शारदीय नवरात्रि 2025 नवमी पर कन्याओं को दें ये विशेष भेंट, जीवन से दूर होंगी सारी बाधाएं!
शारदीय नवरात्रि2025 नवमी:शारदीय नवरात्रि सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो भक्तों के लिए आस्था, भक्ति और शक्ति साधना का अनोखा संगम माना जाता है। नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा अर्चना करने के बाद दशमी तिथि को नवरात्रि का समापन होता है।
वर्ष 2025 में शारदीय नवरात्रि का अंतिम दिन विशेष महत्व रखता है क्योंकि इसे विजय और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस दिन मां दुर्गा के आशीर्वाद से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं और साधक को सुख-समृद्धि, सफलता और शांति का वरदान प्राप्त होता है।
अंतिम दिन का महत्व केवल देवी पूजा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इस दिन कन्या पूजन और भेंट का भी विशेष प्रावधान है। मान्यता है कि छोटी कन्याओं में मां दुर्गाका स्वरूप निहित होता है, उन्हें भोजन कराना और उपहार भेंट करना अत्यंत शुभ फलदायी माना जाता है।
ऐसा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होकर साधक की झोली खुशियों से भर देती हैं और उनके जीवन से दरिद्रता दुख और नकारात्मकता का अंत होता है।
इसके साथ ही नवरात्रि के अंतिम दिन किए गए विशेष उपाय और पूजन विधियां हर प्रकार की मनोकामना की सिद्धि का मार्ग खोलती हैं।
चाहे संतान सुख की इच्छा हो, विवाह संबंधी बाधाएं हों या आर्थिक संकट, इस दिन सच्चे मन से की गई पूजा और कन्या पूजन सबका समाधान ला सकती है। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं शारदीय नवरात्रि 2025 के नौवें दिन के बारे में ख़ास बातें।
शारदीय नवरात्रि 2025 नवमी की शुरुआत
यह दिन मां सिद्धिदात्री को समर्पित होता है। मां के नाम का अर्थ देखें तो सिद्धि का मतलब होता है आध्यात्मिक शक्ति और धात्री मतलब होता है देने वाली।
ऐसे में सिद्धि देने वाले देवी को सिद्धिदात्री देवी कहते हैं। इस 01 अक्टूबर को महानवमी मनाई जाएगी। आइए जानते हैं इस दिन के पूजा मुहूर्त के बारे में।
नवमी तिथि प्रारम्भ: सितम्बर 30, 2025 को 06 बजकर 07 मिनट से
शारदीय नवरात्रि 2025 नवमी: मां सिद्धिदात्री का स्वरूप
नवरात्रि के नौवें और अंतिम दिन मां दुर्गा के नवम स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की जाती है। सिद्धिदात्री नाम का अर्थ है सिद्धियां देने वाली माता। मान्यता है कि मां सिद्धिदात्री अपने भक्तों को अष्ट सिद्धियां और नव निधियां प्रदान करती हैं।
मां का स्वरूप अत्यंत ही दिव्य और मनमोहक है। इनके चार भुजाएं हैं, जिनमें वे कमल, गदा, शंख और चक्र धारण किए रहती हैं। मां श्वेत वस्त्रों से अलंकृत रहती है और उनका वाहन सिंह है। हालांकि कहीं-कहीं इन्हें कमलासन पर विराजमान भी बताया गया है।
उनका शरीर उज्ज्वल आभा से दमकता है और चेहरा शांत, करुणामय और सौम्यता से भरा हुआ दिखाई देता है। मां सिद्धिदात्री की आराधना से भक्त को भौतिक सुख-सुविधाओं के साथ-साथ आध्यात्मिक उत्थान का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
वे साधक को अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व जैसी सभी सिद्धियां प्रदान करती हैं। मां का यह स्वरूप हमें यह प्रेरणा देता है कि सच्चे मन और विश्वास से की गई भक्ति जीवन में हर प्रकार की सफलता और सिद्धि दिला सकती है।
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शारदीय नवरात्रि 2025 नवमी: महत्व
शारदीय नवरात्रि का नौवां दिन अत्यंत ही पवित्र और शुभ माना जाता है। इस दिन मां दुर्गा के नवम स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की जाती है, जिन्हें सभी सिद्धियों और शक्तियों की देवी कहा जाता है। नौवां दिन नवरात्रि का अंतिम दिन होता है और इसे पूर्णता तथा सिद्धि प्राप्ति का प्रतीक माना गया है।
मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से मां सिद्धिदात्री की आराधना करने पर भक्त को भौतिक जीवन की सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है।
इस दिन कन्या पूजन और कन्याओं को भोजन कराने का विशेष महत्व बताया गया है। नौवीं तिथि पर श्रद्धा से किए गए कन्या पूजन से मां दुर्गा विशेष रूप से प्रसन्न होती हैं और साधक को सौभाग्य, धन, स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करती हैं।
इसलिए शारदीय नवरात्रि का यह अंतिम दिन केवल देवी पूजन का दिन नहीं है, बल्कि यह भक्ति, साधना, दान और सिद्धियों की प्राप्ति का अद्भुत संगम भी है।
शारदीय नवरात्रि 2025 नवमी: प्रिय भोग , मंत्र, रंग
मां सिद्धिदात्री का प्रिय भोग
नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री के नारियल और तिल से बने व्यंजन अति प्रिय माने जाते हैं। भक्त इस दिन नारियल, हलुआ-पुरी, चने और खीर का भोग लगाते हैं। मान्यता है कि इससे मां जल्द प्रसन्न होकर भक्त को अपनी दिव्य सिद्धियां और वरदान प्रदान करती हैं।
मां सिद्धिदात्री का प्रिय रंग
मां सिद्धिदात्री का प्रिय रंग बैंगनी है। इस दिन बैंगनी या नीले रंग के वस्त्र पहनना और इस रंग के पुष्प अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह रंग आध्यात्मिक मां सिद्धिदात्री शक्ति, स्थिरता और सफलता का प्रतीक है।
पूजन मंत्र
मां सिद्धिदात्री की पूजा के समय इस मंत्र का जप करना अत्यंत फलदायी माना जाता है:
ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः।
इस मंत्र का श्रद्धा और भक्ति से जाप करने से जीवन की सभी बाधाएँ दूर होती हैं और आत्मबल बढ़ता है।
शारदीय नवरात्रि 2025 नवमी: मां सिद्धिदात्री की कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में एक ब्राह्मण दंपत्ति था, जिनके घर निसंतान होने के कारण वे बहुत दुखी रहते थे। वे नवरात्रि में प्रतिदिन मां दुर्गा की उपासना करते और कन्याओं का पूजन करते थे।
वर्षों तक श्रद्धा और भक्ति के साथ इस विधि को करने के बाद उनकी मनोकामना पूर्ण हुई और उन्हें संतान की प्राप्ति हुई। तभी से यह मान्यता बन गई कि नवरात्रि में कन्या पूजन करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और सभी इच्छाएं पूरी करती हैं।
एक अन्य कथा के अनुसार, जब महिषासुर के आतंक से देवता परेशान थे, तब मां दुर्गा ने उसका वध किया। युद्ध के बाद सभी देवताओं ने मां से कहा कि वे मनुष्यों के घर-घर में सदैव पूजी जाएं और अपने भक्तों की रक्षा करें।
मां दुर्गा ने वरदान दिया कि नवरात्रि के समय यदि भक्त कन्याओं का पूजन करेंगे और उन्हें भोजन कराएंगे, तो वे स्वयं उन कन्याओं के रूप में उनके घर विराजमान होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगी। इसी कारण नवरात्रि के अष्टमी औऱ नवमी तिथियों को कन्या पूजन और कन्या भोज करना सबसे पवित्र और फलदायी माना जाता है।
शारदीय नवरात्रि 2025 नवमी: राशि अनुसार दें कन्याओं को उपहार
मेष राशि
मेष राशि के लिए लाल चुनरी, लाल चूड़ी या फल देना शुभ माना जाता है। इससे परिवार में ऊर्जा और सौभाग्य आता है।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए कन्याओं को सफेद वस्त्र, चांदी का सिक्का या दही शक्कर भेंट करना उत्तम है। इससे सुख-शांति और स्थिरता बढ़ती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए पेन, किताबें या हरी चूड़ियां देना बहुत शुभ है। इससे बुद्धि और शिक्षा में वृद्धि होती है।
कर्क राशि
कर्क राशि के लिए कन्याओं को दूध, सफेद मिठाई या चांदी का छोटा बर्तन भेंट करना शुभ रहेगा। इससे परिवार में सुख और संपन्नता बनी रहती है।
सिंह राशि
सिंह राशि के लिए पीले कपड़े, सोने जैसा दिखने वाला आभूषण (कृत्रिम भी हो सकता है) या गुड़ देना शुभ होता है। इससे मान-सम्मान और समृद्धि मिलती है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
शारदीय नवरात्रि 2025 नवमी कब है?
01 अक्टूबर को महानवमी मनाई जाएगी। इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा और कन्या पूजन किया जाता है।
नौवें दिन कौन सी देवी की पूजा होती है?
इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा होती है, जो सभी सिद्धियों और शक्तियों की दात्री मानी जाती हैं।
कन्या पूजन क्या किया जाता है?
कन्या पूजन में 2 से 10 वर्ष की कन्याओं को देवी का रूप मानकर भोजन और उपहार दिए जाते हैं। मान्यता है कि इससे मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में समृद्धि आती है।
शारदीय नवरात्रि 2025 आठवां दिन: मां दुर्गा के ये उपाय बनाएंगे बिगड़े काम
शारदीय नवरात्रि 2025 आठवां दिन: हर गुजरते दिन के साथ शारदीय नवरात्रि अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रही है और इसी के साथ इसकी धार्मिक और आध्यात्मिक महत्ता और भी गहरी होती जाती है। नवरात्रि के पूरे नौ दिन वैसे तो खास होते हैं, लेकिन सप्तमी, अष्टमी और नवमी की तिथियां विशेष महत्व रखती हैं।
इनमें से अष्टमी का दिन बेहद पावन माना जाता है, जिसे महाअष्टमी भी कहा जाता है। इस दिन भक्तजन माता दुर्गा के अष्टम स्वरूप की पूजा करते हैं और साथ ही कन्या पूजन का विशेष विधान भी करते हैं। मान्यता है कि अष्टमी पर किया गया कन्या पूजन न केवल माता की कृपा प्राप्त कराता है, बल्कि जीवन से कष्ट और संकट भी दूर करता है।
इस खास अवसर पर एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष लेख में हम आपको बताएंगे कि शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी तिथि पर किस देवी की आराधना की जाएगी, इस दिन का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा और कन्या पूजन करते समय किन बातों का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है।
तो चलिए बिना देरी किए विस्तार से जानते हैं शारदीय नवरात्रि 2025 आठवां दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
शारदीय नवरात्रि 2025 आठवां दिन: समय
इस दिन दुर्गा अष्टमी मनाई जाती है और मां महागौरी की पूजा करने का विधान है। अभिजीत मुहूर्त की बात करें तो इस दिन अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 47 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक होगी।
अष्टमी तिथि प्रारम्भ: सितम्बर 29, 2025 को शाम 04 बजकर 33 मिनट पर शुरू
अष्टमी तिथि समाप्त: सितम्बर 30, 2025 को शाम 06 बजकर 07 मिनट तक
शारदीय नवरात्रि 2025 आठवां दिन: मां महागौरी का स्वरूप
नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा के अष्टम स्वरूप मां महागौरी की पूजा की जाती है। उनका नाम ही उनके स्वरूप का परिचय देता है। महागौरी यानी अत्यंत गोरी, चमकदार और श्वेत वर्ण वाली। मां का शरीर हिम की तरह श्वेत और कोमल है, इसलिए इन्हें श्वेतवर्णा देवी भी कहा जाता है।
मां महागौरी का स्वरूप बेहद शांत, सौम्य और करुणामयी है। इनके चार भुजाएं हैं। दाहिने हाथ में त्रिशूल और अभयमुद्रा है, जबकि बाएं हाथों में डमरू और वरमुद्रा शोभित हैं।
मां नंदी बैल पर सवार रहती हैं, जो शक्ति और धर्म का प्रतीक है। इनका वस्त्र भी पूर्णतः श्वेत होता है, जिससे इन्हें श्वेताम्बरधरा कहा जाता है। मां महागौरी की आभा और तेज इतना प्रखर है कि उनके दर्शन मात्र से ही भक्त का मन पवित्र हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि महागौरी अपनी करुणा से भक्तों के सभी दुख, कष्ट और पाप का नाश कर देती हैं।
वे विवाह योग्य कन्याओं को उत्तम वर प्रदान करती हैं और पारिवारिक जीवन में सुख-समृद्धि लाती हैं। उनका स्वरूप एक ओर मां के सौम्य और शांत रूप को दर्शाता है, तो दूसरी ओर वे जीवन में अंधकार और अशुद्धियों का नाश करके उजाला और पवित्रता का मार्ग प्रशस्त करती हैं।
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शारदीय नवरात्रि 2025 आठवां दिन: पूजन विधि
पूजा स्थल पर कलश स्थापित करके हाथ में जल, चावल और फूल लेकर व्रत का संकल्प करें। मां से प्रार्थना करें कि वे आपके जीवन से सभी दुख, दरिद्रता और पापों का नाश करें।
मां महागौरी की तस्वीर या प्रतिमा को पूजन स्थान पर स्थापित करें। उनके सामने दीपक जलाएं और धूप-दीप अर्पित करें।
मां को गंगाजल, कच्चा दूध, शहद, दही और जल से स्नान कराएं। इसके बाद मां को चंदन, अक्षत, पुष्प, रोली और सिंदूर अर्पित करें
मां महागौरी को नारियल, मिश्री, सफेद रंग की मिठाई, खीर और गाय का दूध विशेष प्रिय है। पूजा में इन्हें भोग लगाना शुभ माना जाता है।
मां के पूजन के समय उनके बीज मंत्र का जाप करें “ॐ देवी महागौर्यै नमः।” इस मंत्र का जाप 108 बार करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
पूजा के अंत में मां महागौरी की आरती करें। उन्हें पुष्प अर्पित करें और प्रार्थना करें कि वे आपके जीवन से नकारात्मकता, दरिद्रता और रोग-शोक का अंत करें और पवित्रता, शांति व सुख-समृद्धि प्रदान करें।
इसके बाद महाअष्टमी या नवमी के दिन विशेष रूप से कन्या पूजन करने की परंपरा है। नौ कन्याओं को घर बुलाकर उन्हें पूजन, भोजन और वस्त्र देकर सम्मानित करना मां महागौरी को अत्यंत प्रिय है।
शारदीय नवरात्रि 2025 आठवां दिन: कथा
दुर्गा मां का आठवां रूप महागौरी है। इनका स्वरूप अत्यंत ही दिव्य, कोमल और तेजस्वी है। मां का वर्ण चांद की तरह उज्जवल और गोरा है। यही कारण है कि इनका नाम महागौरी पड़ा। पौराणिक कथा के अनुसार, भगवती पार्वती ने भगवान शंकर को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी।
उन्होंने हिमालय पर कई वर्षों तक घोर कठिन तप किया। तपस्या इतनी कठिन थी कि उन्होंने धूप, वर्षा आंधी, तूफान और बर्फबारी सब कुछ सहा।
कई सालों तक बिना भोजन-पानी के रहकर कठोर तप करने के कारण उनका शरीर काला और मलिन हो गया। उनकी इस दशा को देखकर भगवान शिव प्रसन्न हुए और उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया।
भगवान शिव ने गंगा जी के पवित्र जल से जब मां पार्वती को स्नान कराया तब उनका रंग अत्यंत गोरा, उज्जवल और दिव्य हो गया तभी से वे महागौरी के नाम से जानी जाने लगीं।
मां महागौरी के नाम का अर्थ और महत्व बहुत ही गहन है। “महा” का अर्थ है महान या अत्यंत और “गौरी” का अर्थ है उज्ज्वल, गोरी या श्वेतवर्णा। इस प्रकार “महागौरी” का मतलब हुआ अत्यंत श्वेतवर्णा और दिव्य तेज वाली देवी। मां महागौरी का स्वरूप हिम के समान श्वेत और चंद्रमा के समान शांत व कोमल माना गया है।
उनका यह रूप निर्मलता, पवित्रता और शांति का प्रतीक है। नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा विशेष फलदायी होती है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि उनकी उपासना से भक्त के पाप नष्ट होते हैं और आत्मा शुद्ध होकर मोक्ष मार्ग की ओर अग्रसर होती है। मां महागौरी की कृपा से जीवन के कष्ट दुख और रोग दूर होते हैं और सुख-समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।
विवाह में बाधाएं दूर करने और दांपत्य जीवन में सुख- सौभाग्य प्राप्त करने के लिए भी इनकी साधना अत्यंत प्रभावी मानी गई है। मां महागौरी को करुणा और ममता की मूर्ति कहा जाता है।
उनकी कृपा से भक्त का जीवन प्रकाशमय होता है, अंधकार दूर होता है और उसे मानसिक शांति, भौतिक सुख तथा आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। इसी कारण मां महागौरी का नाम औऱ पूजा दोनों ही भक्तों के लिए अत्यंत कल्याणकारी और मंगलदायी माने गए हैं।
शारदीय नवरात्रि 2025 आठवां दिन : पूजा मंत्र- भोग- और शुभ रंग
मां महागौरी का पूजन मंत्र
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। इन्हें प्रसन्न करने के लिए यह मंत्र विशेष फलदायी माना गया है:
“ॐ देवी महागौर्यै नमः”
इस मंत्र का श्रद्धापूर्वक जप करने से साधक के सभी पाप नष्ट होते हैं और जीवन में शांति, सुख और सौभाग्य का आगमन होता है।
मां महागौरी को शुद्धता और सादगी का प्रतीक माना गया है। उन्हें पूजन के समय नारियल, हलवा, पूड़ी और सफेद रंग की मिठाई जैसे पुए-खीर का भोग लगाना शुभ फल देने वाला लेता है। मान्यता है कि इस दिन मां को भोग लगाने से भक्त को जीवन में समृद्धि, स्वास्थ्य और मानसिक शांति प्राप्त होती है। साथ ही कन्या पूजन करने पर मां विशेष कृपा बरसाती है।
मां महागौरी का शुभ रंग
मां महागौरी का रंग श्वेत है और इसलिए उन्हें सफेद रंग विशेष प्रिय है। भक्तों को इस दिन वस्त्र पहनकर पूजा करनी चाहिए। सफेद रंग निर्मलता, पवित्रता और शांति का प्रतीक माना जाता है। इस रंग से मां को प्रसन्न करना अत्यंत सरल होता है और जीवन में सुख-समृद्धि व सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।
शारदीय नवरात्रि 2025 आठवां दिन: राशि अनुसार उपाय
मेष राशि
मां महागौरी को लाल फूल और गुड़ का भोग लगाएं। इस उपाय से करियर में सफलता और आत्मविश्वास बढ़ेगा।
वृषभ राशि
गाय को हरा चारा खिलाएं और मां को खीर का भोग लगाएं। इससे पारिवारिक सुख और आर्थिक लाभ होगा।
मिथुन राशि
मां को पान के पत्ते और नारियल अर्पित करें। यह उपाय आपके वैवाहिक जीवन और रिश्तों में मिठास लाएगा।
कर्क राशि
सफेद वस्त्र पहनकर मां को दूध से बनी मिठाई अर्पित करें। इससे स्वास्थ्य लाभ होगा और मानसिक शांति मिलेगी।
सिंह राशि
मां को लाल चुनरी और मिठाई का भोग चढ़ाएं। इस उपाय से मान-सम्मान बढ़ेगा और समाज में प्रतिष्ठा मिलेगी।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों को मां को मिश्री और साबुत चावल अर्पित करें। यह उपाय शिक्षा, करियर और बुद्धि में प्रगति दिलाएगा।
तुला राशि
सुगंधित अगरबत्ती जलाकर मां को अर्पित करें और खीर का भोग लगाएं। इससे दांपत्य जीवन और रिश्तों में सामंजस्य रहेगा।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. शारदीय नवरात्रि के आठवें दिन किस देवी की पूजा होती है?
आठवें दिन मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप की पूजा की जाती है।
2. मां महागौरी का स्वरूप कैसा है?
मां महागौरी का रंग चांदनी की तरह सफेद है। वे सफेद वस्त्र धारण करती हैं।
3. मां महागौरी की पूजा का महत्व क्या है?
