शुक्र आ रहें हैं कन्या राशि में, जानें आपकी राशि पर इसका असर!

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शुक्र का कन्या राशि में गोचर (23 अक्टूबर, 2020)

भौतिक सुखों का कारक माने जाने वाले शुक्र देव 23 अक्टूबर, शुक्रवार को सुबह 10 बजकर  34 मिनट पर पृथ्वी तत्व की राशि कन्या में गोचर करेंगे और 17 नवंबर , मंगलवार को दोपहर 12 बजकर 50 मिनट पर, कन्या से निकलकर अपनी स्वराशि तुला में प्रवेश कर जाएंगे। शुक्र देव अगले 25 दिनों तक कन्या राशि में ही विराजमान रहेंगे और सभी राशिवालों पर अपनी दृष्टि डालेंगे।

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भोगविलास और दांपत्य का कारक शुक्र कन्या राशि में नीच का होता है और फ़िल्म इंडस्ट्री, फ़ैशन, गीत-संगीत में इसका प्रतिनिधित्व होता है। ऐसे में शुक्र का कन्या का गोचर इन सभी क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए प्रतिकूल फलदायक रहेगा। चलिए जानते हैं

शुक्र का कन्या में गोचर सभी 12 राशि के जातकों पर क्या असर डालेगा – 

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शुक्र गोचर – मेष राशि फलादेश 

शुक्र आपकी राशि से षष्टम भाव में गोचर करेगा। ज्योतिष में इस भाव को शत्रु भाव कहा जाता है। इस भाव से विरोधियों, रोग, पीड़ा, जॉब, कम्पीटीशन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, शादी-विवाह में अलगाव एवं …आगे पढ़ें 

शुक्र गोचर – वृषभ राशि गोचरफल 

शुक्र देव आपकी राशि के ही स्वामी माने जाते हैं, यानि कि आपके पहले भाव के स्वामी होने के साथ-साथ शुक्र, आपके छठे भाव के भी स्वामी हैं। कन्या राशि में शुक्र देव के इस गोचर की अवधि में, वे आपके…आगे पढ़ें

शुक्र गोचर – मिथुन राशि फलादेश 

आपकी राशि के लिए शुक्र देव, पाँचवें और बारहवें भाव के स्वामी माने जाते हैं, तथा कन्या राशि में गोचर के दौरान, ये आपकी राशि से चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे। कुंडली के चौथे भाव को, सुख भाव कहा…आगे पढ़ें 

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शुक्र गोचर – कर्क राशि भविष्यवाणी 

आपकी राशि के लिए शुक्र देव चौथे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी होकर, इस गोचर की अवधि में आपकी राशि से तृतीय भाव में प्रवेश करेंगे। कुंडली में तीसरे घर को सहज भाव कहा जाता है। इस भाव से व्यक्ति के…आगे पढ़ें 

शुक्र गोचर – सिंह राशि फलकथन 

आपकी राशि के लिए, शुक्र देव तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं और कन्या राशि में गोचर करते हुए शुक्र, आपकी राशि से द्वितीय भाव में गोचर करेंगे, जिससे आपको अच्छे फलों की प्राप्ति होगी। चूँकि ज्योतिष में दूसरे…आगे पढ़ें 

शुक्र गोचर – कन्या राशि फलादेश 

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र देव, आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी होते हैं, और इस गोचर के दौरान शुक्र ग्रह आपकी ही राशि में, यानी आपके प्रथम भाव, अर्थात लग्न भाव में स्थित होंगे। ज्योतिष में लग्न भाव को …आगे पढ़ें

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शुक्र गोचर – तुला राशि भविष्यवाणी

शुक्र देव आपकी राशि के ही स्वामी हैं, अर्थात आपके प्रथम भाव के साथ-साथ, शुक्र आपके अष्टम भाव के स्वामी भी है और अब शुक्र देव कन्या राशि में गोचर के दौरान आपकी राशि से द्वादश भाव में प्रवेश…आगे पढ़ें

देखिये वीडियो

शुक्र गोचर – वृश्चिक राशि फलकथन  

आपकी राशि के लिए, शुक्र देव सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं, तथा गोचर की इस अवधि में शुक्र आपकी राशि से एकादश भाव में स्थित होंगे, जिससे आपको अनुकूल फलों की प्राप्ति होगी। कुंडली में एकादश भाव…आगे पढ़ें

शुक्र गोचर – धनु राशि फलादेश 

धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र देव, छठे भाव के साथ-साथ ग्यारहवें भाव के स्वामी भी होते हैं और गोचर की इस अवधि में, वे आपकी राशि से दशम भाव में गोचर करेंगे, जिससे आपको प्रतिकूल परिणाम…आगे पढ़ें

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शुक्र गोचर – मकर राशि भविष्यवाणी

आपकी राशि के लिए, शुक्र देव पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और इस प्रकार आपके लिए ये एक योगकारक ग्रह हैं। गोचर की इस अवधि में शुक्र आपकी राशि से नवम भाव में गोचर करेंगे, जिससे आपको बेहद …आगे पढ़ें 

शुक्र गोचर – कुंभ राशि फलकथन  

आपकी राशि के लिए, शुक्र देव आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी होकर योगकारक ग्रह हैं और कन्या राशि में गोचर के दौरान, शुक्र आपकी राशि से अष्टम भाव में स्थित होंगे, जिससे आपको शुभ फलों की …आगे पढ़ें

शुक्र गोचर – मीन राशि फलादेश 

आपकी राशि के लिए, शुक्र देव तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं और गोचर की इस अवधि में, शुक्र आपकी राशि से सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे, जिससे आपको सामान्य से अनुकूल फलों की प्राप्ति…आगे पढ़ें

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हम आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। 

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