वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह को देवताओं का गुरु माना जाता है जो एक लाभकारी ग्रह माने गए हैं। इन्हें ज्ञान के कारक ग्रह कहा जाता है और ऐसे में, बृहस्पति ग्रह जब अपनी चाल, स्थिति, दशा या राशि में बदलाव करते हैं, तो इसे एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है। बता दें कि गुरु ग्रह का गोचर लगभग एक साल बाद होता है जिसका प्रभाव मनुष्य समेत सभी राशियों पर पड़ता है। यह हम सभी जानते हैं कि बृहस्पति ग्रह वृषभ राशि में मौजूद हैं और अब यह अपना नक्षत्र परिवर्तन करने जा रहे हैं। एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग में आपको गुरु के मृगशिरा नक्षत्र में गोचर के बारे में समस्त जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही, बृहस्पति देव का यह गोचर किन राशियों के लिए शुभ परिणाम लेकर आएगा, इससे भी हम आपको रूबरू करवाएंगे।
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देवताओ के गुरु के नाम से विख्यात बृहस्पति विवेक, बुद्धि, सौभाग्य, पारिवारिक सुख, सौभाग्य, धन-वैभव और ज्ञान के कारक ग्रह हैं। नवग्रह में गुरु ग्रह को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि इन्हें एक राशि से दूसरी राशि में जाने में एक साल का समय लगता है। इस प्रकार, गुरु ग्रह को राशि चक्र का अपना चक्कर पूरा करने से लगभग 12 साल लगते हैं। ऐसे में, गुरु देव के गोचर के साथ-साथ नक्षत्र परिवर्तन को भी विशेष माना जाता है। गुरु महाराज जो अब रोहिणी नक्षत्र में उपस्थित हैं, वह अगस्त के महीने में अपना नक्षत्र गोचर करके मृगशिरा नक्षत्र में जा रहे हैं। चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं गुरु का मृगशिरा नक्षत्र में गोचर कब और किस समय होगा।
गुरु ग्रह का मृगशिरा नक्षत्र में गोचर: तिथि एवं समय
बृहस्पति देव वर्तमान समय में वृषभ राशि में और रोहिणी नक्षत्र में विराजमान हैं। यह शुक्र देव के नक्षत्र में 13 जून 2024 से मौजूद हैं और अब गुरु बृहस्पति 20 अगस्त 2024 की शाम 05 बजकर 22 मिनट पर मृगशिरा नक्षत्र में गोचर करने वाले हैं। बता दें कि यह मृगशिरा नक्षत्र में 28 नवंबर तक रहेंगे और इसके बाद, गुरु ग्रह वृषभ राशि में रहते हुए वक्री हो जाएंगे और वक्री गति में ही एक बार फिर से रोहिणी नक्षत्र में गोचर कर जाएंगे।
बात करें मृगशिरा नक्षत्र की, तो सभी 27 नक्षत्रों में से मृगशिरा नक्षत्र पांचवें स्थान पर आता है और इस नक्षत्र के स्वामी ग्रह युद्ध के देवता मंगल महाराज हैं। मृगशिरा नक्षत्र को मृगाशिर और मृगशीर्ष के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में, गुरु ग्रह मंगल देव के स्वामित्व वाले नक्षत्र मृगशिरा में प्रवेश करेंगे, तब कुछ राशियों के जातकों को विशेष लाभ प्रदान करेंगे। आइए जानते हैं कौन सी हैं वह राशियां।
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मृगशिरा नक्षत्र में गोचर से इन राशियों के धन-समृद्धि एवं मान-सम्मान में होगी तरक्की
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए गुरु का नक्षत्र गोचर बेहद शुभ रहेगा क्योंकि मृगशिरा नक्षत्र में बृहस्पति देव का गोचर आपकी राशि के दूसरे भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता की प्राप्ति होगी और साथ ही, आपको अच्छा-खासा धन लाभ प्राप्त होगा। इस राशि वालों को हर कदम पर भाग्य का साथ मिलेगा जिसके चलते आप हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल करने में सक्षम होंगे। आपको आय के नए स्रोत मिलने के मार्ग खुलेंगे और जो जातक विदेश जाने के इच्छुक हैं, तो अब उनका यह सपना सच हो सकता है। नौकरीपेशा जातकों को कार्यक्षेत्र में अपने बेहतरीन काम के लिए सराहना मिलेगी।
