रहते हुए दूसरों को प्रभावित करने में सक्षम होंगे और इसकी वजह आपकी क्षमताएं और बेहतरीन नेतृत्व होगा। आपको अपने उत्साह और जोश को बनाए रखते हुए खूब मेहनत करनी होगी ताकि आप नौकरी में स्थिरता प्राप्त कर सकें, इसलिए करियर में चुनौतियां आने पर घबराएं नहीं, बल्कि उनका सामना बुद्धिमानी और धैर्य के साथ करें। 

स्वास्थ्य में आपको द वर्ल्ड प्राप्त हुआ है और यह जीवन में संतुलन को दर्शाता है, जिसका संबंध शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य से हो सकता है। अगर आप स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो इस अवधि में आप रोगों से बाहर निकलने में सक्षम होंगे। 

शुभ दिन: रविवार

कन्या राशि 

प्रेम जीवन: द सन

आर्थिक जीवन: द एम्प्रेस 

करियर: द मैजिशियन 

स्वास्थ्य: किंग ऑफ कप्स

कन्या राशि वालों को प्रेम जीवन में द सन मिला है और यह बता रहा है कि अगर आप किसी के साथ रिलेशनशिप में हैं, तो आपका पार्टनर आपके साथ एक सुनहरे भविष्य का निर्माण करने के लिए उत्साहित होगा। वह आपकी बेहद परवाह करते हैं और हमेशा आपकी भलाई के बारे में सोचते होंगे। प्रेम जीवन में द सन कार्ड का आना दर्शाता है कि आपका साथी आपके साथ बहुत ख़ुश हैं और आपका रिश्ता सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। 

आर्थिक जीवन में द एम्प्रेस का आना धन-समृद्धि, रचनात्मकता, और वैभव का प्रतीक माना जाता है। यह कार्ड बता रहा है कि इस समय आप पर्याप्त मात्रा में धन कमाएंगे और आर्थिक जीवन में अच्छी उपलब्धि हासिल करने के साथ-साथ सही जगह पर धन निवेश भी करेंगे। ऐसे में, आप अपने प्रयासों के बल पर भविष्य को बेहतर बनाने में सक्षम होंगे। आपको भविष्य के लिए कुछ धन अलग रखने की सलाह दी जाती है, ताकि आपको आने वाले कल में किसी समस्या का सामना न करना पड़ें। 

करियर के क्षेत्र में आपको द मैजिशियन प्राप्त हुआ है जो बता रहा है कि जब तक आप अपने पर भरोसा रखेंगे, तब तक आप सफलता प्राप्त करेंगे। आपके भीतर कामयाब होने के लिए सभी क्षमताएं और योग्यताएं मौजूद होंगी। ऐसे में, ब्रह्मांड भी सफलत होने में आपकी सहायता करेगा इसलिए खुद पर विश्वास रखें और आगे बढ़ें। 

स्वास्थ्य के मामले में आपको किंग ऑफ कप्स मिला है और यह भावनात्मक संतुलन, उत्तम स्वास्थ्य, दया और स्पष्ट विचार का प्रतिनिधित्व करता है। 

 शुभ दिन: बुधवार

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

तुला राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: किंग ऑफ स्वॉर्ड्स

करियर: क्वीन ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: नाइट ऑफ कप्स

तुला राशि वालों के प्रेम जीवन में ऐस ऑफ पेंटाकल्स एक नई शुरुआत को दर्शा रहा है। निजी या पेशेवर जीवन में जल्द ही आपकी मुलाकात किसी ख़ास से हो सकती है। इस दौरान आपका नज़रिया जीवन को लेकर बेहतर होगा, बल्कि आपका साथी के साथ रिश्ता मज़बूत, सुरक्षित और स्थिर बनेगा। अगर आप रिश्ते में हैं, तो ऐस ऑफ पेंटाकल्स को शुभ कार्ड माना जाएगा क्योंकि यह स्थिरता, सुरक्षा और प्रेम को दर्शाता है। 

आर्थिक जीवन में किंग ऑफ स्वॉर्ड्स कहता है कि अगर आप जीवन में दीर्घकालिक सफलता पाना चाहते हैं, तो आपको धन का प्रबंधन बहुत सोच-समझकर करना होगा। आपको जीवन में आर्थिक रूप से सफल होने के लिए लक्ष्यों को निर्धारित करना होगा और योजना बनाकर उन्हें पाने की दिशा में आगे बढ़ना होगा। 

करियर के क्षेत्र में क्वीन ऑफ वैंड्स भविष्यवाणी कर रहा है कि आप नौकरी या व्यापार के संबंध में तुरंत कदम उठाने के लिए तैयार रहेंगे। अगर आप एक साथ कई प्रोजेक्ट संभाल रहे हैं, तो आप उन्हें इतने बख़ूबी पूरे करेंगे कि आपके आसपास मौजूद लोग आपकी प्रतिभा से हैरान हो जाएंगे। आप एक जिम्मेदार व्यक्ति होंगे इसलिए आपके भीतर एक अच्छे मैनेजर बनने के गुण होंगे। 

स्वास्थ्य के मामले में आपको नाइट ऑफ कप्स मिला है जो कि एक शुभ कार्ड माना जाएगा। अगर आप रोगों से लड़ रहे थे, तो अब जल्द ही स्वस्थ हो सकेंगे।

शुभ दिन: शुक्रवार

वृश्चिक राशि

प्रेम जीवन: द डेविल 

आर्थिक जीवन: ऐस ऑफ कप्स 

करियर: सिक्स ऑफ कप्स

स्वास्थ्य: टेन ऑफ स्वॉर्ड्स

वृश्चिक राशि वालों के प्रेम जीवन में द डेविल किसी के प्रति आकर्षण, जुनून और हद से ज्यादा लगाव को दर्शा रहा है। यह एक ऐसे रिश्ते की तरफ इशारा कर रहा है जो चालाकी और कामुकता से भरा हो सकता है। साथ ही, इस रिश्ते में आप या फिर आप दोनों ही फंसा हुआ महसूस कर सकते हैं। इसके अलावा, यह कार्ड भावनात्मक रूप से मज़बूत रिश्ते को भी दर्शाता है जहाँ आप और साथी दोनों एक-दूसरे से गहराई से जुड़े होंगे। 

आर्थिक जीवन की बात करें, तो आपको ऐस ऑफ कप्स मिला है जो  आर्थिक सहायता मिलने या आर्थिक जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्राप्त होने वाले अवसरों का प्रतिनिधित्व करता है। यह अवसर आपको किसी ऐसे व्यक्ति के माध्यम से प्राप्त होंगे जो आपको हमेशा प्रोत्साहित करता होगा, जिसके चलते आप आर्थिक स्थिरता प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही, यह कार्ड नए आइडिया, परिवार से मिलने वाले साथ या किसी ऐसे रचनात्मक कार्य की शुरुआत को दर्शा रहा है जो आपको आर्थिक सफलता के मार्ग पर लेकर जाएगा। ऐसे में, आप भावनात्मक रूप से संतुष्ट दिखाई देंगे। 

करियर के संबंध में सिक्स ऑफ कप्स अतीत पर ध्यान केंद्रित करने और बचपन के शौक को  दोबारा से जगाते हुए उसे पेशेवर जीवन के रूप में अपनाने के लिए कह रहा है। ऐसा करके आप मौजूदा नौकरी या काम में बचपन वाली ख़ुशी पा सकेंगे या फिर पूर्व अनुभव आपकी वर्तमान नौकरी में काम आ सकता है। इसके अलावा, यह कार्ड पैतृक संपत्ति के संबंध में दान-पुण्य और शेयर का  भी प्रतिनिधित्व करता है। 

स्वास्थ्य में आपको टेन ऑफ स्वॉर्ड्स मिला है जिसे शुभ नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि यह शारीरिक और मानसिक रूप से थकान, तनाव या अत्यधिक बोझ की वजह से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं की तरफ इशारा कर रहा है। यह कार्ड आपको सेहत के प्रति सावधान रहने और अपने जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव करने के लिए कह रहा है, ताकि आप रोगों से उबरकर स्वस्थ हो सकें। 

शुभ दिन: मंगलवार

धनु राशि

प्रेम जीवन: द टावर

आर्थिक जीवन: एट ऑफ स्वॉर्ड्स

करियर: सिक्स ऑफ पेंटाकल्स 

स्वास्थ्य: टू ऑफ कप्स 

धनु राशि वालों को प्रेम जीवन में द टावर कार्ड प्राप्त हुआ है और यह आपके जीवन में अचानक से आने वाले बदलाव को दर्शा रहा है जो आपको परेशान कर सकता है। सरल शब्दों में कहें तो, इस दौरान रिश्ते के टूटने या ब्रेकअप होने की आशंका है या फिर कोई सच आपके सामने आ सकता है या आपका कोई भ्रम टूट सकता है। यह घटनाएं आपके विश्वास की नींव हिलाकर रख सकती है और आप झूठ पर आधारित रिश्तों से बाहर निकलकर सच्चे रिश्ते बनाना पसंद करेंगे। हालांकि, यह समय आपके लिए तनाव से भरा रह सकता है।

आर्थिक जीवन को देखें तो, एट ऑफ स्वॉर्ड्स बता रहा है कि यह जातक धन से जुड़ी समस्याओं की वजह से कहीं फंसे या बंधे हुए हो सकते हैं। बता दें कि इन समस्याओं का कारण आपकी सोच हो सकती है। ऐसे में, आपको बीते समय में हुई समस्याओं के नकारात्मक प्रभाव से बाहर निकलना होगा, तब ही आप आर्थिक स्थिरता प्राप्त कर सकेंगे। हालांकि, आर्थिक रूप से मज़बूत होने के लिए आपको अपना मूल्यांकन करना होगा। साथ ही, आय में वृद्धि के लिए आपको नए-नए तरीके खोजने होंगे और खर्चे भी कम करने होंगे। 

करियर के क्षेत्र में सिक्स ऑफ पेंटाकल्स का आना ऐसी अवधि को दर्शाता है जो धन-समृद्धि से पूर्ण, आर्थिक रूप से सुरक्षित और अनुकूल होगी। साथ ही, इस दौरान आप अपने सिद्धांतों से दूसरों को प्रभावित करने में सफल होंगे या फिर दूसरों के जीवन मूल्यों को स्वीकार करेंगे। संभव है कि आपको जीवन में किसी ऐसे व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा जो सफलता पाने में आपकी सहायता करेगा। साथ ही, आपको कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मियों के साथ अच्छा बर्ताव करना होगा।  

स्वास्थ्य के मामले में आपको टू ऑफ कप्स मिला है जो अच्छे और संतुलित स्वास्थ्य की तरफ संकेत कर रहा है। इस दौरान आप शारीरिक और मानसिक रूप से मज़बूत रहेंगे। साथ ही आप भरोसेमंद डॉक्टर से स्वस्थ होने के लिए सहायता ले सकते हैं।

शुभ दिन: गुरुवार

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित  से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

मकर राशि

प्रेम जीवन: पेज ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: नाइन ऑफ  वैंड्स

करियर: सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स 

स्वास्थ्य: टेन ऑफ पेंटाकल्स 

मकर राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए पेज ऑफ पेंटाकल्स कहता है कि यह सप्ताह आपके जीवन में एक नई शुरुआत और कुछ अच्छे प्रस्ताव लेकर आ सकता है। आपका साथी समझदार और समर्पित इंसान होगा जो एक स्थिर रिश्ता चाहता होगा। आप दोनों का रिश्ता आपसी तालमेल पर आधारित होगा और आप दोनों एक-दूसरे को पसंद करते होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपका रिश्ता समय के साथ आगे बढ़ेगा और मज़बूत होगा या फिर यह एक नए स्तर पर जा सकता है। 

आर्थिक जीवन में नाइन ऑफ वैंड्स का आना संकेत करता है कि अब आपके जीवन का मुश्किल दौर समाप्त होने जा रहा है। लेकिन, फिर भी आपको अपने प्रयास जारी रखने होंगे, ताकि आप अचानक से आने वाले खर्चों से बच सकें और धन की बचत कर सकें। यह कार्ड आर्थिक समस्याओं का प्रतिनिधित्व करता है जिन्हें आप अपने साहस के दम पर हल कर लेंगे। 

करियर की बात करें तो, सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स भविष्यवाणी कर रहा है कि यह जातक समस्याओं या तनाव भरे माहौल से बाहर निकलकर स्थिर और सुरक्षित नौकरी की शुरुआत कर सकते हैं। सामान्य शब्दों में कहें तो, इस दौरान आपको नौकरी में स्थान परिवर्तन, नौकरी में बदलाव या फिर कुछ नई जिम्मेदारियां आपको मिल सकती हैं। हालांकि, आप करियर में सही दिशा में आगे बढ़ेंगे। 

स्वास्थ्य के संबंध में टेन ऑफ पेंटाकल्स बता रहा है कि अगर यह जातक अपने स्वास्थ्य को हमेशा अच्छा और मज़बूत बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। साथ ही, इसे मज़बूत रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। हालांकि, यदि आप वर्तमान समय में स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं, तो आपको धीरे-धीरे प्रयास करके और मेडिकल सहायता से उन्हें दूर करने का प्रयास करना चाहिए। 

शुभ दिन: शनिवार

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें। 

कुंभ राशि

प्रेम जीवन: फोर ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: एट ऑफ पेंटाकल्स

