वरुथिनी एकादशी 2025: आज ये उपाय करेंगे, तो हर पाप से मिल जाएगी मुक्ति, होगा धन लाभ
सतातन धर्म में एकादशी व्रत को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। साल में आने वाली कुल 24 एकादशियों में वरुथिनी एकादशी को सबसे अधिक पुण्य देने वाली माना जाता है। यह एकादशी वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। यदि कोई जातक मोक्ष की कामना रखता है, तो उसे वरुथिनी एकादशी का व्रत ज़रूर करना चाहिए।
वरुथिनी का अर्थ होता है ‘रक्षा करने वाली’ इसलिए माना जाता है कि यह एकादशी भक्तों की हर संकट से रक्षा करती है और उन्हें संपन्नता प्रदान करती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस एकादशी पर भगवान विष्णु का पूजन एवं व्रत करने से सुख-संपत्ति की प्राप्ति होती है और जातक को सांसारिक सुख भोगने के बाद मोक्ष मिलता है।
एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में आगे बताया गया है कि वरुथिनी एकादशी कब है और इस एकादशी पर किस पूजन विधि से आप भगवान विष्णु को प्रसन्न कर सकते हैं।
कब है वरुथिनी एकादशी 2025
24 अप्रैल, 2025 को गुरुवार के दिन वरुथिनी एकादशी पड़ रही है।
एकादशी तिथि प्रारंभ का समय : 23 अप्रैल, 2025 को शाम 04 बजकर 46 मिनट से शुरू।
एकादशी तिथि के समापन का समय: 24 अप्रैल, 2025 को 02 बजकर 35 मिनट पर।
वरुथिनी एकादशी पारणा मुहूर्त: 25 अप्रैल, 2025 को प्रात: काल 05 बजकर 46 मिनट से 08 बजकर 23 मिनट तक।
वरुथिनी एकादशी 2025 पर बन रहा है शुभ योग
इस बार वरुथिनी एकादशी पर ब्रह्म योग बनने जा रहा है जिसे ज्योतिष एवं सनातन धर्म में अत्यंत शुभ माना जाता है। 23 अप्रैल को शाम 06 बजकर 50 मिनट पर ब्रह्म योग शुरू होगा और इसका समापन 24 अप्रैल को दोपहर 03 बजकर 55 मिनट पर होगा।
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वरुथिनी एकादशी 2025 का महत्व
हिंदू धर्म में वरुथिनी एकादशी विशेष महत्व रखती है। भविष्य पुराण में उल्लिखित है कि भगवान कृष्ण ने राजा युधिष्ठिर को अपनी बातचीत के दौरान इसके बारे में बताया था।
मान्यता है कि जो भी व्यक्ति इस एकादशी पर उपवास करता है और सख्ती से व्रत के नियमों का पालन करता है, उसे अपने पुराने ही नहीं बल्कि भविष्य के पाप कर्मों से भी मुक्ति मिल जाती है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन दान-पुण्य करने का भी बहुत महत्व है। इससे न सिर्फ भगवान बल्कि पितरों का भी आशीर्वाद मिलता है।
वरुथिनी एकादशी 2025 की पूजन विधि
वरुथिनी एकादशी की पूजन एवं व्रत की विधि इस प्रकार है:
आप एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें और फिर विष्णु पूजा की तैयारियां शुरू कर दें। अपने घर के पूजन स्थल को गंगाजल छिड़क कर साफ करें। इसके बाद भगवान विष्णु की मूर्ति को स्नान करवाएं और उन्हें साफ धुले हुए वस्त्र पहनाएं। इसके बाद मूर्ति को पूजन स्थल में स्थापित करें।
अब आप भगवान विष्णु की मूर्ति के आगे धूप, चंदन, अगरबत्ती और पुष्प अर्पित करें। फिर एकादशी के व्रत का संकल्प लें। विष्णु जी की पूजा में पुष्प, फल और तुलसी अवश्य रखें और पूजा करते समय विष्णु जी के मंत्रों का जाप करें। रात्रि के समय विष्णु जी और मां लक्ष्मी का पूजन करें। अगले दिन स्नान करने के बाद विष्णु जी की पूजा कर के ब्राह्मण को भोजन करवाएं और इसके बाद अपने व्रत का पारण करें।
वरुथिनी एकादशी के व्रत में तुलसी पत्र का महत्व
चूंकि, भगवान विष्णु को तुलसी का पत्ता अत्यंत प्रिय होता है इसलिए आप वरुथिनी एकादशी के साथ-साथ अन्य सभी एकादशियों पर उनके पूजन में तुलसी का प्रयोग ज़रूर करें। ऐसा माना जाता है कि अगर एकादशी पर पूजा में तुलसी का पत्ता न रखा जाए, तो पूजा अधूरी रह जाती है। विष्णु जी को प्रसन्न करने के लिए पंचामृत का भोग भी लगाना चाहिए।
आप अपनी समस्या एवं मनोकामना के अनुसार वरुथिनी एकादशी पर निम्न उपाय कर सकते हैं:
नौकरी में तरक्की: जो लोग नौकरी में तरक्की पाना चाहते हैं, वो वरुथिनी एकादशी पर एक घड़े के अंदर जल भरकर उसे उत्तर की दिशा में रख दें। अब आप पूरे घर में इस पानी का छिड़काव करें। इससे आपकी बंद किस्मत के दरवाज़े खुल सकते हैं।
व्यापार में सफलता: यदि किसी जातक को अपने व्यवसाय में हानि हो रही है या वह प्रगति नहीं कर पा रहा है, तो उसे वरुथिनी एकादशी पर पीले रंग के 7 फूल भगवान विष्णु को चढ़ाने चाहिए। प्रत्येक फूल को चढ़ाते समय आप ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें।
मान-सम्मान के लिए: समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए आप इस एकादशी पर पीले रंग के वस्त्र में पीले रंग के फूल और नारियल को बांध कर, इसे भगवान विष्णु को अर्पित करें और फिर इसे अपने पास रख लें।
धन लाभ के लिए: यदि आपको पैसों की तंगी हो रही है या आप धन लाभ की कामना रखते हैं, तो आप एकादशी तिथि पर लाल रंग के वस्त्र में नारियल को लपेटकर अपने घर के पूजन स्थल में रख दें। अब आप मां लक्ष्मी को यह नारियल अर्पित करें। इसके पश्चात् नारियल को मां लक्ष्मी का प्रसाद मानकर रोज इसे खाएं। इस उपाय को करने से आपकी धन से संबंधित सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी और आप संपन्न बनेंगे।
मनोकामना की पूर्ति के लिए: आप एक शंख लें और उसके अंदर जल भरकर विष्णु जी की मूर्ति को स्नान करवाएं। इसके बाद विष्णु जी को भोग लगाकर अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।
एकादशी के दिन भगवान विष्णु और कृष्ण जी की उपासना करनी चाहिए। इसके साथ ही आप मधुराष्टक का पाठ भी कर सकते हैं। एकादशी पर भगवान कृष्ण के मधुसुदन रूप की पूजा करने का बहुत महत्व है।
जीवन में प्रेम, सुख और आनंद के लिए मधुराष्टक का पाठ करना चाहिए। वहीं समस्याओं का समाधान करने के लिए वरुथिनी एकादशी पर गजेंद्र मोक्ष का पाठ करने की सलाह दी जाती है।
यदि आपकी संतान को कोई समस्या है या आपको संतान से संबंधित किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो आप वरुथिनी एकादशी पर गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ कर सकते हैं।
यदि आपसे अनजाने में कोई गलती हो गई है या आप अपने पाप कर्मों का प्रायश्चित करना चाहते हैं, तो वरुथिनी एकादशी के अवसर पर भगवद् गीता के ग्यारहवें अध्याय का पाठ करें।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. 2025 में वरुथिनी एकादशी कब है?
उत्तर. 24 अप्रैल, 2025 को गुरुवार के दिन वरुथिनी एकादशी पड़ रही है।
प्रश्न 2. वरुथिनी एकादशी पर किसकी पूजा होती है?
उत्तर. इस दिन भगवान विष्णु के वामन अवतार की पूजा होती है।
प्रश्न 3. वरुथिनी एकादशी पर मकर राशि वाले क्या करें?
उत्तर. मकर राशि वाले ‘ॐ शुभांगाय स्वाहा’ मंत्र पढ़ें।
टैरो मासिक राशिफल मई: ये राशि वाले रहें सावधान!
टैरो कार्ड मासिक भविष्यवाणी 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्योतिषयों का मानना है कि टैरो व्यक्ति की जिंदगी में भविष्यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।
टैरो इस बात पर ध्यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्य के लिए सही विकल्प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्मा से बात करने का मौका देता है।
आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मज़ाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है। या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं। इन कारणों से या अन्य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।
टैरो की उत्पति 15वीं शताब्दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।
टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति को प्राप्त किया जा सकता है। आप कुछ स्तर पर अध्यात्म से, थोड़ा अपनी अंतरात्मा से और थोड़ा अपने अंर्तज्ञान और आत्म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।
तो आइए अब इस मासिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि मई, 2025 सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?
मेष राशि, टैरो मासिक राशिफल मई 2025 के अनुसार अगर आप प्रेम संबंध में हैं, तो ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड आपके लिए अशुभ संकेत दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आप रिश्ते में फंसा हुआ महसूस कर सकते हैं। आपको ऐसा लग सकता है कि इससे बाहर निकलने का कोई तरीका नहीं है जबकि यह सिर्फ आपका एक नज़रिया हो सकता है।
फोर ऑफ कप्स कार्ड आपको अपने लक्ष्यों का पुर्नमूल्यांकन करने और अपनी मौजूदा वित्तीय स्थिति के आधार पर नए अवसरों की तलाश करने के लिए प्रेरित करता है। यह कार्ड ठहराव, असंतुष्टि या बोर होने के संकेत भी दे रहा है।
ऐस ऑफ वैंड्स कार्ड रचनात्मक ऊर्जा और उत्साह में वृद्धि होने एवं कार्यक्षेत्र में नए अवसरों के संकेत दे रहा है। यह कार्ड आपको सोच-समझकर जोखिम उठाने और महत्वाकांक्षी चीज़ों पर काम करने के लिए प्रेरित कर रहा है।
स्वास्थ्य की बात करें, तो सेवन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड अपराइट या इनवर्टिड आने पर किसी भी असंतुलन या समस्या पर ध्यान देने की आवश्यकता को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको धैर्य और संयम बनाए रखने की ज़रूरत है। लंबे समय तक स्वस्थ रहने के लिए आपको अच्छी आदतें अपनानी चाहिए।
शुभ दिन: बृहस्पतिवार
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: टू ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: पेज ऑफ कप्स
करियर: ऐस ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ पेंटाकल्स
वृषभ राशि के जातकों को लव लाइफ में टू ऑफ कप्स कार्ड मिला है जिसका कहना है कि आपके और आपके पार्टनर के बीच रिश्ते में स्नेह रहेगा और आप दोनों एक-दूसरे का सम्मान करेंगे। आपका रिश्ता मज़बूत होगा। इस कार्ड का कहना है कि इस महीने खुलकर बातचीत करने और आपसी सहयोग से आप दोनों का रिश्ता भावनात्मक रूप से और ज्यादा मज़बूत होगा।
पेज ऑफ कप्स कार्ड शुभ समाचार की ओर संकेत कर रहा है। हालांकि, आपको जल्दबाज़ी में कोई वित्तीय निर्णय न लेने और सावधान रहने एवं अच्छी तरह से जांच-पड़ताल करने के बाद ही कोई फैसला लेना चाहिए। जोखिम वाले कामों में लापरवाही या जल्दबाज़ी न दिखाएं और सोच-समझकर निवेश एवं खरीदारी करें।
ऐस ऑफ कप्स कार्ड नए अवसरों और सकारात्मक भावना को दर्शाता है। इस चीज़ का उपयोग, आपके करियर में कई अलग-अलग तरीकों से किया जा सकता है। नौकरीपेशा जातकों के लिए यह कार्ड एक नई शुरुआत के संकेत दे रहा है।
स्वास्थ्य के मामले में सिक्स ऑफ पेंटाकल्स कार्ड दर्शाता है कि आपकी सेहत में सुधार आ सकता है। इस कार्ड का कहना है कि अगर आप किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो ठीक होने के लिए आपको चिकित्सा पेशेवरों की मदद की ज़रूरत पड़ सकती है।
शुभ दिन: बुधवार
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: स्ट्रेंथ
आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्स्ड)
करियर: द हाई प्रीस्टेस
स्वास्थ्य: फोर ऑफ कप्स
मिथुन राशि वालों को लव टैरो रीडिंग में स्ट्रेंथ कार्ड मिला है जिसके अनुसार आप एक पैशनेट रिश्ते में आ सकते हैं। इस कार्ड का कहना है कि आपका रिश्ता मज़बूत होगा लेकिन इसके साथ ही यह गुस्से, इर्ष्या या ऐसी ही नकारात्मक भावनाओं को भी जन्म दे सकता है। इस तरह के रिश्ते के नुकसान और फायदे दोनों होते हैं। वहीं दूसरी ओर, यह कार्ड सहानुभूति, करुणा और आंतरिक शक्ति का भी प्रतीक है जो आपके रिश्ते को स्थिरता दे सकता है।
थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स रिवर्स कार्ड वित्तीय समस्याओं को पार करने, आशावादी बनने और प्रगति में बाधा बन रही नकारात्मक भावनाओं को छोड़ने के लिए कह रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपनी वित्तीय स्थिति को प्रभावित करने वाली किसी भी तरह की भावनात्मक या मानसिक बाधा को दूर करना चाहिए। यह कार्ड आशावादी बनने और आर्थिक रूप से मज़बूत होने के लिए प्रेरित कर रहा है।
टैरो मासिक राशिफल मई 2025 के अनुसार द हाई प्रीस्टेस कार्ड दर्शाता है शिक्षा के क्षेत्र में आपको अधिक अवसर प्राप्त होंगे और यह अपनी रचनात्मक क्षमता के बारे में जानने का समय है। करियर से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लेते समय आपको अपने मन की बात सुननी चाहिए। आप अपने दिल की सुनें और अपने मन पर भरोसा करें, यह आपके करियर की दिशा बदल सकता है।
फोर ऑफ कप्स कार्ड कुछ भी नया शुरू करने से पहले आराम करने की सलाह दे रहा है। आप पिछले सप्ताह काफी व्यस्त रहे हैं इसलिए अब आपको अच्छी नींद लेने और आराम करने की ज़रूरत है ताकि आप आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकें।
शुभ दिन: शुक्रवार
कर्क राशि
प्रेम जीवन: द स्टार
आर्थिक जीवन: पेज ऑफ वैंड्स
करियर: टू ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: नाइट ऑफ कप्स
कर्क राशिके लोगों को द स्टार कार्ड मिला है जो कि उपचार, आशा और उज्जवल भविष्य का प्रतीक है। यह कार्ड आपको अतीत को छोड़ने और भविष्य के बारे में सोचने के लिए प्रेरित कर रहा है। अगर आपका रिश्ता एक मुश्किल दौर से गुज़र रहा है, तो यह समय आपके लिए ठीक होने का हो सकता है। आप दोनों जब तक एक-दूसरे से जुड़े रहेंगे और एक-दूसरे के प्रति ईमानदर रहेंगे, तब तक आप दोनों के नज़दीक आने की संभावना बनी रहेगी।
पेज ऑफ वैंड्स कार्ड कहता है कि आपको जल्द ही धन प्राप्त होने की संभावना है। यह अप्रत्याशित आय अलग-अलग रूप से हो सकती है। नौकरीपेशा जातकों को अचानक से बोनस मिल सकता है या किसी से उपहार में पैसे मिल सकते हैं। पैसा खर्च करने में कोई बुराई नहीं है लेकिन आपको अपने भविष्य के लिए पैसों की बचत करने पर भी ध्यान देना चाहिए।
टू ऑफ वैंड्स कार्ड आपको दीर्घकालिक लक्ष्यों के बारे में सोचने की सलाह दे रहा है। इसके साथ ही आपको आने वाले अवसरों को लेकर योजना बनानी चाहिए और पेशेवर जीवन में उन्नति को अपनाना चाहिए। यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने या किसी के साथ साझेदारी में काम करने के संकेत भी दे सकता है।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में आपको नाइट ऑफ कप्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपकी सेहत में सुधार आना चाहिए। अगर आप किसी टेस्ट के रिजल्ट का इंतज़ार कर रहे हैं, तो उसका परिणाम सकारात्मक या कम से कम आपकी उम्मीद से बेहतर आएगा। आप जल्द ही बेहतर महसूस करेंगे।
द स्ट्रेंथ कार्ड एक ऐसे मज़बूत रिश्ते का प्रतीक है जो सहनशीलता, आपसी समझ और भरोसे पर आधारित हो। इस कार्ड का कहना है कि आप और आपका पार्टनर दोनों जबरदस्ती के बजाय खुलकर बात करने और करुणा की मदद से एकसाथ बाधाओं को पार कर सकते हैं। इस कार्ड का यह भी कहना है कि व्यक्ति के अंदर अपने रिश्ते में आने वाली मुश्किलों को संभालने का साहस होना चाहिए।
धन के मामले में पेज ऑफ कप्स कार्ड शुभ समाचार और अनुकूल परिणाम मिलने के संकेत दे रहा है। लेकिन यह कार्ड कोई भी निवेश या खरीदारी करने से पहले अच्छी तरह से तैयारी करने और सोच-समझकर निर्णय लेने के लिए भी कह रहा है।
नाइट ऑफ वैंड्स कार्ड कार्यक्षेत्र में गतिशील बदलाव की ओर इशारा कर रहा है, जहां लोग अपनी चुनौतियों का सामना करते हैं और जोश एवं उत्साह के साथ अपने पैशन को पूरा करते हैं। यह कार्ड नौकरी में परिवर्तन आने या नए बिज़नेस की शुरुआत के संकेत दे रहा है।
थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स रिवर्स्ड कार्ड निराशा से उबरने, आशावादी बनने और ठीक होने का प्रयास करने को दर्शाता है। यह कार्ड उपचार की प्रक्रिया के दौरान आशावादी बनने और भावनात्मक दुख को दूर करने की सलाह दे रहा है।
शुभ दिन: मंगलवार
कन्या राशि
प्रेम जीवन: टू ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: द सन
करियर: टू ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: किंग ऑफ पेंटाकल्स
कन्या राशि के जातकों को लव लाइफ में टू ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है जो कि रिश्ते में संतुलन और विनम्र बनने की ज़रूरत को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको बाकी चीज़ों के सामने अपने रिश्ते को प्राथमिकता देनी चाहिए। यह कार्ड एक साथ कई जिम्मेदारियों को संभालने या अपने रिश्ते के भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लेने का संकेत भी दे सकता है।
द सन कार्ड का संबंध संपन्नता, समृद्धि और मज़बूत आर्थिक स्थिति से होता है। इस कार्ड का कहना है कि वित्तीय कार्यों और निवेश के सफल होने की संभावना है। आपको अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर आभारी और सुरक्षित महसूस करना चाहिए।
करियर के मामले में टू ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड कार्यक्षेत्र में असहमति, ठहराव या ऐसे मुश्किल विकल्प को चुनने को दर्शाता है जहां आप विरोधाभासी विचारों या करियर के विकल्पों के बीच फंसे हुए हैं। यहां पर आपको सावधानीपूर्वक विचार करने और एक अच्छी रणनीति बनाने की ज़रूरत है।
टैरो रीडिंग में स्वास्थ्य के मामले में किंग ऑफ पेंटाकल्स कार्ड हमेशा अच्छे संकेत देता है। इस कार्ड का कहना है कि अगर आप अपनी देख-रेख को लेकर चिंतित हैं, तो आप बेफिक्र रहें, आप सुरक्षित रहेंगे।
शुभ दिन: शुक्रवार
तुला राशि
प्रेम जीवन: द चैरियट
आर्थिक जीवन: किंग ऑफ वैंड्स
करियर: जजमेंट
स्वास्थ्य: फाइव ऑफ पेंटाकल्स (रिवर्स्ड)
टैरो लव रीडिंग मेंतुला राशि के जातकों को द चैरियट कार्ड अपराइट मिला है जो कि निजी संबंधों में साहस, नियंत्रण और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। यह कार्ड आपको मनचाहा परिणाम पाने के लिए प्रयास करने हेतु प्रेरित कर रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आप दोनों को एक-दूसरे की ऊर्जा को संतुलित करना चाहिए और प्यार के लिए बहुत ज्यादा त्याग करने से बचना चाहिए।
किंग ऑफ वैंड्स कार्ड वित्त के मामले में आपको सकारात्मक परिणाम देने वाला है। आप जोश, ऊर्जा और अनुभव के साथ अपने वित्तीय लक्ष्यों को पाने के लिए प्रेरित रहेंगे। यह कार्ड दर्शाता है कि आपके अंदर अपने बिज़नेस या पेशे में सफल होने के लिए नेतृत्व क्षमता मौजूद है।
करियर टैरो रीडिंग में द जजमेंट कार्ड संकेत देता है कि कार्यक्षेत्र में आपको आंका या परखा जा सकता है और आपको प्रमोशन देने पर भी विचार किया जा सकता है। यह कार्ड आपको जल्दबाज़ी में निर्णय न लेने और पैसों के मामले में सतर्क रहने की सलाह दे रहा है।
