आज महाशिवरात्रि पर लग रहा है पंचक, भूल से भी ना करें ये काम

आज महाशिवरात्रि का त्यौहार मनाया जा रहा है आज ही के दिन पंचक भी लग रहा है। महाशिवरात्रि का यह त्यौहार हिंदू धर्म में बेहद ही खास माना जाता है और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि, यह वही  दिन है जिस दिन महादेव और मां पार्वती का विवाह हुआ था। ऐसे में महाशिवरात्रि के दिन शिव के भक्त महादेव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा अपने जीवन पर बनाए रखने के लिए ढेरों उपाय और व्रत पूजन आदि करते हैं।

महादेव को प्रसन्न करना बेहद आसान होता है ऐसे में भोले के भक्त इसमें कोई कोताही नहीं बरतते हैं। हालांकि इस महाशिवरात्रि पर पंचक लग रहा है। ऐसे में इस बात का ज्ञान होना बेहद आवश्यक हो जाता है कि, इस दौरान       क्या काम करने चाहिए और क्या काम हमें भूल से भी नहीं करनी चाहिए। 

यह भी पढ़ें: महाशिवरात्रि पर बन रहा है अद्भुत योग, जानें इसका महत्व

सबसे पहले जानकारी के लिए बता दें कि, पंचक का अर्थ क्या होता है? दरअसल धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद उत्तराभाद्रपद और रेवती जब इन पांच नक्षत्रों का संयोग होता है  तो उसे  पंचक कहते हैं और हिंदू धर्म में पंचक काल को शुभ नहीं माना जाता है।

बात करें इस पंचक काल का समय कब से कब तक है तो, पंचक गुरुवार 11 मार्च को सुबह 9 बजकर 21 मिनट से शुरू हो रहा है और यह 16 मार्च तक चलेगा। 16 मार्च को 4  बजकर 44 मिनट पर पंचक समाप्त हो रहा है।

यह भी पढ़ें: महाशिवरात्रि पर करें ये काम और पाएं स्वास्थ्य, शिक्षा, नौकरी और आर्थिक परेशानियों से छुटकारा

अब जानते हैं कि, पंचक काल में क्या काम हमें भूल से भी नहीं करना चाहिए।

  • पंचक काल में दक्षिण दिशा की तरफ यात्रा करने से बचना चाहिए। शास्त्रों में ऐसा करना वर्जित माना गया है। कहा जाता है यदि पंचक काल में दक्षिण दिशा की तरफ यात्रा की जाए तो इससे कोई बड़ी हानि होने की आशंका बन सकती है। 
  • इसके अलावा पंचक काल में लकड़ी का सामान खरीदने से बचना चाहिए। 
  • पंचक काल में अपने घर, मकान, दफ्तर, कार्यस्थल कहीं की भी छत का निर्माण करना भी उचित या अशुभ माना गया है। शास्त्रों के अनुसार पंचक काल की अवधि में कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए। 
  • शास्त्रों के अनुसार यदि पंचक काल में किसी की मृत्यु हो जाए तो उसके परिवार के अन्य सदस्यों पर भी मृत्यु तुल्य कष्ट का खतरा मंडराने लगता है। 

यह भी पढ़ें: महाशिवरात्रि,राशिनुसार जानें इस दिन भोलेनाथ का अभिषेक कैसे करें

इसके अलावा पंचक काल की अवधि के दौरान चारपाई खाट खरीदना और उसे बनवाना भी अशुभ माना गया है। ऐसे में इस दौरान ऐसा कोई भी कार्य करने से जितना हो सके बचें।

कैसा लगता है पंचक

जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में होता है ऐसी स्थिति में पंचक का निर्माण होता है पंचक काल को शुभ नहीं माना गया है इस वर्ष महाशिवरात्रि यानी आज के दिन चंद्रमा 9:21 पर मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करने वाले हैं

आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.