करियर: किंग ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: ऐस ऑफ वैंड्स

प्रेम जीवन में कुंभ राशि वालों को फोर ऑफ वैंड्स मिला है जो प्रेम और सौहार्द से पूर्ण रिश्ते का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में, इस राशि के जातकों की सगाई या शादी होने की संभावना है। आपका रिश्ता मज़बूत और स्थिर होगा जिसमें आप दोनों संतुष्ट एवं प्रसन्न होंगे। बता दें कि आप दोनों का रिश्ता मेहनत, प्रयासों और विश्वास पर आधारित होगा। वहीं, कुंभ राशि के सिंगल जातकों की मुलाकात सोशल मीडिया पर किसी ख़ास से हो सकती है। 

एट ऑफ पेंटाकल्स आर्थिक रूप से सुरक्षित होने, मेहनत का फल मिलने और ध्यान व लगन से किसी नई स्किल के सीखने का प्रतिनिधित्व करता है। यह कार्ड कह रहा है कि इस सप्ताह आपकी आर्थिक स्थिति, नौकरी और स्किल्स में सुधार देखने को मिलेगा जो कि आपकी मेहनत का परिणाम होगा। 

बात करें आपके करियर की, तो किंग ऑफ वैंड्स नौकरी में एक सम्मानित पद या फिर पेशेवर जीवन में प्रगति और आर्थिक रूप से सुरक्षित अवधि को दर्शाता है। साथ ही, यह कार्ड बता रहा है कि इन जातकों में नेतृत्व की क्षमता कूट-कूट कर भरी होगी और यह महत्वाकांक्षी होने के साथ-साथ सफलता पाने के लिए उत्सुक होंगे। साथ ही, आप एक आत्मविश्वास से भरे और दूसरों को प्रेरित करने वाले लीडर होंगे और हर काम को सोच-विचार करने के बाद ही करते होंगे। 

स्वास्थ्य में आपको ऐस ऑफ वैंड्स प्राप्त हुआ है जो एक नई शुरुआत और स्वस्थ होने की राह में आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करने को दर्शा रहा है। अगर आप अच्छी सेहत को पाना चाहते हैं, तो आपको कुछ सकारात्मक फैसले लेने होंगे जो आपको तरोताज़ा बनाए रखेंगे। ऐसे में, आप नियमित रूप से व्यायाम करना शुरू कर सकते हैं।  

शुभ दिन: शनिवार

मीन राशि

प्रेम जीवन: पेज ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: व्हील ऑफ फॉर्च्यून

करियर: पेज ऑफ कप्स 

स्वास्थ्य: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स

मीन राशि वालों के प्रेम जीवन में पेज ऑफ वैंड्स आया है जो सिंगल जातकों के जीवन में प्रेम की बहार आने या फिर मौजूदा रिश्ते में पुनः प्रेम पैदा होने की तरफ संकेत कर रहा है, क्योंकि यह कार्ड उत्सुकता, रोमांच, नए अनुभव और दिन पर दिन बढ़ते हुए जुनून को दर्शाता है। यह प्रेम और जोश से भरे रिश्ते की शुरुआत का प्रतीक है जहाँ दो लोग एक-दूसरे को पसंद करते होंगे और वह एक साथ नए अनुभव प्राप्त करेंगे। 

व्हील ऑफ फॉर्च्यून आर्थिक जीवन में आने वाले नए बदलावों को दर्शा रहा है जो आपके सामने अप्रत्याशित लाभ या हानि के रूप में आ सकते हैं। साथ ही, यह कार्ड कहता है कि जीवन में आने वाली समस्याओं का सामना करने के लिए आपको आर्थिक फैसले सोच-समझकर लेने होंगे और साथ ही, धन की बचत भी करनी होगी, ताकि आप उनसे निपट सकें। 

करियर के क्षेत्र में पेज ऑफ कप्स को शुभ माना जाएगा क्योंकि यह आय में वृद्धि के लिए मिलने वाले अवसरों और जीवन के लक्ष्यों को पाने के लिए सावधानीपूर्वक आर्थिक योजनाओं का निर्माण करने के लिए कह रहा है। साथ ही, आपको धन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा और बेकार की खरीदारी से भी बचना होगा। 

स्वास्थ्य को देखें तो, आपको थ्री ऑफ स्वोर्ड्स प्राप्त हुआ है जो स्वास्थ्य के संबंध में भावनात्मक असंतुलन या बीते समय में मिले हुए आधात की तरफ संकेत कर रहा है, जो आपको शारीरिक समस्याओं के रूप में परेशान कर सकता है। ऐसे में, आपको नकारात्मक विचारों से बाहर आना होगा या फिर सच्चाई का सामना करना होगा, तब ही आप स्वस्थ हो सकेंगे। 

शुभ दिन: गुरुवार

 सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. क्या टैरो, भविष्यवाणी करने का एक शक्तिशाली माध्यम है?

हां, टैरो भविष्यवाणी करने के लिए एक बेहतरीन ज़रिया है।  

2. टैरो में एम्प्रेस कार्ड का संबंध किस अंक से है?

द एम्प्रेस कार्ड का संबंध अंक 3 से होता है। 

3. आत्मविश्वास की कमी और आत्म संदेह को कौन सा कार्ड दर्शाता है?

एट ऑफ स्वॉर्ड्स

साल की सबसे बड़ी सेल - ग्रैंड नवरात्रि सेल, जल्द होगी शुरू!

साल की सबसे बड़ी सेल – ग्रैंड नवरात्रि सेल, जल्द होगी शुरू!

इंतज़ार हुआ खत्म! 

ग्रैंड नवरात्रि सेल 2025 का जल्द होगा शुभारंभ! जी हाँ, आपने बिल्कुल सही सुना है। एस्ट्रोसेज एआई इस बार आपके लिए शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर लेकर आ रहा है महासेल, इसलिए तैयार हो जाएं शानदार ऑफर्स, बंपर डिस्काउंट और फ्री गिफ्ट्स के लिए। 

पर्सनलाइज्ड कुंडली, रत्न, यंत्र से लेकर हर प्रोडक्ट पर मिलेगा आपको ऐसा डिस्काउंट, जो आपने पहले कभी नहीं देखा होगा। वो हर प्रोडक्ट जो आपकी विशलिस्ट में शामिल हैं और जिसे आप काफ़ी समय से खरीदने का सोच रहे थे, अब उसे पाना होगा आपके बजट में।

इसलिए, इस नवरात्रि देवी दुर्गा के आशीर्वाद के साथ अपनी हर इच्छा को पूरा करें और जीवन में सुख-सौभाग्य को आमंत्रित करें।    

क्या होगा ख़ास इस ग्रैंड नवरात्रि सेल में? 

रिपोर्ट्स पर 80% तक की भारी छूट!

क्या छिपा है आपके जीवन में और क्या अगले साल अमीर बनने का सपना होगा सच? रिपोर्ट्स पर 80% तक की भारी छूट के साथ अब सितारों से पाएं इन सभी सवालों का जवाब। 

एक्सपर्ट एस्ट्रोलॉजर से मार्गदर्शन अब आपके बजट में

करियर की समस्या हो या रिश्तों में परेशानी? जीवन के हर मोड़ पर अब अनुभवी ज्योतिषियों से पाएं सही सलाह और सटीक मार्गदर्शन, वो भी स्पेशल डिस्काउंट पर।

हर प्रोडक्ट पर जबरदस्त डिस्काउंट! 

रत्न, ब्रेसलेट से लेकर यंत्र तक, अब सब पर मिलेगी बंपर छूट इसलिए कोई भी खरीदारी नहीं पड़ेगी आपकी जेब पर भारी, और अपने हर मनपसंद प्रोडक्ट पर आपको मिलेगा एक ख़ास गिफ्ट, वो भी एकदम फ्री। 

तो किस बात का है इंतज़ार? अभी डाउनलोड करें एस्ट्रोसेज एआई ऐप और इस नवरात्रि पाएं माँ दुर्गा की असीम कृपा! याद से नोटिफिकेशन ऑन करना न भूलें, और लाभ उठाएं ग्रैंड नवरात्रि 2025 सेल का।

2025 का आखिरी सूर्य ग्रहण: देश-दुनिया और गर्भवती महिलाओं पर प्रभाव!

2025 का आखिरी सूर्य ग्रहण: देश-दुनिया और गर्भवती महिलाओं पर प्रभाव!

सूर्य ग्रहण 2025: एस्ट्रोसेज हर एक नए ब्लॉग के साथ आपको ज्योतिष की दुनिया से जुड़े ताजा और महत्वपूर्ण घटनाओं की जानकारी देने की कोशिश करता है, ताकि हमारे पाठक हमेशा अपडेट रह सकें।

वर्ष 2025 का यह दूसरा सूर्य ग्रहण है, जो 21 सितंबर को लगेगा। जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तो उसकी छाया सूर्य की रोशनी को कुछ समय के लिए ढक लेती है। इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। इस साल का दूसरा ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण 2025 होगा।

ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण को एक बहुत ही खास खगोलीय घटना माना जाता है। इस समय चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आकर सूर्य की रोशनी को कुछ देर के लिए छिपा देता है।

ज्योतिष अनुसार, सूर्य आत्मा, जीवन शक्ति, अधिकार और ऊर्जा का प्रतीक है। ऐसे में, जब सूर्य ग्रह लगता है, तो इसे बदलाव, कर्मफल के खुलासे और छिपी हुई सच्चाइयों के सामने आने का संकेत माना जाता है।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण अचानक बदलाव, किसी चीज़ का अंत या नई शुरुआत लेकर आता है। यह किस रूप में असर करेगा, यह इस पर निर्भर करता है कि आपके जन्म कुंडली में यह ग्रहण किस स्थान पर लग रहा है।

परंपरागत रूप से इस समय को नए काम शुरू करने के लिए शुभ नहीं माना जाता है। लेकिन आध्यात्मिक दृष्टि से यह समय ध्यान, मंत्र- जाप और  आत्मचिंतन के लिए बहुत अच्छा होता है। इसे एक तरह से कॉस्मिक रीसेट (ब्रह्मांडीय बदलाव) कहा जा सकता है, जो हमें पुरानी आदतें छोड़कर, नई ऊर्जा और अपने जीवन के उच्च उद्देश्य के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

सूर्य ग्रहण 2025: दृश्यता और समय

दूसरा सूर्य ग्रहण 2025 – खण्डग्रास सूर्यग्रहण
आश्विन मास कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथिदिन तथा दिनांकसूर्य ग्रहण प्रारंभ समय(भारतीय स्टैंडर्ड टाइम के अनुसार)सूर्य ग्रहण समाप्त समयदृश्यता का क्षेत्र
आश्विन मास कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथिरविवार,21 सितंबर, 2025रात्रि22:59 बजे सेमध्यरात्रि उपरांत 27:23 बजे तक (22 सितंबर की प्रातः 03:23 बजे तक)न्यूजीलैंड, फिजी, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया का दक्षिण भाग (भारत में दृश्यमान नहीं)

नोट: यदि ग्रहण 2025 की बात करें तो उपरोक्त तालिका में दिया गया सूर्य ग्रहण का समय भारतीय मानक समय के अनुसार है। इसके आलाव, इस सूर्य ग्रहण का भारत में कोई धार्मिक महत्व या सूतक काल नहीं होगा, क्योंकि यह यहाँ दिखाई ही नहीं देगा।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

सूर्य ग्रहण 2025: सूतक काल

पारंपरिक ज्योतिष और धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस बार भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा क्योंकि यह सूर्य ग्रहण हमारे आसमान से दिखाई नहीं देगा।

हिंदू परंपरा के अनुसार, सूतक, जो ग्रहण से पहले का अशुभ समय माना जाता है, केवल उन्हीं जगहों पर माना जाता है, जहां ग्रहण प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देता है इसलिए भारत में इस ग्रहण का सूतक काल लागू नहीं होगा, क्योंकि यह खगोलीय घटना यहां दिखाई ही नहीं देगी।

सूर्य ग्रहण 2025: गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानियां

पारंपरिक ज्योतिष और सांस्कृतिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण को गर्भवती महिलाओं के लिए एक संवेदनशील समय माना जाता है।

हालांकि आधुनिक विज्ञान यह नहीं माना कि ग्रहण का गर्भ पर कोई सीधा शारीरिक नुकसान होता है, लेकिन कई आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराएं ऐसी सलाह देती हैं, जिनका उद्देश्य अजन्मे शिशु को नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाना होता है।

ये सावधानियां वैदिक परंपराओं पर आधारित है, जिनमें आध्यात्मिक ऊर्जात्मक सुरक्षा को महत्व दिया गया है। 

भले ही कोई इन मान्यताओं पर पूरी तरह विश्वास न भी करें, लेकिन बहुत सी परिवारों में इन्हें शांति, सांस्कृतिक परंपरा को आगे बढ़ाने और शिशु के लिए सकारात्मक भावनाएं रखने के लिए अपनाया जाता है।

यहां सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं के लिए सामान्यतः बताई जाने वाली सावधानियां दी गई हैं।

