तुला राशि में प्रवेश करेंगे वक्री बुध, जानें आपकी राशि पर प्रभाव!

वक्री बुध का तुला राशि में गोचर (14 अक्टूबर, 2020)

14 अक्टूबर, बुधवार को बुद्धि के देवता “बुध” वक्री अवस्था में तुला राशि में गोचर करेंगे। लाभ दाता ग्रह बुध अपनी वक्री गति में, 14 अक्टूबर, बुधवार को तुला राशि में सुबह 6 बजे गोचर करेंगे। बुध देव 3 नवंबर 2020, मंगलवार को, रात 10 बज-कर, 46 मिनट पर पुनः मार्गी होकर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जायेंगे। 

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मिथुन और कर्क राशि पर  स्वामित्व रखने वाले बुध ग्रह का वक्री होना एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखा जाता है। वक्री अवस्था में ग्रहों की चाल धीमी हो जाती है। इसीलिए उसका बल बढ़ जाता है। तो चलिए जानते हैं वक्री बुध के राशि परिवर्तन का क्या असर पड़ेगा सभी 12 राशि के जातकों पर- 

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

बुध गोचर – मेष राशि फलादेश 

आपकी राशि के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है, और इस गोचर के दौरान वक्री अवस्था में बुध आपके सप्तम भाव में गोचर करेगा। ज्योतिष में कुंडली के सातवें भाव से व्यक्ति के वैवाहिक जीवन, जीवनसाथी…आगे पढ़ें 

बुध गोचर – वृषभ राशि गोचरफल 

आपकी राशि के लिए, बुध दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान अपनी वक्री अवस्था में वह आपके षष्टम भाव में प्रवेश करेगा। छठे भाव के द्वारा जीवन में संघर्षों के बारे में पता चलता है। ज्योतिष में…आगे पढ़ें

बुध गोचर – मिथुन राशि फलादेश 

बुध ग्रह आपकी राशि का स्वामी होने के साथ-साथ आपके चतुर्थ भाव का स्वामी है और अपने इस गोचर के दौरान वक्री गति से आपके पंचम भाव में प्रवेश करेगा। कुंडली में इस भाव को संतान भाव…आगे पढ़ें 

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बुध गोचर – कर्क राशि भविष्यवाणी 

इस राशि के लोगों के लिए बुध आपकी कुंडली के बारहवें तथा तीसरे भाव का स्वामी है। अपने इस गोचर के दौरान, वे आपके चतुर्थ भाव में संचरण करेगा। कुंडली के चौथे भाव को सुख भाव कहा जाता है। इस भाव से…आगे पढ़ें 

बुध गोचर – सिंह राशि फलकथन 

सिंह राशि के लोगों के लिए बुध ग्रह दूसरे तथा ग्यारहवें भाव का स्वामी है, तथा अपने वक्री गोचर के दौरान आपके तृतीय भाव में प्रवेश करेगा। कुंडली में तीसरे घर को सहज भाव कहा जाता है। इस भाव से व्यक्ति…आगे पढ़ें 

बुध गोचर – कन्या राशि फलादेश 

बुध ग्रह आपकी ही राशि का स्वामी है और साथ ही साथ आपके दशम भाव पर भी आधिपत्य रखता है। और अपने इस गोचर के दौरान वह आपके द्वितीय भाव में प्रवेश करेगा। ज्योतिष में दूसरे भाव से व्यक्ति के…आगे पढ़ें

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बुध गोचर – तुला राशि भविष्यवाणी

तुला राशि के लोगों के लिए बुध बारहवें तथा नवें भाव का स्वामी है, और इस दौरान बुध का गोचर, आपके प्रथम भाव में होगा। इसे लग्न भाव भी कहते हैं। प्रथम भाव को हमारे व्यक्तित्व का आईना बताया गया है। इसी…आगे पढ़ें

बुध गोचर – वृश्चिक राशि फलकथन  

बुध ग्रह का गोचर, आपकी राशि से द्वादश भाव में होगा। बुध ग्रह आपके लिए अष्टम तथा एकादश भाव का स्वामी है। ज्योतिष में द्वादश भाव व्यय भाव कहलाता है। इस भाव से ख़र्चे, हानि, मोक्ष, विदेश यात्रा…आगे पढ़ें

बुध गोचर – धनु राशि फलादेश 

आपकी राशि से एकादश भाव में गोचर करने वाला वक्री बुध, आपकी राशि के लिए सप्तम और दशम भाव का स्वामी ग्रह है। कुंडली में एकादश भाव को आमदनी का भाव कहा जाता है। इस भाव से आय, जीवन में प्राप्त होने वाली…आगे पढ़ें

गोचर का अपने जीवन पर प्रभाव जानने के लिए देखें वीडियो

बुध गोचर – मकर राशि भविष्यवाणी

बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से दशम भाव में होगा, तथा वह आपकी राशि से छठे तथा नवम भाव पर अपना अधिकार रखता है। ज्योतिष में दशम भाव, करियर एवं प्रोफेशनल, पिता की स्थिति, रुतबा, राजनीति …आगे पढ़ें 

बुध गोचर – कुंभ राशि फलकथन  

बुध ग्रह का गोचर, वक्री अवस्था में आपके नवम भाव में होगा और वह आपकी राशि के लिए, पांचवें तथा आठवें भाव का स्वामी है। ज्योतिष में नवम भाव को भाग्य भाव कहते हैं। इस भाव से व्यक्ति के भाग्य, गुरु, धर्म, यात्रा, तीर्थ स्थल…आगे पढ़ें

बुध गोचर – मीन राशि फलादेश 

आपकी राशि के लिए, बुध ग्रह चतुर्थ तथा सप्तम भाव का स्वामी है और, अपने इस वक्री गोचर के दौरान वह आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेगा। कुंडली के अष्टम भाव को आयुर्भाव कहा जाता है। इस भाव से, जीवन में आने…आगे पढ़ें

जैसा की आप जानते हैं IPL 2020 का आगाज़ हो चुका हैं और हर बार की तरह एस्ट्रोसेज इस बार भी आपके लिए भविष्यवाणियां लेकर आये हैं। 

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आशा करते हैं इस लेख में दी गयी जानकारी आपको पसंद आयी होगी। एस्ट्रोसेज से जुड़े रहने के लिए आप सभी का धन्यवाद !

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