माना जाता है कि उनकी पूजा से जीवन की समस्त परेशानियां दूर होती हैं, विवाह में आ रही बाधाएं समाप्त होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
मासिक अंक फल अक्टूबर 2025: जानें इस महीने किसके खुलेंगे किस्मत के सितारे
मासिक अंकफल अक्टूबर 2025: अंक ज्योतिष के अनुसार अक्टूबर का महीना साल का दसवां महीना होने के कारण अंक 1 का प्रभाव लिए होता है। यानी कि इस महीने पर सूर्य ग्रह का अधिक प्रभाव रहने वाला है।
आपको बता दें कि इस साल का अंक 9 है, ऐसे में अक्टूबर 2025 के महीने पर सूर्य के अलावा मंगल का भी प्रभाव रहने वाला है। हालांकि मूलांक के अनुसार अलग-अलग लोगों पर सूर्य और मंगल का अलग-अलग असर पड़ेगा लेकिन अक्टूबर 2025 का महीना सामान्य तौर पर सत्तारूढ़ दलों के विरोध, शासन प्रशासन की कार्यशैली से असंतोष और स्वास्थ्य आदि से संबंधित मामलों के लिए विशेष रह सकता है।
स्त्रियों से संबंधित कुछ एक मामलों के लिए भी महीना उल्लेखनीय रह सकता है। आइए जानते हैं कि आपके मूलांक के लिए अक्टूबर 2025 का महीना कैसा रहेगा।
मूलांक 1
यदि आप किसी महीने की 1, 10, 19 या फिर 28 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 1 होगा और मूलांक 1 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 2,9,1,6 और 9 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने अंक 6 के अलावा बाकी सभी अंक आपके फेवर में नजर आ रहे हैं। अत: इस महीने आपको काफी अच्छे परिणाम मिलने की संभावनाएं हैं।
सिर्फ अंक 6 से संबंधित मामलों में सावधानी के साथ निर्वाह करने की आवश्यकता रहने वाली है। जैसे कि घर गृहस्थी के मामले में कोई लापरवाही नहीं बरतनी है। स्त्रियों से संबंधित मामले में भी कोई लापरवाही नहीं बरतनी है। विशेषकर जिनकी बॉस कोई स्त्री है उन्हें महीने के पहले पक्ष में बहुत ही सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहने वाली है।
यदि इन मामलों को आपने संभाल लिया तो बाकी के मामलों में काफी अच्छे परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं। इस महीने आप न केवल पद प्रतिष्ठा प्राप्त कर सकेंगे बल्कि संबंधों के लिए भी समय निकालकर अपने संबंधों को और मजबूत कर सकेंगे।
भाई बंधुओं और परिजनों के साथ आपके संबंध और अच्छे हो सकेंगे। साझेदारी के कामों में भी आपको अच्छे परिणाम मिल सकेंगे। धैर्य के साथ काम करते रहने की स्थिति में आप इस महीने विभिन्न मामलों में अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में अपनी सामर्थ्य के अनुसार बुजुर्ग स्त्रियों को वस्त्र भेंट कर उनका आशीर्वाद लें।
मूलांक 2
यदि आप किसी महीने की 2, 11, 20 या फिर 29 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 2 होगा और मूलांक 2 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 3,9,1,6 और 9 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि अंक 9 के अलावा बाकी के सभी अंक या तो आपके फेवर में हैं या फिर आपके लिए औसत परिणाम देते हुए प्रतीत हो रहे हैं।
ऐसे में इस महीने 9 से संबंधित मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। अर्थात भूमि और भवन आदि से संबंधित मामलों में बहुत जागरुक होकर काम लेने की जरूरत रहेगी। वहीं किसी से कोई विवाद चल रहा हो तो उसे मामले में शांति के साथ आगे बढ़ना समझदारी का काम होगा। विशेषकर भाई बंधुओं के साथ संबंधों को मेंटेन करने की बहुत जरूरत रहने वाली है।
यदि आपने इन मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह कर लिया तो फिर बाकी के मामलों में परिणाम सामान्य तौर पर अच्छे ही रहेंगे। सामाजिक मामलों में इस महीने आप काफी अच्छा कर सकेंगे। आपकी मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
सोशल सर्कल और बढ़ेगा। यदि आप किसी तरह का कोई क्रिएटिव काम करते हैं तो उसे मामले में भी आप अच्छा कर सकेंगे। मित्रों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही साथ आप इस महीने मित्रों के चहेते रह सकते हैं।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में शिवलिंग पर केसर मिले हुए जल से अभिषेक करना शुभ रहेगा।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
मूलांक 3
यदि आप किसी महीने की 3,12, 21 या फिर 30 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 3 होगा और मूलांक 3 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 4,9,1,6 और 9 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने या तो अंक आपके लिए मिला जुला या फिर आपके लिए थोड़े से कमजोर परिणाम दे सकते हैं।
इसके बावजूद भी आपको किसी भी मामले में जरा भी लापरवाह नहीं होना है। वैसे तो अंक 3 के स्वामी अर्थात बृहस्पति और अंक 4 के स्वामी अर्थात राहु के बीच अच्छे संबंध नहीं माने गए हैं लेकिन अंक ज्योतिष के जानकार इन दोनों के बीच न्यूट्रल लेवल के संबंध मानते हैं। यही कारण है कि अंक 4 न तो आपकी मदद करना चाह रहा है और न ही आपके विरोध जा पाएगा। अतः आप अपनी मेहनत और अनुभव के आधार पर काम करते हुए आगे बढ़ सकेंगे।
इस महीने आपको स्वयं को अनुशासित रखने की आवश्यकता रहने वाली है। विशेषकर आपने जीवन के जो कुछ नियम बनाए हैं; किसी के बहकावे में आकर अथवा किसी मजबूरी के तहत कम से कम इस महीने उन नियमों को नहीं तोड़ना है। क्योंकि इस महीने हो सकता है कि नियम भी टूट जाएं और काम भी न बनें।
तो बेहतर होगा स्वयं को अनुशासित बनाए रखें। अपने अनुभवों के आधार पर काम करते रहें। जिससे कि आप अपने निर्वाह के अनुरूप उपलब्धियां प्राप्त करते रहें। यह महीना आपसे अधिक मेहनत लेगा लेकिन मेहनत के परिणाम भी आपको मिल जाएंगे और अनुशासित रहने की स्थिति में आप हर तरह की नकारात्मकता को भी रोक सकेंगे।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में माथे पर नियमित रूप से हल्दी का टीका लगाएं।
मूलांक 4
यदि आप किसी भी महीने की 4,13, 22 या फिर 31 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 4 होगा और मूलांक 4 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 5,9,1,6 और 9 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने सबसे ज्यादा प्रभाव डालने वाला अंक 5 आपके फेवर में है लेकिन बाकी के अंक आपके लिए या तो न्यूट्रल हैं या फिर आपके विरोध में कहे जाएंगे।
हालांकि, इस महीने अंक 5 की सबसे ज्यादा चलने वाली है। यही कारण है कि आप सावधानीपूर्वक काम लेते हुए चाहे गए परिवर्तन को कर सकेंगे। हांलाकि यात्रा में कुछ व्यवधान रहेगा लेकिन व्यवधान के बाद यात्राएं सफल भी रहेंगी। बीच-बीच में मन खिन्न होगा लेकिन आमोद प्रमोद और मनोरंजन के साधन भी मिल जाने के कारण आप सामान्य लेवल पर आ सकेंगे।
यदि आपने योजनाबद्ध तरीके से काम किया तो स्वयं को विस्तार देने का मौका भी इस महीने आपको मिल सकता है लेकिन शासन प्रशासन से जुड़े मामलों में बहुत ही समझदारी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। नियम कायदे कानून का पालन बहुत जरूरी रहेगा। ऐसा न करने की स्थिति में शासन या प्रशासन से संबंधित व्यक्ति आपके विरोध में हो सकते हैं। जिसके परिणाम भी नकारात्मक रह सकते हैं।
इसके अलावा महीने के पहले हिस्से में स्त्रियों से संबंधित मामलों में सावधानीपूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। इन कुछ जरूरी मामलों में सावधानी रखने की स्थिति में बाकी के मामलों में सामान्य तौर पर परिणाम अच्छे रह सकेंगे।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में नियमित रूप से गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।
यदि आप किसी भी महीने की 5, 14 या फिर 23 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 5 होगा और मूलांक 5 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 6,9,1,1,6 और 9 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि अक्टूबर महीने के द्वारा मिलने वाला अंक 1 आपके फेवर में है। क्योंकि इस महीने अंक 1 दो बार आ रहा है।
इस कारण से यह महीना आपके विरुद्ध काम नहीं करेगा लेकिन दो ही बार आने वाला अंक 9 आपके फेवर में नहीं है। वहीं दो बार आने वाला अंक 6 आपके लिए न्यूट्रल है। तो इस तरह से हम कह सकते हैं कि यह महीना थोड़ा सा उतार-चढ़ाव भरा रह सकता है। एक ओर जहां कुछ नुकसान या कमियां देखने को मिलेंगी तो वहीं जल्दी ही उन सब की रिकवरी भी हो सकेगी।
इस उतार चढ़ाव के कारण जीवन में कुछ एक्स्ट्रा प्रेशर रह सकता है लेकिन अंतत: परिणाम संतोषप्रद रहने की भी अच्छी संभावनाएं हैं। विशेषकर घर गृहस्थी से जुड़े मामलों में इस महीने आप कुछ अच्छी उपलब्धियां प्राप्त कर सकेंगे, जरूरी सामान घर ला सकेंगे। परिजनों को प्रसन्नता देने वाले इंतजामात भी कर सकेंगे।
यदि उम्र विवाह की है और विवाह की बात कहीं चल रही है तो उस मामले में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। प्रेम संबंधों में भी सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भी क्रोध और अत्यधिक जोश से बचने की जरूरत रहेगी। दांपत्य जीवन में भी क्रोध इत्यादि से बचाव करने की स्थिति में अच्छा आनंद देखने को मिलेगा।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में कन्याओं को मखाने की सुगंधित खीर खिलाएं और उनका आशीर्वाद लें।
मूलांक 6
यदि आप किसी भी महीने की 6, 15 या फिर 24 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 6 होगा और मूलांक 6 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 7,9,1,1,6 और 9 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि यह महीना आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। इस महीने सबसे ज्यादा प्रभाव डालने वाला अंक 7 आपके लिए न्यूट्रल है। वहीं अंक 9 जो कि दो बार आ रहा है, जिसका प्रभाव महीने के दूसरे हिस्से में ज्यादा रहेगा।
वह आपके लिए शत्रुवत व्यवहार कर सकता है। जबकि दो बार आने वाला अंक 1 आपके लिए न्यूट्रल है। बस फ़ेवर में है तो अंक 6, जिसका प्रभाव महीने के पहले हिस्से में अधिक देखने को मिलेगा। अतः इस महीने से आप मिले-जुले परिणाम की उम्मीद रख सकते हैं लेकिन महीने का पहला पक्ष ज्यादा अच्छा कहा जाएगा।
ऐसे में महत्वपूर्ण और जरूरी कामों को महीने के पहले हिस्से में संपन्न कर लेना ज्यादा अच्छा रहेगा। हालांकि यह महीना सच्चाई ढूंढने में आपकी मदद करेगा। अर्थात कौन सी चीज अच्छी है कौन सी चीज है खराब है, कौन सा व्यक्ति अच्छा है और कौन सा व्यक्ति अच्छा होने का दिखावा कर रहा है, इन तमाम मामलों में इस महीने आपका अनुभव काफी बड़े लेवल का रहेगा।
धर्म और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी इस महीने को सामान्य तौर पर अच्छा कहा जाएगा। तो इस तरह से आप सावधानीपूर्वक निर्वाह करते हुए इस महीने मिले-जुले किंतु औसत लेवल के परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। इसके बावजूद भी बेवजह के क्रोध और गुस्से से बचने की स्थिति में परिणाम और भी अच्छे रह सकते हैं।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में गुरुवार के दिन मंदिर में चने की दाल का दान करना शुभ रहेगा।
यदि आप किसी भी महीने की 7, 16 या फिर 25 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 7 होगा और मूलांक 7 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 8,9,1,1,6 और 9 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने अंक 8 और अंक 6 सामान्य तौर पर आपके साथ मित्रवत व्यवहार करते हुए देखे जाएंगे, यानी कि आपको फायदा पहुंचा सकते हैं।
वहीं अंक एक आपके लिए न्यूट्रल है जबकि अंक 9 आपके लिए शत्रुवत व्यवहार कर सकता है। यानी कि नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि 9 का प्रभाव महीने के दूसरे महीने में अधिक रहेगा। ऐसे में महीने का पहला हिस्सा आपको ज्यादा अच्छे परिणाम दे सकता है। अंक 8 के प्रभाव के चलते आप आर्थिक मामलों में इस महीने काफी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।
व्यापार व्यवसाय से जुड़े मामलों में सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम प्राप्त किए जा सकेंगे। व्यापार व्यवसाय या काम में कोई नया प्रयोग भी आप कर सकते हैं और सामान्य तौर पर वह प्रयोग सफल भी रह सकता है।
नए कामों की शुरुआत करने में भी यह महीना आपके लिए मददगार हो सकता है। यद्यपि इस पूरे महीने ही आपको जल्दबाजी और क्रोध से बचने की आवश्यकता रहेगी लेकिन फिर भी अंक 9 के प्रभाव को देखते हुए महीने के दूसरे हिस्से में यथा संभव क्रोध से बचाना है। विवादास्पद स्थितियों से बचना है, जिससे कि परिणाम और भी अच्छे रह सकें।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में किसी गरीब को कंबल दान करना शुभ रहेगा।
मूलांक 8
यदि आप किसी भी महीने की 8, 17 या फिर 26 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 8 होगा और मूलांक 8 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 9,9,1,1,6 और 9 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी यह महीना सामान्य तौर पर आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है।
तीन बार रिपीट होने वाला अंक 9 आपके लिए न्यूट्रल है। तो वहीं दो बार आने वाला अंक 1 आपके लिए शत्रुवत है जबकि अंक 6 भी आपके लिए न्यूट्रल परिणाम दे सकता है। अत: महीना आपको मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। फिर भी अंक 1 की उपस्थिति को देखते हुए इस महीने शासन प्रशासन से संबंधित मामलों में किसी भी तरीके के लापरवाही नहीं बरतनी है।
कोर्ट, कचहरी से जुड़े मामलों में भी किसी भी प्रकार की मिलावट नहीं करनी है। अर्थात नियम, कायदे, कानून का पूरी निष्ठा के साथ पालन करना है। जिससे आपको कोई भी गिल्टी न पा सके। बाकी मामलों में सामान्य तौर पर परिणाम औसत लेवल के रह सकते हैं।
अंक 9 की उपस्थिति इस बात का संकेत कर रही है कि आपके भीतर अच्छी ऊर्जा देखने को मिलेगी। यही कारण कि आप अपने पेंडिंग पड़े हुए कामों को कंप्लीट कर सकेंगे। अर्थात यह महीना आपको संपूर्णता की ओर ले जाएगा। भाई बंधुओं और मित्रों का सहयोग मिल जाने के कारण भी आप इस महीने कॉन्फिडेंट फील करेंगे और अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। इन सबके बावजूद भी अनुशासन का पालन, मर्यादा का पालन जरूरी रहेगा।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ रहेगा।
यदि आप किसी भी महीने की 9,18 या फिर 27 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 9 होगा और मूलांक 9 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 1,9,1,1,6 और 9 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने सिर्फ और सिर्फ अंक 6 ही आपके विरुद्ध नजर आ रहा है, ऐसे में महीने के पहले हिस्से में स्त्रियों से संबंधित मामलों में अथवा घर गृहस्थी से संबंधित मामलों में या फिर प्रेम प्रसंग इत्यादि से संबंधित मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतनी है। बाकी के मामलों में महीना भले ही औसत लेवल के परिणाम दे लेकिन आपके भीतर की अच्छी ऊर्जा परिणामों को औसत से बेहतर करवाने में भी मददगार बन सकती है।
किसी नए काम की शुरुआत का मामला हो या फिर नए लोगों से मिलना; लगभग हर मामले में यह महीना आपके लिए मददगार बनेगा। आप कुछ नयापन महसूस कर सकेंगे। यही कारण है कि ताजगी भरे मूड में आप अच्छे कामों को संपन्न भी कर सकेंगे। शासन प्रशासन से जुड़े मामलों में भी इस महीने आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
पिता से संबंधित मामलों में भी अच्छे परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं। इसके अलावा पिता तुल्य व्यक्तियों का भी स्नेह और मार्गदर्शन आपको इस महीने पर्याप्त मात्रा में मिल सकेगा, जिसके सकारात्मक परिणाम भी आपको देखने को मिल सकते हैं।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में नियमित रूप से सूर्य भगवान को कुमकुम मिला हुआ जल चढ़ाना शुभ रहेगा।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. नंबर 2 के लिए अक्टूबर 2025 कैसा है?
इस महीने भूमि और भवन आदि से संबंधित मामलों में बहुत जागरूक होकर काम लेने की जरूरत रहेगी।
प्रश्न 2. 2025 का स्वामी कौन है?
2025 का स्वामी मंगल है।
प्रश्न 3. 6 नंबर का स्वामी कौन है?
मूलांक 6 का स्वामी शुक्र ग्रह है।
महाष्टमी और महानवमी से सजा ये सप्ताह, देवी दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए रहेगा शुभ!