  • ग्रहण के दौरान बाहर जाने या सीधे ग्रहण को देखने से बचें क्योंकि मान्यता है कि इसका असर शिशु के स्वास्थ्य पर पड़ सकता है।
  • परंपरा के अनुसार, ग्रहण के समय सुई, कैंची या चाकू जैसी धारदार चीज़ों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, ताकि गर्भ में शिशु पर कोई दाग या जटिलता न आए।
  • ग्रहण के दौरान भोजन और पानी का सेवन न करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि माना जाता है कि उस समय नकारात्मक तरंगें भोजन पानी में समा जाती हैं।
  • इस समय महामृत्युंजय मंत्र या गायत्री मंत्र का जाप करना शुभ और सुरक्षात्मक माना जाता है।
  • गर्भवती महिला को ग्रहण के समय शांत रहना चाहिए, घर के अंदर विश्राम करना चाहिए और प्रार्थना या ध्यान में समय बिताना चाहिए।
  • कुछ परंपराओं के अनुसार, घर की खिड़कियों और दरवाजों पर पर्दा डाल देना चाहिए, ताकि ग्रहण की किरणें घर के अंदर न आएं।
  • ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करना शुद्धिकरण के लिए अच्छा माना जाता है।
  • घर में गंगाजल का छिड़काव करें, ताकि वातावरण शुद्ध और सकारात्मक बने।
  • सूर्य देव की पूजा करें और अजन्मे शिशु के अच्छे स्वास्थ्य और आशीर्वाद की प्रार्थना करें।
  • ग्रहण समाप्त होने के बाद सामान्य कार्य शुरू कर सकते हैं।
  • ग्रहण के दिन तैलीय और भारी भोजन से परहेज करें।

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित  से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

सूर्य ग्रहण 2025: देश-दुनिया पर प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रहण सबसे प्रभावशाली खगोलीय घटनाओं में से एक है। यह पूरे विश्व में बड़े बदलाव, कर्मों का खुलासा और अचानक घटित होने वाली घटनाओं का संकेत देता है। सूर्य को अधिकार, नेतृत्व, जीवन शक्ति और सामूहिक चेतना का प्रतीक माना जाता है।

ऐसे मे जब ग्रहण के दौरान सूर्य कुछ समय के लिए ढक जाता है, तो यह न केवल व्यक्ति  स्तर पर बल्कि पूरे विश्व स्तर पर भी ऊर्जा में बदलाव या रीसेट का संकेत देता है। सूर्य ग्रहण को एक तरह से कॉस्मिक रीसेट बटन कहा जा सकता है, जो दुनिया में चुनौतियां लाता है और नए अवसर भी।

यह समय थोड़ी अस्थिरता ला सकता है, लेकिन इसके साथ ही यह बदलाव, नवीनीकरण और सामूहिक विकास के द्वार भी खोलता है। यहां दिए जा रहे हैं सूर्य ग्रहण के विश्वस्तरीय ज्योतिषीय प्रभाव।

राजनीतिक बदलाव और नेतृत्व परिवर्तन

  • जैसा कि सूर्य शासक और अधिकार का प्रतिनिधि माना जाता है, ग्रहण अक्सर राजनीति अस्थिरता, नेतृत्व में बदलाव या विभिन्न जगहों पर सरकारों के परिवर्तन के साथ मेल खाते हैं। 
  • इस समय के आसपास लिए गए निर्णयों के दूरगामी नतीजे हो सकते हैं।

नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर

आर्थिक अनिश्चितता

  • शेयर बाजार और वैश्विक व्यापार अचानक उतार-चढ़ाव का सामना कर सकते हैं। 
  • ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और प्राकृतिक संसाधनों से जुड़े सेक्टर विशेष रूप से प्रभावित हो सकते हैं। 

प्राकृतिक घटनाएं और जलवायु परिवर्तन

  • पारंपरिक रूप से सूर्य ग्रहण असामान्य मौसम पैटर्न, भूकंप या अन्य प्राकृतिक अस्थिरताओं से जुड़े दिखते हैं।
  • पर्यावरण संबंधी मुद्दे अक्सर ग्रहण के दौरान या उसके ठीक बाद ज़्यादा ध्यान में आते हैं।

सोच में बदलाव

  • आध्यात्मिक स्तर पर, ग्रहण लोगों की सामूहिक सोच में बड़े बदलाव ला सकते हैं। ये हमें पुराने तरीके, मान्यताओं और सत्ता के ढांचे पर सवाल उठाने के लिए प्रेरित करते हैं।
  • अक्सर यह समय दुनिया भर में रहस्यों के खुलने और सच्चाई के सामने आने का होता है।

स्वास्थ्य और ऊर्जा में उतार-चढ़ाव

  • चूंकि सूर्य जीवन शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है, लोग इस अवधि में ऊर्जा की कमी , थकान या भावनात्मक अस्थिरता महसूस कर सकते हैं।
  • इस समय आपको आराम करने, खुद का ध्यान देने, ध्यान और योग करें, और आध्यात्मिक अभ्यासों पर ध्यान केंद्रित करें।

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

भू-राजनीतिक तनाव

  • जिन देशों में ग्रहण सबसे ज्यादा दिखाई देगा, वहां अगले कुछ महीनों में तनाव, विरोध प्रदर्शन या अनपेक्षित घटनाएं बढ़ सकती हैं।
  • भारत के वित्तीय मामलों में विदेशी दखल अधिक हो सकता है, जिससे हमारी विदेश नीतियों और समग्र आर्थिक स्थिति की कमियां सामने आ सकती हैं।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का स्वामी कौन है?

सूर्य

2. वर्ष 2025 के सूर्य ग्रहण के दिन कौन सी तिथि पड़ेगी?

अमावस्या

3. यह ग्रहण कृष्ण पक्ष में पड़ रहा है या शुक्ल पक्ष में?

कृष्ण पक्ष।

इंदिरा एकादशी 2025: दुर्लभ योग में रखा जाएगा व्रत, जानें तिथि और चमत्कारी उपाय

इंदिरा एकादशी 2025: दुर्लभ योग में रखा जाएगा व्रत, जानें तिथि और चमत्कारी उपाय

इंदिरा एकादशी 2025: आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाने वाली इंदिरा एकादशी को हिंदू धर्म में पितरों की मुक्ति और मोक्ष प्राप्ति के लिए अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। वर्ष 2025 में यह एकादशी बेहद शुभ योगों में पड़ रही है, जिससे इसका धार्मिक महत्व और भी बढ़ गया है।

मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा व भक्ति से किया गया व्रत न केवल पितरों को स्वर्गलोक की प्राप्ति कराता है, बल्कि स्वयं व्रती को भी पापों से मुक्ति मिलती है।

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें अपने संतान के भविष्य से जुड़ी हर जानकारी

इस एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा के साथ-साथ विशेष उपाय और दान करने से अद्भुत पुण्य फल प्राप्त होता है। पितृपक्ष के दौरान आने वाली इस तिथि को मोक्ष प्रदान करने वाली एकादशी भी कहा जाता है। आइए आगे बढ़ते हैं और एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में जानते हैं इंदिरा एकादशी 2025 की तिथि, व्रत विधि, शुभ योग और विशेष उपायों के बारे में विस्तार से।

इंदिरा एकादशी 2025: तिथि और समय

हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को इंदिरा एकादशी मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। यह पर्व पितृपक्ष के दौरान मनाया जाता है। इस व्रत को करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही मनचाही मुराद पूरी होती है।

वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 17 सितंबर की मध्यरात्रि 12 बजकर 24 मिनट पर होगी। वहीं 17 सितंबर की देर रात 11 बजकर 41 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। इसके लिए सूर्योदय से तिथि की गणना होती है। ऐसे में, इंदिरा एकादशी का व्रत 17 सितंबर 2025 बुधवार के दिन होगा।

इंदिरा एकादशी पारण मुहूर्त: 18 सितंबर की सुबह 06 बजकर 07 मिनट से 08 बजकर 34 मिनट तक। 

अवधि : 2 घंटे 27 मिनट

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

इंदिरा एकादशी 2025 पर शुभ योग

ज्योतिषियों की मानें तो आश्विन माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर परिघ और शिव का निर्माण हो रहा है। परिघ योग का समापन रात 10 बजकर 55 मिनट पर होगा। वहीं शिव योग रात भर है। इसके साथ ही शिववास योग की भी संयोग है।

शिववास योग रात भर है। इस दौरान भगवान शिव सर्वप्रथम कैलाश पर विराजमान होंगे। इसके बाद नंदी की सवारी करेंगे। इन योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को मनचाहा वरदान मिलेगा। इस दिन बालव और कौलव योग का भी संयोग बन रहा है।

इंदिरा एकादशी 2025: पंचांग

सूर्योदय : सुबह 06 बजकर 07 मिनट पर

सूर्यास्त : शाम 06 बजकर 24 मिनट पर

ब्रह्म मुहूर्त : सुबह 04 बजकर 33 मिनट से 05 बजकर 20 मिनट तक

विजय मुहूर्त : दोपहर 02 बजकर 18 मिनट से 03 बजकर 07 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त : शाम 06 बजकर 24 मिनट से 06 बजकर 47 मिनट तक

निशिता मुहूर्त : रात्रि 11 बजकर 52 मिनट से 12 बजकर 39 मिनट तक

नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर

इंदिरा एकादशी 2025 का महत्व

आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है और इसका विशेष महत्व पितरों की आत्मा की शांति और मुक्ति से जुड़ा हुआ है। यह एकादशी श्राद्ध पक्ष के दौरान आती है इसलिए से पितृदोष शांति और पितरों की तृप्ति के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विधिपूर्वक व्रत रखने, भगवान विष्णु की पूजा करने और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र देने से न केवल पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है, बल्कि व्रती के अपने भी पाप नष्ट हो जाते हैं। 

इस दिन विशेष रूप से पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म भी किए जाते हैं, जिनका फल हजारों यज्ञों के बराबर माना गया है। जिन लोगों से गया आदि में  श्राद्ध नहीं हो पाता, उनके लिए यह व्रत अत्यंत फलदायी माना जाता है।

इंदिरा एकादशी का व्रत व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति लाने वाला होता है। इसे करने से न केवल पितरों की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि भगवान विष्णु की विशेष कृपा भी मिलती है, जो मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करती है। यही कारण है कि इस एकादशी का महत्व अन्य एकादशियों की तुलना में कहीं अधिक माना जाता है।

इंदिरा एकादशी 2025 की पूजा विधि

  • इंदिरा एकादशी 2025 व्रत के लिए दशमी तिथि की रात को सात्विक भोजन करें।
  • मानसिक रूप से एकादशी व्रत का संकल्प लें। रात में ब्रह्मचर्य का पालन करें और भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए सोएं।
  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें और वहां भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
  • व्रत का विधि पूर्वक संकल्प लें।
  • दीप जलाएं और भगवान विष्णु को तुलसी दल, पुष्प, धूप, दीप, नवैद्य अर्पित करें।
  • विष्णु सहस्रनाम, भगवद गीता के श्लोक या ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जप करें। साथ ही, भगवान विष्णु की आरती करें।
  • इस दिन अनाज, चावल, दाल, प्याज, लहसुन आदि का त्याग करें।
  • व्रती दिनभर फलाहार करें या निर्जल व्रत रख सकते हैं।
  • इस दिन क्रोध झूठ, निंदा, आलस्य आदि से दूर रहें।
  • रात में विष्णु भजन, कथा व ध्यान करते हुए जागरण करना अत्यंत पुण्य दायक होता है।
  • द्वादशी तिथि को सुबह स्नान के बाद भगवान विष्णु की पुनः पूजा करें।
  • ब्राह्मणों को भोजन कराएं और दान-दक्षिणा दें।
  • उसके बाद व्रत पारण करें। आप फलाहार या सात्विक भोजन से कर सकते हैं।

इंदिरा एकादशी की कथा

इंदिरा एकादशी हिंदू धर्म में प्रमुख एकादशियों में से एक है। यह आश्विन मास के कृष्ण पक्ष में आती है और विशेष रूप से पितरों की शांति व मोक्ष के लिए की जाती है। इसे पितृ मोक्ष एकादशी भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से पितरों को नरक से मुक्ति मिलती है और स्वर्ग की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं इसकी कथा के बारे में।

पौराणिक कथा के अनुसार, बहुत प्राचीन काल की बात है सतयुग में महिष्मती नगरी में इंद्रसेन नामक एक पराक्रमी राजा राज्य करता था। वह अत्यंत धर्मात्मा, सत्यवादी और विष्णु भक्त था। उसके राज्य में प्रजा सुखी थी और किसी को कोई कष्ट न था। एक दिन राजा अपने दरबार में बैठा था, तभी आकाश से नारद मुनि पधारे।

राजा में उनका स्वागत किया और पूजन कर विनम्रता से पूछा, मुनिवर! आप किस कारण पधारे हैं? नारद जी बोले, “राजन! मैं यमलोक से आ रहा हूं। वहां मैंने आपके पिता को नरक में दुख भोगते हुए देखा है। जब मैंने कारण पूछा तो उन्होंनें बताया कि एक समय उन्होंने कुछ त्रुटिवश धार्मिक नियमों का पालन नहीं किया, जिससे उन्हें नरक प्राप्त हुआ।

परंतु वे चाहते हैं कि आप इंदिरा एकादशी का व्रत करें और उस व्रत का पुण्य उन्हें अर्पित करें, जिससे उन्हें मुक्ति मिल सके। यह सुनकर राजा इंद्रसेन अत्यंत दुखी हुए और बोले, मुनिवर, कृपा कर मुझे यह व्रत विधि सहित बताएं। मैं अवश्य इसका पालन करूंगा। तब नारद जी ने कहा, आश्विन मास कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि से व्रती को नियमपूर्वक एक समय भोजन करना चाहिए।

एकादशी के दिन स्नान कर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए और उपवास रखना चाहिए। रात्रि जागरण कर भजन-कीर्तन करना चाहिए। द्वादशी को ब्राह्मणों को भोजन कराकर, दक्षिणा देकर स्वयं भोजन करें।

