सनातन धर्म का एक महीना फाल्गुन है, जिसे हिंदू कैलेंडर में फाल्गुन मास कहा जाता है। विक्रम संवत के अनुसार 12 महीने होते हैं और फाल्गुन हिंदू कैलेंडर में साल का आखिरी महीना होता है। फरवरी और मार्च के महीने ग्रेगोरियन कैलेंडर में हैं। इसके बाद चैत्र का महीने की शुरुआत होती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक मास का अपना विशेष महत्व होता है, इस प्रकार फाल्गुन मास का भी अपना महत्व है। फाल्गुन मास से ग्रीष्म ऋतु का आगमन होने लगता है। सनातन धर्म में महीने में बदलाव चंद्र चक्र पर निर्भर करता है। चंद्रमा जिस नक्षत्र में स्थित होता है, उसी नक्षत्र के आधार पर उस मास का नाम रखा जाता है।
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फाल्गुन मास की पूर्णिमा को चंद्रमा फाल्गुनी नक्षत्र में रहता है, इसलिए इस मास को फाल्गुन मास कहा जाता है। फाल्गुन मास से धीरे-धीरे गर्मियां शुरू होने लगती है। सनातन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार होली और महाशिवरात्रि फाल्गुन के महीने में आता है। कहा जा सकता है कि होली के पर्व के साथ ही एक सौर वर्ष का समापन होता है। सौर धार्मिक कैलेंडर में, फाल्गुन का महीना सूर्य के मीन राशि में गोचर के साथ आरंभ होता है।
एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग में हम फाल्गुन मास से जुड़ी तमाम रोचक जानकारी आपको विस्तार से बताएंगे, जैसे कि इस माह के दौरान से तीज व त्योहार आएंगे? इस माह में कौन-कौन से उपाय लाभकारी होंगे? इस माह का धार्मिक महत्व क्या है? और इस मास में जातकों को किन बातों का विशेष ध्यान देना चाहिए और किन चीज़ों का दान करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए और क्या करना चाहिए? आदि ऐसी ही कई जानकारियां यहां हम आपको प्रदान करेंगे इसलिए ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़ें।
फाल्गुन मास 2024: तिथि
फाल्गुन माह का आरंभ 25 फरवरी 2024 रविवार को होगा जिसकी समाप्ति 25 मार्च 2024 सोमवार को हो जाएगी। फाल्गुन मास में भगवान शंकर के अलावा माता सीता, भगवान कृष्ण, माता लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करने से भी शुभ फल की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यता है कि इस माह सभी देवी देवताओं की आराधना करने से हर समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है और व्यक्ति को सुख-समृद्धि व ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
फाल्गुन मास का महत्व
सनातन धर्म में फाल्गुन मास का बहुत अधिक महत्व है क्योंकि इस महीने में कई बड़े तीज त्योहार आते हैं। इस महीने का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह महीना श्री हरि भगवान विष्णु और भगवान शिव को समर्पित है। माना जाता है कि इस माह में भगवान विष्णु व भगवान शिव की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है। फाल्गुन मास में ही शिव भक्तों का सबसे बड़ा त्योहार महाशिवरात्रि मनाया जाता है। वहीं शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को भगवान विष्णु से संबंधित त्योहार आमलकी एकादशी का व्रत किया जाता है। इसके अलावा, इसी माह के आखिरी में हिंदू धर्म का सबसे बड़ा त्योहार होली भी मनाई जाती है, जिसे पूरे देश में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, फाल्गुन माह में ही चंद्रदेव का जन्म हुआ था इसलिए इस माह में चंद्रदेव की पूजा करना बेहद लाभकारी माना जाता है। इस महीने दान-पुण्य करना फायदेमंद साबित होता है। गरीब और जरूरतमंद लोगों को अपनी योग्यता के अनुसार शुद्ध घी, सरसों का तेल, अनाज, वस्त्र आदि दान करना शुभ होता है। इससे पुण्य फल की प्राप्ति होती है और साथ ही पितरों की आत्मा को शांति भी मिलती है।
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फाल्गुन मास में आने वाले प्रमुख व्रत-त्योहार