फाइव ऑफ पेंटाकल्स रिवर्स कार्ड स्वास्थ्य के मामले में सकारात्मक विकास को दर्शा रहा है। आप महसूस करेंगे कि दिन-ब-दिन आपकी सेहत बेहतर होती जा रही है। अब आप धीरे-धीरे अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण पा रहे हैं और ताकत एवं ऊर्जा प्राप्त कर रहे हैं।
शुभ दिन: बुधवार
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: डेथ
आर्थिक जीवन: द टॉवर (रिवर्स्ड)
करियर: ऐस ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स
टैरो मासिक राशिफल मई 2025 के अनुसार द डेथ कार्ड पुराने तरीके या रिश्ते में बदलाव या उसके खत्म होने के संकेत दे रहा है। अब यह आपके लिए मुश्किल ब्रेकअप या कोई सकारात्मक बदलाव जैसा कुछ भी हो सकता है। यह कार्ड आपको बदलाव को स्वीकार करने और उन चीज़ों को छोड़ने के लिए प्रेरित कर रहा है, जो अब आपके लिए किसी काम की नहीं रही हैं।
द टॉवर रिवर्स्ड कार्ड दर्शाता है कि आपको अपनी वित्तीय चुनौतियों को स्वीकार करना चाहिए और बदलाव के रास्ते में आ रही बाधा को दूर करना चाहिए। इस कार्ड कहना है कि आपको कड़वी सच्चाई का सामना करने और कुछ मुश्किल निर्णय लेने की ज़रूरत है। इसमें पेशेवर सलाह लेना या अपनी खर्च करने की आदत को बदलना शामिल है।
करियर की बात करें, तो ऐस ऑफ पेंटाकल्स कार्ड एक नई शुरुआत, रोमांचक अवसर और सफलता एवं वित्तीय लाभ की संभावना को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अवसरों का लाभ उठाना चाहिए, व्यावहारिक मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए और विवेकपूर्ण वित्तीय निर्णय लेने चाहिए।
स्वास्थ्य के मामले में नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स टैरो कार्ड कहता है कि आपको अपने स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए तुरंत कोई कदम उठाने की ज़रूरत है। इस कार्ड का कहना है कि आपके अंदर बेहतर जीवनशैली को अपनाने के लिए नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार होगा या चिकित्सकीय स्थिति में सकारात्मक सुधार आ सकता है।
धनु राशि के जातकों को लव लाइफ में पेज ऑफ कप्स कार्ड मिला है जो कि प्रेम जीवन में एक नए रिश्ते की शुरुआत को दर्शाता है। इसमें आप भावनात्मक रूप से जुड़ाव महसूस कर सकते हैं। ऐसे में, यह कार्ड आपको अपनी भावनाओं को स्वीकार करने और अपने दिल की बात सुनने के लिए कह रहा है।
द मून कार्ड कहता है कि इस समय आपको कोई वित्तीय निर्णय नहीं लेना चाहिए क्योंकि आपके पास पूरी जानकारी नहीं है। यदि आप कोई वित्तीय निर्णय ले रहे हैं, तो उसे लेकर रिसर्च करने और सवाल पूछने से कतराएं नहीं। इससे आपको सबसे सही विकल्प चुनने में मदद मिलेगी। फिलहाल, वित्तीय स्थिरता और कंफ्यूज़न की स्थिति बनी रह सकती है।
टैरो कार्ड में किंग ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड दर्शाता है कि आपको अपने करियर में अपनी बुद्धि का इस्तेमाल कर के प्रयास करने, रणनीतिक योजना बनाने और कड़ी मेहनत एवं व्यवस्थित दृष्टिकोण से उत्कृष्टता प्राप्त करनी है।
स्वास्थ्य के मामले में द व्हील ऑफ फॉर्च्यून कार्ड सेहत में बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए और बेहतर जीवनशैली के लिए बदलाव को स्वीकार करना चाहिए।
शुभ दिन: रविवार
मकर राशि
प्रेम जीवन: सेवन ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: टू ऑफ वैंड्स
करियर: द स्टार
स्वास्थ्य: फोर ऑफ पेंटाकल्स
टैरो मासिक राशिफल मई 2025 के अनुसार मकर राशि के जातकों को लव लाइफ में सेवन ऑफ पेंटाकल्स अपराइट कार्ड मिला है। इस कार्ड का कहना है कि आप अपने रिश्ते पर ध्यान दे रहे हैं और अपने पार्टनर का ख्याल रख रहे हैं। इस कार्ड का मतलब है कि आप एक ऐसे रिश्ते को अपना समय और ऊर्जा देने के लिए तैयार हैं जो लंबे समय तक चले और आपको संतुष्टि प्रदान करे।
टू ऑफ वैंड्स कार्ड वित्त के मामले में आर्थिक स्थिरता का प्रतिनिधित्व करता है। इससे पता चलता है कि आपकी स्थिति स्थिर और सहज है लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि आप अत्यधिक संपन्न हैं। हालांकि, इस स्थिरता के कारण अपने भविष्य की आर्थिक योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में आप विश्वास रखें कि आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर लेंगे। इससे आपको बहुत ज्यादा सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी और लोग इस पर ध्यान देंगे। इससे आपको वो अवसर मिल सकते हैं जिनकी आप उम्मीद कर रहे हैं। द स्टार कार्ड याद दिलाता है कि अगर आप नए पद या प्रमोशन की तलाश कर रहे हें, तो आपको अपने सपनों पर टिके रहना चाहिए। अगर आपने अपने करियर में हाल ही में चुनौतीपूर्ण या तनावपूर्ण समय देखा है, तो अब यह सुधार का समय है। इस समयावधि में आप शांत और आनंद महसूस करेंगे।
स्वास्थ्य के मामले में फोर ऑफ पेंटाकल्स कार्ड अपराइट या इनवर्टिड आने पर दर्शाता है कि आपको अपनी जिंदगी में असंतुलन को ठीक करने की आवश्यकता है। यह असंतुलन पुरानी आदतों को पकड़े रहने या आवयश्क बदलावों का विरोध करने की वजह से हो सकता है।
टैरो लव रीडिंग में थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड इंतज़ार करने, योजना बनाने और एकसाथ भविष्य की ओर बढ़ने के संकेत देता है। इससे आपका रिश्ता मज़बूत हो सकता है। इस कार्ड का कहना है कि आपका रोमांटिक संबंध एक नए चरण में प्रवेश करने जा रहा है। फिलहाल, आप और आपका पार्टनर भविष्य के बारे में सोच रहे हैं और अपने भविष्य में एक-दूसरे को देख रहे हैं।
द लवर्स कार्ड व्यावसायिक गठजोड़ या सहकर्मी के साथ लाभकारी सौहार्दपूर्ण एवं पारस्परिक संबंध के संकेत दे रहा है। अगर ऐसा होता है, तो आप इस बात का ध्यान रखें कि आप किस तरह के जोखिमों का सामना कर सकते हैं, इन्हें पूरी तरह से समझ लें और अपने दिल व दिमाग दोनों से सोच-समझकर फैसला लें।
ऐट ऑफ पेंटाकल्स कार्ड उपलब्धि और लक्ष्यों को प्राप्त करने को दर्शाता है। भले ही आप अपने करियर में बदलाव के बारे में न सोच रहे हों लेकिन तब भी यह कार्ड आपके लिए सकारात्मक संकेत ही दे रहा है। कार्यक्षेत्र में सब कुछ ठीक रहेगा।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में टेन ऑफ पेंटाकल्स एक लाभकारी कार्ड है। हालांकि, अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो आपको एक बार अपनी फैमिली हिस्ट्री देखने की ज़रूरत है कि कहीं ये बीमारी वंशानुगत तो नहीं है। आमतौर यह कार्ड उपचार के लिए शुभ संकेत देता है और दर्शाता है कि आपके आसपास के लोग किसी भी स्वास्थ्य समस्या को लेकर आपकी मदद कर सकते हैं।
शुभ दिन: शुक्रवार
मीन राशि
प्रेम जीवन: नाइट ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ कप्स
करियर: क्वीन ऑफ पेंटाकल्स (रिवर्स्ड)
स्वास्थ्य: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्स्ड)
मीन राशि के जातकों को टैरो मासिक राशिफल मई 2025 के अनुसार नाइट ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है जो दर्शाता है कि इस महीने आपको निजी और पेशेवर जीवन दोनों में ही अपने पार्टनर को पूरा सहयोग प्राप्त होगा। आपका जीवनसाथी बेहद समर्पित और भरोसेमंद होगा लेकिन वे अपने विचार पर अडिग रहते हैं जिससे वे जिद्दी हो सकते हैं। कुल मिलाकर यह महीना आपके लिए अनुकूल रहने वाला है।
यह कार्ड उपहार, दान या अपने स्रोतों को साझा करने को दर्शाता है। बचपन और घर से संबंधित यह कार्ड दर्शाता है कि आपको अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने स्रातों को साझा करना पड़ सकता है। अपने माता-पिता के घर जाकर रहने से आप अपने लिए अधिक पैसों की बचत कर पाएंगे। वहीं दूसरी ओर, आप अपने घर में परिवार के सदस्यों को वापस बुला सकते हैं और अपने संसाधनों को साझा कर सकते हैं।
करियर के मामले में रिवर्स्ड क्वीन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड अस्थिरता, दीर्घकालिक लक्ष्यों पर फोकस की कमी या काम और निजी जीवन के बीच संतुलन बनाने में कठिनाई के संकेत दे सकता है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति में अस्थिरता आ सकती है या असंतुलन की भावना आ सकती है।
स्वास्थ्य के मामले में आपको नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स इनवर्टिड कार्ड मिला है जो कि मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के संकेत दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि अगर आप पहले से ही चिंता, अनिद्रा या हार्मोनल असंतुलन से ग्रस्त हैं, तो अब आपकी स्थिति और ज्यादा खराब हो सकती है।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. टैरो से हम किस तरह के सवाल पूछ सकते हैं?
उत्तर. आप जिंदगी के किसी भी पहलू के बारे में टैरो से सवाल पूछ सकते हैं।
प्रश्न 2. कौन सा टैरो कार्ड भाग्य के संकेत देता है?
उत्तर. व्हील ऑफ फॉर्च्यून।
प्रश्न 3. कौन सा टैरो डेक सबसे ज्यादा लोकप्रिय है?
उत्तर. राइडर वेट डेक।
मई में होगा कई ग्रहों का गोचर, देख लें विवाह मुहूर्त की पूरी लिस्ट!
ग्रेगोरियन कैंलेंडर का पांचवा महीना मई का होता है। यह समय उत्तरी गोलार्ध में खिलते हुए फूलों, गर्मी और वसंत ऋतु से ग्रीष्म ऋतु की ओर जाने का होता है। विकास और प्रजनन की कारक प्राचीन रोमन देवी माया के नाम पर मई के महीने का नाम रखा गया है। लंबे समय से मई माह का संबंध नवीनीकरण, जीवन और उत्साह से रहा है। 31 दिनों वाला यह महीना साल के मध्य में आता है और इस समय दिन बड़े होने लगते हैं और चारों तरफ नई ऊर्जा और ताज़गी का संचार होता है।
बताया जाता है कि मई महीने की उत्पत्ति रोमन कैलेंडर से हुई थी और इसका नाम माया मजेस्टा के नाम पर रखा गया था। इस रोमन देवी का फर्टिलिटी एवं धरती का पोषण करने से संबंध है। प्राचीन समय में इस देवी की पूजा के लिए रोम के वासियों ने कई पर्व और उत्सव मनाए जिनका उद्देश्य फसलों को बढ़ाने और प्रकृति की समृद्धि के उत्सव को मनाना था। ग्रीक पौराणिक कथाओं में भी मई के महीने का महत्व है क्योंकि माया प्लेइडीस नामक अप्सराओं के समूह की एक सदस्य थीं जिनका संबंध वसंत ऋतु और पुनर्जन्म से था।
हिंदू कैलेंडर में मई का महीना विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस माह में दो प्रमुख चंद्र मास – वैशाख और ज्येष्ठ पड़ते हैं। इन महीनों में कई हिंदू त्योहार, धार्मिक अनुष्ठान और मौसमी परिवर्तन होते हैं जिनका आध्यात्मिक और रोज़मर्रा के जीवन पर प्रभाव पड़ता है। जहां ग्रेगोरियन कैलेंडर सौर प्रणाली पर आधारित है, वहीं हिंदू कैलेंडर प्रमुख रूप से चंद्र-सौर पर आधारित है। इसका अर्थ है हिंदू कैलेंडर में चंद्रमा के चरणों और सूर्य की गति दोनों को ध्यान में रखा गया है। चंद्रमा के चक्र के आधार पर मई की शुरुआत में ज्येष्ठ माह और आखिरी हिस्से में वैशाख का महीना आता है। ये दोनों महीने हिंदू परंपरा, पौराणिक कथाओं और ज्योतिष में गहराई से निहित हैं।
मई महीने का संबंध वृषभ (20 अप्रैल से 20 मई) और मिथुन राशि (21 मई से 20 जून) से होता है। वृषभ राशि संतुलन, ईमानदारी और सौंदर्य के लिए प्रेम का प्रतीक है वहीं मिथुन राशि जिज्ञासा, परिवर्तन को स्वीकार करने और बुद्धिमानी को दर्शाती है। इस माह में जन्मे जातकों का भाग्यशाली रत्न पन्ना स्टोन होता है जो कि पुनर्जन्म, बुद्धि और संपन्नता का कारक है।
मई भारत के सबसे गर्म महीनों में से एक है। इस दौरान भारत के कई हिस्सों में गर्मी अपने चरम पर होती है। जलवायु के संदर्भ से चिलचिलाती धूप, बढ़ता तापमान और सूखी हवा इस महीने को चुनौतीपूर्ण बना देती है। इस दौरान लू और तटीय क्षेत्रों में बढ़ती नमी देखी जाती है। हालांकि, भीषण गर्मी होने के बावजूद मई का महीना भारत के कृषि क्षेत्र में अहम भूमिका निभाता है और मानसून के आने की नींव रखता है।
मई माह की राशि और ग्रह का प्रभाव
इस महीने वृषभ और मिथुन राशि का संबंध है। आगे जानिए कि मई माह से संबंध रखने वाली इन दो राशियों के जातक कैसे होते हैं:
वृषभ राशि:
वृषभ राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है जिससे इस राशि वाले प्रेम, सौंदर्य और विलासिता को अधिक पसंद करने वाले होते हैं। मई के पहले हिस्से में जन्मे जातकों पर शुक्र का प्रभाव अधिक रहता है जिससे वे भौतिक सुख-सुविधाओं के प्रति ज्यादा आकर्षित रहते हैं। इन्हें सौंदर्य पसंद होता है और ये अपने जीवन में स्थिरता को पसंद करते हैं।
मिथुन राशि:
मई के अंतिम भाग में पैदा होने वाले जातकों की मिथुन राशि होती है जिसके स्वामी ग्रह बुध हैं। मिथुन राशि वाले जातक चतुर, बुद्धिमान और मिलनसार होते हैं।
मई माह के ज्योतिषीय गुण
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मई माह स्थिर ऊर्जा प्रदान करता है। खासतौर पर वृषभ राशि के जातकों के लिए यह समय दीर्घकालिक योजनाएं बनाने और अपने कार्यों को मज़बूत करने के लिए उपयुक्त होता है।
बुद्धिमत्ता में वृद्धि होती है: इस महीने के उत्तरार्ध में बुध ग्रह का प्रभाव बढ़ जाता है जिससे लोगों की बातचीत करने और तार्किक क्षमता बेहतर होती है।
भौतिक सुख: चूंकि, इस महीने पर शुक्र का प्रभाव रहता है, इसलिए इस माह में जन्मे लोग भौतिक सुख-सुविधाओं के साथ जीना पसंद करते हैं।
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मई 2025: ज्योतिषीय तथ्य और पंचांग की गणना
मई 2025 की शुरुआत 01 मई को बृहस्पतिवार से हो रही है। यह मृगशिरा नक्षत्र में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होगा और यह माह 31 मई को शनिवार के दिन शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को अश्लेषा नक्षत्र में समाप्त होगा।
मई 2025 के हिंदू व्रत व त्यौहार
तिथि
दिन
पर्व व व्रत
08 मई 2025
गुरुवार
मोहिनी एकादशी
09 मई 2025
शुक्रवार
प्रदोष व्रत (शुक्ल)
12 मई 2025
सोमवार
वैशाख पूर्णिमा व्रत
15 मई 2025
गुरुवार
वृष संक्रांति
16 मई 2025
शुक्रवार
संकष्टी चतुर्थी
23 मई 2025
शुक्रवार
अपरा एकादशी
24 मई 2025
शनिवार
प्रदोष व्रत (कृष्ण)
25 मई 2025
रविवार
मासिक शिवरात्रि
27 मई 2025
मंगलवार
ज्येष्ठ अमावस्या
मई 2025 में पड़ने वाले ग्रहण और गोचर
मई के महीने में कई महत्वपूर्ण गोचर होने वाले हैं। मई 2025 में ग्रहों के गोचर से संबंधित जानकारी निम्न प्रकार से है:
बुध का मेष राशि में गोचर: बुध 07 मई को सुबह 03 बजकर 53 मिनट पर मंगल की राशि मेष में प्रवेश करेंगे।
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर: 14 मई, 2025 को रात 11 बजकर 51 मिनट पर सूर्य शुक्र की राशि वृषभ में गोचर करने जा रहे हैं।
बृहस्पति का मिथुन राशि में गोचर: 15 मई, 2025 को सुबह 02 बजकर 30 मिनट पर गुरु बुध की राशि मिथुन में गोचर करेंगे।
राहु का कुंभ राशि में गोचर: 18 मई को शाम 05 बजकर 08 मिनट पर राहु शनि की राशि कुंभ में प्रवेश करेंगे।
केतु का सिंह राशि में गोचर: केतु 18 मई, 2025 को शाम 05 बजकर 08 मिनट पर सूर्य की राशि सिंह में गोचर करने जा रहे हैं।
बुध मेष राशि में अस्त: 18 मई, 2025 को रात 12 बजकर 13 मिनट पर बुध ग्रह मंगल की राशि मेष में अस्त हो जाएंगे।
बुध का वृषभ राशि में गोचर: 23 मई, 2025 को मेष राशि में अस्त होने के बाद बुध दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे।
शुक्र का मेष राशि में गोचर: 31 मई, 2025 को शुक्र 11 बजकर 17 मिनट पर मेष राशि में प्रवेश करेंगी।
मई के महीने में जन्म लेने वाले जातक अनूठे और आकर्षक व्यक्तित्व के होते हैं। इस महीने का संबंध मिथुन और वृषभ राशि से होता है। साल का पांचवां महीना होने की वजह से मई का संबंध गर्मजोशी, विकास और जीवंतता से होता है। इस महीने में पैदा होने वाले जातकों के अंदर ये सभी गुण देखे जा सकते हैं। वृषभ राशि के स्वामी शुक्र देव हैं और इस राशि को संतुलन, संवेदनशीलता और दृढ़ संकल्प के लिए जाना जाता है। वहीं मिथुन राशि के स्वामी बुध ग्रह हैं जो बुद्धिमानी का कारक हैं।
इस महीने में पैदा होने वाले जातकों में व्यवहारिकता और सहजता का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है जो उन्हें विविध गुणों के साथ आकर्षक बनाता है। आगे विस्तार से बताया गया है कि मई में जन्मे जातकों की विशेषताएं, ताकत और कमज़ोरी क्या होती है।
ताकत क्या है
मेहनती होते हैं
इस महीने में जन्म लेने वाले खासतौर पर वृषभ राशि वाले जातक दृढ़ निश्चयी होते हैं। एक बार ये जो लक्ष्य बना लेते हैं, फिर उसे पाने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं। चाहे उसमें कितना भी समय क्यों न लगे, उसे छोड़ते नहीं हैं। ये असफलताओं से निराश नहीं होते हैं और आगे बढ़ने का रास्ता ढूंढ ही लेते हैं।
रचनात्मक और कलात्मक होते हैं
शुक्र की राशि वृषभ वाले जातकों के अंदर स्वाभाविक रूप से कला और सौंदर्य के प्रति आकर्षण होता है। ये हर चीज़ को बारीकी से देखते हैं और रचनात्मक क्षेत्रों जैसे कि पेंटिंग, संगीत, डिज़ाइन और फैशन में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं। वहीं दूसरी ओर, मिथुन राशि वाले कई तरह से रचनात्मक होते हैं। ये अपनी बुद्धिमानी और जिज्ञासा का प्रयोग नए विचारों में करते हैं।
आकर्षक और मिलनसार
खासतौर पर मई में जन्मे मिथुन राशि वाले लोग आकर्षक होते हैं और ये अपनी बातों से दूसरों को प्रभावित करने में सक्षम होते हैं। ये किसी से भी बात कर सकते हैं और लोगों को सहज महसूस करवाने में निपुण होते हैं। इनका हंसमुख व्यवहार और जीवंत व्यक्तित्व इन्हें किसी भी पार्टी की जान बना देता है।
वफादार और भरोसेमंद
सोशल होने के बावजूद मई में जन्मे जातक अपने रिश्तों में ईमानदारी को अधिक महत्व देते हैं। खासतौर पर वृषभ राशि वाले अपने प्रियजनो के लिए बहुत ज्यादा ईमानदार होते हैं और अच्छे और बुरे वक्त में उनके साथ खड़े रहते हैं। ये ऐसे दोस्त और साथी होते हैं जिन पर पूरी तरह से भरोसा किया जा सकता है।
जल्दी सीखते हैं
मिथुन राशि वाले बदलाव को स्वीकार करने वाले और बुद्धिमान होते हैं। ये नए माहौल में बहुत जल्दी घुल-मिल जाते हैं और हमेशा नई चीज़ें सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं। अवधारणाओं को आसानी से समझने की उनकी क्षमता, उन्हें विभिन्न व्यवसायों और सामाजिक स्थितियों में सफल होने में मदद करती है।
कमज़ोरी क्या है
जिद्दी और हठी होते हैं
दृढ़ निश्चयी होना अच्छी बात है लेकिन जब यह अधिक हो जाए, तो यह कमज़ोरी का रूप ले लेती है। वृषभ राशि वाले बहुत ज्यादा जिद्दी होते हैं और गलत होने पर भी अपने विचारों को बदलने से मना कर सकते हैं। इसकी वजह से कभी-कभी इनके रिश्तों और कार्यक्षेत्र में टकराव उत्पन्न हो सकता है।