साप्ताहिक राशिफल 29 सितंबर से 05 अक्टूबर 2025: एस्ट्रोसेज एआईसाप्ताहिक राशिफल के इस विशेष ब्लॉग को आपके लिए लेकर आया है जिसके अंतर्गत आपको सितंबर 2025 के पांचवें और अंतिम सप्ताह यानी कि 29 सितंबर से 05 अक्टूबर, 2025 से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्राप्त होगी।
सितंबर के इस हफ़्ते में प्रवेश करने के साथ ही हम वर्ष 2025 के दसवें महीने अक्टूबर में कदम रख देंगे। इसके साथ ही साल 2025 हमसे विदा लेने से सिर्फ़ दो कदम दूर रह जाएगा। ऐसे में, राशि चक्र की सभी 12 राशियों को यह सप्ताह कैसे परिणाम देगा और उन्हें जीवन के भिन्न-भिन्न आयामों जैसे करियर, व्यापार, प्रेम, विवाह आदि क्षेत्रों में किन समस्याओं का सामना करना होगा।
साथ ही, इस दौरान होने वाले ग्रहों के गोचर आपकी राशि के लिए रहेंगे शुभ या अशुभ? ग्रहों के दुष्प्रभाव से कैसे बचें? आपको बता दें कि हमारा साप्ताहिक राशिफल का यह ब्लॉग एस्ट्रोसेज के अनुभवी एवं विद्वान ज्योतिषियों द्वारा ग्रहों की दशा, स्थिति और चाल के आधार पर तैयार किया गया है जो कि पूर्ण रूप से वैदिक ज्योतिष पर आधारित है।
सिर्फ़ इतना ही नहीं, साप्ताहिक राशिफल के इस ब्लॉग के माध्यम से हम अपने पाठकों को सितंबर 2025 के आख़िरी सप्ताह (29 सितंबर से 05 अक्टूबर, 2025) के दौरान पड़ने वाले व्रत-त्योहार और होने वाले ग्रहण-गोचर के बारे में भी बताएंगे।
साथ ही, इस सप्ताह कौन-सी मशहूर हस्तियों का जन्मदिन आता है, इससे भी हम आपको अवगत करवाएंगे। तो आइए बिना देर किए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की और राशि अनुसार जान लेते हैं कि सितंबर 2025 का यह अंतिम सप्ताह आपके जीवन में क्या कुछ बड़े बदलाव लेकर आएगा।
साप्ताहिक राशिफल के ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू कैलेंडर की गणना
आगे बढ़ने से पहले जान लेते हैं इस सप्ताह का हिंदू पंचांग, तो सितंबर 2025 का यह अंतिम सप्ताह ज्येष्ठा नक्षत्र के तहत शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि अर्थात 29 सितंबर 2025 को शुरू होगा। वहीं, इस हफ्ते का समापन पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के अंतर्गत शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि अर्थात 05 अक्टूबर 2025 को होगा।
हिंदू धर्म के हर सप्ताह की तरह इस हफ्ते में कई तरह के व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे जिससे इस सप्ताह का महत्व कई गुना बढ़ जाएगा। तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि 29 सितंबर से 05 अक्टूबर 2025 के बीच मनाए जाने वाले व्रत-त्योहारों के बारे में।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहार
आजकल की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में इंसान इतना व्यस्त हो गया है कि वह अक्सर महत्वपूर्ण व्रत और त्योहारों की तिथियां भूल जाता है। ऐसे हालातों का सामना आपको न करना पड़े, इसलिए यहां हम आपको सितंबर 2025 के इस हफ़्ते में मनाए जाने वाले व्रत-त्योहार की सही तिथियां प्रदान कर रहे हैं ताकि आपसे कोई महत्वपूर्ण दिन चूक न जाए।
साथ ही, आप हर त्योहार को खुशी-ख़ुशी मना सकें। चलिए अब नज़र डालते हैं इस सप्ताह के तीज-त्योहारों पर।
नवपत्रिका पूजा (29 सितंबर 2025, सोमवार): जैसे कि हम सभी जानते हैं कि सनातन धर्म में दुर्गा पूजा को महत्वपूर्ण माना जाता है। नौ दिनों तक चलने वाले शारदीय नवरात्रि में महा सप्तमी तिथि से दुर्गा पूजा की शुरुआत होती है और साथ ही, इस तिथि पर नवपत्रिका पूजन भी किया जाता है। बता दें कि नवपत्रिका को कलाबाऊ पूजा के नाम से भी जाना जाता है और इस पूजा को मुख्य रूप से असम, ओडिशा और बंगाल आदि राज्यों में नौ तरह की पत्तियों को मिलाकर किया जाता है। मान्यता है कि नवपत्रिका पूजा में उपयोग होने वाले नौ पत्तों में से हर पत्ता देवी के एक स्वरूप का प्रतिनिधित्व करता है।
दुर्गा महाष्टमी पूजा (30 सितंबर 2025, मंगलवार): शारदीय नवरात्रि का आठवां दिन हिन्दुओं के लिए विशेष मायने रखता है जिसे महा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। दुर्गा पूजा के अगले दिन महाष्टमी का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है और इस दिन कन्या पूजन भी किया जाता है। महाष्टमी पर देवी दुर्गा की पूजा महासप्तमी की तरह ही की जाती है। महाष्टमी के दिन महास्नान करवाने के बाद देवी दुर्गा की षोडशोपचार पूजा की जाती है।
दुर्गा महानवमी पूजा (01 अक्टूबर 2025, बुधवार): शारदीय नवरात्रि का नौवां दिन महानवमी के नाम से जाना जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों और दुर्गा पूजा का अंतिम दिन होता है। अष्टमी तिथि की तरह नवमी पर भी कन्या पूजन करने की परंपरा है। महानवमी तिथि माता सिद्धिदात्री को समर्पित होती है और इस दिन देवी की उपासना से उनकी कृपा प्राप्त होती है। साथ ही, महानवमी पर देवी दुर्गा की षोडशोपचार पूजा और उसके बाद हवन करने का विधान है।
दुर्गा विसर्जन (02 अक्टूबर 2025, गुरुवार): शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिन अर्थात दशमी तिथि का विशेष महत्व होता है क्योंकि इस दिन अनेक पर्व मनाए जाते हैं। इस अवसर पर शारदीय नवरात्रि समाप्त होने के साथ-साथ दुर्गा पूजा का भी समापन हो जाता है। साथ ही, दशमी तिथि पर दुर्गा विसर्जन किया जाता है। बता दें कि देवी दुर्गा के भक्त माँ को विदा करने के बाद अपना व्रत तोड़ते हैं और विजयदशमी का पर्व मनाते हैं।
दशहरा (02 अक्टूबर 2025, गुरुवार): दशहरा के त्योहार को विजयदशमी के नाम से जाना जाता है जो हिन्दुओं के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर सालअश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शारदीय नवरात्रि की दशमी तिथि पर भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण का वध किया था और अपने अर्धांगिनी सीता जी को रावण की कैद से मुक्त किया था। साथ ही, इस अवसर पर शस्त्र पूजन करने की परंपरा है।
शरद नवरात्रि पारणा (02 अक्टूबर 2025, गुरुवार): शारदीय नवरात्रि की अंतिम तिथि यानी कि आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को नवरात्रि पारण किया जाता है। बता दें कि पारण के साथ ही लगातार नौ दिनों तक चलने वाली शरद नवरात्रि समाप्त हो जाती है।
पापांकुशा एकादशी (03 अक्टूबर 2025, शुक्रवार): प्रत्येक वर्षशारदीय नवरात्रि के समाप्त होने के बाद और दशहरा के अगले दिन पापांकुशा एकादशी पड़ती है। पंचांग के अनुसार, अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पापांकुशा एकादशी के नाम से जाना जाता है और इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है। मान्यता है कि पापाकुंशा एकादशी का व्रत रखने और विष्णु जी की पूजा सच्चे मन से करने पर भक्त को धन-धान्य और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही, भक्त के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।
प्रदोष व्रत (शुक्ल) (04 अक्टूबर 2025, शनिवार): पंचांग के अनुसार, हर माह की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है और हर महीने में यह व्रत दो बार आता है। बता दें कि सप्ताह के अलग-अलग दिनों पर पड़ने वाले प्रदोष व्रत को भिन्न-भिन्न नामों से जाना जाता है जैसे सोम प्रदोष व्रत, भौम प्रदोष व्रत और शनि प्रदोष व्रत आदि। प्रदोष व्रत में भगवान शिव की उपासना की जाती है।
हम आशा करते हैं कि यह व्रत-त्योहार आपके जीवन में खुशियाँ और आशा की नई किरण लेकर आयेंगे।
वैदिक ज्योतिष में ग्रहण और गोचर को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इनका असर न सिर्फ़ मानव जीवन पर पड़ता है, बल्कि यह संसार को भी प्रभावित करने का सामर्थ्य रखते हैं। ऐसे में, हर इंसान के लिए ग्रहण और गोचर की जानकारी होना जरूरी होता है।
जहां ग्रह अपनी राशि और चाल में बदलाव करते हैं, तो वहीं ग्रहण के पहले और बाद में कुछ विशेष नियमों का पालन करना होता है इसलिए कब और किस समय ग्रहण और गोचर होने जा रहे हैं, इसके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए।
बात करें सितंबर 2025 के इस अंतिम सप्ताह (29 सितंबर से 05 अक्टूबर 2025) की, तो इस अवधि में एक ग्रह का गोचर होगा और एक ग्रह अपनी चाल में बदलाव करेगा। आइए अब नज़र डाल लेते हैं इस सप्ताह होने वाले ग्रहों के गोचर पर।
बुध का कन्या राशि में उदय (02 अक्टूबर 2025): ग्रहों के युवराज कहे जाने वाले बुध महाराज 02 अक्टूबर 2025 की शाम 05 बजकर 25 मिनट पर कन्या राशि में उदित होने जा रहे हैं जिसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर दिखाई दे सकता है।
बुध का तुला राशि में गोचर (03 अक्टूबर 2025): वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी और संचार के कारक कहा जाता है। ऐसे में, बुध ग्रह अब 03 अक्टूबर 2025 की देर रात 03 बजकर 36 मिनट पर कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में गोचर कर जाएंगे।
नोट: सितंबर 2025 के इस अंतिम सप्ताह (29 सितंबर से 05 अक्टूबर, 2025) में कोई ग्रहण नहीं लगेगा।
प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कभी न कभी बैंक से काम जरूर पड़ता है और उस समय बैंक बंद है या नहीं? अगर इसकी जानकारी न हो, तो आपके काम अटक सकते हैं, इसलिए हमारा यह सेक्शन विशेष रूप से आपके लिए तैयार किया गया है जिसके अंतर्गत आपको 29 सितंबर से 05 अक्टूबर के बीच पड़ने वाले बैंक अवकाशों की तिथियां प्रदान की जा रही हैं।
तिथि
दिन
पर्व
राज्य
29 सितंबर 2025
सोमवार
महासप्तमी
मेघालय, उड़ीसा, सिक्किम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल
30 सितंबर 2025
मंगलवार
महाअष्टमी
आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश , झारखंड, मेघालय, मणिपुर, उड़ीसा, राजस्थान, सिक्किम, तेलंगाना, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल
01 अक्टूबर
बुधवार
महानवमी
असम, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मेघालय, नागालैंड, उड़ीसा, पांडिचेरी, सिक्किम,तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल
02 अक्टूबर 2025
गुरुवार
विजय दशमी
सभी राज्य सिवाय चंडीगढ़, दादर और नागर हवेली, मणिपुर और पांडिचेरी
02 अक्टूबर 2025
गुरुवार
गांधी जयंती
राष्ट्रीय अवकाश
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
आइए अब हम बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और आपको अवगत करवाते हैं इस सप्ताह के शुभ मुहूर्तों से।
इस सप्ताह (29 सितंबर से 05 अक्टूबर) के शुभ मुहूर्त
हर माह में शुभ-अशुभ दिन आते हैं जहां अशुभ दिनों में मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं, तो वहीं शुभ दिनों में सभी तरह के शुभ कार्य संपन्न किए जा सकते हैं। यहाँ हम आपको सितंबर 2025 के अंतिम सप्ताह (28 सितंबर से 05 अक्टूबर 2025) के शुभ मुहूर्तों की सूची प्रदान कर रहे हैं।
29 सितंबर से 05 अक्टूबर 2025 के नामकरण मुहूर्त
जो माता-पिता अपने नवजात शिशु का नाम रखने के लिए शुभ मुहूर्त ढूंढ रहे हैं, तो इस सप्ताह के नामकरण संस्कार के मुहूर्त इस प्रकार हैं:
तिथि
मुहूर्त
01 अक्टूबर 2025, बुधवार
19:02:53 से 30:13:44
02 अक्टूबर 2025, गुरुवार,
06:14:14 से 30:14:15
29 सितंबर से 05 अक्टूबर 2025 के अन्नप्राशन मुहूर्त
अन्नप्राशन संस्कार शिशु के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण संस्कार होता है जिसके अंतर्गत शिशु को पहली बार ठोस आहार का सेवन करवाया जाता है। ऐसे में, यह संस्कार सदैव शुभ मुहूर्त में करना चाहिए इसलिए इस सप्ताह की शुभ तिथियां हम आपको नीचे दे रहे हैं।
एस्ट्रोसेज इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं देता है। यदि आप अपने पसंदीदा सितारे की जन्म कुंडली देखना चाहते हैं तो आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं।
साप्ताहिक राशिफल 29 सितंबर से 05 अक्टूबर, 2025
मेष साप्ताहिक राशिफल
स्वास्थ्य राशिफल के अनुसार, ये सप्ताह भी स्वास्थ्य के नज़रिये से थोड़ा…..(विस्तार से पढ़ें)
मेष प्रेम राशिफल
ये हफ्ता प्रेम में पड़े जातकों के लिए, अच्छा रहेगा। क्योंकि इस समय….(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ साप्ताहिक राशिफल
आपकी चंद्र राशि के ग्यारहवें भाव में शनि देव विराजमान होंगे और ऐसे में….(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ प्रेम राशिफल
यदि आप अभी तक सिंगल हैं और सच्चे प्रेमी की प्रतीक्षा कर रहे हैं….(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन साप्ताहिक राशिफल
आपकी चंद्र राशि के नौवें भाव में राहु ग्रह बैठे होंगे और इसके….(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन प्रेम राशिफल
इस सप्ताह आपके जीवन में प्रेम और रोमांस, सही रफ़्तार….(विस्तार से पढ़ें)
कर्क साप्ताहिक राशिफल
आपकी चंद्र राशि के बारहवें भाव में गुरु देव बैठे होंगे और ऐसे….(विस्तार से पढ़ें)
कर्क प्रेम राशिफल
प्रेम राशिफल के अनुसार, आपकी राशि के लोगों के लिए यह सप्ताह….(विस्तार से पढ़ें)
ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्तजन्म कुंडली प्राप्त करें।
सिंह साप्ताहिक राशिफल
गुरु महाराज आपकी चंद्र राशि के ग्यारहवें भाव में स्थित होंगे….(विस्तार से पढ़ें)
सिंह प्रेम राशिफल
यदि आपको अपने लवमेट से यह शिकवा था कि वह अपने दिल की बातों……(विस्तार से पढ़ें)
कन्या साप्ताहिक राशिफल
यदि आप मांसाहार करते हैं तो, इस सप्ताह आपको कमज़ोरी की….(विस्तार से पढ़ें)
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. महा अष्टमी 2025 में कब है?
इस साल शारदीय नवरात्रि में महाअष्टमी 30 सितंबर, मंगलवार की है।
2. सूर्य ग्रहण कब है?
सितंबर के माह में सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को लगेगा।
3. मेष राशि का स्वामी कौन है?
राशि चक्र की पहली राशि मेष के स्वामी मंगल ग्रह हैं।
शारदीय नवरात्रि 2025 सातवां दिन: सप्तमी i शनि की महादशा से छुटकारा दिलाएगा ये एक उपाय!
शारदीय नवरात्रि 2025 सातवां दिन, जिसे महासप्तमी भी कहा जाता है, मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की उपासना को समर्पित होता है। मां कालरात्रि को संहारक शक्ति और भय का नाश करने वाली देवी माना गया है।
मान्यता है कि इनकी साधना से साधक के जीवन से हर प्रकार के भय, संकट और शत्रु का अंत होता है। ख़ास बात यह है कि महासप्तमी के दिन मां कालरात्रि की पूजा करने से ग्रह दोष भी शांत होते हैं और शनि देव की कुप्रभावित दशा से राहत मिलती है।
महासप्तमी 2025 का महत्व इसलिए और भी बढ़ जाता है क्योंकि यह दिन शनि दोष निवारण का विशेष अवसर लेकर आता है। कहा जाता है कि इस दिन किया गया एक सरल उपाय व्यक्ति के जीवन की बड़ी से बड़ी परेशानियों को दूर कर सकता है। न केवल शनि से जुड़ी बाधाएं शांत होती हैं, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि, आत्मबल और सकारात्मक ऊर्जा भी बढ़ती है।
अगर आप भी लंबे समय से शनि महादशा या शनि की कड़ी स्थितियों से परेशान हैं, तो शारदीय नवरात्रि की महासप्तमी आपके लिए वरदान साबित हो सकती है।
मां कालरात्रि की विशेष कृपा पाने और शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए कौन सा उपाय करना चाहिए, इसकी जानकारी जानना बेहद जरूरी है। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं शारदीय नवरात्रि 2025 के सातवें दिन के बारे में विशेष बातें।
शारदीय नवरात्रि 2025 सातवां दिन: शुरुआत
वर्ष 2025 में नवरात्रि के सातवें दिन की शुरुआत 28 सितंबर 2025 रविवार को हो रही है। इस दिन माता के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाएगी। इसके अलावा, अभिजीत मुहूर्त की बात करें तो इस दिन अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 47 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक होगी।
शारदीय नवरात्रि 2025 सातवां दिन: मां कालरात्रि का स्वरूप
मां दुर्गा का सातवां रूप मां कालरात्रि कहलाता है। इन्हें संहार और शक्ति की देवी माना जाता है। इनका स्वरूप अत्यंत भयानक और उग्र है, लेकिन यह रूप केवल दुष्टों और राक्षसों के लिए है, अपने भक्तों के लिए मां कालरात्रि सदैव मंगल दायिनी और कल्याणकारी रहती हैं।
इनका पूरा शरीर गहरे काले रंग का है, जिस कारण इन्हें कालरात्रि कहा जाता है। इनके घने और बिखरे हुए बाल इनकी प्रचंड शक्ति का प्रतीक हैं।
मां के तीन नेत्र हैं, जो भूत, वर्तमान और भविष्य को प्रकाशित करते हैं। इनके गले से निकली गर्जना सुनकर दुष्ट भय से कांप उठते हैं। मां कालरात्रि के चार हाथ हैं। इनके एक हाथ में वज्र यानी गदा और दूसरे में लोहे का कांटा या तलवार होती है।
शेष दो हाथों में से एक वरमुद्रा में रहता है, जिससे मां अपने भक्तों को वरदान देती हैं, जबकि दूसरा हाथ अभयमुद्रा में रहता है, जो भक्तों को निर्भय बनाता है और हर प्रकार का भय दूर करता है।
मां का वाहन गदा है, जो सादगी और सहनशीलता का प्रतीक है। यद्यपि मां का स्वरूप देखने में भयानक है, परंतु वे सदैव अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। मान्यता है कि मां कालरात्रि की उपासना करने से शनि दोष, नकारात्मक ऊर्जा और हर प्रकार का भय समाप्त हो जाता है।
मां का यह स्वरूप साधक को शक्ति, साहस और आत्मविश्वास प्रदान करता है। यही कारण है कि शारदीय नवरात्रि की महासप्तमी पर मां कालरात्रि की पूजा का विशेष महत्व माना गया है।
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शारदीय नवरात्रि 2025 सातवां दिन: पूजन विधि
महासप्तमी के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें और घर के पूजा स्थान या किसी पवित्र स्थल पर मां कालरात्रि की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
पूजा से पहले पूजा स्थल को गंगाजल या शुद्ध जल से पवित्र करें।
सबसे पहले मां दुर्गा के समस्त रूपों का ध्यान कर कलश स्थापना करें।
इसके बाद मां कालरात्रि का स्मरण कर दीप प्रज्वलित करें। फिर धूप, फूल, अक्षत, रोली, चंदन और सुगंधित पुष्प अर्पित करें। मां को लाल या गहरे नीले फूल चढ़ाना विशेष शुभ माना जाता है।
गुड़, हल्दी, तेल और काले तिल भी अर्पित करना चाहिए, क्योंकि ये माँ कालरात्रि और शनि दोनों को प्रसन्न करने वाले माने जाते हैं।
पूजन के समय मां कालरात्रि का ध्यान करते हुए निम्न मंत्र का जाप करें “ॐ देवी कालरात्र्यै नमः”।
पूजा पूर्ण होने के बाद आरती करें और अंत में शनि दोष निवारण हेतु विशेष प्रार्थना करें कि मां आपके जीवन से कष्ट, भय और शनि की बाधाओं को दूर करें।
शारदीय नवरात्रि 2025 सातवां दिन: कथा
पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब असुरों का अत्याचार पृथ्वी पर असहनीय हो गया था और देवताओं तक को सताने लगे थे, तब देवताओं ने मां दुर्गा की आराधना की। असुरों में रक्तबीज नामक राक्षस अत्यधिक बलशाली था।
उसकी विशेषता यह थी कि उसके शरीर से निकली एक-एक बूंद रक्त से एक नया राक्षस उत्पन्न हो जाता था। इस कारण देवता उसे पराजित नहीं कर पा रहे थे। मां दुर्गा ने इस समस्या का समाधान करने के लिए अपने उग्र स्वरूप को प्रकट किया। उसी उग्र और संहारक स्वरूप को मां कालरात्रि कहा जाता है।
मां का रूप अत्यंत भयावह था, उनका शरीर काला था, बिखरे बाल, प्रचंड तेज और तीन नेत्रों से अग्नि की ज्वालाएं निकल रही थीं। माँ के इस भयानक स्वरूप को देखकर दुष्ट राक्षस भय से कांप उठे। जब युद्ध में रक्तबीज का सामना हुआ, तो माँ कालरात्रि ने उसकी सेना का संहार करना प्रारंभ कर दिया। लेकिन जैसे ही उसके शरीर से रक्त की बूंदें गिरीं वैसे ही असंख्य राक्षस उत्पन्न हो गए।
तब मां ने अपने विशाल मुख का विस्तार कर लिया और जैसे ही रक्तबीज का रक्त धरती पर गिरता, मां उसे तुरंत पी जातीं। इस प्रकार कोई नई सेना उत्पन्न नहीं हो पाई। मां कालरात्रि ने आखिरी में रक्तबीज का वध कर ब्रह्मांड को उसके आतंक से मुक्त कराया।
मां कालरात्रि को गुड़ और गुड़ से बने व्यंजन अर्पित करना अत्यंत शुभ माना गया है। इसके अलावा, नारियल और हलवे का भोग भी प्रिय है। भोग में काले चने का विशेष महत्व है, इन्हें प्रसाद के रूप में चढ़ाकर बाद में बांटा जाता है।
प्रिय रंग
मां कालरात्रि का स्वरूप गहरा काला है और शनि ग्रह से इनकी विशेष संबंध माना जाता है। इसलिए महासप्तमी के दिन नीला और काला रंग शुभ माना गया है। इस दिन भक्त नीले, काले या गहरे रंग के वस्त्र पहनकर पूजा करें तो मां की कृपा जल्द प्राप्त होती है।
शारदीय नवरात्रि 2025 सातवां दिन: शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए राशि अनुसार उपाय
मेष राशि
मेष राशि वालों को इस दिन लाल फूल और गुड़ चढ़ाना चाहिए। साथ ही, ॐ कालरात्र्यै नमः मंत्र का 11 बार जप करना चाहिए। इससे कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होंगी।
वृषभ राशि
इस राशि के जातकों को मां को सफेद पुष्प और मिश्री का भोग लगाना चाहिए। पूजा के बाद गरीब कन्या को वस्त्र दान करना चाहिए। शनि दोष से राहत मिलेगी और पारिवारिक सुख बढ़ेगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वाले हरे रंग के वस्त्र पहनकर मां की पूजा करें और नारियल का भोग लगाएं। यह उपाय आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा और मानसिक शांति देगा।
कर्क राशि
इस राशि के जातकों को महासप्तमी पर दूध से बनी मिठाई अर्पित करनी चाहिए। साथ ही, ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र का जप करें। इससे घर में सुख-शांति बढ़ेगी।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों को लाल फूल और गुड़ चना का भोग मां को चढ़ाना चाहिए। पूजा के बाद किसी गरीब को भोजन कराएं। इससे शत्रु शांत होंगे और यश-प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
कन्या राशि
कन्या राशि वाले इस दिन पीले वस्त्र पहनें और माँ को हलवा व फल अर्पित करें। पूजा के बाद गरीब विद्यार्थियों को किताबें दान करें। इससे करियर और पढ़ाई में सफलता मिलेगी।
तुला राशि
तुला राशि वालों को सफेद वस्त्र पहनकर माँ को केसर और दूध से बने व्यंजन अर्पित करने चाहिए। इससे वैवाहिक जीवन और रिश्तों में मधुरता आएगी।
वृश्चिक राशि के जातक लाल वस्त्र पहनें और गुड़ चना का भोग लगाएं। पूजा के बाद किसी गरीब को गुड़ दान करें। इससे शनि का प्रभाव कम होगा और साहस बढ़ेगा।
धनु राशि
धनु राशि वालों को महासप्तमी पर पीले वस्त्र पहनकर बेसन के लड्डू अर्पित करने चाहिए। इससे भाग्य का साथ मिलेगा और रुके हुए कार्य पूरे होंगे।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों को इस दिन काले वस्त्र पहनकर काले तिल और तेल अर्पित करना चाहिए। यह उपाय विशेष रूप से शनि दोष निवारण में फलदायी है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों को नीले वस्त्र पहनने चाहिए और मां को मूंग की दाल या उड़द दाल से बना प्रसाद अर्पित करना चाहिए। इससे धन संबंधी परेशानियां दूर होंगे।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों को महासप्तमी पर पीले या हल्के हरे वस्त्र पहनकर खीर का भोग लगाना चाहिए। पूजा के बाद प्रसाद बच्चों में बांटना शुभ होता है। इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. मां कालरात्रि की पूजा कब की जाती है?
