जून में बुध के गोचर से बनेगा भद्र राजयोग, मिथुन सहित इन जातकों की चमक उठेगी किस्मत!

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर एक ग्रह एक निश्चित समय अंतराल के एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करते हैं और इस प्रक्रिया को ज्योतिष में गोचर कहा जाता है। कई बार ग्रहों के गोचर से शुभ व अशुभ योगों का निर्माण होता है, जिसका प्रभाव सभी 12 राशि के जातकों पर देखने को मिलता है। इसी क्रम में ग्रहों के राजकुमार कहे जाने वाले बुध ग्रह वृषभ राशि से मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं। बुध के मिथुन राशि में गोचर से भद्र महापुरुष राजयोग का निर्माण होगा। इस राजयोग का निर्माण सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन इस दौरान तीन राशियां ऐसी होंगी, जिन्हें इस राजयोग से बहुत अधिक शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

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तो चलिए आगे बढ़ते हैं और एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में जानते हैं कि बुध का मिथुन राशि में गोचर से बनने वाले शुभ योग से मिथुन सहित तीन राशि के जातकों को किस प्रकार के शुभ परिणाम प्राप्त होंगे लेकिन इससे पहले जानेंगे कि बुध का गोचर कब हो रहा है और इस राजयोग का क्या महत्व है।

बुध का मिथुन राशि में गोचर तिथि व समय

बुद्धि, तर्कशक्ति, व्यापार, वाणी, तकनीक आदि के कारक और ग्रहों के राजकुमार कहे जाने वाले ग्रह बुध 14 जून 2024 की रात 10 बजकर 55 मिनट पर अपनी ही राशि मिथुन में गोचर करेंगे। बुध के गोचर से बेहद शुभ योग भद्र महापुरुष राजयोग का निर्माण होगा। आइए जानते भद्र महापुरुष राजयोग का निर्माण कैसे होता है।

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भद्र महापुरुष राजयोग का निर्माण

ज्योतिष के अनुसार, जब किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध स्वराशि यानी अपनी ही राशि या उच्च राशि या मूल त्रिकोण राशि का होकर केंद्र में विराजमान होते हैं, तो भद्र नामक पंच महापुरुष योग निर्माण होता है। इस योग में जन्म लेने वाला मनुष्य शेर के समान पराक्रमी और शत्रुओं का नाश करने की क्षमता रखने वाले होते हैं। आइए अब आगे जानते हैं यह योग किन राशि के जातकों के लिए शुभ साबित होगा।

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भद्र महापुरुष राजयोग से चमकेगी इन जातकों की किस्मत

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए भद्र महापुरुष राजयोग शानदार साबित होगा। इस अवधि आपके करियर के क्षेत्र में आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। नौकरी के नए अवसर मिलेंगे जो आपको प्रसन्न करने का काम करेगा। आप अपनी सभी इच्छाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे। ऐसे अवसर आपके लिए लाभदायक साबित होंगे। आपको नौकरी में तरक्की हासिल करने में सक्षम बनाएगा। साथ ही, आपको काम के सिलसिले में विदेश जाने का भी मौका मिलेगा। जो जातक नौकरी कर रहे हैं, वह अपने काम को बहुत पेशेवर तरीके से करेंगे जिसकी बदौलत आप सफलता प्राप्त करेंगे। ऐसे में, आपको नौकरी में वृद्धि पाने का मार्ग प्रशस्त होगा। आप इस अवधि अपनी काबिलियत के दम पर अपार सफलता प्राप्त करते हुए नज़र आएंगे। 

अगर आप व्यापार करते हैं, तो इस अवधि में आप औसत रूप से पैसा कमाएंगे, लेकिन बाद में आपको अच्छा लाभ मिलने के संकेत है। साथ ही, यह जातक अपने प्रतिद्वंदियों के सामने एक अच्छा प्रतिद्वंदी बनकर उभरेंगे और आप अपनी योग्यता साबित कर सकेंगे। आर्थिक जीवन की बात करें तो धन से जुड़े मामलों में भाग्यशाली रहेंगे और इसके परिणामस्वरूप, आप अच्छी बचत भी सफल होंगे। जो लोग विदेश जाकर धन कमाने के सपना देख रहे हैं उनका ये सपना इस अवधि पूरा होगा। आप अच्छी मात्रा में धन अर्जित और बचत करने में भी सक्षम होंगे। 

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सिंह राशि

इस अवधि आपका सारा ध्यान करियर में प्रगति हासिल करने पर होगा। इसके अलावा, बुध के गोचर बनने वाले शुभ योग से चलते आपका झुकाव अध्यात्म के प्रति होगा और आपकी रुचि धर्म-कर्म के कार्यों में बढ़ेगी। हालांकि, इस दौरान आपको काम के सिलसिले में काफ़ी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। यदि आप नौकरी पेशा हैं, तो इस समय कई बड़ी उपलब्धियों को अपने नाम पर करने में सक्षम होंगे। कार्यक्षेत्र में आपको पदोन्नति और अन्य लाभ मिलने के अवसर प्राप्त होंगे। 

जिन जातकों का अपना व्यापार है उन्हें बिज़नेस डील्स के संबंध में लंबी दूरी की यात्राओं पर जाना पड़ सकता है। ऐसे में, आप अच्छा लाभ कमाते हुए नज़र आएंगे। आर्थिक जीवन की बात करें, तो आपके धन लाभ में वृद्धि करवाने का काम करेंगे और ऐसे में, आप बचत करने में सक्षम होंगे। आपको विदेश के माध्यम से भी पैसा कमाने के सुनहरे अवसर मिलेंगे जिससे आप संतुष्ट दिखाई देंगे। आप अपना काम कार्यक्षेत्र में बहुत समर्पित होकर करेंगे इसलिए आपको इंसेंटिव के जरिए लाभ प्राप्त होने के योग बनेंगे। बात अगर आपकी सेहत की करें तो आप एकदम फिट महसूस करेंगे और योग व्यायाम के चलते आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

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मकर राशि

भद्र राजयोग के चलते मकर राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। करियर में आपके प्रमोशन, वेतन में वृद्धि आदि के रूप में लाभ प्राप्त होने के योग बनेंगे। साथ ही, इन जातकों को विदेश जाने का भी मौका मिलेगा। जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें इस अवधि में काफ़ी अच्छा लाभ कमाने में सक्षम होंगे। बिज़नेस के लिए इस समय को अनुकूल कहा जाएगा और ऐसे में, यह जातक उच्च लाभ प्राप्त कर सकेंगे। आप प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने के साथ-साथ अपनी योग्यता साबित करने में सक्षम होंगे। 

आर्थिक स्थिति के लिहाज़ से, इस दौरान जातक धन कमाने के साथ-साथ पैसों की बचत करने में सफल रहेंगे। यह गोचर उन लोगों के लिए फलदायी रहेगा जो विदेश में रहते हैं क्योंकि उन्हें भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। आपका रिश्ता पार्टनर के साथ अच्छा रहेगा और आप अपने रिलेशनशिप में उच्च मूल्य लेकर चलते हैं। ऐसे में, आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा और पार्टनर के साथ आपसी तालमेल में वृद्धि होगी। आपके स्वास्थ्य की बात करें तो इस अवधि आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी और साथ ही, आपको अपने माता-पिता का भी भरपूर साथ मिलेगा।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. भद्र पंच महापुरुष योग क्या होता है?

उत्तर 1.  जब किसी जातक की कुंडली में बुध स्वराशि, उच्च राशि अथवा मूल त्रिकोण राशि का होकर केंद्र में बैठता है, तो भद्र काल योग का निर्माण होता है

प्रश्न 2. क्या भद्रा योग शुभ है?

उत्तर 2. भद्र राजयोग शुभ योगों में एक है और इस योग से जातक को सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होती है।

प्रश्न 3. बुध का मिथुन राशि में गोचर कब होगा?

उत्तर 3. ग्रहों के राजकुमार कहे जाने वाले ग्रह बुध 14 जून 2024 की रात 10 बजकर 55 मिनट पर अपनी ही राशि मिथुन में गोचर करेंगे।

प्रश्न 4. हम कैसे पहचान सकते हैं कि शुक्र ग्रह बलवान है?

उत्तर 4. एक मजबूत शुक्र शीघ्र विवाह और वित्तीय लाभ का संकेत दे सकता है।

6 ग्रहों की अनोखी और दुर्लभ परेड- जानें कहाँ और कैसे आएगी नज़र!

ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि ग्रहों का व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर पड़ता है। यही वजह है कि ग्रहों की चाल, स्थिति में हल्का सा भी फेर बदल ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है। बात करें जून के महीने की तो 3 जून 2024 को एक अनोखी दुर्लभ ब्रह्मांडीय घटना होने वाली है जिसमें छह ग्रहों को आसमान में देखा जा सकता है। इसे ज्योतिष की भाषा में कहें तो ग्रहों की परेड के नाम से भी जाना जाता है।

क्या होती है ग्रहों की यह परेड, क्या होगा इसका प्रभाव और कब आएगा यह नजर, इन सभी बातों को जानने के लिए हमारा यह खास ब्लॉग अंत तक अवश्य पढ़ें। 

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कब होगी ग्रहों की परेड?

सबसे पहले बात करें समय की तो यह दुर्लभ ब्रह्मांडीय घटना दरअसल 3 जून 2024 को होने वाली है। यह एक विशेष तरह का प्लेनेटरी एलाइनमेंट होगा जिसमें 6 ग्रह आसमान में नजर आने वाले हैं। इसे ही परेड ऑफ द प्लैनेट्स या ग्रहों की परेड के नाम से भी जाना जाता है।

क्या होता है परेड ऑफ द प्लैनेट्स?

दरअसल जब भी कई ग्रह एक साथ एक सीध में आते हैं तो इस खगोलीय घटना को प्लेनेटरी एलाइनमेंट या ग्रहों की परेड कहा जाता है। यह घटना सामान्य नहीं होती है बल्कि यह बेहद ही दुर्लभ होती है। हालांकि इस दुर्लभ घटना को धरती पर रह रहे लोग भी देख सकते हैं। इस साल यह अनोखी घटना 3 जून को होने वाली है जब बृहस्पति (अर्थात जुपिटर), बुध (अर्थात मरकरी), मंगल (अर्थात मार्स), शनि (अर्थात सैर्टन), यूरेनस और नेपच्यून जैसे ग्रह एक साथ नजर आने वाले हैं।

कहाँ और कैसे नज़र आएगी ग्रहों की परेड?

दृश्यता की बात करें तो ग्रहों की इस परेड को पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध से आसानी से देखा जा सकेगा। पृथ्वी का उत्तरी गोलार्ध न्यूयॉर्क में आता है। ऐसे में यह घटना सबसे पहले न्यूयॉर्क में नजर आएगी। घटना के दिन भोर से पहले ये ग्रह एक साथ एक सीध में नजर आएंगे।

पीले रंग का शनि देर रात से आकाश में मौजूद रहेगा। यह कुंभ राशि में नग्न आंखों से नजर आएगा।

नेपच्यून तारामंडल मीन में स्थित होगा। हालांकि इसको देखने के लिए आपको दूरबीन की आवश्यकता पड़ेगी। 

थोड़ी देर बाद मंगल ग्रह उदित होगा आप मंगल ग्रह की पहचान उसके लाल रंग से कर सकते हैं। इस दौरान मंगल भी मीन राशि में स्थित होगा और नग्न आंखों से नजर आएगा।

इसके बाद यूरेनस, बृहस्पति, बुध पूर्वी क्षितिज पर नजर आएंगे। बृहस्पति चमकीले रंग का होगा और आप इसे नग्न आंखों से देख सकेंगे। बुध भी आपको नजर आ जाएगा। चूंकि यह सूर्य के बेहद करीब है ऐसे में इसे देखना थोड़ा कठिन हो सकता है। वहीं यूरेनस को दूरबीन से ही देखा जा सकेगा। यह तीनों ग्रहों वृषभ राशि में मौजूद होंगे।

ग्रहों की यह परेड कैसे देखें? 

एक एस्ट्रोनॉमी मैगजीन के अनुसार पहले चार ग्रहों को तो नंगी आंखों से देखा जा सकेगा। ग्रहों की यह एलाइनमेंट देखने के लिए आप दूरबीन या टेलिस्कोप की मदद ले सकते हैं। इस दौरान चंद्रमा, यूरेनस और मंगल के बीच नजर आने वाला है।

अगली ग्रहों की परेड कब होगी? 

3 जून के बाद ग्रहों की यह परेड आपको 28 अगस्त को दोबारा देखने को मिल सकती है। इसके बाद 28 फरवरी 2025 को एक बार फिर से प्लेनेटरी एलाइनमेंट होगा जब साथ ग्रह एक साथ सीध में आएंगे। इसमें प्लूटो को छोड़कर सभी ग्रह शामिल होंगे। इसके बाद अगली परेड होगी 8 सितंबर 2040 को और उसके बाद 15 मार्च 2080 में यह दुर्लभ ब्रह्मांडीय घटना देखी जा सकेगी।

क्या यह जानते हैं आप: अंतरिक्ष में क्यों होती है प्लैनेट्स की परेड? 

दरअसल सूर्य के चारों तरफ चक्कर लगाने वाले ग्रहों का आकार,उनकी रफ्तार, उनका समय, उनका एक कक्षा से दूसरे कक्षा तक पहुंचना एकदम अलग-अलग होता है नासा के मुताबिक प्लेनेटरी एलाइनमेंट अक्सर होते रहता है बुध सूर्य का एक चक्कर 88 दिनों में पूरा करता है वहीं शुक्र 224 दिनों में और पृथ्वी 354 दिन में एक चक्कर पूरा करती है 

ठीक इसी तरह बृहस्पति एक चक्कर पूरा करने में 11 साल से भी ज्यादा का समय लगाता है मंगल 687 दिन तो यूरेनस धरती का एक चक्कर करीब 84 साल में पूरा करता है ऐसे में इन सभी ग्रहों की परिक्रमा का झुकाव भी अलग-अलग होता है ऐसे में एक समय ऐसा आता है जब अपनी कक्षा में अपनी रफ्तार से घूमते हुए यह ग्रह एक सीध में आ जाते हैं और कुछ देर के लिए प्लेनेटरी एलाइनमेंट की यह विशेष घटना घटित होती है

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 

प्रश्न 1: क्या होता है प्लेनेटरी एलाइनमेंट? 

