13 मई से बुध का अस्त बढ़ाएगा इन 6 राशियों की मुश्किलें, चेक करें कही लिस्ट में आपकी राशि तो नहीं!

वैदिक ज्योतिष के दृष्टिकोण से वर्ष 2022 में मई का महीना विशेष महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि इस माह साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जो एक प्रमुख खगोलीय घटना है और इसका न केवल ज्योतिष में बल्कि सनातन धर्म में भी अधिक महत्व होता है।

इसके अलावा मई माह में बुध ग्रह की चाल में भी कई प्रकार के परिवर्तन देखने को मिलेंगे। जब भी कोई ग्रह अपना स्थान परिवर्तन करता है तो, उसका प्रभाव देश-दुनिया के साथ-साथ सभी राशियों पर भी निश्चित ही पड़ता है। ऐसे में आइये जानें इस माह बुध का परिवर्तन किसके लिए कितना कष्टदायक सिद्ध होगा। 

मई में बुध का बड़ा फेर-बदल 

  • वृषभ राशि में बुध वक्री : 10 मई 2022

ज्योतिष में बुध को लेखन, व्यापार, बुद्धि, कम्युनिकेशन, गणित आदि का कारक माना गया है। अब यही बुध 10 मई को शुक्र की वृषभ राशि में वक्री होते हुए अपनी उल्टी चाल चलेंगे। समस्त ग्रहों में बुध सबसे अधिक वक्री करते हैं। आमतौर पर एक वर्ष में वे 3 से 4 बार अपना वक्री करते हुए सभी राशियों को प्रभावित करते हैं। 

  • वृषभ राशि में बुध अस्त : 13 मई 2022 

अब 10 मई को वृष में बुध वक्री होने के बाद, 13 मई को उसी वृषभ राशि में अस्त हो जाएंगे। किसी ग्रह का अस्त होना उस स्थिति को कहते हैं, जब वे ग्रह सूर्य के बेहद नजदीक आ जाता है और इससे उस ग्रह का शुभ प्रभाव सूर्यदेव प्रभावित कर देते हैं। आमतौर पर बुध का अस्त होना शुभ फल प्रदान नहीं करता है। भारत के समय के अनुसार बुध ग्रह 13 मई की सुबह 12 बजकर 56 मिनट पर वृषभ राशि में अस्त होंगे और फिर इसी माह के अंत यानी 30 मई 2022 को वृषभ में ही अपनी सामान्य अवस्था में वापस आ जाएंगे। इससे कई राशियां प्रभावित होगी। 

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ज्योतिष में बुध ग्रह 

ज्योतिष शास्त्र में बुध समस्त सभी 12 राशियों में से मिथुन और कन्या राशि के स्वामी ग्रह होते हैं। चूंकि मिथुन और कन्या बुध ग्रह के स्वामित्व की राशियां हैं, इसलिए बुध का हर स्थान परिवर्तन सबसे अधिक इन दो राशियों को प्रभावित करता हैं। 

इसके अलावा बुध सबसे तेज गति से चलने वाला ग्रह माना गया है। जो किसी भी राशि में लगभग 23 दिनों तक रहता है। लेकिन कई बार कुछ ऐसी विशेष परिस्थितियां भी बन जाती हैं, जब बुध के गोचर की अवधि बढ़ जाती है। इस बार भी कुछ ऐसी ही स्थिति बनी है। इस दौरान 25 अप्रैल को बुध ने वृषभ राशि में प्रवेश किया, अब यहां वृषभ राशि में ये ग्रह 2 जुलाई तक मौजूद रहेगा। इस बीच बुध का 13 मई को अस्त भी होगा, जिसका मुख्यरूप से 6 राशियों पर नकारत्मक प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में उन्हें इस दौरान किन बातों को ध्यान रखना चाहिए, आइये जानते है:- 

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इन 6 राशियों के लिए कष्टदायक रहेगा बुध का अस्त 

मिथुन राशि:

मिथुन राशि के लिए बुध उनके बारहवें भाव में अस्त होंगे। जिसके परिणामस्वरूप करियर के लिहाज़ से आपको इस दौरान कई कठिनाइयों से दो-चार होना पड़ेगा। व्यापारी जातकों को शुरुआत से अपनी मेहनत जारी रखने की ज़रूरत होगी। यदि आप शादीशुदा हैं तो आपका अपने जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद संभव है। इसलिए हर परिस्थिति में आपको खुद को शांत रखने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य की बात करें तो आपको कोई संक्रमण भी परेशान करेगा, ऐसे में अपना अधिक ध्यान रखें। 

उपाय: बुधवार के दिन गौ सेवा करें और गाय को हरी घास या पालक खिलाएं।

कर्क राशि:

