शुक्र का कर्क राशि में गोचर: कौन सी राशियाँ होंगी प्रेम संबंधों में भाग्यशाली?

वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को बेहद शुभ माना जाता है जो सुख, वैभव, प्रेम, भोग विलास, विवाह और भौतिक सुखों का कारक है। अब यह ग्रह जल्द ही कर्क राशि में गोचर करने जा रहा है इसलिए एस्ट्रोसेज लेकर आया है आपके लिए यह विशेष ब्लॉग जिसमें हम आपको शुक्र के कर्क राशि में गोचर के बारे में समस्त जानकारी प्रदान करेंगे।

किन राशियों की खुलेंगी किस्मत और किसे मिलेगी मनपसंद नौकरी? इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे आपको इस ब्लॉग की राशिनुसार भविष्यवाणी में। साथ ही, शुक्र गोचर की तिथि,समय और इस ग्रह से जुड़ें रोचक तथ्य जानने के लिए, अंत तक लेख को अवश्य पढ़ें। 

अगर शुक्र ग्रह की बात करें, तो पिछली बार 13 जुलाई को शुक्र ने मिथुन राशि में गोचर किया था और अब वह कर्क राशि में प्रवेश के लिए तैयार है। अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं भौतिक सुख के दाता शुक्र के गोचर की तिथि एवं समय के बारे में।  

शुक्र के इस गोचर को अपने लिए कैसे बनाएँ शुभ? विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करके जानें जवाब

कर्क राशि में शुक्र का गोचर: तिथि एवं समय

ज्योतिष में शुक्र ग्रह वृषभ और तुला राशि के स्वामी हैं जो सौरमंडल में सूर्य के बाद दूसरा ग्रह है। वैसे तो, शुक्र ग्रह को नवग्रहों में सबसे शुभ ग्रह माना जाता है, लेकिन किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र की अशुभ स्थिति नकारात्मक परिणाम प्रदान करने में सक्षम होती है।

शुक्र का कर्क राशि में 7 अगस्त की सुबह 5 बजकर 12 मिनट पर होने वाला गोचर बहुत महत्वपूर्ण है जो 12 राशियों के लोगों के जीवन में कई तरह के बदलाव लेकर आएगा। सभी राशियों की भविष्यवाणी जानने से पहले, आइये जानते है, शुक्र ग्रह से जुड़ें रोचक तथ्यों के बारे में। 

शुक्र से जुड़ें ज्योतिषीय तथ्य

  • नवग्रहों में शुक्र भी बृहस्पति की तरह प्रधान ग्रह है।
  • शुक्र के वर्ण में अनेक रंग शामिल हैं।
  • तुला राशि शुक्र की मूलत्रिकोण राशि है।
  • मीन राशि में शुक्र ग्रह 27 अंश पर उच्च के होते हैं।
  • शुक्र स्त्री ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं।
  • इस ग्रह में राजसिक गुणों की प्रधानता पाई जाती है,साथ ही शुक्र को ब्रह्म वर्ण का माना गया है।
  • शुक्र के मित्र ग्रह हैं शनि और बुध।
  • यह चंद्रमा के एक पक्ष यानी पखवाड़े का प्रतिनिधित्व करते हैं।
  • शुक्र ग्रह आकर्षक व्यक्तित्व के कवि हैं जो स्वभाव से बेहद हंसमुख है।

कुंडली में राजयोग कबसे? राजयोग रिपोर्ट से जानें जवाब 

कर्क राशि में शुक्र का गोचर: राशि अनुसार भविष्यवाणियां और उपाय

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र… और पढ़ें

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए प्रथम और छठे भाव का स्वामी है शुक्र ग्रह और इस गोचर के दौरान शुक्र…और पढ़ें

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पंचम और बारहवें भाव का स्वामी है इसलिए शुक्र… और पढ़ें

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है। इस गोचर के समय…और पढ़ें

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है। इस गोचर के दौरान शुक्र बारहवें भाव में गोचर कर रहा है… और पढ़ें

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। इस गोचर के दौरान…और पढ़ें

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह प्रथम और आठवें भाव का स्वामी है इसलिए वर्तमान समय में…और पढ़ें

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र बारहवें और सातवें भाव का स्वामी है। इस गोचर के दौरान…और पढ़ें

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह छठे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है…और पढ़ें 

मकर राशि

मकर राशि के जातकों लिए शुक्र ग्रह पांचवें और दसवें भाव का स्वामी है। इस गोचर के दौरान…और पढ़ें

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और नौवें भाव का स्वामी होने के कारण छठे भाव में गोचर करेगा…और पढ़ें

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है जो पंचम भाव में गोचर करेगा,इसलिए…और पढ़ें

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.