बुध का मिथुन राशि में गोचर जल्द (02 जुलाई, 2022): प्रभाव एवं उपाय

एस्ट्रोसेज के इस लेख में आपको ‘बुध का मिथुन राशि में गोचर’ के बारे में जानकारी प्राप्त होगी, जो 2 जुलाई, 2022 दिन शनिवार की सुबह 09 बजकर 40 मिनट पर होगा। चूंकि बुध अपनी ही राशि मिथुन में गोचर करने जा रहा है, इसलिए इसकी चाल महत्वपूर्ण मानी जा रही है। 

वैदिक ज्योतिष में बुध को संचार का कारक माना गया है और हम यह भलीभांति जानते हैं कि अपने दैनिक जीवन को बेहतर बनाने, आगे बढ़ाने और समृद्ध बनाने के लिए अच्छा संचार कौशल कितना ज़रूरी है। संचार के बिना हम इस दुनिया में किसी भी प्रकार के अंतिम परिणाम तक नहीं पहुंच सकते हैं, फिर वह चाहे करियर हो, आर्थिक जीवन हो या फिर कुछ भी।

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बुध का मिथुन राशि में गोचर

मिथुन स्त्री प्रकृति की राशि है, जिसका स्वामित्व बुध ग्रह को प्राप्त है और राशि चक्र में इसे तीसरे स्थान पर रखा गया है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जब कोई ग्रह अपनी स्वराशि में स्थित  होता है तो एक्सीलेंट अर्थात बहुत अच्छे परिणाम प्रदान करता है। इस स्थिति में जातक अपनी बुद्धि को तेज करने तथा महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सक्षम होता है।

इस गोचर के दौरान बुध और शुक्र की युति भी हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप बुद्धि और रचनात्मकता में वृद्धि होगी। बुध के इस गोचर काल में अधिक लाभ कमाने के लिए जातकों की रुचि शेयर मार्केट की ओर बढ़ सकती है। साथ ही ललित कला (फाइन आर्ट्स) और संगीत की ओर भी झुकाव बढ़ सकता है। इसके अलावा, कुछ विदेश यात्राएं संभव हो सकती हैं और जातकों के स्वभाव में मधुरता देखने को मिल सकती है। हालांकि बुध के सकारात्मक या नकारात्मक परिणाम कुंडली में इसकी स्थिति और जातक की दशा पर निर्भर करेंगे।

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जातकों पर बुध गोचर का प्रभाव

  • इस दौरान जातक अपने करियर में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। ऐसे में उनकी पदोन्नति होने की संभावना भी अधिक रहेगी।
  • खेल-कूद से जुड़े जातक इस दौरान बहुत बेहतरीन प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे।
  • इस गोचर के दौरान जातकों को अधिक यात्राएं करनी पड़ सकती हैं।
  • जातकों के अंदर अधिक से अधिक सीखने और अपने ज्ञान को बढ़ाने का उत्साह रहेगा।
  • इस दौरान जातकों को विदेश यात्रा करने के कई मौके मिलेंगे और इस तरह की यात्राएं लाभकारी साबित होंगी।
  • जो जातक ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं, उन्हें इस अवधि में अच्छा मुनाफ़ा प्राप्त होगा।

बुध के इस गोचर का भारत और विश्व पर प्रभाव

  • इस दौरान वैश्विक स्तर पर उच्च समृद्धि के योग बनेंगे।
  • भारत और दुनिया भर में संचार क्षेत्र को प्रमुखता मिलेगी और इसका विकास संभव होगा।
  • नए इनोवेशन और टेक्नोलॉजी को बढ़ावा मिलेगा।
  • भारत और दुनिया के बीच अच्छे संबंध स्थापित होंगे।
  • भारत और अन्य देशों के बीच नए टाई-अप और ओपनिंग संभव हो सकते हैं।
  • वैश्विक स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र का विकास संभव होगा।
  • वैश्विक स्तर पर कृषि के क्षेत्र में अच्छी प्रगति हो सकती है।
  • भारत दुनिया के कई देशों के साथ नई संधियां कर सकता है।
  • भारत और पड़ोसी देशों के बीच अच्छे राजनयिक संबंध स्थापित हो सकते हैं।
  • बुध का यह गोचर दुनिया भर में व्यापार संबंधी कई लंबित मुद्दों को हल करने में मदद करेगा।

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बुध का मिथुन राशि में गोचर: किसके लिए शुभ-अशुभ?

