मंगल गोचर: 42 दिनों की इस अवधि में बनेगा रुचक राजयोग – चार राशियों होंगी मालामाल!

मंगल गोचर 2024: वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को बेहद ही महत्वपूर्ण ग्रह का दर्जा दिया गया है। मंगल के गोचर का अर्थ होता है उसका एक राशि से निकाल कर दूसरी राशि में प्रवेश करना। इसी कड़ी में 1 जून 2024 को मंगल मेष राशि में गोचर करने वाले हैं। ऐसे में स्वाभाविक है कि मंगल के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर निश्चित रूप से प्रभाव पड़ेगा। 

अपने इस खास ब्लॉग में हम इसी विषय में जानकारी हासिल करेंगे। साथ ही जानेंगे मंगल का यह गोचर कब से कब तक रहने वाला है, इसका समय क्या रहेगा, मंगल के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए क्या कुछ ज्योतिषीय उपाय करने चाहिए, आदि। 

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मंगल गोचर कब से कब तक?

सबसे पहले बात करें, समय की तो मंगल का यह महत्वपूर्ण गोचर 42 दिनों के लिए होने जा रहा है। इस दौरान मंगल 1 जून को मेष राशि में प्रवेश करेंगे और इसके बाद 12 जुलाई तक मंगल यहीं स्थिति रहेंगे। समय की बात करें तो, मंगल का ये गोचर 15:27 पर हो जाएगा। 

वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति कहा जाता है। मेष और वृश्चिक राशि का आधिपत्य भी मंगल के ही पास है। ऐसे में मंगल का यह महत्वपूर्ण गोचर स्वराशि में होने वाला है।

जब मंगल किसी व्यक्ति की कुंडली में शुभ स्थिति में होते हैं तो ऐसे व्यक्ति के अंदर ऊर्जा, साहस, पराक्रम काफी अधिक मात्रा में देखने को मिलता है। वहीं इसके विपरीत अगर मंगल कुंडली में शुभ स्थिति में ना हो तो इसके अशुभ प्रभाव से जातक के अंदर साहस और आत्मविश्वास की कमी के साथ-साथ दांपत्य जीवन में तमाम परेशानियां होने की आशंका बनी रहती है।

क्या यह जानते हैं आप? सिंह और कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल को एक योग कारक ग्रह कहा गया है। इसके अलावा अगर मंगल लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में स्थित हो तो इससे कुंडली में मांगलिक दोष उत्पन्न होता है। कहीं आपकी कुंडली में भी तो यह मांगलिक दोष नहीं बन रहा है? यह जानने के लिए अभी मांगलिक दोष कैलकुलेटर में अपना विवरण भरकर जानें जवाब।

मंगल गोचर राजयोग 

मंगल का यह गोचर इसलिए भी खास माना जा रहा है क्योंकि 42 दिनों तक मेष राशि में मंगल के रहने के दौरान रुचक राजयोग का निर्माण होगा जो चार राशियों के लिए अपार धन लाभ के संकेत दे रहा है। कौन सी हैं ये राशियाँ जानने से पहले जान लेते हैं क्या होता है ये रूचाक राजयोग।

रूचक राजयोग- अर्थ और महत्व

बात करें रुचक राजयोग की तो इस राजयोग का निर्माण तब होता है जब मंगल मकर राशि या फिर अपनी राशि अर्थात मेष और वृश्चिक में केंद्र स्थान में मौजूद होता है। इस अद्भुत योग के प्रभाव वाली राशियों के अंदर साहस और पराक्रम की वृद्धि देखने को मिलती है। ऐसी राशियों की शान-ओ-शौकत बढ़ती है, धन लाभ के अनेकों अवसर जीवन में आने लगते हैं और उनके मान सम्मान में वृद्धि होती है।

रुचक राजयोग से 4 राशियों को होगा विशेष लाभ 

अब जान लेते हैं मंगल के इस महत्वपूर्ण गोचर से बनने वाले रुचक राजयोग से किन राशियों को लाभ मिलेगा।

मेष राशि: रुचक राजयोग से जिस पहली राशि को लाभ मिलेगा वह है मेष राशि। मंगल का गोचर आपके करियर में तरक्की दिलाएगा, अटके हुए काम पूरे करने में सहायक साबित होगा, व्यापार में नई डील्स दिलाएगा और आपके भविष्य को और भी उज्जवल बनाने में सहायक साबित होगा।

कर्क राशि: मंगल ग्रह के इस गोचर से कर्क राशि के जातकों को भी शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। इस राशि के जातकों को मनचाही नौकरी मिलेगी, सभी मनोकामनाएं पूरी होगी, आय में वृद्धि होगी, व्यापारी जातकों को नए प्रोजेक्ट प्राप्त होंगे जिससे आपकी आमदनी बढ़ेगी।

सिंह राशि: तीसरी जिस राशि के लिए राजयोग शुभ रहने वाला है वह है सिंह राशि। मंगल के इस गोचर के दौरान आपको भाग्य का साथ मिलेगा, आपके सभी काम बनेंगे, कार्यस्थल में सराहना मिलेगी, व्यापार में धन प्राप्ति के योग बनेंगे, नौकरीपेशा जातकों को धन लाभ होगा और प्रमोशन भी मिल सकता है।

