बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: इन 3 राशियों को फूंक-फूंक कर रखना होगा कदम!

एस्ट्रोसेज अपने पाठकों के लिए विशेष रूप से “बुध का वृश्चिक राशि में गोचर” का यह ब्लॉग लेकर आया है जिसमें आपको बुध गोचर से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी जैसे कि तिथि, समय आदि। बता दें कि बुध ग्रह को नवग्रहों में राजकुमार का दर्जा प्राप्त है और यह मनुष्य जीवन को अत्यधिक प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। अब 29 अक्टूबर 2024 को बुध का वृश्चिक राशि में गोचर होने जा रहा है। इस ब्लॉग में हम आपको अवगत करवाएंगे कि बुध का यह गोचर विश्व सहित सभी राशियों को किस तरह से प्रभावित करेगा। 

यह भी पढ़ें: राशिफल 2025

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

वैदिक ज्योतिष में बुध महाराज को देवताओं के दूत कहा जाता है। राशि चक्र में इन्हें कन्या और मिथुन राशि पर स्वामित्व प्राप्त है। सौरमंडल में बुध ग्रह सूर्य के सबसे निकट स्थित है और इन्हें भारतीय मान्यताओं में बुद्धि के कारक ग्रह माना जाता है। किसी व्यक्ति के जीवन में बुध चतुरता, और ह्यूमर का प्रतिनिधित्व करता है। हालांकि, बुध एक लाभकारी ग्रह है, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में अशुभ होकर नकारात्मक फल देने लगता है। कुंडली में मज़बूत बुध जहां तेज़ बुद्धि को दर्शाता है,लेकिन फिर भी कभी-कभार जातकों को महत्वपूर्ण फैसले लेने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है।

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: समय 

बुध देव वृश्चिक राशि में 29 अक्टूबर 2024 की रात 10 बजकर 24 मिनट पर प्रवेश कर जाएंगे। हालांकि, बुध महाराज की वृश्चिक राशि में उपस्थिति को ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इस राशि के स्वामी ग्रह मंगल हैं जिन्हें बुध ग्रह का शत्रु माना जाता है। इसके परिणामस्वरूप, वृश्चिक राशि में बुध की मौजूदगी राशि चक्र की कुछ राशियों के लिए दुख और कष्ट लेकर आ सकती है। आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस लेख की और जानते हैं कौन सी हैं वह राशियां। 

बुध वृश्चिक राशि में: विशेषताएं

जब बुध ग्रह वृश्चिक राशि में विराजमान होते हैं, तो जातकों का सारा ध्यान रिसर्च करने में होता है। साथ ही, यह आपको अपने विश्वास या मत को लेकर अडिग बनाने का काम करते हैं। एक तरफ, वृश्चिक राशि आपको बातों या चीज़ों को छुपाने के लिए प्रेरित करती है, तो वहीं बुध ग्रह अभिव्यक्ति का ग्रह है।  ऐसे में, जब बुध वृश्चिक राशि में मौजूद होते हैं, तब आपके चेहरे के भाव से कोई आपके मन की बात नहीं जान सकता है क्योंकि सब कुछ वैसा नहीं होता है जैसा आपके चेहरे से दिखाई दे रहा होता है। 

वृश्चिक राशि में बुध की उपस्थिति आपको नए-नए आविष्कार करने वाला, रहस्यवादी, रिसर्चर, वैज्ञानिक और जासूस बनाने का काम करती है। लेकिन, बुध के इस राशि में नकारात्मक होने पर यह आपको चोर, हैकर या मनोरोगी भी बना सकती है। साथ ही, ऐसी स्थिति में व्यक्ति खतरनाक और रहस्यमयी बनता है और अगर कोई अशुभ ग्रह इस स्थिति को प्रभावित करने लगता है, तो हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: इन राशियों को करेगा नकारात्मक रूप से प्रभावित 