आवेगी और बेचैन होते हैं
वहीं दूसरी ओर मिथुन राशि वाले आवेगपूर्ण होते हैं। ये आसानी से बोर हो जाते हैं और एक काम को पूरे किए बिना ही दूसरा काम शुरू कर सकते हैं। इस बेचैनी की वजह से उन्हें दीर्घकालिक कार्यों पर टिके रहने में कठिनाई हो सकती है।
आलसी होते हैं
चूंकि, वृषभ राशि वालों को आराम और लग्ज़री पसंद होती है इसलिए ये कभी-कभी खाने, भौतिक चीज़ों या ऐशो-आराम में अधिक लिप्त रह सकते हैं। यह प्रवृत्ति इन्हें खासतौर पर अपने आसपास के माहौल में सहन महसूस करने पर टालमटोल करने या आलसी बना सकती है।
निर्णय न ले पाना
मिथुन राशि के जातक दिमाग से तेज़ होते हैं लेकिन द्विस्वभाव होने की वजह से ये कभी-कभी निर्णय लेने में असमर्थ भी हो सकते हैं। ये परिस्थितियों का बहुत ज्यादा विश्लेषण कर लेते हैं और सही निर्णय लेने में इन्हें संघर्ष करना पड़ता है जिससे अनावश्यक तनाव होता है।
शुभ रंग: मई में जन्म लेने वाले जातकों के लिए हरा और नीला रंग शुभ होता है। ये रंग विकास, स्थिरता और ज्ञान के प्रतीक हैं।
शुभ अंक: जिन जातकों का जन्म मई के महीने में होता है, उनका शुभ अंक 5, 6 और 9 होते हैं।
शुभ रत्न: वृषभ राशि के लिए पन्ना और मिथुन राशि के लिए अगेट है। ये रत्न इनके जीवन में स्पष्टता, रचनात्मकता और शक्ति को बढ़ाते हैं।
शुभ दिन: मई में पैदा होने वाले लोगों के लिए शुक्रवार और बुधवार के दिन को शुभ माना जाता है। जहां वृषभ राशि के लिए शुक्रवार का दिन प्यार और सौहार्द को दर्शाता है, वहीं बुधवार का दिन मिथुन राशि वालों के लिए बुद्धिमत्ता और संचार को बढ़ावा देने वाला दिन है।
अंडमान और निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, उड़ीसा, मिजोरम, त्रिपुरा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल
16 मई
शुक्रवार
राज्य दिवस
सिक्किम
26 मई
सोमवार
काजी नजरूल इस्लाम जयंती
त्रिपुरा
29 मई
गुरुवार
महाराणा प्रताप जयंती
हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान
30 मई
शुक्रवार
श्री गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस
पंजाब
मई विवाह मुहूर्त 2025
दिनांक एवं दिन
नक्षत्र
तिथि
मुहूर्त का समय
01 मई 2025, गुरुवार
मृगशिरा
पंचमी
सुबह 11 बजकर 23 मिनट से दोपहर 02 बजकर 21 मिनट तक
05 मई 2025, सोमवार
माघ
नवमी
रात 08 बजकर 28 मिनट से अगली सुबह 05 बजकर 54 मिनट तक
06 मई 2025, मंगलवार
माघ
नवमी, दशमी
सुबह 05 बजकर 54 मिनट से दोपहर 03 बजकर 51 मिनट तक
8 मई 2025, गुरुवार
उत्तराफाल्गुनी, हस्त
द्वादशी
दोपहर 12 बजकर 28 मिनट से सुबह 05 बजकर 52 मिनट तक
09 मई 2025, शुक्रवार
हस्त
द्वादशी, त्रयोदशी
सुबह 05 बजकर 52 मिनट से रात 12 बजकर 08 मिनट तक
10 मई 2025, शनिवार
स्वाति
चतुर्दशी
सुबह 03 बजकर 15 मिनट से अगली सुबह 04 बजकर 01 मिनट तक
14 मई 2025, बुधवार
अनुराधा
द्वितीया
सुबह 06 बजकर 34 मिनट से सुबह 11 बजकर 46 मिनट तक
15 मई 2025, गुरुवार
मूल
चतुर्थी
सुबह 04 बजकर 02 मिनट से अगली सुबह 05 बजकर 26 मिनट तक
16 मई 2025, शुक्रवार
मूल
चतुर्थी
सुबह 05 बजकर 49 मिनट से शाम 04 बजकर 07 मिनट तक
17 मई 2025, शनिवार
उत्तराषाढ़ा
पंचमी
शाम 05 बजकर 43 मिनट से अगली सुबह 05 बजकर 48 मिनट तक
18 मई 2025, रविवार
उत्तराषाढ़ा
षष्ठी
शाम 05 बजकर 48 मिनट से शाम 06 बजकर 52 मिनट तक
22 मई 2025, गुरुवार
उत्तराभाद्रपद
एकादशी
रात 01 बजकर 11 मिनट से सुबह 05 बजकर 46 मिनट तक
23 मई 2025, शुक्रवार
उत्तराभाद्रपद, रेवती
एकादशी, द्वादशी
सुबह 05 बजकर 46 मिनट से अगली सुबह 05 बजकर 46 मिनट तक
24 मई 2025, शनिवार
रेवती
द्वादशी
सुबह 05 बजकर 22 मिनट से सुबह 08 बजकर 22 मिनट तक
27 मई 2025, मंगलवार
रोहिणी, मृगशीर्ष
प्रतिपदा
शाम 06 बजकर 44 मिनट से अगली सुबह 05 बजकर 45 मिनट तक
28 मई 2025, बुधवार
मृगशीर्ष
द्वितीया
सुबह 05 बजकर 45 मिनट से शाम 07 बजकर 08 मिनट तक
सभी 12 राशियों के लिए मई 2025 का राशिफल
मेष राशि
मेष राशि के जातकों को इस महीने मिलेजुले परिणाम मिलने वाले हैं। मई के पहले हिस्से में सूर्य की उच्च स्थिति के कारण कुछ लाभ मिल सकता है लेकिन मंगल के नीच और शनि के अशुभ स्थान में होने की वजह से चुनौतियां उत्पन्न हो सकती हैं। बृहस्पति और शुक्र आपको सकारात्मक परिणाम देंगे जबकि शनि और राहु कभी-कभी मुश्किलें पैदा कर सकते हैं। महीने का पहला हिस्सा ज्यादा सकारात्मक लग रहा है। करियर औसत रहने वाला है। व्यापारियों के मुकाबले नोकरीपेशा जातक अधिक बेहतर रहेंगे। आप आर्थिक रूप से स्थिर रहेंगे। हालांकि, खर्चों में बढ़ोतरी और आय में देरी की वजह से आपको सावधानीपूर्वक बजट बनाकर चलने की ज़रूरत है। शुक्र के प्रभाव के कारण पारिवारिक जीवन बेहतर रहेगा। हालांकि, थोड़े-बहुत विवाद और समस्याएं हो सकती हैं। महीने के पहले हिस्से में रोमांटिक संबंध अच्छे रहेंगे लेकिन दूसरे हिस्से में प्रेम और विवाह को लेकर सतर्क रहने की ज़रूरत है।
23 मई, 2025 तक बुध के कमज़ोर स्थिति में रहने के कारण छात्रों को उतार-चढ़ाव देखने पड़ सकते हैं लेकिन मेहनत करने से अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है। बुध के कमज़ोर होन की वजह से सेहत में उतार-चढ़ाव आ सकता है। आपको थकान, बुखार या ब्लड प्रेशर से संबंधित समस्या हो सकती है। सूर्य की उच्च स्थिति मई के पहले हिस्से में तो आपके स्वास्थ्य को ठीक रखेगी लेकिन आपके लिए स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखना आवश्यक होगा। कुल मिलाकर मई का महीना आपके लिए सफलता और अड़चनों से भरा रहेगा और आप अपने प्रयासों एवं सावधानी से चुनौतियों को संभाल पाएंगे।
उपाय: आप गुड़, शराब, मांस और अंडे का सेवन न करें एवं अभद्रता से दूर रहें और अपने साथ चांदी का एक चौकोर टुकड़ा रखें।
वृषभ राशि के जातकों के लिए मई 2025 अनुकूल लग रहा है। शुक्र आपकी वित्तीय स्थिति को मज़बूत कर रहा है और शनि आपको करियर के क्षेत्र में प्रगति प्रदान करेगा। सूर्य का उच्च स्थिति में होना मई के पहले हिस्से में सकारात्मकता लेकर आएगा। वहीं बाद में इसके राशि परिवर्तन से आपको मिलेजुले परिणाम मिल सकता है। मंगल नीच का होने के बावजूद आपको लाभ देने का काम करेगा। 07 मई से 23 मई तक बुध के कमज़ोर स्थिति में होने के कारण आपको करियर, शिक्षा और प्रेम जीवन में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं लेकिन बृहस्पति और शनि से आपको समग्र रूप से स्थिरता प्रदान करेगा।
महीने की शुरुआत में नौकरीपेशा जातकों को अच्छे अवसर मिलने की संभावना है। वहीं व्यापारियों को आर्थिक लाभ मिलने के संकेत हैं, हालांकि इन्हें जोखिम उठाने से बचना चाहिए। आपकी आर्थिक रूप से स्थिर रहेंगे लेकिन आय में देरी होने और कम बचत के कारण आपको सावधानीपूर्वक बजट बनाकर चलने की ज़रूरत है। पारिवारिक जीवन और प्रेम संबंधों में आपकेा उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। बुध के कमज़ोर होने के कारण आपके रिश्तों में गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं। आपके प्रेम जीवन में भी उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं लेकिन बृहस्पति की वजह से आपके वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी।
खासतौर पर विदेश में पढ़ाई कर छात्रों को मई के मध्य में शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियां का सामना करने के बावजूद लाभ होगा। आपका स्वास्थ्य सामान्य रहेगा लेकिन आपको मौसम से संबंधित मामूली समस्याएं हो सकती हैं और हार्ट के मरीज़ों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। संतुलित जीवनशैली अपनाने से महीनेभर आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
उपाय: अपने माथे पर रोज़ केसर का तिलक लगाएं, इस महीने गुड़ का सेवन करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मिथुन राशि के जातकों को मई 2025 में मिलेजुले परिणाम मिलने की संभावना है। मई का पहला हिस्सा अनुकूल रहेगा जबकि दूसरा हिस्सा चुनौतीपूर्ण रह सकता है। बुध मिथुन राशि के स्वामी ग्रह हैं और इससे आपको विभिन्न पहलुओं में सहयोग मिलेगा। सूर्य से आपको महीने की शुरुआत में लाभ मिलेगा लेकिन बाद में इसका प्रभाव कमज़ोर हो सकता है। बृहस्पति की स्थिति में बदलाव आने की वजह से मई के दूसरे हिस्से में करियर के क्षेत्र में सुधार आने की संभावना है। कार्यस्थल पर आपको देरी और कड़ी जांच की वजह से अड़चनें आ सकती हैं। व्यापारियों को 07 मई से 13 मई के बीच अच्छा मुनाफा होने के योग हैं। वित्तीय जीवन की बात करें, तो आपकी आमदनी स्थिर रहेगी लेकिन मंगल के दूसरे भाव के होने के कारण आपको बचत करने के मामले में मुश्किलें आ सकती हैं। सूर्य की उच्च स्थिति महीने के पहले हिस्से में वित्तीय सफलता प्रदान करेगी लेकिन आपको पैसे खर्च करने को लेकर सावधान रहना होगा।
खासतौर पर रचनात्मक और व्यावसायिक क्षेत्रों में छात्रों को उत्कृष्ट परिणाम मिलने के संकेत हैं। मंगल की स्थिति के कारण परिवार में तनाव का माहौल पैदा हो सकता लेकिन बृहस्पति के प्रभाव से महीने के आखिर में विवाद सुलझ सकते हैं। प्रेम संबंधों में स्थिरता आएगी और शुक्र के उच्च होने के कारण विशेष रूप से ऑफिस चल रहे प्रेम संबंध में आपका रिश्ता मज़बूत होगा। बृहस्पति के शनि के प्रभाव को कम करने से वैवाहिक जीवन में चल रही समस्याओं में धीरे-धीरे कमी सुधार आ सकता है। स्वास्थ्य के मामले में खासतौर पर 07 मई से पहले उतार-चढ़ाव आ सकता है। हालांकि, बाद में स्थिति बेहतर हो सकती है। अनुशासित जीवनशैली अपनाने से आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को फायदा होगा।
उपाय: जल में कुमकुम मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें एवं मांस, अंडा और अश्लीलता से दूर रहें। आप नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों को मई 2025 में औसत परिणाम मिलने के संकेत हैं। सूर्य का दसवें और ग्यारहवें से गोचर लाभकारी रहेगा और बुध से भी सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। महीने के पहले हिस्से में बृहस्पति का समर्थन मिलेगा लेकिन बाद में चुनौतियां आ सकती हैं। मंगल और राहु कमज़ोर हैं जबकि शुक्र से सकारात्मक प्रभाव की उम्मीद की जा सकती है। करियर के क्षेत्र में आपको सामान्य से बेहतर परिणाम मिलेंगे। व्यवसाय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में सफलता मिल सकती है। लेकिन महीने के दूसरे हिस्से में नौकरी से संबंधित अनिश्चितताएं बनी रह सकती हैं। वित्तीय स्तर र मई का महीना अच्छा रहने वावला है। शुक्र की कृपा से आपको लाभ होगा और बृहस्पति स्थिरता प्रदान करेंगे। शनि के प्रभाव के बावजूद आय और बचत स्थिर रह सकती है।
पारिवारिक जीवन सकारात्मक रहने वाला है। महीने के दूसरे हिस्से में भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते बेहतर होंगे। प्रेम जीवन में आपको मिलेजुले परिणाम मिलेंगे जबकि शुक्र रोमांस को बढ़ावा देगा। मंगल के नीच होने के कारण रिश्ते में गलतफहमियां हो सकती हैं और यहां आपको धैर्य और बातचीत से काम लेने की ज़रूरत है। शिक्षा की बात करें, तो महीने की शुरुआत में शुक्र और बृहस्पति उच्च शिक्षा के लिए अनुकूल रहेंगेलेकिन बाद में छात्रों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। मंगल के कमज़ोर होने के कारण स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव आ सकता है जिससे आपको मामूली समस्याएं जैसे कि बुखार और जुकाम होने की आशंका है। हालांकि, सूर्य और दूसरे भाव के प्रभाव से आपकी सेहत में सुधार आएगा। अनुशासन में रहकर आप अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं।
उपाय: किसी से भी कुछ भी फ्री में न लें। आप नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें और रोज़ पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं।
सिंह राशि के लोगों को ग्रहों की स्थिति के कारण मई 2025 में मिलेजुले परिणाम देखने को मिलेंगे। सूर्य मज़बूत स्थिति में रहेंगे जिससे महीने के आखिर में सकारात्मकता बनी रहेगी। वहीं मंगल, शनि, राहु और केतु अड़चनें पैदा कर सकते हैं। सूर्य के करियर भाव में आने पर महीने के दूसरे हिस्से में करियर के क्षेत्र में सुधार देखने को मिलेगा। पेशेवर जातकों को लाभ होगा। इस महीने व्यापारियों को जोखिम उठाने से बचना चाहिए। छात्रों का ध्यान भटक सकता है लेकिन लगातर प्रयास करते रहने से उन्हें सफलता ज़रूर मिलेगी। वित्तीय स्तर की बात करें, बुध की चाल के कारण उतार-चढ़ाव आएंगे जबकि महीने के आखिर में वित्तीय स्थिति स्थिर होगी। कोई बड़ा नुकसान होने की आशंका नहीं है। आपको बचत पर ध्यान देने की ज़रूरत है।
शनि के प्रभाव की वजह से महीने की शुरुआत में परिवार में तनाव पैदा हो सकता है लेकिन महीने के आखिर में शुक्र सुख-शांति प्रदान करेंगे। शुरुआत में प्रेम संबंधों में संघर्ष करना पड़ सकता है लेकिन महीने के मध्य में बृहस्पति के सहयोग से स्थिति बेहतर होगी। सूर्य की मज़बूत स्थिति के कारण स्वास्य स्थिर रहेगा। हालांकि, राहु, केतु और शनि के कारण मामूली स्वास्थ्य समस्याएं होने के संकेत हैं। संतुलित जीवनशैली और धैर्य से सिंह राशि वालों को चुनौतियों से निपटने और मई 2025 में मिलने वाले अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।
उपाय: मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में लाल रंग की मिठाई चढ़ाए और प्रसाद बांटें। अपने माथे पर रोज़ केसर का तिलक लगाएं। किसी भी शनिवार के दिन छिलके समेत 6 सूखे नारियल बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
कन्या राशि के जातकों के लिए मई 2025 में मिलेजुले परिणाम मिल सकते हैं। ग्रहों के प्रभाव की वजह से इन्हें उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। सूर्य और मंगल की स्थिति के कारण उनसे मिलने वाले सकारात्मक प्रभाव में कमी आ सकती है जबकि बुध के गोचर से औसत परिणाम मिलेंगे। महीने के पहले हिस्से में गुरु अच्छे परिणाम देंगे लेकिन बाद में प्रतिकूल प्रभाव मिल सकता है। शुक्र और शनि चुनौतियां उत्पन्न कर सकते हैा जबकि राहु और केतु अस्थिरता लेकर आएंगे जबकि महीने के दूसरे हिस्से में स्थिरता आएगी। करियर के क्षेत्र में अनिश्चितताएं आ सकती हैं। आपको सावधानीपूर्वक निर्णरू लेने और धैर्य रखने की ज़रूरत है। व्यापारियों को जोखिम उठाने से बचना चाहिए। कार्यक्षेत्र में मिलने वाली चुनौतियों के कारण आपको पहचान मिलने में देरी हो सकती है। आर्थिक स्तर पर औसत लाभ मिलने की संभावना है। बृहस्पति महीने के पहले हिस्से में संपत्ति में वृद्धि करेंगे।
पारिवारिक संबंध सामान्य रहेंगे लेकिन थोड़ी-बहुत असहमति हो सकती है। वहीं महीने का दूसरा हिस्सा महत्वपूर्ण निर्णय लेने के मामले में अधिक अनुकूल रहने वाला है। प्रेम और वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं लेकिन समझदारी से काम लेने से मतभेद दूर हो सकते हैं। शिक्षा के स्तर पर विशेष रूप से प्राथमिक शिक्षा ले रहे छात्रों को अधिक प्रयास करने की ज़रूरत है जबकि उच्च शिक्षा और व्यावसायिक विषयों की पढ़ाई कर रहे छात्र बेहतर प्रगति कर सकते हैं। सेहत के मामले में खातसैर पर पाचन या हार्ट पर ध्यान देने की ज़रूरत है। आप संतुलित जीवनशैली अपनाएं।
उपाय: आप बंदरों को गुड़ खिलाएं और रोज़ अथर्वशीर्ष का पाठ करें एवं काली गाय को चारा खिलाएं।
तुला राशि के लोगों को मई 2025 में मिलेजुले परिणाम मिलने के संकेत हैं। ग्रहों के गोचर से जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव पड़ेगा। सूर्य के उच्च स्थिति में होने के कारण महीने के पहले हिस्से में आपको लाभ होने की उम्मीद है लेकिन इसके आठवें भाव में गोचर करने पर बाद में आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मंगल के नीच होने के कारण आपके करियर में अस्थिरता आ सकती है औश्र बुध के गोचर की वजह से उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं। शुरुआत में बृहस्पति कमज़ोर स्थिति में रहेंगे जबकि बाद में सुधार आएगा। शुक्र औसत परिणाम दे सकते हैा। शनि की स्थिति थोड़ी राहत देने का काम करेगी लेकिन राहु और केत का प्रभाव अस्थिरता लेकर आ सकता है।
करियर के क्षेत्र में मंगल के कमज़ोर होने से अस्थिरता आने के संकेत हैं। पेशेवर जातकों को आवेग में आकर निर्णय लेने से बचना चाहिए और धैर्य रखना चाहिए। व्यापारियों को सावधान रहने की ज़रूरत है। वहीं नौकरीपेशा जातकों को उच्च अधिकारियों के साथ समस्याएं आ सकती हैं। वित्त स्तर पर सूर्य की उच्च स्थिति के कारण महीने के पहले हिस्से में लाभ होगा लेकिन मंगल के कमज़ोर होने के कारण कम बचत से ही खुद को संतुष्ट करना होगा।
मंगल के प्रभाव के कारण आपको पारिवारिक जीवन में चुनौतियां देखनी पड़ सकती हैं। धैर्य और बातचीत के ज़रिए स्थिति को संभाला जा सकता है। प्रेम संबंध और शादीशुदा जिंदगी में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। शनि की वजह से आपके और आपके पार्टनर के बीच भावनात्मक रूप से दूरी आ सकती है। हालांकि, बृहस्पति महीने के आखिर में सुख-शांति प्रदान करेंगे। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को शनि का साथ मिलेगा लेकिन बुध के कमज़ोर प्रभाव के कारण सीखने में परेशानी हो सकती है। सेहत औस्त रहेगी लेकिन मामूली समस्याएं हो सकती हैं। विशेष रूप से हार्ट या रक्त से संबंधित बीमारियों से ग्रस्त जातकों को अधिक देखभाल करने की ज़रूरत है।
उपाय: मां दुर्गा की पूजा करें। छोटी कन्याओं का आशीर्वाद लें और रोज़ हनुमान चालीसा का पाठ करें।
वृश्चिक राशि के लोगों को खासतौर पर मई 2025 के पहले हिस्से में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगें। उन्हें सूर्य, शुक्र, बुध और बृहस्पति का सहयोग मिलेगा। करियर में आपको प्रगति मिलने के संकेत हैं और नौकरीपेशा जातकों को प्रमोशन मिलने के योग हैं। व्यापारी 07 मई से 15 मई के बीच कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। हालांकि, मंगल, शनि और राहु के प्रभाव से महीने के आखिर में आपको मिलजुल परिणाम मिलेंगे। आपको पेशेवर और आर्थिक मामलों में सावधानी बरतने की ज़रूरत है। वित्तीय स्तर पर आपके लिए महीने की शुरुआत अच्छी होगी। आपको धन लाभ होगा और व्यवसाय में भी मुनाफा होगा। हालांकि, बृहस्पति के राशि परिवर्तन से स्थिरता में कमी आने की आशंका है।
