सितंबर 2023: अगस्त के महीने को पीछे छोड़ते हुए हम तैयार हैं सितंबर में प्रवेश करने के लिए। नए माह के साथ हर इंसान की कुछ उम्मीदें जुड़ी होती हैं जो उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। हालांकि, सितंबर 2023 कई मायनों में बेहद ख़ास होने वाला है क्योंकि इस दौरान एक के बाद एक कई बड़े त्योहारों को मनाया जाएगा। ऐसे में, आपके मन में प्रश्न उठ रहे होंगे कि यह माह आपके जीवन में कैसे परिवर्तन लेकर आएगा? क्या मिलेगी आपको मनचाही नौकरी? रोमांस से भरा होगा प्रेम जीवन या फिर होगी पार्टनर के साथ तकरार? इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे आपको एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग में।
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हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए सितंबर का महीना विशेष होता है क्योंकि इस माह में एक-दो नहीं, बल्कि कई बड़े त्यौहार पड़ते हैं। इसके परिणामस्वरूप, यह महीना धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हो जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, सितंबर साल का नौवां महीना होता है जो दर्शाता है कि हम धीरे-धीरे साल के अंत की तरफ बढ़ रहे हैं और अब इस वर्ष के ख़त्म होने में सिर्फ 3 महीने ही बाकी हैं। अब हम बिना देर किये आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले नज़र डालते हैं सितंबर महीने के पंचांग पर।
सितंबर 2023 का ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना
सितंबर 2023 के पंचांग को देखें तो. वर्ष 2023 के नौवें महीने यानी कि सितंबर का आगाज़ कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के तहत 01 सितंबर 2023 को होगा और इसका समापन अश्विनी नक्षत्र के तहत कृष्ण पक्ष की द्वितीय तिथि को होगा। हालांकि, सितंबर के महीने में व्रतों और त्योहारों की भरमार देखने को मिलेगी। हम इन पर्वों के बारे में भी विस्तारपूर्वक बात करेंगे, लेकिन उससे पहले जानते है कि क्या है सितंबर का धार्मिक महत्व।
सितंबर 2023 का धार्मिक महत्व
अगर हम बात करें सितंबर 2023 के धार्मिक महत्व की तो, हम आपको बता चुके हैं कि यह महीना त्योहारों से भरा रहने वाला है। सावन पूर्णिमा के साथ ही सावन की समाप्ति हो जाएगी और 01 सितंबर 2023 से भाद्रपद का महीना शुरू हो जाएगा जो कि हिंदू चंद्र कैलेंडर का छठा महीना होता है। इस माह में गणेश चतुर्थी और जन्माष्टमी जैसे बड़े तथा प्रमुख त्योहार पड़ते हैं जिसका इंतज़ार भक्तों को बेसब्री से रहता है। भाद्रपद को भादो मास भी कहा जाता है और इस महीने में लोक व्यवहार के कार्यों को करने की मनाही होती है।
इस माह में भगवान श्रीकृष्ण और गणेश जी की पूजा मुख्य रूप से की जाती है जो अपने भक्तों को सुख, संपदा और वैभव प्रदान करते हैं। भाद्रपद मास में स्नान, दान और व्रत आदि धार्मिक कार्य करना बेहद शुभ माना जाता है। इस महीने के संबंध में ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति भादो में पवित्र नदियों में स्नान, सामर्थ्य अनुसार दान और व्रत करता है, उसके जन्म-जन्मांतर के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।
भाद्रपद के महीने में जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी के अलावा हरतालिका तीज, महालक्ष्मी व्रत, अनंत चतुर्दशी आदि पर्वों को भी उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। साथ ही, इस माह पितृ पक्ष का भी आरंभ हो जाएगा।
भाद्रपद का ज्योतिषीय महत्व
भादो माह का धार्मिक के साथ-साथ ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्व है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भाद्रपद में भद्र का अर्थ कल्याण करने वाला बताया गया है और यह चातुर्मास के चार पवित्र महीनों में से दूसरा माह होता है। पौराणिक मान्यता है कि भादो का महीना अपने द्वारा की गई सभी गलतियों को याद करके उनका प्रायश्चित करना के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है।
