मंगल का धनु राशि में गोचर: जानें, किसे मिलेगा प्रेम का वरदान और किसे देनी होगी परीक्षा?

मंगल का धनु राशि में गोचर: जानें, किसे मिलेगा प्रेम का वरदान और किसे देनी होगी परीक्षा?

मंगल का धनु राशि में गोचर वैदिक ज्योतिष में एक प्रभावशाली और ऊर्जा-प्रधान खगोलीय परिवर्तन माना जाता है। साहस, उत्साह, निर्णय-क्षमता, जोश, संबंधों में आकर्षण और संघर्ष, इन सबका कारक मंगल ग्रह जब राशि बदलते हैं, तो इसका प्रभाव सीधे मन, विचारों और कर्मों पर दिखाई देता है।

यह गोचर कई जातकों के लिए नई शुरुआत, दृढ़ इच्छाशक्ति, प्रेम-सौभाग्य और करियर में तेजी सा सकता है, वहीं कुछ लोगों के लिए यह धैर्य, संयम और व्यवहार में संतुलन की आवश्यकता भी उत्पन्न कर देता है। 

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इस बार मंगल का धनु राशि में प्रवेश 12 राशियों के जीवन में खास हलचल लेकर आएगा। कहीं रिश्तों में निकटता और जुनून बढ़ेगा, तो कहीं गलतफहमी, उतावलापन और तकरार की स्थिति से सचेत रहना होगा। कुछ राशियों को भाग्य का जोरदार साथ मिलेगा जबकि कुछ को तुरंत निर्णय लेने बचना होगा।

यह गोचर बताएगा कि किसे प्रेम का वरदान मिलेगा और किस पर परीक्षा की घड़ी आएगी। ध्यान देने योग्य है कि मंगल का धनु राशि में गोचर ऊर्जा, विस्तार और नई संभावनाओं का द्वार खोलता है, लेकिन साथ ही समझदारी और सही दिशा में प्रयास की मांग भी करता है। एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में हम जानेंगे कि “मंगल का धनु राशि में गोचर” आपकी राशि को कैसे प्रभावित करेगा, प्रेम, करियर, स्वास्थ्य और धन पर इसका क्या असर पड़ेगा, और कौन से उपाय आपके जीवन में संतुलन और सफलता लाने में सहायक होंगे। 

तो आइए, शुरुआत करते हैं, सबसे पहले जानते हैं इस महत्वपूर्ण गोचर की तिथि और समय।

मंगल का धनु राशि में गोचर : तिथि और समय 

मंगल महाराज 07 दिसंबर 2025 की शाम 07 बजकर 26 मिनट पर धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं।

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

मंगल का धनु राशि में गोचर : ज्योतिष में मंगल ग्रह का महत्व

ज्योतिष में मंगल ग्रह को ऊर्जा, साहस और कर्म का प्रतीक माना जाता है। यह ग्रह व्यक्ति के भीतर मौजूद हिम्मत, आत्मविश्वास और निर्णय लेने की क्षमता को नियंत्रित करता है, जिसकी कुंडली में मंगल मजबूत होता है, वह जीवन में चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होता है, जल्दी हार नहीं मानता और अपने लक्ष्य की ओर तेजी से कदम बढ़ाता है।

यह ग्रह हमारे कर्मक्षेत्र यानी हम क्या करते हैं और कैसे करते हैं, उस पर सीधा प्रभाव डालता है। मंगल को भूमि, संपत्ति, वाहन और रियल एस्टेट के कारक भी कहा जाता है इसलिए कुंडली में शुभ मंगल होने पर व्यक्ति को जमीन-प्रॉपर्टी का लाभ, अपना घर, वाहन और स्थिर आर्थिक स्थिति मिलती है। वहीं अशुभ मंगल या कमजोर मंगल भूमि-विवाद, दुर्घटना, गुस्सा, झगड़ा या रुकावटें ला सकता है। 

विवाह और दांपत्य जीवन में भी मंगल का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि शादी से पहले मंगल दोष की जांच की जाती है। यदि कुंडली में मंगल अशुभ स्थिति में हो, तो विवाह में देरी, पार्टनर से असहमति या संबंधों में तनाव बढ़ सकता है। हालांकि, उचित मिलान, दशा और अनुभवी ज्योतिषीय उपायों से इस दोष को काफी हद तक संतुलित किया जा सकता है।