मां कालरात्रि की पूजा शारदीय नवरात्रि के सातवें दिन यानी महासप्तमी को होती है।
2. मां कालरात्रि का स्वरूप कैसा है?
इनका शरीर गहरे काले रंग का है, बाल बिखरे हुए रहते हैं, तीन नेत्र हैं और चार हाथों में गदा, तलवार, वरमुद्रा और अभयमुद्रा होती है। इनका वाहन गधा (गर्दभ) है।
3. मां कालरात्रि की पूजा से क्या लाभ मिलता है?
मां कालरात्रि की पूजा करने से भय, शत्रु और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। साथ ही शनि दोष, साढ़ेसाती और महादशा का प्रभाव भी कम होता है।
अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 28 सितंबर से 04 अक्टूबर, 2025
कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)?
अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा।
इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।
अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (28 सितंबर से 04 अक्टूबर, 2025)
अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं।
जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मूलांक 1
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 1 के उन जातकों के लिए यह सप्ताह शानदार रहेगा जिनका संबंध प्रशासन और सरकार से है। इस दौरान नेता और राजनेता अपनी ताकत और प्रभाव का उपयोग जनता और समाज की भलाई के लिए कर सकेंगे।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें तो, इन जातकों को इस सप्ताह पार्टनर के साथ रिश्ते में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है जिसका कारण आपका साथी पर हावी होना और अहंकार का टकराव हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को अपने वैवाहिक जीवन पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है।
शिक्षा: मूलांक 1 के जो छात्र परीक्षा के परिणाम का इंतज़ार कर रहे हैं, उनके लिए यह समय काफ़ी अच्छा रहेगा क्योंकि इस समय आप सफलता प्राप्त करते हुए परीक्षा पास करेंगे। वहीं, जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं जैसे कि सिविल या किसी सरकारी नौकरी की, तो यह अवधि आपके लिए अच्छी साबित होगी।
पेशेवर जीवन: यह सप्ताह मूलांक 1 के जातकों के लिए कई सारे बेहतरीन अवसर लेकर आएगा जो आपको अधिकार और शक्ति दोनों देने का काम करेंगे। साथ ही, आपको सरकार व उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन की प्राप्ति होगी। आपकी नेतृत्व क्षमता की भी सराहना की जाएगी और ऐसे में, आप कार्यक्षेत्र में उत्साह से भरे दिखाई देंगे।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह सप्ताह आपकी सेहत के लिए शानदार रहेगा। हालांकि, अगर आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता और शारीरिक ऊर्जा को बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको संतुलित भोजन करने और नियमित रूप से व्यायाम एवं ध्यान करने की सलाह दी जाती है।
उपाय: प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
मूलांक 2
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 2 के तहत पैदा होने वाले जातक अगर किसी विवाद या कानूनी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो आप इस हफ़्ते का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर सकेंगे। अब आप जीवन की मुश्किल परिस्थितियों पर जीत हासिल कर सकेंगे।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें तो, इस सप्ताह आपको जीवनसाथी से बहस करने या फिर उस पर किसी भी तरह का दबाव डालने से बचना होगा। इसके विपरीत, आपको पार्टनर की परिस्थितियों को समझते हुए उन्हें पर्याप्त समय देना होगा और उनकी वफादारी पर सवाल खड़े करने से बचना होगा।
शिक्षा: मूलांक 2 के छात्रों को इस दौरान बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है क्योंकि आपका ध्यान पढ़ाई से भटक सकता है जिसके चलते आप अपने लक्ष्यों को पाने से पीछे छूट सकते हैं।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन को देखें तो, मूलांक 2 के जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें इस अवधि में फायदा होगा। साथ ही, आपकी योजनाएं रंग लेकर आ सकती हैं और ऐसे में, आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी।
स्वास्थ्य: बात करें स्वास्थ्य की तो, इस हफ़्ते मूलांक 2 के जातकों को ख़ूब पानी पीकर खुद को हाइड्रेट रखना होगा क्योंकि आपको हीट स्ट्रोक की समस्या परेशान कर सकती है। वहीं, इस मूलांक की महिलाओं को मेनोपॉज और हार्मोन से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत रह सकती है इसलिए सतर्क रहें।
उपाय: स्वस्थ रहने के लिए गुड़ से बनी मिठाई का सेवन करें।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 3 के जातकों का झुकाव इस सप्ताह धर्म-कर्म के कार्यों में होगा और भगवान में आपका विश्वास रहेगा। इस दौरान आप लोगों को धर्म के मार्ग पर लेकर जाने का काम कर सकते हैं और ऐसे में, यह सप्ताह आपके लिए शुभ साबित होगा।
प्रेम जीवन: इस मूलांक के जो जातक अविवाहित हैं, उनके इस सप्ताह विवाह बंधन में बंधन या फिर एक नए रिश्ते में आने की संभावना हैं। लेकिन, आपको अपनी कॉमन सेंस का उपयोग करना होगा और भावनाओं को भी नियंत्रित करना होगा।
शिक्षा: मूलांक 3 के जो छात्र मास्टर या फिर डॉक्टोरल की पढ़ाई कर रहे हैं, उनके लिए यह हफ़्ता बेहद शानदार रहेगा। इन लोगों के मन से भ्रम की स्थिति दूर होगी और इस प्रकार, आपको जीवन में किस दिशा में आगे बढ़ना, यह अब आपको स्पष्ट होगा। साथ ही, आप अपने लक्ष्य भी पहचान सकेंगे।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन में यह हफ़्ता आपके लिए आर्थिक लाभ लेकर आएगा। इस समय को विशेष रूप से उन लोगों के लिए फलदायी कहा जाएगा जो इंस्ट्रक्टर, मेंटर, धर्मगुरु, मोटिवेशनल स्पीकर और इन्वेस्टमेंट बैंकर हैं।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिहाज़ से, मूलांक 3 वाले अपना ज्यादातर समय आध्यात्मिक और शारीरिक गतिविधियों में बिताना पसंद करेंगे जैसे कि योग और ध्यान आदि। इसका असर आपके तन-मन पर दिखाई देगा।
उपाय: रोज़ाना सुबह सूर्य देव को जल में एक चुटकी हल्दी डालकर अर्घ्य दें।
मूलांक 4
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 4 के अंतर्गत जन्म लेने वाले जातकों को इस सप्ताह विदेशी भूमि से अच्छी मात्रा में लाभ की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही, इस अवधि में आपके किसी लंबी दूरी की यात्रा या फिर विदेश यात्रा पर जाने की प्रबल संभावना है। इस तरह की यात्राएं आपके लिए शुभ साबित होंगी। कुल मिलाकर, आपकी आय में वृद्धि होने से आपके जीवन में भी सुधार नज़र आएगा।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन के लिए यह सप्ताह थोड़ा मुश्किल रह सकता है क्योंकि इस दौरान यह जातक अपने आप में इस हद तक खोए रहेंगे कि आप पार्टनर को नज़रअंदाज़ कर सकते हैं। ऐसे में, आपको अपने रिश्ते को प्राथमिकता देनी होगी।
शिक्षा: इस मूलांक के छात्र उच्च शिक्षा या फिर विदेश जाकर पढ़ाई करने के सपने को अपना लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं। ऐसे लोग जिनका संबंध इंटीरियर डिजाइन, थिएटर एक्टिंग, फैशन या डिजाइन आदि से है, तो यह समय आपको आगे बढ़ने में सहायता करेगा।
पेशेवर जीवन: मूलांक 4 के उन लोगों के लिए यह सप्ताह अच्छा रहेगा जो पार्टनरशिप में व्यापार करते हैं। इस दौरान आप अपने क्लाइंट का भरोसा जीतने के सकत-साथ कुछ फायदेमंद डील्स करने में भी सक्षम होंगे। लेकिन, इन लोगों को अपने अहंकार पर नज़र बनाए रखनी होगी, अन्यथा आपको कार्यक्षेत्र पर टकराव जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य: मूलांक 4 के जातकों को इस हफ़्ते कोई स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी। हालांकि, नशे का हद से ज्यादा सेवन आपकी सेहत को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है इसलिए आपको ज्यादा पार्टी करने से बचने की सलाह दी जाती है।
उपाय: प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करें।
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मूलांक 5
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)
जिन जातकों का जन्म मूलांक 5 के अंतर्गत हुआ है, उन्हें इस सप्ताह समाज में काफ़ी लोकप्रियता की प्राप्ति होगी। साथ ही, ज्यादा धन कमाने की दिशा में किए गए आपके प्रयास सफल होंगे। इस दौरान आप सामाजिक मेलजोल, पार्टियों और समारोह में हिस्सा लेते हुए नज़र आ सकते हैं।
प्रेम जीवन: जब बात आती है प्रेम जीवन की तो, इस मूलांक वालों को अपने गुस्से पर नियंत्रण रखना होगा और साथ ही, अपने व्यवहार पर भी नज़र रखनी होगी क्योंकि इस बात की प्रबल संभावना है कि आपके द्वारा कुछ ऐसी बातें कहीं जा सकती है जिसे जीवनसाथी को बुरा लग सकता है। ऐसे में, आप दोनों के बीच मतभेद पैदा हो सकते हैं।
शिक्षा: मूलांक 5 के जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे कि सीए बैंकिंग की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए यह सप्ताह बहुत अच्छा रहेगा। यह लोग अपनी मेहनत के दम पर परीक्षा सफल करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, शिक्षा के क्षेत्र में आपके प्रदर्शन में सुधार देखने को मिलेगा, विशेष रूप से अगर आप बैंकिंग और फाइनेंस से जुड़े हैं।
पेशेवर जीवन: बात करें पेशेवर जीवन की तो, इस सप्ताह मूलांक 5 वालों के संचार कौशल में निडरता और आत्मविश्वास की झलक देखने को मिलेगी। अगर आप सोशल मीडिया, मार्केटिंग या कंसल्टिंग आदि क्षेत्रों से संबंध रखते हैं, तो आपके लिए समय फलदायी रहेगा क्योंकि इन क्षेत्रों में बातचीत बेहद जरूरी भूमिका निभाता है।
स्वास्थ्य: बात करें सेहत की, तो इस सप्ताह अपनी सेहत को नज़रअंदाज़ करना आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। ऐसे में, आपको इलाज पर पैसे ख़र्च करने पड़ सकते हैं। साथ ही, आपको वाहन चलाते समय सावधानी बरतनी होगी और शारीरिक साफ-सफाई पर ध्यान देना होगा।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 6 के जातक इस सप्ताह साहस और आत्मविश्वास से भरे रहेंगे। ऐसे में, आप अपने विचारों को दूसरों के साथ शेयर करने के लिए उत्साहित रहेंगे और आपका व्यवहार ऐसा होगा जैसे एक स्टेज परफ़ॉर्मर का होता है। आप अपनी पहचान बनाने के साथ-साथ मान-सम्मान प्राप्त कर सकेंगे।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन को देखें तो, मूलांक 6 के जातकों को अपने पार्टनर की भावनाओं और जरूरतों पर ध्यान देना होगा। साथ ही, उन्हें समझना होगा क्योंकि इसका असर आपके रिश्ते के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है।
शिक्षा: मूलांक 6 के छात्र जिनका संबंध डिज़ाइन, आर्ट्स, रचनात्मकता या स्टेज परफॉर्मेंससे है, वह इस सप्ताह नए विचरों से भरे रहेंगे और आप कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन में मूलांक 6 के जो जातक एक्टर, थिएटर आर्टिस्ट, एंकर और स्टेज परफॉर्मर हैं, उनके लिए यह समय अच्छा रहेगा। इस दौरान सबकी नज़रें आप पर होंगी और ऐसे में, आपको सराहना की प्राप्ति होगी।
स्वास्थ्य: इस सप्ताह के दौरान आपको आँखों और हड्डियों से जुड़ी समस्याएं जैसे कि गठिया आदि परेशान कर सकती हैं। साथ ही, मूलांक 6 की महिलाओं को मेनोपॉज और हार्मोन से संबंधित रोग भी घेर सकते हैं इसलिए अपना ध्यान रखें।
उपाय: घर में लाल फूल लगाकर उसकी देखभाल करें।
मूलांक 7
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 7 के जातकों की इस सप्ताह बहस अपने परिवार के बड़े सदस्यों के साथ हो सकती है इसलिए आपको सोच-समझकर बोलना होगा क्योंकि आपकी बातें उनके दिल को दुख पहुंचा सकती है।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन को देखें तो, इन जातकों को लव लाइफ में अपने अहंकार और व्यवहार दोनों को नियंत्रण में रखना होगा, अन्यथा आपकेको शादीशुदा जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको अपना क्रोध क़ाबू में रखने की सलाह दी जाती है।
शिक्षा: मूलांक 7 के जिन जातकों का जुड़ाव हिस्ट्री, ह्यूमन रिसोर्स या फिर पोलिटिकल साइंस से है, उनके लिए यह अवधि सफलता लेकर आएगी। हालांकि, इन लोगों को अपने विचार दूसरों के सामने व्यक्ति करने में परेशानी का अनुभव हो सकता है इसलिए आपको हार न मानने और अपने गुरु एवं मेंटर से मार्गदर्शन लेने की सलाह दी जाती है।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन में यह समय प्रभावशाली लोगों के साथ नए संबंध स्थापित करने के लिए अनुकूल रहेगा। यह लोग करियर में सफलता पाने की राह में आपका मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के मामले में मूलांक 7 के जातक इस सप्ताह जोश और उत्साह से भरे रहेंगे। ऐसे में, आप ऊर्जावान बने रहेंगे और इसके परिणामस्वरूप, आप जल्दबाज़ी में निर्णय लेते हुए दिखाई दे सकते हैं। हालांकि, अगर आप अपनी ऊर्जा और गुस्से दोनों को नियंत्रण में रखेंगे, तो आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)
हालांकि, इस सप्ताह की ऊर्जा को मूलांक 8 वालों के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है, लेकिन फिर भी आप ऊर्जावान और आत्मविश्वास से भरे रहेंगे। इसके अलावा, आपके भीतर बेकार का अहंकार जन्म ले सकता है और ऐसे में, आपके दूसरों के साथ व्यर्थ के विवाद या मतभेद हो सकते हैं।
प्रेम जीवन: जब बात आती है प्रेम जीवन की, तो मूलांक 7 के प्रेमी जोड़ों को इस दौरान बहुत ज्यादा सावधान रहना होगा क्योंकि अहंकार आपके रिश्ते को हानि पहुंचाने का काम कर सकता है। ऐसे में, आपको जीवनसाथी के साथ विवाद और बहस में पड़ने से बचना होगा।
शिक्षा: शिक्षा की बात करें तो, मूलांक 8 के जातक इस सप्ताह पहले की तुलना में अधिक मौज-मस्ती करते हुए दिखाई दे सकते है। ऐसे में, आपका ध्यान पढ़ाई से भटक सकता है। हालांकि, अगर आप शिक्षा में सफलता पाना चाहते हैं, तो आपको अपना ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित करना होगा, तभी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन को देखें तो, इन जातकों का आत्म-सम्मान कभी-कभार घमंड में बदल सकता है। ऐसे में, आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा और साथ ही, हर आलोचना का जवाब बहुत सकारात्मक तरीके से देना होगा, अन्यथा आपके अहंकार में वृद्धि हो सकती है जो आपके लिए समस्याओं का कारण बन सकती है।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिहाज़ से, इस सप्ताह को मूलांक 8 वालों के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है। क्यों ऐसे में, कि इस दौरान आपके लिए डॉक्टर की सहायता लेना आवश्यक होगा इसलिए आपको किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को नज़रअंदाज़ करने से बचना होगा। अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो आपको व्यायाम करने के साथ-साथ संतुलित आहार लेने की सलाह दी जाती है।
उपाय: मंदिर में अनार का दान करें।
मूलांक 9
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, या 27 तारीख को हुआ है)
मूलांक 9 के जातकों के लिए यह सप्ताह करियर के क्षेत्र में कुछ बड़ी सफलता और उपलब्धियां लेकर आ सकता है। ऐसे में, आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी। आपकी निर्णय लेने की क्षमता और योग्यताएं दूसरों को प्रभावित करने में सक्षम होंगी।
प्रेम जीवन: मूलांक 9 के जातकों को साथी के साथ बहस या किसी भी तरह के विवाद में पड़ने से बचना होगा क्योंकि अहंकार से पैदा होने वाली समस्याएं आपके रिश्ते को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है।
शिक्षा: शिक्षा के संबंध में मूलांक 9 वाले इस सप्ताह का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई में अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए कर सकते हैं। उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में सहायता की प्राप्ति होगी क्योंकि आपकी समझ और एकाग्रता मज़बूत होगी।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन को देखें तो, इन लोगों को करियर के क्षेत्र में प्रगति, उन्नति और तरक्की देखने को मिल सकती है। कार्यक्षेत्र पर आप उत्साह से भरे रहेंगे और आपकी नेतृत्व क्षमता की भी सराहना की जाएगी।
स्वास्थ्य: मूलांक 9 के जातक इस सप्ताह खुद को बदलने, अपनी ऊर्जा और फिटनेस को बनाए रखने में सक्षम होंगे, लेकिन फिर भी आपको अपना ध्यान रखना होगा।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
अंक ज्योतिष में कितने अंक होते हैं?
अंक ज्योतिष मुख्य रूप से नौ अंकों पर आधारित है।
शुक्र का अंक कौन सा है?
