एकादशी तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है। ऐसे में इस ब्लॉग में आज हम बात करेंगे फाल्गुन माह (Phalgun Maah 2022) की पहली एकादशी विजया एकादशी 2022 (Vijaya Ekadashi 2022) के बारे में। विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान बताया गया है और कहा जाता है कि इस दिन जो कोई भी व्यक्ति सच्ची निष्ठा के साथ पूजा और व्रत करता है उसे हर काम में विजय की प्राप्ति होती है।
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अपने इस एकादशी विशेष ब्लॉग में हम जानेंगे विजया एकादशी की तिथि, शुभ मुहूर्त, इस दिन का महत्व, इस वर्ष इन दिन बन्ने वाले शुभ योगों की जानकारी और साथ ही जानेंगे इस दिन किए जाने वाले कुछ ऐसे विशेष उपायों के बारे में जिन्हें करके आप अपने जीवन में हर कदम पर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
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फाल्गुन मास 2022: एकादशी तिथियाँ
फाल्गुन मास में दो एकादशी तिथि पड़ेगी। पहली एकादशी कृष्ण पक्ष में पड़ेगी जिसे विजया एकादशी के नाम से जाना जाएगा और दूसरी एकादशी शुक्ल पक्ष में पड़ेगी जिसे आमलकी एकादशी के नाम से जाना जाता है।
विजया एकादशी 2022: तिथि और शुभ मुहूर्त
27 फरवरी, 2022 (रविवार)
विजया एकादशी व्रत मुहूर्त
विजया एकादशी पारणा मुहूर्त :06:47:56 से 09:06:21 तक 28, फरवरी को
अवधि : 2 घंटे 18 मिनट
जानकारी: विजया एकादशी का यह मुहूर्त नई दिल्ली के लिए मान्य है। अपने शहर के अनुसार इस दिन का शुभ मुहूर्त और पारणा मुहूर्त जानना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।
विजया एकादशी का महत्व
विजया एकादशी व्रत के बारे में कहा जाता है कि, जो कोई भी मनुष्य सच्ची निष्ठा और श्रद्धा के साथ इस दिन का व्रत रखता है उसके पितृ और पूर्वजों को कुयोनि से छुटकारा मिलता है और स्वर्ग की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही इस दिन का व्रत करने वाले व्यक्ति को हर काम में सफलता प्राप्त होती है और पिछले जन्म के पापों से भी छुटकारा मिलता है।
विशिष्ट योगों पर पड़ रही है विजया एकादशी
इस वर्ष विजया एकादशी पर दो शुभ योगों का संयोग बन रहा है। पहला प्रयोग है सर्वार्थ सिद्धि योग और दूसरा है त्रिपुष्कर योग। यह दोनों ही योग इस वर्ष 27 फरवरी को सुबह 8 बज कर 49 मिनट पर शुरू हो जाएंगे और अगले दिन जहां सर्वार्थ सिद्धि योग 6:48 पर समाप्त होगा वही त्रिपुष्कर योग 5:42 पर समाप्त हो जाएगा।
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विजया एकादशी व्रत नियम
- इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ़ वस्त्र धारण करें।
- इसके बाद एकादशी व्रत का संकल्प कर लें।
- पूजा प्रारंभ करें। इस दौरान एक वेदी बनाकर उस पर 7 तरह के अनाज रखें।
- इसके बाद इस वेदी के ऊपर एक कलश की स्थापना कर दें। कलश पर आम या फिर अशोक के पांच पत्ते लगाएं। इसके अलावा वेदी पर भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर स्थापित के दें।
- पूजा में भगवान विष्णु को पीले फूल, फल, और तुलसीदल अर्पित करें। तुलसी भगवान विष्णु की पूजा में अवश्य शामिल किया जाना चाहिए (हालाँकि एकादशी तिथि पर तुलसी तोड़ना वर्जित होता है। ऐसे में आप चाहें तो एक दिन पहले ही तुलसी के पत्ते तोड़कर उन्हें अगले दिन पूजा में शामिल करें)और अंत में भगवान विष्णु की आरती उतारें।
- पूजा के बाद फलाहार ग्रहण कर सकते हैं।
- रात्रि में जागरण करें और भगवान से अपने दुखों के समाप्त होने मनोकामना पूर्ति की कामना करें।
- अगले दिन किसी ब्राह्मण को भोजन कराएं और उन्हें अपनी शक्ति अनुसार दान दें इसके बाद ही खुद के व्रत का पारण करें।
विजया एकादशी के दिन करें ये उपाय मिलेगी हर काम में सफलता
