धन के दाता शुक्र करेंगे धनु राशि में प्रवेश: देश, दुनिया, शेयर बाज़ार पर पड़ेगा गहरा असर!

शुक्र का धनु राशि में गोचर: एक बार फिर एस्ट्रोसेज का यह खास ब्लॉग आपको एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की जानकारी देने के तर्ज पर तैयार किया गया है और आपके सामने पेश है। हम हमेशा से यही प्रयास करते हैं कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की जानकारी हम आपको समय रहते दे सकें ताकि आप उससे संबंधित उपाय करके संबंधित ज्योतिषीय घटना का शुभ परिणाम अपने जीवन में प्राप्त कर सके। 

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यहां हम बात करेंगे जल्द ही होने वाले शुक्र ग्रह के गोचर की। दरअसल 18 जनवरी को शुक्र का धनु राशि में गोचर होने वाला है। तो चलिए अपने इस खास ब्लॉग से जानते हैं शुक्र के धनु राशि में गोचर का सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। साथ ही जानेंगे देश और दुनिया पर पड़ने वाले इसके प्रभाव की भी जानकारी।

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सबसे पहले बात करें धनु राशि की तो, धनु बृहस्पति द्वारा शासित एक अग्नि राशि है जो व्यक्ति को सीखने और अधिक ज्ञान प्राप्त करने की चाह में उच्च समझ और अज्ञात की तलाश करने के लिए प्रोत्साहित करती है। शुक्र के इस गोचर के दौरान जातकों के प्रेम जीवन और रोमांस में वृद्धि देखने को मिल सकती है। जैसे-जैसे हम अपनी भावनाओं के क्षेत्र में आगे बढ़ते हैं रिश्ते अधिक विस्तृत, आशावादी हो सकते हैं क्योंकि प्रेम और रिश्तों का प्रतीक ग्रह शुक्र यहाँ शामिल है। 

वहीं दूसरी तरफ शुक्र एक सौम्य स्त्रीतत्व पूर्ण और रोमांटिक ग्रह माना गया है। सभी 12 राशियों में वृषभ और तुला राशि का स्वामित्व भी इसे प्राप्त है। यह बुध के बाद सूर्य का दूसरा सबसे निकटतम ग्रह है। शुक्र जातकों के जीवन में विलासिता और अन्य सभी सांसारिक सुख प्रदान करने के लिए जाना जाता है और इसी के चलते शुक्र एक बेहद ही महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। कुंडली में शुक्र का शुभ स्थान भी बहुत मायने रखता है।

शुक्र एक शुभ ग्रह है और यह रोमांस और भौतिक सुख सुविधाओं का प्रतीक माना जाता है। यह जातकों के जीवन में धन, समृद्धि और विलासिता का कारक माना गया है। जब यह धनु राशि में आता है तो गुरु के स्वामित्व वाली राशि में आने से यह हमारे जीवन में सच्चे ज्ञान और नैतिकता की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं अलग-अलग राशियों पर इस गोचर का क्या प्रभाव पड़ेगा।

हालांकि संभावित चुनौतियों से सावधान रहना यहां पर आवश्यक है और इस गोचर के दौरान सहजता और स्थिरता के बीच संतुलन बनाना जातकों के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है। कुल मिलाकर देखा जाए तो शुक्र का धनु राशि में गोचर प्रेम और आत्मा खोज की यात्रा पर निकलने के लिए बेहद ही कारगर साबित होगा।

शुक्र का धनु राशि में गोचर: समय

सुख, विलासिता, प्रेम और रोमांस और पत्नी का कारक ग्रह शुक्र 18 जनवरी 2024 को 20:46 पर बृहस्पति द्वारा शासित मूल त्रिकोण राशि धनु में गोचर करने जा रहा है। इस गोचर के साथ दोनों गुरुओं की ऊर्जा एक साथ मिल जाएगी और प्रत्येक राशि दुनिया और देश के लिए पर इसका महत्वपूर्ण असर देखने को मिलेगा। लिए देश दुनिया और राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा यह समझने के लिए आगे बढ़ते हैं और पढ़ते हैं शुक्र गोचर पर आधारित हमारा यह खास ब्लॉग।

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शुक्र का धनु राशि में गोचर विशेषताएं

