जल्दी से कर लें तैयारी, वरना अगले 3 महीने तक विवाह के शुभ मुहूर्त के लिए करना पड़ेगा इंतज़ार

हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त को अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है इसलिए हर मांगलिक एवं नए कार्य को शुभ मुहूर्त में करने का विधान है। इसी प्रकार, सोलह संस्कारों में से एक विवाह संस्कार को शुभ मुहूर्त एवं तिथि पर ही करना चाहिए। लेकिन एक वर्ष में कुछ ऐसे महीने होते हैं जब शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है। एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको ऐसे ही अवधि के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, किस महीने में पुनः शुरू हो जाएंगे विवाह के मुहूर्त आदि से भी अवगत करवाएंगे। तो चलिए बिना देर किए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। 

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

विवाह मुहूर्त का अर्थ एवं महत्व 

धर्म ग्रंथों में जन्म से लेकर मृत्यु तक 16 संस्कारों का वर्णन मिलता है। इन्हीं में से विवाह संस्कार को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह व्यक्ति के जीवन में एक बड़ा बदलाव लेकर आता है। विवाह सिर्फ वर और वधू को जोड़ने का काम नहीं करता है, बल्कि दो परिवारों को भी एक बंधन में बांध देता है इसलिए इसे सुखद एवं सफल बनाने के लिए शुभ मुहूर्त में करना चाहिए। 

इसके विपरीत, शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों को कभी भी अशुभ मुहूर्त में नहीं करना  चाहिए क्योंकि इसका दुष्प्रभाव वर-वधू के जीवन पर पड़ते हैं। इसी तरह विवाह में गुण मिलान को भी शुभ मुहूर्त जितना महत्वपूर्ण माना गया है।

यह भी पढ़ें: राशिफल 2024

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मई-जून समेत पांच महीने नहीं होंगे शादी-विवाह

जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि विवाह के शुभ कार्यों को कुछ विशेष माह में करना निषेध होता है जैसे कि खरमास और चातुर्मास। चातुर्मास में जब भगवान विष्णु चार महीनों की निद्रा में चले जाते हैं, उस समय विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं किये जाते हैं। अब वर्ष 2024 में 6 कुल महीनों में सिर्फ एक महीना ही ऐसा होगा जब विवाह के शुभ मुहूर्त उपलब्ध होंगे। बता दें कि मई से लेकर अक्टूबर तक में केवल जुलाई के महीने में ही शुभ मुहूर्त मौजूद हैं। 

इस साल में मई, जून, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर आदि महीनों में शादी का मुहूर्त उपलब्ध नहीं होगा। अगर आप अप्रैल 2024 के बाद शादी के बंधन में बंधने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको इसके लिए अभी से तैयारी में जुट जाना चाहिए क्योंकि मई से अक्टूबर माह में आप जुलाई के महीने में शादी के बंधन में बंध सकते हैं। 

जुलाई 2024 में इन तिथियों पर करें विवाह 

जुलाई 2024 में विवाह के शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं। 

विवाह का पहला मुहूर्त: 9 जुलाई 2024, मंगलवार की दोपहर 02 बजकर 28 मिनट से शाम 06 बजकर 56 मिनट तक विवाह मुहूर्त रहेगा। इस दिन मघा नक्षत्र और चतुर्थी तिथि होगी। 

विवाह का दूसरा मुहूर्त: 11 जुलाई 2025, गुरुवार की दोपहर 01 बजकर 04 मिनट से 12 जुलाई की शाम 04 बजकर 09 मिनट तक विवाह मुहूर्त रहेगा। इस दिन षष्ठी तिथि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र रहेगा। 

विवाह का तीसरा मुहूर्त: 12 जुलाई 2024, शुक्रवार की सुबह 05 बजकर 15 मिनट से लेकर 13 जुलाई की सुबह 05 बजकर 32 मिनट तक विवाह का रहेगा। इस दिन सप्तमी तिथि और हस्त नक्षत्र रहेगा। 

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें

विवाह का चौथा मुहूर्त: 13 जुलाई 2024, शनिवार की सुबह 05 बजकर 32 मिनट से दोपहर 03 बजकर 05 मिनट तक विवाह का मुहूर्त रहेगा। इस दिन हस्त नक्षत्र और सप्तमी तिथि रहेगी। 

विवाह का पांचवां मुहूर्त: 14 जुलाई 2024, रविवार की रात 10 बजकर 06 मिनट से 15 जुलाई की सुबह 05 बजकर 33 मिनट तक विवाह मुहूर्त रहेगा। इस दिन स्वाति नक्षत्र और नवमी तिथि रहेगी।  

विवाह का छठा मुहूर्त: 15 जुलाई 2024, सोमवार की सुबह 05 बजकर 33 मिनट से 16 जुलाई की मध्य रात 12 बजकर 30 मिनट तक विवाह का मुहूर्त रहेगा। इस दिन नवमी तिथि और स्वाति नक्षत्र रहेगा। 

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाशॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.