वक्री मंगल का वृषभ राशि में गोचर (13 नवंबर): ये तीन राशि वाले हो जाएं सतर्क!

मंगल को उग्र ग्रह माना गया है जो हमारे शरीर के अग्नि तत्व को सूर्य के साथ मिलकर नियंत्रित करता है। साथ ही, यह किसी भी लक्ष्य को पूरा करने के लिए शारीरिक शक्ति, दृढ़ संकल्प और ऊर्जा प्रदान करता है। जिन जातकों की कुंडली में मंगल की स्थिति अच्छी होती है, वे लोग साहसी, तेज़ तर्रार और पराक्रमी होते हैं। अब वक्री अवस्था में मंगल का वृषभ राशि में गोचर कई समस्याओं का कारण बन सकता है।

वक्री मंगल 13 नवंबर 2022 को वृषभ राशि में प्रवेश करेगा जो कई तरह से सभी राशियों को प्रभावित करेगा। मंगल की वक्री अवस्था एक ऐसा चरण है जब व्यक्ति की ऊर्जा, प्रेरणा और शारीरिक क्षमता धीरे-धीरे करके कम होने लगती है। साथ ही, इस वजह से व्यक्ति के व्यवहार में भी बदलाव देखने को मिल सकता है और छोटी-छोटी बातें आपको गुस्सा दिला सकती है।  

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हालांकि, वक्री मंगल के गोचर का सभी 12 राशियों के जातकों पर ख़ास प्रभाव देखने को मिलेगा। इसलिए बेफिक्र हो जाए क्योंकि, एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको वक्री मंगल का वृषभ राशि में गोचर से होने वाले प्रभावों के बारे विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेगा। अगर आप भी उत्सुक हैं जानने के लिए कौनसी राशियां रहेगी भाग्यशाली और किन राशियों को रहना होगा सावधान? तो इस ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़ें। 

वक्री मंगल का वृषभ राशि में गोचर: तिथि और समय 

हिंदू पंचांग के अनुसार, मंगल ग्रह 30 अक्टूबर 2022 को शाम 06 बजकर 19 मिनट पर मिथुन राशि में वक्री हो गए थे और अब ये अपनी इसी अवस्था में 13 नवंबर 2022 को दोपहर 01 बजकर 32 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में मंगल 13 जनवरी 2023 तक वक्री अवस्था में ही रहेंगे।  

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वक्री मंगल का वृषभ राशि में गोचर: इन 3 राशियों को रहना होगा सावधान

प्रत्येक ग्रह की स्थिति या चाल में परिवर्तन हर राशि को प्रभावित करती है। इसी प्रकार, ग्रहों की वक्री अवस्था का कुछ राशियों पर अच्छा प्रभाव देखने को मिलता है जबकि कुछ पर नकारात्मक। आगे बढ़ते है और जानते हैं इस गोचर के दौरान किस राशि को सेहत, व्यवहार और अन्य महत्वपूर्ण चीज़ों को लेकर सतर्क रहना होगा।

मेष

  • मेष राशि के जातकों को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा क्योंकि वक्री मंगल के गोचर के कारण आपको परिवार में और कार्यस्थल पर बहस या मतभेद का सामना करना पड़ सकता है। छोटी-मोटी बातों पर आप चिढ़ सकते हैं और इस वजह से आपके द्वारा बोले गये शब्दों को लोग गलत समझ सकते हैं।   
  • यदि आप रिलेशनशिप में हैं तो किसी गलतफहमी के कारण पार्टनर के साथ आपका विवाद हो सकता है।  
  • इस राशि के जातकों को हानि होने की संभावना है। साथ ही, वक्री मंगल के गोचर के दौरान आपको खर्चों पर नियंत्रण रखना होगा और किसी भी तरह के नए व्यापार की शुरुआत करने से बचना होगा।   
  • इस दौरान मेष राशि के छात्रों को पढ़ाई में ध्यान देने की जरुरत होगी क्योंकि आपका मन इधर-उधर भटक सकता है। संभव है कि आपको एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई करने में मुश्किल हो।  

उपाय- मेष राशि के जातकों को दिन में सात बार हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। 

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वृश्चिक 

  • वृश्चिक राशि के जातकों का स्वामी ग्रह मंगल है। ऐसे में, वक्री मंगल के गोचर का आप पर प्रभाव पड़ना निश्चित है।  
  • वृश्चिक राशि के जातकों के गुस्से में बढ़ोतरी हो सकती है,साथ ही आपमें अहंकार की झलक भी देखने को मिल सकती है। इस वजह से पार्टनर और करीबियों के साथ बहस और मतभेद होने की आशंका है। ऐसे में, आपको रिश्ते में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।    
  • आप कार्यस्थल पर अपनी छवि को लेकर बेहद सुरक्षात्मक हो सकते है जिसके परिणामस्वरूप प्रोफेशनल पार्टनर्स के साथ विवाद होने की संभावना है और इसका प्रभाव आपके पेशेवर जीवन पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है।  
  • वृश्चिक राशियों के जातकों के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। निजी और पेशवेर जीवन में उतार-चढ़ावों की वजह से आपके अंदर खानपान की बुरी आदतें विकसित हो सकती है इसलिए वक्री मंगल के गोचर के दौरान आपको सेहत को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। 