फाल्गुन मास यानी कि 25 फरवरी 2024 से 25 मार्च 2024 के दौरान हिन्दू धर्म के कई प्रमुख व्रत-त्योहार आने वाले हैं, जो कि इस प्रकार हैं:
दिनांक | दिन | व्रत त्योहार |
28 फरवरी 2024 | बुधवार | संकष्टी चतुर्थी |
06 मार्च 2024 | बुधवार | विजया एकादशी |
08 मार्च 2024 | शुक्रवार | महाशिवरात्रि, प्रदोष व्रत (कृष्ण), मासिक शिवरात्रि |
10 मार्च 2024 | रविवार | फाल्गुन अमावस्या |
14 मार्च 2024 | गुरुवार | मीन संक्रांति |
20 मार्च 2024 | बुधवार | आमलकी एकादशी |
22 मार्च 2024 | शुक्रवार | प्रदोष व्रत (शुक्ल) |
24 मार्च 2024 | रविवार | होलिका दहन |
25 मार्च 2024 | सोमवार | होली, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत |
फाल्गुन मास में जन्म लेने वाले लोगों के गुण
कोई भी व्यक्ति जिस महीने में जन्म लेता है उस महीने की गहरी छाप उसके व्यक्तित्व पर दिखाई देती है। इसी क्रम में फाल्गुन मास में पैदा हुए बच्चों के अंदर भी कई गुण देखने को मिलते हैं। ये लोग शुक्ल वर्ण वाले होते हैं और दूसरों का उपकार करने वाले भी होते हैं। इनके पास धन की कोई कमी नहीं होती है और हमेशा ही सुखी जीवन जीते हैं। इन्हें घूमना फिरना पसंद होता है और ये हमेशा विदेश यात्रा करने वाले होते हैं। फाल्गुन के महीने में जन्म लेने वाले लोग विश्वसनीय, उदार और प्रेमी होते हैं। ये देखने में भी काफी सुंदर और आकर्षित होते है। साथ ही लोगों के बीच काफी पसंद किए जाते हैं। ये लोग काफी मिलनसार होते हैं और अपने मित्रों व परिवार के साथ यात्रा करना पसंद करते हैं। इनका यही घुमक्कड़ी शौक इनको प्रकृति और एडवेंचर के काफी करीब ले जाता है। ये अपने लक्ष्य के प्रति बहुत अधिक समर्पित होते हैं और लक्ष्य को पूरा करके ही रहते हैं। ये लोग अपने काम को बेहतर और अनुठे तरह से करना पसंद करते है और ये खूबी इनको अपने काम में बहुत अधिक आगे ले जाती है। इस वजह से हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं।
इनके अंदर इंट्यूशन पॉवर बहुत ज्यादा होती है और आने वाली चुनौतियों और समस्याओं के बारे में जल्द ही निर्णय लेते हैं और उनसे बच निकलते हैं। ये दिखने में जितने भी साधरण हों लेकिन इनके विचार काफी गहरे होते है, यही वजह से कि ये अपने कोई भी फैसले जल्दबाजी में न लेकर बड़े ही सोच समझकर लेते हैं। इनके प्रेम जीवन की बात करें तो ये जल्द ही किसी को पसंद नहीं करते, इसके लिए भी ये समय लेते हैं। ये अपने पार्टनर को हमेशा खुश रखने की कोशिश करते हैं और उनकी परेशानियों में साथ खड़े रहते हैं। यदि इनका रिलेशनशिप सफल भी न हो पाए तो ये पार्टनर के साथ एक मित्र और शुभचिंतक के रूप में संबंध बनाए रखने का प्रयास करते हैं और हमेशा अपने दिल के करीब रखते हैं क्योंकि ये दुश्मनी करने से बचते हैं। ये लोग कमिटमेंट के पक्के होते हैं इसलिए पार्टनर के साथ इनकी खूब जमती है।
फाल्गुन मास में दान का महत्व व किन चीज़ों का करना चाहिए दान
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, साल का आखिरी महीना यानी फाल्गुन के महीने का विशेष महत्व है और इस दिन दान-पुण्य करना बेहद फायदेमंद माना जाता है। माना जाता है कि इस माह में अपनी क्षमता से गरीब व जरूरतमंदों को दान करना चाहिए और पितरों का तर्पण आदि करना चाहिए। ऐसा करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और वे आपको आशीर्वाद देते हैं। नारद पुराण के अनुसार, इस महीने को मन्वादि तिथि भी कहा जाता है, यानी इस दिन दिया गया दान बहुत ही खास माना जाता है।
इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करना भी फायदेमंद होता है। शास्त्रों के अनुसार, इस माह के दौरान अन्न, जल, स्वर्ण या कपड़े का दान देने की परंपरा है। फाल्गुन मास में शुद्ध घी, तिल, सरसों का तेल, मौसमी फल आदि का दान अत्यंत ही पुण्य फल प्रदान करने वाला माना गया है। मान्यता है कि इस माह में इन चीज़ों के दान से अक्षय पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण भी अवश्य करें। ऐसा करने से जीवन से सभी दोष दूर हो जाते हैं।