उत्तर: दरअसल जब सौरमंडल में दो या दो से ज्यादा ग्रह एक सीध में आ जाते हैं तो इसे प्लेनेटरी एलाइनमेंट या प्लेनेट की परेड कहा जाता है।

प्रश्न 2: अगली ग्रहों की परेड कब होने वाली है?

उत्तर: 3 जून को अगली ग्रहों की परेड होने वाली है जब 6 ग्रह अर्थात बुध, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून आकाश में एक सीध में नजर आएंगे।

प्रश्न 3: पिछली बार कब सभी ग्रह एक सीध में नजर आए थे? 

उत्तर: पिछली बार सभी ग्रह 8 अप्रैल 2024 को एक सीट में नजर आए थे। ग्रहों का यह संरेखण  संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान नजर आया था।

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बुद्ध पूर्णिमा पर 200 वर्षों बाद दुर्लभ संयोग- 3 राशियाँ बनेंगी करोड़पति!

बुद्ध पूर्णिमा 2024: हिंदू धर्म में वैशाख पूर्णिमा का विशेष महत्व है जो कि प्रत्येक वर्ष वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि पर आती है। इस पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में भी मनाया जाता  है। पंचांग के अनुसार, वैशाख महीने में आने वाली पूर्णिमा को गौतम बुद्ध का जन्मदिवस माना गया है और उन्हें ज्ञान की प्राप्ति भी इस दिन ही हुई थी इसलिए यह तिथि बेहद ख़ास हो जाती है। हिंदू और बौद्ध दोनों ही धर्मों के अनुयायी बुद्ध जयंती को मानते हैं। इसका साक्षात उदारहण भारत समेत विश्व में स्थित कई ऐसे मंदिरों में मिलता है जो श्री हरि विष्णु और भगवान बुद्ध के संयुक्त मंदिर हैं। हालांकि, दुनियाभर में  बुद्ध पूर्णिमा को मनाने के तरीके में भिन्नता देखने को मिलती है।

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एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपको “बुद्ध पूर्णिमा 2024” के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि व मुहूर्त आदि। इसके अलावा, आपको बुद्ध पूर्णिमा का महत्व और इस दिन क्या करें और क्या न करें, यह भी हम आपको बताएंगे। साथ ही, किन उपायों को करने से दूर होंगी समस्याएं आदि से भी हम आपको अवगत करवाएंगे। तो आइये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की और सबसे पहले जानते हैं बुद्ध पूर्णिमा  तिथि के बारे में। 

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बुद्ध पूर्णिमा 2024: तिथि व मुहूर्त

बौद्ध धर्म को समर्पित एक प्रसिद्ध त्योहार है बुद्ध पूर्णिमा और यह भगवान गौतम बुद्ध के जन्मदिन का प्रतीक माना गया है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल बुद्ध जयंती को वैशाख मास की पूर्णिमा पर मनाया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर में यह पूर्णिमा सामान्य रूप से मई या अप्रैल के महीने में आता है। 

बुद्ध पूर्णिमा 2024 तिथि: 23 मई 2024, गुरुवार

पूर्णिमा तिथि का आरंभ: 22 मई 2024 की शाम 06 बजकर 49 मिनट से,  

पूर्णिमा तिथि की समाप्ति: 23 मई 2024 की शाम 07 बजकर 24 मिनट तक।  

बुद्ध पूर्णिमा पर 200 वर्षों बाद दुर्लभ योग 

इस वर्ष की बुद्ध पूर्णिमा इस वजह से भी खास और अनोखी मानी जा रही है क्योंकि इस दिन कई दुर्लभ योग बनने वाले हैं। बात करें इन योगों की तो, 23 मई को है और इस दिन दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से अगले दिन सुबह लगभग 11 बजकर 22 मिनट तक शिव योग रहने वाला है। 

इसके अलावा इस दिन गुरु, शुक्र और सूर्य, ये तीनों महत्वपूर्ण ग्रह वृषभ राशि में होंगे जिसके चलते त्रिग्रही योग का निर्माण होगा। 

गुरु और सूर्य की युति से गुरु आदित्य योग भी इस दिन बनने वाला है।

सिर्फ इतना ही नहीं इस दिन गजलक्ष्मी और शुक्रादित्य योग भी बनेगा। ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि इन शुभ योगों में अगर कोई काम किया जाए तो ये जातक के लिए अति शुभ साबित हो सकते हैं। 

200 वर्षों बाद दुर्लभ संयोग: 6 मई को शनि ने पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश किया था। दरअसल अपनी ही राशि कुम्भ में शनि का इस नक्षत्र में प्रवेश 200 वर्षों बाद हुआ है। 

ऐसे में यदि बुद्ध पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष कार्य किए जाएँ तो व्यक्ति को जीवन में सुख-समृद्धि अवश्य प्राप्त होती है। क्या कुछ हैं ये काम- आइये जान लेते हैं: 

  • इस दिन पीपल के पेड़ में जल अवश्य अर्पित करें। 
  • चंद्रमा को दूध में चावल और चीनी मिलाकर अर्घ्य दें।
  • माँ लक्ष्मी की पूजा करें और उन्हें 11 कौड़ियाँ अर्पित करें। 
  • इस दिन कुछ समय चंद्रमा की रोशीनी में अवश्य खिलाएँ। 
  • इस दिन ध्यान-योग अवश्य करें। 

इन राशियों की चमकेगी किस्मत

मेष राशि: मेष राशि के जातकों को अचानक से धनलाभ होगा, आय में इजाफा होगा, कार्यक्षेत्र में आपका प्रदर्शन बेहतर होगा और आप अपने खर्चों पर भी नियंत्रण प्राप्त कर लेंगे। इस राशि के जातकों के आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, व्यापारी जातक भी मोटा मुनाफा कमाएंगे और छात्र जातकों की एकाग्रता बढ़ेगी। 

तुला राशि: तुला राशि के जातकों को भाग्य का साथ मिलेगा, आपके पिता के साथ आपके रिश्ते मजबूत बनेंगे, पारिवारिक जीवन खुशहाल बनेगा और संतान की तरफ से खुशियाँ मिलने की भी संभावना है। 

कुम्भ राशि: कुम्भ राशि के जातकों की आय में वृद्धि होगी, आपकी आय के स्त्रोत बढ़ेंगे, अचानक से धन प्राप्ति के योग बनेंगे। इसके अलावा अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो उसके लिए समय बेहद अनुकूल है। इस अवधि में आपका मान-सम्मान भी बढ़ेगा। व्यवसायी जातकों को भी इस अवधि में लाभ मिलेगा और वैवाहिक जातकों के लिए भी ये समय बेहद शुभ रहने वाला है।

बुद्ध पूर्णिमा का धार्मिक महत्व 

बुद्ध पूर्णिमा के धार्मिक महत्व की बात करें, तो बुद्ध जयंती के अलावा यह वैशाख पूर्णिमा के रूप में जानी जाती है। वैशाख शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा या पीपल पूर्णिमा कहा जाता है। वैसे, हम सब जानते हैं कि हर माह की पूर्णिमा जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होती है और इस दिन इनकी पूजा बहुत श्रद्धाभाव से की जाती है। साथ ही, वैशाख पूर्णिमा को भगवान बुद्ध की जयंती और निर्वाण दिवस के रूप में देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है। बता दें कि भगवान बुद्ध को श्री हरि का नौवां अवतार माना जाता है इसलिए इन्हें देवता का दर्जा प्राप्त है। 

इनके अनुयायी भारत समेत एशिया के अधिकांश भाग में पाए जाते हैं और इस वजह से बुद्ध पूर्णिमा देश के साथ-साथ पूरे एशिया में मनाई जाती है। भारत के बिहार स्थित बोधगया में भगवान बुद्ध को समर्पित एक पवित्र तीर्थस्थल है जहां महाबोधि का एक मंदिर है। यह मंदिर बौद्ध धर्म के लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। ऐसी मान्यता है कि इस स्थान पर भगवान बुद्ध ने अपनी युवावस्था में सात सालों तक कठोर तपस्या की थी और उन्हें यहां ज्ञान की प्राप्ति भी हुई थी।

बुद्ध जयंती के दिन बौद्ध धर्म में विश्वास रखने वाले लोग दूर-दूर से बोधगया में दर्शन के लिए जाते हैं। इस दिन बोधि वृक्ष का पूजन किया जाता है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि भगवान बुद्ध को इसी वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। बुद्ध पूर्णिमा के दिन लोग व्रत और विधि-विधान से पूजा करते हैं। हालांकि, इस पूर्णिमा तिथि का संबंध भगवान विष्णु से भी होता है इसलिए इस दिन भगवान बुद्ध के साथ-साथ चंद्र देव व विष्णु जी की भी पूजा-अर्चना का विधान है। इस तिथि पर दान करने से मनुष्य को पुण्य प्राप्त होता है। 

हिंदू धर्म में वैशाख पूर्णिमा का अपना ही महत्व है क्योंकि यह वर्ष भर में आने वाली पूर्णिमा तिथियों में श्रेष्ठ है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा नदी एवं तीर्थ स्थलों पर पवित्र जल में स्नान को भी शुभ और पापनाशक माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि वैशाख में पूर्णिमा के दिन सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में होते हैं इसलिए इस व्रत को नीति-नियम और विधिपूर्वक करने से सुख-शांति की प्राप्ति होती है।

धर्मराज की पूजा से मिलेगा आशीर्वाद 

बुद्ध पूर्णिमा के दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा की भी परंपरा है। इस तिथि पर जल से भरे कलश, जूते, छाता, पंखा, सत्तू, पकवान आदि का दान करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो व्यक्ति दान करता है, उसे गोदान के समान पुण्य की प्राप्ति होती है। ऐसा करने से धर्मराज का आशीर्वाद प्राप्त होता है और मनुष्य को अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है। 

बुद्ध पूर्णिमा पर क्या करें?

  • बुद्ध पूर्णिमा के दिन सर्वप्रथम सूर्योदय से पूर्व उठें और घर की साफ-सफाई करें।
  • इसके पश्चात, व्रत का संकल्प करें और पूरे दिन का उपवास रखें। 
  • रात के समय में चंद्रदेव को फूल,धूप, दीप, अन्न, गुड़ आदि अर्पित करें।
  • इस दिन मंदिर जाएं और भगवान विष्णु की मूर्ति के सामने दीपक जलाएं। साथ ही, श्री हरि की विधि-विधान से पूजा करें।
  • अगर हो सके, तो बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान अवश्य करें। ऐसा करने से पूर्वजन्म के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं।
  • इस तिथि पर किया गया दान-पुण्य बेहद शुभ होता है इसलिए ब्राह्मणों को जल से भरा हुआ मिट्टी का कलश और अनेक तरह के पकवान भी दान करना चाहिए।

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बुद्ध पूर्णिमा पर क्या न करें?

  • बुद्ध पूर्णिमा या वैशाख पूर्णिमा के दिन तामसिक भोजन जैसे मांसाहार, मदिरा आदि का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • इस तिथि पर तुलसी के पत्तों को तोड़ने से परहेज़ करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु आपसे नाराज़ हो सकते हैं।
  • इस दिन किसी की बुराई करने से बचें और न ही अपने मन में किसी तरह के नकारात्मक विचार लेकर आएं। 

बुद्ध पूर्णिमा पर राशि अनुसार करें ये उपाय, चमक उठेगी आपकी किस्मत

मेष राशि 

मेष राशि के जातक बुद्ध पूर्णिमा पर भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करें। साथ ही, आप विष्णु जी को हल्दी का तिलक करें और लक्ष्मी जी को सिंदूर अर्पित करें। 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वाले इस दिन भगवान बुद्ध की मूर्ति के सामने दीपक जलाएं और घर के प्रवेश द्वार पर भी घी का दीपक रखें। ऐसा करने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातक वैशाख पूर्णिमा पर देवी लक्ष्मी को खीर का प्रसाद के रूप में भोग लगाएं और यह प्रसाद पूरे परिवार को देने के बाद खुद भी ग्रहण करें। 

कर्क राशि

कर्क राशि वाले अगर अपने जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो बुद्ध पूर्णिमा पर भगवान विष्णु का चंदन से तिलक करें। आप चाहे तो लड्डू गोपाल का केसर मिले दूध से स्नान कर सकते है। 

सिंह राशि

सिंह राशि के जातक बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भगवान सत्यनारायण की कथा सुनें। साथ ही, चरणामृत के प्रसाद का भोग लगाएं। ऐसा करने से घर-परिवार की आर्थिक स्थिति स्थिर रहती है और समृद्धि आती है। 

कन्या राशि 

कन्या राशि वालों के लिए इस पूर्णिमा पर घर में हवन करन शुभ रहेगा। बुद्ध पूर्णिमा पर आम की लकड़ियों से हवन और गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे आपके जीवन में खुशहाली आती है।

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए बुद्ध पूर्णिमा पर देवी लक्ष्मी जी की पूजा एवं आरती करना फलदायी रहेगा। उन्हें लाल फूल भी अर्पित करें। ऐसा करने से आपका जीवन सुख-समृद्धि से पूर्ण रहेगा।

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के लोग इस दिन देवी लक्ष्मी को लाल रंग के फूल चढ़ाएं। साथ ही, विष्णु जी की आरती करें। इससे घर-परिवार में बरकत बनी रहेगी। 

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए बुद्ध पूर्णिमा पर विष्णु जी को पीले चावल का भोग लगाएं और उनकी पूजा में पीले फूलों का उपयोग करें। इससे आपके जीवन की सभी समस्याओं का अंत हो जाता है।

मकर राशि 

मकर राशि वाले इस पूर्णिमा पर चंद्रमा को अर्घ्य दें और घर-परिवार की कुशलता की कामना करें। ऐसा करने से आपके घर में खुशहाली बनी रहती है।

कुंभ राशि

कुंभ राशि वाले बुद्ध पूर्णिमा के दिन गरीबों एवं जरूरतमंद को भोजन कराएं और उन्हें जरूरत की सामग्री दान में दें। यह उपाय आपके जीवन में खुशहाली लेकर आता है।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों को बुद्ध पूर्णिमा के दिन मंदिर में दर्शन जरूर करने चाहिए। इस उपाय को करने से मनुष्य के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाया जाता है?

