मकर संक्रांति पर गुरु ग्रह समेत बन रहा पंचग्रही विशेष योग, जानें आपका कैसे जाने वाला है यह पर्व

मकर संक्रांति का पर्व इस बार 14 जनवरी 2021 को मनाया जाएगा। मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन जब सूर्य राशि परिवर्तन करते है, तो इस समय का विशेष महत्व होता है। मकर सक्रांति में मकर शब्द मकर राशि को दर्शाता है जबकि मकर सक्रांति का मतलब प्रवेश करना होता है। इस साल मकर संक्रांति पर विशेष योग बन रहा है क्योंकि सूर्य के साथ पांच अन्य ग्रह ( सूर्य, शनि, बृहस्पति, बुध और चंद्रमा ) मकर राशि में विराजमान रहेंगे। बता दें कि, सभी ग्रहों का विशेष महत्व होता है। 

एस्ट्रोसेज वार्ता से दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व अपनी- अपनी रीति रिवाज़ के अनुसार हर्ष और उल्लास के साथ मनाने की धार्मिक मान्यता रही है। इस दिन भगवान सूर्य की आराधना का विशेष पर्व मकर संक्रांति जम्मू कश्मीर में पंजाब में लोहड़ी के नाम से जाना जाता है। दक्षिण भारत में पोंगल के नाम से विख्यात है। सूर्य ग्रह का धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश होने पर यह पर्व मनाया जाता है। मकर संक्रांति पर सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाते हैं। मकर संक्रांति के पर्व पर खरमास की समाप्ति मानी जाती है और उत्तरायण की यह छह माह की अवधि उत्तम फलदाई मानी गई है परन्तु,  इस बार मकर संक्रांति कई मायनों में विशेष है। क्योंकि इस वर्ष मकर संक्रांति बृहस्पतिवार को पड़ रही है। वहीं, देव गुरु बृहस्पति इस बार मकर राशि में ही विराजमान रहेंगे, इसलिए इसे एक विशेष संयोग के तौर भी देखा जा रहा है।

मकर संक्रांति तिथि और शुभ मुहूर्त 

14 जनवरी, 2021 (गुरुवार)

पुण्य काल मुहूर्त :08:03:07 से 12:30:00 तक

अवधि :4 घंटे 26 मिनट

महापुण्य काल मुहूर्त :08:03:07 से 08:27:07 तक

अवधि :0 घंटे 24 मिनट

संक्रांति पल :08:03:07

बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय

मकर संक्रांति पर पंचग्रही योग  

मकर संक्रांति पर इस बार 5 ग्रह एक साथ एक साथ योग बन रहे हैं, जिसे पंचग्रही योग से जाना जाता है। मकर राशि में 5 ग्रह एक साथ विराजमान सूर्य, शनि, बृहस्पति, बुध और चंद्रमा का गोचर मकर राशि में रहेगा। भगवान  सूर्य को शनि देव का पिता माना जाता है। सूर्य और शनि दोनों ही पराक्रमी हैं।  ऐसे में जब सूर्य देव मकर राशि में आते हैं तो शनि की प्रिय वस्तुओं के दान से भक्तों पर सूर्य की कृपा बरसती है।  इस कारण  मकर संक्रांति के दिन तिल से निर्मित वस्तुओं का दान बेहद ही शुभ माना गया है। ऐसा करने से व्यक्ति के घर-परिवार में शनि देव की विशेष कृपा आती है। मान्यता है कि,  इस दिन किया गया दान कई गुना होकर होकर वापस मिलता है।  

विद्वान ज्योतिषियों से प्रश्न पूछें और पाएं सटीक समाधान

पंचग्रही योग का राशिनुसार रहेगा कैसा प्रभाव? 

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है – जानें अपनी चंद्र राशि

मेष राशि – इस बार मकर सक्रांति के पर्व पर  मेष राशि के जातकों को थोड़ी बहुत परेशानियां देखने को मिल सकती है। जितना हो सके खुले मन से अपने विचारों को प्रकट करें और खुलकर पर्व का आनंद लें।  गुड़ दान करें। 

वृष राशि –  धर्म में कमी, समाज के साथ मेल – मिलाप व गंगा स्नान करें। तिल दान करें।  

मिथुन राशि – कष्टदायक रह सकता है। परिवार के साथ ख़ुशियाँ बांटे व बच्चों को कोई गिफ्ट बांटे।  

कर्क राशि – इस बार मकर सक्रांति के पर्व पर  पीड़ाकारक परेशानियाँ आ सकती हैं।  जितना हो सके अपने को पर्व के समय व्यस्त रखें व हर्ष व उल्लास के साथ पर्व का पूर्ण आनंद लें व मिठाई आस -पास बांटे। 

सिंह राशि – इस बार मकर सक्रांति के पर्व पर आपके शत्रुनाश होंगे। विजेता का झंडा लहरायेंगे। पर्व का पूर्ण फल प्राप्त होगा व आर्थिक स्थिति में सुधार  मिलेगा।  

कन्या राशि –  आपके लिए यह पर्व अच्छा रहने वाला है। कई चीजों को  लेकर चल रही योजना पूरी होगी व लाभदायक रहेगी।  गंगा स्नानं कर दान अवश्य करें। 

क्या आपकी कुंडली में बन रहे हैं राजयोग?

तुला राशि –  इस बार मकर सक्रांति के पर्व पर आपको थोड़ी बहुत परेशानी आ सकती है। मन को शांत रखें व तिल गुड़ दान करें व गंगा स्नान करें या गंगा जल से स्नान करें।   

वृश्चिक राशि – धन लाभ व दान अवश्य करें व ग़रीबों को भोजन खिलएं।  

धनु राशि – राजभय (सरकार से संबंधित या कोर्ट-कचहरी से संबंधित कोई डर) से आप परेशान व चिंतित हो सकते हैं।  हिम्मत बना कर रखें व पर्व का पूर्ण आनंद लें। राजभय से आप परेशान व चिंतित हो सकते हैं। 

मकर राशि- जितना हो सके अपने को पर्व के समय व्यस्त रखें व हर्ष व उल्लास के साथ पर्व का पूर्ण आनंद लें व मिठाई आस -पास बांटे। 

कुंभ राशि – अपनों के साथ ख़ुशियाँ बांटने का आपको अच्छा समय मिल सकता है। यह पल आपके लिए अच्छा  है।  

मीन राशि –  धन लाभ, आपसी सम्बन्ध अच्छा रहेगा व प्रेम प्यार में लाभ दिखेगा।  तिल व गुड़ दान अवश्य करें।  

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

आशा है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.