शुक्र ग्रह दैत्य गुरु बृहस्पति देव गुरु के साथ शत्रुतापूर्ण संबंध साझा करता है जो धनु राशि के स्वामी है। हालांकि यह शत्रुता स्थिति को नकारात्मक रूप से प्रभावित नहीं करता क्योंकि बृहस्पति और शुक्र दोनों ही लाभकारी ग्रह माने गए हैं और अपने तरीके से जातकों को आशीर्वाद देने की पूरी कोशिश करते हैं। इस स्थिति के प्रभाव में आने वाले लोग जीवन भर अच्छी वित्तीय स्थिति का आनंद लेते हैं। धनु राशि में शुक्र जातकों को अपने काम के प्रति कर्मठ और लोगों के प्रति मददगार बनाता है। ऐसे लोग दूसरों की मदद करना पसंद करते हैं और अपने दोस्तों और अपने जीवनसाथी के साथ अनुकूल रिश्ते साझा करते हैं। आमतौर पर देखा गया है कि ऐसे जातक स्वभाव से मिलनसार होते हैं और इन्हें लोगों से घुलना मिलना बहुत पसंद होता है। इन्हें जीवन में भाग्य का साथ मिलता है और अगर अन्य ग्रह स्थितियों भी सहायक हो तो उन्हें एक भाग्यशाली और धनी साथी मिलने की भी संभावना बनती है।

ऐसे जातक अपने परिवार को गौरवान्वित करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं। शुक्र ग्रह सजावट का शौक भी व्यक्ति के अंदर पैदा करता है। सौंदर्य के कारक ग्रह शुक्र के प्रभाव से जातक अच्छे स्वास्थ्य और आकर्षक व्यक्तित्व का आनंद उठाता है। ऐसे जातक स्वभाव में ईमानदार और खुले विचारों वाले होते हैं। इन्हें अपने मन की बात कहना अच्छा लगता है और यह किसी भी तरह से झूठ का साथ नहीं देते और हमेशा सच्चाई के पक्ष में रहते हैं। हालांकि शुक्र लोगों और परिस्थितियों को संभालने का विनम्र और चतुराई पूर्ण तरीका ऐसे व्यक्तियों को दे देता है। शुक्र की यह स्थिति धार्मिक पुस्तकों और स्थान के प्रति व्यक्ति का रुझान भी बढ़ाती है। ऐसी स्थिति में जातक अपने जीवन में स्वतंत्रता की भावना ज्यादा पसंद करते हैं और उनकी स्वतंत्रता पर कोई रोक-टोक करें यह उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं है और ऐसी स्थिति में वह क्रोधित भी हो सकते हैं।

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शुक्र का धनु राशि में गोचर विश्वव्यापी प्रभाव

कला और मनोरंजन 

  • शुक्र के इस गोचर के प्रभाव स्वरूप भारत में कई विलुप्त हो रही कला को पुनर्जीवित करने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जा सकते हैं और भारतीय कला का रूप विदेश में नई चमक और पहचान हासिल कर सकता है। 
  • वैश्विक स्तर पर फैशन उद्योग और कपड़ा उद्योग में तेजी आने की संभावना है। साथ ही फैशन वस्तुओं की मांग भी बढ़ सकती है।
  • पत्रकारिता, मीडिया और जनसंपर्क से जुड़े लोग अपने करियर में उत्कृष्ट प्राप्त करेंगे और आगे बढ़ते नजर आएंगे।  
  • देश और दुनिया भर के लेखक और गायक भी इस दौरान अनुकूल समय का लाभ उठाएंगे।

व्यवसाय, परामर्श एवं कंसल्टेशन 

  • ऑनलाइन व्यवसाय या रचनात्मक व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए शुक्र का यह गोचर बेहद शानदार होगा। इस दौरान आपका प्रदर्शन सराहनीय रहने वाला है। 
  • परामर्श एवं कंसल्टेशन क्षेत्र इस दौरान अच्छा प्रदर्शन करेंगे। 
  • इंटीरियर डिजाइन या ललित कला जैसे रचनात्मक क्षेत्र से जुड़े लोग भी अच्छा प्रदर्शन करते नजर आएंगे।

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शुक्र का धनु राशि में गोचर: शेयर बाजार रिपोर्ट 

