वामन द्वादशी व्रत: जान लें इस दिन की पूजन विधि और कुछ बेहद ही सरल सटीक उपाय

चैत्र शुक्ल पक्ष की द्वादशी के दिन वामन द्वादशी का व्रत किया जाता है। इस वर्ष वामन द्वादशी 24 अप्रैल को पड़ रही है। बताया जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु (वामन स्वरूप) की पूजा करने और उनसे संबंधित कथा सुनने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। जानकारी के लिए बता दें कि भगवान वामन भगवान विष्णु के पांचवें अवतार थे और 24 अवतारों के क्रम में 15 अवतार थे।

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वामन द्वादशी पूजा 

वामन द्वादशी के दिन देश में मंदिरों आदि में पूजा का आयोजन किया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के वामन अवतार का ध्यान करते हुए उनकी पूजा का विधान बताया गया है। इसके अलावा बहुत सी जगहों पर भागवत कथा का पाठ भी किया जाता है और वामन अवतार से संबंधित कथा पढ़ी और सुनी जाती है। इस दिन वामन देवता की पंचोपचार या षोडशोपचार पूजन करने के बाद चावल, दही इत्यादि वस्तुओं का यथाशक्ति अनुसार दान करना भी बेहद ही शुभ माना जाता है। 

पूजा के बाद अपने पूरे परिवार सहित प्रसाद ग्रहण करने का विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है इस दिन की पूजा से प्रसन्न होकर वामन देवता व्यक्ति के जीवन पर अपना आशीर्वाद हमेशा बनाए रखते हैं और उनकी सभी मनोकामना की पूर्ति करते हैं।

इस दिन की पूजा के लिए आप भगवान वामन का एक चित्र या तस्वीर स्थापित करें। इसके बाद कांस के दीए में शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इसके बाद पूजा में चंदन तुलसी, पत्र, मोसंबी का फल, मिश्री आदि शामिल करें।

वामन द्वादशी के दिन अवश्य करें ये उपाय 

आइये अब जानते हैं वामन द्वादशी के दिन किए जाने वाले कुछ बेहद ही सरल और सटीक उपाय

  • वामन द्वादशी के दिन भगवान वामन पर शहद चढ़ाएं। इसके बाद रोजाना इसका सेवन करें। कहा जाता है ऐसा करने से व्यक्ति का शरीर निरोगी बना रहता है। वह कोई रोग और बीमारी ऐसे व्यक्ति को छू भी नहीं पाती है। 
  • घर परिवार में क्लेश चल रहा हो या लड़ाइयां चल रही हो, या फिर नकारात्मक ऊर्जा हद से ज्यादा बढ़ गई हो तो इसके लिए वामन द्वादशी के दिन वामन देवता के समक्ष कांस के बर्तन में घी का दीपक जलाएं। 
  • व्यापार या नौकरी में सफलता के लिए भगवान वामन को नारियल पर यज्ञोपवीत लपेटकर अर्पित करें। ऐसा करने से आपको व्यापार में सफलता अवश्य और बेहद ही शीघ्र हासिल होगी।

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