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फाल्गुन मास में कृष्ण पूजा का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, फाल्गुन मास में कृष्ण भक्ति का विशेष और बेहद खास महत्व है। माना जाता है कि जो व्यक्ति इस महीने भगवान श्री कृष्ण के तीन स्वरूप अर्थात बाल कृष्ण, युवा कृष्ण एवं गुरु कृष्ण की विधि-विधान से पूजा की जाए तो सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। जो लोग संतान सुख प्राप्ति की कामना कर रहे हैं, उन्हें इस दिन कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा करनी चाहिए। जो लोग शादीशुदा हैं, उन्हें अच्छा जीवन व्यतीत करने के लिए भगवान श्री कृष्ण की पूजा अवश्य करनी चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से रिश्ते मधुर रहते हैं। इसके अलावा, जो लोग गुरु कृष्ण की विधि-विधान से पूजा करते हैं, उन्हें मोक्ष एवं वैराग्य की प्राप्ति होती है।
फाल्गुन मास के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
फाल्गुन मास में कई धार्मिक त्योहार भी आते हैं और इस दौरान मौसम में भी बदलाव देखने को मिलता है। ऐसे में शास्त्रों में कई नियम हैं, जिसका इस दौरान अवश्य पालन करना चाहिए। ऐसा करने से मन और स्वास्थ्य दोनों ही अच्छा रहता है। तो आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में।
- इस माह में गेहूं आदि अनाज नहीं खाना चाहिए। कोशिश करना चाहिए कि इसके बजाय मोटा अनाज या फलाहार भोजन ही करें।
- इस मौसम में एकदम से गर्म या ठंड़ी तासीर वाली चीजें नहीं खानी चाहिए। ऐसे करने से आपका स्वास्थ्य खराब होने की संभावना होती है। जहां तक संभव हो इस मौसम में फल व पौष्टिक आहार का ही सेवन करें।
- संभव हो तो इस पूरे माह रंग बिरंगे व साफ वस्त्र धारण करें।
- परफ्यूम या इत्र आदि इस्तेमाल करें। यदि चंदन की ख़ुशबू का इस्तेमाल करते हैं तो और भी अच्छा रहेगा।
- इस दौरान नशीले पदार्थों से दूर रहें।
- फाल्गुन माह में महाशिवरात्रि आती है और ऐसे में, यह शिव भक्तों के लिए विशेष महत्व का माह है। इसके साथ ही होली भी आती है। अत: इस पूरे महीने में अंडे, मांस व मछली जैसे तामसिक भोजन से दूर रहना चाहिए।
- इस महीने प्रतिदिन भगवान पूरी श्रद्धा भाव से श्रीकृष्ण की पूजा करनी चाहिए और उन्हें फूल अर्पित करना चाहिए।
फाल्गुन मास के कुछ आसान उपाय
मानसिक तनाव से छुटकारा पाने के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि एक व्यक्ति मानसिक तनाव से घिरा है या परेशान है तो उसे फाल्गुन मास में प्रतिदिन भगवान श्री कृष्ण की उपासना करनी चाहिए। साथ ही, नहाने से पहले पानी में सुगन्धित पदार्थ जैसे गुलाब की पत्तियां, गुलाब जल या इत्र मिलाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति मानसिक तनाव से छुटकारा पा लेता है।
स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए
यदि आप पहले किसी समस्या से जूझ रहे हैं या किसी दीर्घकालिक बीमारी से परेशान हैं तो इस दौरान भगवान शिव की उपासना करनी चाहिए। साथ ही, सफेद चंदन मस्तक पर जरूर लगाना चाहिए व भगवान शिव को अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति कई रोगों से छुटकारा पा सकता है।
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आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए
यदि आप आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं या धन को लेकर आपको हानि का सामना करना पड़ रहा है तो फाल्गुन मास के दौरान मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें और उन्हें लाल गुलाब का फूल अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति धन से संबंधित समस्याओं से मुक्ति पा सकता है।
सुख-समृद्धि के लिए
घर में सुख-समृद्धि के लिए व जीवन की सभी चुनौतियों को पार करने के लिए ‘ॐ सों सोमाय नमः’ मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। ऐसा करने से आपको बहुत अधिक लाभ होगा और आप सभी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