कर्क राशि के लिए बुध उनके ग्यारहवें भाव में अस्त हो रहे हैं। ऐसे में इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र पर कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि आशंका है कि आपके वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपके संबंध प्रभावित हो, जिससे आपको प्रमोशन मिलने में समय लग सकता है। व्यक्तिगत जीवन में भी परिवार के सदस्यों के साथ आपके रिश्तों में तनाव की स्थिति बनी रहेगी, जिससे आपके मानसिक तनाव में वृद्धि संभव है। स्वास्थ्य जीवन में भी आपको बदलते मौसम के साथ कुछ सर्दी-जुकाम जैसी छोटी-मोटी समस्या परेशान करेगी, इसलिए अच्छा खानपान लें और अपना ध्यान रखें। 

उपाय: बुधवार के दिन हरे वस्त्र पहनें और गरीब व ज़रूरतमंद विधार्थियों को शिक्षा की सामग्री भेट करें।

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कन्या राशि:

आपकी राशि में बुध नौवें भाव में अस्त होंगे, जिससे आपको हर कार्य को करने में सामान्य से अधिक मेहनत की ज़रूरत होगी। ऐसे में जल्दबाज़ी में कोई भी कार्य करने से बचें, अन्यथा नुकसान संभव है। व्यापारी जातकों को भी किसी भी प्रकार के शॉर्टकट से दूरी बनाकर रखने की ज़रूरत होगी। निजी जीवन में भी ये अवधि आपका अपने साथी से किसी कारणवश विवाद करा सकती है, इसलिए अपने अहम को अपने रिश्ते पर हावी न होने दें और हर परिस्थिति में धैर्य रखें। सेहत में यूँ कोई बड़ी समस्या आपको परेशान नहीं करेगी, परंतु बावजूद इसके आपको मानसिक तनाव संभव है। 

उपाय: रोजाना “विष्णु सहस्रनाम” का पाठ करें।

वृश्चिक राशि:

वृश्चिक राशि के लिए बुध सातवें भाव में अस्त होंगे। ऐसे में आपको कार्यस्थल पर इस दौरान सबसे अधिक बाधाओं से दो-चार होना पड़ेगा। इसलिए नौकरीपेशा जातकों को इस अवधि में पहले से अधिक सावधान होकर कोई भी कार्य करने की ज़रूरत होगी। वहीं यदि आप पार्टनरशिप के व्यापार से जुड़े हैं तो भी आपके अपने व्यावसायिक साझेदार के साथ संबंध उतार-चढ़ाव भरे रहेंगे। जिसका सीधा असर आपके व्यवसाय पर पड़ सकता है। सेहत के लिहाज़ से आपको अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की ज़रूरत होगी, अन्यथा आप बीमार पड़ सकते हैं। 

उपाय: हर बुधवार 108 बार “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।

मकर राशि:

आपकी राशि में बुध पांचवें भाव में अस्त होंगे, जिसके चलते करियर में आपके विकास की रफ़्तार कुछ धीमी पड़ सकती है। इससे जहाँ नौकरीपेशा जातक अपना अच्छा  प्रदर्शन देने में असमर्थ रहेंगे, तो वहीं ख़ुद के व्यवसाय से जुड़े जातकों को भी व्यवसाय में विस्तार करने में कई समस्याओं से दो-चार होना पड़ेगा। निजी जीवन में भी घर-परिवार में चल रही पारिवारिक समस्याएं आपको तनाव देंगी, इसलिए आपके मानसिक तनाव में वृद्धि देखी जाएगी। ऐसे में खुद को इधर-उधर की बातों से दूर रखते हुए, योग या व्यायाम की ओर केंद्रित करना ही आपके लिए इस समय अनुकूल रहेगा। 

उपाय: रोजाना कम से कम एक बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।

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मीन राशि:

बुध मीन राशि के जातकों के लिए उनकी राशि के तीसरे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में यदि आप नौकरी करते हैं तो आपको अपनी नौकरी में बदलाव देखने को मिल सकते हैं। साथ ही इस दौरान आपको किसी बड़ी यात्रा पर जाने का अवसर मिलेगा, परंतु ये यात्रा आपके लिए प्रतिकूल सिद्ध होगी। इसलिए अगर संभव हो तो अभी हर प्रकार की यात्रा को करने से बचें। व्यक्तिगत जीवन में भी आपकी वाणी में कठोरता की उन्नति, आपका अपने साथी के साथ विवाद का कारण बनेगी। इसलिए साथी से बातचीत के दौरान अपनी भाषा का चयन सोच-समझकर करें। स्वास्थ्य जीवन में भी आपको इस दौरान आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट के कारण परेशानी उठानी होगी। इसलिए अच्छा खानपान लें और अपने शरीर को भी आराम दें। 

उपाय: बुधवार के दिन घर की महिलाओं को हरी वस्तुएं उपहार में भेंट स्वरूप दें।

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