मंगल का धनु राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज अपने इस ब्लॉग में पाठकों के लिए ज्योतिष की दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आया है। 28 दिसंबर, 2023 को मंगल धनु राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल के धनु राशि में गोचर करने का प्रभाव अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं के साथ-साथ भारत और शेयर मार्केट आदि पर भी देखने को मिलेगा।
मंगल एक साहसी और पुरुष तत्व वाला ग्रह है। हिंदू पौराणिक कथाओं में इसे पृथ्वी की संतान के रूप में दर्शाया गया है। प्राचीन पौराणिक कथाओं के अनुसार मंगल को लाल और उग्र ग्रह के रूप में दर्शाया गया है। मंगल को एक क्रोधी ग्रह की उपाधि भी दी गई है और इस ग्रह के प्रभाव से व्यक्ति गुस्सैल बन सकता है। इसके साथ ही मंगल को ब्रह्मचर्य या अविवाहित जीवन का कारक भी माना गया है। हालांकि, मंगल ग्रह साहस, बहादुरी और दृढ़ता का कारक भी है।
ज्योतिष के अनुसार मंगल के प्रभाव से व्यक्ति को अधिक गुस्सा आता है एवं वह छोटी-छोटी बातों पर भी क्रोध कर सकता है। हर ग्रह का व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और मंगल ग्रह भी कुछ ऐसा ही है। यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल मज़बूत हो, तो उस व्यक्ति में जोखिम उठाने की असीम क्षमता होती है और वह साहसी बनता है। इसके साथ ही इन लोगों में जुनून और दृढ़ संकल्प का गुण भी देखा जाता है। वहीं इसके विपरीत मंगल के कमज़ोर होने पर जातक गुस्सैल, क्रोधी और आलसी बन जाता है एवं उसे अपने जीवन का कोई उद्देश्य दिखाई नहीं देता है।
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मंगल का धनु राशि में गोचर: तिथि और समय
मंगल धनु में प्रवेश करने जा रहे हैं। 28 दिसंबर को सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर मंगल धनु राशि में प्रवेश करेंगे। आगे जानिए मंगल के धनु राशि में गोचर की कुछ विशेषताओं के बारे में और विश्व स्तर एवं राशियों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
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मंगल के धनु राशि में गोचर की विशेषताएं
धनु राशि में मंगल होने पर व्यक्ति को अपने जीवन में लोकप्रियता हासिल होती है। वह न्यायप्रिय होता है और उनकी दार्शनिक मान्यताएं कुछ अलग होती हैं। अगर ये किसी बात या व्यक्ति पर भरोसा करते हैं, तो फिर इनसे इस पर कोई बहस नहीं कर सकता। ये अपने विश्वास पर अडिग रहते हैं। हालांकि, ये कभी-कभी दूसरों की राय और विचारों को सुनने की इच्छा नहीं रखते हैं।
मंगल का धनु राशि में गोचर: वैश्विक स्तर पर प्रभाव
सरकार और राजनीति
- मंगल अपनी मैत्री राशि में गोचर कर रहे हैं और इससे सरकार और सरकारी निगम को सहयोग प्राप्त होगा। अधिकार और तर्क के मामले में इस समय सरकार थोड़ी आक्रामक नज़र आ सकती है।
- भारतीय सरकार के वक्ता और महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अन्य राजनेता कोई विचारशील निर्णय ले सकते हैं। इसके साथ ही इनके किसी योजना पर भी काम करने की संभावना है।
- सरकारी अधिकारी अपने कार्यों और योजनाओं का आंकलन करने में थोड़ी जल्दबाज़ी दिखा सकते हैं लेकिन इसके साथ ही वे बड़ी बुद्धिमानी से काम करेंगे।
- भविष्य को लेकर सरकार की ओर से आक्रामक योजनाएं तैयार की जा सकती हैं।
- इस समयावधि में भारतीय सरकार के कार्य और नीतियां लोगों को आकर्षित करने में सक्षम होंगी।
- विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि चिकित्सा और यांत्रिकी आदि में बड़ी संख्या में लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार तेजी से नई रणनीतियों और योजनाओं को लागू कर सकती है।
- देश के राजनेता विचारशील और समझदारी से काम करते हुए नज़र आएंगे लेकिन इसके साथ ही इनके कार्यों में आक्रामकता भी दिखेगी।
मनोरंजन व्यापार
- मंगल के धनु राशि में गोचर करने से मनोरंजन और अभिनय के क्षेत्र को भी लाभ मिलने की संभावना है। जाे लोग मनोरंजन या अभिनय के क्षेत्र से जुड़े हैं, उन्हें मंगल के धनु राशि में गोचर करने पर लाभ प्राप्त होगा।
- मंगल का धनु राशि में गोचर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री और फिल्म इंडस्ट्री को फायदा पहुंचाएगा। इन क्षेत्रों का बिज़नेस बहुत फल-फूल सकता है।
चिकित्सा और अन्य क्षेत्र
- चिकित्सा के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए अच्छा समय है। इस गोचर के दौरान इन क्षेत्रों का विकास होगा।
- मेडिकल और नर्सिंग क्षेत्र में भी विकास होने के आसार हैं जिससे इन क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को फायदा होगा।
- आईटी इंडस्ट्री, सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री को भी कुछ हद तक मुनाफा होने के संकेत हैं।
- इस गोचर काल में लेखकों और कवियों को लाभ होगा। विभिन्न क्षेत्रों के लेखक विकास के मार्ग पर आगे बढ़ेंगे।
- मंगल के धनु राशि में गोचर करने पर योग शिक्षक, फिजिकल कोच आदि भी लाभान्वित होंगे।
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मंगल का धनु राशि में गोचर: स्टॉक मार्केट पर असर
इस बार मंगल, बृहस्पति की राशि धनु में गोचर करने जा रहे हैं और इसका असर स्टॉक मार्केट पर भी देखने को मिलेगा। शेयर बाज़ार भविष्यवाणी में आप शेयर मार्केट के बारे में संक्षेप में जान सकते हैं।
- मंगल के धनु राशि में गोचर करने पर केमिकल फर्टिलाइज़र उद्योगों, चाय उद्योग, कॉफी उद्योग, स्टील उद्योग, हिंडालको, ऊन के उद्योगों को लाभ होने की संभावना है।
- मंगल के धनु राशि में गोचर करने पर दवा बनाने वाली कंपनियों को मुनाफा होगा।
- सर्जिकल उपकरण बनाने और बेचने वाली कपंनियां भी बेहतर प्रदर्शन करेंगी।
- रिलायंस इंडस्ट्रीज़, परफ्यूम और कॉस्मेटिक इंडस्ट्रीज़, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, सूचना प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों की रफ्तार धीमी हो सकती है।
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मंगल का धनु राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव
मेष राशि
मंगल आपके पहले या लग्न भाव और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब मंगल आपके नौवें भाव में गोचर कर रहे हैं। इस गोचर के दौरान आपके ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होगी। नौवें भाव में मंगल मज़बूत स्थिति में बैठे हैं और इस स्थिति से व्यक्ति में सीखने और विकास करने की तीव्र इच्छा पैदा होती है। आप उच्च शिक्षा, दार्शनिक शास्त्र और अध्यात्म की ओर आकर्षित हो सकते हैं। दुनिया को लेकर आप एक अलग दृष्टिकोण या विचार रख सकते हैं। आप खुद अपने प्रयासों से अपनी किस्मत लिखेंगे और आपको इसमें भाग्य का भी पूरा साथ मिलेगा।
मंगल के नौवें भाव में होने की वजह से आपको समय-समय पर चुनौतियों और कष्टों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन ईश्वर पर विश्वास रखने और अध्यात्म में रुचि रखने की वजह से आप इन अड़चनों को पार कर अपने कार्यों में सफल हो पाएंगे।
मिथुन राशि