साथ ही, भाद्रपद या भादो के महीने में शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। ऐसे में, इस दौरान विवाह, सगाई, नए घर का निर्माण, मुंडन संस्कार आदि मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है। धर्म शास्त्रों में भाद्रपद माह में कुछ कार्यों के साथ-साथ कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन करना भी निषेध बताया गया है। इस दौरान दही, गुड़ और तिल आदि का सेवन नहीं करना चाहिए, अन्यथा सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं सितंबर 2023 में पड़ने वाले व्रत और तिथियों के बारे में।
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सितंबर 2023 के व्रत एवं त्योहारों की संपूर्ण सूची
तिथि | त्यौहार |
2 सितंबर 2023, शनिवार | कजरी तीज |
3 सितंबर 2023, रविवार | संकष्टी चतुर्थी |
7 सितंबर 2023, गुरुवार | जन्माष्टमी |
10 सितंबर 2023, रविवार | अजा एकादशी |
12 सितंबर 2023, मंगलवार | प्रदोष व्रत (कृष्ण) |
13 सितंबर 2023, बुधवार | मासिक शिवरात्रि |
14 सितंबर 2023, गुरुवार | भाद्रपद अमावस्या |
17 सितंबर 2023, रविवार | कन्या संक्रांति |
17 सितंबर 2023, रविवार | विश्वकर्मा पूजा |
18 सितंबर 2023, सोमवार | हरतालिका तीज |
19 सितंबर 2023, मंगलवार | गणेश चतुर्थी |
23 सितंबर 2023, शनिवार | राधा अष्टमी |
25 सितंबर 2023, सोमवार | परिवर्तिनी एकादशी |
27 सितंबर 2023, बुधवार | प्रदोष व्रत(शुक्ल) |
28 सितंबर 2023, गुरुवार | अनंत चतुर्दशी |
29 सितंबर 2023, शुक्रवार | भाद्रपद पूर्णिमा व्रत |
यहां हमने आपको व्रत एवं त्योहारों की तिथियों के बारे में तो जानकारी प्रदान कर दी। लेकिन, अब हम आपको रूबरू करवाते हैं इन त्योहारों के धार्मिक महत्व से।
सितंबर 2023 में पड़ने वाले व्रत एवं त्योहारों का धार्मिक महत्व
कजरी तीज (2 सितंबर 2023): हिंदू धर्म में प्रत्येक वर्ष भादो माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज का त्यौहार मनाया जाता है। आमतौर पर यह पर्व जुलाई या अगस्त के महीने में पड़ता है जो कि हरियाली तीज और हरतालिका की तरह ही सुहागन महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन विवाहित स्त्रियों द्वारा सुख-शांति से पूर्ण वैवाहिक जीवन की कामना के लिए कजरी तीज का व्रत किया जाता है।
संकष्टी चतुर्थी (03 सितंबर 2023): भगवान गणेश को समर्पित संकष्टी चतुर्थी के व्रत को हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को पूरे विधि-विधान से किया जाता है। इस व्रत के बारे में कहा जाता है कि गणेश जी सच्चे हृदय से संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने वाले भक्त की तमाम परेशानियों और कष्टों को हर लेते हैं। साथ ही, विघ्नहर्ता गणेश की कृपा प्राप्त करने के लिए भी यह व्रत सर्वश्रेष्ठ होता है।
जन्माष्टमी (07 सितंबर 2023): जन्माष्टमी का त्यौहार सनातन धर्म के सबसे बड़े त्योहारों में से एक होता है जिसका इंतज़ार श्रीकृष्ण के भक्तों को बेसब्री से रहता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान कृष्ण ने मथुरा के कारागृह में देवकी और वासुदेव की आठवीं संतान के रूप में जन्म लिया था। जन्माष्टमी को श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है जो कि विष्णु जी के आठवें अवतार हैं।
अजा एकादशी (10 सितंबर 2023): हम सभी जानते हैं कि भगवान विष्णु को एकादशी तिथि बहुत प्रिय हैं जो कि प्रत्येक महीने के शुक्ल एवं कृष्ण पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को आती हैं। एक साल में कुल 24 एकादशी आती हैं और इन्हीं में से एक होती है अजा एकादशी। पंचांग के अनुसार, भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को अजा एकादशी का व्रत किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस एकादशी का व्रत करने से जातकों के सभी पापों का नाश हो जाता है और भक्त को अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति होती है।