महीने की शुरुआत में पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। घर में कोई आनंदमय कार्य हो सकता है। हालांकि, बाद में छोटी-मोटी घरेलू समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। महीने के पहले हिस्से में प्रेम संबंध और वैवाहिक जीवन अच्छे रहेंगे लेकिन आखिरी कुछ हफ्तों में शनि और राहु परेशानियां खड़ी कर सकते हैं। शिक्षा के मामले में यह महीना औसत से बेहतर रहने वाला है। महीने के पहले हिस्से में प्रतियोगी परीक्षा देने वाले और मीडिया के छात्रों को लाभ होने के संकेत हैं। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा लेकिन मंगल की कमज़ोर स्थिति के कारण उतार-चढ़ाव आ सकता है। हालांकि, महीने के पहले कुछ हफ्तों में बृहस्पति कुछ हद तक बचाव करेगा।
उपाय: हर सोमवार को चावल और दूध का दान करें। महीने के दूसरे हिस्से में नमक का सेवन कम करें और रविवार के दिन नमक बिलकुल भी न खाएं। शनिवार के दिन 400 ग्राम धनिया बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
धनु राशि के लोगों को मई 2025 में मिलेजुले परिणाम प्राप्त होंगे। महीने का पहला हिस्सा चुनौतीपूर्ण रहेगा, तो वहीं दूसरे हिस्सा अनुकूल रहने वाला है। सूर्य की उच्च स्थिति के अनुसार शुरुआत में औसत परिणाम मिलेंगे जबकि आखिरी कुछ हफ्तों में बृहस्पति के मज़बूत होने से सकारात्मकता आएगी। मंगल आठवें भाव में नीच का है जिससे करियर, शिक्षा और निजी संबंधों में परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। शुक्र स्थिरता प्रदान करते हैं लेकिन शनि और राहु-केतु खासतौर पर परिवार और वित्तीय मामलों में समस्याएं पैदा कर सकते हैं। महीने के पहले हिस्से में करियर की प्रगति धीमी रह सकती है। बुध की कमज़ोर स्थिति नौकरी में बदलाव या बिज़नेस से संबंधित निर्णय लेने के मामले में सावधानी बरतने की ओर संकेत कर रही है। हालांकि, महीने के दूसरे हिस्से में व्यापारियों को टीमवर्क और वित्तीय लाभ मिल सकता है। वित्तीय स्तर पर शुक्र की उच्च स्थिति आय में वृद्धि कर सकती है लेकिन शनि की कमज़ोर स्थिति पैसों की बचत करने में मुश्किलें पैदा कर सकती है।
पारिवारिक और रोमांटिक संबंधों में धैर्य रखने की ज़रूरत है क्योंकि शनि और मंगल गलतफहमियां पैदा कर सकती हैं। अगर आप संयुक्त परिवार में रहते हैं तो आपको खासतौर पर बातचीत करते समय सावधान रहना चाहिए। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों की वजह से प्रेम जीवन में तनाव हो सकता है। बृहस्पति और शुक्र की मज़बूत स्थिति से महीने के दूसरे हिस्से में रिश्तों में मज़बूती आएगी। विवाह के लिए भी यह अनुकूल समय है। महीने की शुरुआत में छात्रों को संघर्ष करना पड़ सकता है लेकिन दूसरे हिस्से में बृहस्पति के सहयोग से शिक्षा के क्षेत्र में प्रदर्शन बेहतर होगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। राहु और केतु की वजह से तनाव से संबंधित समस्याएं और मामूली चोट लग सकती हैं इसलिए आपको सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
उपाय: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें, रोज़ जल में कुमकुम मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें और मंदिर में चना दाल और गुड़ा का दान करें।
मकर राशि के लोगों को मई 2025 में सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है। हालांकि, ग्रहों के गोचर के कारण कभी-कभी चुनौतियां आ सकती हैं। सूर्य का आपके चौथे और पांचवे भाव से गोचर करना और सातवें भाव में मंगल का नीच का होना, महीने के दूसरे हिस्से में कुछ मतभेद पैदा कर सकता है। हालांकि, बुध, बृहस्पति और शुक्र सहयोग करेंगे और करियर, आर्थिक स्थिति एवं संबंधों में सफलता प्रदान कर सकते हैं। महीने के पहले हिस्से को राहु अधिक मज़बूत बनाएंगे जबकि शनि देव दीर्घकालिक स्थिरता प्रदान करेंगे। कुछ उतार-चढ़ावों के बावजूद आप बाधाओं को पार करने में सफल होंगे जिससे महीने का पहला हिस्सा अधिक अनुकूल रहेगा।
जो जातक फील्ड में काम करते हैं या यात्रा से संबंधित नौकरी करते हैं, खासतौर पर उनके लिए मई का महीना करियर की दृष्टि से मज़बूत रहने वाला है। 07 मई से 23 मई के बीच तक का समय व्यापार से जुड़े निर्णय लेने और नौकरी की तलाश करने के लिए अनुकूल रहेगा। आप आर्थिक रूप से मज़बूत रहेंगे लेकिन आवेग में आकर निर्णय लेने से बचना चाहिए। शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को मिलेजुले परिणाम मिल सकते हैं। वहीं मंगल के कारण उच्च शिक्षा ले रहे छात्रों को पढ़ाई पर फोकस करने में कठिनाई आ सकती है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, फिटनेस के प्रति रुचि बढ़ सकती है। हालांकि, महीने के दूसरे हिस्से में कुछ स्वास्थ्य समस्याएं होने की आशंका है।
उपाय: महीने के पहले सप्ताह में किसी भी दिन ज़रूरतमंद लोगों को अपने सामर्थ्य के अनुसार भोजन खिलाएं, छोटी कन्याओं को मिठाई खिलाएं और हर बृहस्पतिवार को मंदिर में पीले रंग के फल चढ़ाएं।
कुंभ राशि के जातकों को मई 2025 में सकारात्मक परिणामों के साथ कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। सूर्य महीने की शुरुआत में आपके भाग्य में वृद्धि करेंगे जबकि छठे भाव में मंगल के होने से करियर में सफलता मिलेगी। बुध का गोचर रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है लेकिन बृहस्पति लाभ में वृद्धि करेंगे। शुक्र अनुकूल रहेंगे जबकि शनि राहु और केतु की वजह से खासतौर पर पारिवारिक मामलों को लेकर समस्याएं पैदा हो सकती हैं। वित्तीय जीवन की बात करें, तो शुरुआत में हो रहा औसत लाभ बढ़ सकता है। निवेश और बचत में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
निजी जीवन में मिलेजुले परिणाम मिलेंगे। शुक्र और बृहस्पति के कारण रोमांटिक जीवन अच्छा रहेगा जबकि बुध के प्रभाव के कारण प्रेम जीवन औसत रह सकता है। अगर आप अपने प्रेम संबंध के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो इस महीने आपका रिश्ता फल-फूलेगा लेकिन अगर आपने जल्दबाज़ी में रिश्ता बनाया है, तो आपको आलोचना का सामना करना पड़ सकता है। महीने की शुरुआत में वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा। हालांकि, बाद में रिश्ता कमज़ोर पड़ सकता है। पेशेवर जीवन में प्रगति पाने के लिए कड़ी मेहनत और ईमानदारी काम आएगी। कला और साहित्य के छात्र सफल होंगे। सरकारी परीक्षा दे रहे छात्रों को महीने के पहले हिस्से में बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे। शनि की वजह से मामूली स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं लेकिन सूर्य और बृहस्पति के प्रभाव से संपूर्ण स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। रिश्तों में समझदारी और संयम रखने से सामंजस्य बनाए रखने में मदद मिलेगी।
उपाय: अस्थमा के मरीज़ों को दवाएं खरीदकर दें। रोज़ मंदिर जाकर पूजा करें और गले में चांदी की चेन पहनें।
मीन राशि के जातकों को मई 2025 में मिलेजुले परिणाम मिलने के संकेत हैं। इस महीने शुरुआत में आ रही चुनौतियां धीरे-धीरे कम होंगी। दूसरे भाव में सूर्य के गोचर करने से आपको प्रतिकूल प्रभाव मिल सकते हैं लेकिन बाद में इसमें सुधार देखने को मिलेगा। मंगल और बृहस्पति अड़चनें पैछा कर सकते हैं जबकि शुक्र सहयोग करेंगे। करियर के लिए यह महीना औसत रहने वाला है जबकि महीने के आखिर में नौकरी में तबादला हो सकता है। मार्केट में अस्थिरता बनी रहने की वजह से व्यापारियों को कोई बड़ा निवेश करने से बचना चाहिए। आर्थिक स्थिरता पाने के लिए प्रयास करने की ज़रूरत है। शनि के कारण आपकी आमदनी में कमी आ सकती है जिससे महीने की शुरुआत में आपके लिए बचत कर पाना मुश्किल हो सकता है। बृहस्पति से औसत लाभ मिलने की संभावना है। हालांकि, मंगल की कमज़ोर स्थिति धन संचय की संभावनाओं को सीमित कर सकती है।
आपको अपने प्रेम जीवन में सावधान रहने की ज़रूरत है। किसी बाहरी व्यक्ति के हस्तक्षेप करने की वजह से प्रेम संबंधों में गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं लेकिन अगर आप परिस्थिति को समझदारी से संभालते हैं, तो शुक्र संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। महीने के दूसरे हिस्से में वैवाहिक जीवन में सुधार देखने को मिल सकता है। दूर के परिचित रिश्तेदारों या अहंकार के कारण पारिवारिक जीवन में मतभेद देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, भाई-बहनों और दोस्तों का साथ राहत प्रदान करेगा। राहु, केतु और शनि का सेहत पर प्रभाव पड़ने के कारण स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। 07 मई के बाद बुध के गोचर से सेहत में सुधार आएगा।। हालांकि, पेट या आंखों से संंबंधित समस्याएं हो सकती हैं। आपको अपनी सेहत की अच्छे से देखभाल करने की ज़रूरत है।
उपाय: नीम के वृक्ष में रोज़ जल चढ़ाएं, मंदिर में सूखा नारियल भेंट करें और माथे पर केसल का तिलक लगाएं।
हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. ज्येष्ठ का महीना कब शुरू हो रहा है?
उत्तर. 13 मई, 2025 को ज्येष्ठ के महीने की शुरुआत हो रही है।
प्रश्न 2. मई 2025 में कितने गोचर होने जा रहे हैं?
उत्तर. मई में कुल सात गोचर होने वाले हैं जिनमें सूर्य, बुध, शुक्र, राहु, केतु और बृहस्पति शामिल हैं।
प्रश्न 3. ज्येष्ठ के महीने में उत्तर प्रदेश राज्य में कौन-सा त्योहार मनाया जाता है?
उत्तर. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में खासतौर पर ज्येष्ठ के महीने में हर मंगलवार को बड़ा मंगल भंडारा लगता है।
साप्ताहिक राशिफल: 21 से 27 अप्रैल का ये सप्ताह इन राशियों के लिए रहेगा बहुत लकी!
एस्ट्रोसेज एआई का अप्रैल साप्ताहिक राशिफल का यह विशेष ब्लॉग आपके मन में उठ रहे सभी सवालों और जिज्ञासाओं को शांत करने का काम करेगा। यदि आपके दिमाग में इस तरह के सवाल आ रहे हैं कि यह हफ़्ता किन राशियों के लिए शुभ रहेगा? किन राशियों पर होगी पैसों की बरसात या फिर आर्थिक तंगी करेगी परेशान? मनपसंद नौकरी का इंतज़ार होगा ख़त्म या असफलता लगेगी हाथ? क्या मिलेगा आपको अपने मनपसंद शख्स का साथ या करना होगा अभी इंतज़ार? तो यहाँ आपको सभी सवालों के जवाब मिलेंगे। आपको बता दें कि साप्ताहिक राशिफल के इस विशेष ब्लॉग को एस्ट्रोसेज एआई के अनुभवी एवं विद्वान ज्योतिषियों द्वारा ग्रहों-नक्षत्रों की चाल, दशा और स्थिति को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है ताकि आपको यह सप्ताह बेहतर परिणाम दे सकें।
सिर्फ इतना ही नहीं, साप्ताहिक राशिफल के हमारे ब्लॉग में आपको न सिर्फ़ इस सप्ताह में आने वाले व्रत, त्योहार, गोचर और ग्रहण की जानकारी मिलेगी, बल्कि उन मशहूर हस्तियों के बारे में भी हम आपको अवगत करवाएंगे जिनका जन्म 21 से 27 अप्रैल के बीच हुआ है। आइए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि अप्रैल का यह तीसरा सप्ताह राशि चक्र की सभी 12 राशियों को जीवन में किस तरह के परिणाम देगा। साथ ही जानेंगे, कब और कौन सा मुहूर्त होगा शादी-विवाह, मुंडन और अन्नप्राशन संस्कार के लिए शुभ? तो चलिए बिना देर किए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की।
इस सप्ताह के ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना
सबसे पहले हम बात करेंगे अप्रैल महीने के तीसरे सप्ताह के बारे में, तो बता दें कि इस हफ़्ते का आगाज़ उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के अंतर्गत कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि अर्थात 21 अप्रैल 2025 को होगा जबकि इसका अंत अश्विनी नक्षत्र के अंतर्गत कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि यानी कि 27 अप्रैल 2025 को हो जाएगा। इस सप्ताह की ख़ास बात यह होगी कि इसकी समाप्ति प्रीति योग में होगी। इस दौरान प्रीति योग के अलावा कई तरह के शुभ-अशुभ योगों का निर्माण होगा जिसका असर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मानव जीवन पर भी नज़र आएगा। इनके प्रभावों की चर्चा राशिफल में विस्तारपूर्वक की गई है। इस अवधि में कई गोचर भी होने जा रहे हैं, लेकिन उससे पहले हम आपको इस सप्ताह के व्रत-त्योहारों के बारे में बताएंगे।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों की संपूर्ण जानकारी
सनातन धर्म के साथ-साथ व्रत और पर्व हमारे जीवन का भी अटूट हिस्सा बन गए हैं जिनके बिना जीवन की कल्पना भी असंभव है। वर्तमान समय की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में ऐसे अनेक लम्हें आते हैं जब हम इन पर्वों की महत्वपूर्ण तिथियों को हम भूल जाते हैं। हालांकि, आपको ऐसी किसी परिस्थिति का सामना न करना पड़ें, इसलिए इस लेख के माध्यम से हम आपको अप्रैल 2025 के तीसरे सप्ताह में मनाए जाने वाले व्रत एवं पर्वों की सही तिथियों की सूची प्रदान कर रहे हैं।
वरुथिनी एकादशी (24 अप्रैल 2025, गुरुवार): पंचांग के अनुसार, हर साल वैशाख माह की एकादशी तिथि को वरुथिनी एकादशी का व्रत करने का विधान है। सामान्य रूप से, यह एकादशी अप्रैल या मई के महीने में आती है। भगवान विष्णु के भक्तों के लिए वरुथिनी एकादशी व्रत विशेष महत्व रखता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस एकादशी का व्रत करने से भक्त के सभी पापों का नाश होता है और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
प्रदोष व्रत (कृष्ण) (25 अप्रैल 2025, शुक्रवार): प्रदोष व्रत सनातन धर्म का महत्वपूर्ण व्रत है और इसे त्रयोदशी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। प्रदोष व्रत माता पार्वती और भगवान शिव को समर्पित होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से भक्त को उत्तम स्वास्थ्य और लम्बी आयु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। शास्त्रों के अनुसार, प्रदोष व्रत एक माह में दो बार आता है।
मासिक शिवरात्रि (26 अप्रैल 2025, शनिवार): मासिक शिवरात्रि और महाशिवरात्रि दोनों हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। पंचांग के अनुसार, हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है और इस दिन भक्तों द्वारा भगवान शिव को समर्पित व्रत रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से जातक के मार्ग से हर विघ्न दूर हो जाती है।
वैशाख अमावस्या (27 अप्रैल 2025 रविवार): हिंदू वर्ष का दूसरा माह होता है वैशाख और धार्मिक रूप से इस महीने का अत्यंत महत्व है क्योंकि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख में ही त्रेता युग की शुरुआत हुई थी। ऐसे में, इस माह में आने वाली वैशाख अमावस्या का महत्व भी बढ़ जाता है। दक्षिण भारत में वैशाख अमावस्या पर शनि जयंती मनाई जाती है। साथ ही, इस अवसर पर धर्म-कर्म, स्नान-दान और पितरों का तर्पण आदि कार्य करना शुभ रहता है।
हम आशा करते हैं कि यह व्रत-त्योहार आपके जीवन को खुशियाँ और उमंग से भर देंगे।
वैदिक ज्योतिष में नवग्रहों को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है क्योंकि जब-जब इनका गोचर होता है या फिर चाल, दशा या स्थिति में बदलाव होता है या फिर ग्रहण लगता है, तब इसका सीधा प्रभाव मनुष्य जीवन पर पड़ता है, इसलिए कोई भी भविष्यवाणी करने से पहले ग्रहों-नक्षत्रों को देखा जाता है। हालांकि, आपको बता दें कि अप्रैल के तीसरे सप्ताह में न तो कोई ग्रहण लगेगा और न ही कोई गोचर होगा।
इस सप्ताह में पड़ने वाले बैंक अवकाश
जो लोग आने वाले बैंक अवकाशों के बारे में जानकारी रखते हैं, वह बैंक से जुड़े अपने जरूरी कामों को समय रहते पूरा कर लेते हैं ताकि उनका कोई काम रुक या अटक न पाए। साथ ही, उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। इसी क्रम में, हम आपको यहां 20 से 27 अप्रैल के दौरान पड़ने वाले बैंक अवकाशों की संपूर्ण सूची नीचे प्रदान कर रहे हैं, जिससे आपके काम पूरे हो सकें।
तिथि
दिन
पर्व
राज्य
21 अप्रैल 2025
सोमवार
गरिया पूजा
त्रिपुरा
21 से 27 अप्रैल के बीच विवाह मुहूर्त
बात करें विवाह मुहूर्त की, तो अप्रैल के तीसरे सप्ताह में विवाह के लिए केवल दो मुहूर्त उपलब्ध हैं। इसके परिणामस्वरूप, जो लोग विवाह बंधन में बंधने की सोच रहे हैं या फिर परिवार में कोई सदस्य विवाह योग्य है, तो आप शादी के लिए इन तिथियों को देख सकते हैं।
तारीख़ एवं दिन
मुहूर्त
नक्षत्र
तिथि
21 अप्रैल 2025, सोमवार
उत्तराषाढ़ा
अष्टमी
सुबह 06 बजकर 04 मिनट से दोपहर 12 बजकर 36 मिनट तक
25 अप्रैल 2025, शुक्रवार
उत्तराभाद्रपद
द्वादशी
सुबह 08 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 31 मिनट तक
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इस सप्ताह के नामकरण मुहूर्त
अगर आप अपनी संतान के नामकरण संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त देख रहे हैं, तो हम आपको नीचे अप्रैल के इस सप्ताह में नामकरण संस्कार के लिए शुभ तिथियां और मुहूर्त प्रदान कर रहे हैं जो कि इस प्रकार हैं:
तिथि
मुहूर्त
21 अप्रैल 2025, सोमवार
05:50:09 से 19:02:03
23 अप्रैल 2025, बुधवार
12:08:56 से 29:48:11
24 अप्रैल 2025, गुरुवार,
05:47:12 से 10:50:29
25 अप्रैल 2025, शुक्रवार
08:54:29 से 29:46:15
इस सप्ताह के वाहन खरीद मुहूर्त
जो जातक नया वाहन जैसे कार, बाइक या स्कूटी आदि खरीदने के बारे में मन बना रहे हैं, परंतु उन्हें कोई शुभ मुहूर्त नहीं मिल रहा है, तो यहां हम आपको अप्रैल के इस सप्ताह के शुभ मुहूर्तों की जानकारी दे रहे हैं।
24 अप्रैल 2025: शरद अरविंद बोबडे, सचिन तेंदुलकर, सुमित अवस्थी
25 अप्रैल 2025: संदीप बावनका, समीक्षा सूद, अरजीत सिंह
26 अप्रैल 2025: मीनू मुमताज़, जॉन इस्नर, मौसूमी चटर्जी
27 अप्रैल 2025: चरण राज,मोना पॉज़्ज़ी, हरीश रावत
एस्ट्रोसेज इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं देता है। यदि आप अपने पसंदीदा सितारे की जन्म कुंडली देखना चाहते हैं तो आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. साल 2025 में कामदा एकादशी का व्रत कब किया जाएगा?
इस वर्ष कामदा एकादशी व्रत 08 अप्रैल 2025, मंगलवार को रखा जाएगा।
2. इस सप्ताह विवाह के कितने मुहूर्त है?
अप्रैल के तीसरे सप्ताह में विवाह के सिर्फ़ दो मुहूर्त उपलब्ध हैं।
3. क्या अप्रैल 2025 में कोई ग्रहण है?
नहीं, अप्रैल के माह में कोई ग्रहण नहीं लगेगा।
अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल (20 अप्रैल से 26 अप्रैल, 2025): जानें इस सप्ताह किन जातकों को रहना होगा सावधान!
कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)?
अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा।
इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।
अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (20 अप्रैल से 26 अप्रैल, 2025)
अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं।
जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।
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मूलांक 1
यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19 या फिर 28 तारीख को हुआ है तो आपका मूलांक 1 होगा। और इस सप्ताह विशेष की बात की जाए तो यह सप्ताह आपको मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। हालांकि सकारात्मक बात यह रहेगी कि परिणाम औसत से बेहतर भी रह सकते हैं। यद्यपि कामों में कुछ अड़चने देखने को मिल सकती हैं लेकिन अड़चने इतनी अधिक नहीं होंगी कि आप काम को संपन्न न कर सकें। अर्थात ईमानदारी के साथ लगातार प्रयास करते हुए आप अपने लक्ष्य तक पहुंच सकेंगे। यदि आप नौकरीपेशा हैं तो आप अपना टारगेट किसी ने किसी तरह से अचीव कर लेंगे। वहीं व्यापार व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों को भी उनके प्रयत्न के अनुरूप परिणाम मिलते रहेंगे लेकिन किसी पर भी आंख मूंदकर विश्वास करना ठीक नहीं रहेगा। विशेषकर व्यापार व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों को कोई नया प्रयोग इस समय अवधि में नहीं करना है।
हालांकि धर्म कर्म और अध्यात्म आदि के लिए समय अनुकूल है। यदि आप किसी धार्मिक यात्रा पर जाना चाह रहे हैं तो यह समय अवधि आपके लिए मददगार सिद्ध हो सकती है। परोपकार करने के लिए भी यह समय अवधि ठीक है लेकिन बदले में किसी चीज की चाह रखना उचित नहीं रहेगा। यद्यपि भावनात्मक रिश्तों के लिए समय अनुकूल है लेकिन सामने वाले से किसी भी तरह की उम्मीद रखे बिना यदि आप अपना प्यार जताएंगे तो आप खुश रह सकेंगे। आर्थिक मामले में भी किसी प्रकार का जोखिम लेना ठीक नहीं रहेगा।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में माथे पर केसर का तिलक लगाना शुभ रहेगा।
मूलांक 2
यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20 या फिर 29 तारीख को हुआ है तो आपका मूलांक 2 होगा। और मूलांक दो वालों के लिए यह सप्ताह सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम दे सकता है। यदि छोटी-मोटी बाधाएं रह तो सकती हैं लेकिन मेहनत के अनुरूप परिणाम मिलते रहेंगे। भले ही परिणाम उत्कृष्ट लेवल के न हों लेकिन काफी हद तक अनुकूल रह सकते हैं। मेहनती व्यक्ति इस समय अवधि में काफी अच्छे परिणाम भी प्राप्त कर सकेंगे। यह सप्ताह धीरे-धीरे काम करने वाले लोगों के कामों को पूरा करवाएगा और अच्छे परिणाम भी दे सकता है। आर्थिक दृष्टिकोण से इस सप्ताह को काफी अच्छा माना जाएगा।
व्यापार व्यवसाय करने वाले लोग धैर्य के साथ काम करके काफी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। कुछ नए प्रयोग करने की इच्छा भी हो सकती है और सामान्य तौर पर उस प्रयोग में आपको लाभ ही मिल सकता है। कुछ नए लोगों से जुड़ना भी हो सकता है, जो आपके लिए फायदेमंद भी रह सकते हैं। इसके बावजूद भी किसी पर जरूरत से ज्यादा यकीन करना उचित नहीं रहेगा। विशेष कर नए व्यक्ति पर तुरंत यकीन कर लेना ठीक नहीं रहेगा। अर्थात नए व्यक्ति पर सामान्य लेवल पर यकीन बनाएं और धीरे-धीरे उसे जानने की कोशिश करते हुए उसके साथ आगे बढ़े; सामान्य तौर पर आपको अच्छे परिणाम मिल जाएंगे। स्त्रियों आदि से संबंधित मामलों में आपको संतोषप्रद परिणाम मिलते रहेंगे। क्रोध और आवेश पर नियंत्रण प्राप्त करने की आवश्यकता भी रहने वाली है।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाना शुभ रहेगा।
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मूलांक 3
यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21 या फिर 30 तारीख को हुआ है तो आपका मूलांक 3 होगा। ऐसे में यह सप्ताह सामान्य तौर पर आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेगा। आप अपने अनुभव को नई ऊर्जा देने में कामयाब हो सकेंगे। अर्थात नई सोच नए जोश के साथ आप अपने पुराने कामों को कंप्लीट कर सकते हैं। जमीन जायदाद इत्यादि से जुड़े हुए कामों में आ रही अड़चने इस अवधि में कम रह सकती हैं। भाइयों का अच्छा सहयोग मिल सकता है। मित्र भी आपकी जरूरत के मुताबिक आपके साथ खड़े रह सकते हैं। आस पड़ोस के लोगों का भी अच्छा सहयोग मिल सकता है। इन सभी कारणों से आपका कॉन्फिडेंस काफी अच्छा रहेगा।
ऐसे में पुराने अनुभव और नए जोश तथा नए आत्मविश्वास के साथ काम करते हुए आप न केवल पुराने कामों को कंप्लीट कर सकेंगे बल्कि आने वाले समय के लिए स्वयं को तैयार भी कर सकेंगे। अलबत्ता इन सबके बावजूद भी यथासंभव स्वयं को विवादों से बचाने की कोशिश भी जरूरी रहेगी। वाहन इत्यादि भी सजग रहकर चलाना समझदारी का काम होगा।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में सिंदूर चढ़ाना शुभ रहेगा।
मूलांक 4
यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 14, 22 या फिर 31 तारीख को हुआ है तो आपका मूलांक 4 होगा। यह सप्ताह आपको मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है कुछ मामलों में परिणाम उम्मीद से कमजोर भी रह सकते हैं हालांकि यदि आप किसी प्रकार का रिस्क नहीं लेंगे तो आप स्वयं को नुकसान से बचा सकेंगे अर्थात समस्याएं आगे से चलकर आती हुई प्रतीत नहीं हो रही है लेकिन आपकी वर्किंग स्टाइल के अनुरूप माहौल नहीं रहेगा लेकिन यदि आप समय की अनुरूप आचरण करते हुए कोई काम करेंगे तो उसमें आपको सफलता मिल सकेगी। यदि आप नौकरी पेशा व्यक्ति हैं तो वरिष्ठों के साथ संबंधों को मेंटेन करने की कोशिश बहुत जरूरी रहेगी। वहीं यदि आप व्यापार व्यवसाय से जुड़े हुए व्यक्ति हैं तो शासन प्रशासन के नियम कायदे कानून इत्यादि का पालन जरूरी रहेगा।
किसी भी प्रकार का शॉर्टकट नहीं अपनाना है। इन सावधानियां को रखने की स्थिति में परिणाम सामान्य तौर पर अनुकूल रह सकते हैं। या यूं कहें कि आप नकारात्मकता पर नियंत्रण प्राप्त कर सकेंगे। कहने का मतलब यह कि सब कुछ आपके मन के अनुरूप नहीं रहेगा लेकिन आप इन परिस्थितियों में भी समझदारी पूर्वक सरवाइव कर सकेंगे। वहीं लापरवाही की स्थिति में आपका नुकसान भी हो सकता है और आप पर किसी तरह का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
ऐसे में कुछ भी गैर कानूनी या असामाजिक नहीं करना है। अपनी प्रतिष्ठा को मेंटेन करने की कोशिश करनी है। हालांकि नए सिरे से कुछ कामों को शुरू करने का मौका भी मिल सकता है, ऐसे में एक्सपर्ट एडवाइस लेकर आप आगे बढ़ने के बारे में सोच सकते हैं।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में मंदिर में गुड़ और चने की दाल का दान करना शुभ रहेगा।
यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14 या फिर 23 तारीख को हुआ है तो आपका मूलांक 5 होगा। इस सप्ताह विशेष की बात की जाए तो यह सप्ताह आपको मिले-जुले परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। हालांकि आप हमेशा ही सामंजस्य बिठाकर चलने का प्रयत्न करते होंगे लेकिन शायद कुछ संबंध ऐसे भी रहे हैं जिन्हें आप कुछ दिनों से उतना समय नहीं दे पाए हैं जितना कि आपको देना चाहिए। तो यह सप्ताह उन संबंधों को मेंटेन करने में आपकी मदद कर सकता है। आपको भावनात्मक रूप से संतुष्टि दे सकता है। विशेषकर प्रेम प्रसंग के लिए इस समय अवधि को हम अच्छा मानेंगे।
स्त्रियों से संबंधित किसी भी मामले के लिए यह समय अवधि आपके लिए मददगार हो सकती है और आपके प्रयत्नों के अनुरूप आपको परिणाम दे सकती है। माता से संबंधित मामलों को संपन्न करने के लिए भी इस समय अवधि को अच्छा कहा जाएगा। यदि माता का स्वास्थ्य पिछले दिनों से खराब रहा है तो इस समय अवधि में आपको उन्हें अच्छी चिकित्सक से मिलवाना चाहिए। बहुत संभव है कि आप अच्छे चिकित्सक की तलाश पूरी कर सकेंगे और उससे माताजी को लाभ भी मिलेगा। पुराने कामों को और आगे ले जाने में भी आप कामयाब हो सकेंगे। यह समय अवधि आपके प्रयत्नों के अनुरूप ही आपको फायदा दिलाती रहेगी।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में कच्चे चावल और दूध का दान शिव मंदिर के पुजारी या किसी बुजुर्ग स्त्री को देना शुभ रहेगा।
मूलांक 6
यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15 या फिर 24 तारीख को हुआ है तो आपका मूलांक 6 होगा। मूलांक 6 वाले लोगों के लिए यह सप्ताह औसत या औसत से कुछ हद तक बेहतर परिणाम भी दे सकता है। यद्यपि इस समय अवधि में कुछ स्थितियां आपके विरुद्ध भी रह सकती हैं लेकिन आप विरुद्ध हालातो को भी अपने फेवर में लाने में कामयाब हो सकेंगे। हो सकता है कि कुछ लोग आपके विचारों का पूरी तरह से समर्थन न करें लेकिन अंतत आप स्वयं को सही सिद्ध कर सकेंगे। सामाजिक गतिविधियों को संपन्न करने में यह सप्ताह आपके लिए अच्छा मददगार रह सकता है।
यदि आप वास्तव में समाज के लिए कोई काम कर रहे हैं तो यह बात जन सामान्य के मन तक जरूर पहुंचेगी और बदले में आपको सराहना भी मिलेगी। क्रिएटिव कामों को कंप्लीट करने के लिए भी इस समय अवधि को अनुकूल कहा जाएगा। यह समय अवधि यदि नए मित्रों से मिलवाने का काम भी कर सकती है अथवा मित्रों के साथ आपके संबंध और अधिक प्रगाढ़ हो सकते हैं। कुल मिलाकर इस समय अवधि में कोई बड़ी विसंगति नजर नहीं आ रही है। फलस्वरूप आप अपने यत्न प्रयत्न के अनुरूप न केवल कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे बल्कि सामाजिक और पारिवारिक मामलों में भी आप अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से भी इस समय अवधि को अनुकूल कहा जाएगा।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में केले के पेड़ पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा।
यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16 या फिर 25 तारीख को हुआ है तो आपका मूलांक 7 होगा। इस सप्ताह विशेष की बात की जाए तो यह सप्ताह मिले-जुले परिणाम दे सकता है। परिणाम कभी-कभी औसत से कमजोर भी रह सकते हैं। अतः इस सप्ताह में प्रत्येक काम को बहुत ही सावधानी पूर्वक संपन्न करना जरूरी रहेगा। यह सप्ताह आपसे कुछ एक्स्ट्रा मेहनत भी ले सकता है। बेहतर होगा इस सप्ताह में किसी भी तरह का शॉर्टकट न अपनाया जाए। क्योंकि यह सप्ताह आपसे अपेक्षाकृत अधिक मेहनत मांग रहा है और अपेक्षाकृत कम मेहनत की कोशिश करने की स्थिति में परिणाम आपके विरुद्ध भी रह सकते हैं। खासकर नियम, कायदे और कानून आदि का पालन बहुत जरूरी रहेगा।
शासन प्रशासन के विरुद्ध किसी भी तरह की एक्टिविटी में संलिप्त नहीं होना है। इन सावधानियों को अपनाने की स्थिति में ही परिणाम अनुकूल रह सकते हैं अन्यथा आपको किसी तरह का कोई जुर्माना भी लगाया जा सकता है और आपकी छवि भी कमजोर हो सकती है लेकिन यदि आप लगातार मेहनत करते हुए आगे बढ़ेंगे तो आपके काम कंप्लीट होंगे और आपको अच्छे परिणाम भी मिलेंगे। स्वयं को अनुशासित करने की स्थिति में आप नकारात्मकता पर नियंत्रण भी प्राप्त कर सकेंगे। हालांकि इंटरनेट इत्यादि से जुड़े हुए काम करने वाले लोगों को अच्छे परिणाम भी मिल सकते हैं लेकिन तब भी इन तमाम सावधानियों को अपनाना जरूरी रहेगा।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में शिवलिंग पर नीले पुष्प अर्पित करना शुभ रहेगा।
मूलांक 8
यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17 या फिर 26 तारीख को हुआ है तो आपका मूलांक 8 होगा। यह सप्ताह आपको मिले-जुले या औसत लेवल के परिणाम दे सकता है। ऐसे में जो जैसा चल रहा है उसको वैसे ही मेंटेन करना ही बेहतर रहेगा। हालांकि स्वयं को विस्तार देने के मौके भी आपको मिल सकते हैं। साथ ही साथ परिवर्तन करने के मौके भी आपको मिल सकते हैं लेकिन अपने आसपास के हालातो के अनुरूप ही आप परिवर्तन या विस्तार देने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा। इस सप्ताह के अंक आपका विरोध भी नहीं कर रहे हैं और पूरी तरह से आपका समर्थन भी नहीं कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में गेंद आपके पाले में जाएगी।
यदि आप पहले से योजना बना रहे हैं कि कोई बदलाव करना है और उसके अनुरूप आपने तैयारी कर रखी है तो आप बदलाव कर सकते हैं। यही बात विस्तार के मामले में भी लागू होगी लेकिन अचानक से किसी काम में लग जाना शायद बहुत अधिक मेहनत लेने का काम कर सकता है और शायद आप इतनी मेहनत न कर पाए और परिणाम मन के अनुरूप न रहें। अतः अपने आप आसपास के हालातो के अनुरूप ही आगे बढ़ना ही समझदारी का काम होगा।
संयम और समझदारी से आगे बढ़ाने की स्थिति में आप व्यापार व्यवसाय में भी अच्छा कर सकेंगे। नौकरीपेशा लोग भी अपना टारगेट अचीव कर सकेंगे। यात्राओं पर जाने के मौके भी मिल सकते हैं। आमोद प्रमोद और मनोरंजन के अवसर भी मिल सकते हैं। अर्थात सामान्य तौर पर इस सप्ताह से आप संतोषप्रद परिणामों की उम्मीद रख सकते हैं।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में तुलसी के पौधे पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा।
यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18 या फिर 27 तारीख को हुआ है तो आपका मूलांक 9 होगा। और इस सप्ताह के परिणामों के अनुमान की बात की जाए तो यह सप्ताह आपके लिए मिला-जुला रह सकता है। कई बार परिणाम उम्मीद के अनुरूप नहीं भी रह सकते हैं। अर्थात जैसा आपने सोचा होगा शायद इस सप्ताह वह सब कुछ न हो पाए; ऐसे में बेहतर तो यही रहेगा कि किसी भी काम में जल्दबाजी न दिखाई जाए। बल्कि धैर्य पूर्वक काम किया जाय। यदि आपका काम कॉस्मेटिक या रेडीमेड कपड़ों इत्यादि का है तो इस सप्ताह में कोई नया निवेश या कोई नया प्रयोग उचित नहीं रहेगा। वहीं अन्य क्षेत्रों से जुड़े हुए लोग पुरानी चीजों को मेंटेन करते हुए आगे बढ़ सकेंगे।
यदि संबंधों की बात की जाए तो इस सप्ताह में आप अपने घर परिवार के सदस्यों को पूरा समय देने की कोशिश करें। विशेषकर किसी कन्या या स्त्री का अनादर बिल्कुल भी न करें, बल्कि बिगड़े हुए संबंधों को सुधारने की कोशिश करें। यदि संबंध नहीं भी सुधर रहे हैं तो इस बात का ख्याल रखें कि संबंध और अधिक खराब न होने पाएं। ऐसा करके आप तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। विवाह आदि से संबंधित बातों को आगे बढ़ाने में यह समय अवधि मददगार तो सिद्ध हो सकती है लेकिन निजी बातों को निजी ही रहने देना जरूरी रहेगा। अन्यथा आपकी बातों को किसी और तरीके से प्रस्तुत करके संबंधों को जुड़ने से रोका जा सकता है। कपड़े गहने या सौन्दर्य से जुड़ी किसी भी तरह की खरीदारी के लिए समय अनुकूल नहीं है। विशेषकर ऑनलाइन कपड़े मंगवाना ठीक नहीं रहेगा।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में सफेद गाय को चारा खिलाना शुभ रहेगा।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. नंबर 4 के लिए यह सप्ताह कैसा है?
यह सप्ताह आपको मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है कुछ मामलों में परिणाम उम्मीद से कमजोर भी रह सकते हैं
2. 7 नंबर वालों के लिए यह सप्ताह कैसा रहेगा?
इस सप्ताह विशेष की बात की जाए तो यह सप्ताह आपको मिले-जुले परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
3. 2 नंबर का स्वामी कौन है?
अंक ज्योतिष के मुताबिक, 2 नंबर का स्वामी चंद्रमा है।
टैरो साप्ताहिक राशिफल : 20 अप्रैल से 26 अप्रैल, 2025
टैरो साप्ताहिक राशिफल 20 अप्रैल से 26 अप्रैल, 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्योतिषयों का मानना है कि टैरो व्यक्ति की जिंदगी में भविष्यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।
टैरो इस बात पर ध्यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्य के लिए सही विकल्प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्मा से बात करने का मौका देता है।
आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मज़ाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं। इन कारणों से या अन्य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।
टैरो की उत्पति 15वीं शताब्दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।
टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति को प्राप्त किया जा सकता है। आप कुछ स्तर पर अध्यात्म से, थोड़ा अपनी अंतरात्मा से और थोड़ा अपने अंर्तज्ञान और आत्म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।
तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि 20 अप्रैल से 26 अप्रैल, 2025 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?
टैरो साप्ताहिक राशिफल 20 अप्रैल से 26 अप्रैल, 2025: राशि अनुसार राशिफल
मेष राशि
प्रेम जीवन: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: ऐस ऑफ पेंटाकल्स
करियर: ऐस ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: सेवन ऑफ वैंड्स
मेष राशि के जातकों को लव लाइफ में फोर ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार यह समय आत्मनिरीक्षण और आराम करने के लिए है। यह कार्ड संकेत दे रहा है कि आपको अपने जीवनसाथी के साथ फिर से रिश्ता कायम करने के लिए, उनसे अलग होने की ज़रूरत है। ऐसा इसलिए है क्योंकि तनाव की वजह से व्यक्ति बोझिल और अलग-थलग महसूस कर सकता है। ऐसा करना आपके या आपके पार्टनर के लिए सही होगा।
ऐस ऑफ पेंटाकल्स कार्ड वित्तीय जीवन में नए और मज़बूत अवसरों को दर्शाता है। इसके साथ ही इस कार्ड का कहना है कि अब आप आर्थिक रूप से समृद्ध और संपन्न रहेंगे। यह कार्ड बताता है कि धन कमाने के लिए आपको नए अवसरों का लाभ उठाना चाहिए और प्रेरित होकर काम करना चाहिए।
ऐस ऑफ वैंड्स कार्ड आपको चुनौतीपूर्ण कार्यों और अड़चनों का जोश के साथ सामना करने के लिए प्रेरित कर रहा है। पेशेवर जीवन में यह कार्ड रचनात्मक ऊर्जा और उत्साह को दर्शाता है। इसके साथ ही आप करियर में एक नई शुरुआत भी कर सकते हैं। आपके लिए प्रमोशन के योग भी बन रहे हैं।
स्वास्थ्य की बात करें, तो सेवन ऑफ वैंड्स कार्ड दर्शाता है कि आप बाधाओं को पार कर चुके हैं। इस कार्ड का कहना है कि आप खुद की देखभाल और निरंतर प्रयास कर के अपने स्वास्थ्य की रक्षा करने में सफल हुए हैं। विरोध या हार का सामना करने पर भी यह कार्ड आपको अपने स्वास्थ्य से संबंधित निर्णयों पर टिके रहने और अपनी सेहत की रक्षा करने के लिए प्रेरित करता है।
राशि अनुसार फेंगशुई चार्म: स्पेशल होली स्क्रिप्चर्स।
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: स्ट्रेंथ
करियर: द टॉवर (रिवर्स्ड)
स्वास्थ्य: द टेम्पेरेंस (रिवर्स्ड)
प्रेम जीवन में वृषभ राशि के जातकों के लिए नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड एक अशुभ संकेत है। इस समय आपका रिश्ता मुश्किलों और अप्रिय भावनाओं से भरा हो सकता है। अपने पार्टनर से कोई रहस्य रखने, किसी और के साथ संबंध बनाने या धोखा देने की वजह से आपको अपराधबोध और तनाव महसूस हो सकता है। इन परेशानियों को सुलझाने और अपने रिश्ते में भरोसे को वापस लाने के लिए आप दोनों को एक-दूसरे से पूरी ईमानदारी से और खुलकर बात करनी चाहिए। आप अपने पार्टनर से बात करने की कोशिश करें।
