तुलसी का पौधा सनातन धर्म में बेहद ही पवित्र माना गया है। मान्यता है कि तुलसी में माता लक्ष्मी का वास है। साथ ही भगवान विष्णु और उनके द्वापर युग के अवतार भगवान कृष्ण को भी तुलसी बेहद प्रिय है। तमाम मांगलिक कार्यों में तुलसी का उपयोग सनातन धर्म में देखने को मिल जाता है। न सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि तुलसी अपने औषधीय गुणों की वजह से भी घर घर में देखने को मिल जाती है।
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लेकिन कभी-कभी जानकारी के अभाव में हमें शुभ चीजों का भी फल नहीं प्राप्त हो पाता है। ऐसे में आपको बता देना जरूरी है कि तुलसी को यदि गलत दिशा या स्थान पर रख दिया जाये तो इसका नकारात्मक असर भी हमारे जीवन पर पड़ने लगता है।
वास्तु शास्त्र कहता है कि हर दिशा पर किसी न किसी देवता का आधिपत्य है। ऐसे में तुलसी के लिए भी वास्तु शास्त्र में कुछ नियम हैं जिसकी जानकारी आज हम आपको इस लेख में देने वाले हैं।
छत पर तुलसी न रखें
तुलसी को बुध का प्रतीक माना जाता है। बुध बुद्धि और व्यापार के कारक माने जाते हैं। ऐसे में यदि बुध देवता किसी जातक की कुंडली में धन के भाव में विराजमान हों और जातक तुलसी के पौधे को छत पर रखता है तो उसे धन हानि होने लगती है। साथ ही छत पर तुलसी रखने से घर के उत्तर दिशा में दरारें पड़ने लगती हैं। इसलिए तुलसी को अभी भी छत पर न रखें। यदि आपके घर में तुलसी को छत पर रखने के अलावा और कोई जगह नहीं है और छत पर इसे रखना आपकी मजबूरी है तो इस पौधे को छत पर अकेले न लगाएं। इसके साथ एक केले का पेड़ भी लगा दें और दोनों को आपस में एक मौली से बांध दें।
किसी कांटेदार पौधे के साथ न लगाएं तुलसी
तुलसी को बहुत से लोग कैक्टस या फिर किसी कांटेदार पौधे के साथ लगा देते हैं। ऐसा करना नकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है जिसकी वजह से घर के सदस्यों को अशुभ फल मिलते हैं।
गंदगी से दूर
तुलसी के पौधे को ऐसी किसी भी जगह पर नहीं लगाना चाहिए जहां कूड़ा फेंका जाता हो या फिर आसपास कोई कूड़ेदान रहता हो। इससे घर में दरिद्रता आती है। यदि आपने जहां तुलसी लगाई हुई है और वहाँ गंदगी है तो उसे साफ करें। यदि कोई तुलसी का पौधा सूख जाये तो उसे भी कूड़े में नहीं फेंकना चाहिए। तुलसी के सूखे पौधे को किसी नदी में प्रवाहित कर दें या फिर किसी कुएं में डाल दें। यदि ये संभव न हो तो तुलसी को उसी गमले में दफ्न दें जिसमें वो सूख गयी थी।
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इस दिशा में लगाएं तुलसी
तुलसी के पौधे को ईशान कोण या फिर पश्चिम दिशा में लगाया जा सकता है। पूर्व दिशा में तुलसी लगाने पर भी मनाही है। यदि आपके घर में एक से अधिक तुलसी के पौधे हों तो उन्हें एक जगह लाकर लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि उन सभी पौधों की संख्या सम हो।
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