अंक ज्योतिष के अनुसार, अंक 6 के स्वामी ग्रह शुक्र देव हैं।
अंक ज्योतिष में सबसे शक्तिशाली भाग्यांक कौन सा होता है?
अंक 8 को सबसे शक्तिशाली माना जाता है।
टैरो साप्ताहिक राशिफल: 28 सितंबर से 04 अक्टूबर, 2025, इन राशि वालों को मिलेगा भाग्य का साथ!
टैरो साप्ताहिक राशिफल 28 सितंबर से 04 अक्टूबर, 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्योतिषियों का मानना है कि टैरो व्यक्ति की जिंदगी में भविष्यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।
टैरो इस बात पर ध्यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्य के लिए सही विकल्प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्मा से बात करने का मौका देता है।
आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मजाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है। या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं।
इन कारणों से या अन्य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।
टैरो की उत्पति 15वीं शताब्दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।
टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति को प्राप्त किया जा सकता है। आप कुछ स्तर पर अध्यात्म से, थोड़ा अपनी अंतरात्मा से और थोड़ा अपने अंतर्ज्ञान और आत्म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।
तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि 28 सितंबर से 04 अक्टूबर, 2025 तक का यह सप्ताह राशि चक्र की सभी 12 राशियों के लिए किस तरह के परिणाम लेकर आएगा?
टैरो साप्ताहिक राशिफल 28 सितंबर से 04 अक्टूबर, 2025: राशि अनुसार राशिफल
मेष राशि
प्रेम जीवन: थ्री ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: नाइन ऑफ पेंटाकल्स
करियर: जजमेंट
स्वास्थ्य: सेवेन ऑफ कप्स
मेष राशि के प्रेम जीवन की बात करें तो,यह कार्ड आपके लिए बहुत ही शुभ साबित होगा। यह बताता है कि आपके रिश्ते में आगे बढ़ने के नए मौके आएंगे। नया दौर शुरू होगा और रिश्ता मजबूत होगा। यह लंबे समय की प्लानिंग, साथ में आगे बढ़ने और एक-दूसरे के सपनों को पूरा करने की ओर इशारा करता है। जैसे- साथ रहना शुरू करना, शादी की प्लानिंग करना या मिलकर नई खुशियों का अनुभव करना।
आर्थिक जीवन की बात करें तो, यह कार्ड बताता है कि आपके आर्थिक हालात स्थिर रहेंगे। आपको वित्तीय स्वतंत्रता और मेहनत से मिली सफलता का आनंद मिलेगा। यह समय है जब आपकी मेहनत के कारण आपको सुरक्षा-सुविधा और आराम मिलेगा।
करियर में जजमेंट कार्ड बड़े बदलाव और आत्मचिंतन का संकेत देता है। यह आपको प्रेरित करता है कि आप अपने वर्तमान रास्ते पर विस्तार करें और जरूरत हो तो उसमें सुधार करें। सीधा मतलब यह है कि आपके लिए बेहतर बदलाव आएंगे। चाहे नया काम शुरू करना हो या पुराने काम के लिए सम्मान और पहचान मिलना।
स्वास्थ्य के मामले में यह कार्ड बताता है कि आप ज्यादा विकल्पों और उलझनों में पड़ सकते हैं। जरूरत है कि अति करने से बचें, चाहे खाने में, काम में या किसी भी आदत में। अपनी सेहत पर ध्यान दें न कि बाहरी दिखावे या छोटी-मोटी बातों पर।
भाग्यशाली धातु: तांबा
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: द हीरोफेंट
आर्थिक जीवन: सेवेन ऑफ वैंड्स
करियर: द टॉवर
स्वास्थ्य: एट ऑफ वैंड्स
वृषभ राशि वालों को प्रेम जीवन की बात करें तो द हीरोफेंट कार्ड कहता है कि आप एक गंभीर और मजबूत संबंध चाहते हैं, जो भरोसे और परंपरागत मूल्यों पर आधारित हो। यह लंबी अवधि की साझेदारी, शादी या एक स्थिर रिश्ते की ओर इशारा करता है। अविवाहित लोगों के लिए इस कार्ड का अर्थ है कि आपको ऐसा जीवनसाथी मिल सकता है, जो आपके विचारों और मूल्यों से मेल खाता हो और लंबे समय तक रिश्ता निभाना चाहता हो।
आर्थिक जीवन में सेवेन ऑफ वैंड्स कार्ड आपके वित्त को लेकर अच्छी खबर देता है। यह समृद्धि और समझदारी का प्रतीक है। आपको अपनी कमाई और बचत को सुरक्षित रखना होगा और लंबे समय की स्थिरता के लिए समझदारी से निवेश करना होगा। यह कार्ड यह भी संकेत देता है कि आपकी तरक्की और आर्थिक सफलता देखकर कुछ लोग आपसे जलन कर सकते हैं।
द टॉवर कार्ड आपके करियर में अचानक और बड़े बदलाव की ओर इशारा करता है। इसमें नौकरी छूटना, ऑफिस में बड़ा बदलाव या करियर पथ का अचानक अंत होना शामिल हो सकता है। शुरुआत में यह कठिन लगेगा लेकिन यह बदलाव आपको एक नए और बेहतर अवसर की ओर ले जाएगा, जहां आप अपने काम से ज्यादा संतुष्टि पाएंगे।
एट ऑफ वैंड्स कार्ड आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा संकेत है। यह तेजी से रिकवरी, ऊर्जा में बढ़ोतरी और पॉजिटिव बदलाव की ओर इशारा करता है। आपकी शरीर और मन दोनों जल्दी से ठीक हो रहे हैं। यह कार्ड आपको सलाह देता है कि सक्रिय रहें, शरीर को हिलाएं- डुलाएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, ताकि यह सुधार और तेजी से हो।
भाग्यशाली धातु: चांदी
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: थ्री ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: डेथ
करियर: द लवर
स्वास्थ्य: क्वीन ऑफ कप्स
मिथुन राशि वालों के प्रेम जीवन की बात करें तो यह कार्ड बताता है कि चाहे आप सिंगल हों या रिलेशनशिप में, रिश्ते लंबे समय तक तभी अच्छे चलते हैं, जब दोनों एक-दूसरे का साथ दें और मिलकर काम करें। अगर आप सिंगल हैं तो हो सकता है कि आपको अपने काम की जगह या किसी प्रोजेक्ट के जरिए ऐसा साथी मिले जो आगे चलकर आपके लिए सीरियस रिलेशन बनें।
आर्थिक जीवन में यह कार्ड बताता है कि पैसों के मामले में कोई बड़ा बदलाव आने वाला है। इसका मतलब है कि आपको पुराने तरीकों को छोड़कर नए ढंग से सोचना होगा- जैसे खर्च करने का तरीका बदलना, सेविंग या इन्वेस्टमेंट का नया तरीका अपनाना। हो सकता है बीच में थोड़ा नुकसान भी लगे, लेकिन ये बदलाव आगे चलकर आपके लिए अच्छा साबित होगा।
करियर में द लवर कार्ड बताता है कि आपके करियर में कोई बड़ा और जरूरी फैसला लेने का समय है। ये इशारा करता है कि अब आपको वो काम चुनना चाहिए, जिसमें आपका दिल और पैशन जुड़ा हो। ये कार्ड ये भी दिखाता है कि आपके साथ काम करने वाले लोग या क्लाइंट्स के साथ रिश्ते बेहतर और मजबूत होंगे। यानी काम में ज्यादा संतुलन और संतुष्टि मिलेगी।
स्वास्थ्य को लेकर यह कार्ड बताता है कि आपको अपने शरीर और दिल-दिमाग दोनों का ख्याल रखना चाहिए। खुद की केयर करना, अच्छा सोचना और दूसरों का सपोर्ट लेना आपकी सेहत के लिए बहुत जरूरी है। ये कार्ड बताता है कि अगर आप अपनी भावनाओं और शरीर की जरूरतों को सुनेंगे तो जल्दी रिकवर करेंगे और हेल्दी रहेंगे।
भाग्यशाली धातु: चांदी/सोना
कर्क राशि
प्रेम जीवन: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: द हाई प्रीस्टेस
करियर: पेज़ ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स
कर्क राशि के लिए नाइन ऑफ स्वॉर्ड्सकार्ड बताता है कि इस समय आपका दिमाग परेशानियों,टेंशन और डर से भरा हुआ हो सकता है। पुराने घाव, रिजेक्शन का डर या असुरक्षाएं आपके रिलेशनशिप पर असर डाल सकती हैं। ये कार्ड ये भी बताता है कि आपके पार्टनर के साथ कुछ अनसुलझी बातें या नई रिलेशनशिप में मानसिक दबाव हो सकता है। लेकिन ये कार्ड एक सलाह भी देता है कि अपनी चिंताओं का सामना करें, पार्टनर से खुलकर और ईमानदारी से बात करें और धीरे-धीरे अपने अंदर की हीलिंग पर काम करें। तभी आप पॉजिटिव और बेहतर रिश्तों की तरफ बढ़ पाएंगे।
आर्थिक जीवन की बात करें तो द हाई प्रीस्टेस कार्ड कहता है कि पैसों से जुड़े फैसले लेने में अपनी इंट्यूशन पर भरोसा करें। जल्दबाजी या ज्यादा खुलासा करने से बचें। वित्तीय मामलों में सोच-समझकर और सावधानी से आगे बढ़ें। किसी भरोसेमंद सलाहकार या जानकार की राय लेना आपके लिए अच्छा रहेगा और याद रखें, हर चीज़ सबके सामना बताना जरूरी नहीं है, कुछ चीज़े प्राइवेट रखना भी फायदेमंद होगा।
करियर की बात करें तो, पेज़ ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड बताता है कि आपके अंदर नए-नए आइडिया और ऊर्जा भरी हुई है। आप इस समय किसी नए प्रोजेक्ट, जॉब या करियर पथ पर शुरुआत करने जा सकते हैं। ये कार्ड दिखाता है कि आप चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं और आपके पास सीखने और आगे बढ़ने का पूरा उत्साह है। यानी करियर में आपके लिए नई शुरुआत और ग्रोथ के मौके हैं।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से यह कार्ड भविष्यवाणी कर रहा है कि अब आपको अपने शरीर और दिमाग को आराम देने की जरूरत है। ज्यादा भागदौड़ और टेंशन से हटकर खुद को ब्रेक दें। थोड़ा आराम, रिलैक्सेशन और खुद की देखभाल आपके लिए बहुत जरूरी है। इससे आपका मन और शरीर दोनों रिचार्ज होंगे।
सिंह राशि के लिए नाइट ऑफ पेंटाकल्स कार्ड बताता है कि आप या आपके पार्टनर बहुत ही प्रैक्टिकल और जमीन से जुड़े इंसान हो सकते हैं। ये कार्ड पृथ्वी तत्व से जुड़ा है इसलिए रिश्ता स्थिर और भरोसेमंद दिखाता है। आपका पार्टनर अपने काम और जिम्मेदारियों से प्यार जताता है। यानी उनका काम करके, मदद करके प्यार दिखाएंगे। ये रिश्ता सिर्फ प्रैक्टिकल नहीं बल्कि संवेदनशील और सेंसुआल भी हो सकता है, जिसमें गहराई और नजदीकी होगी।
आर्थिक जीवन में फाइव ऑफ स्वॉर्ड्ससंकेत देता है कि पैसों के मामलों में झगड़े, धोखा या भारी नुकसान हो सकता है। कोई आपके साथ बेईमानी कर सकता है या आपको कठिन आर्थिक फैसले लेने पड़ सकते हैं। इस समय सतर्क रहें और ऐसे लोगों से सावधान रहें, जो आपका फायदा उठाना चाहता हो। सकारात्मक रूप से ये है कि यह कार्ड किसी लंबे समय से चल रहे आर्थिक विवाद या मुकाबले के अंत की ओर भी इशारा कर सकता है, जिससे आपको थोड़ी राहत और स्थिरता मिलेगी।
करियर के मामले में द सन कार्ड बहुत शुभ कार्ड है। ये दिखाता है आप अपने काम में खुशी, आत्मविश्वास और सफलता का अनुभव करेंगे। आपकी मेहनत का इनाम मिल सकता है, जैसे प्रमोशन, सम्मान या आर्थिक लाभ। सबसे अच्छी बात, आप वही काम करेंगे जो आपके दिल से जुड़ा है, जिससे आपको सच्ची संतुष्टि मिलेगी।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से यह कार्ड बताता है कि आपके स्वास्थ्य में सुधार होगा। अगर पहले से कोई बीमारी या परेशानी रही है तो अब उससे बाहर निकलने का समय है। यह कार्ड अच्छे स्वास्थ्य, ऊर्जा और खुशहाली का संकेत है। यह स्वस्थ गर्भावस्था या बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य का भी प्रतीक हो सकता है।
कन्या राशि के लिए एस ऑफ पेंटाकल्स बताता है कि आपके रिश्तों में एक नई और मजबूत शुरुआत की संभावना है। अगर आप पहले किसी रिलेशनशिप में हैं, तो अब उसमें और मजबूती, भरोसा और स्थिरता आएगी। वहीं अगर आप सिंगल हैं, तो कोई ऐसा इंसान आपकी जिंदगी में आ सकती है, जो आपको सुरक्षा और स्थिरता देगा। ये कार्ड बताता है कि आप और आपके पार्टनर किसी नई और व्यावहारिक पहल की शुरुआत कर सकते हैं, जैसे घर, बिजनेस या रिश्ते की नई दिशा।
आर्थिक जीवन में यह कार्ड बताता है कि पैसों से जुड़ी चीज़ों को बहुत जोश और सकारात्मकता के साथ करेंगे। आप अपनी इच्छाओं और सपनों से प्रेरित होकर आर्थिक अवसरों का पीछा करेंगे। इस समय आपके अंदर आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने का जुनून और ऊर्जा है। आप पैसों को सिर्फ पैसे कमाने के नजरिए से नहीं देखेंगे बल्कि उसमें खुशी और उद्देश्य भी खोजेंगे।
करियर में क्वीन ऑफ वैंड्सआपके अंदर की नेतृत्व क्षमता और उद्यमशील ऊर्जा को दिखाता है। आपके पास खुद पर भरोसा है और आप नई नौकरी या प्रोजेक्ट में एक मजबूत छाप छोड़ सकते हैं। ये कार्ड आपको प्रेरित करता है कि आप अपने जोश और दृढ़ संकल्प से करियर में तेजी लाएँ। नए-नए चैलेंज को क्रिएटिव तरीके से हल करें और सोच-समझकर रिस्क लें। आपकी पॉजिटिव और गो गेटर पर्सनालिटी ही आपकी सबसे बड़ी ताकत बनेगी।
स्वास्थ्य के मामले में यह कार्ड बहुत ही शुभ है। ये बताता है कि आप मानसिक, शारीरिक और आत्मिक रूप से संतुलन में रहेंगे। अगर अभी कोई स्वास्थ्य समस्या चल रही है तो जल्दी ही पूरी तरह से रिकवरी होगी। यह कार्ड पूर्णता, संतुलन और अच्छा स्वास्थ्य का संकेत है।
तुला राशि के लिए पेज़ ऑफ पेंटाकल्स बताता है कि आपके प्रेम जीवन में नई और वास्तविक संभावनाएं हैं। आपको कोई ऐसा साथी मिल सकता है जो समझदार, वफादार और रिश्ते में स्थिरता चाहता हो। यह कार्ड ऐसे रिश्ते की ओर संकेत करता है जो साझा रुचियों और लक्ष्यों पर आधारित हो। अगर आप पहले से रिश्ते में हैं, तो उसमें विकास और गंभीरता का नया चरण शुरू हो सकता है। यह आपके रिश्ते में पर्सनल ग्रोथ और परिपक्वता का समय है।
आर्थिक जीवन में नाइट ऑफ कप्स कार्ड दिखाता है कि इस समय आप पैसों से जुड़ी कठिन बातचीत या विवादों को सहानुभूति और संवेदनशीलता से संभाल पाएंगे। आपके पास ऐसी क्षमता है कि आप आर्थिक मामलों में संतुलन और मेलजोल बनाए रख सकें। अगर हाल ही में आप आर्थिक तंगी से गुजरे हैं, तो यह कार्ड बताता है कि अब आपको नए और रचनात्मक तरीकों से समाधान तलाशना होगा। पारंपरिक सोच से हटकर चलना आपको राहत दिला सकता है।
करियर में किंग ऑफ पेंटाकल्स कार्ड सफलता, स्थिरता और उपलब्धियों का संकेत देता है। यह कार्ड बताता है कि आपकी मेहनत, अनुशासन और व्यवस्थित काम करने की आदत आपको एक मजबूत आर्थिक स्थिति और करियर ग्रोथ दिलाएगी। यह समय आपके लिए स्थायी सफलता लेकर आएगा। साथ ही, यह कार्ड किसी ऐसे अनुभवी मार्गदर्शक या मेंटर की ओर भी इशारा करता है, जो आपको सही सलाह देकर करियर में आगे बढ़ने में मदद करेगा।
स्वास्थ्य के मामले में बताता है कि आपको पुरानी बुरी आदतों या नकारात्मक पैटर्न्स को छोड़ने की जरूरत है। ये आदतें आपकी प्रगति रोक रही हैं। वहीं अगर यह कार्ड रिवर्सड आता है, तो यह बताता है कि आप तनाव को पकड़े हुए हैं या बदलाव से डर रहे हैं। यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए आपको अपने तनाव और पुरानी आदतों को छोड़कर नए बदलावों को अपनाना चाहिए।
भाग्यशाली धातु: प्लैटिनम
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: द हैंग्ड मैन
आर्थिक जीवन: टू ऑफ पेंटाकल्स
करियर: जस्टिस
स्वास्थ्य: फाइव ऑफ पेंटाकल्स
वृश्चिक राशि के लिए द हैंग्ड मैन कार्ड वृश्चिक राशि के जातकों के प्रेम जीवन के बारे में बताता है कि आपका साथी जल्दीबाजी करने वाला नहीं है। वह हमेशा धीरे-धीरे, आराम से और ईश्वरीय समय पर भरोसा करके चीज़ों को आगे बढ़ाना पसंद करता है। यह व्यक्ति काफी आध्यात्मिक भी हो सकता है और तक़दीर पर विश्वास रखता है। आपके रिश्ते में एक आदर्शवादी भावना हो सकती है। आप दोनों कविता, संगीत, कला या फिल्मों के जरिए एक-दूसरे से जुड़ सकते हैं। आपके साथी के लिए आप प्रेरणा भी बन सकते हैं। ऐसा लगता है कि किस्मत ने आप दोनों को एक-दूसरे की जिंदगी में इसलिए भेजा है ताकि आप नया दृष्टिकोण और समझ पा सकें।
आर्थिक जीवन में टू ऑफ पेंटाकल्स अपराइट आने पर दिखाता है कि इस समय आपको कठिनाइयों और अस्थिरता के बीच अपने पैसों को संभालने की जरूरत है। आप शायद एक साथ कई जिम्मेदारियां निभा रहे हैं और आपको लचीलापन बनाए रखना होगा। लेकिन अगर यह कार्ड रिवर्सड आता है तो यह आर्थिक परेशानी, गलत निर्णय, ज़रूरत से ज़्यादा जिम्मेदारी उठाना या काम और इनाम के बीच असंतुलन का संकेत देता है। सावधानी से खर्च करना और संतुलित निर्णय लेना बेहद ज़रूरी है।
करियर में यह कार्ड बताता है कि आपको संतुलन और न्यायपूर्ण व्यवहार बनाए रखना चाहिए। यह कार्ड आपको यह सोचने के लिए कहता है कि क्या आपको अपनी मेहनत का फल और कार्यों के लिए सराहना मिलेगी। अगर आपके साथ कोई अन्याय हो रहा है, तो आपको सक्रिय होकर कदम उठाना होगा ताकि हालात सुधर सकें।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से फाइव ऑफ पेंटाकल्स अपराइट कार्ड प्राप्त हुआ है। यह दर्शाता है कि आपको, बीमारी, लंबे समय से चल रही तकलीफ या चोट जैसी समस्या हो सकती है, जो आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है। यह तनाव, अकेलापन और सहारे की कमी जैसे भावनाएं भी ला सकता है। यह कार्ड यह भी बताता है कि आप शारीरिक जरूरतों की अनदेखी कर रहे हैं, जैसे सही खाना, आराम या शरीर की देखभाल। इसका असर आपके स्वास्थ्य पर सीधा पड़ सकता है।
धनु राशि राशि वालों को प्रेम जीवन की बात करें तो, अगर आप एक रिश्ते में हैं तो क्वीन ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड बताता है कि अब आप अपने रिश्ते में सुरक्षित और आत्मविश्वासी महसूस करेंगे। आपने अपने रिश्ते में स्थिरता और मजबूती लाने के लिए काफी मेहनत की है और अब आप उसका फल पाएंगे। यह कार्ड आपके पार्टनर की भी प्रतिनिधित्व कर सकता है, जो दयालु, आत्मविश्वासी, उदार, व्यावहारिक, वफादार, देखभाल करने वाले और स्वागत करने वाले स्वभाव के होंगे।
