आ गया फाल्गुन का महीना, जानें कैसे करें शिवजी को प्रसन्न

फाल्गुन माह: रंगों और ख़ुशियों का उत्सव लेकर आता है, हिन्दू पंचांग के हिसाब से साल का अंतिम महीना फाल्गुन का महीना कहलाता है। लेकिन अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक फाल्गुन का महीना फरवरी या मार्च का महीना होता है, धर्म और आस्था के लिहाज से फाल्गुन माह बेहद शुभ माना जाता है। साल 2021 में फाल्गुन माह 28 फरवरी से शुरू होकर 28 मार्च तक रहेगा। 

फाल्गुन महीने में  शिवरात्रि से लेकर रंगों के त्यौहार होली जैसे प्रमुख त्योहारों को मनाया जाता है। भक्त फाल्गुन माह में बड़े विधि-विधान और नियमों के साथ भगवान भोलेनाथ की उपासना करते हैं, हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है, कि शिवरात्रि पर शिव जी की उपासना करने और उपवास रखने से भक्त के सारे कष्ट मिट जाते है, और शिव जी की उसपर विशेष कृपा बनी रहती है।

फाल्गुन माह में शिव जी के अलावा भक्त भगवान कृष्ण की भी उपासना करते हैं। भगवान कृष्ण के तीनों स्वरूपों को फाल्गुन महीने में पूजा जाता है, बाल स्वरूप, युवा स्वरूप और गुरु कृष्ण की पूजा की जाती है। फाल्गुन माह के बाद चैत्र की महीना आता , जिसे हिन्दू पंचांग के अनुसार नववर्ष की शुरूआत मानते है। पौराणिक मान्यता के अनुसार माघ और फाल्गुन का महीना धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसी मान्यता है, की फाल्गुन के शुभ महीने में शिव जी को प्रसन्न करने से व्यक्ति की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। तो आइए जानते है, कैसे करें भगवान शिव को प्रसन्न।

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शिव पुराण के अनुसार देवों के देव महादेव को प्रसन्न करना बेहद आसान है, ऐसी मान्यता है, कि भगवान भोलेनाथ अपने नाम की तरह की बेहद भोले और सरल है, उनको प्रसन्न करना बिल्कुल आसान है। फाल्गुन माह 2021, 11 मार्च का महाशिवरात्रि तिथि है, तो आइए जानते है, इस दौरान किन आसान और सरल उपायों से भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है।

शिवलिंग पर बेल पत्र चढ़ाएं

भगवान शिव को बेल पत्र बेहद प्रिय है, इसलिए शिव जी को प्रसन्न करने के लिए, पूजा करते वक्त शिवलिंग पर बेल पत्र ज़रूर चढ़ाएं। बेल पत्र 3 से 11 दलों का होना चाहिए । ऐसी मान्यता है, कि यह जितने अधिक पत्र का होता है, उतना शुभ माना जाता है।शिव जी को बेल पत्र चढ़ाने से व्यक्ति को बड़े से बड़े रोग से छुटकारा मिल जाता है। वैवाहिक जीवन भी सुखमय बना रहता है, और सभी तरह की परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है। 

जल और दूध से अभिषेक करें  

शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पर दूध और जल से अभिषेक करने पर व्यक्ति के मानसिक और शारीकिर दोनों तरह के कष्टों का निवारण होता है। ऐसी मान्यता है, कि यदि व्यक्ति नियमित रूप से शिवलिंग पर जलाभिषेक करता है, तो उसका दुर्भाग्य भी सौभाग्य में बदल जाता है, इसलिए यदि आपको भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा पानी है, तो रोजाना शिवलिंग पर दूध और जल से अभिषेक अवश्य करें।  

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शिवलिंग पर अक्षत चढ़ाएं

हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है, कि चावल के मात्र 4 दानों से भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न किया जा सकता है, इसलिए शिव जी की पूजा करते वक्त शिवलिंग पर अक्षत अवश्य चढ़ाना चाहिए। परंतु इस बात का ध्यान अवश्य रखें, की चावल साफ और अखंडित होना चाहिए, ऐसा माना जाता है, कि अखंडित अक्षत की तरह ही भगवान शिव प्रसन्न होकर भक्त को अखंडित धन-दौलत, पद-प्रतिष्ठा प्रदान करते है। 

भगवान शिव को धतूरा अर्पित करें

भगवान भोलेनाथ को धतूरा बेहद प्रिय है, इसलिए शिव जी की पूजा करते वक्त धतूरा अवश्य चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते है, और भक्त की सभी मनोकामना पूर्ण करते है। 

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