मंगल गोचर कर्क सहित इन 5 जातकों के लिए रहेगा शानदार; जाने देश दुनिया पर प्रभाव!

मंगल का वृषभ राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको मंगल का वृषभ राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि इस गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार से पड़ेगा। बता दें कुछ राशियों को मंगल के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इस ब्लॉग में मंगल ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे और देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर भी इसके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे।

बता दें कि मंगल 12 जुलाई 2024 को शुक्र के स्वामित्व वाली राशि वृषभ में गोचर करने जा रहे हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।

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वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह लाल ग्रह के नाम से भी विख्यात है। जो भूमि, सेना, पराक्रम और ऊर्जा का कारक ग्रह होता है और इस ग्रह को राशि चक्र की मेष राशि और वृश्चिक राशि का स्वामित्व भी प्राप्त है। मंगल देव अपनी उच्च राशि में शक्तिशाली होते हैं। परंतु नीच राशि में उनकी उपस्थिति अशुभ स्थितियों का निर्माण करती है।

मंगल का वृषभ राशि में गोचर: तिथि व समय

मंगल 12 जुलाई, 2024 की शाम 07 बजकर 03 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। वृषभ राशि के स्वामी मंगल और शुक्र ग्रह आपस में शत्रुता का भाव रखते हैं और ऐसे में, यह अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहे है। आइये जानते हैं इसका राशियों व देश-दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा लेकिन इससे पहले जान लेते हैं वृषभ राशि में मंगल के गोचर की विशेषताएं।

वृषभ राशि में मंगल: विशेषताएँ

ज्योतिष में, मंगल ग्रह ऊर्जा, क्रिया, जुनून और खुद को व्यक्त करने के तरीके को दर्शाता है। वृषभ पृथ्वी तत्व की राशि है जो स्थिरता, दृढ़ संकल्प, व्यावहारिकता और कामुकता के लिए जानी जाती है। वृषभ राशि में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति बहुत अधिक दृढ़ होते हैं। वे अपने लक्ष्यों को हासिल करने पर ध्यान देते हैं और धैर्य पूर्वक प्राप्त करते हैं। ये जातक सफलता प्राप्त करने की दिशा में काम करते हैं। वृषभ राशि के स्वामी शुक्र हैं, जो भौतिक सुख और आराम का प्रतीक है। वृषभ राशि में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति का शारीरिक संवेदनाओं से गहरा संबंध हो सकता है। ये अच्छा खाना, संगीत या कहीं अच्छी जगहों पर घूमने फिरने जाना जैसे चीजें पसंद करते हैं।

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मंगल का वृषभ राशि में गोचर: इन राशियों को होगा लाभ

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल एक योगकारक ग्रह है क्योंकि यह आपके केंद्र और त्रिकोण भावों पांचवें और दसवें भाव को नियंत्रित करता है और अब यह आपके लाभ के ग्यारहवें भाव में गोचर कर रहा है। इसके परिणामस्वरूप, आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी और लाभ प्राप्त होगा। कार्यस्थल पर की गई सारी मेहनत का फल इस अवधि प्राप्त होगा। यदि आप रियल एस्टेट, इंजीनियरिंग या सशस्त्र बलों के क्षेत्र से जुड़े हैं तो आपकी पदोन्नति होने की संभावना है और धन लाभ भी हो सकता है।

मंगल का वृषभ राशि में गोचर छात्रों के लिए बहुत अच्छा समय साबित होगा और आप एकाग्रचित्त होकर अपने विषयों पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे वे अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। वहीं स्वास्थ्य की बात करें तो यदि आप किसी बीमारी से ग्रस्त हैं तो इस दौरान आपको उससे निजात मिल सकती है। कुल मिलाकर मंगल देव की कृपा आप पर बनी रहेगी।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं, जो आपके लिए योगकारक ग्रह है। यह योगकारक ग्रह आपके दसवें भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर के कारण, आपको अपने पेशेवर जीवन में बहुत लाभ मिलेगा। साथ ही, आधिकारिक पदों पर नए अवसर मिलने के योग बनेंगे। इस दौरान स्वास्थ्य सेवा (सर्जन), रियल एस्टेट और आर्मी आदि से जुड़े जातकों को सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। चौथे भाव के स्वामी आपके लग्न पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप, स्वास्थ्य और व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। आप किसी तरह की शारीरिक गतिविधि में खुद को शामिल कर सकते हैं।