फिर उस व्रत का पुण्य अपने पितरों को अर्पित करें। इससे उनके समस्त पाप नष्ट हो जाएंगे और वे स्वर्ग प्राप्त करेंगे। राजा इंद्रसेन ने विधिपूर्वक व्रत किया और उसका फल अपने पिता को अर्पित किया। परिणामस्वरूप उनके पिता को स्वर्ग की प्राप्ति हुई।

कुछ समय बाद राजा को भी विष्णु लोक प्राप्त हुआ। इस प्रकार, इंदिरा एकादशी व्रत पितृ उद्धार के लिए अत्यंत फलदायक माना गया है। इस दिन श्रद्धा और नियमपूर्वक व्रत करने से न केवल व्रती को पुण्य की प्राप्ति होती है, बल्कि उसके पितर भी नरक से मुक्त होकर स्वर्ग जाते हैं। 

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें

इंदिरा एकादशी 2025 : इन उपायों से दूर होगी हर समस्या

इंदिरा एकादशी 2025 पर पितृदोष से मुक्ति

इंदिरा एकादशी का सबसे मुख्य उपाय है पितरों के लिए तर्पण करना। इस दिन एक तांबे के लोटे में जल, काले तिल, कुश और थोड़ा दूध मिलाकर पीपल के नीचे या घर में ही तर्पण करें। इस दौरान इस मंत्र: का जाप करें“ॐ पितृदेवाय नमः”। ऐसा करने से पितृदोष समाप्त होता है और पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।

दरिद्रता, कष्ट और बाधाओं को दूर करने के लिए

इस दिन भगवान विष्णु का प्रिय शालिग्राम और तुलसी का पूजन करें। इसके साथ ही, घी का दीपक जलाकर विष्णु सहस्त्रनाम या “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का 108 बार जाप करें। यह उपाय दरिद्रता, कष्ट और बाधाओं को दूर करता है।

इंदिरा एकादशी 2025 पर वंश की उन्नति का उपाय

इस एकादशी के दिन योग्य ब्राह्मण को भोजन, वस्त्र और दक्षिणा दे। ऐसा करने से बड़ा पुण्य मिलता है। साथ ही,  इससे पितरों का आशीर्वाद मिलता है और वंश की उन्नति होती है।

सकारात्मकता के लिए

इस दिन गरीबों को अन्न, जल और फल का दान करें। खासकर जलयुक्त कलश में तुलसी डालकर दान करना बहुत शुभ माना जाता है। साथ ही, सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

इंदिरा एकादशी 2025 पर पापों से मुक्ति के लिए

रात्रि जागरण और भजन-कीर्तन करें इंदिरा एकादशी की रात्रि को जागरण और हरि नाम संकीर्तन करना बहुत पुण्यदायी होता है। यह उपाय व्यक्ति को सभी प्रकार के पापों को हरता है और आत्मिक शुद्धि देता है।

इंदिरा एकादशी 2025 के दिन जरूर करें राशि अनुसार ये उपाय

इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के साथ-साथ पितरों को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष राशि अनुसार उपाय भी किए जाते हैं। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में:

मेष राशि

मेष राशि राशि वाले इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का 108 बार जाप करें। ऐसा करने से पितृ दोष शांति व पारिवारिक कलह से मुक्ति मिलती है।

वृषभ राशि

बेसन के लड्डू बनाकर गरीबों में बांटे और मंदिर में श्री हरि को अर्पित करें। ऐसा करने से आर्थिक तंगी दूर होगी व पितरों का आशीर्वाद मिलेगा।

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

मिथुन राशि

तुलसी पर जल चढ़ाकर घी का दीपक जलाएं और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। ऐसा करने से मन में शांति मिलेगी व पारिवारिक तालमेल सुधरेगा।

कर्क राशि

इस दिन काले तिल जल में प्रवाहित करें और पितरों के नाम से दक्षिणा दान करें। ऐसा करने से पितृ ऋण से मुक्ति और मानसिक तनाव में राहत मिलेगी।

सिंह राशि

सिंह राशि वाले इस दिन किसी गौशाला में चारा दान करें और पीत वस्त्र पहनकर व्रत करें। ऐसा करने से मान-सम्मान व कार्यों में सफलता मिलेगी।

कन्या राशि

कन्‍या राशि वाले सफेद मिठाई का दान करें और विष्णु भगवान को पीले पुष्प अर्पित करें। ऐसा करने से, पितरों की कृपा और वैवाहिक जीवन में शांति मिलती है।

तुला राशि

इस दिन गाय को रोटी खिलाएं और श्री हरि को सफेद कमल अर्पित करें। ऐसा करने से, संबंधों में मधुरता व भाग्य में वृद्धि होगी।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वाले इस दिन जल में दूध मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें और पूर्वजों के लिए दीप दान करें। ऐसा करने से शत्रु बाधा से मुक्ति व पितृ कृपा से उन्नति होती है।

धनु राशि

धनु राशि वाले इस दिन मंदिर में केले का दान करें और पितरों की आत्मा शांति हेतु “ॐ पितृभ्य: नमः” मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से, आध्यात्मिक उन्नति होती है व संतान से सुख की प्राप्ति होती है।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों को इस दिन लोहे के पात्र में भोजन रखकर गरीबों को खिलाएं। ऐसा करने से नौकरी व व्यवसाय में स्थिरता व पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।

कुंभ राशि

इस दिन जल में कुश डालकर पितरों का तर्पण करें व व्रत के दिन नीले वस्त्र पहनें। ऐसा करने से पुरानी समस्याओं से मुक्ति मिलती है व भाग्य अनुकूल रहता है।

मीन राशि

मीन राशि राशि वाले इस दिन गरीब ब्राह्मण को भोजन कराएं और केले के पेड़ पर जल चढ़ाएं। ऐसा करने से संतान सुख व मन की शांति मिलती है।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

1. इंदिरा एकादशी कब मनाई जाती है?

इंदिरा एकादशी आश्विन मास के कृष्ण पक्ष में आती है, यानी पितृ पक्ष के दौरान। वर्ष 2025 में यह  17 सितंबर 2025 बुधवार को मनाई जाएगी।

2. इंदिरा एकादशी का क्या महत्व है?

इस एकादशी का मुख्य उद्देश्य पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए व्रत रखना होता है। यह दिन विशेष रूप से उन पितरों के लिए लाभकारी माना गया है जो प्रेत योनि में हैं या जिन्हें स्वर्ग की प्राप्ति नहीं हुई है।

3. क्या पितृ पक्ष में एकादशी व्रत रखा जा सकता है?

हां, इंदिरा एकादशी पितृ पक्ष की एकमात्र एकादशी होती है जिसका व्रत विशेष रूप से पितरों की मुक्ति के लिए ही रखा जाता है।

सूर्य का कन्या राशि में गोचर करेगा बेहद शुभ योग का निर्माण, जानें किसे होगा लाभ

सूर्य का कन्या राशि में गोचर करेगा बेहद शुभ योग का निर्माण, जानें किसे होगा लाभ

सूर्य का कन्या राशि में गोचर: सनातन धर्म में सूर्य ग्रह को भगवान का दर्जा प्राप्त है जो अपने भक्तों को प्रतिदिन दर्शन देने वाले एकमात्र देवता हैं। मनुष्य जीवन में सूर्य कितना महत्व रखते हैं, इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इनके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।

इसी प्रकार, सूर्य देव हिंदू धर्म के साथ-साथ ज्योतिष में विशेष महत्व रखते हैं जिन्हें नवग्रहों के जनक का पद प्राप्त हैं। बता दें कि सभी ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं और इनसे ही ऊर्जा प्राप्त करते हैं। ऐसे में, सूर्य ग्रह की दशा और राशि में होना वाला हर परिवर्तन मायने रखता है क्योंकि यह राशियों समेत विश्व को प्रभावित कर सकता है। 

हालांकि, सूर्य महाराज अब अपने आधिपत्य वाली सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में जा रहे हैं। कन्या राशि में सूर्य का गोचर पूरे एक साल बाद होने जा रहा है क्योंकि यह एक राशि में एक महीने तक रहते हैं और इसके बाद, दूसरी राशि में प्रवेश कर जाते हैं। ऐसे में, सूर्य का गोचर हर महीने होता है और एक राशि में दोबारा जाने में इन्हें एक साल का समय लगता है। 

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें अपने संतान के भविष्य से जुड़ी हर जानकारी

जैसे कि हमने आपको ऊपर बताया कि सूर्य ग्रह एक वर्ष बाद बुध की राशि में प्रवेश करेंगे। इसी कड़ी में एस्ट्रोसेज एआई का यह विशेष ब्लॉग आपको सूर्य का कन्या राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि और समय आदि।

इस दौरान सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव देखने को मिलेगा, कब और किस समय तक सूर्य रहेंगे इस राशि में, क्या होती है कन्या संक्रांति और कुंडली में दुर्बल सूर्य को आप कैसे मज़बूत कर सकते हैं? इन सभी सवालों के जवाब आपको सूर्य गोचर के इस स्पेशल लेख में प्राप्त होंगे। तो आइए बिना देर किए शुरुआत करते हैं इस लेख की और सबसे पहले जानते हैं सूर्य गोचर का समय।

सूर्य का कन्या राशि में गोचर: तिथि और समय

आत्मा और पिता के कारक कहे जाने वाले सूर्य देव 17 सितंबर 2025 की रात 01 बजकर 38 मिनट पर कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं। सूर्य का यह गोचर बुध ग्रह की राशि कन्या में होगा जो कि इनके शत्रु माने गए हैं। ऐसे में, सूर्य देव की इस राशि में स्थिति को ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है और कुछ राशियों को नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।

हालांकि, इस गोचर के सिर्फ़ अशुभ प्रभाव नहीं मिलेंगे, बल्कि यहां बैठकर सूर्य कई बड़े ग्रहों के साथ युति का भी निर्माण करेंगे और इसके परिणामस्वरूप, कई शुभ योग भी बनेंगे। चलिए जानते हैं उन शुभ योगों के बारे में। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा 

सूर्य का कन्या राशि में गोचर: सूर्य-बुध की युति

ज्योतिष शास्त्र में सूर्य और बुध ग्रह को विशेष स्थान प्राप्त हैं और ऐसे में, जब-जब यह दोनों ग्रह एक साथ एक राशि में आते हैं, तो बहुत शुभ माने जाने वाले बुधादित्य राजयोग का निर्माण करते हैं।

अब सूर्य महाराज का गोचर 17 सितंबर 2025 को कन्या राशि में होगा, उस समय इस राशि में पहले से बुध देव मौजूद होंगे। इस प्रकार, कन्या राशि में सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य राजयोग निर्मित होगा। इस योग के प्रभाव से जातकों को सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। चलिए अब हम आपको अवगत करवाते हैं बुधादित्य योग के प्रभाव से। 

सूर्य का कन्या राशि में गोचर: बुधादित्य योग के प्रभाव 

ऐसे जातक जिनकी जन्म कुंडली में बुधादित्य योग होता है, उनकी बुद्धि तेज़ और संचार कौशल बेहतरीन होता है। इसके अलावा भी उन्हें जीवन में बुधादित्य योग से कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं जो इस प्रकार हैं:

बुद्धि और ज्ञान: बुधादित्य योग से प्रभावित लोगों का दिमाग तेज होता है और इनमें सीखने की ललक देखने को मिलती है।

बेहतरीन संचार कौशल: यह जातक अपने विचारों और बातों को आसानी से दूसरों के सामने  रखने में सक्षम होते हैं इसलिए ज्यादातर यह अच्छे वक्ता, लेखक या शिक्षक बनते हैं। 

मज़बूत नेतृत्व क्षमता: सूर्य ग्रह अधिकार और आत्मविश्वास का प्रतीक माने जाते हैं। ऐसे में, व्यक्ति के भीतर मौजूद यह गुण उसे एक अच्छा लीडर बनाने का काम करते हैं।

सफल करियर: कुंडली में बुधादित्य योग के प्रभाव से जातक को राजनीति, शिक्षा, लेखन, मीडिया और प्रशासन जैसे क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है।
मान-सम्मान में वृद्धि: बुधादित्य योग के प्रभाव से व्यक्ति को समाज में अपार मान-सम्मान प्राप्त होता है। 

चलिए अब जान लेते हैं सूर्य कन्या राशि में कैसे परिणाम देते हैं। 

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

कन्या राशि में सूर्य की विशेषताएं  

  • कन्या राशि को राशि चक्र में छठा स्थान प्राप्त है और यह बहुत विश्लेषणात्मक राशि है। 
  • सरल शब्दों में कहें तो, कन्या राशि के लोग जीवन की हर समस्या या हर परिस्थिति की जड़ तक पहुंचना पसंद करते हैं। 
  • इसके फलस्वरूप, इस राशि के ज्यादातर लोग रिसर्चर, जासूस, गुप्त नौकरी और वैज्ञानिक जैसे क्षेत्रों से जुड़े होते हैं। 
  • इसी क्रम में, जब सूर्य महाराज कन्या राशि में विराजमान होंगे, तो इन क्षेत्रों से संबंध रखने वाले लोगों का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहेगा। 
  • जिन जातकों का जन्म कन्या राशि में सूर्य के अंतर्गत हुआ है और वह सरकारी और अधिकारी वर्ग से संबंधित हैं, तो उनके लिए यह अवधि शानदार रहेगी।
  • सूर्य का कन्या राशि में गोचर का समय वैज्ञानिक, गुप्त चिकित्सा और सचिव आदि से संबंध रखने वाले लोगों के लिए शुभ रहेगा।