द स्ट्रेंथ कार्ड आपको समझदारी से पैसे खर्च करने और सोच-समझकर वित्तीय निर्णय लेने के लिए कह रहा है। आपको कोई ईनाम या करियर में प्रगति मिलने की संभावना है लेकिन इसके साथ ही यह कार्ड आपको भावनात्मक स्तर पर संतुलित रहने और आत्मविश्वास बनाए रखने की सलाह भी दे रहा है।
आपको कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों के साथ विवाद का सामना करना पड़ सकता है जिसका कारण आपका हद से ज्यादा काम करना या फिर खराब प्रदर्शन हो सकता है। संभव है कि इस समय आपका स्वास्थ्य आपका साथ न दे पाए। ऐसे में, आपको शांत रहकर परिस्थितियों के बारे में सोचते हुए दोबारा से पूरी क्षमता के साथ काम करना होगा। कार्यस्थल में होने वाली समस्याएं आपकी सफलता के मार्ग में बाधा डाल सकती हैं और आपकी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं। आपको ऐसा होने से रोकना होगा।
टैरो हेल्थ रीडिंग में द टेम्पेरेंस कार्ड रिवर्स्ड दर्शाता है कि आपकी सेहत ठीक नहीं है या बार-बार बीमार पड़ने या चोट लगने की वजह से आप प्रगति और काम नहीं कर पा रहे हैं। स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए आपको अपने काम और निजी जीवन के बीच में संतुलन लेकर आने की ज़रूरत है।
राशि अनुसार फेंगशुई चार्म: एक्टिवेटिड चारकोल कार्विंग।
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: थ्री ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: द हाई प्रीस्टेस
करियर: ऐस ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स
प्रेम जीवन में मिथुन राशि के जातकों को थ्री ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है जो कि आपके विवाह के बंधन में बंधने की ओर संकेत कर रहा है। आपकी शादी की तैयारियां ज़ोरों पर रहेंगी। इसके अलावा आप परिवार में किसी सदस्य की शादी या किसी अन्य कार्यक्रम की तैयारी कर सकते हैं। इस कार्ड का कहना है कि इस सप्ताह आपके और आपके पार्टनर के रिश्ते में सुधार आएगा।
वित्तीय जीवन में द हाई प्रीस्टेस कार्ड आपको सही तरीके और उचित स्रोतों से धन कमाने की सलाह दे रहा है। यह कार्ड आपको बता रहा है कि आपको अपने पैसे को समझदारी से खर्च करना चाहिए और बेकार की चीज़ों पर फिज़ूलखर्च न करें। इसके अलावा यह कार्ड आपको समझदारी से वित्तीय योजना बनाने के लिए प्रेरित कर रहा है।
टैरो करियर रीडिंग में ऐस ऑफ कप्स एक शानदार कार्ड है। यह कार्ड दर्शाता है कि सब कुछ सही दिशा में आगे बढ़ रहा है और आपका करियर सही राह पर है। आपको अपने करियर से वो सब कुछ मिलेगा, जिसकी आपको ज़रूरत है। इसमें आर्थिक स्थिरता, लोकप्रियता और शोहरत शामिल है। आप अपने करियर में शीर्ष पर हैं।
फोर ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड कहता है कि आपको कुछ भी करने से पहले खुद को स्वस्थ कर लेना चाहिए। पिछला सप्ताह काफी व्यस्त रहा है इसलिए आगे आने वाली चुनौतियों के लिए खुद को तैयार करने के लिए आपको आराम करने के लिए समय निकालने और खुद को ऊर्जा से भरने की ज़रूरत है।
राशि अनुसार फेंगशुई चार्म: पीचवुड एडोर्नमेंट्स।
कर्क राशि
प्रेम जीवन: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ कप्स
करियर: थ्री ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: फाइव ऑफ वैंड्स
कर्क राशि के लोगों को फोर ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपको प्यार के मामले में अपनी इच्छाओं को जानने और आपका रिश्ता किस दिशा में जा रहा है, इस पर विचार करने के लिए कुछ समय निकालने की ज़रूरत है। इस कार्ड का कहना है कि अगर आप सिंगल हैं, तो आपको किसी रिश्ते की शुरुआत करने से पहले खुद को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए।
वित्तीय रीडिंग में थ्री ऑफ कप्स कार्ड एक शुभ संकेत है। यह कार्ड दर्शाता है कि जल्द ही आपको आय के नए स्रोत मिल सकते हैं। खुद को आर्थिक रूप से मज़बूत करने के लिए आप नौकरी बदलने या नई कंपनी शुरू करने के बारे में सोच सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड कहता है कि इस सप्ताह आप अपने ऑफिस में किसी मुश्किल स्थिति से बाहर निकलने और राहत पाने में सक्षम होंगे। आप अपनी नौकरी में सहज महसूस कर रहे हैं और अपनी सभी चिंताओं को पीछे छोड़ चुके हैं। आप करियर के क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता की ओर आगे बढ़ रहे हैं।
हेल्थ रीडिंग में फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड का मतलब है कि इस सप्ताह आपको अत्यधिक तनाव से जूझना पड़ सकता है और इसके कारण आपके स्वास्थ्य में गिरावट आने की आशंका है। आपको सेहत को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
टैरो रीडिंग के अनुसार थ्री ऑफ कप्स कार्ड अपने प्यार से पुर्नमिलन, मज़बूत संबंध और खुशियों का प्रतीक है। आप अपने किसी करीबी के साथ प्यार में पड़ सकते हैं। अगर आप पहले से ही अपने पार्टनर के साथ हैं, तो सामाजिक समारोह की मदद से आपका रिश्ता मज़बूत होगा।
फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड दर्शाता है कि आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के मार्ग में समस्याओं और अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको मार्केट, कार्यस्थल या निवेश की स्थिति में समस्याओं का सामना करने और उन्हें हल करने के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि आप वित्तीय सलाह चाहते हैं, तो आपको अपने आर्थिक लक्ष्यों तक पहुंचने में आने वाली बाधाओं और विरोध का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
करियर के मामले में आपको टू ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो कि संघर्ष और निर्णय लेने में परेशानी या ऐसे समय को दर्शाता है जहां पर आपको दो अवसरों या विकल्पों में से किसी एक को चुनना पड़ सकता है।
सेहत के मामले में द हीरोफैंट कार्ड पारंपरिक चिकित्सा की सलाह को मानने और बेहतर परिणाम के लिए विश्वसनीय डॉक्टरों से परामर्श करने की सलाह दे रहा है। यह कार्ड खुद की देखभाल करने और उपचार के प्रमाणित तरीकों को प्राथमिकता देने के महत्व को उजागर करता है।
राशि अनुसार फेंगशुई चार्म: किरिन।
कन्या राशि
प्रेम जीवन: फोर ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: क्वीन ऑफ कप्स
करियर: फोर ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: सेवन ऑफ कप्स
कन्या राशि को फोर ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार संभव है कि आपके और आपके जीवनसाथी के बीच भरोसा न होने और रिश्ते में तनाव होने की वजह से आपका रिश्ता बुरे दौर से गुज़रा है। आप और आपका पार्टनर एक दूसरे पर भरोसा नहीं करते हैं। बात कर के इसका हल निकालने की कोशिश करें। सिंगल जातक अपने पुराने बुरे अनुभवों की वजह से इस समय अकेले रहना ही पसंद कर सकते हैं।
वित्तीय जीवन में क्वीन ऑफ कप्स कार्ड स्थिरता और भावनात्मक रूप से संतुलित रहने को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको जोखिम भरे या खतरनाक काम करने के बजाय अपनी आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने पर ज़ोर देना चाहिए। यह कार्ड आपको वित्तीय उलझनों से बचने और व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए कह रहा है।
करियर रीडिंग में फोर ऑफ कप्स कार्ड आने का मतलब है कि आपकी अपने काम में दिलचस्पी नहीं रहने वाली है और आप अपने ऑफिस में अलग-थलग महसूस कर सकते हैं। प्रोजेक्ट पर मन लगाकर काम करना या मौजूदा काम पर ध्यान केंद्रित करना, आपके लिए मुश्किल हो सकता है। इस नीरसता का असर आपके मूड पर भी पड़ सकता है। अपने बारे में बुरा महसूस करने के कारण आपके प्रदर्शन या उत्पादकता में भी गिरावट आ सकती है।
हेल्थ टैरो रीडिंग में सेवन ऑफ कप्स कार्ड कहता है कि आपको खुद को ज्यादा थकाने से बचना चाहिए और अपने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए। आप खुद की देखभाल और वास्तविकता के बीच संतुलन बनाकर चलें। यह कार्ड आपको भ्रम या गलतफहमियों से बचने और ज़रूरत पड़ने पर किसी एक्सपर्ट की सलाह लेने के लिए कह रहा है।
राशि अनुसार फेंगशुई चार्म: गोल्डन होम डेकोर।
तुला राशि
प्रेम जीवन: ऐस ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: किंग ऑफ पेंटाकल्स
करियर: जस्टिस
स्वास्थ्य: द हैंग्ड मैन
तुला राशि के लोगों को ऐस ऑफ कप्स कार्ड मिला है जो कि किसी नई चीज़ की शुरुआत और मज़बूत संबंध को दर्शाता है। इस कार्ड के अनुसार आप अपने रिश्ते में भावनात्मक रूप से संतुष्ट महसूस करेंगे। यह अपनी भावनाओं को स्वीकार करने, अपने विचारों पर भरोसा करने और अपने दिल में प्यार को जगह देने का समय है।
किंग ऑफ पेंटाकल्स कार्ड सांसारिक उपलब्धि, आर्थिक संपन्नता और भौतिक सुख-सुविधाओं का प्रतीक है। इस कार्ड के अनुसार आप अपनी महत्वाकांक्षा और आत्मविश्वास के दम पर अपने और दूसरों के लिए धन कमाएंगे। आप अपनी संपत्ति और दूसरों को कितना दिया है, इससे अपने महत्व या कीमत का आंकलन कर सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में द जस्टिस कार्ड अपराइट या इनवर्टिड आने पर जिम्मेदार, ईमानदार और निष्पक्ष बनने पर ज़ोर देता है। यह कार्ड आपको नैतिक सिद्धांतों पर चलने और अपने करियर में न्याय का पालन करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
द हैंग्ड मैन कार्ड का कहना है कि आपको शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाली भावनात्मक समस्याओं और तनाव को कम करने पर ध्यान देना चाहिए। यह कार्ड अपनी सीमाओं को मज़बूत करने और व्यक्तिगत विकास के तरीके खोजने के संकेत दे रहा है।
टेन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड एक शुभ संकेत है। यह कार्ड एक ऐसे सुरक्षित और मज़बूत रिश्ते की ओर संकेत कर रहा है जो प्यार और एक-दूसरे के प्रति सम्मान पर आधारित है। यदि आप सिंगल हैं, तो आपके लिए इस कार्ड का कहना है कि आप अभी किसी के साथ भी रिश्ते में आने के लिए तैयार नहीं है या फिर आपको जल्द ही कोई ऐसा मिलने वाला है जिसके साथ आप अपना घर बसा सकते हैं।
वित्तीय जीवन में आपको थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स रिवर्स्ड कार्ड मिला है जो कि आगे बढ़ने और ज़रूरत पड़ने पर सहायता मांगने के लिए कह रहा है। यह कार्ड वित्तीय चुनौतियों को पार करने, नकारात्मक भावनाओं को छोड़ने और करियर के मामले में आशावादी बनने की सलाह दे रहा है।
करियर में द टॉवर रिवर्स्ड कार्ड का कहना है कि आप अपने करियर में ज़रूरी बदलाव को स्वीकार करने या किसी ऐसी नौकरी या करियर को छोड़ने में झिझक रहे हैं, जो आपके लिए सही नहीं है। इसके कारण आप प्रगति करने के लिए महत्वपूर्ण अवसर खो सकते हैं।
द हर्मिट कार्ड आपको मानसिक थकान से बचने और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए अपने लिए कुछ समय निकालने और आराम करने के लिए कह रहा है। यह कार्ड खुद की देखभाल करने, आत्मचिंतन करने और संतुलन पाने को भी बढ़ावा देता है। यह कार्ड आपको अपने शरीर की ज़रूरतों पर ध्यान देने और शारीरिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए कह रहा है।
राशि अनुसार फेंगशुई चार्म: सिल्वर ऑर्नामेंट्स।
धनु राशि
प्रेम जीवन: द मून (रिवर्स्ड)
आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ वैंड्स
करियर: ऐट ऑफ कप्स (रिवर्स्ड)
स्वास्थ्य: ऐट ऑफ वैंड्स
रिवर्स्ड द मून कार्ड छिपे हुए सच के सामने आने और अपनी चिंताओं एवं असुरक्षा का सामना करने की संभावना को दर्शाता है। यह कार्ड आपको रिश्ते में ईमानदार रहने और ऐसे रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए कह रहा है जिसमें आप दोनों एक दूसरे से खुलकर बात कर सकें। इस कार्ड का यह भी कहना है कि आपको अपने मन पर भरोसा करना चाहिए और धोखा खाने से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए।
टैरो कार्ड रीडिंग में सिक्स ऑफ वैंड्स कार्ड उपलब्धि, सफलता और काम को पहचान मिलने की ओर संकेत कर रहा है। इससे आपके लिए पदोन्नति या वेतन में वृद्धि के योग बन रहे हैं। आपको ऐसे अवसर मिल सकते हैं जो आपको करियर में उन्नति दें और आपको आर्थिक रूप से मज़बूत करें।
करियर के क्षेत्र में ऐट ऑफ कप्स रिवर्स कार्ड दर्शाता है कि आप ऐसी नौकरी को छोड़ने में झिझक रहे हैं जिससे आप संतुष्ट नहीं हैं। बदलाव न करने की इस प्रवृत्ति के कारण करियर में आपके हाथ से कुछ अवसर छूट सकते हैं और आप एक ही जगह पर अटक सकते हैं।
स्वास्थ्य के मामले में ऐट ऑफ वैंड्स कार्ड तेजी से ठीक होने, सकारात्मक विकास और स्वस्थ रहने के लिए कुछ प्रयास करने की ज़रूरत को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको सक्रिय और संतुलित जीवनशैली को अपनाना चाहिए।
राशि अनुसार फेंगशुई चार्म: जेड एम्बैलिशमेंट्स।
मकर राशि
प्रेम जीवन: द हाई प्रीस्टेस
आर्थिक जीवन: द एम्पेरर
करियर: सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: टू ऑफ कप्स
मकर राशि के जातकों को प्रेम जीवन में द हाई प्रिस्टेस कार्ड मिला है और यह कार्ड आपकी भावनाओं में बदलाव को दर्शाता है। इस अवधि में अगर आप सामान्य डेट पर भी जाते हैं, तो आप उसे प्रेम से भरी मुलाकात में बदल सकते हैं। अगर आप शांत हैं, तो आप अपनी भावनाओं को छिपा सकते हैं। द हाई प्रिस्टेस कहता है कि रिश्ते में धैर्य और विश्वास का होना ज़रूरी होता है इसलिए आप दोनों एक-दूसरे पर विश्वास रखें और अपने राज़ एक-दूसरे के साथ साझा करें।
वित्तीय जीवन में आपको द एम्पेरर अपराइट कार्ड मिला है जो कि स्थिरता, संचरना और समझदारी से धन को संभालने का प्रतिनिधित्व करता है। यह कार्ड इनवर्टिड आने पर अस्थिरता, धन पर बहुत ज्यादा नियंत्रण रखने और अव्यवस्था को दर्शा सकता है।
करियर रीडिंग में सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड कार्यक्षेत्र में संतुलन और संतोष को दर्शाता है। यह कार्ड इस बात के भी संकेत दे सकता है कि आपने अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर लिया है और अपनी बाधाओं पर जीत हासिल कर ली है।
टू ऑफ कप्स कार्ड सेहत के मामले में संतुलन का प्रतिनिधित्व करता है। इस कार्ड का कहना है कि अगर आप दीर्घकालिक बीमारी या स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, तो अब आप पूरी तरह से ठीक हो सकते हैं। रोज़मर्रा का तनाव कभी-कभी नई बीमारियों को जन्म दे सकता है या फिर पुरानी बीमारी को बढ़ा सकता है।
राशि अनुसार फेंगशुई चार्म: ऑस्पिशियस कार्विंग्स।
कुंभ राशि
प्रेम जीवन: द स्टार
आर्थिक जीवन: फोर ऑफ वैंड्स
करियर: सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स
कुंभ राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए द स्टार बता रहा है कि आपका पार्टनर आपसे बहुत प्यार करता है और वह आपको अपनी नज़रों से दूर नहीं होने देते हैं। साथ ही, वह आपका सम्मान करते हैं और इस सप्ताह वह आपको अपने जीवन में उच्च स्थान देना चाहेंगे क्योंकि वह पार्टनर आपके महत्व को जानते हैं।
फोर ऑफ वैंड्स आपके आर्थिक जीवन को लेकर भविष्यवाणी कर रहा है कि कुंभ राशि वाले इस सप्ताह अपना पैसा किसी फंक्शन, अपनी शादी या किसी परिवारजन की शादी में ख़र्च करते हुए दिखाई दे सकते हैं। हालांकि, आप इन कामों में धन खर्च करने के साथ-साथ अपनी आर्थिक स्थिति को संतुलित बनाए रखने में सक्षम होंगे जिससे आप प्रसन्न दिखाई देंगे क्योंकि आप आर्थिक रूप से स्थिर और सुरक्षित होंगे।
करियर के क्षेत्र में सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स नौकरी में बदलाव, नई नौकरी ढूंढना या मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकलने की तरफ संकेत कर रहा है। संभावना है कि दूसरों के द्वारा किए गए षड्यंत्रों की वजह से आपको करियर में कोई बड़ी असफलता मिली हो जिसके चलते आप करियर में पिछड़ गए हैं। हालांकि, अब आपकी परिस्थितियों में सुधार देखने को मिलेगा और ऐसे में, आपका करियर रफ़्तार पकड़ेगा।
ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स कहता है कि कुंभ राशि वालों का स्वास्थ्य इस सप्ताह अच्छा रहेगा। ऐसे में, आप कोई नया व्यायाम शुरू करने लिए उत्सुक नज़र आ सकते हैं जिससे आप फिटनेस पाने में भी सक्षम होंगे।
टू ऑफ वैंड्स कार्ड कहता है कि इस सप्ताह मीन राशि वाले अपनी जिंदगी में एक नई शुरुआत करने की इच्छा रख सकते हैं। संभव है कि आप अपने रिश्ते में गंभीर होने और अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं।
वित्तीय जीवन में ऐस ऑफ वैंड्स कार्ड का कहना है कि इस सप्ताह आपको धन कमाने के लिए कई अवसर प्राप्त होंगे। यह आपकी अब तक की सबसे मज़बूत आर्थिक स्थिति हो सकती है। आप आर्थिक रूप से स्थिर और सुरक्षित स्थिति में हैं और जल्द ही आपको अपनी वित्तीय स्थिति को और बेहतर करने के लिए कोई अच्छी खबर मिल सकती है।
टू ऑफ पेंटाकल्स कार्ड दर्शाता है कि आप अपनी आर्थिक स्थिति को मज़बूत और बेहतर करने के लिए नौकरी के अलावा और भी कई चीज़ों को संभाल सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपको अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं या आप एकसाथ कई कार्यों को संभाल सकते हैं। इस सप्ताह आप पेशेवर रूप से नए अवसरों की खोज करेंगे।
स्वास्थ्य की बात करें, तो द जजमेंट कार्ड उपचार और कठिन समय के बाद उत्तम स्वास्थ्य की ओर आगे बढ़ने के संकेत कर रहा है। यह कार्ड आत्मनिरीक्षण और स्वास्थ्य के प्रति व्यापक दृष्टिकोण रखने के लिए प्रेरित करता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपनी पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं को हल करने और संतुलित जीवनशैली को अपनाने की ज़रूरत है।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. क्या हाई प्रीस्टेस एक आध्यात्मिक कार्ड है?
उत्तर. हां, द हाई प्रीस्टेस कार्ड अत्यधिक आध्यात्मिक कार्ड है।
प्रश्न 2. टैरो में सबसे ज्यादा प्रोफेशनल कार्ड कौन सा है?
उत्तर. किंग ऑफ पेंटाकल्स।
प्रश्न 3. टैरो में कौन सा कार्ड फाइटिंग स्पिरिट को दर्शाता है?
उत्तर. फाइव ऑफ वैंड्स।
क्या देर से होगी आपकी शादी? कुंडली में छिपा है इस सवाल का जवाब!
आपने अक्सर अपने माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्यों को ज्योतिषियों से ‘विवाह का समय और विवाह की गुणवत्ता’ के बारे में सवाल करते हुए सुना होगा। भारत में अब भी शादी को एक पवित्र बंधन माना जाता है और यह जीवन का एक महत्वूपर्ण हिस्सा है क्योंकि यह व्यक्ति के निजी जीवन की नींव रखता है। भारतीय ज्योतिष और भारतीय समाज में विवाह को एक महत्वूपर्ण घटना के रूप में देखा जाता है और ऐसा माना जाता है कि ज्योतिष के विभिन्न पहलू विवाह के समय और सफलता को प्रभावित करते हैं।