चौथे भाव से सातवीं दृष्टि के फलस्वरूप इस अवधि माता जी के साथ संबंधों में मधुरता आएगी और आपको उनकी तरफ से पूरा सहयोग प्राप्त होगा। हालांकि, सिंह राशि के छात्रों का पढ़ाई से अचानक मन हट सकता है क्योंकि कुछ चीज़ों से आपका ध्यान इधर-उधर भटक सकता है इसलिए आपको अधिक केंद्रित होकर पढ़ाई करने की आवश्यकता होगी। कुल मिलाकर, सिंह राशि के जातकों के लिए यह बहुत अच्छा समय है।

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धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए मंगल पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके छठे भाव में गोचर करेंगे, जो शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतिस्पर्धा, मामा का भाव है इसलिए इस गोचर के कारण स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय आपके लिए बहुत अनुकूल है। इस समय आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता और शारीरिक शक्ति अच्छी रहेगी। इस अवधि आपके शत्रु आपको नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे और न ही आपके काम में कोई बाधा डाल पाएंगे। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इस अवधि में सफलता मिलने की प्रबल संभावना है और आप अपनी परीक्षाएं डिस्टिंक्शन के साथ पास करेंगे। 

नौवें, बारहवें और ग्यारहवें भाव पर मंगल दृष्टि पड़ने के परिणामस्वरूप आप लंबी दूरी की यात्रा की योजना बना सकते हैं। हालांकि, मंगल का गोचर शुरुआत में आपके कुछ खर्चे करवा सकता है, लेकिन कुल मिलाकर यह फायदेमंद साबित होगा। आपको भाग्य का साथ मिलेगा और आप झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ बहुत अधिक होगा और आप धर्म कर्म के कामों में लगे रहेंगे।

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मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए मंगल आपके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं, जो बच्चों, शिक्षा, रोमांटिक संबंधों के पांचवें भाव में गोचर करेंगे। ऐसे में जिन छात्रों को पढ़ाई में संघर्ष का सामना करना पड़ रहा था वे इस दौरान राहत महसूस करेंगे। आप पढ़ाई में ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। यह अवधि अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बहुत अच्छा समय है और आप ऊर्जा से भरे रहेंगे। फिर भी आपको सलाह दी जाती है कि सावधान रहें।

शोध कार्य या रहस्यमय अध्ययनों के लिए भी यह शुरुआत करने के लिए अनुकूल समय है क्योंकि मंगल आपके आठवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं। ग्यारहवें और दसवें भाव पर मंगल की दृष्टि कार्यस्थल पर अच्छे अवसर पैदा करेगी और आपका कार्यभार और जिम्मेदारी बढ़ेगी और साथ ही प्रोत्साहन भी मिलेगा। आपके लक्ष्य और आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी। मंगल का वृषभ राशि में गोचर आपके लिए पदोन्नति और कई अच्छे अवसर लेकर आ सकता है। आपको बस अपने बच्चों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। आपके बच्चे बहुत अधिक ऊर्जा से भरे हुए रह सकते हैं और आशंका है कि आपके लिए उन्हें संभालना बहुत मुश्किल हो। यह आपके लिए समस्याओं का कारण बन सकता है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि उनके साथ किसी प्रकार की शारीरिक गतिविधियों या खेलों में शामिल होकर उनकी ऊर्जा को केंद्रित करने में उनकी मदद करें।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए मंगल दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके तीसरे भाव में गोचर कर रहे हैं। तीसरा भाव आपके भाई-बहनों, शौक, छोटी दूरी की यात्रा, संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए, इस दौरान मीन राशि के जातक अपना ध्यान अपने शौक, खास तौर पर खाना पकाने, मार्शल आर्ट आदि को पूरा करने में लगा सकते हैं।

