आज चांद कब निकलेगा

हमारे इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से जानें आपके शहर में आज चंद्रोदय कब होने वाला है, आपको पूजा के लिए कितना समय मिलेगा, इस बेहद ही शुभ, फलदायी व्रत की सही विधि क्या होती है, आदि।

Varta Astrologers

आज चाँद का इंतज़ार ना जाने कितनी ही सनातनी माताएँ और बहनें अपनी पलकें बिछाएँ सुबह से ही कर रही हैं। वजह साफ है….आज करवा चौथ है, सुहागिनों का सबसे बड़ा त्योहार। आज का निर्जला व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए और कुँवारी कन्याएँ मनचाहे वर के लिए करती हैं। यह व्रत चाँद के दर्शन और पूजा के बाद ही पूरा होता है। 

ऐसे में लाज़मी है कि सभी की नज़रें सुबह से ही आसमान में गड़ जाती हैं चाँद के इंतज़ार में। आपके मन में भी यह सवाल तो अवश्य ही उठ रहा होगा कि आज आपको चंद्रमा का दीदार कब होगा। तो आइए जानते हैं आज आपके शहर में चंद्रोदय का समय क्या रहने वाला है।  

विद्वान ज्योतिषियों से बात करके इस करवा चौथ पर अपने पार्टनर से अपना रिश्ता करें और भी मजबूत 

आपके शहर में कितने बजे निकलेगा चाँद?

बात करें दिल्ली में आज चंद्रोदय और चंद्रास्त कब होगा तो, 

चन्द्रोदय : 20:15:00

चन्द्रास्त : 10:03:59

बैंगलोर में आज चंद्रोदय और चंद्रास्त कब होगा तो, 

चन्द्रोदय : 20:53:59

चन्द्रास्त : 09:22:00

इंदोर  में आज चंद्रोदय और चंद्रास्त कब होगा तो,

चन्द्रोदय : 20:37:00

चन्द्रास्त : 09:52:59

जयपुर में आज कब निकलेगा चाँद?

चन्द्रोदय : 20:26:00

चन्द्रास्त : 10:05:00

आगरा में आज कब निकलेगा चाँद?

चन्द्रोदय : 20:15:59

चन्द्रास्त : 09:56:00

मुंबई में आज कब निकलेगा चाँद?

चन्द्रोदय : 20:59:00

चन्द्रास्त : 09:56:00

हैदराबाद में आज कब निकलेगा चाँद?

चन्द्रोदय : 20:40:00

चन्द्रास्त : 09:28:59

लखनऊ में आज कब निकलेगा चाँद?

चन्द्रोदय : 20:04:59

चन्द्रास्त : 09:43:00

अहमदाबाद में आज कब निकलेगा चाँद?

चन्द्रोदय : 20:49:59

चन्द्रास्त : 10:07:59

अपने शहर में आज चाँद निकलने के समय के बारे में जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

करवा चौथ पर इस विधि से करें अखंड सौभाग्य के लिए पूजा 

  • मिट्टी की एक वेदी लेकर उसपर सभी देवी-देवताओं को स्थापित करें। 
  • इसमें 10-13 करवे (एक तरह का खास मिट्टी का कलश जो करवा चौथ के लिए तैयार किया जाता है) रखें। 
  • इसके बाद पूजा की सभी सामाग्री जैसे धूप, दीप, चन्दन, रोली, सिन्दूर आदि थाली में सजा लें। 
  • आमतौर पर पूजा चाँद निकलने से एक घंटे पहले क़र लेने की सलाह दी जाती है। ऐसे में अपने शहर में चंद्रोदय के समय के अनुसार पूजा कर लें। 
  • पूजा में सभी सुहागिन महिलाएं करवा चौथ की व्रत कथा अवश्य सुनें। 
  • चाँद निकलने के बाद छलनी से चाँद के दर्शन करें, चंद्रमा को अर्घ्य दें, उनसे अपनी मनोकामना कहें।
  • चन्द्र-दर्शन के बाद अपनी सास को थाली में सजाकर मिठाई, फल, मेवे, आदि देकर उनका आशीर्वाद लें।

(करवाचौथ बनेगा और भी खास अगर पहन ली अपनी राशि अनुसार रंग की साड़ी -पढ़ें इसपर आधारित हमारा खास ब्लॉग) 

करवा चौथ पर 100 वर्षों बाद अति-शुभ योग का निर्माण 

जैसा कि हमने पहले भी बताया कि आज का व्रत सुहागिन महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए करती हैं। ऐसे में स्वाभाविक है कि इस दिन का विशेष महत्व माना जाता है। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि इस वर्ष करवा चौथ पर पूरे 100 वर्षों बाद शुभ योग बन रहा है जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ने वाला है। 

जी हाँ, दरअसल आज बुध और मंगल एक साथ विराजमान हैं। इसके अलावा आज शिव योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। 

शिव योग सुबह 7:34 बजे से लेकर सुबह 9:13 तक रहेगा। 

सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06:33 बजे से दो नवंबर को भोर में 04:36 बजे तक रहेगा।

ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि सर्वार्थ सिद्धि योग में किए जाने वाले व्रत पूजन और सभी कार्य पूर्ण शुभ फल देने वाले होते हैं। 

इसके अलावा इस वर्ष करवाचौथ व्रत पर चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृष में रहेंगे। इसे भी बेहद ही शुभ और फलदाई माना जा रहा है।

करवा चौथ का इतिहास जानते हैं आप?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, एक समय की बात है जब देवताओं और असुरों के बीच युद्ध चल रहा था। इसी दौरान ब्रह्मा जी ने सभी देवताओं की पत्नियों को इस व्रत को रखने का सुझाव दिया जिससे देवताओं की जीत और लंबी उम्र सुनिश्चित हो सके। माना जाता है कि तभी से करवा चौथ के इस अति शुभ व्रत की शुरुआत हुई है। (यहाँ क्लिक करें और जानें आज पूजा के लिए मिलेगा कितना समय)

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.