उत्तर 1. वैशाख महीने में आने वाली पूर्णिमा को गौतम बुद्ध का जन्मदिवस माना गया है

प्रश्न 2. भगवान बुद्ध पूर्णिमा कब है?

उत्तर 2. 23 मई 2024, गुरुवार के दिन बुद्ध पूर्णिमा मनाया जाएगा।

प्रश्न 3. बुद्ध पूर्णिमा के दिन क्या दान करना चाहिए?

उत्तर 3. बुद्ध पूर्णिमा पर जल से भरे कलश और ठंडे फलों का दान करना चाहिए।

प्रश्न 4. बुद्ध पूर्णिमा के दिन क्या दान करना चाहिए?

उत्तर 4. बुद्ध पूर्णिमा पर जल से भरे कलश और ठंडे फलों का दान करना चाहिए।

12 साल बाद गुरु व शुक्र की युति से बन रहा है गजलक्ष्मी राजयोग, इन जातकों की पलटने वाली है किस्मत!

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में, ग्रहों के गोचर को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। ग्रहों का राशि परिवर्तन के साथ कई बार ग्रहों की युति का भी निर्माण होता है, जिसका अर्थ है कि एक ही राशि में दो या दो से अधिक ग्रह उपस्थित होते हैं। इसी क्रम में राशि चक्र की दूसरी राशि वृषभ में शुक्र और गुरु की युति हो रही है और इस युति से 12 साल बाद गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण हुआ है। बता दें कि 01 मई को गुरु ग्रह मेष राशि से वृषभ राशि में गोचर कर चुके हैं, वहीं दूसरी ओर 19 मई को शुक्र ग्रह भी अपनी स्वराशि वृषभ में प्रवेश करेंगे। ऐसे में वृषभ राशि में 12 वर्ष के अंतराल के बाद गुरु और शुक्र की युति हो रही है, जिससे बेहद शुभ योग का निर्माण हो रहा है।

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ख़ास बात यह है कि इस राशि में बुद्धि के कारक ग्रह बुध भी इसी महीने के अंत यानी 31 मई 2024 की दोपहर 12 बजकर 2 मिनट में प्रवेश कर जाएंगे। जिससे वृषभ राशि में तीन शुभ योग गजलक्ष्मी, बुधादित्य और मालव्य राजयोग का निर्माण होगा। ज्योतिष शास्त्र में इन चारों ग्रहों का एक साथ वृषभ राशि में आना और शुभ योग का निर्माण करना बेहद शुभ साबित होगा और इसका प्रभाव सभी 12 राशि के जातकों पर देखने को मिलेगा लेकिन पांच राशियां इस दौरान काफी भाग्यशाली साबित होंगी।

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गजलक्ष्मी राजयोग से इन 5 राशियों को होगा लाभ

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए यह अवधि बेहद शानदार रहेगी। कार्यक्षेत्र में आपको तरक्की हासिल होगी। कार्यक्षेत्र में आपके काम की सराहना होगी और आप मान-सम्मान प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही, पदोन्नति व वेतन वृद्धि के भी योग बनेंगे, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इस अवधि आपके घर में कोई शुभ मांगलिक कार्य हो सकता है, जिससे घर का माहौल सकारात्मक होगा। आप इस समय पहले से अधिक मेहनत करेंगे और नया मुकाम हासिल करेंगे। करियर में इनको शानदार सफलता प्राप्‍त होगी और नए अवसर प्राप्‍त होंगे। यही नहीं, इस अवधि आप अपने काम से अपने वरिष्ठों का दिल जीतने में कामयाब होंगे। कारोबार में धन की वृद्धि होगी और कुछ नया करने से भी आपको लाभ होगा। आपके काम से आपके बॉस काफी प्रसन्‍न होंगे। इससे आपको अपने काम में आत्‍मविश्‍वास मिलेगा और उत्साह में वृद्धि होगी।

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कर्क राशि

कर्क राशि के लोगों के लिए ग्रहों के ये शुभ योग जीवन में शुभ प्रभाव बढ़ाएंगे। आप उच्च स्तर की संतुष्टि प्राप्त कर सकते हैं और अच्छा रिटर्न अर्जित कर सकते हैं। आप वरिष्ठों का विश्वास जीतने और सराहना प्राप्त करने में सक्षम होंगे। कार्यक्षेत्र में आपको मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। आप अपने अच्‍छे काम से ऑफिस में सभी लोगों का दिल जीत लेंगे। यहां तक कि आप अपने बॉस का विश्वास और दिल जीतने में भी सफल होंगे। यदि आप व्यवसाय कर रहे हैं तो इस दौरान आप अधिक लाभ अर्जित करने में सफल होंगे, जिससे आपको संतुष्टि प्राप्त होगी। प्रेम जीवन की बात करें तो आपको अपने जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिल सकता है। इसके अलावा, आपको कहीं से बड़ी मात्रा में रुका हुआ पैसा मिलने से बेहद खुशी होगी और आपके रुके कार्य भी बन जाएंगे। स्वास्थ्य के मोर्चे पर, आप अच्छा स्वास्थ्य बनाए रख सकते हैं और यह मजबूत प्रतिरक्षा स्तर के कारण संभव हो सकता है।

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कन्या राशि

कन्या राशि के लोगों के लिए यह योग बहुत अधिक बहुत शुभ प्रभाव देने वाला माना जा रहा है। अगर आप नौकरी बदलने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको कुछ अच्छे ऑफर इस वक्त मिल सकते हैं। इस वक्‍त नौकरी बदलने के लिए आपका वक्‍त भी अच्‍छा है और आपका वेतन भी अच्‍छा होगा। आप बेहतर संभावनाओं के लिए नौकरी में बदलाव करने का मन बना सकते हैं जिससे आप संतुष्ट नज़र आ सकते हैं। बात यदि आर्थिक जीवन की करें, तो इस अवधि आप बचत करने में सक्षम होंगे। पैसों की बचत करने की गुंजाइश भी पहले से अधिक रहेगी। आपका रिश्ता पार्टनर के साथ प्रेम से भरा रहेगा जिसका आनंद लेते हुए आप दिखाई देंगे। यदि आपका किसी से प्रेम प्रसंग चल रहा है और आप उससे विवाह करने की योजना बना रहे हैं तो यह अवधि अपने घर पर बात करने के लिए बिल्कुल सही साबित हो रहा है। संभावना है कि घर वालों की तरफ से आपके रिश्ते को ढेर सारा प्यार मिले। साथ ही, आप अपने रिश्ते में उच्च मूल्यों की स्थापना भी कर सकेंगे। सेहत के लिहाज़ से,  आपकी फिटनेस अच्छी बनी रहेगी जो कि आपके भीतर की मज़बूत इच्छा शक्ति और उत्साह का परिणाम होगा।

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वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लोगों को गजलक्ष्मी राजयोग से बहुत अधिक लाभ होगा। इस दौरान आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा और आपके आत्‍मविश्‍वास में वृद्धि होगी। आप साहसी होकर अपने जीवन के सही फैसले लेने में सक्षम होंगे और आपके फैसले आपके लिए फलदायी साबित होंगे। आप कारोबार में अगर कोई नया प्रयोग करने के बारे में विचार कर रहे हैं तो उसमें आपको कामयाबी हासिल होगी। परिवार के लोगों से आपको हर मामले में सहयोग मिलेगा। आपके लिए यह समय अपने जीवन में आगे बढ़ने का है। इस शुभ योग से आपको करियर में शानदार व सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। साथ ही, काम में सुख व समृद्धि भी प्राप्त होगी। यदि आप व्यापार करते हैं तो इस दौरान आपको अपने बिज़नेस में अपार सफलता प्राप्त होगी। स्वास्थ्य के लिहाज़ से भी यह अवधि आपके लिए बहुत अधिक अच्छी साबित होगी। आप पूरी तरह फिट महसूस करेंगे।

मीन राशि

आपको इस दौरान अपार सफलता प्राप्त होगी और आपके प्रयास सफल होंगे। ये अवधि आपके लिए बहुत अधिक अनुकूल रहेगा। आपके करियर की बात करें तो आपको बहुत अधिक अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति अच्छी होगी। आपके वरिष्ठ आपकी सराहना करते हुए नज़र आएंगे। इसके अलावा, आपको नौकरी के अनेक व नए अवसर प्राप्त होंगे। आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे। मीन राशि के जातकों के आर्थिक जीवन की बात करें तो आपके इस अवधि धन की कमी महसूस नहीं होगी। पैतृक संपत्ति और अन्य अन्य अप्रत्याशित स्रोतों से आपको धन लाभ हो सकता है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। 

व्यावसायिक मोर्चे पर, आप अपने स्किल्स और बुद्धिमत्ता के कारण अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आप अपने बिज़नेस को बढ़ाने के लिए जो प्रयास कर रहे हैं, उसमें आपको सफलता अवश्य प्राप्त होगी, जिससे आपको संतुष्टि प्राप्त होगी। रिश्ते के मोर्चे पर, आपके जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते बेहद अच्छे और मजबूत होंगे। इसके साथ ही, आप एक-दूसरे के बेहद करीब आएंगे। स्वास्थ्य के लिहाज़ से देखा जाए तो, इस अवधि आपकी सेहत शानदार बनी रहेगी। आप मजबूत प्रतिरक्षा और ऊर्जा स्तर के कारण काफी फिट महसूस करेंगे।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. गजलक्ष्मी राजयोग क्या है?

उत्तर 1. बृहस्पति और शुक्र ग्रह जब एक दूसरे के केंद्र भाव में हो, आमने सामने या पहले हों, या पहले, चौथे और सातवें भाव में हो तो गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण होता है।

प्रश्न 2. गजलक्ष्मी योग क्या है? 

उत्तर 2. ज्योतिष शास्त्र में गजलक्ष्मी देवी के राजयोग को बहुत शुभ माना गया है।

प्रश्न 3. शुक्र ग्रह क्या फल देते हैं?

उत्तर 3. वैदिक ज्योतिष में शुक्र देव को भौतिक सुख, वैवाहिक सुख, भोग-विलास, शौहरत, कला, प्रतिभा, सौन्दर्य आदि के कारक माने जाते हैं।

प्रश्न 4. शुक्र का वृषभ राशि में गोचर कब हो रहा है?

उत्तर 4. शुक्र का वृषभ राशि में गोचर 19 मई 2024 को हो रहा है।

वृषभ राशि में होगा बुध का गोचर, 6 लोगों की लव लाइफ में आने वाला है तूफान

31 मई, 2024 को बुध ग्रह का एक महत्‍वपूर्ण गोचर होने जा रहा है। इस गोचर का देश-दुनिया समेत मानव जीवन पर प्रभाव देखने को मिलेगा। जब कोई ग्रह गोचर करता है, तो उसके प्रभाव में सभी राशियां आती हैं। किसी पर गोचर का सकारात्‍मक प्रभाव पड़ता है, तो वहीं कुछ राशियों पर इसका नकारात्‍मक असर देखने को मिलता है। इस बार होने वाले बुध के गोचर का भी सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा।

वैसे तो बुध के इस गोचर से सभी राशियों के जीवन में उतार-चढ़ाव आएंगे लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं जिन्‍हें बुध के इस राशि परिवर्तन के कारण अपने प्रेम जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

आगे जानिए कि बुध का यह गोचर किस राशि में होने जा रहा है और ज्‍योतिष में बुध ग्रह का क्‍या महत्‍व है।

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किस राशि में गोचर कर रहे हैं बुध

31 मई 2024 को बुध वृषभ राशि में 12:02 पर गोचर कर जाएंगे। वैसे तो बुध के इस गोचर का प्रभाव देश-दुनिया और हर एक जातक पर देखने को मिलेगा लेकिन मेष राशि, कन्या राशि, मिथुन राशि, कुंभ राशि और तुला राशि के जातकों को विशेष रूप से बुध ग्रह के इस गोचर का प्रभाव महसूस होगा क्योंकि बुध की गति इन राशियों की ऊर्जा के साथ गहराई से प्रतिद्वनित होती है।

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ज्‍योतिष में बुध ग्रह का क्‍या महत्‍व है

वैदिक ज्‍योतिष में बुध ग्रह एक अहम भूमिका निभाते हैं। यह ग्रह हमारे संचार कौशल को प्रदर्शित करता है और बुध ग्रह संदेशवाहक भी हैं और उन्‍हें ग्रहों का राजकुमार भी कहा जाता है। कोई व्‍यक्‍ति अपने विचारों को किस तरह से व्‍यक्‍त करता है, यह उसकी कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति पर ही निर्भर करता है।

बुध सूर्य के सबसे नज़दीक वाला ग्रह है। इस ग्रह को बुद्धि का कारक भी कहा गया है। काल पुरुष की कुंडली में बुध का तीसरे और छठे भाव पर आधिपत्‍य होता है और यह चौथे एवं दशम भाव का कारक ग्रह है।

तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि बुध के वृषभ राशि में प्रवेश करने पर किन राशियों के जातकों के प्रेम जीवन में उथल-पुथल आने वाली है।

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इन रा‍शियों की लव लाइफ होगी खराब

मेष राशि

मेष राशि के जातकों की अपने जीवनसाथी के साथ बहस होने की आशंका है। आपकी अपने परिवार के सदस्‍यों के साथ किसी पारिवारिक मसले या संपत्ति को लेकर विवाद भी हो सकता है। आपकी अपने करीबियों से कम बात होगी। आपको अपने पार्टनर के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश करनी चाहिए। यह समय आपके और आपके पार्टनर के लिए मुश्किल साबित होगा। आपको इस समय धैर्य से काम लेने की सलाह दी जाती है।

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मिथुन राशि

रिश्‍तों के मामले में यह गोचर मिथुन राशि के जातकों के लिए मुश्किल रहने वाला है। आपको अपने करीबियों को समझने में परेशानी हो सकती है या आपके रिश्‍ते में आपसी समझ की कमी होने की आशंका है। आपकी अपने जीवनसाथी के साथ भी विवाद होने डर बना हुआ है। आप दोनों एक-दूसरे से कम बात करेंगे। आपकी अपने पार्टनर के साथ अधिक बहस होने लगेगी और आप भावनात्‍मक रूप से थोड़ा अशांत महसूस करेंगे।