आप अपनी बातचीत में बहुत साहसी और सीधे-सादे होंगे। इसके अलावा छठे भाव पर मंगल की दृष्टि, स्वास्थ्य के लिहाज से अनुकूल साबित होगी। इस दौरान आपकी सहनशक्ति व ऊर्जा बढ़ेगी, जिसकी मदद से आप किसी पुरानी बीमारी या लंबे समय से पीड़ित किसी भी बीमारी से निजात पा सकेंगे। वहीं मंगल की दृष्टि आपके नौवें भाव पर भी पड़ रही है। ऐसे में आपका झुकाव आध्यात्मिकता व रहस्य विज्ञान की ओर अधिक रहेगा। अगर आप ज्योतिष विद्या का अभ्यास करने का विचार बना रहे हैं तो मंगल वृषभ राशि में मार्गी होकर अनुकूल परिणाम प्रदान करेंगे।

मंगल का वृषभ राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल आपके बारहवें और सातवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके पहले भाव में गोचर कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, आपको वैवाहिक जीवन में शानदार अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही, आपको विदेश जाने का भी मौका मिलेगा। चौथे भाव में मंगल की दृष्टि आपको अपनी मां का सहयोग दिलाएगी। इसके अलावा, किसी प्रॉपर्टी की बिक्री और खरीद से लाभ और प्राप्ति की संभावना है, लेकिन मंगल बारहवें भाव के स्वामी भी हैं जो व्यय के साथ-साथ हानि का भी प्रतिनिधित्व करता है इसलिए आपको किसी भी प्रकार का सौदा या लेन-देन करते वक्त अधिक सावधान रहने की आवश्यकता होगी। चूंकि मंगल अपने ही भाव पर दृष्टि डाल रहा है, इसलिए यह उन लोगों के लिए बहुत अच्छा समय है जो विवाह बंधन में बंधना चाहते हैं। इस अवधि आप अपने लिए एक अच्छा साथी खोजने में सक्षम होंगे और विवाहित जातकों को अपने जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। वृषभ राशि के जातकों को इस दौरान यात्रा करते समय सतर्क रहने की आवश्यकता है क्योंकि यह गोचर कुछ अनिश्चितताओं को जन्म दे सकता है।

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मिथुन राशि

मंगल मिथुन राशि के जातकों के लिए छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। और अब यह आपके विदेशी भूमि, मल्टीनेशनल कंपनी, अस्पतालों आदि बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। तीसरे भाव पर मंगल की चौथी दृष्टि दर्शाती है कि आपको अपने छोटे भाई-बहन का सहयोग मिलेगा और आप खाना पकाने, मार्शल आर्ट जैसे अपने शौक को पूरा करने में धन खर्च कर सकते हैं।

यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं, तो इसे अनदेखा न करें इसके बजाय डॉक्टर से मिलें और अपनी उचित जांच करवाएं। साथ ही, आपके प्रभावशाली स्वभाव और अहंकार के टकराव के कारण, आपके पार्टनर के साथ आपके रिश्ते में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है; इसलिए कृपया अपने वैवाहिक जीवन पर अतिरिक्त ध्यान दें।

मंगल का वृषभ राशि में गोचर: प्रभावशाली उपाय

  • हर मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • अपने घर में किसी शुभ स्थान पर मंगल यंत्र की स्थापना करें और उसकी पूजा करें।
  • ज्योतिषी की सलाह से अपने दाहिने हाथ में लाल मूंगा की अंगूठी पहनें।
  • गरीब व जरूरतमंदों को लाल मूंग की दाल, तांबे के बर्तन, सोना, कपड़े आदि दान करें।
  • छोटे बच्चों को बेसन की मिठाई या लड्डू दान करें।