द स्टार कार्ड आर्थिक मामलों में दर्शाता है कि आपने मुश्किलों को पार कर लिया है और अब आपके पास तरक्की, आर्थिक स्थिरता और एक नई उम्मीद की संभावना है। यह कार्ड संकेत देता है कि आपकी वित्तीय स्थिति मजबूत रहेगी। यह आपको प्रेरित करता है कि आप वर्तमान का आनंद लेते हुए भविष्य के लिए योजनाएं भी बनाएं। साथ ही,यह कार्ड आपको आभार व्यक्त करने, सकारात्मक बने रहने और अप्रत्याशित आर्थिक आशीर्वाद व समाधान को खुले दिल से स्वीकार करने की सलाह देता है। यह आपको आत्मविश्वास, आशावादी और ब्रह्मांड की योजना पर विश्वास रखने के लिए प्रेरित करता है।
करियर के मामलों में, टू ऑफ़ वैंड्स कार्ड यह बताता है कि यह समय आपके लिए बेहद अहम है, जहां आपको सही फैसले लेने योजनाएं बनाने और नए अवसरों को अपनाने की जरूरत है। यह कार्ड कहता है कि आपको अपने करियर को लंबी अवधि के हिसाब से सोचना चाहिए। आपको दूर दृष्टि रखनी होगी, नए रास्तों पर विचार करना होगा और समझदारी से उठाए गए कदम आपके भविष्य में स्थिरता और तरक्की लाएंगे।
स्वास्थ्य के मामले में एट ऑफ कप्स कार्ड संकेत देता है कि अब आपको खुद की देखभाल पर ध्यान देने की जरूरत है। अगर कहीं असंतुलन है तो उसे दूर करें। यह कार्ड यह भी बताता है कि आपको तनावपूर्ण स्थितियों से कुछ समय के लिए दूर रहना चाहिए, अपनी प्राथमिकताओं का पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए और थोड़ा आराम लेकर खुद को दोबारा ऊर्जा से भरना चाहिए। यह आत्म-चिंतन और सुधार का समय हो सकता है, जहां जीवनशैली या आदतों में बदलाव करके आप बेहतर स्वास्थ्य की ओर बढ़ सकते हैं।
भाग्यशाली धातु: पीतल
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मकर राशि
प्रेम जीवन: किंग ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: स्ट्रेंथ
करियर: टेन ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: ऐस ऑफ कप्स
मकर राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो यह कार्ड बताता है कि रिश्ता आपसी सम्मान और विचारों की मेलजोल पर आधारित होता है। इसमें बातचीत सीधी और समझदारी से होती है, जल्दबाजी या भावनाओं में बहकर नहीं। यह दर्शाता है कि आप रिश्ते को लेकर ऊंची उम्मीदें रखते हैं और ईमानदारी व तर्क को महत्व देते है। कई बार यह संकेत देता है कि रिश्ते में एक व्यक्ति बहुत व्यावहारिक, संयमित या भावनाएं व्यक्त करने में थोड़ा झिझकने वाला हो सकता है।
आर्थिक जीवन में सीधे रूप में आना वाला स्ट्रेंथ कार्ड यह बताता है कि आर्थिक मामलों में आपको धैर्य रखना चाहिए। यह अंदर की हिम्मत, खर्चों में नियंत्रण और लंबे समय तक सोचकर समझदारी से आर्थिक फैसले लेने की क्षमता दर्शाता है। इसका अर्थ है कि आपके पास इतनी ताकत और बुद्धि है कि आप पैसों से जुड़ी परेशानियों को पार कर सकते हैं और सोच- समझकर बड़े और साहसी कदम उठा सकते हैं।
टेन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड अक्सर किसी चीज़ के अंत, नौकरी छूटने या काम में मुश्किल समय की ओर इशारा करता है। यह धोखा महसूस होने, थकान या यह एहसास होने का भी संकेत दे सकता है कि जिस काम को आप कर रहे हैं उसमें अब आनंद नहीं बचा है। हालांकि यह कार्ड नकारात्मकता दिखाता है, लेकिन यह नए शुरुआत और बेहतर रास्ते खोजने का अवसर भी लाता है।
ऐस ऑफ कप्स स्वास्थ्य में अगर आप स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से गुजर रहे हैं, तो यह कार्ड अच्छे बदलाव की निशानी है। यह बताता है कि आपके स्वास्थ्य में सुधार होगा और ऊर्जा बढ़ेगी। अगर आप गर्भधारण की कोशिश कर रहे हैं तो यह कार्ड शुभ संकेत है, क्योंकि यह प्रजनन और गर्भावस्था का भी प्रतीक है।
भाग्यशाली धातु: पंचधातु
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कुंभ राशि
प्रेम जीवन: सिक्स ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: द डेविल
करियर: सिक्स ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: टू ऑफ कप्स
कुंभ राशि राशि के जातकों के प्रेम जीवन में अतीत पर ध्यान, पुरानी यादों और शुरुआती अनुभवों को दर्शाता है। यह अक्सर किसी पुराने प्रेम संबंध के दोबारा लौट आने या पुरानी भावनाओं के जाग उठने का संकेत देता है। यह कार्ड खुशहाल पलों में लौटने या किसी प्रिय साझा याद में सुकून पाने की ओर भी इशारा करता है। साथ ही, यह किसी रिश्ते में बचकाना या मासूम व्यवहार को भी दिख सकता है, या फिर यह बताता है कि अतीत की कुछ अनसुलझी बातें आपके वर्तमान संबंधों में मुश्किलें पैदा कर रही हैं।
आर्थिक मामलों में द डेविल कार्ड लत और बंधन का प्रतीक है, जैसे कि जरूरत से ज्यादा खर्च करना, जुआ खेलना या धन से अस्वस्थ जुड़ाव। यह एक तरह की नकारात्मक आर्थिक स्थिति में फंसे होने का भी संकेत देता है। यह कार्ड चेतावनी देता है कि पैसे और भौतिक चीज़ों के प्रति असंतुलन को सुधारने की जरूरत है, वरना यह आपके सुख-शांति पर भारी पड़ सकता है।
करियर में सिक्स ऑफ पेंटाकल्स कार्ड संतुलन, सहयोग और आपसी मदद का समय बताता है। इसका मतलब है कि आपको आर्थिक मदद, मार्गदर्शन या मेहनत के लिए सराहना मिल सकती है। यह कार्ड यह भी दर्शाता है कि आपको दूसरों की मदद करने का अवसर मिलेगा, जैसे उन्हें उचित इनाम देना या सही दिशा दिखाना।
स्वास्थ्य के लिए टू ऑफ कप्स कार्ड सकारात्मक ऊर्जा और उपचार का संकेत है। यह मन और शरीर के बीच सामंजस्य बनाने, सही स्वास्थ्य विशेषज्ञ मिलने और संतुलित जीवन जीने की ओर इशारा करता है। यह कार्ड आत्म-सहानुभूति अपनाने और भरोसेमंद डॉक्टर/विशेषज्ञ से संपर्क करने की सलाह देता है, ताकि संपूर्ण स्वास्थ्य और आंतरिक शांति मिल सके।
भाग्यशाली धातु: पंचधातु
मीन राशि
प्रेम जीवन: ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: क्वीन ऑफ पेंटाकल्स
करियर: क्वीन ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: नाइन ऑफ पेंटाकल्स
मीन राशि राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें यह कार्ड दर्शाता है कि आपका रिश्ता हमेशा नया और ताजगी से भरा हुआ लगेगा। आपके पास हमेशा नया साझा करने या चर्चा करने के लिए रहेगा, जिससे हर दिन आपके रिश्ते में नई ऊर्जा बनी रहेगा। इस रिश्ते में कभी बोरियत नहीं होगी। जब प दोनों सच में एक-दूसरे को समझ लेते हैं, तो आपके बीच कोई छुपाव नहीं रहता और आप हमेशा अपने असली रूप में सहज महसूस करते हैं।
क्वीन ऑफ पेंटाकल्स आर्थिक जीवन में दर्शाता है कि आपकी समझदारी और व्यवहारिक दृष्टिकोण से आपको समृद्धि और स्थिरता प्राप्त होगी। यह कार्ड मेहनत, सोच-समझकर किया गया धन प्रबंधन और सावधानीपूर्वक बनाई गई योजनाओं से प्राप्त धन और सुख-संपन्नता का संकेत देता है। इसका अर्थ है कि आपकी सजग और देखभाल करने वाली सोच वित्तीय मामलों में एक मजबूत और लाभकारी परिणाम लेकर आएगी।
करियर में भावनात्मक संतुष्टि और दूसरों की सेवा का प्रतीक है। यह आपको ऐसे पेशे अपनाने की सलाह देती है, जो आपके मूल्यों और भावनाओं से मेल खाते हों, जैसे – रचनात्मक कला, नर्सिंग, या काउंसलिंग। हालांकि यह आर्थिक स्थिरता की ओर इशारा करता है, लेकिन यह चेतावनी भी देता है कि जटिल निवेशों में जरूरत से ज्यादा उलझने से बचें और संतुलन बनाए रखें।
स्वास्थ्य के मामले में स्थिरता, स्वतंत्रता और आपके परिश्रम के अच्छे परिणामों का प्रतीक है। यह आमतौर पर अच्छे स्वास्थ्य, ऊर्जा और जीवन शक्ति का संकेत देता है। हालांकि, यह कार्ड यह भी याद दिलाता है कि भौतिक उपलब्धियों और आत्म-देखभाल के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. क्या टैरो भारत में एक लोकप्रिय भविष्यवाणी टूल है?
हां, पिछले एक दशक में इसे भारत में लोकप्रियता हासिल हुई है।
2. टैरो में कौन सा कार्ड परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करता है?
द डेथ कार्ड
3. टैरो में कौन सा कार्ड व्यसनों का प्रतिनिधित्व करता है?
द डेविल कार्ड
शारदीय नवरात्रि 2025 का छठा दिन: मां कात्यायनी की पूजा से मिलेगा मनचाहा वर!
शारदीय नवरात्रि 2025 का छठा दिन मां कात्यायनी को समर्पित है। मां कात्यायनी का पूजन विशेष रूप से विवाह योग्य कन्याओं के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि मां की सच्चे मन से आराधना करने पर विवाह में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं और मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त होता है।
नवरात्रि की इस तिथि को किए गए उपाय और साधना जल्द विवाह, दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि और जीवन की कठिनाइयों को समाप्त करने में मदद करते हैं।
मां कात्यायनी को साहस, बल और सौंदर्य की देवी कहा जाता है। इन्हें सिंहवाहिनी और चार भुजाधारी रूप में पूजित किया जाता है, जो भी भक्त श्रद्धा और भक्ति भाव से मां की पूजा करता है, उसके जीवन से नकारात्मकता दूर होकर सफलता और आनंद के द्वार खुल जाते हैं। इसलिए नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की उपासना का महत्व और भी बढ़ जाता है।
तो चलिए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं शारदीय नवरात्रि 2025 का छठा दिन मां कात्यायनी की पूजा विधि, महत्व, कथा आदि के बारे में।
नवरात्रि 2025 का छठा दिन
वर्ष 2025 में नवरात्रि की छठे दिन की शुरुआत 27 सितंबर 2025 शनिवार को रही है। इस दिन माता के कात्यायनी स्वरूप की पूजा की जाएगी। इसके अलावा, अभिजीत मुहूर्त की बात करें तो इस दिन का कोई भी अभिजीत मुहूर्त नहीं है।
नवरात्रि 2025 का छठा दिन: मां कात्यायनी का स्वरूप
मां दुर्गा का छठा स्वरूप कात्यायनी देवी कहलाता है। इनका रूप अत्यंत तेजस्वी और दिव्य है। मां सिंह पर विराजमान रहती हैं, इसलिए इन्हें सिंहवाहिनी कहा जाता है। इनके चार भुजाएं हैं, एक हाथ में कमल पुष्प है, जो शांति और सौंदर्य का प्रतीक है, दूसरा हाथ भक्तों को अभय वरदान देता है, जिससे उनके जीवन में भय और नकारात्मकता दूर होती है। तीसरे हाथ में मां खड्ग (तलवार) धारण किए रहती हैं, जो अन्याय और अधर्म का संहार करने की शक्ति का प्रतीक है।
चौथा हाथ वर मुद्रा में रहता है, जो अपने भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करने का संकेत देता है। मां कात्यायनी का रंग स्वर्णिम आभा लिए हुए उज्जवल और चमकीला है। उनके स्वरूप में एक सौंदर्य, कोमलता और करुणा झलकती है, तो दूसरी ओर अपार शक्ति और शौर्य का आभास होता है। इन्हें विशेष रूप से विवाह योग्य कन्याओं की आराध्य देवी माना गया है, क्योंकि मां की उपासना से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होकर शीघ्र विवाह का मार्ग प्रशस्त होता है।
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नवरात्रि 2025 का छठा दिन: पूजन विधि
सबसे पहले प्रातःकाल स्नान कर लें। घर व पूजा स्थल को अच्छी तरह साफ करें।
स्वयं शुद्ध होकर साफ वस्त्र विशेषकर पीले या गुलाबी पहनें।
पूजा स्थान पर माता कात्यायनी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें और गंगाजल छिड़ककर स्थल को पवित्र करें।
दीप जलाकर माता का ध्यान करें। संकल्प लें कि पूरे दिन व्रत व भक्ति से माता की पूजा करेंगे।
पीले या लाल कपड़े पर प्रतिमा रखें। पास में जल से भरा कलश रखकर उस पर आम के पत्ते और नारियल रखें।
धूप, दीप, अक्षत, रोली, पुष्प, फल, मिठाई और शहद चढ़ाएं। मां कात्यायनी का प्रिय भोग शहद है, अत अवश्य अर्पित करें।
“ॐ देवी कात्यायन्यै नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। चाहें तो सप्तशती पाठ भी करें।
आखिरी में मां की आरती करें और विवाह, सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें। परिवार के कल्याण और संतान-सुख के लिए भी मां से आशीर्वाद मांगें।
नवरात्रि 2025 का छठा दिन: कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में पृथ्वी पर असुरों का अत्याचार बढ़ गया था। विशेषकर महिषासुर नाम का असुर इतना शक्तिशाली हो गया था कि देवता भी उससे परेशान हो गए। उसने देवताओं को हराकर स्वर्गलोक पर कब्जा कर लिया और चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई।
तब सभी देवता भगवान विष्णु, शिव और ब्रह्मा जी के पास पहुंचे और महिषासुर से मुक्ति का उपाय पूछा। देवताओं की विनती सुनकर त्रिदेवों ने अपनी अपनी शक्ति का एक अंश निकाला और देवी के रूप में एक अद्भुत तेजोमयी नारी का निर्माण हुआ।
वह देवी कात्यायन ऋषि के घर प्रकट हुईं, इसलिए उनका नाम कात्यायनी पड़ा। कात्यायनी देवी का स्वरूप अति भव्य और दिव्य था। उनका रंग सुनहरा था, चार भुजाएं थीं, एक हाथ में तलवार, दूसरे में कमल पुष्प, तीसरे हाथ में वर मुद्रा और चौथे में अभय मुद्रा थी।
वे सिंह पर सवार रहती थी। कहानी के अनुसार, मां कात्यायनी ने ही महिषासुर का वध किया और देवताओं को उसके आतंक से मुक्त कराया। इसलिए इन्हें महिषासुर मर्दिनी भी कहा जाता है।
इस मंत्र का जाप करने से विवाह में आ रही रुकावटें दूर होती हैं और मन को शांति मिलती है।
प्रिय भोग
मां कात्यायनी को शहद (मधु) का भोग लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि शहद का भोग चढ़ाने से साधक को आकर्षण शक्ति और मनचाहा वर प्राप्त होता है। इसके साथ ही फल, हलवा, पूड़ी और खीर भी अर्पित की जाती है।
शुभ रंग
शारदीय नवरात्रि 2025 के छठे दिन का शुभ रंग गुलाबी होता है। गुलाबी रंग प्रेम, कोमलता और सौभाग्य का प्रतीक है। इस दिन गुलाबी वस्त्र पहनकर मां की पूजा करने से वैवाहिक सुख और प्रेम की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि 2025 का छठा दिन: शत्रुओं से मुक्ति पाने के राशि अनुसार उपाय
मेष राशि
इस दिन गुलाबी फूल लेकर मां कात्यायनी को अर्पित करें। साथ ही, “ॐ देवी कात्यायन्यै नमः” मंत्र का 11 बार जाप करें। ऐसा करने से विवाह में आ रही अड़चनें जल्दी दूर होंगी।
मां कात्यायनी को दूध और शहद से बनी खीर का भोग लगाएं। पूजा के बाद खीर कन्याओं को बांटे। इससे दांपत्य जीवन सुखमय होता है और अच्छे रिश्ते आते हैं।
मिथुन राशि
मां को हरी चूड़ियां और हरा कपड़ा अर्पित करें। साथ ही, कात्यायनी महामाये…” मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से विवाह में तेजी आएगी और मनपसंद जीवनसाथी मिलेगा।
कर्क राशि
मां कात्यायनी को सफेद पुष्प और मोती का दान करें। पूजा के समय दीपक में देशी घी जलाएं। ऐसा करने से दांपत्य जीवन में प्रेम और स्थिरता आती है।
सिंह राशि
मां को लाल पुष्प और सिंदूर अर्पित करें। प्रतिज्ञा लें कि झूठ नहीं बोलेंगे। विवाह में देरी की समस्या खत्म होती है और योग्य वर-वधु मिलता है।
कन्या राशि
मां कात्यायनी को हरी मूंग की दाल से बने पकवान का भोग लगाएं। पूजा के बाद गरीब कन्याओं को खिलाएं। ऐसा करने से विवाह के योग प्रबल होते हैं और परिवार की तरफ से आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
मां को गुलाबी रंग के वस्त्र और गुलाब का फूल चढ़ाएं। 108 बार ॐ कात्यायनी नमः का जाप करें। ऐसा करने से प्रेम विवाह में सफलता मिलती है।
वृश्चिक राशि
मां को लाल कपड़े और अनार का भोग लगाएं। पूजा के बाद कन्याओं को अनार दें। ऐसा करने से विवाह में होने वाली अनबन और देरी दूर होती है।
धनु राशि
मां कात्यायनी को पीले फूल और हल्दी अर्पित करें। ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कात्यायनी स्वाहा मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से अच्छे रिश्ते जल्दी आने लगते हैं।
मकर राशि
मां सफेद वस्त्र और चावल का भोग लगाएं। पूजा के बाद पक्षियों को दाना डालें। ऐसा करने से शादी में आ रही बाधाएं समाप्त होती हैं और स्थिर विवाह होता है।
कुंभ राशि
मां को नील पुष्प और गुड़ का भोग लगाएं। ऐसा करने ॐ देवी कात्यायन्यै नमः का जाप करें। विवाह संबंधी रुकावटें दूर होकर मनपसंद जीवनसाथी मिलने की संभावना बढ़ती है।
मीन राशि
मां कात्यायनी को केसर और पीली मिठाई अर्पित करें। पूजा के बाद माता-पिता का आशीर्वाद लें। ऐसा करने से, विवाह में आ रही ग्रह बाधाएं दूर होती हैं और सुखद वैवाहिक जीवन प्राप्त होता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. मां कात्यायनी की पूजा कब करनी चाहिए?
नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है। हालांकि, विवाह में रुकावट हो तो शुक्रवार के दिन भी उनकी साधना की जा सकती है।
2. मां कात्यायनी का शुभ रंग कौन-सा है?
मां कात्यायनी को गुलाबी और लाल रंग बहुत प्रिय है। इसलिए इस दिन गुलाबी या लाल रंग पहनना और इन रंगों के फूल अर्पित करना शुभ माना जाता है।
3. मां कात्यायनी को कौन-सा भोग चढ़ाना चाहिए?