शुक्र ग्रह 18 जनवरी 2024 को बृहस्पति द्वारा शासन धनु राशि में गोचर करेगा। देश में हर अन्य घटना की तरह इसका असर शेयर बाजार पर भी देखने को मिलेगा। शुक्र के धनु राशि में गोचर के दौरान शेयर बाजार पर क्या असर पड़ेगा इससे संबंधित हम आपके लिए शेयर बाजार रिपोर्ट भी लेकर आए हैं जिसके अनुसार,

  • शुक्र के धनु राशि में गोचर से कपड़ा उद्योग और कपड़े से जुड़ी कंपनियों को फायदा होने की संभावना है। 
  • इस गोचर के दौरान परफ्यूमरी और परिधान उद्योग के साथ-साथ फैशन सहायक उपकरण उद्योग में तेजी देखने को मिलेगी। 
  • व्यवसाय परामर्श और लेखन या मीडिया संबंधित कफर्मों को जोड़ता है और प्रिंट, दूरसंचार और प्रसारण उद्योग के सभी बड़े नामों को सकारात्मक परिणाम मिलने की भी संभावना है।

शुक्र के इस गोचर से इन राशियों को मिलेगा लाभ

मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और सातवें घर को नियंत्रित करता है और धनु राशि में शुक्र का यह गोचर पिता, धर्म, भाग्य और लंबी दूरी की यात्रा के नवम भाव में होने जा रहा है। ऐसे में शिक्षा, परामर्श और कंसल्टेशन के क्षेत्र से जुड़े इस राशि के लोगों के लिए यह गोचर काफी अनुकूल साबित होगा। आपको अपने प्रयासों और मेहनत से करियर में सफलता प्राप्त होगी। आपको विदेश में भी काम के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। नवम भाव में धनु राशि में शुक्र के साथ आप इस दौरान अपने रिश्तों में ज्यादा गहन सार्थक अनुभवों की इच्छा कर सकते हैं। रिश्तो के अंदर शैक्षिक गतिविधियां केंद्र स्तर पर रहेगी और शुक्र सातवें घर के स्वामी होने के चलते आप अपने साथी के साथ आपसे सीखने और व्यक्तिगत विकास में शामिल नजर आएंगे।

मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पंचम भाव और 12वें घर का स्वामी है और अब सातवें घर में प्रवेश कर जाएगा। ऐसे में पांचवें घर के स्वामी के सातवें घर में आने से इस राशि के जो जातक शादी का इंतजार कर रहे थे उन्हें अनुकूल समाचार प्राप्त हो सकते हैं और वह विवाह बंधन में बन सकते हैं। आपके पार्टनर के साथ आपके रिश्ते सकारात्मक मोड लेंगे और आप दोनों के बीच का मनमुटाव भी दूर होगा। पेशेवर मोर्चे पर बात करें तो यहां आपको समृद्धि मिलेगी। आप किसी अच्छे विदेशी डील से लाभ प्राप्त करेंगे जो भविष्य की व्यावसायिक संभावनाओं के संबंध में आपके लिए अनुकूल साबित होगा। जब शुक्र धनु राशि से होकर मिथुन लग्न के लिए सप्तम भाव में प्रवेश करता है तो व्यक्ति का ध्यान रिश्तों और साझेदारी की तरफ ज्यादा देखने को मिलता है।

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सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र छोटी दूरी की यात्रा, छोटे भाई बहनों और पड़ोसियों के तीसरे घर और करियर, नाम, प्रसिद्धि और मान्यता के दसवें घर का स्वामी है। अपने इस गोचर के दौरान शुक्र संतान, प्रेम और सट्टेबाजी के पांचवें भाव में गोचर करने वाला है। आपके प्रयासों से पेशेवर मोर्चे पर आपको लाभ मिलेगा। फिर चाहे आप कॉरपोरेट जगत में काम कर रहे हों या फिर व्यावसायिक क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे हैं। आपको सफलता अवश्य प्राप्त होगी। कार्य क्षेत्र में आपके सहकर्मी आपके कौशल को प्रदर्शित करने और असाधारण प्रदर्शन के लिए आपका सहयोग करते नजर आएंगे। एक व्यवसायी के रूप में आपकी कड़ी मेहनत और दक्षता आपको सफलता दिलाएगी।

कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे घर और नवम भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके चतुर्थ भाव में आ जाएगा। आपकी मेहनत से प्रयासों से आपके वरिष्ठों का ध्यान आपकी तरफ आकर्षित होगा जिससे कार्य स्थल में आपको मान सम्मान और पहचान और ऊंचा पद प्राप्त हो सकता है। भविष्य में पदोन्नति की भी उच्च संभावना है जो आपके करियर में विकास और सफलता लेकर आएगी। सरल शब्दों में कहें तो शुक्र गोचर की यह अवधि आपको अपने जीवन में अतिरिक्त नगदी प्रवाह या अच्छे धन के अवसर लेकर आ सकती है। 

साथ ही यह एक ऐसा समय भी साबित होगा जब आप बड़े विचारों का पता लगाने के लिए आकर्षित होंगे। मुमकिन है कि आप कोई कोर्स कर सकते हैं या किसी ऐसी चीज में अपनी रुचि विकसित कर सकते हैं जिससे आपके दिमाग का विस्तार हो। इस अवधि के दौरान आपका ध्यान अपने घर और परिवार पर भी देखने को मिलेगा और आप अपने प्रिय जनों के लिए सभी भौतिक, विलासिता की चीज खरीदना चाहेंगे और अपने घर को सुंदर बनना चाहेंगे।

धनु राशि: शुक्र धनु राशि के जातकों के लिए छठे और 11वें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके पहले भाव या लग्न भाव में गोचर करेगा। यह गोचर आपको अपनी उपस्थिति और कल्याण को निखारने पर ध्यान देने के साथ-साथ खुद को सुधारने के लिए प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित करेगा। इसके अलावा यह समय स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भी अनुकूल साबित होगा जिससे आप दैनिक दिनचर्या और जीवन शैली की योजना बनाते नजर आएंगे। 

आप खुद को पौष्टिक आहार के साथ योग और ज्ञान जैसे चीजों में शामिल करेंगे। पेशेवर मोर्चे पर आप एक कर्मचारी या एक व्यवसाय के रूप में देश और दुनिया की यात्रा करते नजर आएंगे। इस दौरान आपको भाग्य का साथ मिलेगा और आपको अपार लाभ भी होगा। शुक्र गोचर की यह अवधि आपके लिए व्यक्तिगत विकास, बेहतर स्वास्थ्य और आपके प्रयासों में सफलता के ढेरों अवसर लेकर आएगी।

कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र चतुर्थ भाव और नवम भाव का स्वामी है और अब आपके लाभ, सामाजिक नेटवर्क और बड़े भाई बहनों की 11वें घर में गोचर करेगा। यह स्थिति सकारात्मक संकेत दे रही है। खासकर आपके पेशावर क्षेत्र से संबंधित क्योंकि यहां पर आपको सफलता प्राप्त होगी। यह अवधि भौतिक लाभ की संभावना भी दर्शा रही है जो आपको दीर्घकालिक निवेश के लिए प्रोत्साहित कर सकती है जिससे आपको लाभदायक परिणाम प्राप्त होंगे। 

व्यक्तिगत मोर्चे पर बात करें तो आपके प्रयासों पर किसी का ध्यान नहीं जाएगा और आपके परिवार के सदस्य आपके प्रयासों की सराहना करेंगे। यह गोचर आपको अपने नेटवर्क का पता लगाने के लिए अनुकूल साबित होगा। साथ ही आप इसका विस्तार करने के लिए भी प्रोत्साहित नजर आएंगे। आपका आकर्षण और कूटनीतिक कौशल बढ़ेगा जिससे आपको दूसरों के साथ जुड़ना काफी आसान होने वाला है।

इन सरल ज्योतिषीय उपाय से कुंडली में मौजूद शुक्र को करें मजबूत 

  • शुक्रवार के दिन अपने बटुए या लॉकर में एक चौकोर आकार का चांदी का टुकड़ा रखें। 
  • मां वैभव लक्ष्मी को लाल फूल अर्पित करें और मुमकिन हो तो शुक्रवार का व्रत प्रारंभ करें। 
  • हर शुक्रवार मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएँ और फिर छोटी कन्याओं को भी बांटें। 
  • रोजाना कनक धारा स्रोत का पाठ करें। 
  • शुक्रवार को शुक्र बीज मंत्र का जाप करें। 
  • अपने जीवन में ज्यादा से ज्यादा सफेद और गुलाबी रंग शामिल करें। 
  • शुक्रवार का व्रत रखें और मां संतोषी की पूजा करें।

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