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सभी 12 भावों पर मंगल ग्रह का प्रभाव

पहला भाव

पहले भाव में मंगल व्यक्ति को साहसी, ऊर्जावान, मेहनती और तेज निर्णय लेने वाला बनाता है। ऐसा व्यक्ति नेतृत्व क्षमता वाला, दृढ़ इच्छाशक्ति का और कई बार गुस्सैल भी हो सकता है। इस भाव में मंगल मजबूत स्वास्थ्य और स्पोर्टी नेचर देता है।

दूसरा भाव

दूसरे भाव में मंगल धन कमाने की क्षमता तो देता है, लेकिन खर्च भी बढ़ा देता है। वाणी तेज हो सकती है और पारिवारिक तनाव की संभावनाएं बढ़ती हैं। यह प्रॉपर्टी और  इन्वेस्टमेंट से लाभ भी दे सकता है।

तीसरा भाव

यह स्थान मंगल के लिए बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा व्यक्ति बहादुर, मेहनती, कम्युनिकेशन में मजबूत और भाइयों के लिए सहायक होता है। कार्यक्षेत्र में तेजी से सफलता मिलती है।

चौथा भाव

यहाँ मंगल घर-गाड़ी-प्रॉपर्टी का सुख देता है, लेकिन मां के स्वास्थ्य या गृह-सुख में उतार-चढ़ाव ला सकता है। घर बदलने या रियल एस्टेट से जुड़े कार्यों की संभावना रहती है।

पांचवां भाव

यह व्यक्ति को तेज दिमाग और प्रतियोगी बनाता है, परंतु गुस्सा या आवेग बढ़ा सकता है। संतान पक्ष में चिंता या देरी हो सकती है। स्पोर्ट्स, टेक, इंजीनियरिंग में सफलता मिलती है।

छठा भाव

यह मंगल कानूनी मामलों, प्रतियोगिताओं और स्पोर्ट्स में विजय दिलाता है। शत्रु पर विजय, बीमारियों पर नियंत्रण और साहस बढ़ता है। यह एक विजेता का मंगल कहलाता है।

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सातवां भाव

सातवें भाव में मंगल विवाह में देरी, विवाद या पार्टनर से अनबन करा सकता है। यही कारण है कि इसे मंगल दोष माना जाता है। सही मेल, दशा और उपाय से रिश्ते सुधरते हैं। पार्टनर ऊर्जावान या आक्रामक हो सकता है।

आठवां भाव

यह मंगल दुर्घटना, चोट, ऑपरेशन या अचानक खर्च बढ़ा सकता है। लेकिन यह व्यक्ति को शोध, गुप्त विद्या, ज्योतिष, मेडिकल या टेक्निकल क्षेत्र में विशेषज्ञ भी बनाता है। जीवन में उतार-चढ़ाव अधिक रहते हैं।

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नौवां भाव

भाग्य भाव में मंगल साहसी स्वभाव, यात्राएं, पिता से विवाद या दूरी, और आध्यात्मिकता के प्रति रुचि देता है। यह व्यक्ति कर्म करके भाग्य बनाता है—भाग्य की मदद बाद में मिलती है।

दसवां भाव

दसवें भाव का मंगल करियर में बड़ी सफलता देता है। यह नेता, पुलिस सेना, इंजीनियर, स्पोर्ट्समैन या बिजनेस में श्रेष्ठ बनाता है। बहुत परिश्रम, संघर्ष और अंत में सम्मान मिलता है।

ग्यारहवां भाव

यहां मंगल बड़ी इनकम, नेटवर्किंग, बड़े सपने और तेज़ी से लक्ष्य प्राप्ति देता है। मित्रों से लाभ और आर्थिक वृद्धि बेहद मजबूत होती है। यह सबसे शुभ स्थानों में से एक माना जाता है।

बारहवां भाव

बारहवां भाव में मंगल खर्च बढ़ाता है, विदेश यात्रा की संभावना देता और कई बार नींद व मानसिक शांति कम करता है। ध्यान, योग उपाय करने पर यह विदेशों में सफलता और रहस्यमयी विद्या में प्रगति देता है।