आज एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग के ज़रिए हम इस विषय पर चर्चा करेंगे कि किसी व्यक्ति की कुंडली और उसके पूर्व जन्म के कर्मों के आधार पर ग्रहों की स्थिति विवाह के समय और उसकी गुणवत्ता को किस तरह से प्रभावित करती है।
कुंडली में विवाह के समय की गणना
विवाह के समय को स्पष्ट रूप से जानने और उसका सटीक पूर्वानुमान लगाने के लिए कुछ विशेष तरीकों और स्थितियों को समझना होगा। जानते हैं कि किसी व्यक्ति के विवाह के समय को जानने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके और स्थितियां क्या हैं।
दशा और भुक्ति
किसी जातक की कुंडली में विवाह की संभावना के लिए निम्न परिस्थितियों का होना आवश्यक है:
उस समय जातक की सातवें भाव के स्वामी की विंशोत्तरी दशा, सातवें भाव में ग्रह, सातवें भाव पर ग्रहों की दृष्टि होनी चाहिए।
नवमांश के सातवें भाव में ग्रह या नवमांश के सातवें भाव के स्वामी की महादशा, अंतर या प्रत्यंतर दशा चलनी चाहिए।
विवाह के कारक ग्रह शुक्र, बृहस्पति या राहु की दशा चलनी चाहिए। (राहु को विवाह का फलदाता माना जाता है)
लग्नेश की दशा और ग्यारहवें भाव के स्वामी की भुक्ति।
दूसरे या आठवें भाव के स्वामी की दशा/भुक्ति।
सप्तमेश/सप्तमेश पर दृष्टि डालने वाले ग्रहों की दशा।
गोचर
लग्नेश और सप्तमेश का देशांतर जोड़ें। जब बृहस्पति इस बिंदु पर/इसके त्रिकोण/ सातवें भाव से गोचर करता है, तब विवाह की संभावना होती है।
जन्म नक्षत्र के स्वामी और सप्तमेश का देशांतर जोड़ें। जब बृहस्पति इस बिंदु पर/इसके त्रिकोण से गोचर करता है, तब विवाह की संभावना होती है।
बृहस्पति का गोचर/दृष्टि नवमांश में स्थित राशि पर, लग्नेश के स्वामी के नवमांश राशि स्वामी पर हो।
सातवें भाव में लग्नेश का गोचर।
जब बृहस्पति जन्म से ही शुक्र या उसके स्वामी या उनके त्रिकोण पर गोचर करता है, तब पुरुषों के विवाह की संभावना होती है।
जब शुक्र जन्म से ही मंगल, उसके स्वामी या मंगल/शुक्र की त्रिकोण राशि में गोचर करता है, तब महिलाओं के विवाह का योग बनता है।
विवाह के कारक ग्रहों का गोचर शुभ भाव में हो और अष्टकवर्ग में अधिक बिंदु इंगित कर रहा हो।
दोहरे गोचर का तरीका
कई मॉडर्न ज्योतिषियों ने अध्ययन और विश्लेषण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है कि दो प्रमुख ग्रहों शनि और बृहस्पति के दोहरे गोचर से विवाह की भविष्यवाणी की जा सकती है। इसके अलावा मंगल और चंद्रमा के गोचर से विवाह का समय और संकुचित हो सकता है। हम सभी जानते हैं कि जिंदगी में बृहस्पति और शनि के आशीर्वाद के बिना कुछ भी अच्छा नहीं होता है और विवाह ऐसी ही एक घटना है। इसके लिए निम्नलिखित स्थितियां हैं:
गोचर के शनि की लग्नेश या सातवें भाव पर दृष्टि होनी चाहिए।
गोचर के बृहस्पति की सप्तमेश और/या सातवें भाव पर दृष्टि होनी चाहिए।
शनि और बृहस्पति आपस में अपनी भूमिका बदल भी सकते हैं।
चंद्रमा और मंगल उपरोक्त स्थितियों के अनुसार गोचर करें, तो इससे विवाह का समय महीनों या दिनों तक सीमित हो सकता है।
विवाह के लिए अधिकतम स्थितियां पूरी होनी चाहिए।
विवाह का विश्लेषण करते समय ध्यान रखने योग्य बातें:
भारतीय ज्योतिष में विवाह को एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है और ज्योतिष के विभिन्न पहलुओं का विवाह के समय और सफलता पर प्रभाव पड़ता है। भारतीय ज्योतिष में विवाह से संबंधित कुछ प्रमुख बातें आगे बताई गई हैं:
सातवें भाव, सप्तमेश और इस भाव में स्थित ग्रहों की भूमिका कुंडली के सातवें भाव का विशेष रूप से विवाह, साझेदारी और रिश्तों से संबंध होता है। सातवें भाव में मजबूत और शुभ ग्रहों की उपस्थिति विवाह को सुखमय और सफल बनाने का काम करती है। यदि सातवां भाव पीड़ित हो, तो इससे विवाह में देरी या चुनौतियां आ सकती हैं।
शुक्र प्रेम, सौंदर्य और रिश्तों का कारक हैं एवं वह वैवाहिक जीवन में अहम भूमिका निभाते हैं। कुंडली में शुक्र की स्थिति और मज़बूती से पता चल सकता है कि जातक को किस तरह का साथी पसंद आएगा और उसका वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा। ऐसा माना जाता है कि मजबूत शुक्र शादीशुदा जिंदगी में सुख-शांति प्रदान करता है जबकि इस ग्रह के कमज़ोर या पीड़ित होने पर रिश्ते में चुनौतियां आ सकती हैं।
चंद्रमा की भूमिका चंद्रमा का संबंध भावनाओं से है और कुंडली में चंद्रमा की स्थिति से पता चल सकता है कि वैवाहिक संबंध में पति-पत्नी के बीच भावनात्मक स्थिरता कितनी और कैसी है। चंद्रमा के मजबूत होने पर रिश्ते में भावनात्मक संतुष्टि मिलती है।
विंशोत्तरी दशा वैदिक ज्योतिष में विवाह के समय की गणना करने में दशा प्रणाली यानी ग्रहों की अवधि अहम भूमिका निभाती है। किसी विशेष ग्रह की महादशा और अंर्तदशा से विवाह के सही समय की जानकारी मिल सकती है। उदाहरण के तौर पर पुरुष और महिला दोनों की कुंडली में शुक्र की दशा को विवाह के लिए अनुकूल माना जाता है।
नवमांश कुंडली नवमांश कुंडली का उपयोग विवाह और रिश्तों की गुणवत्ता का आंकलन करने के लिए किया जाता है। यह जीवनसाथी के व्यवहार एवं विशेषताओं को समझने और वैवाहिक बंधन की मजबूती को जानने के लिए महत्वपूर्ण है। विवाह के बारे में गहराई से जानने के लिए नवमांश कुंडली में सातवे भाव और उसके स्वामी का विश्लेषण किया जाता है।
मांगलिक दोष विवाह से संबंधित सबसे प्रचलित या लोकप्रिय ज्योतिषीय धारणाओं में मांगलिक दोष का नाम सबसे ऊपर आता है। जब मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में हो, तब इसे मांगलिक दोष माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मांगलिक दोष के कारण विवाह में चुनौतियां आती हैं जैसे कि विवाह में देरी या वैवाहिक सुख में कमी आती है। हालांकि, विशेष उपायों से इसके प्रभाव को कम करने के तरीके मौजूद हैं।
कंपैटिबिलिटी (कुंडली मैचिंग) अक्सर शादी से पहले परिवार के लोग लड़के और लड़की की कुंडली का मिलान करवाते हैं। इससे पता चलता है कि लड़का-लड़की ज्योतिषीय दृष्टि से एक-दूसरे के अनुकूल हैं या नहीं। कुंडली मिलान में निम्न पहलुओं पर ध्यान दिया जाता है:
गुण मिलान: यह अंकों पर आधारित एक प्रणाली है जिसमें लड़के और लड़की की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कंपैटिबिलिटी को देखा जाता है।
दोष विश्लेषण: विवाह को प्रभावित करने वाले किसी संभावित दोष को देखा जाता है।
नाड़ी दोष: इसमें देखा जाता है कि लड़के और लड़की की कुंडली में नाड़ी दोष तो नहीं है।
राहु और केतु चंद्र नोड, राहु और केतु भी विवाह को प्रभावित करते हैं। दक्षिण नोड पर केतु पिछले कर्मों को दर्शाता है जबकि राहु इच्छाओं और भविष्य की संभावनाओं को दर्शाता है। विवाह कब होगा, इस पर राहु और केतु की स्थिति का प्रभाव पड़ सकता है। अगर ये दोनों ग्रह अशुभ भावों में हों, तो शादी में देरी या अड़चनें आ सकती हैं।
विवाह का समय
अक्सर ज्योतिषी विवाह के सही समय के बारे में जानने के लिए विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, जैसे कि:
बृहस्पति और शनि का गोचर: बृहस्पति को एक शुभ ग्रह माना जाता है और यह सातवें भाव या शुक्र पर गोचर करता है, तो यह विवाह के लिए अनुकूल समय होता है। शनि काल है इसलिए जब शनि बृहस्पति के साथ गोचर करने पर किसी भाव को सक्रिय करता है, तभी उस भाव के फल मिल पाते हैं।
सप्तमेश की दशा और अंर्तदशा: जब सप्तमेश की दशा चल रही होती है, तब इस समय को शादी के लिए शुभ माना जाता है।
ग्रहों का अस्त और वक्री होना जब शुक्र, बृहस्पति या बुध जैसे ग्रह अस्त या वक्री होते हैं, तब इनका असर रिश्तों और विवाह के समय पर पड़ सकता है। ज्योतिषी इसके प्रभाव को कम करने के लिए कुछ विशेष उपाय करने या सावधान रहने की सलाह दे सकते हैं। अब हम कुछ प्रसिद्ध हस्तियों की कुंडली का विश्लेषण करके समझेंगे कि कुंडली के सातवें भाव की स्थिति और अन्य ग्रहों की दशा का विवाह के समय और उसकी गुणवत्ता पर क्या असर पड़ता है।
रेखा और उनकी मुकेश अग्रवल से विवाह की कहानी
यह लोकप्रिय अभिनेत्री रेखा की कुंडली है। रेखा आज भी हज़ारों दिलों पर अपनी खूबसूरती और अदाओं के दम पर राज करती हैं। रेखा ने स्क्रीन पर कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं। रेखा अपने दौर की उन अभिनेत्रियों में से एक हैं जो किसी न किसी कारण से खबरों में रहती थीं लेकिन वो अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी हमेशा मीडिया की सुर्खियों में बनी रही हैं।
अमिताभ बच्चन के साथ उनके अफेयर के चर्चे आज भी हैं और बॉलीवुड के इतिहास में इसकी खूब बातें होती हैं। चूंकि, उस समय अमिताभ शादीशुदा थे और उनके दो बच्चे थे इसलिए उनकी ये प्रेम कहानी ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाई।
रेखा ने बिज़नेसमैन मुकेश अग्रवाल से शादी की और यह भी चर्चा का विषय रही:
रेखा की जन्मकुंडली देखें, तो वह धनु लग्न की हैं और उनके लग्न भाव में राहु और मंगल बैठे हैं।
सप्तम भाव का स्वामी बुध ग्यारहवें भाव में उच्च शनि के साथ बैठा है। हालांकि, शनि एक मजबूत धन योग बना रहा है लेकिन इसने बुध को इतना ज्यादा प्रभावित कर दिया है कि वह विवाह से संबंधित सही परिणाम नहीं दे पा रहा है।
शुक्र विवाह का कारक हैं और रेखा की कुंडली में वह बारहवें भाव में हैं और पापकर्तरी योग में हैं। वह विशाखा नक्षत्र में हैं जिसे अक्सर पतन का नक्षत्र माना जाता है।
सातवें भाव में केतु है और मंगल की पूर्ण दृष्टि इस पर पड़ रही है। यहां पर सातवां भाव बहुत ज्यादा पीड़ित है। मार्च 1990 में रेखा ने मुकेश अग्रवाल से शादी की थी और उस समय उनकी बुध-सूर्य-केतु-मंगल की दशा चल रही थी।
सातवें भाव का स्वामी होकर बुध ने विवाह से संबंधित परिणाम दिए लेकिन आगे नज़दीक से देखें, तो शनि और बृहस्पति के दोहरे गोचर से उनका दूसरा और आठवां भाव भी सक्रिय हो गया था। कुंडली का दूसरा भाव परिवार और अष्टम भाव आकस्मिक घटनाओं का कारक होता है।
उस समय शनि मकर राशि में था और बृहस्पति कर्क राशि में गोचर कर रहा था।
विवाह के दिन रेखा का सातवां, नौवां, आठवां, लग्न और पांचवां भाव सक्रिय था।
हालांकि, सातवां भाव बहुत ज्यादा क्षतिग्रस्त था इसलिए शादी के कुछ महीनों बाद ही उनके पति की आत्महत्या से मृत्यु हो गई।
सातवें भाव पर मंगल की संपूर्ण दृष्टि पड़ रही है और राहु के साथ केतु की स्थिति दर्शाती है कि उनके जीवनसाथी में अधिक गुस्सा करने या अवसाद की प्रवृत्ति हो सकती है। इसके बाद रेखा ने कभी दोबारा शादी नहीं की और अपने करियर पर ही फोकस किया।
आइए अब एक बार नवमांश कुंडली को भी देख लेते हैं क्योंकि नवमांश मुख्य रूप से विवाह की गुणवत्ता और शादी के बाद जीवन को दर्शाता है।
अगर हम रेखा की नवमांश कुंडली को देखें, तो उनकी लग्न कुंडली का सप्तेमश बुध बारहवें भाव में बैठा जो ‘भावात् भावम’ सिद्धांत के अनुसार स्वयं के भाव से छठे स्थान पर आता है। यह अचानक विवाह के समाप्त होने को दर्शाता है।
नवमांश के सातवें भाव का स्वामी शुक्र चौथे भाव में सूर्य के साथ बैठा था और उसकी मंगल पर पूर्ण दृष्टि पड़ रही थी जो फिर से देर से शादी और विवाह संबंध में असंतुष्टि के संकेत देता है।
शाहरुख खान की शादी
आइए अब एक ऐसे अभिनेता का उदाहरण लेते हैं जिनकी शादी बॉलीवुड में एक मिसाल के रूप में प्रसिद्ध है और वे हैं शाहरुख खान।
शाहरुख खान बॉलीवुड के बादशाह हैं और उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के सबसे पसंदीदा अभिनेताओं में से एक माना जाता है और बॉलीवुड में उनकी शादी को सबसे बेस्ट माना जाता है। तो चलिए अब एक बार शाहरुख खान की कुंडली में देख लेते हैं कि किन ग्रहों की वजह से उनकी शादी इतनी लंबी चल पाई है और उन्हें वैवाहिक सुख मिल पाया है।
शाहरुख सिंह लग्न के हैं और उनके तीसरे भाव में सूर्य नीच का है। यह नकारात्मक लग रहा है लेकिन यहां पर सूर्य बहुत ज्यादा मजबूत है और इसी वजह से शाहरुख अपनी कला के दम पर इतना नाम और शोहरत कमा पाए हैं।
उनके सातवें भाव का स्वामी शनि सातवें भाव में ही उत्तम स्थिति में है। शनि अपनी ही राशि में वक्री हो रहे हैं जो कि विवाह के लिए अशुभ संकेत नहीं है।
उनकी कुंडली में शुक्र प्रेम, रोमांस और रचनात्मकता के पांचवे भाव में बैठा है। यही वजह है कि शाहरुख को ‘किंग ऑफ रोमांस’ का तबका मिला है।
उनके पांचवे और सातवें भाव दोनों पर ही बृहस्पति की दृष्टि है जो कि एक शुभ ग्रह है और इनकी जिस पर भी दृष्टि होती है, ये उसकी रक्षा करते हैं।
शाहरुख ने अपनी पत्नी गौरी खान से 25 अक्टूबर, 1991 को विवाह किया था। विवाह के दिन उनकी राहु-शुक्र-शुक्र-चंद्रमा की दशा चल रही थी। उनका तीसरा, चौथा और छठा, ग्यारहवां, सातवां, आठवां और बारहवां भाव भी सक्रिय था। यहां पर ज्यादातर भाव विवाह को दर्शाते हैं।
शनि और बृहस्पति के दोहरे गोचर से आठवां भाव सक्रिय हुआ। यह विवाह के लिए एक महत्वपूर्ण भाव है।
सातवें भाव पर किसी भी अशुभ ग्रह की दृष्टि नहीं पड़ रही है।
अब शाहरुख खान की नवमांश कुंडली देख लेते हैं कि यह उनके वैवाहिक जीवन के बारे में क्या कहती है।
उनकी नवमांश कुंडली में सप्तम भाव राहु-केतु के अक्ष पर हैं, बृहस्पति की तीसरे भाव से सातवें घर पर दृष्टि पड़ रही है जो विवाह और सातवें भाव से संबंधित अन्य पहलुओं को सुरक्षा करती है।
लग्न कुंडली में सातवें भाव का स्वामी शनि है और नवमांश कुंडली में सातवें भाव का स्वामी मंगल है जो कि दर्शाता है कि जीवनसाथी का उस पर गहरा प्रभाव रहेगा। जीवनसाथी अपनी शादी को सफल बनाने और मुश्किल वक्त में उसे बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा और यदि कोई तीसरा व्यक्ति इनके रिश्ते के बीच में आता है, तो उसका डटकर सामना करेगा।
इसलिए विवाह के समय और उसकी गुणवत्ता की व्याख्या करते समय उपरोक्त पहलुओं पर ध्यान देना ज़रूरी है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. ज्योतिष के अनुसार विवाह का समय और उसकी गुणवत्ता किन कारकों पर निर्भर करती है?
उत्तर. उस समय कौन सी महादशा चल रही है, सातवां भाव कैसा है और उसका स्वामी कौन है आदि।
प्रश्न 2. विवाह के लिए कौन से ग्रह कारक होते हैं?
उत्तर. महिला और पुरुष दोनों के लिए विवाह का कारक शुक्र ही है।
प्रश्न 3. स्त्री की कुंडली में कौन सा ग्रह साथी के स्वभाव को निर्धारित करता है?
उत्तर. बृहस्पति और मंगल।
50 साल बाद सूर्य गोचर से बनेगा शुभ योग, ये राशि वाले जरूर पढ़ लें अपने बारे में!
सूर्य का गोचर मतलब सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना। सूर्य हर महीने लगभग 30 दिनों में एक राशि से दूसरी में प्रवेश करता है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह को आत्मा, आत्मविश्वास, पिता, मान-सम्मान, और नेतृत्व का प्रतीक माना जाता है। यह अग्नि तत्व का भी ग्रह है जो तेज, ऊर्जा और जीवनी शक्ति का मुख्य स्रोत है। सूर्य की स्थिति कुंडली में यह दर्शाती है कि व्यक्ति का आत्मबल, प्रतिष्ठा और प्रशासनिक क्षेत्र में कैसा प्रभाव रहेगा। यह सिंह राशि के स्वामी हैं, मेष राशि में उच्च और तुला राशि में नीच का होता है।
जन्म कुंडली में सूर्य की शुभ स्थिति व्यक्ति को साहसी, प्रसिद्ध और नेतृत्व में कुशल बनाती है, जबकि अशुभ स्थिति में अहंकार, गुस्सा और पिता से तनाव उत्पन्न हो सकता है। सूर्य 14 अप्रैल 2025 को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं। सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करते ही बेहद शुभ योग चतुर्ग्रही योग का निर्माण हुआ है। इस योग का प्रभाव सभी राशियों में देखने को मिलेगा लेकिन कुछ राशियों के जातक को इस योग से सकारात्मक परिणाम की प्राप्ति होगी।
तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं सूर्य का मेष राशि में गोचर से बनने वाले चतुर्ग्रही योग किन जातकों के लिए शुभ परिणाम लेकर आया है।
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सूर्य का मेष राशि में गोचर से ये जातक होंगे मालामाल
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों इस योग से हर क्षेत्र में बेहतरीन परिणाम मिलेंगे। आपके लिए यह समय नई संभावनाओं और अवसरों से भरा हुआ रहेगा। आपकी वाणी की मधुरता और संवाद कौशल से आप लोगों का दिल जीतने में सफल रहेंगे। शिक्षा, लेखन, मीडिया, मार्केटिंग और कंसल्टिंग जैसे क्षेत्रों में सफलता मिलेगी। व्यापार के क्षेत्र में नए संबंध बनेंगे और नौकरी में पदोन्नति या नई ज़िम्मेदारियां मिलने की संभावना है। मित्रों और परिवार का सहयोग बना रहेगा और सामाजिक मान-सम्मान में वृद्धि होगी। यात्रा के योग भी बन सकते हैं, जो लाभकारी सिद्ध होंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और रुके हुए कार्यों में गति आएगी। कुल मिलाकर, यह समय आपकी प्रतिभा को निखारने और जीवन को एक नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है।
धनु राशि के जातकों के लिए यह समय आत्मविश्वास, उत्साह और विस्तार का प्रतीक बनकर आया है भाग्य आपका साथ देगा और आपके अधूरे कार्य पूरे होंगे। शिक्षा, विदेश यात्रा, उच्च अध्ययन और अध्यात्म से जुड़े क्षेत्रों में प्रगति के योग बनेंगे। आप अपनी ईमानदार सोच के कारण दूसरों का भरोसा जीतने में सफल होंगे। कार्यस्थल पर सराहना मिलेगी और नए अवसर द्वार खटखटाएंगे। यह समय आपके विचारों और जीवन दर्शन को विस्तार देने वाला रहेगा। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिल सकता है और परिवार में आनंद का माहौल बनेगा। नए संपर्क लाभदायक सिद्ध होंगे और आपकी सोच सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ेगी। कुल मिलाकर, यह समय आपके आत्म विकास और सौभाग्य की वृद्धि का संकेत है, जहां आपकी मेहनत और सच्चाई आपको सफलता की ऊंचाइयों तक ले जा सकती है।
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कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह योग कई नए अवसर लेकर आएगा। आपकी रचनात्मकता और अलग सोच आपको भीड़ से अलग पहचान दिलाएगी। करियर में उन्नति के योग बन रहे हैं, विशेषकर तकनीकी, शोध, लेखन, शिक्षा और सामाजिक कार्यों से जुड़े क्षेत्रों में विशेष सफलता मिल सकती है। आपकी योजनाएं धीरे-धीरे फलीभूत होंगी और लोग आपके विचारों से प्रभावित होंगे। मित्रों और शुभचिंतकों का साथ मिलेगा, जिससे आत्मबल बढ़ेगा। आर्थिक स्थिति में सुधार के संकेत हैं और निवेश से लाभ हो सकता है। जीवन में कोई नई दिशा या उद्देश्य मिलने की संभावना है, जिससे आप और अधिक प्रेरित महसूस करेंगे। कुल मिलाकर, यह समय कुंभ राशि के जातकों के लिए यह अवधि आत्मसंतोष लेकर आएगा।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. सूर्य का मेष राशि में गोचर कब होगा?
सूर्य 14 अप्रैल 2025 को मेष राशि में गोचर कर चुके हैं।
2. सूर्य के कारक क्या है ?
ज्योतिष में सूर्य को आत्मा, पिता, मान-सम्मान, लीडरशिप, राजकाज और उच्च प्रशासिनक पद का कारक ग्रह माना जाता है।
3. सूर्य की सात किरणों के नाम क्या हैं?
1- सुषुम्णा 2- सुरादना 3-उदन्वसु 4-विश्वकर्मा 5-उदावसु 6-विश्वव्यचा 7-हरिकेश सूर्य की सात किरणें अलग अलग रंग की होती है ।
क्या है छिद्र दशा और ग्रहों का खेल, सिलेब्रिटी की कुंडली से समझें!