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए बुध महाराज का गोचर आपके आठवें भाव में होने जा रहा है जो कि आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। कुंडली में यह भाव गूढ़ विज्ञान, अचानक से होने वाली घटनाओं, लंबी आयु और रहस्य आदि का होता है। बता दें कि आपके आठवें भाव में बुध ग्रह की स्थिति को ज्यादा अच्छा नहीं माना जा सकता है और इस गोचर के दौरान इनका वक्री होना परिस्थितियों को बद से बदतर बनाने का काम कर सकता है। ऐसे में, आपकी बातचीत का तरीका वाद-विवाद या मतभेदों की वजह बन सकता है। 

इन जातकों के आठवें भाव में बुध महाराज का गोचर होने से आपकी पुरानी स्वास्थ्य समस्याएं फिर से उभरकर सामने आ सकती हैं जैसे कि त्वचा या फिर गले से जुड़ी कोई स्वास्थ्य समस्या आदि। इस तरह के रोग एकदम से लौटकर आने से आप मानसिक रूप से परेशान नज़र आ सकते हैं।  

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए बुध महाराज आपकी कुंडली में शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतियोगिता और मामा के भाव यानी कि छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। बता दें कि बुध देव आपके लग्न भाव और चौथे भाव के भी अधिपति देव हैं। ऐसे में, बुध का वृश्चिक राशि में गोचर होने से आपको बेहद सावधान रहना होगा क्योंकि इस अवधि को आपकी माता की सेहत के लिए या फिर आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है। इसके परिणामस्वरूप, आपके दवाइयों पर होने वाले खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। 

सिर्फ इतना ही नहीं, बुध के वृश्चिक राशि में प्रवेश के दौरान आपको घर-परिवार में कलह या फिर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आप और आपकी माता मामा से मिलने के लिए जा सकते हैं। करियर के क्षेत्र में आपका सारा ध्यान रोज़मर्रा के कामों पर होगा। किसी समारोह में लोगों से मिलना आपके तनाव को कम करने में सहायक सिद्ध होगा। इसके विपरीत, कार्यस्थल में आप ऊर्जावान बने रहेंगे और आप अच्छे से जानते होंगे कि अपने लक्ष्यों को सही तरीके से किस तरह से पूरा करना होगा। जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें किसी भी तरह का जोखिम न उठाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान आपको नुकसान होने की प्रबल संभावना है। 

कुंडली में राजयोग कबसे? राजयोग रिपोर्ट से जानें जवाब

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के बारहवें भाव में बुध ग्रह गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में इस भाव का संबंध विदेश, आइसोलेशन, अस्पताल, खर्चों और मल्टीनेशनल कंपनियों से होता है। जैसे कि बुध देव आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब इनकी बारहवें भाव में मौजूदगी आपको करियर में विदेश से जुड़े अवसर प्रदान करेगी, लेकिन इस राह में आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बुध महाराज आपके लिए मारक ग्रह भी हैं और साथ ही, इन्हें केन्द्राधिपति दोष भी लग रहा है।  

हालांकि, वृश्चिक राशि में बुध के बैठे होने से आपकी आय में वृद्धि होगी, लेकिन यह आपके सभी खर्चों को पूरा नहीं कर पाएगी और ऐसे में, आपको अपनी बचत का एक बड़ा हिस्सा इस्तेमाल करना पड़ सकता है। इस अवधि में जितना हो सके, उतना मेडिकल से जुड़ी समस्याओं से दूर रहें क्योंकि यह गंभीर रूप धारण कर सकती है। इसके अलावा, सातवें भाव के स्वामी के रूप में बुध के बारहवें भाव में जाने से आपके पार्टनर को घबराहट और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकते हैं। 

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: इन राशियों को मिलेंगे शुभ परिणाम 

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब बुध देव का वृश्चिक राशि में गोचर आपके सातवें भाव में होने जा रहा है जो कि जीवनसाथी और बिज़नेस पार्टनरशिप का भाव होता है। ऐसे में, यह समय रिश्ते को शादी में बदलने के लिए शानदार रहेगा। बुध के वृश्चिक राशि में प्रवेश के दौरान आप साथी से शादी करने के लिए कह सकते हैं और उन्हें अपने परिवार से मिलवा भी सकते हैं। साथ ही, शादी की तारीख भी तय कर सकते हैं।    