हालांकि, हर इंसान को सूर्य का कन्या राशि में गोचर कैसे प्रभावित करेगा, यह पूरी तरह से कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति और अन्य ग्रहों पर निर्भर करता है। अब हम आपको रूबरू करवाते हैं संक्रांति के महत्व से। 

संक्रांति और सूर्य गोचर का महत्व व संबंध

ज्योतिष और धर्म दोनों में ही सूर्य देव के गोचर को महत्वपूर्ण माना जाता है।  बता दें कि सूर्य ग्रह जब-जब एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करते हैं, तो यह घटना संक्रांति के नाम से जानी जाती है।  इसी तरह, सूर्य देव का गोचर जिस भी राशि में होता है, वह संक्रांति उस राशि के नाम से जानी जाती है जिसमें उनका गोचर होता है। सामान्य शब्दों में कहें तो, अगर सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं, तो वह तिथि मकर संक्रांति के नाम से जानी जाएगी।

शायद ही आप जानते होंगे कि सूर्य देव का गोचर एक महीने में होता है इसलिए वर्ष भर में कुल 12 संक्रांति तिथि आती हैं। प्रत्येक संक्रांति का अपना एक अलग महत्व है जो उसे अलग बनाता है। हालांकि, सूर्य देव जब धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तो इनके गोचर के साथ ही खरमास का आरंभ हो जाता है।

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, खरमास के दौरान सभी तरह के शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। इसी प्रकार, सूर्य का गोचर जब शनि देव की राशि मकर में होता है, तो उसे बेहद शुभ माना जाता है। मकर राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास समाप्त हो जाता है और मांगलिक कार्यों पर लगी रोक हट जाती है। ऐसे में, सूर्य गोचर का असर राशियों, देश-दुनिया के साथ-साथ अर्थव्यवस्था और करियर समेत विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर पड़ता है। सूर्य का गोचर कन्या राशि में होने पर इसे कन्या संक्रांति के नाम से जाना जाएगा। आइए अब जान लेते हैं कन्या संक्रांति का धार्मिक महत्व।

फ्री ऑनलाइन जन्म कुंडली सॉफ्टवेयर से जानें अपनी कुंडली का पूरा लेखा-जोखा

सूर्य का कन्या राशि में गोचर: कन्या संक्रांति का धार्मिक महत्व

प्रत्येक माह सूर्य देव अपना राशि परिवर्तन करते हैं, इसलिए एक वर्ष में आने वाली हर संक्रांति का अपना धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व होता है। सनातन धर्म में संक्रांति को बहुत कल्याणकारी और पुण्यकारी माना गया है। यह दिन दान, स्नान, पितृ तर्पण और धार्मिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ होता है। 

मान्यताओं के अनुसार, कन्या संक्रांति के दिन से हिंदू कैलेंडर का छठा महीना शुरू हो जाता है। इसके अलावा, भगवान विश्वकर्मा की पूजा भी कन्या संक्रांति पर की जाती है क्योंकि यह तिथि विश्वकर्मा जयंती के रूप में मनाई जाती है। इस तिथि पर सूर्य महाराज सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करते हैं इसलिए इसे कन्या संक्रांति कहते हैं। 

सूर्य का कन्या राशि में गोचर: कन्या संक्रांति के उपाय 

  • सूर्य को अर्घ्य: कन्या संक्रांति के अवसर पर सुबह सूर्य देव को जल अर्पित करते हुए ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप करें। 
  • दान करें: हिंदू धर्म में दान-पुण्य का विशेष महत्व है और ऐसे में, कन्या संक्रांति के दिन गुड़, तिल, वस्त्र, घी और चावल का दान शुभ माना जाता है।
  • पवित्र स्नान: कन्या संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करना कल्याणकारी माना जाता है। आप चाहे तो घर में स्नान के पानी में गंगाजल मिलाकर नहा सकते हैं। 

अब आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं मज़बूत और कमज़ोर सूर्य के प्रभावों पर। 

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

सूर्य का कन्या राशि में गोचर: शुभ सूर्य का प्रभाव

  • कुंडली में सूर्य मज़बूत होने पर जातक महाज्ञानी होता है और इनके द्वारा बोली गई बात को समाज में सम्मान प्राप्त होता है।
    बलवान सूर्य होने पर जातक गलत कार्य करना पसंद नहीं करते हैं और इनकी नेतृत्व क्षमता बहुत मज़बूत होती है। यह लोग अपने नियमों का पालन करते हैं और अनुशासन में रहते हैं।
  • ऐसे लोग जिनका सूर्य शुभ होता है, उनके चेहरे पर अलग तेज देखने को मिलता है जिससे लोगों की नज़रें इन पर टिक जाती हैं। इनकी समाज में एक अलग पहचान होती है।
  •  ज्योतिष के अनुसार, जिनकी कुंडली में सूर्य दसवें भाव में मित्र राशि में बैठा होता है और मज़बूत स्थिति में हैं, तो ऐसा जातक राजनीति में सक्रिय होता है या फिर कोई बड़ा राजनेता बनता है। 
  • जीवन पर सूर्य का शुभ  प्रभाव होने से जातक को मान-सम्मान मिलता है और वह समाज में लोकप्रिय होता है। 

कमज़ोर सूर्य का कुंडली में प्रभाव 

  • अहंकार में वृद्धि: जिन लोगों की कुंडली में सूर्य महाराज की स्थिति कमज़ोर होती है, उनमें अहंकार या घमंड देखने को मिलता है जो कि दुर्बल सूर्य का संकेत होता है।
  • आत्मविश्वास की कमी: कुंडली में सूर्य के अशुभ होने पर जातक में आत्मविश्वास की कमी रहती है जिसकी झलक जीवन के विभिन क्षेत्रों को प्रभावित करती है। 
  • मान-सम्मान की कमी: जहां बलवान सूर्य मान-सम्मान और यश दिलाता है, वहीं निर्बल सूर्य समाज में आपके मान-सम्मान को कम करता है। 
  • हिंसक बनना: ऐसे जातक जिनका सूर्य दुर्बल होता है, उनके भीतर हिंसक प्रवृत्ति में वृद्धि हो सकती है। साथ ही, वह गुस्सैल, स्वार्थी और ईर्ष्यालु स्वभाव का हो सकता है।
  • पिता से संबंध बिगड़ना: सूर्य को पिता के कारक माना जाता है इसलिए जब सूर्य देव अशुभ होते हैं, तो व्यक्ति के पिता के साथ रिश्ते बिगड़ने लगते हैं और उनके साथ मतभेद बढ़ते हैं। साथ ही, आपको पिता का साथ नहीं मिलता है। 

इन सब लक्षणों से आप जान सकते हैं कि आपकी कुंडली में सूर्य मज़बूत हैं या कमज़ोर। साथ ही, यदि सूर्य देव कुंडली में छठे, आठवें और बारहवें भाव में किसी नीच ग्रह के साथ बैठे हैं, तो सूर्य को कमजोर माना जाता है।

सूर्य का कन्या राशि में गोचर: इन उपायों से करें सूर्य को मज़बूत

  • यदि आपकी कुंडली में सूर्य देव कमज़ोर हैं, तो रविवार को स्नान करने के बाद लाल वस्त्र पहनकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
  • सूर्य की कृपा के लिए रविवार के दिन नमक का सेवन न करें। संभव हो, तो इस दिन व्रत करें क्योंकि रविवार सूर्य को समर्पित होता है।
  • कुंडली में दुर्बल सूर्य को बलवान करने के लिए लाल और पीले रंग के वस्त्र ज्यादा से ज्यादा धारण करें। 
  • सूर्य को बलवान करने के लिए गुड, तांबा, गेहूं और माणिक आदि का दान करना फलदायी होता है।
  • सूर्य को मज़बूत करने के लिए माणिक रत्न धारण करें। लेकिन, ऐसा करने से पहले आपको विद्वान ज्योतिषियों से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है।      

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें।

सूर्य का कन्या राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य पांचवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य का कन्या राशि में… (विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली के चौथे भाव के स्वामी हैं और सूर्य का कन्या…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली के तीसरे भाव के स्वामी हैं और… (विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि के लिए सूर्य आपके दूसरे भाव के स्वामी हैं और सूर्य का कन्या राशि में… (विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली के पहले भाव के स्वामी हैं और … (विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए सूर्य बारहवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य का कन्या राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए सूर्य ग्यारहवें भाव के स्वामी है। सूर्य का कन्या राशि में गोचर आपके…(विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्य दसवें भाव के स्वामी है। सूर्य का कन्या राशि में… (विस्तार से पढ़ें) 

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए सूर्य नौवें भाव के स्वामी हैं। सूर्य का कन्या राशि में गोचर आपके…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए सूर्य आठवें भाव के स्वामी है और सूर्य का कन्या राशि में… (विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य सातवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य का… (विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए सूर्य छठे भाव के स्वामी हैं और सूर्य का कन्या राशि में… (विस्तार से पढ़ें)

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

सूर्य का कन्या राशि में गोचर कब होगा?

आत्मा के कारक सूर्य ग्रह 17 सितंबर 2025 को राशि कन्या में प्रवेश करेंगे। 

कन्या राशि में कौन-कौन से ग्रह युति करेंगे?

सूर्य का कन्या राशि में गोचर के दौरान इस राशि में बुध, शुक्र और सूर्य युति करेंगे। 

सूर्य कौन हैं?

ज्योतिष में सूर्य ग्रह को आत्मा, पिता और सत्ता का कारक ग्रह माना जाता है। 

बेहद शक्तिशाल है बुधादित्य योग, खोलेंगे इन राशियों की किस्मत, बनेंगे धनलाभ के योग!

बेहद शक्तिशाल है बुधादित्य योग, खोलेंगे इन राशियों की किस्मत, बनेंगे धनलाभ के योग!

एस्ट्रोसेज एआई हमेशा यही कोशिश करता है कि हर नए ब्लॉग के साथ आपको ज्योतिष से जुड़ी ताजा और सबसे जरूरी जानकारी दी जाए, ताकि आप ज्योतिष की रहस्यमयी दुनिया की हर बड़ी घटना से जुड़े रहें। इस ब्लॉग में हम बात करेंगे बुधादित्य योग की जो कन्या राशि में बुध के गोचर से बनने जा रहा है। इसके अलावा, यह योग किस राशि के जातकों के लिए शुभ साबित होगा यह भी इस ब्लॉग के जरिए जानेंगे। बता दें कि यह विशेष योग 17 सितंबर 2025 की दोपहर 01 बजकर 38 मिनट पर बनने वाला है।

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें अपने संतान के भविष्य से जुड़ी हर जानकारी

बुधादित्य योग वैदिक ज्योतिष का एक शक्तिशाली योग है, जो तब बनता है, जब सूर्य और बुध एक ही भाव में साथ स्थित होते हैं। इस योग में सूर्य की आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और अधिकार शक्ति का मेल होता है बुध की बुद्धिमत्ता, संवाद कौशल और विश्लेषण शक्ति के साथ। इस योग के बनने से व्यक्ति में तेज दिमाग स्पष्ट और प्रभावशाली बोलने की क्षमता, जल्दी सीखने की आदत और मजबूत निर्णय लेने की शक्ति देखी जाती है। जिन लोगों की कुंडली में यह योग बनता है, वे अक्सर प्रशासन, शिक्षा, लेखन या व्यवसाय जैसे क्षेत्रों में ऊंचे पदों तक पहुंचते हैं। 

हालांकि इस योग का पूरा फल तभी मिलता है जब सूर्य और बुध शुभ स्थिति में हों। जब यह योग शुभ दशाओं में बनता है , तो यह व्यक्ति को बुद्धिमान और स्वभाव से प्रभावशाली बनाता है, जिससे वह समाज में सम्मान, सफलता और नेतृत्व हासिल करता है।

कन्या राशि में बुधादित्य योग: प्रभाव

जब किसी व्यक्ति की कुंडली में बुधादित्य योग बनता है, खासकर अगर यह कन्या राशि में हो, तो यह योग उसकी बुद्धिमत्ता, संवाद कौशल और नेतृत्व क्षमता को काफी हद तक बढ़ा देता है। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति में निम्नलिखित खूबियां देखी जाती है।

  • ऐसे लोग आमतौर पर तेज़ स्मरण शक्ति वाले होते हैं, तार्किक सोच रखते हैं, और आत्मविश्वास से भरी स्पष्ट अभिव्यक्ति करते हैं।
  • वे तेज़ी से सीखने वाले, समझदारी से निर्णय लेने वाले होते हैं और शिक्षा, प्रशासन, लेखन, वकालत, पब्लिक स्पीकिंग या व्यवसाय जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।
  • यदि यह योग केंद्र या त्रिकोण भावों में बनता है,तो व्यक्ति को नाम शोहरत और सामाजिक पहचान भी प्राप्त होती है।
  • ऐसे जातक आकर्षक और प्रभावशाली व्यक्तित्व के होते हैं और अपनी बातों और ज्ञान से दूसरों को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं।

