अक्षय तृतीया के दिन नहीं करें ये छह काम, मिलता है अशुभ फल

सनातन धर्म में सत्कर्म करने और उस कर्म के बदले पुण्य फल कमाने की हर किसी की इच्छा रहती है। मान्यता है कि इन कर्मों के फल अगले जन्म में भी मिलते है और स्वर्ग तक की प्राप्ति होती है। यही वजह है कि सनातन धर्म में दान-दक्षिणा, सेवा इत्यादि का बड़ा महत्व है। 

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यही वजह है कि सनातन धर्म में अक्षय तृतीया जैसे शुभ पर्व का महत्व और भी बढ़ जाता है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त के दौरान किए गए पुण्य कर्म के फल अक्षय होते हैं यानी कि इस दिन किए जाने वाले कर्म से प्राप्त पुण्य फल कभी खत्म नहीं होते और जन्मों-जन्मांतर तक इसके फल मनुष्य को मिलते रहते हैं। 

हर साल वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व पूरे देश में मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ऐसे में कई ऐसे भी कार्य हैं जिसे अक्षय तृतीया के दिन भूल से भी नहीं करना चाहिए अन्यथा माता लक्ष्मी जातक से नाराज हो जाती हैं। ऐसे में आज हम आपको इस लेख में उन कार्यों के बारे में बताएंगे जिन्हें अक्षय तृतीया के दिन करने से मनुष्य पाप का भागीदार बन जाता है लेकिन उससे पहले अक्षय तृतीया से जुड़ी कुछ खास जानकारी आपको दे देते हैं।

अक्षय तृतीया दिन, तिथि और मुहूर्त

तिथि : 14 मई 2021

दिन : शुक्रवार

मुहूर्त : 05:40:13 से 12:17:35 तक

अवधि : 06 घंटे 37 मिनट

आइये अब उन कार्यों के बारे में जानते हैं जिन्हें अक्षय तृतीया के दिन करना निषेध माना गया है।

अक्षय तृतीया के दिन वर्जित कार्य

तुलसी के पत्ते : अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा होती है। चूंकि भगवान विष्णु को तुलसी बेहद प्रिय है इसलिए इस शुभ दिन बिना स्नान किए तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए वरना माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु जातक से रुध्त होते हैं।

तामसिक भोजन : अक्षय तृतीया के दिन जातक को भूल से भी तामसिक भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। इस दिन मांस, प्याज और लहसुन के साथ-साथ मदिरा का भी सेवन वर्जित माना गया है। इसलिए ऐसे कार्य से बचें अन्यथा अशुभ फल प्राप्त होंगे।

भवन निर्माण : अक्षय तृतीया के दिन भवन या भवन से संबंधित कोई भी निर्माण करना वर्जित माना गया है। हालांकि आप अक्षय तृतीया के दिन भवन खरीद जरूर सकते हैं। इस दिन भवन खरीदना शुभ माना गया है।

साफ सफाई : अक्षय तृतीया के दिन चूंकि माँ लक्ष्मी की पूजा होती है इसलिए इस दिन खास तौर से घर की साफ-सफाई करें। माँ लक्ष्मी को स्वच्छता पसंद है। ऐसा कोई भी घर जहां गंदगी फैली रहती हो, वहाँ माता लक्ष्मी वास नहीं करती और ऐसे जातकों को धन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

खरीदारी : अक्षय तृतीया के दिन भूल से भी घर खाली वापस हाथ नहीं आना चाहिए। इस दिन निश्चित रूप से किसी स्वर्ण या रजत निर्मित वस्तु की ख़रीदारी करें। अगर आप स्वर्ण या रजत से निर्मित वस्तु खरीदने में सक्षम नहीं हैं तो आप मेटल की कोई और वस्तु को ही खरीदें लेकिन इस दिन खरीदारी जरूर करें।

गुस्सा : अक्षय तृतीया के दिन क्रोध न करें। अपने से बड़ों का सम्मान करें और छोटों से प्यार से बात करें। इस दिन क्रोध या ईर्ष्या आदि जैसी बुरी भावना अपने मन में रखना अशुभ फलदायी माना गया है।

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