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इसके विपरीत, मेष राशि के जो लोग नई नौकरी की तलाश में हैं, उन्हें कुछ सुनहरे अवसर मिल सकते हैं जिसकी वजह से आप खुश दिखाई देंगे। अगर आप व्यापार करते हैं, तो आपको पर्याप्त मात्रा में लाभ मिलने के योग बनेंगे। यदि आप कोई नए बिजनेस की शुरुआत करने के बारे में सोच रहे हैं, तो अब आप इस दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। इन जातकों की आर्थिक स्थिति मज़बूत रहेगी और आपका व्यापार विदेश में अच्छा प्रदर्शन करेगा। इस वजह से आप अपार पैसा कमाने में सफल रहेंगे। इन लोगों को अपने पार्टनर के साथ कीमती समय बिताने का मौका मिलेगा।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए बृहस्पति महाराज का नक्षत्र परिवर्तन शानदार रहेगा क्योंकि गुरु ग्रह का मृगशिरा नक्षत्र में गोचर आपकी राशि के ग्यारहवें भाव में होगा। कुंडली में ग्यारहवां भाव आय और लाभ का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, बृहस्पति देव का गोचर मंगल के मृगशिरा नक्षत्र में होने से यह आपको अचानक से धन लाभ प्रदान करेंगे। इस दौरान आप जो भी काम करेंगे, उसके बल पर आप समाज में एक अलग पहचान बनाने में सफल होंगे। इन जातकों का जीवन ख़ुशियों से भरा रहेगा।
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बीते समय में आपके द्वारा किए गए निवेशों से आपको अच्छे रिटर्न की प्राप्ति होगी। कर्क राशि के जातकों को करियर के क्षेत्र में पदोन्नति मिलने के योग बनेंगे। साथ ही, आपके वेतन में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह इस दौरान अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देंगे और ऐसे में, आपको आय में वृद्धि के नए स्रोत प्राप्त होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी और आप भविष्य के लिए बचत करने में भी सक्षम होंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह समय आपके लिए उत्तम रहेगा।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए भी बृहस्पति महाराज का नक्षत्र परिवर्तन फलदायी साबित होगा। बता दें कि गुरु का मृगशिरा नक्षत्र में गोचर आपकी राशि के सातवें भाव में होगा। ऐसे में, यह जातक दोस्तों और परिवार वालों के साथ यादगार समय बिताते हुए दिखाई देंगे। इस दौरान आप कुछ नए दोस्त बनाएंगे और साथ ही, आपके किसी ट्रिप पर जाने की संभावना है जो कि आपके लिए यादगार रहेगा। करियर को देखें, तो वृश्चिक राशि वालों को कार्यक्षेत्र में अपने वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा और काम में की गई कड़ी मेहनत के बल पर आप अपनी एक अलग पहचान बनाने में सक्षम होंगे।
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जो जातक खुद का व्यापार करते हैं, वह इस अवधि में खूब लाभ कमाएंगे। साथ ही, आपके लिए एक नए व्यापार की शुरुआत करना लाभकारी रहेगा। आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहेगी क्योंकि आपको अपार लाभ की प्राप्ति होगी। वहीं, वृश्चिक राशि वालों का स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा और आपको छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं के अलावा कोई बड़ी समस्या परेशान नहीं करेगी।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर 1. ज्योतिष में मृगशिरा नक्षत्र विदेश यात्रा और व्यापार आदि से संबंधित है इसलिए इस नक्षत्र को नया व्यापार शुरू करने के लिए शुभ माना जाता है।
उत्तर 2. धन से संबंधित मामलों के लिए पुष्य नक्षत्र सबसे शुभ माना गया है।
उत्तर 3. वर्तमान समय मेंगुरु ग्रह रोहिणी नक्षत्र में मौजूद हैं।
उत्तर 4. मृगशिरा नक्षत्र के अधिपति देव मंगल ग्रह हैं।