हालांकि यदि सूर्य या बुध में से कोई भी ग्रह नीच का हो, अस्त हो जाए या राहु, केतु या शनि जैसे पाप ग्रहों से पीड़ित हो, तो इस योग के सकारात्मक प्रभाव कम हो सकते हैं। इसका परिणाम व्यक्ति में अहंकार, अत्यधिक सोचने की प्रवृत्ति या संवाद से जुड़ी समस्याओं के रूप में सामने आ सकता है। बुधादित्य योग साल में कम से कम एक बार सभी राशियों में बनता है। इस बार यह कन्या राशि में बन रहा है। 

इस राशि में बुध उच्च का होता है और सूर्य भी अच्छी स्थिति में माना जाता इसलिए इसका असर सामान्यतः बहुत शुभ होता है। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियां ऐसी होती हैं जिनमें यह योग अप्रभावी या निष्फल माना जाता है। अब हम उन स्थितियों की चर्चा करेंगे, जिनमें यह योग अपना प्रभाव नहीं दिखाता है। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

बुधादित्य योग के समाप्त होने की स्थितियां

जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि बुधादित्य योग एक शक्तिशाली और शुभ योग माना जाता है, जो व्यक्ति को बुद्धिमत्ता, नेतृत्व क्षमता और प्रभावशाली वाणी प्रदान करता है, लेकिन कुछ खास स्थितियों में यह योग अप्रभावी या कमजोर हो सकता है। इसका असर कम होने से व्यक्ति को गलतफहमी, स्पष्टता की कमी, सफलता में रुकावट या अहंकार जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कुंडली में इस योग की शक्ति को सही से परखने के लिए ग्रहों की स्थिति, दृष्टि, असत होना और भाव का स्थान ध्यानपूर्वक देखना आवश्यक होता है।

निम्नलिखित स्थितियों में बुधादित्य योग कमजोर या रद्द हो सकता है:

यदि बुध सूर्य से बहुत अधिक करीब  (विशेषकर 3° से कम दूरी) पर आ जाए, तो वह तीव्र रूप से अस्त हो जाता है, जिससे उसकी बुद्धि, वाणी और विश्लेषण की क्षमता प्रभावित होती है और योग की शक्ति समाप्त हो सकती है। 

  • यदि सूर्य-बुध की युति पर राहु, केतु, शनि या मंगल जैसे पाप ग्रहों की दृष्टि हो या ये ग्रह साथ में स्थित हों, तो योग का प्रभाव कमजोर हो सकता है।
  • विशेष रूप से यदि राहु-बुध-सूर्य की युति हो, तो यह योग भ्रम, धोखा या बुद्धि के दुरुपयोग का कारण बन सकता है।
  • यह योग यदि छठे, आठवें या बारहवें भाव मे बन रहा हो, तो इसका फल बहुत हद तक नकारात्मक या सीमित हो जाता है। 
  • ऐसे मामलों में व्यक्ति को अपनी बात कहने में कठिनाई, सम्मान की कमी, या गुप्त शत्रुओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • यदि सूर्य तुला राशि में नीच का या बुध मीन राशि में नीच में हो तो भी यह योग पूरी तरह फल नहीं देता। 
  • यदि बुध वक्री हो या अस्त हो और कमजोर राशि में हो, तो यह विशेष रूप से हानिकार होता है।
  • बुधादित्य योग के पूर्ण प्रभाव के लिए यह आवश्यक है कि इसे बृहस्पति या शुक्र जैसे शुभ ग्रहों की दृष्टि या साथ मिल जाए।  इनके बिना यह योग कमज़ोर या निष्क्रिय रह सकता है।

कन्या राशि में बुधादित्य योग: इन राशियों को होगा लाभ

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए यह समय बेहद शुभ साबित हो सकता है। इस दौरान बुध जो कि आपकी और चौथी भाव के स्वामी हैं,  और सूर्य जो कि तीसरे भाव के स्वामी हैं, दोनों एक साथ चौथे भाव में आ रहे हैं। चौथा भाव माता, घर, सुख और भावनात्मक संतुलन का प्रतीक होता है। ऐसे में, 2025 का बुधादित्य राजयोग मिथुन राशि वालों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा और जीवन में कई सकारात्मक बदलाव लाएगा।

इस समय मिथुन राशि के लोग कई माध्यमों से अच्छा पैसा कमा सकते हैं। पहले किए गए निवेश अच्छा लाभ देंगे और जो लोग किसी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं, उन्हें उससे जल्दी राहत मिलेगी। इस योग के प्रभाव से अविवाहित लोगों को अच्छे विवाह प्रस्ताव मिल सकते हैं। वहीं, जो लोग पहले से किसी रिश्ते में हैं या शादीशुदा हैं, उनके संबंधों में और भी गहराई आएगी। 

कार्यस्थल पर भी अच्छा समय रहेगा। आपको अच्छी आमदनी के साथ-साथ काम में सराहना और तरक्की मिलने की संभावना है। जो भी प्रयास आप करेंगे, उसका फल अच्छा मिलेगा और करियर में अच्छी प्रगति होगी। संक्षेप में, यह समय मिथुन राशि वालों के लिए आर्थिक, व्यक्तिगत और पेशेवर हर क्षेत्र में फायदेमंद रहेगा।

नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए 2025 का साल बहुत ही शुभ रहने वाला है। इस वर्ष बुध (जो आपकी पहले और दसवें भाव के स्वामी हैं) और सूर्य (दूसरे भाव के स्वामी) एक साथ आपकी ही राशि यानी पहले भाव में आकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। इस विशेष योग के प्रभाव से कन्या राशि के जातकों को कई क्षेत्रों में सफलता मिलेगी और जीवन में समृद्धि आएगी।

वैवाहिक जीवन में आपसी समझ और जिम्मेदारी की भावना बढ़ेगी, जिससे दांपत्य जीवन मजबूत और सुखमय रहेगा। जमीन-जायदाद से जुड़े पुराने विवाद या जुड़ी हुए काम जब सुलझ सकते हैं, जिससे मानसिक और भौतिक संतुष्टि दोनों मिलेगी। जो लोग अपने काम को लेकर समर्पित हैं, उन्हें करियर में आगे बढ़ने के कई सुनहरे मौके के मिलेंगे। मेहनत का अच्छा फल मिलेगा और कार्यस्थल पर आपकी पहचान बढ़ेगी। आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलेगा और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी इस समय में सुधर सकती हैं। कुल मिलाकर, कन्या राशि वालों के लिए यह समय नई शुरुआत, तरक्की, रिश्तों में मजबूती और आर्थिक स्थिरता लेकर आ रहा है।

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें 

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए 2025 में बुधादित्य योग विशेष रूप से लाभकारी रहेगा। जब बुध, जो कि आपकी सप्तम (विवाह) और दसवें (करियर) भाव के स्वामी हैं और सूर्य जो नौवें भाव (भाग्य) भाव के स्वामी हैं, एक साथ चौथे भाव (घर, सुख, माता, संपत्ति) में आकर स्थित होते हैं, तब यह शुभ योग बनता है।

इस योग के प्रभाव से किस्मत धनु राशि वालों का पूरा साथ देगी और जीवन के कई क्षेत्रों में तरक्की मिलेगी। इस समय आपका वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा और जीवनसाथी के साथ रिश्ता और भी मजबूत बनेगा। जो लोग परिवार बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह गर्भधारण या संतान सुख की खुशखबरी ला सकता है। 

आपके पिता,गुरु या मेंटर का साथ मिलेगा, जिससे व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों ही जीवन में आगे बढ़ने के मौके मिलेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, जिससे आप घर जमीन या प्रॉपर्टी से जुड़े सौदे कर सकते हैं। कार्यस्थल पर भी यह समय अनुकूल रहेगा और पदोन्नति या वेतन वृद्धि की संभावनाएं बन रही हैं।

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

मीन राशि

बुध जो कि चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं, कन्या राशि में उच्च के माने जाते हैं। सूर्य जो मीन राशि वालों के लिए छठे भाव के स्वामी होते हैं, वे भी बुध के साथ सातवें भाव में स्थित होंगे। यह स्थिति बुधादित्य योग का निर्माण करती है। यह योग बहुत ही शुभ माना जाता है, खासकर उन लोगों के लिए जो रिसर्च फर्म के मालिक हैं या फाइनेंस क्षेत्र में कार्यरत हैं, जैसे कि बैंकिंग, फाइनेंशियल कॉर्पोरेट कंपनी का मालिकाना आदि। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में धन, ऐश्वर्य और प्रभावशाली व्यक्तित्व की प्राप्ति हो सकती है।

कोई व्यक्ति यदि किसी प्राइवेट कंपनी में एडमिनिस्ट्रेटिव (प्रशासनिक) पद पर कार्य कर रहा है, तो उसके लिए यह समय काफी लाभकारी रहेगा। यदि किसी प्राइवेट कंपनी में ऐसे व्यक्ति को अपने करियर में उन्नति करने और अच्छे आय प्राप्त करने के अवसर मिल सकते हैं। इस समय के दौरान व्यक्ति को बड़े जिम्मेदारी भरे कार्य और पदोन्नति के अवसर मिल सकते हैं, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति और सामाजिक प्रतिष्ठा में सुधार होगा। साथ ही, व्यावसायिक साझेदारियों और जीवनसाथी के साथ संबंधों में भी सहजता और सकारात्मकता बनी रहेगी।

 सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. बुधादित्य योग किन दो ग्रहों से बनता है?

बुध और सूर्य

2. बुधादित्य योग किस राशि में हो रहा है?

कन्या

3. बुध सौरमंडल के आंतरिक वृत्त में है या बाहरी वृत्त में?

बुध आंतरिक वृत्त में है।

सूर्य-बुध की युति से बनेगा बुधादित्य योग, इन 3 राशियों पर होगी धन-दौलत की बरसात!

सूर्य-बुध की युति से बनेगा बुधादित्य योग, इन 3 राशियों पर होगी धन-दौलत की बरसात!

बुधादित्य योग 2025: एस्ट्रोसेज एआई हमेशा से अपने पाठकों को ज्योतिष की दुनिया में होने वाली घटनाओं और बदलावों से सबसे पहले रूबरू करवाता रहा है, ताकि आप ग्रहों की स्थिति और राशि में होने वाले बदलावों से अवगत रहें।

इसी क्रम में, बुध और सूर्य कन्या राशि में 17 सितंबर 2025 की दोपहर 01 बजकर 38 मिनट पर एक साथ मौजूद होंगे। ऐसे में, सूर्य-बुध की युति का मनुष्य जीवन पर और सभी 12 राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा? आइए जानते हैं। साथ ही, इन दोनों ग्रहों से आप कैसे शुभ परिणाम प्राप्त कर सकते हैं, इसके लिए आपको सरल उपाय भी प्रदान किए जा रहे हैं।

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें अपने संतान के भविष्य से जुड़ी हर जानकारी

जैसे कि हम सभी जानते हैं कि सूर्य का यह गोचर कन्या राशि में होने जा रहा है और ऐसे में, यह बुध के साथ युति का निर्माण करेंगे जो वहां पहले से अपनी उच्च अवस्था में मौजूद होंगे। इसके फलस्वरूप, यह कन्या राशि में बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। 

ज्योतिष में बुधादित्य योग का महत्व

कन्या राशि में बुधादित्य राजयोग का बनना बेहद शुभ माना जाता है क्योंकि कन्या राशि में सूर्य और बुध दोनों मज़बूत स्थिति में होते हैं। बता दें कि बुध ग्रह अपनी राशि में विराजमान होंगे और यह बुद्धिमानी, संचार कौशल, बेहतरीन विश्लेषणात्मक क्षमता एवं तार्किक क्षमता के कारक ग्रह माने जाते हैं।

इसके विपरीत, सूर्य देव अधिकारी, आत्मविश्वास और आत्मा के कारक ग्रह माने जाते हैं। इसी प्रकार, बुद्धि और वाणी के ग्रह बुध का सूर्य के साथ बैठे होना बहुत शक्तिशाली माना जाता है। इन दोनों की युति जातक को विचारों की स्पष्टता, तुरंत विचार लेने की मजबूत क्षमता और अपने को अभिव्यक्त करने का आशीर्वाद देती है। 

बुधादित्य राजयोग किसी जातक को तार्किक बुद्धि, बेहतरीन प्रबंधन स्किल्स, ज्ञान और सोच समझकर योजना बनाने की क्षमता प्रदान करती है। शायद ही आप जानते होंगे कि कन्या राशि स्वास्थ्य, अनुशासन और सेवाओं का भी प्रतिनिधित्व करती है और ऐसे में, बुधादित्य योग का प्रभाव जातक को छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देने वाला और हर चीज़ को परफेक्ट तरीके से करने वाला बनाती है।

ऐसे लोग एनालिसिस, टीचिंग, हीलिंग, राइटिंग और एडमिनिस्ट्रेशन आदि क्षेत्रों से जुड़े होते हैं। अगर यह योग कन्या राशि में शुभ स्थिति में होता है और किसी ग्रह से पीड़ित नहीं होता है, तो जातक को जीवन में प्रसिद्धि, बुद्धि और ज्ञान के माध्यम से मान-सम्मान मिलता है।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

कब बनता है बुधादित्य राजयोग?

