वास्तु शास्त्र में तमाम ऐसे नियम बताए गए हैं जिनका पालन करने से व्यक्ति अपने जीवन में तमाम तरह के सुखों की प्राप्ति कर सकता है। ऐसे ही कुछ नियम है हमारे सोने से संबंधित। जी हाँ नींद से संबंधित भी कुछ विशेष वास्तु नियम बताए गए हैं जिनका सही ढंग से पालन करके व्यक्ति अपने जीवन में हर एक सफलता को प्राप्त कर सकता है। अपने इस विशेष आर्टिकल में आज इसी विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं और जानते हैं नींद से संबंधित वास्तु नियम क्या कुछ कहता है।
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वास्तु शास्त्र के अनुसार सोते समय इन बातों का रखें विशेष ख्याल
- सोते समय इस बात को सुनिश्चित करें कि आपका सिर पूर्व दिशा की ओर रहे। ऐसा करना बेहद ही शुभ रहता है और इस दिशा में सिर करके सोने से व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ती है।
- यदि आप पश्चिम दिशा की तरफ सिर कर कर सोते हैं तो वास्तु के अनुसार इसे भी बेहद शुभ माना गया है और इससे व्यक्ति की यश कीर्ति में बढ़ोतरी होती है।
- उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके कभी भी न सोए क्योंकि ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में तमाम तरह की परेशानियां होने लगती है।
- दक्षिण दिशा की तरफ सिर करके सोने के भी फायदे हैं। ऐसा करने से व्यक्ति के नकारात्मक विचार दूर होते हैं और साथ ही तनाव भी दूर होता है।
- इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि आप जिस भी जगह पर सो रहे हैं यानी जिस बेड, पलंग या चारपाई पर सो रहे हैं वह कभी भी टूटी हुई नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा गंदे बिस्तर पर सोने से भी वास्तु दोष लगता है।
- कभी भी खाना या कोई भी चीज खाकर तुरंत सोने ना पहुँच जाए। झूठे मुंह सोना भी वास्तु दोष की वजह बन सकता है। ऐसे में सोने से पहले हमेशा अपना मुंह साफ करें, हाथ पैर धोए और उसके बाद सोयें।
- बहुत से लोग कंफर्ट के लिए निवस्त्र होकर सोते हैं लेकिन वास्तु के हिसाब से इसे बेहद ही गलत बताया गया है। ऐसे में कभी पूर्ण रूप से निवस्त्र होकर नहीं सोना चाहिए।
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