इस राशि के विवाहित जातक अपने शादीशुदा जीवन की फिर से एक नई शुरुआत करने में सक्षम होंगे। अगर रिश्ते में पहले से कोई समस्या चल रही है, तो अब बुध के वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान आप इन समस्याओं को बातचीत की मदद से सुलझाने की दिशा में मिलकर काम कर सकेंगे। 

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो कि धन और लाभ का भाव होता है। अब यह गोचर करके आपके चौथे भाव में विराजमान होंगे और कुंडली में चौथा भाव माता, घर, कार और संपत्ति आदि का प्रतिनिधित्व करता है। बता दें कि बुध महाराज आपके धन भाव को भी नियंत्रित करते हैं और ऐसे में, चौथे भाव में इनकी मौजूदगी आपको धन निवेश करने के लिए प्रेरित करेगी। 

संभावना है कि बुध का वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान आप घर या वाहन को बेहतर बनाने के लिए कोई नई खरीदारी कर सकते हैं या फिर पार्टी या पूजा का आयोजन कर सकते हैं जिसमें दोस्तों या परिवार हिस्सा ले सकते हैं। इसके अलावा, बुध आपके चौथे भाव में बैठकर दसवें भाव को देख रहे होंगे और इसे आपके करियर के लिए बहुत अच्छा कहा जाएगा, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो रियल एस्टेट इंडस्ट्री में काम करते हैं या रियल एस्टेट ब्रोकर के रूप में कार्यरत हैं। 

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं और कुंडली में इस भाव का संबंध बड़े भाई-बहन एवं इच्छाओं से होता है। बता दें कि अब बुध 29 अक्टूबर को वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में, प्रतियोगी परीक्षा या फिर अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले छात्रों को पढ़ाई में अपने समर्पण और कड़ी मेहनत का फल मिलेगा। साथ ही, इस राशि के जो लोग नए व्यापार की शुरुआत करना चाहते हैं या फिर किसी मकसद से धन प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें धन की प्राप्ति हो सकती है।

वृश्चिक राशि में बुध की उपस्थिति के दौरान आपको बड़े भाई-बहन, चाचा और सोशल नेटवर्क से सहायता की प्राप्ति होगी। इसके अलावा, यह जातक अपने काम को लेकर जो सोचते आ रहे होंगे, अब वह सब होता चला जाएगा। हालांकि, ग्यारहवें भाव में बैठकर बुध की दृष्टि आपके शिक्षा के भाव अर्थात पांचवें भाव पर होगी और इसके फलस्वरूप, छात्रों के लिए इस समय को अनुकूल कहा जाएगा, विशेष रूप से उनके लिए जो राइटिंग, पब्लिक कम्युनिकेशन या कोई लैंग्वेज कोर्स की पढ़ाई कर रहे हैं। 

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: सरल एवं अचूक उपाय 

  • बुध ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें। 
  • किन्नरों का आदर करें और उनका आशीर्वाद लें। साथ ही, प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का जाप करें।
  • गरीब एवं जरूरतमंदों को हरी पत्तेदार सब्जियों का दान करें।
  • पक्षियों को भीगे हुए हरे चने खिलाएं।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: वैश्विक स्तर पर प्रभाव 

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह गोचर साइकोलॉजी, रिसर्च या अन्य क्षेत्रों में नौकरी के नए अवसर लेकर आ सकता है। पश्चिमी ज्योतिष की मानें तो, बुध की वृश्चिक राशि में स्थिति को साइकोलॉजी, निवेश, जर्नलिज्म या रिसर्च आदि क्षेत्रों में नौकरी के लिए शुभ कहा जाएगा। साथ ही, लोगों में ज्ञान प्राप्त करने के प्रति रुचि बढ़ेगी। 