  • सूर्य और बुध को कुंडली के किसी भी भाव में या फिर राशि में एक साथ होना चाहिए।
  • बुधादित्य योग से पूर्ण रूप से सकारात्मक परिणाम पाने के लिए बुध ग्रह अस्त अवस्था में नहीं होना चाहिए। 
  • बुध और सूर्य, यह दोनों ग्रह कुंडली में मज़बूत स्थिति (अपनी राशि, उच्च अवस्था या मित्र राशि) में होने चाहिए। साथ ही, इन पर किसी ग्रह का नकारात्मक प्रभाव नहीं होना चाहिए।
  • कुंडली के जिस भाव में बुधादित्य राजयोग का निर्माण होता है, वह बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह योग दसवें भाव (करियर और सफलता) और पांचवें भाव (बुद्धिमान और रचनात्मकता) में बनने पर शुभ फल प्रदान करता है। 
  • शनि, राहु या केतु जैसे पाप ग्रहों से पीड़ित न होने पर आपको बुधादित्य योग काफ़ी अच्छे परिणाम देता है। 

बुधादित्य योग और इसका प्रभाव 

  • बुधादित्य योग के प्रभाव से जातक की बुद्धि तेज़ होती है, वह तार्किक रूप से सोचता है और उसकी विश्लेषणात्मक क्षमता मज़बूत होती है। ऐसे जातक बुद्धि के बहुत तेज़ होते हैं। 
  • यह राजयोग अधिकार, अपनी एक अलग पहचान, मधुर वाणी और ज्ञान के माध्यम से लोगों को  प्रभावित करने में सक्षम होते हैं। 
  • जातक को शिक्षा, लेखन, रिसर्च और बुद्धि से जुड़ी गतिविधियों में सफलता दिलाने का काम करते हैं।   
  • कम्युनिकेशन, टीचिंग, राइटिंग, कानून, व्यापार, सरकार या एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़े क्षेत्रों में व्यापार के अवसर प्रदान करता है। 
  • ऐसा व्यक्ति अपनी बुद्धि और ज्ञान के प्रभाव से समाज में मान-सम्मान प्राप्त करता है।
  • यह जातक अपने ज्ञान का इस्तेमाल करके करियर को प्रगति और तरक्की के मार्ग पर लेकर जाता है। 

फ्री ऑनलाइन जन्म कुंडली सॉफ्टवेयर से जानें अपनी कुंडली का पूरा लेखा-जोखा

सूर्य-बुध करेंगे बुधादित्य योग का निर्माण: 12 राशियों पर प्रभाव 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके तीसरे भाव और छठे भाव के स्वामी हैं । वहीं, सूर्य आपके पांचवें भाव के स्वामी हैं। ऐसे में, सूर्य और बुध की युति बुधादित्य योग का निर्माण करेगी। हालांकि, यह मेष राशि वालों के लिए ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है, और आपको इस युति के प्रभाव से मिलेजुले परिणाम हो सकते हैं क्योंकि यह आपकी और संतान की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

साथ ही, गर्भवती महिलाओं की इस अवधि में सिजेरियन डिलीवरी होने की आशंका है, जिसकी वजह आपके पांचवें भाव के स्वामी सूर्य का छठे भाव और उसके स्वामी से संबंध बनाना होगा। 

बता दें कि बुधादित्य योग का आपके छठे भाव में बनाना एक मज़बूत व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करता है जो जीवन की मुश्किलों, कानूनी विवादों और प्रतिद्वंदियों पर जीत हासिल करने में सक्षम होगा। साथ ही, सभी समस्याओं को हल करने, व्यापार को अच्छे से संभालने के साथ-साथ सोच-समझकर निवेश करेगा। 

मेष साप्ताहिक राशिफल

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं जबकि सूर्य देव को आपके चौथे भाव पर आधिपत्य प्राप्त हैं। कन्या राशि में बुधादित्य योग के अलावा केंद्र त्रिकोण राजयोग भी बनने जा रहा है क्योंकि सूर्य केंद्र और बुध त्रिकोण भाव का स्वामी है।

इस राशि के लोगों के लिए बुधादित्य राजयोग आपके पांचवें भाव में बनने जा रहा है। ऐसे में, यह आपको जीवन में बुद्धिमानी और रचनात्मकता प्रदान करवाएगा। साथ ही, संतान के प्रति प्रेम में भी वृद्धि होगी। ऐसे जातकों की संतान आज्ञाकारी और समझदार होगी। इन्हें पढ़ाई करना पसंद होता है और अक्सर उच्च शिक्षा प्राप्त करते हुए दिखाई देते हैं। यह करियर के क्षेत्र में एक्टिंग, डिज़ाइन या आर्ट्स से जुड़े होते हैं। इस दौरान आपके पास आय के विभिन्न स्रोत मौजूद होंगे और इसके फलस्वरूप, आप पर्याप्त मात्रा में धन लाभ कमाने में सक्षम होंगे। 

मिथुन राशि 

मिथुन राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके पहले/लग्न भाव और चौथे भाव के स्वामी हैं। वहीं, सूर्य देव आपके तीसरे भाव को नियंत्रित करते हैं। ऐसे में, कन्या राशि में बुध और सूर्य की युति से बनने से बनने वाला बुधादित्य योग आपके चौथे भाव में बनने जा रहा है, जिसके चलते आपको सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होगी। इसके परिणामस्वरूप, आपके रिश्ते माता और परिवार के साथ संबंध मज़बूत होंगे। साथ ही, आप रियल एस्टेट और संपत्ति से जुड़े क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करेंगे। इन जातकों का पारिवारिक जीवन खुशियां से भरा रहेगा क्योंकि सूर्य-बुध की युति से बनने वाला बुधादित्य राजयोग आपकी कुंडली के चौथे भाव में बनने जा रहा है। 

धन समृद्धि के बावजूद भी यह जातक मानसिक समस्याओं या हद से ज्यादा सोचने की समस्या से परेशान रह सकते हैं, जिसका असर आपके घर-परिवार पर नज़र आ सकता है। बुध देव आपके लग्न भाव और चौथे के स्वामी हैं इसलिए इनकी यह स्थिति आपके जीवन को प्रभावित करने की क्षमता रखती है।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों की कुंडली में बुध देव आपके तीसरे और बारहवें भाव के अधिपति देव हैं। इसी क्रम में, सूर्य महाराज आपके दूसरे भाव के स्वामी हैं। कुंडली में सूर्य और बुध आपके तीसरे भाव में एक साथ उपस्थिति होंगे जो जोश, साहस और संचार कौशल का भाव है। ऐसे में, कर्क राशि वालों के तीसरे भाव में बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है। इस भाव में बुधादित्य योग बनने से आपमें साहस, संचार कौशल और नए-नए आविष्कार करने की क्षमता मज़बूत होगी। ऐसे में, यह जातक जर्नलिज्म, कला और राइटिंग से जुड़े क्षेत्रों में कामयाबी हासिल करेंगे 

बुध और सूर्य की इस स्थिति के प्रभाव से जातक अच्छा वक्ता, अपनी बातों या विचारों को अच्छे से दूसरों के सामने रखने वाला और मज़बूत इच्छाशक्ति वाला होता है। हालांकि, यह इंसान  समस्याओं का सामना करते समय बेचैन या बहुत ज्यादा सोच-विचार करने वाला बन सकता है। सूर्य और बुध, यह दोनों  ग्रह जिस राशि में मौजूद होते हैं, वहां अन्य ग्रहों का बलवान होना और बुध का अस्त होना, इस योग से मिलने वाले लाभों को प्रभावित कर सकता है। 

कर्क साप्ताहिक राशिफल

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

सिंह राशि

सिंह राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं, तो वहीं सूर्य देव आपके लग्न भाव के अधिपति देव हैं। इसके परिणामस्वरूप, सूर्य और बुध की इस युति  से बनने वाला बुधादित्य योग आपके दूसरे भाव में निर्मित हो रहा है जो धन और वाणी का भाव है, इसलिए इस योग को आपके लिए बहुत शुभ और भाग्यशाली माना जाएगा। इस अवधि में आपको आर्थिक जीवन में सफलता मिलेगी और परिवार भी धन-समृद्धि से पूर्ण रहेगा। साथ ही, आपका संचार कौशल भी शानदार रहेगा। 

इसके विपरीत, जिन जातकों की कुंडली में यह योग मौजूद होता है, वह बातचीत करने में और अपनी बातें मनवाने में माहिर होते हैं। साथ ही, वह लोग मीडिया, सेल्स, कानून और पत्रकारिता जैसे क्षेत्रों में सफलता हासिल करते हैं। इन लोगों का धन जमा करना, समाज में मान-सम्मान प्राप्त करना और विलासिता का आनंद लेना पसंद होता है। 

सिंह साप्ताहिक राशिफल

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए बुध ग्रह और सूर्य देव आपके पहले/लग्न भाव में विराजमान होंगे, जो कि स्वयं और व्यक्तित्व का भाव होता है। ऐसे में, बुध और सूर्य की युति से बनने जा रहा बुधादित्य राजयोग कन्या राशि में आपके लग्न भाव में बनेगा। इसके फलस्वरूप, इस राशि के जातकों की बुद्धि, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता मज़बूत होगी।

इस राशि के जातक बुधादित्य योग के प्रभाव से दृढ़, चतुर और रचनात्मक बनेंगे। यह लोग अपना करियर ऐसे क्षेत्र में बनाएंगे जहां अपनी बुद्धि और विश्लेषणात्मक क्षमताओं का उपयोग कर सकेंगे। बुधादित्य योग का निर्माण आपका पहले भाव में होना बेहद शुभ माना जाएगा और ऐसे में, आपकी जीवनशक्ति और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होगा। 

कन्या साप्ताहिक राशिफल

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके बारहवें और नौवें भाव के स्वामी हैं जबकि सूर्य देव आपके ग्यारहवें भाव को नियंत्रित करते हैं। इसी प्रकार, बुध और सूर्य की युति आपके बारहवें भाव में होने जा रही है और इसी भाव में बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा। ऐसे में, आपका झुकाव अध्यात्म के प्रति हो सकता है और आपकी इंटुइशन क्षमता भी मज़बूत होगी। साथ ही, इंटरनेशनल कम्युनिकेशन या मेडिकल के क्षेत्र में आप अपार सफलता हासिल करेंगे। 

इसके अलावा, इन जातकों की रुचि ध्यान और रचनात्मक कार्यों में हो सकती है। लेकिन, इस योग के प्रभाव से आपको नकारात्मक परिणाम भी मिल सकते हैं और ऐसे में, आपको धन की बचत करने में समस्याओं और वैवाहिक जीवन में उत्तार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि,  इस योग से मिलने वाले प्रभाव आपकी जन्म कुंडली और अन्य पहलुओं पर निर्भर करते होंगे। 

तुला साप्ताहिक राशिफल

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध देव आपके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। वहीं, सूर्य देव आपके दसवें भाव के स्वामी ग्रह हैं। ऐसे में, सूर्य और बुध की युति आपकी राशि के ग्यारहवें भाव में होने जा रही है जो लाभ और इच्छाओं का भाव है। 

कुंडली के ग्यारहवें भाव में बुधादित्य योग का निर्माण होना आपकी राशि के जातकों के लिए बहुत शुभ कहा जाएगा क्योंकि यह आपके जीवन में आर्थिक लाभ, सामाजिक जीवन में मिलने वाली उपलब्धियों और व्यापार, ज्ञान एवं प्रभावशाली लोगों की सहायता से इच्छाओं के पूरे होने का प्रतिनिधित्व करता है। बुध और सूर्य इन दोनों ग्रहों की स्थिति ऐसे व्यक्ति को दर्शा रही है जिसके पास विभिन्न स्रोतों से आर्थिक लाभ कमाने के अवसर होंगे। साथ ही, आप शिक्षा, निवेश और मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में सफलता हासिल करेंगे। 

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट 

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके सातवें और दसवें भाव के अधिपति देव हैं जबकि सूर्य देव आपके नौवें भाव के स्वामी हैं। बता दें कि बुधादित्य योग का निर्माण आपकी कुंडली के दसवें भाव में होने जा रहा है। ऐसे में, ग्रहों की यह स्थिति धर्म-कर्म अधिपति योग को भी जन्म देगी। कुंडली के दसवें भाव में बुधादित्य योग बनने से धनु राशि के जातकों को काफ़ी अच्छे और समृद्ध करियर का आशीर्वाद मिलेगा। ऐसे में, यह जातक लीडर और समाज से जुड़ी भूमिकाओं में विशेष योगदान दे सकते हैं। साथ ही, व्यापार या सरकार में उच्च पद पर आसीन हो सकते हैं। 

इस योग के प्रभाव से आपको जीवन में धन-समृद्धि, सम्मान, बेहतरीन संचार कौशल और दृढ़ता की प्राप्ति होगी। आप कार्यक्षेत्र में सिद्धांतों का पालन करेंगे। बुध और सूर्य की युति आपकी कुंडली के विशेष भाव में होने से इसका असर बुधादित्य योग के प्रभावों पर पड़ सकता है, विशेष रूप से शुभ परिणामों पर। 

धनु साप्ताहिक राशिफल

मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए बुध देव आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। वहीं, सूर्य देव आपकी कुंडली में आठवें भाव के शासक हैं। अब बुध और सूर्य की युति आपके नौवें भाव में होने जा रही है जो इस भाव में बुधादित्य योग को जन्म देगी। ऐसे में, मकर राशि के जातक दूसरों की सहायता करते हुए दिखाई देंगे और आपकी बुद्धि भी तेज़ बनेगी। आपकी नेतृत्व क्षमता भी मज़बूत होगी और साथ ही, इस राशि के छात्र उच्च शिक्षा में सफलता प्राप्त करेंगे। इस दौरान आपके विदेश यात्रा पर जाने के योग बनेंगे। 