उपाय- माँ लक्ष्मी को लाल फूल चढ़ाएं और इनकी पूजा करें।

धनु 

  • धनु राशि के जातकों की सेहत पर वक्री मंगल के गोचर का विशेष प्रभाव पड़ेगा। आपकी प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर पड़ सकती है जिससे आपमें ऊर्जा की कमी नज़र आएगी। सेहत के नजरिये से ये अवधि थोड़ी मुश्किल है इसलिए इस दौरान आपको सेहत का बहुत ख़्याल रखना होगा। 
  • इस राशि के छात्रों को पढ़ाई में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और पढ़ाई में एकाग्रता की कमी आपके लिए चिंता का कारण बनेगी। 
  • इस गोचर के दौरान किसी लंबी दूरी की यात्रा संभवतः विदेश यात्रा पर आपका अचानक से काफ़ी धन खर्च हो सकता है। धनु राशिवालों को यात्रा के दौरान सोच-समझकर पैसा खर्च करना होगा।  

उपाय- धनु राशि के जातकं को नियमित रूप से गुड़ का सेवन करना चाहिए।

वक्री मंगल के गोचर का इन 2 राशियों पर पड़ेगा शुभ प्रभाव 

कर्क 

  • कर्क राशि के जातकों के लिए ये समय बहुत शानदार रहने वाला है। आपकी सभी इच्छाएं और मनोकामनाएं पूरी होगी जो आपकी मेहनत और सब्र का ही फल होगा। इस दौरान आप हर काम बहुत अच्छे से करेंगे लेकिन आप थोड़े घमंडी हो सकते है और इससे आपको बचना होगा। 
  • इस अवधि के दौरान आपकी सेहत बेहतर रहेगी। यदि आप किसी बीमारी से लंबे समय से पीड़ित है, तो इसे नज़रअंदाज़ करने से बचें। डॉक्टर को दिखाएं और इलाज पूरा कराएं।  
  • वक्री मंगल के वृषभ राशि में गोचर के दौरान छात्र थोड़े ज़िद्दी और लापरवाह हो सकते हैं। आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और असफल होने का जिम्मेदार आप साथियों को ठहरा सकते हैं। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अपना समय बेकार के कामों पर लगाने से अच्छा है कि मन लगाकर पढ़ाई करें। 

उपाय- मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें और मिठाइयों का दान करें।

मकर

  • मकर राशि के छात्रों के लिए अच्छा समय आने वाला है। आपको आपकी मेहनत का फल जल्दी ही मिलेगा जो दूसरे लक्ष्यों को पाने के लिए आपको प्रेरित करेगा। कभी-कभी आप ऊर्जा की कमी या दिशाहीन महसूस कर सकते हैं लेकिन आखिरी में सब ठीक हो जाएग।   
  • इस राशि के माता-पिता को अपने बच्चों पर ध्यान देने की जरुरत होगी क्योंकि इस समय के दौरान वे ऊर्जा से भरे रहेंगे और उनकी ऊर्जा का सही दिशा में इस्तेमाल करना आपके लिए बेहद मुश्किल हो सकता है। इस वजह से आपके बच्चे चिड़चिड़ा महसूस कर सकते हैं। 

उपाय- धनु राशिवाले जरूरतमंद बच्चों को लाल रंग के कपड़े दान करें।   

वक्री मंगल के प्रभावों को इन उपायों से करें कम  

वक्री मंगल के गोचर के कारण आपके भीतर चिड़चिड़ापन, प्रेरणा की कमी, चुलबुलापन और बातचीत आदि चीज़ें नज़र आ सकती है। ऐसे में, वक्री मंगल के प्रभाव से बचने के लिए करें ये सरल उपाय:    

  • लक्ष्यों को पाने के लिए दृढ़ निश्चयी रहे, अन्यथा वक्री मंगल आपको आलसी बना देगा जिसके परिणामस्वरूप आपके सभी कार्य अधूरे रह सकते हैं। 
  • आप लोगों को किसी भी राय पर पहुँचने और महत्वपूर्ण फैसले लेने से पहले अच्छे से सोच-विचार करें।   
  • अगर आप अपने बारे में कोई बात सुनते हैं तो उसपर प्रतिक्रिया देने से पहले सोचें। 
  • आपको अपना रिलेशनशिप बहुत प्यार और सब्र के साथ संभालना होगा। 
  • यदि आप थोड़े चिंतित या तनावग्रस्त महसूस करें तो अपने आपके लिए थोड़ा समय निकालें क्योंकि मानसिक शांति सबसे पहले है, विशेष रूप से वक्री मंगल के गोचर के दौरान।  

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