मंगल आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके सातवें भाव में गोचर कर रहे हैं। मिथुन लग्न वालों के लिए मंगल ग्यारहवें और छठे भाव के स्वामी हैं और धनु राशि में सातवें भाव में गोचर कर रहे हैं। जब मिथुन राशि के जातक दर्शनशास्त्र से जुड़े अन्य लोगों या उच्च शिक्षा रखने वाले या नैतिकता से जुड़े लोगों के संपर्क में आते हैं, तब इनकी सभी आशाएं और इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।
मंगल के धनु राशि में आने पर व्यक्ति के विचार और मूल्य प्रभावशाली बन जाते हैं। ये लोग अपनी बातों से किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं इसलिए ये दूसरों को प्रेरित करने वाले वाचक बन सकते हैं। जब ये जातक अनैतिक मूल्यों पर चलने पर भी खुद को सही मानते हैं और गलत चीज़ों के पक्ष से लड़ते हैं, तब इनके जीवन में परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। वैवाहिक जीवन की बात करें, तो अलग-अलग मान्यताएं और दृष्टिकोण शादी के रिश्ते को खराब कर सकता है।
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कर्क राशि
मंगल आपके पांचवे और दसवें भाव के स्वामी हैं और अभी कर्क राशि के छठे भाव में गोचर कर रहे हैं। छठे भाव में मंगल का उपस्थित होना बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि मंगल की तरह ही छठा भाव भी शत्रु, प्रतिस्पर्धा, आक्रामकता और जुनून आदि को दर्शाता है। मंगल दसवें और पांचवे भाव के स्वामी हैं और अब वह धनु राशि में छठे भाव में विराजमान रहेंगे।
धनु राशि कानून और उच्च शिक्षा का कारक है जबकि मंगल ग्रह योद्धा का कारक हैं इसलिए कानून के क्षेत्र में व्यक्ति अच्छा प्रदर्शन करते हैं। चूंकि, मंगल शिक्षा के भाव पांचवे घर के स्वामी भी हैं इसलिए यह किसी ऐसे व्यक्ति को दर्शाता है जो प्रेरणादायक वक्ता हो और लोगों को अपने जीवन की चुनौतियों से उबरने के लिए प्रेरित करता हो।
सिंह राशि
सिंह राशि के लिए मंगल चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब 28 दिसंबर, 2023 को वे पांचवे भाव में गोचर कर रहे हैं। चूंकि, मंगल प्राकृतिक रूप से एक खिलाड़ी की तरह गुण रखते हैं, इसलिए जातक की खेल के क्षेत्र में शिक्षा लेने और फिर स्पोर्ट्स कोच या टीचर बनकर दूसरों को प्रशिक्षण देने की इच्छा हो सकती है।
कुंडली का पांचवा भाव खेल का होता है इसलिए ये लोग खुद भी खेल के क्षेत्र में अच्छे होते हैं। चूंकि, मंगल एक अशुभ ग्रह है इसलिए जातक अपने शिक्षक, प्रेमी और बच्चों पर हुक्म चलाने का प्रयास करता है। अगर कुंडली में शुक्र पांचवे भाव में हो या पांचवे भाव पर उनकी दृष्टि पड़ रही हो, तो वह व्यक्ति रचनात्मक क्षेत्रों में बहुत अच्छा काम कर सकता है। यह गोचर मनोरंजन क्षेत्र में काम करने वाले लोगों जैसे कि अभिनेता और अभिनेत्रियों के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगा।
वृश्चिक राशि
मंगल आपके लग्न या पहले भाव और छठे भाव के स्वामी हैं और अब वह वृश्चिक राशि से दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। यह एक ऐसे व्यक्ति को दर्शाता है जो अपनी उच्च शिक्षा, सिद्धांतों और कानूनी शिक्षा का उपयोग कर के अपने दुश्मनों को हराने और चुनौतियों को पार करने का प्रयास करता है।
इसके साथ ही यह एक ऐसे व्यक्ति को भी चरितार्थ करता है जिसके बोलने का तरीका अद्भुत होता है और वह अपनी वाणी या बोली से पैसे कमाता है। चूंकि, मंगल प्रॉपर्टी और लोन, दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं इसलिए इसके प्रभाव में व्यक्ति जमीन या घर खरीदने के लिए लोन ले सकता है।
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धनु राशि