कुंडली में चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करने के लिए
फाल्गुन मास में चंद्र देव की पूजा का भी विशेष महत्व है क्योंकि इस मास में चंद्र देव का जन्म हुआ था। यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा स्थिति कमजोर है या फिर आप दुर्बल चंद्रमा के कारण परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो फाल्गुन मास के दौरान सफेद रंग की वस्तुओं जैसे सफेद फूल, दही, सफेद शंख, चीनी, चावल, सफेद चंदन, सफेद कपड़े आदि चीज़ों का दान जरूर करें। ऐसा करने से कुंडली में चंद्रमा मजबूत होंगे और आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
चंद्रदेव के शुभ प्रभाव पाने के लिए
फाल्गुन मास के दौरान चंद्र देव के उत्तम फल प्राप्त करने के लिए प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए और व्रत रखना चाहिए। ऐसा करने से आपको मानसिक शांति मिलेगी और साथ ही आपका गुस्सा भी नियंत्रण में रहेगा।
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फाल्गुन मास 2024: राशिनुसार उपाय
फाल्गुन मास के दौरान कुछ राशिनुसार उपाय करके आप जीवन में तरक्की हासिल कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
मेष राशि
फाल्गुन मास के दौरान मेष राशि के जातकों को घर से निकलने से पहले चीनी डालकर पानी पीना चाहिए और साथ ही, अपनी माता जी सेवा करनी चाहिए व उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों को इस दौरान घर के ईशान कोण में घी का दीपक जलाना चाहिए और साथ ही, रोजाना कनकधारा स्तोत्र का जाप करना चाहिए।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों को फाल्गुन मास में प्रतिदिन गरीब व जरूरतमंदों को दही व दूध चढ़ाना चाहिए और रोजाना भगवान शिव को जल चढ़ाना चाहिए।
कर्क राशि
इस राशि के जातकों को चंद्रमा की रोशनी में बैठकर फाल्गुन मास में प्रतिदिन चंद्र देव के मंत्रों का 108 बार जाप करना चाहिए और साथ ही, दूध व दही का जरूरतमंदों को दान करना चाहिए।
सिंह राशि
सिंह राशि वाले जातकों को पानी में थोड़ा सा गुड़ डालकर सूर्य देव को अर्पित करना चाहिए और साथ ही, प्रतिदिन माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए।
कन्या राशि
इस प्रतिदिन गायों को हरी पत्तेदार सब्जियां खिलाएं। प्रतिदिन माँ लक्ष्मी की पूजा करें और उन्हें लाल रंग फूल चढ़ाएं।
तुला राशि
तुला राशि वाले जातकों को इस दौरान सफेद रंग के कपड़े पहनने चाहिए और साथ ही, नित्य भगवान शिव की उपासना करनी चाहिए।
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वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों को फाल्गुन मास के दौरान पानी में 2 चम्मच कच्चा दूध मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए। इसके साथ ही, चंद्र देव के मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए।
धनु राशि
इस राशि के जातकों को इस माह के दौरान प्रतिदिन तुलसी की पूजा करनी चाहिए और रोजाना एक पत्ते का सेवन करना चाहिए।
मकर राशि
मकर राशि वाले जातकों को फाल्गुन मास के दौरान अपनी माता जी की देखभाल करनी चाहिए। साथ ही, माता लक्ष्मी को लाल रंग के फूल चढ़ाकर विधिवत पूजा करनी चाहिए।
कुंभ राशि
इस राशि के जातकों को प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए और शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए इस मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र- ऊँ नमः शिवाय। इसके अलावा, गरीब व जरूरतमंदों को काले रंग के कपड़े दान करना चाहिए।
मीन राशि
इस दिन गरीबों को या फिर मंदिर में सफेद चंदन, घी, दूध और दही आदि का दान करें। प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का जाप करें। इसके आलाव, रोजाना अपने माथे पर सफेद केसर का तिलक लगाएं।
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