लेखक आचार्या पारुल पिछले चार सालों से ज्योतिष के क्षेत्र से जुड़ी हैं। पढ़ाई में उन्होंने ग्रेजुएशन में बी.सी.ए. किया है और इंटरनेशनल बिज़नस में एम.बी.ए किया है। उन्होंने भारतीय विद्या भवन से ज्योतिष का कोर्स भी किया है। आचार्या पारुल को घर में ही ज्योतिष का वातावरण और कम उम्र से ही ज्योतिष सीखने का मौका मिला क्योंकि उनके पिता 25 सालों से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
वैदिक ज्योतिष और वास्तु- ये दो क्षेत्र हैं जिनमें उन्हें कुशलता हासिल है और इन दोनों क्षेत्रों में अपने ज्ञान के साथ लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए दिन रात प्रयासरत हैं।