प्रदोष व्रत (कृष्ण) (12 सितंबर 2023): हिंदू धर्म में हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है और यह तिथि प्रत्येक माह में दो बार आती हैं। शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाने वाला यह व्रत भगवान शंकर को समर्पित होता है। प्रदोष व्रत जब सोमवार के दिन पड़ता है, तो उसे सोम प्रदोष व्रत और वहीं, मंगलवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष कहा जाता है। प्रदोष व्रत जब शनिवार को पड़ता है, तब उसे शनि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता हैं।
मासिक शिवरात्रि ( 13 सितंबर 2023): प्रदोष व्रत के समान ही मासिक शिवरात्रि का व्रत भी महादेव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा दृष्टि प्राप्त करने के लिए किया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, मासिक शिवरात्रि का व्रत प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को किया जाता है। इस व्रत के विषय में धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि जीवन में उत्पन्न सभी प्रकार के कष्टों और समस्याओं के निवारण के लिए मासिक शिवरात्रि का व्रत फलदायी होता है।
भाद्रपद अमावस्या (14 सितंबर 2023): हिंदू धर्म में हर माह आने वाली अमावस्या तिथि को दान, स्नान, पितरों की शांति आदि कार्यों के लिए विशेष माना जाता है। लेकिन, भाद्रपद माह को श्रीकृष्ण की भक्ति का महीना कहा गया है इसलिए इस महीने में आने वाली भाद्रपद अमावस्या के महत्व में कई गुना वृद्धि हो जाती है। भाद्रपद अमावस्या को कुशग्रहणी अमावस्या और भादो अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन पूजा में हरी घास का उपयोग किया जाता है।
कन्या संक्रांति (17 सितंबर 2023): ज्योतिष में सूर्य देव को नवग्रहों के राजा का दर्जा प्राप्त है जबकि सनातन धर्म में इनकी पूजा देवता के स्वरूप में की जाती हैं। सूर्य भगवान हर महीने एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं और सूर्य के इस राशि परिवर्तन को संक्रांति के नाम से जाना जाता है। ऐसे में, कन्या संक्रांति के दिन सूर्य 17 सितंबर 2023 को सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में गोचर करेंगे। सूर्य के राशि परिवर्तन को सभी प्रकार के धार्मिक कार्यों तथा दान आदि के लिए शुभ माना जाता है।
विश्वकर्मा पूजा (17 सितंबर 2023): हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए विश्वकर्मा पूजा अत्यंत महत्व रखती है जो कि दुनिया के प्रथम शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा को समर्पित होती हैं। इन्हें भगवान ब्रह्मा का पुत्र माना गया है। कन्या संक्रांति के दिन ही विश्वकर्मा पूजा की जाती है।
हरतालिका तीज (18 सितंबर 2023): कजरी तीज की तरह ही हरतालिका तीज का पर्व भी सितंबर में मनाया जाएगा। हरतालिका तीज हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को बेहद आस्था एवं श्रद्धा के साथ मनाई जाती है। इस दिन शिव जी और माता पार्वती की पूजा करना शुभ माना गया है। साथ ही, हरतालिका तीज पर विवाहित महिलाओं के साथ-साथ कुंवारी कन्याएं भी व्रत करती हैं। हालांकि, इस व्रत को कठिन माना जाता है क्योंकि यह व्रत निर्जला किया जाता है। सौभाग्यवती स्त्रियों को हरतालिका तीज का उपवास करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती हैं।