इन राशियों को मिलेंगे शुभ परिणाम:

सिंह: सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर आर्थिक रूप से लाभकारी साबित होगा। साथ ही वे अपनी इच्छाएं पूरी करने में भी सक्षम होंगे। इस दौरान जातकों का संचार कौशल बेहतर होगा, जिसके फलस्वरूप वे कई प्रकार की उपलब्धियां हासिल कर सकेंगे, जो भविष्य में फलीभूत होंगी। सिंह राशि के नौकरीपेशा जातकों को अपने करियर में प्रगति देखने को मिलेगी। साथ ही कुछ अच्छे व नए अवसर प्राप्त होंगे क्योंकि इस दौरान जातकों में निर्णय लेने की क्षमता भी बढ़ेगी।

कन्या: कन्या राशि के नौकरीपेशा जातकों को अपने कार्यस्थल पर प्रशंसा के साथ-साथ नौकरी में स्थिरता प्राप्त होगी। साथ ही जातक अपनी कड़ी मेहनत व समर्पण के बल पर पदोन्नति एवं अन्य पुरस्कार हासिल करने में सक्षम होंगे। जो जातक ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं, उन्हें नए व्यावसायिक उद्यम करने के मौके मिल सकते हैं।

मकर: इस दौरान नौकरीपेशा जातकों को अपने सभी प्रयासों में सफलता हासिल होगी। साथ ही वरिष्ठों द्वारा उनके अच्छे काम की सराहना की जाएगी। ऐसे में उनकी पदोन्नति होने के योग भी बनेंगे। आर्थिक रूप से देखा जाए तो इस गोचर काल में आय का प्रवाह अच्छा रहेगा। इसके अलावा ऋण और विरासत के माध्यम से आर्थिक लाभ प्राप्त होने के भी योग बन रहे हैं। 

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इन राशियों को मिल सकते हैं अशुभ परिणाम:

कर्क: आशंका है कि इस दौरान कर्क राशि के जातकों को यात्रा के समय धन हानि हो सकती है। करियर के लिहाज से आपके ऊपर काम का दबाव बढ़ सकता है। ऐसे में आपसे कुछ ग़लतियां भी हो सकती हैं, इसलिए सलाह दी जाती है कि इस गोचर काल में थोड़ा सतर्क रहें।

वृश्चिक: इस दौरान आपको अपने सभी प्रयासों में कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है, जिसके कारण आप मानसिक तनाव का शिकार हो सकते हैं। मानसिक तनाव होने के कारण आप कंधों और जोड़ों के दर्द से पीड़ित हो सकते हैं। संभव है कि इस गोचर काल में आप स्वभाव से थोड़ा भावुक हो जाएं और आपको अपने भविष्य की चिंता सताने लगे। ऐसे में आपको अपने करियर और आर्थिक मामलों के संदर्भ में थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। संकेत मिल रहे हैं कि इस दौरान आपके संबंध अपने परिवारजनों के साथ ख़राब भी हो सकते हैं।

धनु: धनु राशि के जो जातक वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं, वे इस दौरान पारिवारिक मुद्दों को लेकर जीवनसाथी के साथ बहस या विवाद कर सकते हैं। सलाह दी जाती है कि अपने वैवाहिक जीवन पर थोड़ा अधिक ध्यान दें और कोशिश करें कि मौजूद समस्याओं को प्रेमपूर्वक हल किया जाए। जो लोग ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं, उन्हें इस दौरान उम्मीद से कम लाभ प्राप्त हो सकता है। जो लोग साझेदारी में व्यवसाय चला रहे हैं, उन्हें इस दौरान अपने प्रतिस्पर्धियों से कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं नौकरीपेशा जातकों का जबरन तबादला किया जा सकता है। 

बुध ग्रह के शुभ परिणाम बढ़ाने के ज्योतिषीय उपाय

  • प्रतिदिन 27 बार “ॐ बुधाय नमः” का जाप करें।
  • बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए हवन करें।
  • प्रतिदिन 11 बार “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” का जाप करें।
  • प्रतिदिन भगवान विष्णु की पूजा करें।

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