मंगल का धनु राशि में गोचर : उपाय 

हनुमान जी की उपासना 

मंगल ग्रह का सीधा संबंध हनुमान जी से है। रोज या मंगलवार को हनुमान चालीसा, बजरंग बाण या सुंदरकांड पढ़ना मंगल को बेहद मजबूत करता है। इससे साहस, आत्मविश्वास और मानसिक स्थिरता बढ़ती है तथा अशुभ मंगल के प्रभाव कम होते हैं। 

लाल रंग का प्रयोग बढ़ाएं

मंगल का रंग लाल है। इसलिए लाल रुमाल रखना, लाल वस्त्र पहनना या मंगलवार को लाल फूल चढ़ाना शुभ फल देता है। इससे मंगल की ऊर्जा सक्रिय होती है और सकारात्मक परिणाम तेजी से मिलते हैं।

कॉपर का उपयोग

तांबे के बर्तन में पानी पीना या तांबे का कड़ा पहनना मंगल की ऊर्जा को संतुलित और मजबूत करता है। यह रक्त मांसपेशियों और मानसिक जोश को बढ़ाता है।

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नियमित व्यायाम या योग

मंगल शरीर की ऊर्जा और एक्शन का ग्रह है। इसलिए प्रतिदिन व्यायाम, दौड़, सूर्य नमस्कार या योग करना मंगल की शक्ति को बढ़ाता है और गुस्सा, तनाव व थकान कम करता है।

मंगलवार को व्रत 

मंगल ग्रह को शांत और मजबूत करने के लिए मंगलवार का व्रत रखना अत्यंत प्रभावी उपाय माना गया है। इस दिन लाल चने की दाल या गुड़ का सेवन करने से मंगल की स्थिति बेहतर होती है।

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मंगल का धनु राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

कामकाज के सिलसिले में लंबी यात्रा या विदेश जाने का मौका मिल सकता है। यह अवसर…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि

करियर की बात करें तो, बॉस या सीनियर्स से बात करते समय सावधानी रखें। आपकी कोई…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

करियर की बात करें तो नई जिम्मेदारी मिल सकती हैं और नया जॉब ऑफर या ऑनसाइट मौका…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

करियर की बात करें तो, इस समय आप नई और बेहतर नौकरी की तलाश कर…(विस्तार से पढ़ें)

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सिंह राशि

अगर आप ट्रेडिंग या शेयर मार्केट जैसे किसी काम से जुड़े हैं तो आपको अच्छा लाभ…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि

करियर की बात करें, तो काम का दबाव ज्यादा रहेगा और आप चाहकर भी अपने काम से पूरी…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

यदि आप फैमली बिज़नेस करते हैं तो इसमें अच्छी कमाई होगी और बिज़नेस को आगे…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि

यदि आप ट्रेडिंग या शेयर बाजार जैसे कारोबार में हैं, तो इस दौरान अच्छा मुनाफा होगा…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि

करियर की बात करें, तो आपको काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है, जो आपके लिए…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

करियर के बारे में चर्चा करें तो इस समय स्थान परिवर्तन या ट्रांसफर के योग बन…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

व्यवसाय में अच्छा मुनाफा होगा। आपके कई सपने और योजनाएं पूरी हो सकती…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

व्यापार करने वाले जातक अपने  प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकलेंगे और अच्छा नाम और मुनाफ़ा…(विस्तार से पढ़ें)

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

मंगल का धनु राशि में गोचर क्या संकेत देता है?

यह गोचर ऊर्जा, साहस, प्रेम, करियर और निर्णय-क्षमता में महत्वपूर्ण बदलाव लाता है।

क्या इस गोचर से प्रेम जीवन पर असर पड़ेगा?

हाँ, कई राशियों के लिए प्रेम-सौभाग्य बढ़ेगा जबकि कुछ को रिश्तों में धैर्य की आवश्यकता होगी।

क्या करियर में भी परिवर्तन देखने को मिलेंगे?

जी हां, कुछ राशियों को नई नौकरी, प्रमोशन या यात्राओं के अवसर मिलेंगे, जबकि कुछ के लिए दबाव बढ़ सकता है।