धनु राशि: आखरी जिस राशि के लिए मंगल के गोचर से बनने वाला रुचक राजयोग शुभ रहने वाला है वह है धनु राशि। आपको विदेश जाने के अवसर प्राप्त होंगे, करियर में तेजी आएगी, आप उन्नति करेंगे, बिजनेस की योजनाएं दोबारा से शुरू होगी और आपके लिए सफलता की राह प्रशस्त होगी, धन लाभ होगा और आप धन संचित करने में भी कामयाब होंगे।

मंगल का मेष राशि में गोचर- प्रभाव 

वैदिक ज्योतिष में मंगल को एक पुरुष ग्रह माना जाता है। यह व्यक्ति को सभी कार्यों में साहस, ऊर्जा और स्वतंत्रता प्रदान करता है। वहीं दूसरी तरफ जिन लोगों की कुंडली में मंगल कमजोर स्थिति में होता है उन्हें अशुभ परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। यहां हम आपको जो गोचर फल प्रदान कर रहे हैं वह आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अगर आपको अपनी चंद्र राशि का ज्ञान नहीं है तो चंद्र राशि कैलकुलेटर में विवरण देकर तुरंत निशुल्क पता लगाएँ।

जहां एक तरफ मंगल ऊर्जा, दृढ़ संकल्प, जुनून से संबंधित ग्रह माना गया है वहीं मेष एक अग्नि राशि है। ऐसे में मेष में मंगल एक आरामदायक और मजबूत स्थिति में होता है। बात करें मंगल के मेष राशि में गोचर के प्रभाव की तो, 

  • इस अवधि में कानून प्रवर्तन अधिकारियों के मन में न्याय की प्रबल भावना देखने को मिलेगी। 
  • सशस्त्र बलों की ताकत और उपयोगिता जनता के सामने और अधिक स्पष्ट रूप से आएगी। 
  • मेष राशि में मंगल रियल स्टेट व्यवसाय को बढ़ावा देगा। 
  • चिकित्सा, कानून, सिविल इंजीनियरिंग, शारीरिक प्रशिक्षण आदि क्षेत्रों में इस दौरान प्रमुखता देखने को मिलेगी। 
  • चिकित्सा और कृषि के क्षेत्र में विकास होगा। 
  • ज्यादा से ज्यादा लोग जिम और फिटनेस सेंटर ज्वाइन करेंगे। 
  • लोग बागवानी का भी आनंद उठाएंगे

सभी बारह राशियों पर मंगल गोचर का प्रभाव और उपाय 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए मंगल पहले घर और आठवें घर का स्वामी है जिसे स्वयं और अप्रत्याशित बदलाव का….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल सातवें और बारहवें घर का स्वामी है और मंगल का मेष राशि में ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल छठे और ग्यारहवें घर का स्वामी है और मंगल का मेष राशि में ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल पंचम और दशम भाव का स्वामी है और मंगल का मेष राशि में गोचर ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल चतुर्थ और नवम भाव का स्वामी है। मंगल का मेष राशि में गोचर ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और अष्टम भाव का स्वामी है और मंगल का मेष राशि में ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए मंगल दूसरे और सप्तम भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मंगल पहले और छठे भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए मंगल पांचवें और बारहवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान पांचवे….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए मंगल चतुर्थ और एकादश भाव का स्वामी है और चतुर्थ भाव में ही इस ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और दसवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान तीसरे घर….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए मंगल दूसरे और नवम भाव का स्वामी है और इस मंगल का मेष राशि में ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मंगल गोचर के दुष्प्रभाव कम करने के उपाय 

आपकी चंद्र राशि चाहे जो भी हो इस गोचर के नकारात्मक प्रभाव कम करने के लिए आप इन ज्योतिषी उपाय का पालन कर सकते हैं। 

  • कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले बड़ों का आशीर्वाद और उनकी राय अवश्य लें।  
  • चांदी का एक चौकोर टुकड़ा अपने पास हमेशा रखें।
  • नहाने के पानी में नियमित रूप से तिल या कच्चा दूध मिला लें।
  • रोज कुछ मिनट के लिए ध्यान करें और नकारात्मकता और नकारात्मक विचारों को अपने दिमाग से दूर कर दें।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्न 1: मंगल का मेष राशि में गोचर कब और किस समय होगा?

उत्तर: मंगल का मेष राशि में गोचर 1 जून तो 3:27 बजे हो जाएगा।

प्रश्न 2: मंगल के मेष राशि में गोचर से कौन सा राजयोग बन रहा है? 

उत्तर: मंगल के मेष राशि में गोचर से रुचक राजयोग का निर्माण होगा।

प्रश्न 3: मंगल का मेष राशि में गोचर किन राशियों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है? 

उत्तर: मेष राशि, कर्क राशि, सिंह राशि, धनु राशि 

प्रश्न 4: मंगल किन राशियों के लिए योग कारक ग्रह होता है?

 उत्तर: सिंह राशि और कर्क राशि

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