दूध से बनी खीर, शहद, गुड़, लाल/पीली मिठाई और फल अर्पित करना शुभ माना गया है।
शारदीय नवरात्रि 2025 पंचमी: स्कंदमाता का सिर्फ एक उपाय, संतान सुख पाना होगा आसान!
शारदीय नवरात्रि2025 के नौ दिनों में प्रत्येक दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप की पूजा का विधान है और शारदीय नवरात्रि 2025 पंचमी तिथि पर मां के स्कंदमाता के रूप की पूजा की जाती है।
मां स्कंदमाताको भगवान कार्तिकेय की माता होने का गौरव प्राप्त है। देवी का यह स्वरूप वात्सल्य, ममता और करुणा का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि मां स्कंदमाता की पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है और संतान से जुड़ी हर समस्या दूर होती है। इतना ही नहीं, भक्तों के जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और सौभाग्य का वास होता है।
जो दंपत्ति लंबे समय से संतान प्राप्ति की कामना कर रहे है, उनके लिए पंचमी तिथि का दिन बेहद खास होता है। इस दिन श्रद्धा और भक्ति के साथ मां की पूजा करने से हर इच्छा पूरी होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, स्कंदमाता की आराधना से न केवल सांसारिक सुख मिलते हैं. बल्कि भक्त की आत्मा भी शुद्ध होकर मोक्ष के मार्ग पर अग्रसर होती है।
मां अपने भक्तों पर इतनी कृपा बरसाती हैं कि उनके जीवन से दुख, दरिद्रता और कष्ट सब दूर हो जाते हैं इसलिए नवरात्रि की पंचमी तिथि का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत अधिक है। इस दिन यदि मां स्कंदमाता की पूजा सही विधि-विधान से की जाए तो भक्त को संतान सुख सहित जीवन के हर क्षेत्र में सफलता और शुभ फल अवश्य प्राप्त होते हैं।
तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इस ख़ास ब्लॉग में शारदीय नवरात्रि के बारे में, इसके महत्व, पूजा विधि व इस दिन किए जाने वाले अचूक उपायों के बारे में।
शारदीय नवरात्रि 2025 पंचमी तिथि की शुरुआत
शारदीय नवरात्रि 2025 का पांचवां दिन 26 सितंबर दिन शुक्रवार को पड़ेगा। इसके अलावा बात करें अभिजीत मुहूर्त की तो इस दिन का अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 48 मिनट से लेकर 12 बजकर 26 मिनट तक का रहने वाला है।
शारदीय नवरात्रि 2025 पंचमी पर मां स्कंदमाता का स्वरूप
मां दुर्गा का पांचवां स्वरूप मां स्कंदमाता है। मां स्कंदमाता का स्वरूप अत्यंत दिव्य और तेजस्वी है। देवी चार भुजाओं वाली हैं। इनके दो हाथों में कमल पुष्प सुशोभित रहते हैं, एक हाथ में भगवान स्कंद (कार्तिकेय) को गोद में धारण करती हैं और चौथा हाथ भक्तों को वरदान देने की मुद्रा में रहता है।
मां स्कंदमाता का विग्रह अत्यंत शांत और मातृत्व की ममता से भरा हुआ है। इनका आसन कमल का पुष्प है इसलिए इन्हें पद्मासना देवी भी कहा जाता है।
उनके गोद में विराजमान बाल स्वरूप कार्तिकेय इस बात का प्रतीक हैं कि देवी न केवल ब्रह्मांड की पालनहार हैं, बल्कि वात्सल्य और मातृत्व का साक्षात स्वरूप भी हैं। उनके मुख पर शांति और करुणा की आभा झलकती है, जो भक्तों के मन को तुरंत ही भक्ति और श्रद्धा से भर देती है।
मां स्कंदमाता के स्वरूप में जहां जहां एक ओर ममता और वात्सल्य की झलक है, वहीं दूसरी ओर वे अपने भक्तों की रक्षा करने वाली वीरता से भी परिपूर्ण हैं। जो साधक को नवरात्रि की पंचमी तिथि पर मां स्कंदमाता की पूजा करता है, उसे संतान सुख, पारिवारिक समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का वरदान मिलता है।
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शारदीय नवरात्रि 2025 पंचमी पर मां स्कंदमाता का पूजा मंत्र- भोग- और शुभ रंग
शारदीय नवरात्रि 2025 पंचमी पर मां स्कंदमाता पूजा मंत्र
नवरात्रि की पंचमी तिथि पर मां स्कंदमाता की पूजा करते समय इन मंत्रों का जप करना अत्यंत फलदायी माना जाता है:
ध्यान मंत्र
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कंदमाता यशस्विनी॥
स्तोत्र मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
पूजा मंत्र
ॐ देवी स्कंदमातायै नमः॥
शारदीय नवरात्रि 2025 पंचमी पर मां स्कंदमाता का प्रिय भोग
मां स्कंदमाता को प्रसन्न करने के लिए उन्हें केले का भोग अर्पित करना सबसे शुभ माना जाता है। इसके अलावा, मां को मिश्री, हलवा और पीले रंग के फलों का भोग भी चढ़ाया जाता है। इस दिन भक्तों को व्रत और पूजा के बाद इस भोग को परिवारजनों और ब्राह्मणों में बांटना चाहिए।
शारदीय नवरात्रि 2025 पंचमी पर शुभ रंग
मां स्कंदमाता को पीला रंग अत्यंत प्रिय है। नवरात्रि की पंचमी तिथि पर पीले वस्त्र धारण करके पूजा करना विशेष रूप से शुभ और फलदायी माना जाता है। पीला रंग ज्ञान, प्रकाश, ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक है।
पंचमी के दिन प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
व्रत और पूजा का संकल्प लें और मां स्कंदमाता को याद करते हुए मन को एकाग्र करें।
एक साफ स्थान पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएं। उस पर मां स्कंदमाता की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
पास में जल से भरा कलश, नारियल और आम के पत्ते रखें।
दीपक जलाकर पूजा की शुरुआत करें।
गंगाजल छिड़क कर वातावरण और पूजा स्थल को शुद्ध करें। फिर मां स्कंदमाता का ध्यान करके उनका आवाहन करें।
मां को पीले या लाल फूल चढ़ाएं। धूप, दीप, अक्षत, रोली और सिंदूर अर्पित करें।
मां को केले का भोग चढ़ाना सबसे शुभ माना जाता है। इसके अलावा मिश्री या हलवे का प्रसाद भी अर्पित कर सकते हैं।
पूजा के दौरान निम्न मंत्र का जप करें- ॐ देवी स्कंदमातायै नमः॥ कम से कम 11 या 21 बार इस मंत्र का जप अवश्य करें।
मां से संतान सुख, परिवार की समृद्धि और जीवन में शांति का आशीर्वाद मांगे।
पूजा पूरी होने पर भोग को परिवारजनों और ब्राह्मणों में वितरित करें।
शारदीय नवरात्रि 2025 पंचमी की कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन समय में दानवों का अत्याचार दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा था। उस समय का सबसे शक्तिशाली और पराक्रमी दानव था, जिसका नाम तरकासुर था। उसने कठोर तपस्या करके भगवान शिव से वरदान प्राप्त किया कि उसे केवल भगवान शिव के पुत्र द्वारा ही मारा जा सकेगा।
इस वरदान के कारण वह अजेय हो गया और देवता भी उससे भयभीत रहने लगे। तरकासुर के आतंक से त्रस्त होकर सभी देवता और ऋषि-मुनि भगवान शिव और देवी पार्वती की शरण में गए। उन्होंने विनती की कि भगवान शिव और मां पार्वती का संयोग हो, ताकि एक ऐसे पुत्र का जन्म हो जो तारकासुर का वध कर सके। भगवान शिव और मां पार्वती के संयोग से कार्तिकेय का जन्म हुआ।
स्कंद अत्यंत तेजस्वी और वीर बालक थे। देवताओं ने उन्हें अपना सेनापति बनाया। उन्होंने कम आयु में ही अपनी अद्भुत शक्ति और वीरता का परिचय दिया और भीषण युद्ध में तरकासुर का वध कर दिया। इसी कारण मां पार्वती को स्कंदमाता कहा जाता है। मां स्कंदमाता अपने पुत्र को गोद में लेकर भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। उनकी यह स्वरूप वात्सल्य, करुणा और मातृत्व की ममता से परिपूर्ण है।
शारदीय नवरात्रि 2025 पंचमी पर संतान प्राप्ति के लिए राशि अनुसार उपाय
मेष राशि
मां स्कंदमाता को लाल फूल और लाल वस्त्र अर्पित करें। साथ ही, 11 बार ॐ देवी स्कंदमातायै नमः का जाप करें। ऐसा करने से संतान सुख में आ रही बाधाएं दूर होंगे।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वाले मां को सफेद फूल और मिश्री का भोग चढ़ाएं। संतान की दीर्घायु और सुख के लिए ॐ स्कन्दजननी नमः मंत्र का जाप करें।
मिथुन राशि
मां को पीले पुष्प और गुड़ का भोग अर्पित करें। साथ ही, ॐ देवी स्कंदमातायै नमः मंत्र का 21 बार जाप करें। ऐसा करने से संतान सुख और शिक्षा में प्रगति होगी।
कर्क राशि
मां स्कंदमाता को दूध और चावल का भोग लगाएं। साथ ही, सफेद पुष्प अर्पित करें और संतान प्राप्ति हेतु प्रार्थना करें।
सिंह राशि वालों को मां को गेंदा या गुलाब के फूल और घी से बनी मिठाई का भोग चढ़ाएं। 11 बार “ॐ स्कन्दजननी नमः मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से संतान सुख जल्द प्राप्त होता है।
कन्या राशि
मां स्कंदमाता को हरे पत्ते, मूंग या हरी सब्ज़ियों का भोग लगाएं। पीले वस्त्र पहनकर पूजा करें। संतान सुख और बुद्धि का आशीर्वाद मिलेगा।
तुला राशि
तुला राशि वालों को मां को गुलाबी फूल और खीर का भोग अर्पित करना चाहिए। संतान सुख की इच्छा से ॐ देवी स्कंदमातायै नमः मंत्र का जाप करें।
वृश्चिक राशि
मां स्कंदमाता को लाल पुष्प और अनार का भोग अर्पित करें। साथ ही, 21 बार इस मंत्र- ॐ देवी स्कंदमातायै नमः का जप अवश्य करें। इससे संतान प्राप्ति में आ रही रुकावटें दूर होंगी।
धनु राशि
मां को पीले फूल और बेसन के लड्डू चढ़ाएं। साथ ही, ॐ स्कन्दजननी नमः मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से संतान सुख और समृद्धि प्राप्त होती है।
मकर राशि
मां को नीले फूल या दूब अर्पित करें। गुड़ और तिल का भोग लगाएं। संतान सुख की प्राप्ति के साथ पारिवारिक स्थिरता मिलती है।
कुंभ राशि
मां स्कंदमाता को सफेद पुष्प और फल अर्पित करें। 11 बार मंत्र जप अवश्य करें। संतान से जुड़ी परेशानियां दूर होंगी।
मीन राशि
मां को पीले फूल और केले का भोग अर्पित करें। संतान प्राप्ति हेतु “ॐ देवी स्कंदमातायै नमः” का जप करें।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. मां स्कंदमाता का शुभ रंग कौन सा है?
मां स्कंदमाता को पीला रंग अत्यंत प्रिय है। इस दिन पीले वस्त्र पहनकर पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है।
2. मां स्कंदमाता को कौन-सा भोग चढ़ाना सबसे उत्तम है?
मां को विशेष रूप से केला प्रिय है। इसके अलावा मिश्री, हलवा या पीले फल अर्पित करना भी शुभ फल देता है।
3. संतान सुख की प्राप्ति के लिए कौन-सा मंत्र जपें?
“ॐ देवी स्कंदमातायै नमः” मंत्र का 11, 21 या 108 बार जाप करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
टैरो मासिक राशिफल: अक्टूबर का महीना लेकर आएगा सभी 12 राशियों के लिए कौन सी नई सौगात? जानें
टैरो मासिक राशिफल: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्योतिषियों का मानना है कि टैरो व्यक्ति की जिंदगी में भविष्यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।
टैरो इस बात पर ध्यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्य के लिए सही विकल्प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्मा से बात करने का मौका देता है।
आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मजाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है। या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं।
इन कारणों से या अन्य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।
टैरो की उत्पति 15वीं शताब्दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।
टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति को प्राप्त किया जा सकता है। आप कुछ स्तर पर अध्यात्म से, थोड़ा अपनी अंतरात्मा से और थोड़ा अपने अंतर्ज्ञान और आत्म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।
तो आइए अब इस मासिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि अक्टूबर 2025 का यह महीना राशि चक्र की सभी 12 राशियों के लिए किस तरह के परिणाम लेकर आएगा?
मेष राशि वालों के प्रेम जीवन में फोर ऑफ कप्स आया है जो आपके रिश्ते में निराशा, असंतुष्टि या फिर मौजूदा रिश्ते में सराहना की कमी को दर्शा रहा है। साथ ही, आपके रिश्ते में एक-दूसरे को लेकर सम्मान की कमी भी हो सकती है। यह कार्ड बता रहा है कि यह जातक अपनी कमियों पर हद से ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं या फिर पिछले रिश्ते में मिली असफलताओं से बाहर नहीं आ पा रहे हैं। ऐसे में, आप स्वयं को प्राप्त होने वाले प्रेम प्रस्तावों से चूक सकते हैं।
आर्थिक जीवन की बात करें तो, क्वीन ऑफ वैंड्स आत्मविश्वास, धन से जुड़े सही फैसले और दृढ़ता के बल पर मिलने वाली सफलता की तरफ इशारा कर रहा है। यह कार्ड कहता है कि इस अवधि में आप धन संबंधित कुछ महत्वपूर्ण फैसले ले सकते हैं। साथ ही, आर्थिक स्थिति को बहुत अच्छे से संभालने में सक्षम होंगे। आप किसी नए प्रोजेक्ट को अपने हाथ में ले सकते हैं या फिर नए शेयर खरीद सकते हैं। हालांकि, आपको इस दौरान अपने खर्चों को लेकर सावधान रहना होगा क्योंकि आप बजट से बाहर जा सकते हैं। कुल मिलाकर, आर्थिक जीवन में आपको संतुलन बनाकर चलना होगा।
करियर में आपको द हैरोफ़न्ट प्राप्त हुआ है जो एक ऐसे कार्यक्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है जहाँ आप शांति से काम करेंगे। साथ ही, आपको मेंटर और अनुभवी लोगों से सीखने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, आप काम को आसानी से करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से सलाह लेते हुए भी दिखाई दे सकते हैं। लेकिन, इस दौरान आपको नियमों और सिद्धांतों का भी पालन करना होगा, तब ही आप अपने करियर को तरक्की के मार्ग पर ले जा सकेंगे। इस माह आप किसी चीज की ट्रेनिंग भी ले सकते हैं।
स्वास्थ्य के मामले में आपको किंग ऑफ कप्स मिला है जो आपके लिए सकारात्मक कहा जाएगा। इस अवधि में आपको अपने भावनात्मक संतुलन, हीलिंग और खुद की सेहत पर ध्यान देना होगा। वहीं, जो जातक किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए यह समय राहत लेकर आ सकता है और वह सही मार्ग पर आगे बढ़ सकते हैं। ऐसे में, इन जातकों को भावनात्मक रूप से शांत रहने, आराम करने और खुद की सेहत को प्राथमिकता देने की सलाह दी जाती है।
घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान: न्यूज़ीलैंड
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: द लवर्स
आर्थिक जीवन: नाइट ऑफ पेंटाकल्स
करियर: फॉर ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ वैंड्स
बात करें वृषभ राशि वालों के प्रेम जीवन की, तो द लवर्स कार्ड आपके रिश्ते में मज़बूती और गहराई को दर्शा रहा है जो प्रेम एवं सौहार्द से पूर्ण होगा। साथ ही, इस अवधि में आप एक नए रिश्ते की शुरुआत कर सकते हैं या फिर मौजूदा रिश्ते को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
जब बात आती है आर्थिक जीवन की, तो नाइट ऑफ पेंटाकल्स स्थिर, मज़बूत और व्यवस्थित आर्थिक स्थिति की तरफ संकेत कर रहा है। इस समय आप धन से जुड़े मामलों में सावधानी बरतकर, सोच-समझकर योजनओं का निर्माण करके और निवेश करके दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता पाने में सक्षम होंगे। इस माह में आपको तेज़ी से धन कमाने के लिए जोख़िम उठाने के बजाय भविष्य के लिए आर्थिक स्थिति को मज़बूत बनाना होगा।
करियर को देखें तो, अक्टूबर के महीने में आपको थोड़ा आराम करने, खुद को समझने और विचारों में स्पष्टता लेकर आने की जरूरत होगी। इस दौरान आप पर काम का बोझ काफ़ी अधिक हो सकता है इसलिए आपको खुद की सेहत को प्राथमिकता देनी होगी। ऐसे में, आपको काम और निजी जीवन में संतुलन बनाकर चलना होगा।
स्वास्थ्य में आपको सिक्स ऑफ वैंड्स मिला है जो कहता है कि यह जातक अगर लंबे समय से बीमार चल रहे हैं, तो अब वह स्वस्थ हो सकेंगे, क्योंकि यह अवधि आपको स्वस्थ भी बनाएगी। साथ ही, आपके साहस और पराक्रम में भी वृद्धि होगी। इसके अलावा, कुछ लोग इस समय दोबारा अपना आत्मविश्वास और ताकत पाने की राह पर आगे बढ़ेंगे जिसमें आपको सफलता मिलने की भी प्रबल संभावना है। यह लोग खेलकूद जैसी गतिविधियों में भी भाग लेते हुए दिखाई दे सकते हैं।
घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान: टस्कनी
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: द हर्मिट
आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ पेंटाकल्स
करियर: टू ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: फोर ऑफ पेंटाकल्स
मिथुन राशि वालों के प्रेम जीवन में द हर्मिट का आना संकेत कर रहा है कि इन जातकों को किसी भी रिश्ते को आगे बढ़ाने से पहले थोड़ा समय खुद को देकर रिश्ते के बारे में सोच-विचार करना होगा। आपको स्वयं को जानने-समझने की आवश्यकता होगी। साथ ही, आपको इस बात को भी समझना होगा कि हर रिश्ते के लिए स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता जरूरी होती है। वहीं, इस राशि के जो जातक सिंगल हैं, उन्हें किसी भी रिश्ते में आने से पहले अपनी पुरानी यादों को पीछे छोड़ना होगा।
आर्थिक जीवन के लिए फाइव ऑफ पेंटाकल्स भविष्यवाणी कर रहा है कि यह महीना आपके लिए थोड़ा मुश्किल रह सकता है क्योंकि इस दौरान आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है। मिथुन राशि के जातक अक्टूबर में नौकरी छूटना, आर्थिक समस्या या सहकर्मियों से पीछे रहने जैसी परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है। ऐसे में, आप आर्थिक समस्याओं की वजह से तनाव में आ सकते हैं।
इन जातकों को करियर में टू ऑफ कप्स मिला है जो सौहार्द और सफल पार्टनरशिप को दर्शाता है। इस अवधि में एक मज़बूत आपसी सहयोग, बेहतरीन टीम वर्क और सहकर्मियों में दोस्ती या प्रेम पनपने की प्रबल संभावना है। धन से जुड़े मामलों में आपकी स्थिति स्थिर रहेगी और आपके पास अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त धन होगा।
आपके स्वास्थ्य के लिए फोर ऑफ पेंटाकल्स कहता है कि यह जातक भावनात्मक रूप से अपनी पुरानी भावनाओं में उलझे हो सकते हैं या फिर ऐसे आघात से पीड़ित हो सकते हैं जिसका सीधा असर आपके स्वास्थ्य पर पड़ा होगा। इन नकारात्मक परिस्थितियों से बाहर आने के लिए आप किसी की सहायता ले सकते हैं या फिर किसी भरोसेमंद इंसान से बात कर सकते हैं। साथ ही, आपको स्वस्थ जीवन जीने का प्रयास करना होगा।
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कर्क राशि
प्रेम जीवन: द एम्परर
आर्थिक जीवन: व्हील ऑफ फॉर्च्यून