बुधादित्य राजयोग एक ऐसे व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करता है जो जीवन में मूल्यों और सिद्धांतों को महत्व देता होगा। साथ भी, आपका संचार कौशल बेहतरीन होगा और वह एक नेता या धर्म प्रचारक के रूप में सेवा कार्य करेंगे। आपको इस योग से कैसे परिणाम मिलेंगे, यह पूरी तरह से सूर्य और बुध की स्थिति और दशा पर निर्भर करते हैं। 

मकर साप्ताहिक राशिफल

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं जबकि सूर्य देव आपके पार्टनरशिप के भाव यानी कि सातवें भाव के स्वामी हैं। ऐसे में, सूर्य और बुध की इस युति के निर्माण से बुधादित्य योग आपके आठवें भाव में बनने वाला है और इसके फलस्वरूप,   आपके जीवन में बदलाव लेकर आने की क्षमता और गूढ़ विज्ञान में रुचि बढ़ेगी। साथ ही, इन्ट्यूशन क्षमता मज़बूत होगी।   

आध्यात्मिक ज्ञान को लेकर आपकी समझ बेहतर होगी। इस अवधि में अप्रत्याशित लाभ के साथ-साथ आपको पैतृक संपत्ति मिलने की संभावना प्रबल होगी, जिसकी वजह सूर्य और बुध की यह स्थिति होगी। हालांकि, कुंडली के आठवें भाव में बुधादित्य योग ज्यादा अच्छे परिणाम नहीं दे पाता है क्योंकि यह ग्रहों की स्थिति और दशा से प्रभावित होता है।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं। वहीं, सूर्य महाराज आपके छठे भाव के स्वामी ग्रह हैं। इसके फलस्वरूप, सूर्य और बुध की युति से निर्मित होने वाला बुधादित्य योग आपके सातवें भाव में बनने जा रहा है जो आपको सुख-शांति से पूर्ण वैवाहिक जीवन प्रदान करेगा। साथ ही, अविवाहितों को एक अच्छा जीवनसाथी मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा। संभव है कि आपका पार्टनर किसी जाने-माने परिवार से ताल्लुक रखता होगा और साथ ही, व्यापार के क्षेत्र में सफल होगा। 

इस राशि के जातक सूर्य और बुध की युति के प्रभाव से एक अच्छे कॉलेबोरेटर और वार्ताकार होंगे। हालांकि, अगर सातवें भाव में गुरु ग्रह की दृष्टि पड़ रही होगी या फिर आपका शुक्र मज़बूत अवस्था में होंगे और सूर्य आपके सातवें भाव में बलवान स्थिति में होते हैं, तो यह आपके वैवाहिक जीवन में समस्याएं पैदा कर सकते हैं। 

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

सूर्य-बुध की युति से बनेगा बुधादित्य योग: सरल एवं प्रभावी उपाय 

  • रोज़ाना सुबह सूर्योदय के समय सूर्य नमस्कार करें। 
  • जल में लाल फूल मिलाकर उगते हुए सूर्य को अर्पित करें। 
  • सोने या तांबे की अंगूठी में माणिक्य रत्न जड़वाकर धारण करें, लेकिन उससे पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श अवश्य करें। 
  • आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें या “ॐ सूर्याय नमः” मंत्र का नियमित रूप से जाप करें।
  • भगवान सूर्य और बुध ग्रह दोनों की एक साथ पूजा करें। 
  • सूर्य और बुध को मज़बूत करने के लिए रविवार और बुधवार के दिन व्रत करें। 
  • ग्रहों से शुभ फल पाने के लिए कच्चे दूध और शहद से रुद्राभिषेक करें। 

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. कन्या राशि का स्वामी ग्रह कौन है?

बुध ग्रह कन्या राशि के स्वामी हैं। 

2. कन्या राशि में कौन सा ग्रह नीच अवस्था में होता है?

शुक्र ग्रह की नीच राशि कन्या है। 

3. सूर्य किस राशि के स्वामी हैं?

राशि चक्र में सूर्य देव को सिंह राशि पर स्वामित्व प्राप्त है। 

बुध करेंगे कन्या राशि में प्रवेश, भद्र राजयोग का प्रभाव इन राशियों को दिलाएगा धनलाभ!

बुध करेंगे कन्या राशि में प्रवेश, भद्र राजयोग का प्रभाव इन राशियों को दिलाएगा धनलाभ!

एस्ट्रोसेज एआई हमेशा यही कोशिश करता है कि हर नए ब्लॉग के साथ आपको ज्योतिष से जुड़ी ताजा और सबसे जरूरी जानकारी दी जाए, ताकि आप ज्योतिष की रहस्यमयी दुनिया की हर बड़ी घटना से जुड़े रहें। इस ब्लॉग में हम बात करेंगे भद्र राजयोग योग की जो कन्या राशि में बुध के गोचर से बनने जा रहा है। इसके अलावा, यह योग किस राशि के जातकों के लिए शुभ साबित होगा यह भी इस ब्लॉग के जरिए जानेंगे। बता दें कि यह विशेष योग 15 सितंबर 2025 की सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर बनने वाला है।

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें अपने संतान के भविष्य से जुड़ी हर जानकारी

भद्र योग ज्योतिष में पंच महापुरुष योगों में से एक बहुत ही शुभ योग होता है, जो बुध ग्रह के गोचर से बनता है। जब यह योग कुंडली में मजबूत स्थिति में बनता है, तो व्यक्ति को यह बुद्धिमत्ता, प्रभावशाली वाणी, प्रसिद्धि और भौतिक समृद्धि प्रदान करता है। इस योग के प्रभाव से जातक तेज दिमाग वाला, समझदार, बातचीत में माहिर और सामाजिक रूप से प्रतिष्ठित होता है। साथ ही जीवन में धन और सुख-सुविधाओं की कमी भी नहीं रहती।

भद्र राजयोग क्या है?

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, भद्र योग तब बनता है, जब बुध ग्रह जन्म कुंडली के किसी केंद्र भाव (पहले, चौथे, सातवें या दसवें भाव) में स्थित हो और वह या तो उच्च का (कन्या राशि में) हो या स्वराशि (मिथुन या कन्या) में हो। जब यह स्थिति बनती है, तो कुंडली में भद्र योग का निर्माण होता है, जो पंच महापुरुष योगों में से एक माना जाता है और बहुत शुभ योग होता है। इस योग वाले लोग आमतौर पर तेज दिमाग वाले, बोलने में निपुण और बुद्धिमान होते हैं। उन्हें व्यापार, शिक्षा या बौद्धिक कार्यों में विशेष सफलता प्राप्त होती है। ऐसे लोग समाज में अक्सर पहचान, सम्मान और सफलता हासिल करते हैं।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

कन्या राशि में भद्र योग: प्रभाव और फल

जिन लोगों की कुंडली में भद्र योग कन्या राशि में बना होता है, वे अपने तेज़ दिमाग, तार्किक सोच, और परिस्थितियों को समझने की गहरी क्षमता के लिए जाने जाते हैं। यह योग विशेष रूप से बुद्धिमत्ता, स्पष्ट संवाद, और व्यावसायिक समझदारी से जुड़ा होता है। इस योग के प्रमुख प्रभाव इस प्रकार है:

  • बेहद तेज बुद्धि और प्रभावशाली वाणी की कला।
  • तीव्र स्मरण शक्ति और गहरी विश्लेषण क्षमता।
  • लेखन, अध्यापन, व्यवसाय, संचार और तकनीकी क्षेत्रों में सफलता।
  • अच्छा स्वास्थ्य, विशेषकर मजबूत अंग और संतुलित शरीर।
  • शांत लेकिन प्रभावशाली व्यक्तित्व, जो दूसरों पर अच्छा प्रभाव डालता है।
  • जीवन में धन, सामाजिक सम्मान और उपलब्धियां प्राप्त होती हैं।

कन्या राशि में भद्र योग व्यक्ति को एक सक्षम विचारक, सफल व्यवसायी और समझदार नेता बना सकता है। ऐसे लोग अपने बोलचाल और व्यवहार से ही दूसरों को प्रभावित कर लेते हैं।

नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर

कन्या राशि में भद्र योग: इन राशियों को मिलेगा लाभ

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए कन्या राशि में बुध का गोचर और उसमें बना भद्र योग बहुत शुभ फल देने वाला रहेगा। इस दौरान बुध आपकी कुंडली का लग्न और चौथे भाव (घर, सुख-सुविधा) के स्वामी बनकर चौथे भाव में स्थित होगा। इससे सीधा असर दसवें भाव (कर्म और पेश का भाव) पर पड़ेगा। इसका मुख्य प्रभाव आपकी बोलचाल की कला, समझदारी और व्यक्तित्व में निखार के रूप में सामने आएगा।

आप लोगों को अपनी बातों से प्रभावित कर पाएंगे और समाज में सम्मान और पहचान भी मिलेगी। यह समय विशेष रूप से मीडिया, लेखन, पत्रकारिता, राजनीति और अन्य संचार से जुड़े क्षेत्रों में काम करने वालों के लिए लाभकारी रहेगा। एक खास बात यह भी है कि चौथे भाव के स्वामी बुध, इस गोचर में लग्न में भी प्रभाव डाल रहा है, इसलिए इस समय आप नया वाहन (जैसे कार आदि) खरीदने की योजना भी बना सकते हैं। कुल मिलाकर, यह समय बुद्धिमत्ता, सामाजिक सफलता और सुविधाओं में वृद्धि लेकर आ सकता है।

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें 

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए बुध का गोचर उनके पहले भाव में हो रहा है और यह ग्रह उनकी कुंडली में दसवें भाव यानी करियर भाव के स्वामी हैं। इस कारण यह योग आपके व्यक्तित्व, करियर और साझेदारी के क्षेत्रों में विशेष प्रभाव डालेगा। बुध के लग्न में स्थित होने से सातवें भाव (साझेदारी, सार्वजनिक जीवन) पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। इस दौरान भाग्य का साथ मिलेगा और जीवन के कई क्षेत्रों में तरक्की के योग बनेंगे। 

सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह समय बेहद शुभ रहेगा क्योंकि सफलता की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही, उन्हें गुरुओं और वरिष्ठों का मार्गदर्शन और सहयोग भी प्राप्त होगा। जो लोग व्यापार, खासकर इंपोर्ट-एक्सपोर्ट जैसे कामों में लगे हैं, उन्हें भी इस अवधि में अच्छा मुनाफा और सकारात्मक परिणाम मिलेगा। कुल मिलाकर यह समय कन्या राशि वालों के लिए बुद्धिमत्ता, आत्मविश्वास, करियर की प्रगति और आर्थिक सफलता लेकर आएगा।

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

धनु राशि

इस गोचर के दौरान बुध ग्रह धनु राशि वालों की कुंडली के दसवें भाव यानी करियर भाव में स्थित रहेगा और यह सातवें भाव (साझेदारी, विवाह, सार्वजनिक संबंध) के स्वामी भी है। बुध की यह स्थिति चतुर्थ भाव पर भी सीधा प्रभाव डालेगी, जिससे घरेलू यात्रा या स्थान परिवर्तन के संकेत भी मिल सकते हैं। 

कन्या राशि में बन रहा भद्र  भद्र योग धनु राशि के जातकों के लिए करियर में सफलता, नई जिम्मेदारियां, और प्रोफेशनल ग्रोथ के संकेत देता है। यदि आप नौकरी बदलने की सोच रहे हैं, तो यह समय इस दिशा में कदम बढ़ाने के लिए बहुत अनुकूल है। इस समय आप प्रतिद्वंद्वियों पर विजय पा सकेंगे और अपने काम में बेहतर पहचान बना सकेंगे।

जो लोग लंबे समय से प्रोफेशनल लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत कर रहे हैं, उन्हें अब उसका अच्छा फल मिलेगा। इस शुभ योग के दौरान आपको सलाह दी जाती है कि आप सक्रिय रहें, नई संभावनाओं के लिए खुले रहें और हर अवसर का पूरा लाभ उठाएं। यह समय आपके लिए करियर में उन्नति और मान-सम्मान लाने वाला साबित हो सकता है।

मीन राशि

मीन राशि वालों की कुंडली में भद्र योग का निर्माण सातवें भाव  (विवाह, साझेदारी और सार्वजनिक संबंधों का घर) में हो रहा है, जो इसे बहुत ही शुभ और फलदायी बनाता है। यह योग मीन राशि के जातकों को व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन दोनों में सफलता और तरक्की दिला सकता है। करियर और व्यापार के लिहाज से यह समय बहुत अच्छा रहेगा। जो लोग व्यवसाय में हैं, उन्हें नई डील्स से अच्छा मुनाफा होगा और व्यापार विस्तार के बेहतरीन अवसर मिलेंगे। 

जो लोग नौकरी की तलाश में हैं, उनके लिए यह समय नई नौकरी पाने का है, और जो पहले से कार्यरत हैं, उन्हें पदोन्नति (प्रमोशन) मिलने की संभावना है। छात्रों के लिए भी यह समय प्रतियोगी परीक्षाओं में शानदार परिणाम लाने वाला साबित होगा। कुल मिलाकर इस योग के प्रभाव से मीन राशि वालों की आर्थिक स्थिति में अच्छा सुधार होगा और जीवन में नई सकारात्मक दिशा दिखाई देगी।

 सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. बुध किस राशि में उच्च माने जाते हैं?

कन्या राशि में

2. मंगल किस राजयोग को जन्म देता है?

रूचक राजयोग

3. बुध द्वारा निर्मित कोई अन्य राजयोग?

शुक्र के साथ लक्ष्मी नारायण राजयोग