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सिंह राशि

अगर आपकी सिंह राशि है, तो आपको अपने पार्टनर के साथ तालमेल बिठाने में दिक्‍कतों का सामना करना पड़ सकता है। आप दोनों के बीच आपसी समझ की कमी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा आप दोनों एक-दूसरे से बातचीत भी कम करेंगे जिसकी वजह से आप दोनों के बीच दूरियां और बढ़ सकती हैं। इस गोचर के दौरान आपके वैवाहिक जीवन में क्‍लेश का माहौल रहेगा और इसके कारण आपका मन बहुत अशांत रहने वाला है।

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वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लोगों के प्रेम जीवन में परेशानियां पैदा हो सकती हैं। आपके और आपके पार्टनर के बीच गलतफहमियां उत्‍पन्‍न होने की आशंका है। अपने रिश्‍ते को बनाए रखने के लिए आपको संघर्ष करना पड़ सकता है। आप अपने पार्टनर के साथ रिश्‍ते में खुश नज़र नहीं आएंगे। आपको अपने पार्टनर से बातचीत करनी चाहिए और किसी भी मसले को सुलझाने के लिए धैर्य से काम लेना चाहिए।

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धनु राशि

यदि आपकी धनु राशि है, तो आपको इस गोचर काल में सावधान रहने की जरूरत है। आपके और आपके पार्टनर के बीच विवाद होने की आशंका है। पार्टनरशिप में बिज़नेस करते हैं, तो आपके अपने पार्टनर के साथ मतभेद हो सकते हैं। आपका विवाद इतना ज्‍यादा बढ़ सकता है कि आपको कोर्ट तक जाना पड़ जाए। आपको अपने प्रेम जीवन में भी अपने पार्टनर के साथ थोड़ा संभलकर रहने की सलाह दी जाती है।

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कुंभ राशि

रिश्‍ते के मामले में कुंभ राशि के लोगों को इस गोचर के दौरान ज्‍यादा अच्‍छे परिणाम नहीं मिलने वाले हैं। आपको अपने परिवार के सदस्‍यों के साथ अपने रिश्‍ते में अनुकूलता को बनाए रखने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है। यदि आपको अपने रिश्‍तों में किसी भी तरह की परेशानी या चुनौती देखने को मिलती है, तो आप बातचीत के ज़रिए उसका हल निकालने का प्रयास करें।

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राहु की कृपा से 2025 तक इन राशियों के लोग रहेंगे मालामाल, छाया रहेगा खुशियों का माहौल

सौरमंडल के सभी ग्रहों में राहु और केतु को छाया ग्रह की उपाधि दी गई है। इन दो ग्रहों का किसी राशि या भाव पर स्‍वामित्‍व नहीं है। हालांकि, नवग्रहों में इन दोनों ग्रहों को बहुत खास माना जाता है। ज्‍योतिषशास्‍त्र के अनुसार अगर किसी व्‍यक्‍ति की कुंडली में राहु अशुभ स्‍थान में हो, तो उस व्‍यक्‍ति का पूरा जीवन ही नष्‍ट हो जाता है क्‍योंकि राहु एक क्रूर ग्रह है।

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राहु एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में 18 महीने का समय लेता है। राहु पिछले साल 30 अक्‍टूबर, 2023 को दोपहर 02 बजकर 13 मिनट पर मंगल की राशि मेष से निकल कर मीन राशि में वक्री होकर प्रवेश कर चुके हैं। यहां पर राहु 18 मई, 2025 तक रहने वाले हैं। इसके बाद राहु का गोचर कुंभ राशि में होगा।

राहु के गोचर के दौरान कुछ राशियों के लोगों को शुभ परिणाम प्राप्‍त होंगे, तो वहीं कुछ राशियों के जातकों को संकटों का सामना करना पड़ सकता है।

इस ब्‍लॉग में आगे विस्‍तार से बताया गया है कि राहु के मीन राशि में साल 2025 तक रहने से किन विशेष राशियों को लाभ मिलने की संभावना है।

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वृषभ राशि

राहु के इस गोचर से लाभ प्राप्‍त करने वाली राशियों में सबसे पहला नाम वृषभ राशि का आता है। इनके ग्‍यारहवें भाव में राहु मौजूद हैं। इस दौरान आप खूब धन कमाएंगे जिससे आपको अपनी आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने में मदद मिलेगी। आपकी आमदनी बढ़ेगी और आप अपने साथ-साथ अपने परिवार की भी सभी ज़रूरतों को पूरा कर पाएंगे।

आपको अचानक धन लाभ होने के भी संकेत हैं। यदि आपका कोई काम अटका हुआ है या आपकी कोई इच्‍छा पूरी नहीं हो पा रही है, तो अब आपका वह काम भी बन सकता है। इस समय आपका जीवन खुशियों से भर जाएगा। अपनी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ आप पैसों की बचत भी कर पाएंगे। विदेश से व्‍यापार करने वाले लोगों को भी लाभ होगा।

आप नया वाहन या प्रॉपर्टी आदि खरीद सकते हैं। निवेश के लिए भी शुभ समय है। आपके लिए काम से संबंधित लंबी यात्राओं के योग भी बन रहे हैं। आप अपने परिवार को ज्‍यादा समय नहीं दे पाएंगे। हालांकि, आपके करियर के लिए यह समय अनुकूल साबित होगा।

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मिथुन राशि

मिथुन राशि के लोगों को भी राहु के मीन राशि में आने पर अपार लाभ की प्राप्ति होगी। इस राशि के नवम भाव में राहु का गोचर हुआ है। इस तरह आपको अपने भाग्‍य का पूरा साथ मिलेगा और आपको विदेश यात्रा पर जाने का मौका भी मिल सकता है। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति भी बहुत अच्‍छी रहने वाली है।

नौकरीपेशा जातकों के लिए भी अनुकूल समय है। आप अपने खर्चों को बहुत आसानी से संभाल पाएंगे। आप अपने कार्यक्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करेंगे जिससे आपके लिए पदोन्‍नति और वेतन में वृद्धि के योग बन रहे हैं। आपको अपने जीवन में हर क्षेत्र में सफलता प्राप्‍त होगी।

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वृ‍श्चिक राशि

वृश्चिक राशि के पांचवे भाव में राहु का गोचर हुआ है। इस गोचर काल के दौरान आप बहुत खुश रहने वाले हैं और आपको अपने भाग्‍य का पूरा साथ मिलेगा। अपार सफलता आपके कदम चूमेगी। इसके साथ ही आपके लिए धन लाभ के योग भी बन रहे हैं।

आपकी आमदनी के नए स्रोत खुलेंगे। आप शेयर मार्केट में भी पैसा लगा सकते हैं। इससे आपका पैसा दोगुना हो सकता है। आपको अचानक कहीं से पैसा मिल सकता है। आपकी एकाग्रता और बुद्धिमानी में वृद्धि देखने को मिलेगी।

आपको अपने स्‍वास्‍थ्‍य का ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। आप अपने बच्‍चों के भविष्‍य को लेकर थोड़े चिंतित हो सकते हैं।

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नामचीन हस्तियों की कुंडली में राहु का प्रभाव

यहां हम आपको बता रहे हैं कि राहु के प्रभाव से नामचीन और लोकप्रिय हस्तियों के जीवन में क्‍या-क्‍या बदलाव आए।

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की कुंडली के छठे भाव में राहु ने एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसकी वजह से उन्‍हें गोरखनाथ मठ के महंत की उपाधि प्राप्‍त हुई है। वह हिंदू युवा वाहिनी के संस्‍थापक भी हैं।

राहु व्‍यक्‍ति के अंदर अध्‍यात्‍म की भावना को जागृत करता है और शायद यही भूमिका राहु ने योगी आदित्‍यनाथ के जीवन में भी निभाई है।

मुकेश अंबानी

देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के जीवन में भी राहु ने बहुत कमाल दिखाया है। उनकी कुंडली में राहु 12वें भाव में विराजमान हैं जिसकी वजह से उन्‍हें व्‍यापार के क्षेत्र में अपार सफलता प्राप्‍त हुई है।

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राहु शांति के उपाय

अगर आप अपने जीवन में राहु के प्रकोप या अशुभ प्रभावों से ग्रस्‍त हैं, तो निम्‍न उपायों से आप इनसे छुटकारा पा सकते हैं।

  • राहु को प्रसन्‍न करने के लिए आप नीले रंग के वस्‍त्र पहन सकते हैं।
  • अपने ससुर का आदर करें और बीमार लोगों की सेवा करें।
  • आप मास-मदिरा का सेवन बंद कर दें।
  • आंवारा कुत्तों को खाना खिलाएं या आप घर में भी कुत्ता पाल सकते हैं।
  • राहु को खुश करने के लिए आप मां दुर्गा या भगवान विष्‍णु के वराह अवतार की पूजा भी कर सकते हैं।
  • काल भैरव की उपासना से भी राहु प्रसन्‍न होते हैं। इसके अलावा श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करने से भी आपको लाभ होगा।
  • यदि आप राहु की कृपा प्राप्‍त करना चाहते हैं, तो आप मां दुर्गा का अष्‍टमी तिथि पर व्रत जरूर करें।

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न. राहु किस राशि के स्‍वामी हैं?

उत्तर. राहु को किसी भी राशि का स्‍वामित्‍व प्राप्‍त नहीं है।

प्रश्‍न. राहु का प्रभाव कब तक रहता है?

उत्तर. इस साल राहु मीन राशि में 2025 तक रहेंगे।

प्रश्‍न. राहु का लकी नंबर क्‍या है?

उत्तर. राहु का मूलांक 4 होता है।

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नरसिंह जयंती 2024 पर इन आसान उपायों से मिलेगी आपको शत्रुओं पर विजय!

नरसिंह जयंती 2024 को भगवान नरसिंह के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व को सनातन धर्म में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है जो कि हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। बता दें कि भगवान नरसिंह को विष्णु जी का अवतार माना जाता है, उन्होंने हिरण्यकश्यप का वध करने के लिए यह अवतार लिया था। एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको नरसिंह जयंती 2024 के बारे में समस्त जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, इस साल कब मनाया जाएगा यह पर्व और क्या है इसका महत्व आदि से भी आपको रूबरू कराएंगे। तो चलिए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। 

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नरसिंह जयंती 2024 की तिथि व पूजा मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, नरसिंह जयंती प्रत्येक वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। वहीं, ग्रेगोरियन कैलेंडर में यह तिथि सामान्य रूप से अप्रैल या मई के महीने में आती है। बता दें कि इस साल नरसिंह जयंती को 22 मई 2024, बुधवार के दिन मनाया जाएगा। इस अवसर पर भगवान नरसिंह की पूजा विधि-विधान से और शुभ मुहूर्त में करना शुभ सिद्ध होता है। आइए अब नज़र डालते हैं नरसिंह जयंती के पूजा मुहूर्त पर। 

नरसिंह जयंती पूजा मुहूर्त 

नरसिंह जयंती की तिथि: 22 मई 2024, बुधवार

नरसिंह जयंती पर व्रत संकल्प का पूजा मुहूर्त:  सुबह 11 बजकर 04 मिनट से दोपहर 01 बजकर 34 मिनट तक

नरसिंह जयंती पर संध्या पूजा का मुहूर्त: शाम 04 बजकर 05 मिनट से शाम 06 बजकर 35 मिनट तक

व्रत का पारण मुहूर्त: अगले दिन 23 मई 2024 की सुबह 06 बजकर 03 मिनट

चतुर्दशी तिथि का आरंभ: 21 मई 2024 की शाम 05 बजकर 41 मिनट से, 

चतुर्दशी तिथि का समापन: 22 मई 2024 की शाम 06 बजकर 49 मिनट तक। 

यह भी पढ़ें: राशिफल 2024

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नरसिंह जयंती का धार्मिक महत्व  

धार्मिक ग्रंथों में भगवान नरसिंह और नरसिंह जयंती की महानता का वर्णन विस्तार पूर्वक किया गया है। हिंदू शास्त्रों में नरसिंह जयंती को बुराई पर अच्छाई की जीत और धर्म की सुरक्षा का प्रतीक माना गया है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने अत्याचारी राक्षस राजा हिरण्यकश्यप का संहार करने के लिए नरसिंह अवतार लिया था। यह श्री हरि के चौथे अवतार हैं और इनके सबसे अधिक पूजित अवतार माने गए हैं। जिस दिन विष्णु जी ने नरसिंह अवतार लिया था, उस तिथि को ही नरसिंह जयंती कहते हैं।    

ऐसा माना जाता है कि जो भक्त इस दिन नरसिंह भगवान का पूजन करते हैं और व्रत का पालन करते हैं, उन्हें अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही, इन जातकों को दुर्भाग्य से मुक्ति मिलती है और जीवन से नकारात्मक शक्तियों का अंत होता है। इसके अलावा, नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह के भक्त को बीमारियों से सुरक्षा के साथ-साथ सुख, समृद्धि, साहस एवं विजय की प्राप्ति होती है।

नरसिंह जयंती पर कैसे करें भगवान नरसिंह का पूजन?