- सूर्या वंशी भगवान श्री राम और माँ सीता की पूजा करें।
- इस दिन की पूजा में भगवान विष्णु को 11 केले 11 लड्डो, लाल फूल चढ़ाएं।
- तांबे के लोटे में गंगा जल, शुद्ध जल, 11 लाल मिर्च बीज डाले और सूर्य को अर्घ्य दें।
- यदि मनचाही नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं तो विजया एकादशी के दिन एक कलश पर आम के पत्ते रखकर इस पात्र को जौ से भर दें और इसके ऊपर दिया जलाएं। इसके बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को एक 11 फूल 11 फल और मिठाई अर्पित करें। आपको जल्द ही मनचाही नौकरी प्राप्त होगी।
- यदि आप क़र्ज़ समस्या से परेशान है तो विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पीपल के पेड़ की पूजा करें।
- घर में सुख शांति के लिए एकादशी के दिन शाम के समय तुलसी के समक्ष गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से आपके घर से नकारात्मकता दूर होगी और घर और जीवन में सुख शांति बनी रहेगी।
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विजया एकादशी के राशि अनुसार उपाय
- मेष राशि: मेष राशि के जातक इस दिन यदि विद्या यंत्र की स्थापना करते हैं तो आपको पढ़ाई में सफलता मिलेगी।
- वृषभ राशि: वृषभ राशि के जातक इस दिन पीपल के पेड़ में जल अवश्य चढ़ाएं। ऐसा करने से आपके घर में सुख शांति और समृद्धि आएगी।
- मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातक विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु के मंत्र का 108 बार जप करें। इस उपाय को करने से आपको प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी। मंत्र है: ‘ॐ नमो भगवते नारायणाय।”‘
- कर्क राशि: कर्क राशि के जातक विजया एकादशी के दिन अपने घर में ईशान कोण में मिट्टी के कलश में पानी भरकर रखें और उसमें दूर्वा घास डालें। इस कलश को ढककर इसके ऊपर भगवान विष्णु की मूर्ति रख दें। भगवान विष्णु की पूजा करें। ऐसा करने से आपको हर एक काम में सफलता मिलेगी।
- सिंह राशि: सिंह राशि के जातक सूजी का हलवा बनाएं और इस में केसर डालकर भगवान विष्णु को भोग लगाएं। ऐसा करने से प्रेम संबंधों में सफलता और मजबूती हासिल होगी।
- कन्या राशि: कन्या राशि के जातक इस दिन घी का दीपक जलाकर भगवान विष्णु की पूजा करें। ऐसा करने से आपका पारिवारिक जीवन मजबूत बनेगा।
- तुला राशि: तुला राशि के जातक यदि विजया एकादशी के दिन तुलसी के पौधे में जल चढ़ाते हैं तो ऐसा करने से आपका स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा।
- वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातक विजया एकादशी के दिन तुलसी की पत्तियां लेकर उन पर हल्दी का तिलक लगाएं और इन पत्तियों को भगवान विष्णु को अर्पित कर दें। (हालाँकि एकादशी तिथि पर तुलसी तोड़ना वर्जित होता है। ऐसे में आप चाहें तो एक दिन पहले ही तुलसी के पत्ते तोड़कर उन्हें अगले दिन पूजा में शामिल करें) ऐसा करने से आपके विरोधियों का नाश होगा।
- धनु राशि: धनु राशि के जातक इस दिन का व्रत करें और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें। ऐसा करने से आपको आपकी तमाम परेशानियों का हाल प्राप्त होगा।
- मकर राशि: मकर राशि के जातक विजया एकादशी के दिन विष्णु मंदिर में भगवान विष्णु को धूपबत्ती अर्पित करें। ऐसा करने से प्रेम संबंधों में सफलता मिलेगी।
- कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातक विजया एकादशी के दिन दक्षिणावर्ती शंख में गंगा जल भर भगवान विष्णु को अर्पित कर दें तो उन्हें अपने जीवन में सकारात्मकता में उर्जा देखने को मिलेगी।
- मीन राशि: मीन राशि के जातक विजया एकादशी की पूजा में भगवान विष्णु को पांच सफेद कौड़ियाँ अर्पित करें। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी।
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