अकादमिक, कॉमर्स एवं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी

  • बुध महाराज की यह स्थिति अकादमिक, कॉमर्स और इकोनॉमिक्स आदि क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए सहायक रहेगी।
  • वृश्चिक राशि में बुध के मौजूद होने से जातकों को प्रसिद्धि और समृद्धि की प्राप्ति होगी। इन जातकों को तुरंत लोकप्रियता मिलेगी। 
  • अगर आप टेक्नोलॉजी या आईटी के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको अच्छे पद मिलने के योग बनेंगे। 

रिसर्च एवं साइकोलॉजी

  • बुध का वृश्चिक राशि में गोचर को ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है, लेकिन यह साइकोलॉजी, रिसर्च एवं विज्ञान से जुड़े लोगों को बेहतरीन परिणाम दे सकती है।
  • केमिकल इंडस्ट्री में काम करने जातकों को बुध गोचर शुभ फल प्रदान करेगा।
  • पीएचडी की पढ़ाई कर रहे छात्रों का प्रदर्शन शानदार रहेगा और वह इसमें उत्कृष्टता हासिल कर सकेंगे।
  • इस दौरान डिटेक्टिव एजेंसी और इससे से जुड़े लोगों को लाभ की प्राप्ति होगी। 

आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: स्टॉक मार्केट रिपोर्ट 

हालांकि, बुध का वृश्चिक राशि में गोचर शेयर बाजार के लिए ज्यादा ख़ास नहीं रहने की आशंका है। बता दें कि 29 अक्टूबर 2024 को जब बुध वृश्चिक राशि में गोचर कर जाएंगे, तब आपको नवंबर के पहले हफ़्ते में बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। 

  • शेयर बाज़ार भविष्यवाणी  कहता है कि 03 नवंबर से बाजार धीरे-धीरे मंदी की तरफ बढ़ने लगेगा। 
  • बुध गोचर के दौरान मिश्रित परिणाम मिलने की वजह से शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि, मांग में वृद्धि होगी, लेकिन ग्राहकों की इच्छाओं में कमी आएगी। 
  • मंदी का यह दौर 16 नवंबर तक जारी रहेगा। लेकिन, इस दौरान इन्वेस्टर्स के लिए शेयर्स को कम कीमत पर खरीदना लाभदायक रहेगा।
  • वृश्चिक राशि में बुध की मौजूदगी होने से जातकों की पब्लिक सेक्टर, स्टील इंडस्ट्री, शिपिंग मिल्स, ऑटोमोबाइल कंपनी, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और लेदर आदि क्षेत्रों में शेयर खरीदने में रुचि बढ़ेगी। 
  • इस अवधि में आप बहुत कम समय में पैसा कमाने में सक्षम होंगे। 

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: इन खेल टूर्नामेंटों को करेगा प्रभावित

टूर्नामेंट स्पोर्ट तारीख़ 
डब्ल्यूटीए फाइनल्सटेनिस03 नवंबर 2024
लास वेगास ग्रैंड प्रिक्सटेनिस21 से 23 नवंबर, 2024

बुध के वृश्चिक राशि में गोचर को इस अवधि में होने वाले खेल टूर्नामेंट के लिए बहुत फलदायी कहा जाएगा क्योंकि वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं इसलिए यह खिलाड़ियों को आक्रामक और साहस प्रदान करेंगे। ऐसे में, इस दौरान खिलाड़ियों को और इस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को लाभ प्राप्त होगा। 

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. क्या बुध की वृश्चिक राशि में स्थिति अच्छी होती है?

वृश्चिक राशि में बुध ग्रह की स्थिति औसत मानी जाती है। 

2. बुध ग्रह के मित्र कौन हैं?

ज्योतिष में शनि और शुक्र को बुध का मित्र माना जाता है। 

3. वृश्चिक राशि में बुध ग्रह की विशेषता क्या है?

बुध की वृश्चिक राशि में मौजूदगी की वजह से इन लोगों का स्वभाव चतुराई और रहस्यमयी होता है जो इन्हें इन्वेस्टिगेटर या फिर साइकेट्रिस्ट बनाने का काम करता है क्योंकि इसमें दूसरों के बारे में जानने का विशेष गुण होता है।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.