  • नरसिंह जयंती पर सर्वप्रथम भक्त सूर्योदय से पूर्व उठें और अपने नित्य कर्मों से निवृत होकर भगवान नरसिंह की विधिपूर्वक पूजा की शुरुआत करें। 
  • इस दिन जातक माता लक्ष्मी और भगवान नरसिंह की मूर्तियों को स्थापित करके पूजा करें।
  • मंत्रो का उच्चारण करते हुए चंदन, केसर, कुमकुम, अक्षत (चावल), फल, नारियल, पुष्प और प्रसाद आदि अर्पित करें। 
  • इसके पश्चात, भगवान नरसिंह की कृपा प्राप्ति के लिए नरसिंह गायत्री मंत्र का जाप करें। 
  • संभव हो, तो व्रत पूर्ण होने पर भक्त अपने सामर्थ्य के अनुसार तिल, वस्त्र आदि का दान करें। 

कहा जाता है कि जो भक्त सच्चे मन से नरसिंह जयंती पर नरसिंह भगवान के लिए व्रत करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। 

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नरसिंह जयंती पर जरूर करें ये उपाय

  1. जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष है और वह किसी कारणवश कोई पूजा या ज्योतिषीय उपाय नहीं कर पा रहे हैं,  तो वह नरसिंह जयंती के दिन नरसिंह मंदिर में जाएं और वहां एक मोरपंख चढ़ाएं। इस उपाय को करने से आपको राहत की प्राप्ति होगी।
  2. यदि आपका कोई प्रियजन आपसे नाराज है या फिर उसने आपसे दूरी बना ली है, तो उनके साथ रिश्ते को दोबारा पहले जैसा बनाने के लिए इस दिन मंदिर में मक्के का आटा दान करें।
  3. जो भक्त धन प्राप्ति या फिर पैसों की बचत करने के इच्छुक हैं, वह इस दिन भगवान नरसिंह को नागकेसर अर्पित करें और इसके बाद थोड़ा नागकेसर अपने साथ घर ले आएं। इसे घर की तिजोरी या अलमारी में वहां रखें जहां आप धन और गहने आदि रखते हैं।
  4. अगर आप किसी कानूनी मुक़दमे में फंसे हुए हैं और कोर्ट-कचहरी में चक्कर लगाते-लगाते थक चुके हैं, तो नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह को प्रसाद के रूप में दही का भोग लगाएं।
  5. जो जातक प्रतिस्पर्धा से परेशान हो चुके हैं या फिर आपको हमेशा अनजान शत्रुओं का भय बना रहता है, वह नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह को बर्फ मिला हुआ पानी चढ़ाएं। ऐसा करने से आपको हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी।
  6. यदि आप लंबे अर्से से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं और आपको राहत नहीं मिल रही है, तो इस दिन भगवान नरसिंह को चंदन का लेप अर्पित करें।

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जून 2024 में कब पड़ेंगे बैंक अवकाश और कौन सा त्योहार मनाया जाएगा इस महीने, जानें!

जून 2024: जून के महीने में गर्मी अपने चरम पर होती है। इस दौरान लोग सूरज के प्रकोप से त्रस्त नज़र आते हैं। अब जल्द ही मई का महीने हमसे अलविदा कहने वाला है और जून अपने आगाज़ के लिए पूरी तरह से तैयार है। यह साल का छठा महीना होता है और इस महीने के मौसम की बात करें तो, जून का मिज़ाज थोड़ा उग्र होता है क्योंकि ज्येष्ठ मास होने के कारण सूरज अपनी ज्येष्ठता पर होता है। हालांकि, हर महीने की तरह इस महीने को लेकर भी आपके मन में उत्सुकता होगी कि कैसा रहेगा जून आपके लिए और क्या कुछ छुपा है इस माह में? नौकरी हो या व्यापार, क्या करियर पकड़ेगा रफ़्तार? इन सभी सवालों के जवाब आपको मिलेंगे एस्ट्रोसेज के इस ख़ास ब्लॉग में।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

यह लेख विशेष रूप से पाठकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है जिसमें आपको न केवल अपने दिलोंदिमाग में उठने वाले प्रश्नों के उत्तर मिलेंगे, बल्कि जून 2024 में आने वाले प्रमुख व्रत-त्योहारों, ग्रहण और गोचरों के साथ-साथ इस माह में पड़ने वाले बैंक अवकाशों की तिथियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी। इसके अलावा, जून में जन्मे जातकों का कैसा होता है व्यक्तित्व और कौन सी बातें इन लोगों को बनाती है सबसे हटकर, यह भी हम आपको बताएंगे। तो आइए शुरुआत करते हैं “जून 2024” के इस ब्लॉग की।  

जून 2024 को यह विशेषताएं बनाती हैं सबसे ख़ास

  • एस्ट्रोसेज का यह लेख आपको जून महीने में आने वाले व्रत-त्योहारों की तिथियों के बारे में बताएगा जिससे आप पहले ही उनकी तैयारियां कर सकें। 
  • और इस महीने में पैदा होने व्यक्तियों को क्या बनाता है सबसे ख़ास। साथ ही जानेंगे, इन लोगों के व्यक्तित्व से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें। 
  • जून 2024 में कब-कब पड़ेंगे बैंक हॉलिडे?
  • कौन सा ग्रह करेगा कब-कब अपनी राशि और स्थिति में परिवर्तन? क्या जून में लगेगा कोई ग्रहण? इसकी जानकारी भी आपको इस ब्लॉग में प्राप्त होगी। 
  • और जून का महीना राशि चक्र की सभी 12 राशियों के लिए किस तरह के परिणाम लेकर आएगा? इसके बारे में भी हम आपको बताएंगे। 

 अब हम आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं जून 2024 पर आधारित इस ब्लॉग में। 

जून 2024 का ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना 

जून 2024 के पंचांग के अनुसार, वर्ष 2024 के छठे महीने जून का आरंभ पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के तहत कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि यानी कि 01 जून 2024 को होगा और इसकी समाप्ति अश्विनी नक्षत्र के अंतर्गत कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि अर्थात 30 जून 2024 को होगी। इस महीने के पंचांग से आपको अवगत करवाने के बाद अब हम उन लोगों के बारे में बात करेंगे जिनका जन्म जून के महीने में हुआ है। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

जून में जन्में लोगों के व्यक्तित्व में होती हैं ये खूबियां       

हम सब इस बात को भली भांति जानते हैं कि “नोबडी इज परफेक्ट” यानी कि कोई इंसान परफेक्ट नहीं होता है। हर मनुष्य के व्यक्तित्व में अच्छे और बुरे दोनों ही तरह के गुण मौजूद होते हैं जो उन्हें दूसरों से सबसे सबसे अलग बनाते हैं। हालांकि, इन्हीं गुणों और अवगुणों के आधार पर हम किसी व्यक्ति की तरफ आकर्षित होते हैं, परंतु क्या आपको पता है कि प्रत्येक व्यक्ति के व्यवहार और स्वभाव के निर्धारण में वह महीना महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है जिसमें उनका जन्म हुआ होता है। इसी क्रम में, जून में जन्मे लोगों में कौन सी विशेषताएं पाई जाती हैं, चलिए जानते हैं इसके बारे में। 

ज्योतिष के लिहाज़ से, अगर आपका जन्मदिन जून में आता है, तो बता दें कि यह साल का छठा महीना होता है। इस माह में पैदा होने वालों की राशि मिथुन या कर्क होती है। इन लोगों का स्वभाव ज्यादातर काफ़ी अच्छा होता हैं और यह हमेशा जुनून से भरे रहते हैं। इनके स्वभाव की जो बात इन्हें सबसे ख़ास बनाती है वह है विनम्रता और दयालुता। इन जातकों में दयालुता कूट-कूट कर भरी होती है जिसके चलते यह दूसरों की मदद करने के लिए सबसे आगे रहते हैं और कभी भी किसी की सहायता करने से अपने कदम पीछे नहीं खींचते हैं। ऐसे में, यह लोगों और अपने करीबियों के बीच बेहद लोकप्रिय होते हैं। 

जून में जन्मे लोग बहुत मिलनसार होते हैं और इन्हें लोगों से घुलने-मिलने में ज्यादा समय नहीं लगता है। दूसरे लोगों इनके अच्छे स्वभाव की वजह से जल्द ही प्रभावित हो जाते हैं। लेकिन, अक्सर यह जातक अपनी कल्पना की दुनिया में खोये हुए दिखाई देते हैं। अगर हम कहें कि जून बोर्न जातकों को दिन में सपना देखना पसंद होता है, तो इसे गलत नहीं कहा जाएगा। शांत बैठना इनके लिए बहुत मुश्किल होता हैं क्योंकि इनके दिमाग में हमेशा कुछ न कुछ चलता रहता है। साथ ही, इनके पास एक से एक नए आईडिया होते हैं जिसके कारण इन्हें कभी भी आइडियाज की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। यह जातक जो भी काम करते हैं, उसे बहुत सोच-समझकर और योजना बनाने के बाद ही करते हैं।  

जब बात आती है इनके मूड की, तो जून में जन्मे लोग काफ़ी मूडी होते हैं। इसके परिणामस्वरूप, इनका मूड किस पल बदल जाए, यह कहना बहुत ही मुश्किल होता है क्योंकि एक पल में जहां यह जातक हँसते-मुस्कराते हुए नज़र आते हैं, तो अगले ही पल आपसे रूठ सकते हैं। यह जातक अपनी भावनाओं पर नियंत्रण करने में माहिर होते हैं। 

जहां तक सवाल है इनकी पसंद-नापसंद का, तो इन्हें महंगे कपड़े खरीदना बहुत पसंद होता है। साथ ही, यह सिंगिंग और डांसिंग में भी रुचि रखते हैं।  इन लोगों का संचार कौशल बेहद शानदार होता है और यह अपनी बातों से दिल जीतने में माहिर होता हैं। नकारात्मक पक्ष देखें, तो जिन लोगों का जन्मदिन जून में होता है, उन्हें बात-बात पर गुस्सा आता है लेकिन जितनी जल्दी इनको गुस्सा आता है उतनी ही जल्दी ठंडा भी हो जाता है। यह जातक बहुत ज़िद्दी होते हैं और एक बात पर अड़ जाते हैं, तो उस पर ही बने रहते हैं जिसके चलते इन्हें कई बार नुकसान भी उठाना पड़ता है। 

जून में जन्मे लोग अपने करियर के रूप में डॉक्टर, पत्रकार, टीचर, मैनेजर और अधिकारी आदि बनना पसंद करते हैं। इसके अलावा, इन्हें नाचना, गाना, पेंटिंग या कला से संबंधित कार्य करना अच्छा लगता है और इसे ही यह अपने करियर के रूप में चुनते हैं। 

जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली अंक:   6, 9

जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली रंग: हरा, पीला, मजेंटा  

जून में जन्म लेने वालों के लिए शुभ दिन: मंगलवार, शनिवार, शुक्रवार

जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली रत्न: रूबी

जून में पैदा होने वाले लोगों के व्यक्तित्व के बारे में रोचक तथ्य जानने के बाद अब हम इस महीने में आने वाले बैंक अवकाशों के बारे में बात करेंगे। 

जून 2024 में कब-कब पड़ेंगे बैंक अवकाश?

दिन बैंक अवकाशकिस राज्य में मान्य होगा 
9 जून 2024, रविवारमहाराणा प्रताप जयंतीहिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान 
10 जून 2024, सोमवारश्री गुरु अर्जुन देव शहीदी दिवसपंजाब 
14 जून 2024, शुक्रवारपहला राजा उत्सवउड़ीसा
15 जून 2024, शनिवारराजा संक्रांतिउड़ीसा
15 जून 2024, शनिवारवाईएमए दिवसमिजोरम
17 जून 2024,सोमवारईद-उल-अधा (बकरीद)पूरे देश में (अरुणाचल प्रदेश , चंडीगढ़, दादरा और नागर हवेली, दमन और दीव, सिक्किम के अलावा)
18 जून 2024, मंगलवारईद-उल-अधा (बकरीद) का अवकाशजम्मू-कश्मीर 
22 जून 2024,शनिवारसंत कबीर जयंतीछत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब
30 जून 2024, रविवाररेमना नीमिजोरम

जून 2024 के प्रमुख व्रत एवं त्योहारों की तिथियां 

तिथिपर्व
02 जून 2024, रविवारअपरा एकादशी
04 जून 2024, मंगलवारमासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत (कृष्ण)
06 जून 2024, गुरुवारज्येष्ठ अमावस्या
15 जून 2024, शनिवारमिथुन संक्रांति
18 जून 2024, मंगलवारनिर्जला एकादशी
19 जून 2024, बुधवारप्रदोष व्रत (शुक्ल)
22 जून 2024, शनिवारज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत
25 जून 2024, मंगलवारसंकष्टी चतुर्थी

जून में आने वाले बैंक अवकाश और व्रत-त्योहारों की तिथियां जानने के बाद अब हम इस महीने मनाये जाने वाले त्योहारों का महत्व जानेंगे। 

अपरा एकादशी व्रत (02 जून 2024, रविवार): वर्ष भर में आने वाली समस्त एकादशी तिथियों में से अपरा एकादशी पर भगवान त्रिविक्रम की पूजा-अर्चना की जाती है। इस एकादशी को ज्येष्ठ कृष्ण एकादशी और अचला एकादशी के नाम से जाना जाता है। अपरा एकादशी का अर्थ देखें, तो अपार पुण्य वाली एकादशी से है। मान्यता है कि इस एकादशी का व्रत करने से पुण्य, धन-धान्य और कीर्ति की प्राप्ति होती है। साथ ही, यह व्रत मनुष्य को ब्रह्म हत्या और प्रेत योनि जैसे घोर पापों से भी मुक्ति प्रदान करता है। 

मासिक शिवरात्रि  (04 जून 2024, मंगलवार): भगवान शिव को सनातन धर्म में “शिव शंकर” और “देवों के देव महादेव” के नाम से जाना जाता है क्योंकि इन्हें अपने भक्तों से प्रसन्न होने में देर नहीं लगती है। महाशिवरात्रि का पर्व जहां हर साल भक्तों द्वारा बहुत आस्था और श्रद्धाभाव से मनाया जाता है। वहीं, हर महीने में आने वाली मासिक शिवरात्रि का भी अत्यधिक महत्व है जो कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आती है। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त मासिक शिवरात्रि का व्रत करते हैं, उनके जीवन से सभी समस्याएं एवं कष्ट दूर होते हैं।

ज्येष्ठ अमावस्या (06 जून 2024, गुरुवार): अमावस्या तिथि को पितरों का तर्पण और दान-पुण्य आदि करने के लिए उत्तम माना जाता है। साथ ही, ज्येष्ठ माह की अमावस्या को शनि जयंती के रूप में भी मनाया जाता है जिससे इसके महत्व में कई गुना वृद्धि हो जाती है। शनि जयंती होने की वजह से इस दिन शनि देव की पूजा फलदायी साबित होती है। इसके विपरीत, उत्तर भारत में इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए वट सावित्री व्रत करती हैं।