मंगल का वृषभ गोचर: विश्वव्यापी प्रभाव

सरकार और राजनीति

  • मंगल का वृषभ राशि में गोचर के परिणामस्वरूप, सरकार और उसके कार्यों को जनता के द्वारा समर्थन मिल सकता है। साथ ही, सरकार अपने अधिकार और तर्क को बनाए रखते हुए थोड़ी आक्रामक होगी।
  • भारत सरकार के प्रवक्ता और महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अन्य राजनेता योजना बनाकर और सोच-विचार कर कोई भी कार्य कर सकते हैं।
  • सरकारी अधिकारी अपने कार्यों और योजनाओं का विश्लेषण जल्दबाजी में कर सकते हैं, लेकिन साथ ही, बहुत ही समझदारी और गहनता से विश्लेषण करते हुए नज़र आ सकते हैं। 
  • सरकार की ओर से भविष्य के लिए आक्रामक योजना देखने को मिल सकती है।
  • मंगल गोचर के दौरान भारत सरकार के कार्य करने का तरीका और उनकी नीतियां जनता को पसंद आ सकती हैं।
  • इस अवधि के दौरान भारत सरकार के कामकाज और नीतियों से अधिक से अधिक लोगों को आकर्षित किया जा सकेगा।
  • भारत सरकार अब गंभीरता से विभिन्न क्षेत्रों जैसे मेडिसिन, मैकेनिक्स आदि से संबंधित योजनाओं को लागू करने की दिशा में काम करेगी जिसका फायदा देश की आबादी के एक बड़े हिस्से को मिलेगा।
  • देश के नेता आक्रामकता से पूर्ण लेकिन सोच-समझकर कार्य करते हुए दिखाई देंगे।

रियल एस्टेट और कृषि

  • मंगल का वृषभ राशि में गोचर उन लोगों का समर्थन कर सकता है, जो रियल एस्टेट, ब्रोकर और रियल एस्टेट फर्म से जुड़े हैं, उन्हें इस दौरान लाभ हो सकता है।
  • मंगल का गोचर के दौरान किसान और कृषि पेशेवरों को लाभ होगा।

बैंकिंग और वित्त

  • वित्तीय क्षेत्र में काम करने वाले लोग इस गोचर के दौरान फले-फूलेगें।
  • इस गोचर के दौरान बैंकिंग क्षेत्र में सुधार हो सकता है।
  • आईटी उद्योग, सॉफ्टवेयर उद्योग को कुछ हद तक लाभ होगा।
  • मंगल के गोचर की इस अवधि के दौरान निवेश बैंकर, बैंक प्रबंधक आदि का प्रदर्शन अच्छा रहने की संभावना है।

मंगल का वृषभ राशि में गोचर: मौसम की रिपोर्ट

  • मंगल के वृषभ राशि में गोचर के दौरान यूरोप के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
  • मध्य और पूर्वी अफ्रीका के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।
  • भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में उम्मीद से अधिक बारिश हो सकती है। खासकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में होने वाली प्राकृतिक आपदा का भी संकेत है।

मंगल का वृषभ राशि में गोचर: शेयर बाजार रिपोर्ट

मंगल ग्रह शुक्र द्वारा शासित वृषभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। आइए देखते हैं कि मंगल का वृषभ राशि में गोचर के दौरान शेयर बाजार में किस तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2024 के अनुसार,

  • मंगल के वृषभ राशि में गोचर करने से रासायनिक उर्वरक उद्योग, चाय उद्योग, कॉफी उद्योग, इस्पात उद्योग, हिंडाल्को, ऊनी मिलों सहित अन्य उद्योगों के फलने-फूलने की उम्मीद है।
  • मंगल के वृषभ राशि में गोचर के बाद की अवधि में दवा उद्योग अच्छा प्रदर्शन करेगा।
  • सर्जिकल उपकरण बनाने और व्यापार करने वाले उद्योग भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
  • रिलायंस इंडस्ट्रीज, परफ्यूम और कॉस्मेटिक इंडस्ट्रीज, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, सूचना प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में महीने के अंत तक मंदी आ सकती है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. मंगल का वृषभ राशि में गोचर कब हो रहा है?

उत्तर 1.  मंगल 12 जुलाई, 2024 की शाम 07 बजकर 03 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। 

प्रश्न 2. वृषभ राशि में मंगल किस तरह के पेशेवर विकल्प प्रस्तुत करता है? 

उत्तर: कृषि, वित्त और कलात्मक पेशे।

प्रश्न 3. मंगल किस भाव में दिग्बल प्राप्त करता है? 

उत्तर: दसवां भाव।

प्रश्न 4. मंगल किस राशि में दुर्बल हो जाता है? 

उत्तर: कर्क

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