गणेश चतुर्थी (19 सितंबर 2023): भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को देशभर में गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। धर्मग्रंथों के अनुसार, भादो के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी पर भगवान गणेश का जन्म हुआ था इसलिए गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। बप्पा के भक्तों को गणेश चतुर्थी का साल भर इंतज़ार रहता है क्योंकि इस दौरान भगवान गणेश 10 दिनों के लिए धरती पर अपने भक्तों के घर पधारते हैं और गणेश विसर्जन पर अगले बरस आने का वादा करके अपने धाम लौट जाते हैं।
राधा अष्टमी (23 सितंबर 2023): राधा अष्टमी हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाई जाती है। इस दिन राधा जी की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। राधा अष्टमी के अवसर पर वृंदावन, मथुरा और बरसाने में एक अलग ही रौनक देखने को मिलती है। आपको बता दें कि राधा अष्टमी का पर्व कृष्ण जन्माष्टमी के पंद्रह दिन बाद मनाया जाता है। इस अवसर पर महिलाएं घर-परिवार की सुख-शांति के लिए व्रत करती हैं।
परिवर्तिनी एकादशी (25 सितंबर 2023): साल भर में आने वाली 24 एकादशियों में से एक होती हैं परिवर्तिनी एकादशी। इस दिन विष्णु जी के वामन अवतार की पूजा विधि-विधान से की जाती है। मान्यता है कि परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु अपनी निद्रा में करवट लेते हैं। परिवर्तिनी एकादशी पर वामन अवतार की पूजा करने से सभी पाप नष्ट होते हैं।
अनंत चतुर्दशी (28 सितंबर 2023): अनंत चतुर्दशी को हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और यह पर्व जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन विष्णु जी के अनंत स्वरूप की पूजा की जाती है और यह अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है। पंचांग के अनुसार, अनंत चतुर्दशी को हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मनाया जाता है और इस अवसर पर अनंत सूत्र भी बांधने का विधान है।
भाद्रपद पूर्णिमा व्रत (29 सितंबर 2023): सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि को बेहद ख़ास माना जाता है जो हर महीने आती हैं और इस प्रकार, एक साल में 12 पूर्णिमा तिथि आती हैं। भाद्रपद पूर्णिमा भी उन्हीं में से एक है और इस दिन भगवान विष्णु के सत्यनारायण स्वरूप की पूजा की जाती है। साथ ही, भाद्रपद पूर्णिमा से ही पितृ पक्ष का भी आरंभ होता है और इस वजह से इस पूर्णिमा का महत्व बढ़ जाता है।
सितंबर में पड़ने वाले ग्रहण और होने वाले गोचर
त्योहारों और व्रतों की तिथियों को जानने के बाद अब हम आपको अवगत कराएंगे सितंबर 2023 में होने वाले ग्रहण और गोचर के बारे में। सितंबर के महीने में सिर्फ एक ग्रह अपना राशि परिवर्तन करेगा जबकि कई बड़े ग्रहों की स्थिति में बदलाव देखने को मिलेगा। लेकिन, सितंबर में कोई ग्रहण नहीं लगेगा।
बृहस्पति मेष राशि में वक्री (04 सितंबर 2023): देवताओं के गुरु के नाम से प्रसिद्ध बृहस्पति 04 सितंबर 2023 की शाम 04 बजकर 58 मिनट पर मेष राशि में वक्री हो जाएंगे।
शुक्र कर्क राशि में मार्गी (04 सितंबर 2023): भोग-विलासिता और प्रेम के कारक कहे जाने वाले शुक्र महाराज 04 सितंबर 2023 की सुबह 6 बजकर 17 मिनट पर अपनी वक्री अवस्था से बाहर आते हुए कर्क राशि में मार्गी हो जाएंगे।
बुध सिंह राशि में मार्गी (16 सितंबर 2023): बुद्धि और वाणी के कारक ग्रह बुध 16 सितंबर 2023 की दोपहर 01 बजकर 21 मिनट पर सिंह राशि में पुनः मार्गी हो रहे हैं।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर (17 सितंबर 2023): ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों का राजा माना जाता है जो अब 17 सितंबर 2023 की दोपहर को 01 बजकर 20 मिनट पर सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में गोचर करेंगे।