मिथुन संक्रांति (15 जून 2023): सूर्य ग्रह को नवग्रहों के राजा कहा गया है और यह जब एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं, वह संक्रांति कहलाती है। बता दें कि सूर्य का यह गोचर हर महीने होता है और इस प्रकार, एक वर्ष में कुल 12 संक्रांति आती हैं। हालांकि, मिथुन संक्रांति को महत्वपूर्ण माना जाता है जो कि दान, धर्म, तर्पण और स्नान आदि कार्य करने के लिए शुभ होती है। अब जून के महीने में सूर्य महाराज वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए इसे मिथुन संक्रांति के नाम से जाना जाता है।

निर्जला एकादशी (18 जून 2024, मंगलवार): हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भीमसेन ने निर्जला एकादशी का व्रत किया था इसलिए इसे भीमसेन एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। कहते हैं कि इस एकादशी का व्रत करने से वर्ष भर में आने वाली समस्त एकादशी के समान शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस व्रत में सूर्योदय से लेकर अगले सूर्योदय तक निर्जल रहना होता है इसलिए इसे निर्जला एकादशी कहा जाता है। इस तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है। 

प्रदोष व्रत (कृष्ण) (19 जून 2024, बुधवार): प्रदोष व्रत को बहुत शुभ माना जाता है और पंचांग के अनुसार, यह व्रत हर महीने की त्रयोदशी तिथि पर किया जाता है। हालांकि, प्रदोष व्रत एक महीने में दो बार कृष्ण एवं शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी पर आता है। इस व्रत में भगवान शिव की उपासना की जाती है। धर्म ग्रंथों में वर्णित है कि इस दिन भोलेबाबा प्रसन्न होकर कैलाश पर्वत पर नृत्य करते हैं।

ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत (22 जून 2024, शनिवार): ज्येष्ठ माह को बेहद शुभ एवं मंगलकारी माना गया जाता है और यह तिथि स्नान, दान और अन्य धार्मिक कार्यों को करने के लिए श्रेष्ठ रहती है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के संबंध में कहा जाता है कि इस पूर्णिमा के दिन जो व्यक्ति गंगा नदी में स्नान करता है, उसकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती हैं। साथ ही, व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते है। बता दें कि ज्येष्ठ पूर्णिमा उन लोगों के लिए भी विशेष मायने रखती है जिन्हें विवाह में देरी या फिर विवाह में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।

संकष्टी चतुर्थी (25 जून 2024, मंगलवार): संकष्टी चतुर्थी गौरी पुत्र भगवान गणेश को समर्पित होती है जो कि प्रथम पूज्य कहे गए हैं। हिंदू धर्म में प्रत्येक शुभ एवं मांगलिक कार्य के आरंभ से पहले गणेश जी का स्मरण एवं पूजन आदि करने का विधान है। जो जातक विघ्नहर्ता गणेश जी की कृपा एवं आशीर्वाद पाना चाहता है, उनके लिए संकष्टी चतुर्थी का व्रत सर्वश्रेष्ठ साबित होता है क्योंकि इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा का विधान है। पंचांग के अनुसार, हर माह प्रदोष व्रत कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर किया जाता है। मान्यता है कि यह व्रत करने से गणेश जी अपने भक्तों के जीवन से सभी कष्ट एवं बाधाएं हर लेते हैं। 

जून 2024 के व्रत-त्योहारों के बाद अब जानते हैं इस महीने का धार्मिक महत्व। 

धार्मिक दृष्टि से जून का महीना

एक वर्ष में आने वाले हर दिन, महीने और वार का अपना महत्व होता है जो कि अपनी विशेषताओं के साथ आता है। प्रत्येक साल में बारह महीना होते हैं और हर महीने को सनातन धर्म में बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। पंचांग की बात करें, तो जून माह का आरंभ ज्येष्ठ मास के साथ होगा जबकि इसका अंत आषाढ़ में होगा। हिंदू कैलेंडर में जून का महीना ज्येष्ठ का होता है और ग्रेगोरियन कैलेंडर में, यह माह सामान्य रूप से मई-जून में आता है। इस महीने को ज्येष्ठ और जेट के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि, वर्ष 2024 में ज्येष्ठ मास का आरंभ 24 मई 2024 को होगा और वहीं, इसका समापन 22 जून 2024 को ज्येष्ठ पूर्णिमा के साथ होगा। 

ज्येष्ठ के धार्मिक महत्व की बात करें, तो इस माह में सूर्य पूजा को विशेष माना गया है क्योंकि ज्येष्ठ  में सूर्य बेहद मज़बूत और शक्तिशाली स्थिति में होते हैं इसलिए धरती पर आम जनजीवन गर्मी से बेहाल नज़र आता है। इनकी ज्येष्ठता की वजह से ही इस महीने को ज्येष्ठ कहा जाता है। साथ ही,  इस माह में सूर्य महाराज वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे जिसकी वजह से यह दिन मिथुन संक्रांति के रूप में मनाया जाएगा। दूसरी तरफ, ज्येष्ठ मास मनुष्य को जीवन में जल के महत्व को समझाने में भी अहम भूमिका अदा करता है क्योंकि इस दौरान तेज़ गर्मी की वजह से तालाब और जलाशय सूख जाते हैं। हालांकि, ज्येष्ठ में हनुमान जी की पूजा मंगलवार के दिन करना फलदायी होता है।

जून में ही आषाढ़ मास की भी शुरुआत होगी। बता दें कि हिंदू वर्ष में आषाढ़ चौथा महीना होता है और यह जून या जुलाई में आता है। जैसे ही ज्येष्ठ का अंत होगा उसके साथ ही आषाढ़ माह का आरंभ हो जाएगा। वर्ष 2024 में आषाढ़ की शुरुआत 23 जून से होगी और इसका समापन आषाढ़ पूर्णिमा के दिन 21 जुलाई 2024 को हो जाएगा। आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। 

हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि हिंदू धर्म में माह के नाम नक्षत्र के आधार पर रखे जाते हैं। सामान्य शब्दों में कहें, तो महीने के बदलने पर चंद्रमा जिस नक्षत्र में उपस्थित होता है उस नक्षत्र के नाम पर ही माह का नाम पड़ता है। इस प्रकार, इस पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के मध्य होता है इसलिए यह माह आषाढ़ के रूप में जाना जाता है। यह माह अपने साथ तपती-झुलसती गर्मी से राहत लेकर आता है और बारिश की बूँदें हमें ठंडक पहुंचाने का काम करती हैं। 

धार्मिक दृष्टि से, आषाढ़ माह जगत के पालनकर्ता श्रीहरि विष्णु को समर्पित होता है और इस महीने इनकी पूजा कल्याणकारी सिद्ध होती है। आषाढ़ में दान, स्नान, तप और पूजन आदि करने से मनुष्य को शुभ फल प्राप्त होते है। इस महीने मिथुन संक्रांति, गुप्त नवरात्रि, जगन्नाथ रथयात्रा आदि बड़े पर्व आते हैं। इस रथयात्रा में भाग लेने के लिए विश्व के कोने-कोने से लोग आते हैं। आषाढ़ में देवशयनी एकादशी भी आती है और इस एकादशी से विष्णु जी चार महीने की निद्रा में चले जाते हैं। इसके साथ ही चातुर्मास का आरंभ हो जाता है और ऐसे में, इन चार महीनों के दौरान सभी तरह के मांगलिक या शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। 

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जून 2024 में पड़ने वाले ग्रहण और गोचर   

व्रत-त्योहार, बैंक हॉलिडे और जून का धार्मिक महत्व जानने के बाद, अब हम इस महीने में होने वाले गोचर और लगने वाले ग्रहण के बारे में बात करेंगे। जून 2024 में कुल 9 बार ग्रहों की स्थिति और दशा में परिवर्तन देखने को मिलेगा जिसमें 5 बड़े ग्रह गोचर करेंगे और इसमें एक ग्रह 2 बार अपनी राशि बदलेगा जबकि 4 बार ग्रहों की चाल एवं दशा में बदलाव आएगा। तो आइए बिना देर किये जानते हैं इन ग्रहों के गोचरों के बारे में।

मंगल का मेष राशि में गोचर (01 जून 2024): लाल ग्रह के नाम से प्रसिद्ध मंगल महाराज 01 जून 2024 की दोपहर 03 बजकर 27 मिनट पर अपनी राशि मेष में गोचर कर जाएंगे। 

बुध वृषभ राशि में अस्त (02 जून 2024): बुध को ग्रहों के राजकुमार के नाम से जाना जाता है जो अब 02 जून 2024 की शाम 06 बजकर 10 मिनट पर वृषभ राशि में अस्त होने जा रहे हैं।

बृहस्पति का वृषभ राशि में उदय (03 जून 2024): गुरु ग्रह को देवताओं के गुरु का दर्जा प्राप्त है और इनके उदय व अस्त होने से संसार पर प्रभाव पड़ता है। अब यह 03 जून 2024 की रात 03 बजकर 21 मिनट पर उदय होने जा रहा है।  

शुक्र का मिथुन राशि में गोचर (12 जून 2024): प्रेम, विलासिता और भौतिक सुखों के कारक ग्रह शुक्र देव 12 जून 2024 की शाम 06 बजकर 15 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं। 

बुध का मिथुन राशि में गोचर (14 जून 2024): बुद्धि, वाणी और तर्क के कारक ग्रह के रूप में प्रसिद्ध बुध महाराज 14 जून 2024 की रात 10 बजकर 55 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर कर जाएंगे। 

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर (15 जून 2024): ज्योतिष में सूर्य देव को नवग्रहों के राजा का दर्जा प्राप्त है और अब यह 15 जून 2024 की रात 12 बजकर 16 मिनट पर मिथुन राशि में प्रवेश करने वाले हैं। 

बुध का मिथुन राशि में उदय (27 जून 2024): जून में एक बार फिर बुध ग्रह की दशा में सुबह बदलाव देखने को मिलेगा और यह अपनी अस्त अवस्था से बाहर आते हुए 27 जून 2024 की सुबह 04 बजकर 22 मिनट पर मिथुन राशि में उदित होने जाएंगे।

बुध का कर्क राशि में गोचर (29 जून 2024): ज्योतिष में बुध ग्रह को तेज़ गति से चलने वाला ग्रह माना गया है और ऐसे में, जून में यह पुनः अपनी राशि में परिवर्तन करते हुए 29 जून 2024 की दोपहर 12 बजकर 13 मिनट पर कर्क राशि में गोचर कर जाएंगे। 

शनि कुंभ राशि में वक्री (29 जून 2024): न्याय और कर्मफल दाता के नाम से विख्यात सूर्य पुत्र शनि अपनी ही राशि कुंभ में 29 जून 2024 की रात 11 बजकर 40 मिनट पर वक्री हो जाएंगे। 

नोट: जून 2024 में कोई ग्रहण नहीं लगेगा।   

जून 2024 के लिए 12 राशियों का राशिफल और उपाय 

मेष राशि

  • इस राशि के जातक करियर में कड़ी मेहनत करेंगे और इस मेहनत के बल पर आप अच्छी सफलता प्राप्त करेंगे।
  • मेष राशि वालों का पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा और इस दौरान आपके परिवार के सदस्य किसी गंभीर मामले में विचार-विमर्श करते हुए नज़र आएंगे।
  • प्रेम जीवन के लिए जून का महीना अनुकूल रहेगा। ऐसे में, आप पार्टनर के साथ दिल खोलकर बातें करेंगे और उनके दिल में अपनी जगह भी बना सकेंगे।
  • आर्थिक जीवन के लिए यह माह उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है। इस अवधि में खर्चे बहुत होंगे जो कि आपके नियंत्रण से बाहर रहने की आशंका है। 
  •  इन जातकों का स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा और आप तंदुरुस्त दिखाई देंगे। लेकिन, रोज़ाना व्यायाम और योग करने की सलाह दी जाती है। 

उपाय: शनिवार के दिन सुबह-सवेरे मंदिर में जाकर साफ-सफाई करें।

वृषभ राशि

  • वृषभ राशि वालों का करियर जून 2024 में अनुकूल रहेगा। इस दौरान आप काम में ख़ूब मेहनत करेंगे और ऐसे में, आप अपने पद पर बने रहेंगे। 
  • पारिवारिक जीवन के लिए यह महीना अच्छा रहेगा। साथ ही, घर-परिवार में आपकी माता की स्थिति मज़बूत रहेगी और सब उनकी बातों को मानते हुए दिखाई देंगे।
  • इस राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिए यह महीना थोड़ा मुश्किल रहेगा क्योंकि आपके और पार्टनर के बीच बहस होने की आशंका है।
  • वृषभ राशि के जातकों की आय काफ़ी अच्छी रहेगी। इस दौरान आपकी आय में अपार वृद्धि होगी जिससे आप प्रसन्न रहेंगे।
  • इन लोगों को जून में कुछ स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं जैसे कि चोट या बुखार आदि। लेकिन, समय पर इलाज करवाने से आप स्वस्थ हो जाएंगे।

उपाय: शुक्रवार के दिन माता महालक्ष्मी की पूजा करें।

मिथुन राशि 

  • मिथुन राशि के जातकों का करियर इस महीने उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। इस अवधि में आप जो भी काम करेंगे उसे आसानी से करने में सक्षम होंगे।
  • इन लोगों का आर्थिक जीवन उत्तम रहेगा और आपके जीवन में आने वाली सभी समस्याएं दूर होंगी। साथ ही, आपकी आमदनी भी स्थिर बनी रहेगी।
  • इन लोगों के घर का वातावरण थोड़ा अशांत रह सकता है और ऐसे में, आपको परिवारजनों के बीच अच्छा तालमेल बिठाने के लिए काफ़ी प्रयास करने होंगे।
  • आपके प्रेम जीवन में जून का महीना मिले-जुले परिणाम लेकर आ सकता है। इस दौरान आपका रिश्ता पार्टनर के साथ मज़बूत होगा जिसके चलते आप खुश रहेंगे। 
  • स्वास्थ्य के लिहाज़ से, यह महीना आपके लिए थोड़ा कठिन रह सकता है क्योंकि आपको कुछ रोग परेशान कर सकते हैं। ऐसे में, आपको इन पर समय रहते हुए ध्यान देने की सलाह दी जाती है। 