करियर: द हैंग्ड मैन
स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स
कर्क राशि के जातकों को प्रेम जीवन में द एम्परर प्राप्त हुआ है। यह कार्ड रिश्ते में हक़ और स्थिरता का प्रतिनिधित्व करता है। सरल शब्दों में कहें तो, आपके रिश्ते में स्थिरता, सुरक्षा और निर्भरता जैसे तीनों गुण मौजूद होंगे, फिर भी आपको रिश्ते में संतुलन बनाकर चलना होगा। साथ ही, ज्यादा सख्त होने से बचना होगा।
आर्थिक जीवन को देखें तो, कर्क राशि के जातकों को व्हील ऑफ फार्च्यून मिला है। यह कार्ड किसी व्यक्ति के आर्थिक जीवन में आने वाले बदलावों और उतार-चढ़ावों को दर्शा रहा है। साथ ही, यह अवसर और स्वतंत्रता दोनों पर ज़ोर दे रहा है। इस समय आपके जीवन में अचानक से सकारात्मक घटनाएं भी हो सकती हैं जो आपको लाभ करवा सकती है, इसलिए आपको हर तरह की परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा।
जब बात आती है करियर की, तो द हैंग्ड मैन दर्शा रहा है कि अक्टूबर 2025 में ये जातक करियर में इंतज़ार, अस्पष्टता या पेशेवर जीवन के बारे में पुनः सोच-विचार कर सकते हैं। यह समय तुरंत फैसले लेने या कोई बड़ा कदम उठाने की दृष्टि से अच्छा नहीं कहा जा सकता है। ऐसे में, आपके लिए थोड़ा रुकना, नज़रिया बदलना या कोई घटना सफलता के मार्ग पर ले जाने का काम कर सकती है।
स्वास्थ्य के मामले में सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स का आना सकारात्मक कहा जाएगा। साथ ही, यह समय रोगों और बीमारियों से राहत दिलाएगी। साथ ही, उत्तम स्वास्थ्य का आशीर्वाद देगी। ऐसे में, अक्टूबर का महीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा।
बात करें सिंह राशिके प्रेम जीवन की तो, सेवेन ऑफ वैंड्स का आना दर्शाता है कि इन जातकों को अपने रिश्ते को या अपनी स्थिति को आंतरिक और बाहरी लोगों के प्रभाव से बचाना होगा। ऐसे में, आपको वह सब करना होगा जो रिश्ते को बनाए रखने के लिए जरूरी होता है जैसे कि सीमाएं निर्धारित करना, अपनी जरूरतों के बारे में बताना और नियमों का पालन करना आदि। साथ ही, आपको और साथी को जीवन में आने वाली हर समस्या का सामना एक साथ करना होगा ताकि आप दोनों का रिश्ता मज़बूत हो सकें।
आर्थिक जीवन में एट ऑफ वैंड्स आया है और यह तेज़ी से निर्णय लेने, प्रगति पाने और आर्थिक लक्ष्यों को हासिल करने को दर्शा रहा है। इस माह में आपको नए अवसरों की भी प्राप्ति होगी और अपने प्रयासों के बल पर आप हर काम में सफलता भी पाने में सक्षम होंगे। इस माह की सकारात्मक ऊर्जा का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाते हुए खुद को मिलने वाले अवसरों को हाथ से न निकलने दें। साथ ही, यह समय आपको मन लगाकर काम करने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा।
करियर के क्षेत्र में आपको फाइव ऑफ वैंड्स मिला है जो इस अवधि में समस्याओं, प्रतिद्वंदियों से मिलने वाली टक्कर और संघर्ष को दर्शाता है। इन परिस्थितियों की वजह अहंकार का टकराव हो सकती है जिसके चलते प्रतिस्पर्धा का माहौल बन सकता है। ऐसे में, आपको हालातों का सामना बुद्धिमानी और सोच-समझकर करना होगा।
जब बात आती है स्वास्थ्य की तो, पेज ऑफ पेंटाकल्स उत्तम स्वास्थ्य के लिए अपनी सेहत को प्राथमिकता देने के लिए कह रहा है। यह अवधि शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक कही जाएगी। साथ ही, आपको अच्छी सेहत के लिए नियमित दिनचर्या का पालन करना होगा।
कन्या राशि वालों के प्रेम जीवन में पेज ऑफ कप्स एक नई शुरुआत और रिश्ते में भावनात्मक संतुलन की तरफ इशारा कर रहा है। यह अवधि नए और पुराने दोनों ही रिश्ते में उत्साह, ऊर्जा और सौहार्द लेकर आएगी। इस जातकों को रिश्ते को लेकर संवेदनशील होना होगा।
आर्थिक जीवन की बात करें तो, आपको द टावर प्राप्त हुआ है जो आर्थिक जीवन में उतार-चढ़ाव की तरफ इशारा कर रहा है। साथ ही. आपकी आर्थिक स्थिति में अचानक से बदलाव देखने को मिल सकता है। इस माह में आपको नौकरी जाने या शेयर बाज़ार में गिरावट जैसी समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको अपनी आर्थिक स्थिति और धन से जुड़ी योजनाओं पर नज़र बनाए रखनी होगी।
जब बात आती है करियर की, तो ऐस ऑफ वैंड्स का आना एक नई शुरुआत, नए अवसरों का मिलना और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है। यह माह आपके लिए करियर के क्षेत्र में प्रगति, नए अवसर और प्रयासों के द्वारा सफलता लेकर आ सकता है। इस अवधि में आप अपने कंधों पर नई जिम्मेदारियों को ले सकते हैं और राह में आने वाली समस्याओं को स्वीकार करते हुए उन्हें साहस के साथ पार करेंगे।
स्वास्थ्य में सेवेन ऑफ पेंटाकल्स का आना इस बात को दर्शाता है कि इन जातकों का सारा ध्यान लंबे समय तक अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने पर होगा। साथ ही, नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने से आपको लाभ की प्राप्ति होगी। इसके अलावा, यह कार्ड भविष्यवाणी कर रहा है कि आप दैनिक जीवन में सेहत के लिए अच्छी मानी जाने वाली आदतों का पालन करेंगे जिसका फायदा आपको लंबे समय तक मिलेगा। इन लोगों को नियमित दिनचर्या और संतुलित खानपान अपनाना होगा।
बात करें तुला राशि वालों के प्रेम जीवन की तो, आपको क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स का मिलना बता रहा है कि आपका पार्टनर स्वतंत्रता पसंद, वफादार और बुद्धिमान होगा। वह समझदार और विश्लेषणात्मक हो सकते हैं। संभव है कि आप एक ऐसे जीवनसाथी की तलाश में होंगे जो आज़ादी को महत्व देने वाला और आपकी सोच से विपरीत हो सकता है। इसके अलावा, जो जातक रिश्ते में हैं, उन्हें सीमाओं को निर्धारित करना होगा और साथ ही, एक-दूसरे से खुलकर बात करनी होगी।
बात करें आर्थिक जीवन की, तो आपको टू ऑफ स्वॉर्ड्स मिला है जो आर्थिक जीवन के लिए कठिन समय की तरफ संकेत कर रहा है। साथ ही, यह अवधि अनिश्चितता और किसी कार्य को कल पर टालने वाली आपकी आदत को दर्शाती है। इसके अलावा, यह जातक धन से जुड़ी समस्याओं के प्रति लापरवाही बरतने या तनाव के कारण सही फैसला लेने के मार्ग में परेशानी का अनुभव कर सकते हैं।
करियर में स्ट्रेंथ कार्ड का आना आंतरिक शक्ति, धैर्य और समस्याओं पर जीत हासिल करने का प्रतीक माना जाता है। यह भविष्यवाणी कर रहा है कि आपके भीतर वह क्षमताएं और आत्मविश्वास मौजूद होगा जो दबाव में काम करने के लिए या फिर खुद पर संदेह को दूर करने के लिए चाहिए होता है। इन लोगों को अपनी आंतरिक शक्ति ढूंढ़नी होगी और करियर में साहसिक कदम उठाते हुए आगे बढ़ना होगा।
स्वास्थ्य के मामले में आपको किंग ऑफ पेंटाकल्स प्राप्त हुआ है जो शक्ति, अच्छे स्वास्थ्य और सही तरीके से जीवन जीने को दर्शा रहा है। साथ ही, यह आपको अपनी सेहत को प्राथमिकता देने के लिए भी कह रहा है। हालांकि, इस माह आपको दांत और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं आघेर सकती हैं इसलिए आपको तनाव से बचना होगा। आपको जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा।
घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान: केरल
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: टू ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: टेन ऑफ पेंटाकल्स
करियर: फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: डेथ
वृश्चिक राशि वालों के प्रेम जीवन में टू ऑफ वैंड्स आया है और यह आपके जीवन में आने वाले महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही, आप रिश्ते को लेकर कोई अहम फैसला लेते हुए नज़र आ सकते हैं। इस दौरान आप किसी बात को लेकर थोड़े बैचैन रह सकते हैं और यह आपको अपने रिश्ते को कायम रखते हुए जीवन के लक्ष्य पाने के लिए प्रेरित करेगा।
आर्थिक जीवन में आपको टेन ऑफ पेंटाकल्स मिला है जो सुरक्षा, स्थिरता और पार्टनरशिप की मज़बूत नींव की तरफ संकेत कर रहा है। यह कार्ड दर्शा रहा है कि इस अवधि में आप एक मज़बूत पार्टनरशिप में आ सकते हैं या फिर एक साझेदारी का हिस्सा बन सकते हैं जो लंबे समय तक बनी रहेगी। अक्टूबर के महीने में आपका दृष्टिकोण परिपक्व हो सकता है जिसके चलते आप शादी और पारिवारिक जीवन को प्राथमिकता देंगे। साथ ही, यह मज़बूत और संतुष्टि से पूर्ण साझेदारी जीवन में आर्थिक स्थिरता लेकर आएगी।
बात करें फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स की, तो आपका रिश्ता समस्याओं, बातचीत की कमी या फिर बेईमानी की समस्या से जूझ सकता है। इस अवधि में आपको मुश्किल परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखना होगा ताकि आप हर तरह की समस्या से बच सकें। साथ ही, तार्किक होकर आपको हर परिस्थिति का सामना करना होगा।
स्वास्थ्य की बात करें तो, द डेथ का आना सेहत में किसी बड़े बदलाव को दर्शा रहा है। स्वास्थ्य में अचानक से परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं जो आपको एक नई दिनचर्या अपनाते हुए पुरानी दिनचर्या को छोड़ने की सलाह दे रहा है, जिससे आपकी सेहत उत्तम बनी रहेगी।
धनु राशिके जातकों के प्रेम जीवन में टेन ऑफ वैंड्स कार्ड आया है और यह एक ऐसे रिश्ते की तरफ संकेत कर रहा है जो जिम्मेदारियों और बोझ तले दबा हो सकता है। सरल शब्दों में कहें तो, आपको रिश्ते में प्रेम बनाए रखने में बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि आप तनावग्रस्त हो सकते हैं। ऐसे में, इन जातकों को अपने ऊपर से बोझ कम करने के लिए आपस में जिम्मेदारियों को शेयर करना होगा, अपनी प्राथमिकताएं निर्धारित करनी होंगी और एक-दूसरे को सहायता करनी होगी।
आर्थिक जीवन में आपको किंग ऑफ वैंड्स मिला है और यह धन, वैभव और अधिकार का प्रतिनिधित्व करता है। सामान्य शब्दों में कहें तो, इन जातकों में आर्थिक लक्ष्य हासिल करने और वित्तीय स्थिरता प्राप्त करने की योग्यता मौजूद होंगी। साथ ही, इनका नज़रिया भी भविष्य को देखने वाला होगा। इस अवधि में आपको धन का प्रबंधन अच्छे से करना होगा और खुद के द्वारा लिए गए निर्णयों पर विश्वास करना होगा। इसके अलावा, आप किसी अन्य व्यक्ति के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में दिखाई दे सकते हैं।
करियर में आपको थ्री ऑफ कप्स प्राप्त होना सफलता, बेहतरीन टीम वर्क और आनंद को दर्शाता है। बता दें कि इन जातकों का कार्यक्षेत्र खुशहाल और सुख-शांति से पूर्ण होगा जिसकी वजह शानदार टीम वर्क से मिलने वाली कामयाबी या फिर कोई नई शुरुआत हो सकती है। साथ ही, आप काम से जुड़ी टीम आउटिंग या समारोह में हिस्सा ले सकते हैं। इसके अलावा, आपको नौकरी के नए अवसर भी मिल सकते हैं।
स्वास्थ्य के मामले में आपको सेवन ऑफ कप्स प्राप्त हुआ है जो भविष्यवाणी कर रहा है कि धनु राशि के लोगों को अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी होगी। हालांकि, इस दौरान आपको काफ़ी मेहनत करनी पड़ सकती है। आप किसी बात को लेकर हद से ज्यादा सोच-विचार कर सकते हैं और ऐसे में, आप तनाव में आ सकते हैं।
घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान: लद्दाख
मकर राशि
प्रेम जीवन: क्वीन ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ पेंटाकल्स
करियर: नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: द स्टार
बात करें मकर राशि वालों के प्रेम जीवन की तो, क्वीन ऑफ कप्स को प्रेम, सौहार्द, भावनात्म,क स्थिरता और ख़ुशियों से पूर्ण रिश्ते का प्रतीक माना जाता है। इस राशि के जो जातक अभी तक अविवाहित हैं, उनके जीवन में एक ऐसा व्यक्ति दस्तक दे सकता है जो आपको बहुत अच्छे से समझने में सक्षम होगा। यदि आप पहले से किसी रिश्ते में हैं, तो आपको जीवनसाथी के साथ खुलकर बात करनी होगी और एक-दूसरे की भावनाओं को समझना होगा, ताकि आप दोनों का रिश्ता मज़बूत बना रहे।
मकर राशि के जातकों को आर्थिक जीवन में सिक्स ऑफ पेंटाकल्स प्राप्त हुआ है जो आपके लिए बेहद शुभ माना जाएगा। यह कार्ड दान, समृद्धि और स्थिरता की तरफ संकेत करता है। सामान्य शब्दों में कहें तो, आपको अपने धन का प्रबंधन इस तरह से करना होगा जिससे दूसरे लोग भी अन्य सुख-सुविधाओं का लाभ उठा सकें। साथ ही, इनका आनद लेते हुए दिखाई दे सकें। हालांकि, कुछ लोगों का नज़रिया आपसे बिल्कुल विपरीत हो सकता है और यह असंतुलन का कारण बन सकता है। ऐसे में, आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
करियर को देखें तो, नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स मकर राशि के जातकों की महत्वाकांक्षा, दृढ़ता और पेशेवर जीवन में सफलता की तरफ इशारा करता है। हालांकि, इस अवधि में आपको कार्यक्षेत्र पर एकाग्रता के साथ काम करने की सलाह दी जाती है। साथ ही, आपको कोई भी जोख़िम सोच-समझकर उठाना होगा और अपने लक्ष्यों को पाने के लिए बिना थके प्रयास करने होंगे, तब ही आप उन्हें प्राप्त कर सकेंगे। यह कार्ड करियर में आने वाले बदलावों और नए अवसरों जैसे कि प्रमोशन, नई नौकरी मिलना या फिर किसी बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा बन सकते हैं।
स्वास्थ्य की बात करें तो, द स्टार का आना आपके किसी रोग से स्वस्थ होने, हीलिंग और स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है। इस अवधि में आप आध्यात्मिकता के माध्यम से अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। इसके विपरीत, अगर यह कार्ड उल्टा होता है, तो निराशा, उदासीनता और प्रेरणा की कमी को दर्शाता है।
घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान: ऋषिकेश
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कुंभ राशि
प्रेम जीवन: ऐस ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: सिक्स ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: नाइन ऑफ वैंड्स (अपराइट)
कुंभ राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो, ऐस ऑफ कप्स अक्टूबर महीने में एक नए रिश्ते की शुरुआत, भावनात्मक संतुष्टि और प्रेम से पूर्ण रिश्ते की तरफ संकेत कर रहा है। इस अवधि में या तो आप नए रिश्ते में आ सकते हैं या फिर रोमांटिक लम्हों और मज़बूत आपसी समझ से अपने मौजूदा रिश्ते को मज़बूत कर सकते हैं। जो जातक अविवाहित या सिंगल हैं, उनके जीवन में कोई नया व्यक्ति आ सकता है या फिर आप किसी के साथ मज़बूत एवं गंभीर रिश्ते में आ सकते हैं। यह अवधि प्रेमी जोड़ों के लिए नए रिश्ते का शुरूआती चरण, भावनात्मक रूप से एक-दूसरे को समझना और रिश्ते में जुनून का प्रतीक हो सकती है।
बात करें आर्थिक जीवन की तो, ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स का आना दर्शा रहा है कि इन जातकों को आर्थिक जीवन की समस्याओं के प्रति स्पष्ट और तार्किक दृष्टिकोण अपनाना होगा। साथ ही, आपको धन से जुड़े निर्णय जल्दबाज़ी में लेने से बचना होगा, विशेष रूप से कर्ज़ या निवेश के बारे में। यह कार्ड कहता है कि आपको आय के अवसरों और जोखिमों को जानने-समझने के लिए अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करना होगा। ऐसे में, आप एक नई शुरुआत कर सकते हैं या फिर आर्थिक जीवन को लेकर नया नज़रिया अपना सकते हैं।
करियर में आपको सिक्स ऑफ कप्स प्राप्त हुआ है और ऐसे में, यह बता रहा है कि आपके करियर के लिए आने वाला समय अच्छा रहेगा। यह जातक करियर में सफलता हासिल करने के लिए अपने सामने मौजूद अवसरों का लाभ उठाने के लिए पिछले अनुभव, योग्यताओं और क्षमताओं का उपयोग करेंगे। यह समय आपको बीते समय में लिए गए निर्णयों से सबक लेने और उन पर विचार करने का हो सकता है। साथ ही, आपको पुराने सहकर्मियों से दोबारा जुड़ने का अवसर मिल सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, आपको मिलजुलकर काम करने या रचनात्मक प्रोजेक्टों में भी काम करने का मौका मिलेगा।
स्वास्थ्य के मामले में नाइन ऑफ वैंड्स (अपराइट) कहता है कि इस माह में यह जातक थकान या फिर किसी से मदद लेने में या किसी की सहायता करने में हिचकिचा सकते हैं। यह आपको भागदौड़ भरी ज़िन्दगी से ब्रेक लेने, पुनः तरोताज़ा महसूस करने या दूसरों से मिलने वाली सहायता को स्वीकार करने की सलाह दे रहा है। साथ ही, कोई रोग या चोट आपके स्वस्थ होने के मार्ग में समस्या का काम कर सकती है या फिर आपको इस दौरान स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं, इसलिए सतर्क रहें।
घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान: बैंगलोर
मीन राशि
प्रेम जीवन: ऐस ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: टू ऑफ पेंटाकल्स
करियर: जजमेंट
स्वास्थ्य: थ्री ऑफ वैंड्स
बात करें मीन राशि वालों के प्रेम जीवन की तो, ऐस ऑफ पेंटाकल्स का आना लव लाइफ में स्थिरता, एक नए रिश्ते की शुरुआत और लंबे समय तक चलने वाले रिश्ते की तरफ संकेत कर रहा है। मीन राशि वाले एक प्रेम से पूर्ण रिश्ते में आ सकते हैं या फिर पुराने रिश्ते में आप दोनों के बीच जुनून, प्रेम और दोस्ती के भाव पैदा हो सकते हैं।
मीन राशि वालों के आर्थिक जीवन में टू ऑफ पेंटाकल्स धन के प्रबंधन, लगातार बदलती परिस्थितियों में तालमेल कायम करने और धन से जुड़ी जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाकर चलने के लिए कह रहा है। इस अवधि में आपको अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने या धन निवेश करने के लिए सोच-विचार करना होगा।
करियर में द जजमेंट का आना अपने करियर पर नज़र डालने और किसी बड़े बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है। सरल शब्दों में कहें तो, आप हाल-फिलहाल में मिले किसी नए अवसर के बारे में सोच-विचार कर रहे हैं जो आपके करियर के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
स्वास्थ्य के मामले में आपको थ्री ऑफ वैंड्स प्राप्त हुआ है जो आपकी सेहत में सुधार और बेहतरी को दर्शा रहा है। यह कार्ड बता रहा है कि आपके प्रयासों के बल पर स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। इसके लिए आप नई रणनीति और तकनीक दोनों का सहारा ले वीसी रहे होंगे और साथ ही, आपको अपनी मन की आवाज़ भी सुननी होगी।