मंगल आपके पांचवे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह धनु राशि से पहले भाव में गोचर कर रहे हैं। ये लोग आत्मविश्वास से भरपूर होते हैं। पचंम भाव और धनु राशि दोनों ही उच्च शिक्षा का प्रतिनिधित्व करते हैं इसलिए ये लोग उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक होते हैं।
ये लोग चुनौतियों से डरते नहीं हैं और मुश्किलों का डटकर सामना करते हैं। इनके इस स्वभाव को देखकर इनके बच्चे भी यही चीज़ सीखते हैं। इन्हें योग या मार्शल आर्ट्स की शिक्षा लेने में आनंद आता है और ये इसे अपने जीवन का मार्ग बना सकते हैं। ये बहुत अच्छे स्पोर्ट ट्रेनर भी बन सकते हैं।
मीन राशि
मंगल आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब उनका गोचर दसवें भाव में हो रहा है। चूंकि, मंगल कार्य और ऊर्जा के कारक हैं इसलिए ये लोग उच्चा शिक्षा, विज्ञान और काननू पर अपनी ऊर्जा और ध्यान लगाते हैं। इन्हें शिक्षा या कानून के क्षेत्र में देखा जा सकता है। दसवें भाव में मंगल का दिशात्मक प्रभाव होता है इसलिए इस कारक से भी व्यक्ति को लाभ प्राप्त होता है।
मंगल का धनु राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
वृषभ राशि
मंगल आपके बारहवें और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके आठवें भाव में गोचर कर रहे हैं। बारहवें भाव के स्वामी के आठवें भाव में होने से व्यक्ति को व्यापार, नौकरी और निजी जीवन में समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं। इस समय आपको व्यापार और पेशेवर जीवन में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। मंगल की आपके दूसरे भाव पर सीधी दृष्टि पड़ रही है और इसकी वजह से आपको पैसों की बचत या खर्चों और बचत के बीच संतुलन बनाने में दिक्कत आ सकती है।
नौकरीपेशा जातकों के लिए स्थानांतरण के योग बन रहे हैं। अचानक हुई किसी घटना या दुखद कारण की वजह से इन्हें अपनी नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर किया जा सकता है। व्यापार करने वाले लोगों के मुनाफे में गिरावट आने की आशंका है। साझेदारी में व्यापार करने वाले जातकों का अपने पार्टनर से मतभेद हो सकता है।
मकर राशि
मंगल, मकर राशि के चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह बारहवें भाव में गोचर कर रहे हैं जिसे हानि और एकांत का कारक माना जाता है। ग्यारहवें भाव के स्वामी के बारहवें भाव में गोचर करने से आर्थिक नुकसान के संकेत मिल रहे हैं। आपको काम की वजह से लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है लेकिन दुख की बात यह है कि आपको इस यात्रा से अपनी उम्मीद के अनुसार फल प्राप्त नहीं हो पाएंगे।
आपको प्रॉपर्टी या पैतृक संपत्ति से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं और आपको अपने दोस्तों और जानकारों का भी उतना सहयोग नहीं मिल पाएगा, जितना आप सोच रहे हैं। इस समय आप अपने निजी जीवन, पेशेवर जीवन और आर्थिक जीवन में कई चीज़ों को लेकर असंतुष्ट महसूस कर सकते हैं।
मंगल का धनु राशि में गोचर: ज्योतिषीय उपाय
- हर मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- अपने घर में किसी शुभ या पवित्र स्थान पर मंगल यंत्र की स्थापना कर के उसकी पूजा करें।
- अपनी जन्मकुंडली का विश्लेषण करवाने के बाद आप दाएं हाथ में लाल मूंगा रत्न की अंगूठी धारण करें।
- लाल मूंग दाल, तांबे के बर्तन आभूषण और कपड़े आदि गरीबों को दान करें।
- बच्चों को बेसन से बनी मिठाई या लड्डू दान करें।
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