उपाय:ش  बुधवार के दिन गौ माता को हरा चारा या हरी सब्जियां खिलाएं।

कर्क राशि

  • कर्क राशि वालों की करियर के क्षेत्र में स्थिति मज़बूत होगी और आप तरक्की हासिल करेंगे। आपका पद और शक्तियां दोनों बढ़ने की संभावना हैं।
  •  इन जातकों का पारिवारिक जीवन औसत रहने की आशंका है। हालांकि, इस दौरान आपको पैतृक संपत्ति मिलने के योग बनेंगे और फैमिली बिज़नेस भी प्रगति हासिल करेगा। 
  • इस राशि के सिंगल जातकों के प्रेम जीवन के लिए यह महीना शानदार रहेगा क्योंकि आपकी मुलाकात आपके पार्टनर से हो सकती है।
  • कर्क राशि वालों की आर्थिक स्थिति जून में काफ़ी मज़बूत रहेगी। इस दौरान आपको विभिन्न स्रोतों से आय की प्राप्ति होगी और धन कमाने के भी नए स्रोत मिलेंगे। 
  • जून का महीना कर्क राशि के जातकों की सेहत के लिए अनुकूल रहेगा। लेकिन, कभी-कभी आप तनाव में आ सकते हैं इसलिए आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। 

उपाय: मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में पके हुए लाल अनार चढ़ाएं।

सिंह राशि 

  • सिंह राशि वालों का जून 2024 में करियर अनुकूल रहेगा। नौकरी ढूंढ रहे जातकों को नौकरी मिल सकती है जबकि नौकरीपेशा जातकों को स्थानांतरण मिलने की संभावना है।
  • जून में राहु की स्थिति आपके सामने अप्रत्याशित खर्चे लेकर आ सकती है जिन्हें रोकना आपके लिए संभव नहीं होगा। साथ ही, आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। 
  • पारिवारिक जीवन के लिए यह माह औसत रह सकता है। साथ ही, ग्रहों की शुभ स्थिति  घर-परिवार के लोगों में अच्छा तालमेल बनाए रखेगी।
  • इस राशि के उन जातकों के लिए समय अच्छा रहेगा जो किसी को पसंद करते हैं और उनसे अपने दिल की बात कहने के लिए सही समय की तलाश में हैं। 
  • स्वास्थ्य के लिहाज़ से, यह माह आपके लिए कुछ नाज़ुक रह सकता है। इस दौरान सेहत के प्रति लापरवाही बरतने से बचें, अन्यथा आप किसी बड़ी बीमारी के शिकार हो सकते हैं।

उपाय: प्रतिदिन श्री आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।

कन्या राशि

  • कन्या राशि वालों का करियर जून माह में सामान्य रहेगा। इस अवधि में आप अपने काम को बेहतर तरीके से कर सकेंगे। लेकिन, काम के प्रति सतर्क रहना होगा।
  • इन जातकों का पारिवारिक जीवन जून में सामान्य रहेगा और इसके परिणामस्वरूप, परिवार के साथ आपके किसी लंबी यात्रा पर जाने के योग बनेंगे।
  • इस राशि के लोगों का प्रेम जीवन अनुकूल रहेगा और आप खुद को पार्टनर के करीब महसूस करेंगे। साथ ही, आप हर सुख और दुख में एक-दूसरे का साथ देंगे।
  • कन्या राशि के जातकों का आर्थिक जीवन इस महीने औसत रहने के आसार है। इस अवधि में आप किसी काम की वजह से बैंक से लोन या फिर कर्ज़ ले सकते हैं।
  •  इस महीने आपका स्वास्थ्य कुछ कमजोर रहने की आशंका है इसलिए आपको सावधानी बरतनी होगी क्योंकि लापरवाही आपको रोगों का शिकार बना सकती है।

उपाय: शुक्रवार के दिन छोटी कन्याओं को सफेद मिठाई दें।

तुला राशि

  • तुला राशि वालों का करियर इस महीने उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। शनि देव की स्थिति नौकरी के क्षेत्र में कुछ बड़े बदलाव लेकर आ सकती है।
  • इस राशि के लोगों का आर्थिक जीवन जून में थोड़ा मुश्किल रह सकता है। इस दौरान आपको व्यापार में लाभ प्राप्त होने की संभावना है। साथ ही, बिज़नेस की योजनाएं भी सफल रहेंगी।
  • पारिवारिक जीवन के लिहाज़ से जून आपके लिए अनुकूल रहेगा। लेकिन, परिवार के बुजुर्ग सदस्यों का स्वास्थ्य ख़राब रह सकता है इसलिए उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखें। 
  • इन जातकों का प्रेम जीवन अच्छा रहेगा। यदि आप किसी से प्रेम करते हैं, तो वह प्यार सच्चा है या नहीं, इस साल आप इसकी पहचान करने में सक्षम होंगे। 
  • इन लोगों का स्वास्थ्य थोड़ा कमज़ोर रह सकता है इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें क्योंकि आपको स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं।

उपाय: नियमित रूप से देवी दुर्गा की पूजा और श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करें।

वृश्चिक राशि

  • वृश्चिक राशि वालों का करियर जून 2024 में ज्यादातर अनुकूल रहेगा। इस दौरान नौकरी में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा जिससे आपको पदोन्नति मिलने के योग बनेंगे।
  • इस राशि के लोगों का आर्थिक जीवन औसत रह सकता है। इस अवधि में आपकी आय में वृद्धि होगी और आपके पास पर्याप्त मात्रा में पैसा आएगा। 
  • पारिवारिक जीवन आपके लिए सामान्य रहेगा। साथ ही, इस महीने गुरु ग्रह की स्थिति की वजह से परिवार का सारी जिम्मेदारियां आपके पार्टनर पर आ सकती हैं।
  • इन जातकों का प्रेम जीवन थोड़ा कठिन रह सकता है। ऐसे में, आपका पार्टनर कुछ बातों को लेकर आपसे असहमत रह सकता है जिससे आप तनाव में आ सकते हैं। 
  • वृश्चिक राशि वालों को अपनी सेहत के प्रति सावधान रहना होगा क्योंकि आपको पेट संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं इसलिए आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। 

उपाय: मंगलवार के दिन श्री बजरंग बाण का पाठ करें।

धनु राशि 

  • धनु राशि वालों का मन करियर के क्षेत्र में किसी बात को लेकर भटक सकता है जिसकी वजह से आपको नौकरी में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • जून में आपका पारिवारिक जीवन काफ़ी अशांत रह सकता है जिसकी वजह से आप बैचैन नज़र आ सकते है। ऐसे में, आपको थोड़ा समय घर से बाहर बिताने की सलाह दी जाती है। 
  • जून में आपका आर्थिक जीवन नाज़ुक रहने की आशंका है क्योंकि आपको धन से जुड़ी  समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए अपना ध्यान धन बचाने पर केंद्रित करें। 
  • इस राशि वालों का प्रेम जीवन प्यार से भरा रहेगा और इस दौरान आपका प्रेम परवान चढ़ेगा। साथ ही, आप साथी के दिल में अपनी जगह बनाने में भी सक्षम होंगे। 
  • सेहत की दृष्टि से, इन लोगों का स्वास्थ्य कमज़ोर रहने की आशंका है। ग्रहों की स्थिति आपको बीमार बना सकती है। ऐसे में, आपको अपनी सेहत का ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। 

उपाय: गुरुवार के दिन ब्राह्मण या विद्यार्थियों को भोजन कराएं।

मकर राशि

  • मकर राशि के जातकों का करियर इस महीने मिल-जुला रहेगा क्योंकि आपको नौकरी में बदलाव से जूझना पड़ सकता है या फिर आपकी नौकरी बदलने की कोशिश अब सफल हो सकती है। 
  • आपका पारिवारिक जीवन थोड़ा उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। हालांकि, इस दौरान आपके परिवार की धन संपत्ति में वृद्धि होने की संभावना है। 
  • इस राशि के लोगों का प्रेम जीवन मिला-जुला रह सकता है क्योंकि यह समय अपने साथ खुशियां और समस्याएं दोनों लेकर आ सकता है, परन्तु पार्टनर के साथ आप अच्छा समय बिताएंगे।
  • आर्थिक जीवन के लिए जून का महीना शानदार रहेगा। इस समय आपकी आय में वृद्धि न श्री शनि चालीसा का पाठ करें।
  • प्रति सावधानी बरतनी के लिए कह रही है, अन्यथा रोग परेशान कर सकते हैं। 

उपाय: शनिवार के दिन श्री शनि चालीसा का पाठ करें।

कुंभ राशि

  • कुंभ राशि वालों का करियर इस महीने मिश्रित रह सकता है। अगर आप नौकरी करते हैं तो आपको अपने काम पर ध्यान केंद्रित करना होगा। 
  • आर्थिक जीवन के लिए जून का महीना औसत रहेगा। इस अवधि में आपका सारा ध्यान घर की खुशियों और देखने को मिल सकती है।
  • इन जातकों का स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा। लेकिन, ग्रहों की विशेष स्थिति आपको सेहत के प्रति सावधानी बरतनी के लिए कह रही है, अन्यथा रोग परेशान कर सकते हैं। 
  • इन जातकों का पारिवारिक जीवन अनुकूल रहेगा और आपके माता-पिता के स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिलेगा। साथ ही, घर-परिवार भी सुख शांति से पूर्ण रहेगा।
  • इस महीने आपका प्रेम जीवन अच्छा रहेगा और आप पार्टनर को परिवार वालों से मिलवाने का काम कर सकते हैं।
  • कुंभ राशि के जातकों का स्वास्थ्य थोड़ा बेहतर रहेगा। ऐसे में, जो रोग इन्हें परेशान कर रहे हैं, उसमें अब इन्हें राहत देखने को मिलेगी जिसके चलते आपके स्वास्थ्य में सुधार आएगा। 

उपाय: छोटी कन्याओं के चरण छूकर उनका आशीर्वाद लें। 

मीन राशि

  • मीन राशि वालों का करियर जून 2024 में अनुकूल रहेगा। इस दौरान आप अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए नौकरी में प्रदर्शन को बेहतर कर सकेंगे।
  • इस माह आपका पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा। लेकिन, आपको ध्यान रखना होगा कि भावनाओं में बहकर कुछ भी ऐसा न करें जिससे आपके पार्टनर को दुख पहुंचे।
  • प्रेम जीवन में मीन राशि वालों के दायरे में वृद्धि होगी। आपके नए दोस्त बनेंगे और आप किसी के करीब आ सकते हैं। साथ ही, उनसे अपने दिल की बात भी कह सकते हैं।
  • इन लोगों को अपने आर्थिक जीवन पर ध्यान देना होगा। ऐसे में, आप धन की बचत करने में सक्षम होंगे और आपके बैंक-बैलेंस में भी वृद्धि होगी। 
  • आपका स्वास्थ्य जून के महीने में औसत रहेगा। ग्रहों की विशेष स्थिति की वजह से आपके स्वास्थ्य में सुधार आएगा और आपको रोगों से छुटकारा मिलेगा।

उपाय: अमावस्या पर नाग-नागिन का जोड़ा शिवलिंग पर अर्पित करें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. क्या 2024 में 31 जून है?

उत्तर 1. नहीं, जून 2024 में 30 दिन है।

प्रश्न 2. 22 जून को कौन सा त्योहार है?

उत्तर 2. 22 जून 2024 को ज्येष्ठ पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा।

प्रश्न 3. 12 जून को क्या होगा?

उत्तर 3. 12 जून को शुक्र का मिथुन राशि में गोचर होगा।

प्रश्न 4. जून महीने के लोग कैसे होते हैं?

उत्तर 4.  इन लोगों का स्वभाव ज्यादातर काफ़ी अच्छा होता हैं और यह हमेशा जुनून से भरे रहते हैं।

नाम में एक बड़ा बदलाव और रातों-रात मशहूर हो गए यह सितारे

अजय देवगन, एकता कपूर, करिश्मा कपूर, आयुष्मान खुराना, राजकुमार राव, इन सभी सितारों के नाम में आपने पहले की तुलना में कोई बदलाव देखा है? दरअसल इन सितारों के नाम की स्पेलिंग पहले कुछ और थी लेकिन अपने भविष्य को और भी सुनहरा, खूबसूरत और सफल बनाने के लिए इन सभी सितारों ने और उनके जैसे तमाम सितारों ने अपने नाम की स्पेलिंग को बदला है।

ज्योतिष में इसे नेम न्यूमैरोलॉजी कहते हैं जिसके अंतर्गत लोग अपने भविष्य में अधिक सफलता प्राप्त करने के लिए विद्वान ज्योतिषियों की सलाह पर अपने नाम की स्पेलिंग में बदलाव करते हैं। आज के अपने इस खास ब्लॉग में हम ज्योतिष के अनुसार नाम बदलने के महत्व के बारे में जानेंगे, साथ ही जानेंगे कि इसकी जरूरत कब पड़ती है और किन्हे अपना नाम बदलना चाहिए। 

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें आपका नाम आपके लिए है कितना अनुकूल-प्रतिकूल

आपने अक्सर देखा होगा लोग अपने नाम की स्पेलिंग एकदम अलग ही रख लेते हैं। वजह पूछो तो कहते हैं कि यह हमने किसी ज्योतिषी के कहने पर किया है। आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन नाम की स्पेलिंग बदलने से व्यक्ति अपना भाग्य चमका सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार ऐसा कैसे मुमकिन है और नाम बदलकर कोई व्यक्ति सफलता कैसे प्राप्त कर सकता है आज इसी विषय पर हम यह ब्लॉग आपके सामने लेकर आए हैं।

क्या है नेम न्यूमैरोलॉजी? 

सबसे पहले बात करें नेम न्यूमैरोलॉजी क्या है, तो दरअसल न्यूमैरोलॉजी जिसे हिंदी में अंक शास्त्र कहते हैं यह संख्याओं का एक अध्ययन है जिसके अनुसार माना जाता है कि, ब्रह्मांड संख्याओं की एक प्रणाली है। इन अंकों को समझने से अंक शास्त्री किसी व्यक्ति के नाम और जन्म तिथि के अनुसार उनके बारे में भविष्यवाणी करते हैं। इसका मतलब हुआ कि अंक शास्त्र का मानना है कि आपका नाम और जन्मतिथि आपके भाग्य और गुणों पर व्यापक रूप से प्रभाव डाल सकते हैं।

अंक ज्योतिष आपकी मदद कैसे करता है? 