मंगल कन्या राशि में अस्त (24 सितंबर 2023): मंगल ग्रह को उग्र ग्रह के रूप में जाना जाता है और अब यह 24 सितंबर 2023 की शाम 06 बजकर 26 मिनट पर कन्या राशि में अस्त होने जा रहे हैं।
ग्रहण और गोचर के बाद, आइये आगे बढ़ते हैं और जानते हैं सितंबर 2023 के लिए क्या कह रही है शेयर बाज़ार की भविष्यवाणी।
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सितंबर 2023: शेयर बाज़ार की भविष्यवाणी
यदि आप भी उन लोगों में से हैं जिनकी रुचि शेयर मार्केट में हैं और जो शेयर बाज़ार में निवेश करने के लिए एक अच्छे मौके की तलाश में हैं, तो एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग का यह विशेष सेक्शन आपके लिए ही हैं जिसके अंतर्गत हम आपको शेयर बाज़ार की भविष्यवाणी प्रदान करेंगे। बात करें सितंबर 2023 की तो, इस महीने सूर्य देव कन्या राशि में प्रवेश करेंगे और इनके राशि परिवर्तन को शेयर मार्केट के लिए शुभ नहीं कहा जा सकता है। हालांकि, भाद्रपद महीने के अमांत और पूर्णिमांत दोनों ही शुभ रहेंगे। ऐसे में, बाजार के कुछ क्षेत्रों में तेज़ी आने की संभावना है। सितंबर 2023 के लिए शेयर मार्केट भविष्यवाणी को विस्तारपूर्वक पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
सितंबर मासिक भविष्यवाणी 2023: 12 राशियों का राशिफल
मेष राशि
सितंबर मासिक राशिफल 2023 के अनुसार, इस माह के दौरान मेष राशि के जातकों को औसत परिणाम प्राप्त हो सकते हैं, क्योंकि राहु पहले और केतु सातवें भाव में मौजूद…..विस्तार से पढ़ें
वृषभ राशि
सितंबर मासिक राशिफल 2023 के अनुसार, यह महीना वृषभ राशि के जातकों को लिए औसत रह सकता है, क्योंकि बृहस्पति राहु के साथ …..(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन राशि
सितंबर मासिक राशिफल 2023 के अनुसार, इस माह शुभ ग्रह बृहस्पति और राहु ग्यारहवें भाव में बैठे हैं, जिसके परिणामस्वरूप जातक आर्थिक जीवन में अचानक लाभ प्राप्त…..(विस्तार से पढ़ें)
कर्क राशि
इस माह कर्क राशि के जातकों को करियर, आर्थिक जीवन और स्वास्थ्य इन सभी क्षेत्रों में औसत परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। चंद्र राशि के …..(विस्तार से पढ़ें)
सिंह राशि
सितंबर 2023 के मासिक राशिफल के अनुसार, इस माह बृहस्पति के साथ राहु की नौवें भाव में मौजूदगी से जातक को मिले-जुले परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। शनि छठे…..(विस्तार से पढ़ें)
कन्या राशि
सितंबर 2023 के मासिक राशिफल के अनुसार, इस माह बृहस्पति राहु के साथ आठवें भाव में मौजूद है, जिसके परिणामस्वरूप जातक को ….(विस्तार से पढ़ें)
तुला राशि
इस माह के दौरान बृहस्पति और राहु आपके सातवें भाव में मौजूद रहेंगे, जिसके परिणामस्वरूप आपको सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के …..(विस्तार से पढ़ें)
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों को इस महीने अनुकूल व प्रतिकूल दोनों तरह के परिणामों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि छठे भाव में बृहस्पति और राहु…..(विस्तार से पढ़ें)
धनु राशि
धनु राशि के जातकों को इस महीने अनुकूल व प्रतिकूल दोनों तरह के परिणामों की प्राप्ति होगी क्योंकि बृहस्पति-राहु कुंडली के…..(विस्तार से पढ़ें)
मकर राशि
मकर राशि के जातकों को इस महीने सकारात्मक और नकारात्मक दोनों के तरह के परिणाम देखने को मिलेंगे क्योंकि बृहस्पति-राहु चौथे…..(विस्तार से पढ़ें)
कुंभ राशि
इस महीने कुंभ राशि के जातकों को अपने करियर, आर्थिक जीवन, पारिवारिक जीवन और स्वास्थ्य के मामले में …..(विस्तार से पढ़ें)
मीन राशि
सितंबर मासिक राशिफल 2023 के अनुसार, मीन राशि जातकों को इस महीने अपने स्वास्थ्य, करियर, आर्थिक जीवन और संबंधों पर ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत होगी क्योंकि राहु-केतु और शनि…...(विस्तार से पढ़ें)
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