आपमें से कई लोगों ने पहली बार ‘छिद्र दशा’ के बारे में सुना होगा। आमतौर पर इस शब्द का इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है और जो लोग वैदिक ज्योतिष का गहराई से अध्ययन करते हैं, केवल वही इस शब्द से परिचित होते हैं। खैर, इसका मतलब होता है विंशोत्तरी दशा या आपकी कुंडली में ग्रह की वह समयावधि जो आपके लिए नकारात्मक हो।
वैदिक ज्योतिष में ‘छिद्र दशा’ एक विशेष ज्योतिषीय चरण को दर्शाता है। दशा वो समयावधि होती है, जब कोई विशेष ग्रह व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करता है। छिद्र (का अर्थ छेद या पीड़ा होता है) एक ऐसी स्थिति को दर्शाता है जिसमें ग्रह की दशा के कारण समस्या या तनाव उत्पन्न हो रहा हो।
हालांकि, यह शब्द एक ऐसी परिस्थिति को संदर्भित कर सकता है जहां पर दशा नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही हो या व्यक्ति के जीवन में बाधा उत्पन्न कर रही हो जिससे उसे अड़चनों या अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ रहा हो। इसे व्यक्ति के जीवन में एक ‘छेद’ के रूप में देखा जा सकता है जो उसकी सफलता और स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित कर रहा हो। कुछ ग्रंथों में उल्लिखित है कि छिद्र दशा से संघर्ष और मुश्किलें आती हैं जो इस बात पर निर्भर करता है कि इसमें कौन-कौन से ग्रह शामिल हैं, कुंडली में उनकी स्थिति क्या है और अन्य ग्रहों के प्रभाव से उन पर क्या असर पड़ रहा है।
छिद्र ग्रहों से संबंधित कुछ सामान्य विचार:
चुनौतीपूर्ण स्थितियों में अशुभ ग्रह:शनि, राहु और केतु जैसे ग्रहों का संबंध चुनौतियों से होता है। यदि ये अशुभ ग्रह कुंडली में विशेष भावों में स्थित हों या दृष्टि डाल रहे हों, तो वह व्यक्ति के जीवन में ऐसी कठिनाईयां उत्पन्न कर सकते हैं जिन्हें छेद, फटा हुआ या चुनौतियों से भरा हुआ समझा जाएगा।
कमज़ोर शुभ ग्रह: जब शुभ ग्रह जैसे कि बृहस्पति या शुक्र कमज़ोर या नीच स्थान में हो जैसे कि छठे, आठवें या बारहवें भाव में हों या नीच राशि में हों या वे राहु-केतु के अक्ष पर हों, तो इस स्थिति में शुभ ग्रह भी व्यक्ति के जीवन में रुकावटें और असंतुलन पैदा कर सकता है।
पीड़ित लग्न: यदि लग्न भाव का स्वामी कमज़ोर हो या अशुभ स्थान में हो, तो इससे भी छिद्र का आभास हो सकता है। इससे व्यक्ति के जीवन और उसके उद्देश्य के बीच अलगाव पैदा हो सकता है।
दुष्टान भाव में ग्रह: छठे, आठवें या बारहवें भावों में बैठे ग्रहों को दुष्टान भाव कहा जाता है और ये अड़चनें, समस्याएं एवं छिपे हुए शत्रुओं से संबंधित होते हैं। ये ग्रह व्यक्ति के जीवन में छेद या अंतराल की तरह महसूस हो सकता है। इसका सेहत, संपत्ति या रिश्तों जैसे विभिन्न पहलुओं पर असर पड़ता है।
पीड़ित या अस्त ग्रह: जो ग्रह अस्त हों या जिन पर अशुभ ग्रहों का प्रभाव हो, वे नुकसान या समस्या दे सकते हैं।
छिद्र ग्रहों का उदाहरण
शनि: ये ग्रह अक्सर देरी, प्रतिबंध और बाधाएं देने का काम करता है। यदि शनि कुंडली में अशुभ स्थान जैसे कि छठे, आठवें या बारहवें भाव में हो, तो इसकी वजह से जीवन में कठिनाईयां और रुकावटें आ सकती हैं।
राहु/केतु: ये दोनों छाया ग्रह कंफ्यूज़न, छिपे हुए डर और जीवन को बदलने वाली घटनाओं का कारक होते हैं जिससे जीवोन में स्थिरता या सुरक्षा की भावना प्रभावित हो सकती है।
मंगल: यदि मंगल पीड़ित हो तो इसकी वजह से आक्रामकता, मतभेद और जल्दबाज़ी में फैसले लिए जा सकते हैं जिससे व्यक्ति के जीवन की गति बाधित हो सकती है।
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छिद्र दशा का प्रभाव
जीवन में बाधाएं छिद्र दशा के दौरान व्यक्ति को अपने जीवन के विभिन्न हिस्सों जैसे कि करियर, रिश्तों, वित्त या सेहत में अचानक रुकावटों या बाधाओं का अनुभव हो सकता है। यह एक ऐसी समयावधि की ओर संकेत करता है जब प्रगति में अवरोध आ जाए या व्यक्ति को ठहराव महसूस हो।
रिश्तों में चुनौतियां इसमें रिश्तों में गलतफहमियां या अलगाव हो सकता है खासतौर पर रोमांटिक संबंध या पारिवारिक रिश्तों में। गंभीर मामलों में यह भावनात्मक अलगाव का कारण बन सकता है।
मानसिक तनाव जिन लोगों की कुंडली में छिद्र दशा चल रही होती है, उन्हें मानसिक रूप से तनाव महसूस हो सकता है या उन्हें ध्यान लगाने में दिक्कत हो सकती है जिससे तनाव, चिंता और कभी-कभी डिप्रेशन भी हो सकता है। ऐसा अक्सर कुंडली में प्रमुख ग्रहों के पीड़ित होने पर होता है।
वित्तीय समस्याएं वित्तीय समस्याएं, आकस्मिक खर्चे या आय में कमी आ सकती है। निवेश से मनचाहा रिटर्न नहीं मिल पाता है और व्यवसाय या ट्रेड में नुकसान हो सकता है।
स्वास्थ्य समस्याएं पीड़ित ग्रह के कारण ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जिनका निदान या इलाज करना मुश्किल होता है और रिकवरी भी धीमी हो सकती है। यह सर्जरी या दुर्घटनाओं के संकेत भी दे सकता है जिनका प्रभाव लंबे समय तक रहता है।
अप्रत्याशित बाधाएं व्यक्ति को अपने निजी या पेशेवर कार्यों में बार-बार और अनजान रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। ये बाधाएं अचानक आ सकती हैं जैसे कि कोई प्रगति को रोक रहा है।
अब स्पष्ट हो गया कि छिद्र दशा क्या होती है, चलिए अब जान लेते हैं कि छिद्र ग्रह क्या होते हैं और इनका मनुष्य के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।
छिद्र ग्रह एक और ज्योतिषीय अवधारणा है। इसका मतलब एक ऐसे ग्रह से है जो बहुत ज्यादा पीड़ित है लेकिन बहुत कम डिग्री (0 से 3 डिग्री) या उच्च डिग्री (27 से 29 डिग्री) पर स्थित है। ऐसा ग्रह अपना परिणाम देने में असमर्थ होता है क्योंकि उसके पास उसकी संपूर्ण शक्ति नहीं होती है और वह कुंडली में वह अपनी भूमिका एवं महत्व को लेकर अनभिज्ञ होता है।
चलिए अब हम इसे उदाहरण से समझते हैं, यदि कोई कर्मचारी नौकरी छोड़ने का नोटिस दे चुका है और जल्द की कंपनी को छोड़ने वाला है, तो वह अच्छा प्रदर्शन करने के लिए अधिक उत्सुक नहीं होगा। वहीं दूसरी ओर, जब काई नया कर्मचारी कंपनी में आता है, तब उसे कंपनी में अपनी भूमिका और जिम्मेदारियों के बारे में ज्यादा पता नहीं होता है और अपने काम को पूरी तरह से समझने एवं उससे क्या अपेक्षाएं हैं, इसे जानने में समय लगता है।
कुछ ऐसा ही ग्रहों के साथ भी है। यदि ग्रह अशुभ ग्रहों के साथ युति में बहुत ज्यादा पीड़ित है या उस पर अशुभ ग्रहों की दृष्टि पड़ रही है या ग्रह बहुत कम या उच्च डिग्री पर है, तो वह ग्रह अच्छे या शानदार परिणाम देने में असमर्थ होगा और इस दौरान जीवन में कई चुनौतियां, निराशा और बड़ी बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
राजेश खन्ना की कुंडली से समझें
आइए भारत के पहले सुपरस्टार श्री राजेश खन्ना की जन्मकुंडली से इसे समझने की कोशिश करते हैं। इससे छिद्र दशा और ग्रहों को समझते हैं और चुनौतीपूर्ण दशा एवं उसके प्रभाव को पहचानने के लिए उनकी कुंडली का गहन विश्लेषण करते हैं।
सभी जानते हैं कि राजेश खन्ना भारत के पहले सुपरस्टार थे और उन्होंने अपने फिल्मी करियर में असीम लोकप्रियता हासिल की थी। 1965 से लेकर 1972 तक राजेश लगभग हर भारतीय के दिलो-दिमाग पर छाए हुए थे। वह भारत के पहले रोमांटिक हीरो थे जो हर तरह से सुपरस्टार थे। उनका सुंदर और मनमोहक चेहरा, अद्भुत स्टाइल और आकर्षक मुस्कान लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती थी।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजेश खन्ना को उनके निसंतान चाचा और चाची ने बचपन में ही गोद ले लिया था और उन्हें अपने असली माता-पिता के साथ बहुत कम समय के लिए ही रहने को मिला था। जी हां, बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं और यह उनकी कुंडली में भी नज़र आता है। एक्टर का जन्म 29 दिसंबर, 1942 को सूर्य ग्रह की महादशा में हुआ था।
जब 1947 में उनकी चंद्रमा की महादशा शुरू हुई, तब उन्हें उनके चाचा गोद ले चुके थे और वो अपनी मां से दूर रहते थे जिसका उनके भावनात्मक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ा था और यह अलगाव एवं उदासीनता के रूप में सामने आया। उनके साथ काम करने वाले अभिनेता, निर्देशक और निर्माताओं को अक्सर उनके कठोर व्यवहार का सामना करना पड़ता था। जैसे-जैसे वो बड़े हुए और खुद को व्यक्त करने लगे, वैसे-वैसे उनके स्वभाव में ये चीज़ें और ज्यादा दिखाई देने लगीं। उन्होंने अपनी भावनात्मक परेशानियों को आत्मविनाशकारी तरीके से व्यक्त किया जिससे करियर में इतनी लोकप्रियता हासिल करने के बाद भी वो अंधेरे में चले गए।
उनकी कुंडली में चंद्रमा राहु के साथ तीसरे भाव में युति में है और 29 डिग्री 22” 13′ पर स्थित है।
चंद्रमा राहु-केतु के अक्ष पर और बालावस्था में है जो कि चंद्रमा की महादशा को छिद्र दशा बनाता है।
चंद्रमा मां का कारक होता है और राजेश खन्ना को अपनी मां का प्यार और सुरक्षा नहीं मिल पाई थी।
चूंकि, उनकी कुंडली में चंद्रमा ने छिद्र ग्रह की तरह काम किया है और अत्यधिक उच्च डिग्री पर है। ऐसे में चंद्रमा परिणाम देने में असमर्थ था और उसने जीवन में चुनौतियां पैदा की। उन्हें अपने बचपन में भावनात्मक सुरक्षा नहीं मिली जिसकी वजह से उनका बचपन काफी चुनौतीपूर्ण रहा है।
इस वजह से वह हमेशा मीडिया के सामने अपने बचपन के बारे में बात करने से कतराते थे और उनके साथ कई फिल्मों में काम करने वाली अभिनेत्री आशा पारेख ने बताया था कि शुरुआती दिनों में राजेश के अंदर हीन भावना थी और वे अक्सर तनाव में रहते थे।
चंद्रमा के पीड़ित होने की वजह से उन्हें भावनात्मक अलगाव और शराब की लत लगी।
अगर हम उनकी कुंडली में बृहस्पति को देखें, तो बृहस्पति 28 डिग्री 49” 55’ पर स्थित है जो कि छिद्र ग्रह की तरह काम कर रहा है और उसकी स्थिति अधिक अशुभ न होने और किसी अशुभ ग्रह की उस पर दृष्टि नहीं पड़ रही है लेकिन तब भी वह बहुत अच्छे परिणाम देने में असमर्थ है। हालांकि, यह शत्रु राशि में लग्न भाव में स्थित है।
1982 में उनकी बृहस्पति की महादशा शुरू हुई थी जो कि 1998 तक चली थी। इस दौरान राजेश खन्ना बॉक्स ऑफिस पर लगातार कई फ्लॉप फिल्में देने के बाद लाइमलाइट से दूर हो गए थे।
उन्हें कई प्रतिभाशाली अभिनेताओं जैसे कि अमिताभ बच्चन, ऋषि कपूर आदि ने पीछे छोड़ दिया था।
इस दौरान उन्होंने राजनीति में अपनी किस्मत आज़माई और 1991 में उन्हें सफलता का स्वाद चखने को मिला लेकिन 1996 के बाद उनकी राजनीति से रुचि कम होने लगी। असल में बृहस्पति की महादशा के कारण राजेश खन्ना ने एक करियर से दूसरा करियर चुना लेकिन उन्हें किसी में भी सफलता और संतुष्टि नहीं मिली।
उन्होंने बृहस्पति की महादशा में बिज़नेस में भी हाथ आज़माया लेकिन वहां भी वो खाली हाथ ही रह गए क्योंकि उनकी कुंडली में बृहस्पति ने छिद्र ग्रह की तरह काम किया।
छिद्र महादशा या ग्रह मुश्किल और परीक्षा लेने वाले हो सकते हैं लेकिन यह स्वाभाविक रूप से नकारात्मक नहीं हैं। भले ही ये मुश्किलें लेकर आते हों लेकिन इनका उद्देश्य पुरानी संरचनाओं को हटाना और नए विकास के लिए जगह बनाना होता है। यदि इसे जागरूकता के साथ अपनाया जाए, तो यह परिवर्तन का एक शक्तिशाली चरण बन सकता है जो संतुलित और समृद्ध भविष्य की ओर ले जा सकता है। इस चुनौतीपूर्ण समय का लाभ उठाने के लिए धैर्य, आत्मचिंतन और बदलाव को स्वीकार करना ज़रूरी है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. क्या छिद्र दशा हमेशा नकारात्मक होती है?
उत्तर. छिद्र दशा मुश्किलें और चुनौतियां लेकर आ सकती है लेकिन यह व्यक्ति को आगे बढ़ने के सबक भी सिखाती है।
प्रश्न 2. क्या 20 से 24 डिग्री के बीच स्थित ग्रह को छिद्र ग्रह माना जाएगा?
उत्तर. नहीं, जब ग्रह 27 या इससे उच्च डिग्री पर होता है या 0 से 3 डिग्री के बीच में और अशुभ ग्रह के प्रभाव में होता है, तब उसे छिद्र ग्रह माना जाता है।
प्रश्न 3. क्या लग्न भाव का स्वामी भी दृष्टि, युति या डिग्री के कारण छिद्र ग्रह बन सकता है?
उत्तर. हां, कोई भी ग्रह अशुभ प्रभाव में आने पर छिद्र ग्रह बन सकता है।
एक दिन में होते हैं कितने मुहूर्त? जानें कब होता है शुभ समय!
जब कभी परिवार में कोई शुभ कार्य करना होता है या घर में कोई पूजा होती है या संपत्ति, प्रॉपर्टी या वाहन लेने से पहले या गृह प्रवेश की पूजा करने से पहले हम ‘मुहूर्त’ ज़रूर देखते हैं। कोई नया बिज़नेस शुरू करना हो या धार्मिक अनुष्ठान हो, हम भारतीय हर शुभ काम को शुरू करने से पहले मुहूर्त देखते हैं। लेकिन क्या हम सच में जानते हैं कि मुहूर्त का क्या महत्व है या इनमें से कई हमारी रोज़मर्रा की जिंदगी और जीवन में होने वाली घटनाओं को कैसे प्रभावित करते हैं?
एस्ट्रोसेज एआई के इस खास ब्लॉग को इस तरह से तैयार किया गया है कि इसकी सहायता से आपको ‘मुहूर्त’ शब्द को और गहराई से जानने एवं समझने का मौका मिलेगा। तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मुहूर्त क्या होता है और इसके कितने प्रकार होते हैं।
समय एक महत्वपूर्ण अवधारणा है जिसे सभी धर्म और संस्कृति के लोगों ने अपनाया है। लोग प्राचीन काल से ही समय पर निर्भर रहे हैं और वैदिक काल में भी समय की अवधारणा का उल्लेख मिलता है। भारत में प्राचीन समय में सूर्य की गति, अन्य खगोलीय पिंडों की गति तथा चंद्रमा जैसे अन्य प्रकाशमान ग्रहों की गति का अध्ययन कर के समय की गणना की जाती थी। 30 कलाओं या 48 पश्चिमी मिनटों की अवधि को मुहूर्त कहा जाता है। 30 मुहूर्त वाले दिन और रात, 24 पश्चिमी घंटों के बराबर होते हैं।
ऋग्वेद के अलावा तैत्तिरीय ब्राह्मण और शतपथ ब्राह्मण दोनों में ही मुहूर्त का उल्लेख मिलता है। ब्राह्मणों के अनुसार मुहूर्त समय का एक विभाजन है जो कि 48 मिनट या एक दिन के तीसवें हिस्से के बराबर होता है। तैत्तिरीय ब्राह्मण में 15 मुहूर्तों का उल्लेख किया गया है जिसमें विज्ञानं, संज्ञानं, जनद, सभिजानत, संकल्पमानं, प्रकल्पनं शामिल हैं। मनुस्मृति के अनुसार एक काष्ठा 18 निमिषों के बराबर होती है। निमिष का अर्थ पलकों का झपकना होता है।
मुहूर्त का महत्व
हिंदू धर्म में सभी लोग अनुष्ठान, पूजा-पाठ, प्रार्थना और कोई भी धार्मिक कार्य करने से पहले शुभ समय देखने को महत्वपूर्ण मानते हैं। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य से उसके सफल होने की संभावना बढ़ जाती है। इसी तरह, जब हम शुभ मुहूर्त में पूजा करते हैं, तो हमें उसका अधिक लाभ प्राप्त होता है।
वैदिक काल में यज्ञ करने के लिए मुहूर्त को प्राथमिकता दी जाती थी।
जिन लोगों की कुंडली नहीं है या जिनकी कुंडली में कोई दोष है, उन्हें पूजा के लिए मुहूर्त ज़रूर देखना चाहिए।
शुभ मुहूर्त में की गई पूजा में हिस्सा लेने से नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से रक्षा होती है।
ज्योतिष के अनुसार शुभ मुहूर्त हमारे शरीर से ऊर्जा के प्रवाह की असामान्यताओं को ठीक करने में मदद कर सकता है।
इससे आत्मविश्वास बढ़ता है और बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलती है।
ये कुछ कारण हैं जो बताते हैं कि शुभ समय में पूजा करना क्यों ज़रूरी है। ध्यान रहे कि मंदिर में भी पूजा मुहूर्त के हिसाब से ही होती है। मुहूर्त में ग्रहों की स्थिति बहुत महत्वपूर्ण होती है। उनकी स्थिति से किसी भी कार्य में सफल परिणाम प्राप्त करना आसान हो जाता है। मुहूर्त को और बेहतर तरीके से समझने के लिए ज्योतिषी सप्ताह के दिनों के साथ लग्न और नक्षत्र के संयोजन पर ध्यान देते हैं। इसे आप निम्न तरह से समझ सकते हैं:
जब हमारी कुंडली में कोई भी ग्रह आठवें भाव में गोचर न कर रहा हो।
जब लग्न किसी शुभ ग्रह में हो।
जब लग्न किसी पाप कर्तरी और चंद्रमा के साथ न हो।
जब अमावस्या न हो।
जब चंद्रमास का चौथा, नौवां या चौदहवां दिन हो।
जब ग्रह त्रिक या केंद्र भाव में हो।
जब वह रिक्त तिथि में न हो।
ज्योतिष के अनुसार ये कुछ कारक हैं जो शुभ मुहूर्त को समझने में मदद करते हैं। ये नया काम शुरू करने, विवाह कार्य, गृह प्रवेश, पूजा और अन्य नए कार्यों की शुरुआत के लिए सर्वोत्तम होते हैं। इससे आप जो काम कर रहे हैं, उससे सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मुहूर्त के प्रकार
चौघड़िया मुहूर्त: कोई भी नया काम शुरू करने के लिए यह शुभ समय होता है। यह कई भारतीय राज्यों में प्रचलित है। यहां प्रत्येक अवधि को चौघड़िया कहा जाता है जो कि डेढ़ घंटे या 3.75 घटी के बराबर होता है। शुभ, लाभ और अमृत सिद्धि इसके शुभ मुहूर्त हैं। वहीं रोग, काल और उद्वेग अशुभ मुहूर्त हैं।
ब्रह्म मुहूर्त: यह सूर्योदय से डेढ़ घंटे पहले होता है। आयुर्वेद के अनुसार शरीर में तीन दोष होते हैं जो कि वात, पित्त और कफ हैं। 24 घंटों के अंदर ये दोष विभिन्न समय में प्रभावी होते हैं। सुबह 3 बजे से लेकर 6 बजे तक जब वात सक्रिय होता है, तब ब्रह्म मुहूर्त होता है। इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में ध्यान या योग सबसे अधिक लाभकारी होते हैं।
अभिजीत मुहूर्त: निवेश करने और मीटिंग करने के लिए यह दिन का सबसे उत्तम समय होता है। जब हम अभिजीत मुहूर्त में ये कार्य करते हैं, तो इसका सकारात्मक परिणाम मिलता है।
राहु काल: यह अशुभ समय होता है और किसी भी व्यावसायिक लेन-देन के लिए यह समय अनुकूल नहीं होता है। राहु काल में भक्त कोई भी शुभ कार्य या पूजा-पाठ करने से बचते हैं। हालांकि, राहु काल में आप जो काम पहले से कर रहे थे, उसे जारी रख सकते हैं।
शुभ होरा: इसे दिन का शुभ समय माना जाता है। प्रार्थना, अनुष्ठान और विवाह आदि करने के लिए यह सबसे शुभ होता है। चूंकि, शादी एक नई शुरुआत होती है इसलिए लोग शुभ मुहूर्त में ही विवाह करने को प्राथमिकता देते हैं।
ये दिन के कुछ मुहूर्त हैं। हमेशा अपने काम शुभ मुहूर्त के अनुसार करना बेहतर रहता है। पूजा करते समय शुभ मुहूर्त देखना लाभकारी रहता है क्योंकि इससे उस पूजा का बेहतर परिणाम मिलता है और हमारी दिव्य शक्ति से जुड़ने की क्षमता भी बढ़ती है।
अब आगे बढ़ने से पहले हम अलग-अलग प्रकार के होरा मुहूर्त के बारे में जान लेते हैं। साथ ही आपको यह भी बताएंगे कि ये शुभ होते हैं या अशुभ और किस तरह के कार्य के लिए कौन सा होरा उपयुक्त होता है। क्या आप जानते हैं कि होरा मुहूर्त को ग्रहों और इन पर शासन करने वाले ग्रहों की विशेषताओं के आधार पर अलग-अलग होरा में विभाजित किया जाता है। जी हां, दिन में कई होरा मुहूर्त होते हैं जो हमे अपने रोज़मर्रा के कामों में अच्छे परिणाम पाने में मदद कर सकते हैं। तो चलिए प्रत्येक होरा, उसके महत्व और होरा मुहूर्त की गणना करने के बारे में जानते हैं।
दिन में होरा मुहूर्त के प्रकार
क्या है होरा मुहूर्त
वैदिक ज्योतिष में एक दिन को 12 होरा मुहूर्तों में विभाजित किया गया है। एक होरा लगभग एक घंटे का होता है। प्रत्येक मुहूर्त पर अलग-अलग ग्रहों जैसे कि सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र और शनि का शासन होता है और फिर यही क्रम दोहराया जाता है। उदाहरण के तौर पर:
रविवार का पहला होरा सूर्य के अधीन आता है।
सोमवार के पहले होरा पर चंद्रमा का शासन है और इसी तरह से यह आगे बढ़ता है।
इसे और बेहतर तरीके से समझने एवं भविष्य में इसका उपयोग करने के लिए आप एस्ट्रोसेज एआई की होरा टेबल को देख सकते हैं। सूर्योदय के बाद का पहला होरा हमेशा उस दिन के स्वामी ग्रह द्वारा शासित होगा और इसके बाद अन्य होरा इसी क्रम में चलते हैं।
प्रत्येक ग्रह का होरा, कार्य की प्रकृति और उस विशेष होरा के स्वामी ग्रह के स्वभाव के आधार पर शुभ या अशुभ माना जाता है। तो चलिए अब जानते हैं कि हर घंटे के लिए होरा कैसे अलग होता है और इसका हमारे रोज़मर्रा के जीवन या घटनाओं पर क्या असर पड़ सकता है।
होरा मुहूर्त की गणना करने का तरीका
सबसे पहले पंचांग में देखें कि सप्ताह का कौन सा दिन है और उस दिन सूर्योंदय एवं सूर्यास्त का सही समय क्या है।
दिन के सभी होरा निकालने के लिए आप सूर्योदय और सूर्यास्त के समय को 12 बराबर भागों में विभाजित कर दें।
रात का होरा निकालने के लिए इसी तरह से सूर्यास्त से अगले दिन के सूर्योदय तक के समय को 12 बराबर भागों में बांट दें।
अब जिस दिन का होरा निकालना है, उस दिन के स्वामी ग्रह के अनुसार पहला होरा निर्धारित करें।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
होरा के अनुसार सात ग्रह और उनका प्रभाव
अब जानते हैं कि प्रत्येक होरा ग्रह को कैसे प्रभावित करता है और किस होरा में किस प्रकार का कार्य करना चाहिए। विभिन्न कार्यों को करने के लिए होरा का समय देखना कई तरह से लाभ दे सकता है जैसे कि इससे अपार सफलता मिल सकती है, सही दिशा मिलती है, समय का सही उपयोग करने एवं आध्यात्मिक और व्यक्तिगत उन्नति मिलती है।
सूर्य: यह ग्रह नेतृत्व करने के गुण, बॉस, अधिकारी, शक्ति और शारीरिक ताकत आदि को दर्शाता है। कार्य: प्रमोशन मिलना, कार्यक्षेत्र और निजी जीवन में मतभेदों का सुलझना और इंटरव्यू एवं मीटिंग करना।
चंद्रमा: यह ग्रह मां, भावनाओं, पोषण और कला का प्रतीक है। कार्य: यात्रा, जल या तरल से संबंधित व्यवसाय, सामाजिक संपर्क या नेटवर्क बनाना।
मंगल: ऊर्जा, साहस और कार्य करने की प्रेरणा को मंगल ग्रह दर्शाता है। कार्य: प्रॉपर्टी से संबंधित कार्य जैसे कि जमीन खरीदना-बेचना, स्वास्थ्य से संबंधित उपचार, शस्त्रों से जुड़ा कार्य आदि।
बुध: यह ग्रह बुद्धि, संचार और वाणी का प्रतिनिधित्व करता है। कार्य: संचार, मार्केटिंग या पीआर एजेंसी खोलने, स्टेशनरी या प्रिंटिंग बिज़नेस खोलने, मीडिया, पत्रकारिता से संबंधित कार्य।
बृहस्पति: ज्ञान, शिक्षा, बुद्धि और आध्यात्मिक विकास का कारक है। कार्य: नए एडमिशन लेने, शिक्षा शुरू करने, आध्यात्मिक कार्यों, परामर्श करने और वित्तीय निर्णय लेने के लिए है।
शुक्र: प्रेम, सौंदर्य और कला का प्रतीक शुक्र ग्रह है। कार्य: कॉस्मेटिक से जुड़ा कोई व्यापार शुरू करने, डिज़ाइनिंग के कॉलेज में दाखिला लेने और विवाह का प्रस्ताव रखने के लिए है।
शनि: सुपरवाइज़र, अनुशासन और व्यवस्थित तरीके से कार्य करना। कार्य: दीर्घकालिक लक्ष्यों की योजना बनाने, धातु या कबाड़ का व्यवसाय करना, पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत करना।