दरअसल अंक ज्योतिष के अनुसार नाम बदलने का महत्वपूर्ण चलन चल चुका है। अंक ज्योतिष का मानना है कि अगर आपका नाम आपकी जन्म तिथि और जीवन पथ अंक के अनुसार तय नहीं होता है तो इस अंक से आपको लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसे में अगर आपको नाम बदलने से प्राप्त अंक भाग्यशाली है तो भी इसका लाभ आपको पूरी तरह से नहीं मिल पाएगा इसीलिए लोग अपनी जन्मतिथि के अनुसार अपना नाम बदलने के लिए विशेषज्ञ अंक शास्त्रियों से संपर्क करते हैं।

नाम बदलने के कारण 

अब बात करें कि लोग आखिर नाम बदलवाते क्यों तो दरअसल, 

  • नाम बदलने से नाम कुंडली में पहले से मौजूद नाम की सकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। यह ऊर्जा व्यक्ति के जीवन में अनुकूल परिणाम लेकर आती है जिससे व्यक्ति का भविष्य उज्जवल बनता है। 
  • अगर कोई व्यक्ति संस्कृति, समुदाय या धर्म को बदलने का निर्णय लेता है तो उसे एक निश्चित संगठन के अनुसार मानदंडों के अनुसार नाम बदलना होता है। 
  • कुछ संस्कृतियों में शादी के बाद महिला का उपनाम बदलना एक रस्म मानी गई है। परंपरा के अनुसार शादी के बाद पत्नी अपने पति का उपनाम ले लेती है। 
  • गायन, अभिनय, लेखन, जैसे रचनात्मक या कलात्मक उद्योगों से जुड़े लोग अक्सर अपना नाम बदलते हैं। यह लोग या तो एक मंच या उपनाम रखते हैं या ऐसा नाम चुनते हैं जिससे उनको भविष्य में लाभ मिलता है।

ज्योतिष के अनुसार नाम बदलने के लाभ 

  • जन्म तिथि के अनुसार नाम बदलने से जीवन में आने वाले कई तरह के चुनौतियां कम होने लगती है। यह व्यक्ति को उन चुनौतियों से लड़ने में मददगार साबित होती है या उन चुनौतियों को जीवन से कम कर सकता है। 
  • यह आपके व्यक्तित्व संख्या के मूल्यों को बढ़ाता है जिसके परिणाम स्वरुप लक्ष्यों, व्यक्तित्व, महत्वाकांक्षाएं और कौशल में बदलाव देखने को मिलता है। 
  • अक्सर देखा गया है कि लोग अपना नाम इसलिए बदल लेते हैं क्योंकि उनका मानना होता है कि उनके लिए जीवन के संदर्भ में उनका नाम अनुकूल नहीं है। 
  • नाम बदलने से उनकी अभिव्यक्ति, संख्या के साथ-साथ व्यक्तित्व सब बदलने लगता है। 

अंक व्यक्ति के जीवन में बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इसी तरह अंक ज्योतिष के अनुसार नाम बदलने से भी व्यक्ति का भविष्य बदला जा सकता है।

नाम बदलने से पहले इन बातों का रखें विशेष ध्यान 

हालांकि यहां पर इन कुछ बातें हैं जिनका नाम में कोई भी बदलाव करने से पहले विशेष ध्यान तौर पर ध्यान रखना बेहद आवश्यक हो जाता है। 

  • जब कानूनी वैधता की बात आती है तो नाम बदलना निश्चित रूप से मुश्किल काम माना गया है इसलिए आपको कोई भी कदम उठाने से पहले ऑनलाइन या ऑफलाइन अंक ज्योतिष परामर्श लेना सही रहता है। 
  • हर व्यक्ति के लिए एक अंक ज्योतिष चार्ट होता है और उसमें पांच मुख्य अंक होते हैं जिन्हें अंक ज्योतिष चार्ट में सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। इन पांच अंको में से दो अंक व्यक्ति की जन्म तिथि से निकाले जाते हैं और बाकी तीन अंक व्यक्ति के पूर्ण नाम से निकाले जाते हैं। इन तीन अंको को आत्मा आग्रह अंक, अभिव्यक्ति अंक और व्यक्तित्व अंक कहा जाता है। हालांकि हमारी सलाह है कि जल्दबाजी में किसी भी निर्णय पर न पहुँचें। नाम में कोई भी बदलाव करने से पहले आप किसी अच्छे अंक शास्त्री से परामर्श अवश्य लें। 
  • कई ऐसे जाने-माने और मशहूर लोग हैं जिन्होंने अंक ज्योतिष के माध्यम से अपने नाम में बदलाव किया और यह उनके जीवन में बेहद ही कारगर साबित हुई है। हालांकि हम फिर भी यही कहेंगे कि नाम बदलने से पहले आपको इसके बारे में गहन जानकारी होनी चाहिए। 
  • आपकी जानकारी के लिए बता दे राजकुमार राव, ऋतिक रोशन, जावेद जाफरी, आयुष्मान खुराना, राज कपूर, मिथुन चक्रवर्ती जैसे ऐसे कई बड़े सितारे हैं जिन्होंने अंक ज्योतिष की मान्यताओं के आधार पर अपना नाम बदला है। 

जैसे ऋतिक रोशन ने अपने नाम में H अक्षर को जोड़ा है (Ritik Roshan- Hritik Roshan) 

राजकुमार राव ने अपने नाम में एक एक्स्ट्रा M जोड़ा है (Rajkumar Rao- Rajkummar Rao) और 

करिश्मा कपूर ने अपने नाम से H अक्षर हटा ही दिया है (Karishma Kapoor- Karisma Kapoor)

ऐसे ही अजय देवगन ने अपने उपनाम से U अक्षर हटा दिया है (Ajay Devgun- Ajay Devgn)

आयुष्मान खुराना ने अपने नाम और उपनाम में N और R अक्षर जोड़े हैं (Ayushman Khurana- Ayushmann Khurrana)

एकता कपूर ने अपने नाम में R अक्षर को जोड़ा है (Ekta Kapoor- Ekta R Kapoor)

हमें यहाँ बताने की भी आवश्यकता नहीं है कि नाम में इन बदलावों के बाद इन सितारों ने कितनी सफलता और प्रसिद्धि हासिल की है। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 

प्रश्न 1: अपना मूलांक कैसे जानें?

उत्तर: अपने जन्म की तारीख का जोड़ निकाल कर अपना मूलांक जाना जा सकता है। जैसे अगर आपका जन्म 19 तारीख को हुआ है तो 1+9=10 और फिर 1+0=1। यानि आपका मूलांक 1 हुआ।

प्रश्न 2: नाम के लिए मूलांक कैसे जानें?

उत्तर: पहले ये पता करें कि आपके नाम के सभी अक्षर किन-किन अंकों को दर्शाते हैं। फिर इंका जोड़ निकाल लें।

प्रश्न 3: कौन सा मूलांक सबसे शुभ माना गया है?

उत्तर: अंक 7

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2025 में चमकने वाला है इन राशियों का करियर, प्रमोशन और पैसा खुद चलकर आएंगे

नए साल के नाम से ही मन को नई आशाएं और सपने घेर लेते हैं। नववर्ष 2025 को लेकर भी आपने कुछ सपने संजोकर रखे होंगे कि आने वाला साल आपके करियर या बिज़नेस के लिए अच्‍छा रहेगा। आज इस ब्‍लॉग के ज़रिए  हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि वर्ष 2025 किन खास राशियों के करियर के लिए फलदायी साबित होगा।

जी हां, वर्ष 2025 में हर किसी को अलग फल प्राप्‍त होंगे। किसी को अपने करियर में अच्‍छे परिणाम प्राप्‍त होंगे, तो वहीं कुछ लोगों के लिए यह समय मुश्किल साबित होगा। आगे जानिए कि साल 2025 में जिन राशियों का करियर चमकने वाला है, उसमें आपकी राशि शामिल है या नहीं।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके  

2025 में इन राशियों का चमकेगा करियर

मेष राशि

फरवरी 2025 तक शनि दसवें भाव के स्वामी के रूप में आपके ग्यारहवें भाव में मौजूद होंगे। यह भाव मनोकामाओं की पूर्ति करता है इसलिए इस समय करियर के क्षेत्र में आपकी हर इच्‍छा पूरी हो सकती है। आपकी प्रगति के मार्ग में कोई बाधा नहीं आएगी। आप काफी संतुष्‍ट महसूस करेंगे।

हालांकि, मार्च के बाद शनि की साढ़ेसाती के दौरान थोड़ा सावधान रहें। 15 मई 2025 तक शुभ ग्रह बृहस्पति आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी के रूप में आपके दूसरे भाव में उपस्थित होंगे। इस दौरान आप खूब पैसा कमाएंगे।

मेष साप्ताहिक राशिफल         

वृषभ राशि

मई के बाद वृषभ राशि के लोगों को अपने करियर में अच्‍छे परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे। गुरु के आपकी चंद्र राशि के दूसरे भाव में स्थित होने की वजह से आपको अपने करियर में सफलता मिलने के संकेत हैं। शनि देव मार्च 2025 से आपके ग्यारहवें भाव में रहने वाले हैं। शनि की इस स्थिति से कार्यक्षेत्र में आपकी प्रतिष्‍ठा बढ़ेगी। आपको प्रमोशन या इंसेंटिव भी मिल सकता है।

मई 2025 के बाद आपको अपनी कड़ी मेहनत के दम पर सफलता मिल सकती है। शनि के आपके ग्‍यारहवें भाव में होने की वजह से आप आर्थिक रूप से संपन्‍न होंगे। आप अपनी मेहनत से अपने करियर में चमकने वाले हैं।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा 

तुला राशि

मार्च तक शनि देव आपके पांचवें भाव में स्थित होंगे और इसके बाद वह आपके छठे भाव में प्रवेश कर जाएंगे। शनि के प्रभाव से आप जो भी काम करेंगे, उसमें आपको अच्‍छे परिणाम प्राप्‍त होंगे। आप इस दौरान अपने करियर को लेकर संतुष्‍ट महसूस करेंगे। आपके लिए पदोन्‍नति के योग भी बन रहे हैं।

आप अपने बेहतरीन प्रदर्शन से अपने कार्यक्षेत्र में एक अलग पहचान बनाएंगे। आपकी कड़ी मेहनत को देखकर आपके उच्‍च अधिकारी भी आपकी प्रशंसा करेंगे। नौकरी के शानदार अवसर मिलेंगे। विदेश से भी नौकरी के नए अवसर प्राप्‍त हो सकते हैं।

तुला साप्ताहिक राशिफल

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

धनु राशि

साल की शुरुआत में फरवरी 2025 तक आपको अपने करियर में अपार सफलता प्राप्‍त होगी। शनि आपके तीसरे भाव में विराजमान रहेंगे जिससे आपको अपने कार्यक्षेत्र में अच्‍छे परिणाम प्राप्‍त हो पाएंगे। मार्च महीने के आखिर में शनि आपके चौथे भाव में प्रवेश करेंगे। इस समय आपको थोड़ा संभलकर रहने की ज़रूरत है।

राहु तीसरे और केतु आपके नौवें भाव में स्थित होंगे। इससे आपको अपने करियर में लाभ होने की संभावना है। आपको नौकरी के शानदार अवसर मिलेंगे। व्‍यापारियों के लिए फरवरी तक का समय बेहतरीन रहेगा। आपने जो भी योजनाएं बनाई हैं, वे मई के बाद आपको अनुकूल परिणाम देना शुरू करेंगी।

धनु साप्ताहिक राशिफल

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

मकर राशि

मार्च के महीने के बाद मकर राशि के लोगों को अपने करियर में अपार सफलता मिलने के संकेत हैं। शनि देव आपके तीसरे भाव में बैठे हैं और इससे आपको अपने कार्यक्षेत्र में मनचाहे परिणाम मिल सकते हैं। शनि के गोचर के दौरान आपको खूब कामयाबी मिलेगी।

अप्रैल के बाद गुरु छठे भाव में स्थित रहेंगे। इस समय आप थोड़ा सतर्क रहें। राहु के दूसरे और केतु के आठवें भाव में होने की वजह से आपको कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। व्‍यापारियों के लिए मार्च के बाद का समय शानदार रहेगा। आप नया बिज़नेस भी शुरू कर सकते हैं।

 मकर साप्ताहिक राशिफल

आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

कुंभ राशि

मार्च 2025 के बाद आपको अपने करियर में अनुकूल परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे। शनि आपके दूसरे भाव में स्थित होंगे। मार्च में शनि का गोचर होगा और इस दौरान वे आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे। इस दौरान आपको अपने करियर में औसत परिणाम मिलने की संभावना है।

मई के बाद आपको अपने कार्यक्षेत्र में अच्‍छे फल मिल सकते हैं। इस माह में होने वाला बृहस्‍पति का गोचर आपके लिए अच्‍छा साबित होगा। आपको नौकरी के नए अवसर मिलने वाले हैं। इनसे आपकी इच्‍छाओं की पूर्ति तो होगी ही साथ ही आपको संतुष्टि भी मिलेगी।

नौकरीपेशा जातकों और व्‍यापारियों को मार्च के बाद अच्‍छे परिणामों की अपेक्षा करनी चाहिए। इस समय शनि आपके दूसरे भाव में उपस्थित होकर आपकी तरक्‍की का मार्ग प्रशस्‍त करेंगे।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न. 2025 के बारे में ज्‍योतिष क्‍या कहता है?

उत्तर. यह साल कुछ राशियों के लिए अच्‍छा है, तो कुछ के लिए मुश्किल साबित होगा।

प्रश्‍न. कौन सी राशि के लोग ज्‍यादा सफल होते हैं?

उत्तर. मेष राशि को ताकतवर राशि माना जाता है।

प्रश्‍न. कौन सी राशि वाले ज्‍यादा बुद्धिमान होते हैं?

उत्तर. ज्‍योतिष के अनुसार मिथुन राशि वाले बुद्धिमान होते हैं।

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